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- दुर्ग / जिला शिक्षा अधिकारी श्री अरविंद मिश्रा ने आज जिले के दुर्ग एवं धमधा विकास खण्ड के विभिन्न शालाओं का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गिरहोला में पदस्थ कर्मचारियों का विभिन्न तिथियों के लिए दिये गये अवकाश आवेदन उपस्थिति पंजी में दबे पाये गये। उपस्थिति पंजी अवलोकन करने पर उक्त तिथियों में अवकाश प्रविष्ठि के बजाय पंजी में हस्ताक्षर पाये गये प्रातः 10.10 बजे तक विद्यालय में ताला लगा पाया गया जबकि कर्मचारियों को समय पर उपस्थित होने के निर्देश हैं। उक्त अनियमितता के लिए संबंधित संस्था प्राचार्य एवं समस्त अनुपस्थितों को नोटिस जारी किया गया हैं। शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला गिरहोला के निरीक्षण दौरान कक्षा स्तरीय ज्ञान का होना नही पाये जाने पर उपस्थित शिक्षकों को 31 दिसम्बर 2025 तक कक्षा स्तरीय ज्ञान कराये जाने, विद्यालय में स्वच्छता का अभाव पाये जाने पर स्वच्छता बनाये रखने के निर्देश दिये गये है।शासकीय उ.मा.वि. सेमरिया के निरीक्षण दौरान श्री रमेश कुमार ठाकुर, व्याख्याता एल.बी. शालेय कार्य से अनुपस्थित पाये गये, श्री रूपेन्द्र कुमार ठाकुर, सहायक गेड-03 शाला समय तक उपस्थित नही मिले उक्त अनियमितता के लिए संबंधितों को नोटिस जारी किया गया है जवाब प्राप्ति उपरांत एक दिन का वेतन काटने की कार्यवाही की जाएगी ।सेजेस जामुल का निरीक्षण दौरान श्री प्रीतम बन्छोर, कविता पाण्डेय, श्रीमती वंदना शर्मा व्याख्याता एवं श्रीमती कविता प्राणिग्राही, व्याख्याता (संविदा) शाला समय तक अपने कार्य पर उपस्थित नही पाये जाने पर नोटिस जारी किया गया हैं। शास.उ.मा.वि. कुरूद का निरीक्षण दौरान श्री राजेन्द्र कुमार मरकाम, सहायक ग्रेड-02 बिना पूर्व सूचना एवं आवेदन के कार्य से अनुपस्थित पाये जाने पर नोटिस जारी किया गया है। निरीक्षण के दौरान नियत समय पर अनुपस्थितों के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए आगामी 01 जनवरी से बायोमैट्रिक उपस्थिति की जानकारी भी दी।निरीक्षण के दौरान सभी प्राथमिक/पूर्व माध्यमिक शाला के संस्था प्रमुखों को मध्यान्ह भोजन निर्धारित मीनू अनुसार प्रदाय करने, बारहाखड़ी, पहाड़ा पुस्तक वाचन के नियमित अभ्यास कराने, विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत उपस्थित सुनिश्चित किये जाने तथा नियत समय पर अनिवार्य उपस्थिति के निर्देश दिये। इसी प्रकार हाई / हायर सेकेण्डरी विद्यालयों के प्राचार्यों को नियमित प्रायोगिक कार्य करने, ब्लू प्रिंट के अनुरूप 05 वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल कराने, तिमाही परीक्षा के आधार पर चिन्हांकित विद्यार्थीयों को सिमित पाठ्यक्रम में बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कराने एवं प्रायोगिक परीक्षा के बाद भी बोर्ड परीक्षा प्रारंभ होने के पूर्व तक विद्यार्थियों की नियमित उपस्थिति के निर्देश भी दिये गये।
- - समितियों से 7,189.00 मे. टन धान का उठाव- किसानों को 28,538.23 लाख रूपए ऑनलाईन भुगतान- 9116 किसानों ने किया 156.00 हेक्टेयर रकबा समर्पणदुर्ग, / जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के अंतर्गत 87 सहकारी समितियों के 102 उपार्जन केन्द्रों में अब तक 28101 किसानों से 1,46,676.12 मे. टन धान खरीदी हुई है जिसकी लागत राशि 34,778.89 लाख रूपए है। शासन की पारदर्शी व्यवस्था और तुंहर टोकन के अंतर्गत किसानों को सहुलियतें मिल रही है और वे निर्धारित तिथि अनुसार धान बेचने उपार्जन केन्द्रों में पहुंच रहे हैं। किसानों को धान बिक्री पश्चात् 28,538.23 लाख रूपए का ऑनलाईन भुगतान हो चुका है। उपार्जन केन्द्रों में जिला प्रशासन द्वारा किसानों के लिए समुचित प्रबंध की गई है। धान खरीदी हेतु केन्द्रों में पर्याप्त बारदाने की व्यवस्था है। अब तक 9116 किसानों ने 156.00 हेक्टेयर रकबा समर्पित किया है। खरीफ वर्ष 2025-26 के अंतर्गत जिले में 6,16,435 मे. टन धान खरीदी का अनुमानित लक्ष्य निर्धारित है। जिले के समितियों में खरीदे गये धान का उठाव भी शुरू हो गया है। इस हेतु 18,719.60 मे. टन का डीओ/टीओ जारी हो चुका है। जिसमें से 7,189.00 मे. टन धान का उठाव हो चुका है।
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-स्कूली बच्चों के साथ जिले के आला अधिकारियों ने किया 'न्योता भोज'
बालोद।, 'कौन बनेगा करोड़पति' के मंच पर अपनी बौद्धिक क्षमता और प्रतिभा का लोहा मनवा चुकीं जिले की खनिज अधिकारी श्रीमती मीनाक्षी साहू ने पूर्व माध्यमिक शाला सिवनी में 'न्योता भोज' का आयोजन कर स्कूली बच्चों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी।इस आयोजन में न केवल स्वादिष्ट भोजन परोसा गया, बल्कि जिले के आला अधिकारियों ने बच्चों के साथ बैठकर भोजन का आनंद लिया, जिससे समानता और आत्मीयता का एक सुंदर संदेश गया।न्योता भोज के इस कार्यक्रम में जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की गरिमामय उपस्थिति रही। न्योता भोज में अपर कलेक्टर श्री चंद्रकांत कौशिक, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती मधुहर्ष, एसडीएम श्री सुरेश साहू, श्रीमती प्रतिमा ठाकरे, श्री शिवनाथ बघेल एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए। अधिकारियों ने न केवल बच्चों के साथ भोजन किया, बल्कि उनसे बड़े ही आत्मीय ढंग से बातचीत भी की। उन्होंने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और भविष्य के सपनों के बारे में पूछा, जिससे बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। - -राज्य स्तरीय कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्नरायपुर / छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल द्वारा जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन नियम, 2016 (संशोधित 2021) के प्रभावी अनुपालन और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला का सफल आयोजन आज नवा रायपुर में हुआ। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित वित्त, वाणिज्य कर, आवास एवं पर्यावरण तथा योजना एवं सांख्यिकी मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने कहा कि जैव चिकित्सा अपशिष्ट का उचित प्रबंधन केवल स्वास्थ्य संस्थानों की नहीं बल्कि पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है।उन्होंने कहा कि जैव चिकित्सा अपशिष्ट का वैज्ञानिक एवं सुरक्षित निपटान सार्वजनिक स्वास्थ्य से सीधे जुड़ा विषय है, इसलिए नियमों का कड़ाई से पालन अत्यंत आवश्यक है। श्री चौधरी ने स्वास्थ्य संस्थानों से अपील की कि वे नियमों को स्पष्ट रूप से समझकर उनका शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला इसी उद्देश्य से आयोजित की गई है ताकि सभी संस्थान नियमों को बेहतर समझ सकें, अपनी समस्याएं निसंकोच साझा कर सकें और समाधान पर सामूहिक रूप से कार्य किया जा सके। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आपसी संवाद, सहभागिता और सहयोग से छत्तीसगढ़ राज्य जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन में एक आदर्श राज्य के रूप में उभरेगा।आवास एवं पर्यावरण विभाग के सचिव एवं मण्डल के अध्यक्ष श्री अंकित आनंद ने कहा कि जैव चिकित्सा अपशिष्ट के कुशल प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य संस्थानों की सक्रिय भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। जब तक नियमों को सही रूप में नहीं समझा जाएगा, उनका प्रभावी कार्यान्वयन संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि मण्डल की यह कार्यशाला इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जहां सभी संबंधित हितधारकों को विस्तृत जानकारी और प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।कार्यशाला के आरंभ में मण्डल के सदस्य सचिव श्री राजू अगसिमनि ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वास्थ्य संस्थानों में जैव चिकित्सा अपशिष्ट के वैज्ञानिक निपटान, सुरक्षित परिवहन, पृथक्करण, भंडारण और उपचार की प्रक्रियाओं को मजबूत बनाना है।कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री अनुप चतुर्वेदी तथा श्री यादवेन्द्र यादव, अधिवक्ता (सीपीसीबी, भोपाल) ने जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन के विभिन्न तकनीकी और कानूनी पहलुओं पर विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया।इस राज्य स्तरीय कार्यशाला में मण्डल के वरिष्ठ अधिकारियों सहित प्रमुख अस्पतालों, नर्सिंग होम, पैथोलॉजी लैब, डायग्नोस्टिक सेंटर्स, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, नर्सिंग होम एसोसिएशन, चिकित्सा प्रकोष्ठ तथा विभिन्न स्थानीय निकायों के स्वास्थ्य अधिकारियों ने सहभागिता की।इस अवसर पर जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन पर आधारित एक मार्गदर्शिका पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।
- रायपुर, /छत्तीसगढ़ में युवाओं के नवाचार, उद्यमिता और स्टार्टअप संस्कृति को मजबूत आधार देने की दिशा में धमतरी जिले ने ऐतिहासिक पहल की है। विश्वस्तरीय स्टार्टअप एक्सीलरेटर टेकस्टार्स के सहयोग से जिला प्रशासन धमतरी तथा खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा 28 से 30 नवंबर 2025 तक तीन दिवसीय टेकस्टार्स स्टार्टअप वीकेंड धमतरी का सफल आयोजन किया गया। यह आयोजन पहली बार प्रदेश के किसी गैर-महानगरीय जिले में आयोजित हुआ, जिसने धमतरी को उभरते स्टार्टअप हब के रूप में नई पहचान दिलाई है।स्टार्टअप वीकेंड में 100 से अधिक युवा प्रतिभागियों, 50 संभावित स्टार्टअप टीमों, 20 अनुभवी मेंटर्स और 10 से अधिक निवेशकों ने हिस्सा लिया। प्रतिभागियों को 54 घंटों तक सतत कार्य करते हुए अपने विचारों को निवेश योग्य मॉडल में बदलने, बिजनेस मॉडल बनाने, प्रोडक्ट डेवलपमेंट, मार्केट एनालिसिस, पिच डेक निर्माण और स्केलिंग तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया।मेंटर्स ने टेक्नोलॉजी, फूड प्रोसेसिंग, एग्री-इनोवेशन, हेल्थकेयर, ई-कॉमर्स, पर्यटन, डिजिटलीकरण और एंटरटेनमेंट सेक्टर के स्टार्टअप आइडियाज पर विशेष मार्गदर्शन दिया। कई अभिनव विचार निवेशकों की विशेष रुचि का केंद्र बने।जिला प्रशासन की पहल—धमतरी को स्टार्टअप मैप पर स्थापित करने का लक्ष्यजिला कलेक्टर श्री अबिनाश मिश्रा ने आयोजन को धमतरी के नवाचार तंत्र के लिए मील का पत्थर बताते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य है कि धमतरी के युवाओं को बड़े शहरों जैसी सभी स्टार्टअप सुविधाएँ और अवसर यहीं मिलें। स्टार्टअप वीकेंड ने सिद्ध किया कि यहां के युवा न केवल रचनात्मक हैं, बल्कि वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता रखते हैं। यह आयोजन आगे भी प्रत्येक वर्ष जारी रहेगा, जिससे जिले में उद्यमिता का मजबूत इकोसिस्टम स्थापित होगाएआईसी महिंद्रा के सीईओ और कार्यक्रम फैसिलिटेटर श्री इस्माइल अकबानी ने इसे छत्तीसगढ़ में अब तक का सबसे बड़ा और सुव्यवस्थित स्टार्टअप वीकेंड बताया।ग्लोबल एक्सीलरेटर टेकस्टार्स से स्थानीय प्रतिभाओं को लाभटेकस्टार्स के बारे में जानकारी देते हुए विकासगढ़ के संस्थापक श्री मेराज मीर ने बताया कि 2006 से विश्वभर में स्टार्टअप्स को गति देने वाले इस प्लेटफॉर्म की विशेषज्ञता अब सीधे धमतरी के युवाओं तक पहुंच रही है, जिससे उन्हें व्यापक नेटवर्किंग और निवेश अवसर मिलेंगे।जिला प्रशासन ने बताया कि स्टार्टअप संस्कृति को संस्थागत रूप देने के लिए धमतरी में आगे भी ऐसे आयोजन नियमित रूप से होते रहेंगे। इससे युवाओं को निरंतर मेंटरशिप, फंडिंग एक्सपोज़र और बिजनेस नेटवर्क प्राप्त होंगे।
- -पीएम जनमन आवास, छात्रावास और पेयजल सुविधाओं का लिया जायज़ा-बैगा बच्चों का भविष्य संवारने किया मार्गदर्शनबिलासपुर /कलेक्टर संजय अग्रवाल और जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल ने शहीद वीर नारायण सिंह जी के बलिदान दिवस पर जिले के बैगा आदिवासी बहुल इलाकों का दौरा कर विकास कार्यों का जायज़ा लिया। उन्होंने कोटा ब्लॉक के आधा दर्जन ग्रामों का भ्रमण कर विशेष कर पीएम जनमन योजना के तहत हुए विकास कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने जिले की अंतिम छोर पर बसे ग्राम कुरदर, उमरिया एवं इनके आश्रित कई ग्रामो में लोगो को शासन के योजना से मिल रहे लाभों का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। जिले के प्रशासनिक मुखिया को अपने बीच पाकर बैगों के चेहरे में खुशी छा गई। लोगो ने खुलकर कलेक्टर के सामने अपनी बात रखी। उन्होंने पानी, पीडीएस भवन, मोबाईल टावर, बिजली के खंभे, स्कूल के लिए अतिरिक्त कक्ष समेत कई जरूरतें बताई। उन्होंने इन मांगों को दूर करने का भरोसा दिलाया। कलेक्टर ने जनता से संवाद करते हुए महतारी वंदन,आयुष्मान कार्ड, राशन, वन अधिकार पटा, आय, जाति प्रमाण आदि विषयों में छूटे परिवारों को इनके लाभ दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने गली, मोहल्लों में पैदल चल कर हितग्राहियों के जनमन आवासों का निरीक्षण किया । आवास निर्माण में आ रही दिक्कत को समझा और इनके समाधान के लिए अफसरों को र्निदेश दिए। नरेगा में मस्टर रोल भरने और 150 दिवस की मांग आधारित कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। कुआं की मांग मिलने पर तुरंत स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने आदिवासी बालक छात्रावास का निरीक्षण कर बच्चों से चर्चा किये । छात्रावास में मिल रहे भोजन,बिस्तर, गरम कपड़े सहित अन्य सुविधाओं की जानकारी ली।भविष्य में वो क्या बनना चाहते हैं, इसके जानकारी लेकर उन्हें मार्गदर्शन दिया। इस अवसर पर जनपद सीईओ, तहसीलदार, एपीओ, जिला समन्वयक, सब इंजीनियर सहित स्थानीय फील्ड अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
- - सभी डीईओ एवं बीईओ शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए फिल्ड में नियमित तौर पर करें स्कूलों का दौरा: स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव- शिक्षा की गुणवत्ता का जमीनी स्तर पर दिखाई देना चाहिए असर- युक्तियुक्तकरण अंतर्गत शिक्षकों की स्थानांतरण के संबंध में की गहन समीक्षा- दूरस्थ क्षेत्रों में पढ़ाई पर विशेषतौर पर ध्यान देने की जरूरत- परीक्षा परिणामों में सुधार लाने के लिए सभी करें शिक्षक उत्कृष्ट कार्य- शिक्षकों को अध्यापन कार्य के लिए प्रशिक्षण देने की आवश्यकता- वर्ष भर की कार्य योजना के अनुरूप होना चाहिए अध्यापन कार्य- प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को अच्छी तरह याद होना चाहिए पहाड़ा- शिक्षा के अधिकार के तहत निजी स्कूलों में बच्चों के प्रवेश तथा उनके अध्ययन की मानिटरिंग करने के दिए निर्देश- शिक्षण गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए अपने अनुभव किए साझादुर्ग / स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने जिला पंचायत राजनांदगांव के सभाकक्ष में मंगलवार 09 दिसम्बर को स्कूल शिक्षा विभाग के दुर्ग संभाग स्तरीय अंतर्गत दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, राजनांदगांव, कबीरधाम, खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिले की समीक्षा बैठक ली। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि सभी डीईओ एवं बीईओ शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए फिल्ड में नियमित तौर पर स्कूलों का दौरा करें। उन्होंने कहा कि इसका असर जमीनी स्तर पर दिखाई देना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूलों में पढ़ाई का स्तर अच्छा होना चाहिए। उन्होंने युक्तियुक्तकरण अंतर्गत शिक्षकों की स्थानांतरण के संबंध में गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शासन की नीतियों के अनुरूप जिन शिक्षकों ने युक्तियुक्तकरण अंतर्गत अभी तक ड्यूटी ज्वांइन नहीं की है, उन पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में पढ़ाई पर विशेषतौर पर ध्यान देने की जरूरत है। जियो टैगिंग एवं शिक्षकों की उपस्थिति के माध्यम से नियमित अध्यापन के संबंध में मानिटरिंग होनी चाहिए। परीक्षा परिणामों में सुधार लाने के लिए सभी शिक्षक उत्कृष्ट कार्य करें। शिक्षक मेहनत करेंगे तो इसके बेहतरीन परिणाम प्राप्त होंगे। बच्चों को अभ्यास कराएं और उनकी पढ़ाई के लिए अच्छा माहौल एवं व्यवस्था बनाएं। यह भी ध्यान देने की जरूरत है कि बच्चे शाला त्यागी नहीं हो तथा उनके पढऩे की अभिरूचि बनी रहे। शिक्षकों को अध्यापन कार्य के लिए प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है। वर्ष भर की कार्य योजना के अनुरूप अध्यापन कार्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षकों को नई शिक्षा नीति के संबंध में जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने राजनांदगांव में अपार आईडी निर्माण की प्रगति पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि परीक्षा परिणामों के आधार पर जवाबदेही तय होगी तथा प्राथमिक कक्षाओं में भी बेहतर परिणामों के लिए सतत मूल्यांकन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को पहाड़ा अच्छी तरह याद होना चाहिए।स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार के साथ ही शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए प्राईवेट टयूटर्स, शाला त्यागी बच्चों की स्थिति में सुधार होना चाहिए। उन्होंने शिक्षा के अधिकार के तहत निजी स्कूलों में बच्चों के प्रवेश तथा उनके अध्ययन की मानिटरिंग करने के लिए कहा। उन्होंने सत्र 2024-25 के कक्षा दसवीं एवं बारहवीं का परीक्षा परिणाम एवं सत्र 2025-26 का लक्ष्य, कक्षा दसवीं एवं बारहवीं में प्रथम श्रेणी, 80 प्रतिशत से अधिक एवं 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों की संभावित संख्या, कक्षा तीसरी से पांचवीं तक 20 तक का पहाड़ा तथा कक्षा छठवीं से आठवीं तक 25 तक का पहाड़ा, कमजोर बच्चों के लिए बारह खड़ी लागू करने उपचारात्मक शिक्षण, भवन विहीन विद्यालयों की संख्या, मॉडल स्कूल बनाए जाने वाले विद्यालयों की संख्या, समग्र शिक्षा, पीएमश्री विद्यालय, पीएम ई-विद्या चौनल के उपयोग, आने वाले वर्षों में जिलों के लक्ष्य के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।सचिव स्कूल शिक्षा विभाग श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान देने के लिए शिक्षकों की ऑनलाईन उपस्थिति होनी चाहिए, ताकि शिक्षक समय पर स्कूल पहुंचे। स्कूलों में ड्राप आऊट में कमी लाने के लिए विशेष प्रयासों की आवश्यकता है। सभी बीईओ एवं डीईओ निरंतर दौरा करें। दसवीं एवं बारहवीं के परीक्षा परिणामों का विश्लेषण करते हुए समेकित कार्ययोजना बनाकर परीक्षा परिणामों में सुधार लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए युवाओं को प्रेरित करें। प्राचार्यों एवं बीईओ के वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से कार्यों की सतत मानिटरिंग करें। कार्य योजना बनाकर पढ़ाई में कमजोर बच्चों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित करें। उन्होंने स्कूलों के निर्माणाधीन कार्यों में गति लाने के लिए कहा। संचालक लोक शिक्षण संचालनालय श्री ऋतुराज रघुवंशी ने कहा कि ऐसे बच्चे जिनका परीक्षा परिणाम अच्छा नहीं रहा है, उनके लिए उपचारात्मक शिक्षण की व्यवस्था की गई है। ऐसे बच्चों को चिन्हांकित कर शनिवार बैगलैस डे के दिन उनकी शिक्षण गुणवत्ता में सुधार लाएं। सतत टेस्ट के माध्यम से बच्चों के अध्ययन का मूल्यांकन करते रहे। दूरस्थ क्षेत्र के बच्चे भी स्मार्ट क्लास से जुड़े। आयुक्त समग्र शिक्षा डॉ. प्रियंका शुक्ला ने कहा कि शिक्षण कार्य योजनाबद्ध तरीके से होना चाहिए। ऐसे स्कूल जहां बच्चे पढ़ाई में कमजोर है, ऐसे स्कूलों का चिन्हांकन करते हुए उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। कक्षा दसवीं एवं बारहवीं के परीक्षा परिणामों को बेहतर करने के लिए कक्षा नवमीं एवं ग्यारहवीं की पढ़ाई पर ध्यान देना होगा।कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव ने कहा कि राजनांदगांव जिले में बच्चों में पढ़ाई के प्रति अभिरूचि जागृत करने के लिए पढ़ाई का कोना एक पहल की जा रही है। जिसमें बच्चों के लिए अपने पढ़ाई के लिए एक विशेष स्थान होगा, ताकि घर में पढ़ाई का माहौल रहे। उन्होंने कहा कि छुट्टियों के पहले पीटीएम के माध्यम से अभिभावकों को भी बच्चों को पढऩे के लिए प्रोत्साहित करने के लिए प्रेरित करें। बच्चों को निरंतर अभ्यास कराते हुए उन्हें निर्धारित समय में प्रश्रपत्र पूर्ण करने के लिए अभ्यास कराया जा रहा है। उन्होंने जिले में नीट एवं जेईई के लिए चलाए जा रहे ऑनलाईन कोचिंग के संबंध में जानकारी दी। इस दौरान सभी ने शिक्षण गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए अपने अनुभव साझा किए।बैठक में स्कूल शिक्षा सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी, लोक शिक्षण संचालक श्री ऋतुराज रघुवंशी, आयुक्त समग्र शिक्षा डॉ. प्रियंका शुक्ला, तथा शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी एवं राजनांदगांव, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम, मानपुर-मोहला, खैरागढ़- छुई खदान जिलों के डीईओ, डीएमसी, बीईओ एवं बीआरसी अधिकारीगण उपस्थित रहे।
- - ऑयल पॉम पौधरोपण की ओर बढ़ी किसानों का रूझान- 50 हेक्टेयर रकबा में पुष्प क्षेत्र विस्तारदुर्ग / जिले में बड़ी संख्या में कृषकों का रूझान उद्यानिकी फसलों की खेती की ओर बढ़ी है। केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत अनुदान राशि उपलब्ध करायी जा रही है। कृषक उद्यानिकी फसलों की पैदावारी लेकर लाभान्वित हो रहे है। नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल पॉम योजना अंतर्गत वर्ष 2025-26 में लक्ष्य के विरूद्ध 95.04 हेक्टेयर में 47 कृषकों के प्रक्षेत्र पौधरोपण का कार्य पूर्ण किया गया है। विगत वर्ष 74.61 हेक्टेयर में 37 कृषकों के प्रक्षेत्र में विभाग द्वारा ऑयल पॉम पौधरोपण किया गया। जिले के धमधा विकासखण्ड के ग्राम टेमरी के कृषक श्री योगेश साहू विभागीय अनुदान से आठ एकड़ रकबा में ऑयल पॉम पौधरोपण की खेती कर प्रत्येक डेढ़ से दो माह में फसलों की कटाई कर ऑयल पॉम एफ.एफ.बी. का उत्पादन कर, प्रत्येक कटाई सीजन में डेढ़ से दो लाख की आय अर्जित करने में सफलता हासिल की है। जिससे प्रभावित होकर जिले के अन्य किसान भी ऑयल पॉम पौधरोपण की ओर आगे आने लगे हैं।एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना अंतर्गत 152 हेक्टेयर रकबा में केला, पपीता एवं ड्रैंगन फुट फसल क्षेत्र विस्तार कर 99 कृषक लाभान्वित हो रहे हैं। इसी प्रकार 64 हेक्टेयर रकबा में टमाटर, बैंगन एवं प्याज सब्जी विस्तार कर 58 कृषक लाभान्वित हुए हैं। जिले के 71 कृषक 50 हेक्टेयर रकबा में पुष्प क्षेत्र विस्तार अंतर्गत गैंदा पुष्प की खेती कर अच्छी पैदावारी ले रहे हैं। जिले के ग्राम मलपुरीकला क्षेत्र अंतर्गत कृषक श्री अरूण कुमार दो हेक्टेयर रकबा में गैंदा पुष्प की खेती कर अच्छी आमदनी अर्जित करने में सफलता पायी है। योजना अंतर्गत कृषक को 20 हजार रूपए की अनुदान राशि भी प्राप्त हुई है।राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत चयनित 46 कृषक अनुदान प्राप्त कर ग्राफ्टेड बैंगन एवं टमाटर की पैदावारी लेकर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। इन्हीं में ग्राम टेमरी के कृषक श्री हितेश टॉक भी है, जिन्होंने उद्यानिकी विभाग से मार्गदर्शन प्राप्त कर 09 एकड़ रकबा में ग्राफ्टेड बैंगन की खेती से प्रति एकड़ 40 टन उत्पादन प्राप्त कर 48 लाख तक की आमदनी अर्जित की। उद्यानिकी विभाग द्वारा संचालित राज्य पोषिक समैतिक योजना के तहत किसान अपनी खाली जमीनों में नींबू, अमरूद, कटहल, आम, ऑवला आदि फलदार पौधे की रोपण कर रहे हैं।
- -कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को कड़ाई से पालन के दिए निर्देशदुर्ग, / भारत के महारजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त की अध्यक्षता में विगत दिवस आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के निर्देशों के परिपालन में, कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने आयुक्त/रजिस्टार (जन्म-मृत्यु) नगर पालिक निगम दुर्ग/भिलाई/भिलाई चरोदा/रिसाली, सिविल सर्जन सह अधीक्षक एवं रजिस्ट्रार जिला अस्पताल दुर्ग, सिविल सर्जन सह अधीक्षक एवं रजिस्ट्रार सिविल अस्पताल सुपेला भिलाई दुर्ग, मुख्य नगर पालिका अधिकारी/रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु), नगर पालिका परिषद कुम्हारी/जामुल/अहिवारा/अमलेश्वर, मुख्य नगर पालिका अधिकारी/रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु), नगर पंचायत धमधा/पाटन/उतई, मुख्य कार्यपालन अधिकारी/अतिरिक्त जिला रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) जनपद पंचायत दुर्ग/धमधा/पाटन, खंड चिकित्सा अधिकारी एवं रजिस्ट्रार निकुम/धमधा/पाटन, रजिस्ट्रार जन्म-मृत्यु बी.एस.पी. सेक्टर-8 भिलाई दुर्ग, रजिस्ट्रार जन्म-मृत्यु रेल्वे हॉस्पिटल, भिलाई चरोदा, जिला-दुर्ग तथा रजिस्ट्रार जन्म-मृत्यु ईएसआईसी हॉस्पिटल जुनवनी रोड जिला-दुर्ग को जिले में जन्म-मृत्यु पंजीयन व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इन निर्देशों के तहत, अब समस्त शासकीय अस्पतालों में नवजात शिशु के जन्म का पंजीयन कर जन्म प्रमाणपत्र माँ को अस्पताल से छुट्टी मिलने के पूर्व ही अनिवार्यतः प्रदान किया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही, समस्त पंजीयन इकाइयों के क्षेत्राधिकार में आने वाले निजी चिकित्सालयों के प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने संस्थान में घटित जन्म-मृत्यु के प्रकरणों की सूचना बिना विलंब किए संबंधित रजिस्ट्रार को दें, ताकि घटना के 21 दिन के भीतर पंजीयन और प्रमाण पत्र जारी किये जा सके। इस प्रक्रिया की समीक्षा के लिए, प्रत्येक वर्ष जिला स्तरीय समन्वय समिति (डीएलसीसी) की बैठक में 21 दिन के भीतर पंजीयन की उपलब्धि को एक अनिवार्य एजेंडा बिन्दु के रूप में जोड़ा जाएगा। इसके अतिरिक्त, वेब पोर्टल का इस्तेमाल करने वाले अधिकृत यूजर्स को अपनी यूजर आई डी/पासवर्ड/ओटीपी का सतर्कता से उपयोग करने और समय-समय पर पासवर्ड बदलने के निर्देश दिए गए हैं, तथा फर्जी वेब पोर्टल से फर्जी प्रमाण पत्र जारी होने के संबंध में रजिस्ट्रार/उप रजिस्ट्रार को जागरूक किया जाएगा। नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के लिए पंजीयन इकाईवार समस्त शासकीय एवं निजी अस्पतालों की सूची संधारित और अद्यतन करने के भी निर्देश दिये गये है। सभी संबंधित पदाधिकारियों को इन निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया है।
- दुर्ग / कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजना के तहत् प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए अहिवारा विधानसभा अंतर्गत विकासखण्ड धमधा में 02 निर्माण कार्यों के लिए 12.60 लाख रूपए की स्वीकृति दी है। उक्त निर्माण कार्यों में प्रभारी मंत्री श्री विजय शर्मा द्वारा तथा अहिवारा विधायक श्री डोमनलाल कोर्सेवाड़ा द्वारा अनुशंसित क्रमशः 2.60 लाख तथा 10 लाख रूपए के कार्य 1-1 शामिल है। प्रभारी मंत्री श्री शर्मा तथा विधायक श्री कोर्सेवाड़ा द्वारा अनुशंसित उक्त कार्यों का संपादन क्रियान्वयन एजेंसी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत धमधा द्वारा किया जाएगा। जिला योजना एवं सांख्यिकी कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार विख धमधा के ग्राम पंचायत खपरी (गि) में सीसी रोड निर्माण हेतु 2 लाख 60 हजार तथा ग्राम पंचायत सेमरिया (गि) में सीसी रोड निर्माण हेतु 10 लाख रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है।
- -परिजनों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त कियारायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार एवं जिला प्रशासन की पहल "प्रोजेक्ट दृष्टि" लगातार बच्चों के स्वास्थ्य संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसी अभियान के तहत ग्राम रीवा, विकासखंड आरंग की शासकीय प्राथमिक स्कूल की कक्षा पहली की छात्रा जानवी साहू को समय पर इलाज मिला और उसकी आंखों की रोशनी सुरक्षित हो सकी।24 नवंबर 2025 को चिरायु टीम स्कूल में स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पहुंची थी। जांच के दौरान टीम को पता चला कि जानवी कंजेनिटल कैटरेक्ट (जन्मजात मोतियाबिंद) से पीड़ित है।चिरायु टीम ने आगे की प्रक्रिया संभालते हुए जानवी को 03 दिसंबर को डॉ.भीमराव आंबेडकर अस्पताल रायपुर में विशेषज्ञ चिकित्सकों से जांच कराई। पूरी जांच के बाद 04 दिसंबर को बच्ची को अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां 06 दिसंबर को उसकी सफल सर्जरी की गई। डॉक्टरों के अनुसार सर्जरी पूर्णत: सफल रही और बच्ची तेजी से स्वास्थ्य लाभ ले रही है। जानवी के माता-पिता ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं जिला प्रशासन प्रति आभार व्यक्त किया है।
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दुर्ग, / मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजनांतर्गत वर्ष 2025-26 में शासन द्वारा अनुमोदित निर्धारित लागत दर अनुसार जनपद पंचायत दुर्ग अंतर्गत अधोसंरचना निर्माण कार्य के लिए 10.40 लाख रूपए की अनुशंसा प्राप्त हुई है। अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा उपसंभाग दुर्ग द्वारा प्रेषित तकनीकी स्वीकृति के आधार पर अनुशंसित कार्य को संपादित कराए जाने हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत दुर्ग को प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। कार्याे की संपादन कार्यकारी एजेंसी संबंधित ग्राम पंचायत होगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री बीके दुबे से प्राप्त जानकारी अनुसार विकासखण्ड दुर्ग के ग्राम कातरो में संघेल परिवार के घर से डोमार साहू के घर की ओर 2 तथा नया बाजार चौक में 2 सीसी रोड निर्माण हेतु 10 लाख 40 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। उक्त निर्माण कार्य हेतु मानक मानचित्र एवं प्राक्कलन ग्रामीण यांत्रिकी सेवा की वेबसाईट http://www.cg.nic.in/resworks में उपलब्ध है।
- -जनजाति युवा संगम में शहीद वीर नारायण सिंह और भगवान बिरसा मुंडा को किया नमन*बिलासपुर, / उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव आज यहां स्व. लखीराम अग्रवाल ऑडिटोरियम में आयोजित जनजाति युवा संगम कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत में उन्होंने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह एवं भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धापूर्वक नमन किया।जनजाति गौरव माह के समापन अवसर पर यह कार्यक्रम जनजाति गौरव दिवस आयोजन समिति एवं युवा कार्य वनवासी विकास समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल ने की। इस अवसर पर महापौर श्रीमती पूजा विधानी, श्री वैभव सुरंगे, डॉ. चंद्रशेखर उइके सहित जनजातीय समाज के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि आज शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान दिवस पर उन्हें नमन करता हूं। अंग्रेजों ने उनके साथ जो व्यवहार किया, वह इस बात का प्रमाण है कि वे उनसे कितना भय खाते थे। जमींदार परिवार में जन्म लेकर भी उन्होंने आम जनता, समाज और गरीबों की चिंता की तथा अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष किया।उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जीवनी जनजातीय समाज के लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने समाज के अधिकारों के लिए संघर्ष किया और अंग्रेजों से डटकर मुकाबला किया। शहीद वीर नारायण सिंह और भगवान बिरसा मुंडा से प्रेरणा लेकर आज जनजातीय समाज के गौरव, स्वाभिमान और वैभव को आगे बढ़ाने का समय है।उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय समाज के युवा यदि अपने समाज की महिमा को आगे बढ़ाएं, तो इसका सकारात्मक प्रभाव पूरे समाज पर पड़ेगा। जब कोई समाज किसी व्यक्ति को भगवान का दर्जा देता है, तो यह दर्शाता है कि उस महापुरुष ने समाज के लिए असाधारण कार्य किए होते हैं।उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि देश हमें पुकार रहा है। जनजातीय समाज के युवाओं को भगवान बिरसा मुंडा और शहीद वीर नारायण सिंह से प्रेरणा लेकर भारत माता, छत्तीसगढ़ महतारी और अपने समाज के वैभव और गौरव को बढ़ाने के लिए पूरी ताकत से जुटना चाहिए।उप मुख्यमंत्री श्री साव ने अपने संबोधन में कहा कि यदि हम समाज के लिए कार्य नहीं करेंगे और समाज की चिंता नहीं करेंगे, तो हमारे जीवन का सच्चा उद्देश्य अधूरा रह जाएगा। उन्होंने युवाओं से सेवा, समर्पण और राष्ट्र निर्माण के मार्ग पर आगे बढ़ने का आह्वान किया।
- -सड़क ब्रेकर हटाने और शीघ्र निर्माण के निर्देशभिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई के आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय ने आज ज़ोन-3 मदर टेरेसा नगर क्षेत्र में प्रस्तावित और प्रगतिरत विकास कार्यों का सघन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रस्तावित नाली निर्माण, नवनिर्मित सड़क, सुलभ शौचालय, पिंक टॉयलेट, वाटर एटीएम और मार्केट क्षेत्र की साफ-सफाई व्यवस्था का जायज़ा लिया और सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।आयुक्त ने जलेबी चौक लिंक रोड से लगे प्रस्तावित नाली निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि निविदा प्रक्रिया पूर्ण होते ही कार्य शुरू कराया जाए, जिससे सड़कों पर अनावश्यक पानी बहने की समस्या से निजात मिल सकेगी। समीपस्थ सब्जी मंडी जाने वाले नवनिर्मित सड़क पर बने ब्रेकरों के कारण नागरिकों को हो रही आवागमन की परेशानी को देखते हुए, आयुक्त ने तत्काल उन ब्रेकरों को उखड़वाने के निर्देश दिए।नागरिकों एवं व्यापारियों की सुविधा के लिए प्रस्तावित सार्वजनिक सुलभ शौचालय स्थल का अवलोकन किया और इसके निर्माण को जल्द कराने के निर्देश दिए।वार्ड क्र. 36 में महिलाओं के लिए निर्मित पिंक टॉयलेट का जायज़ा लिया और वहाँ पानी एवं साफ़-सफ़ाई की उचित व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। समीप में स्थापित वाटर एटीएम का भी अवलोकन किया।प्रगतिरत नवीन सुलभ शौचालय निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और संबंधित एजेंसी को निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। मार्केट की साफ-सफाई व्यवस्था का अवलोकन किया और व्यापारियों की सुविधा हेतु शेड निर्माण कराने पर चर्चा की।निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने साफ़-सफ़ाई और निर्माण कार्यों में गुणवत्ता बनाए रखने पर विशेष ज़ोर दिया।इस अवसर पर ज़ोन आयुक्त कुलदीप गुप्ता, सहायक अभियंता नितेश मेश्राम, उप अभियंता दीपक देवांगन, अशोक देवांगन, सहायक राजस्व निरीक्षक बसंत देवांगन, ज़ोन स्वास्थ्य अधिकारी बीरेंद्र बंजारे, स्वच्छता निरीक्षक चूड़ामणि यादव सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
- -झरिया अल्कालाइन वाटर प्लांट से किया 22 लाख रूपए का व्यापार-राज्योत्सव जैसे बड़े कार्यक्रम से लेकर शासकीय कार्यालयों मेें कर रहीं हैं आपूर्ति-रायपुर / प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विजन के अनुरूप लखपति दीदियां किस तरह अपने उद्यम से अपना संसार बदल रही हैं इसका सुंदर उदाहरण जिले के अभनपुर ब्लॉक के ग्राम पचेड़ा में झरिया अल्कलाइन वाटर बाटलिंग प्लांट चलाने वाली शारदा समूह की महिलाएं हैं। इन्होंने एक छोटी सी शुरूआत करते हुए अपना व्यवसाय खड़ा कर चुकी हैं और झरिया के नाम से अपना ब्रांड बना चुकी हैं।राज्योत्सव-2025 में इस समूह के द्वारा अल्कलाइन वाटर की सप्लाई की गई है। आज इनके द्वारा करीब 22 लाख रूपए का व्यापार कर लिया गया है। यह सब अन्य महिलाओें के लिए प्रेरणा बन रही है। हर दिन करीब 5 हजार बोतल पानी बनाने वाले इस प्लांट से अब मंत्रालय, जंगल सफारी, आईआईआईटी, एनआरडीए, पर्यावास भवन में भी सप्लाई होने लगी है। यह प्लांट नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘बिहान’ के संयुक्त प्रयास से स्थापित किया गया है।आधुनिक तकनीक से लैस इस प्लांट में दो प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं, जहां जल की शुद्धता और उसका पीएच स्तर जो सामान्यतः 8 से 8.5 के बीच रखा जाता है- की नियमित जांच होती है। जल को 500 एमएल की काँच की बोतलों में पैक किया जाता हैयह प्लांट ग्रामीण महिलाओं के लिए जीवन बदलने वाली पहल है। इस परियोजना के माध्यम से महिलाओं को सीधा रोजगार मिला है। ये महिलाएं अब न केवल आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं, बल्कि समाज में एक सशक्त भूमिका निभा रही हैं। कलेक्टोरेट रायपुर में होने वाली बैठकों में ’झरिया’ पानी बोतल ही दिया जाता है। जहां इसे अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। एक बोतल पानी की कीमत 58.20 रुपए है, जिसमें बोतल की कीमत 50 रुपए है। बोतल वापसी के समय ये राशि वापस दे दी जाती है।यहां मिलेगा एल्कलाइन पानी बोतलजिला पंचायत परिसर स्थित बिहान संगवारी हाट, बी-1 कैफे एवं ग्राम पचेड़ा स्थित बॉटलिंग प्लांट में आप संपर्क कर सकते हैं। यह पहल राज्य की महत्वाकांक्षी योजना ‘लखपति दीदी’ को गति प्रदान कर रही है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है। इस प्लांट के जरिए न केवल स्थानीय महिलाओं को रोजगार मिल रहा है, बल्कि वे एक स्थायी आजीविका मॉडल की ओर अग्रसर हो रही हैं।
- रायपुर /राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के निर्देशानुसार आज दिनांक 10 दिसम्बर 2025 को बलराम प्रसाद वर्मा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर द्वारा केन्द्रीय जेल रायपुर का निरीक्षण किया गया, जिसमें जेल नियमावली एवं माननीय उच्चतम तथा उच्च न्यायालय द्वारा समय-समय पर दिये गये दिशा निर्देशों के आलोक में बन्दियों की मूलभूत आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर कार्य करने हेतु जेल प्रशासन को निर्देशित किया गया। उनके द्वारा जेल में बैरक, पीने के पानी की सुविधा, पाक शाला, अस्पताल का भी निरीक्षण किया गया। इसी के साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकारण, रायपुर द्वारा मानव अधिकार दिवस के अवसर पर जेल में जागरूकता कार्यकम का भी आयोजन किया गया था, जिसमें अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर द्वारा जेल में निरूद्ध बंदियों को उनके संवैधानिक अधिकारों जैसेः- निःशुल्क अधिवक्ता प्राप्त करने का अधिकार, जमानत का अधिकार, अपील दायर करने एवं अन्य कानूनी अधिकारों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी। इस अवसर पर शिक्षा के अधिकार के तहत् जेल में निरूद्ध बंदियो द्वारा पढ़ाई जारी रखते हुए हाई स्कूल, हायर सेकेण्डरी एवं स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने तथा प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले बंदियों को माननीय प्रधान एवं जिला न्यायाधीश द्वारा प्रमाण पत्र वितरीत कर समाज की मुख्य धारा में जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया। उक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से आनंद कुमार सिंह मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रायपुर, अविनाश कुमार दुबे सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, योगेश क्षत्रिय जेल अधीक्षक एवं जेल प्रशासन के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
- रायपुर । श्रम विभाग के “छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल” द्वारा संचालित सफाई कर्मकार हेतु आवश्यक उपकरण सहायता योजना के अंतर्गत चयनित 12 हितग्राहियों के बैंक खातों में 1 हजार रूपए की डीबीटी राशि तकनीकी कारणों से जमा नही हो पाई है।विभाग के सहायक श्रमायुक्त ने बताया कि पंजीयन के समय दर्ज बैंक खाता नंबर गलत होने, बैंक खाता बंद/मर्ज होने अथवा आइएफएससी (IFSC) कोड में परिवर्तन जैसे कारणों से भुगतान नही हो सका है। साथ ही पंजीयन कार्ड में दर्ज मोबाइल नंबर एवं पते पर भी हितग्राहियों से संपर्क नहीं हो पाया है। योजना के 12 हितग्राही जिनका नाम और पंजीयन क्रमांक- रामेश्वर सिंग विश्वकर्मा (442668778), ममता समुन्द्रे (444439714), सुमन लंगोटे (444439725), सुनीता समुन्द्रे(444494816), वर्षा पसेरिया (444338110), प्रतिभा नायक (444597013), अंबिका यादव (441849755), सीमा साहू (442076245), लायबानी बरिहा (441243547), वनशीला तांडेकर (441727452), दीपक कुमार मानकर (441239144), चन्द्रिका देवांगन (447202013) शामिल हैं।इन सभी हितग्राहियों से 15 दिनों के भीतर अपने वर्तमान सक्रिय बैंक खाते (आधार लिंक अनिवार्य) का विवरण लेकर कार्यालय में उपस्थित होने अनिवार्य है, ताकि योजना राशि समय पर उपलब्ध कराई जा सके। साथ ही निर्धारित अवधि के भीतर विवरण प्रस्तुत न करने पर आवेदन निरस्त माना जाएगा। जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी संबंधित हितग्राही की होगी।
- - छत्तीसगढ़ रिंग फाइट टीम 11 दिसंबर को प. बंगाल के लिए रवाना होगीरायपुर। पश्चिम बंगाल में आयोजित नौवीं नेशनल रिंग फाइट चैंपियनशिप के लिए गुरुवार, 11 दिसंबर को ठाकुर नगर, पश्चिम बंगाल के लिए रवाना होगी। 18 सदस्यीय टीम में 12 पुरुष और छह महिला खिलाड़ी हैं, जो नेशनल चैंपियनशिप के लिए दावा करेंगे।महाराष्ट्र मंडल की उपाध्यक्ष गीता श्याम दलाल ने बताया कि तीन दिवसीय चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल, अरुणाचल प्रदेश, आसाम, हरियाणा, बिहार, झारखंडराजस्थान, गुजरात, आंध्र प्रदेश की टीमें शामिल होंगी। ओपी कटारिया के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल जाने वाली टीम में तुषार वर्मा, आयुष्मान कालेले, विहान कालेले, पुष्कर साहू, गौरव हिमने, अनीश, जायसवाल, अभिमन्यु कुमार, वेदांत साहू, आदित्य नारायण के., सृजन सिंह, योगेश कुमार और रौनक वर्मा होंगे। छत्तीसगढ़ की महिला टीम में वर्तिका क्षीरसागर, प्रणवी ओगले, तन्वी साहू, यशिका साहू, ऋशु जायसवाल और प्रकृति दंडवते रिंग फाइट चैंपियनशिप में अपने दमदार प्रदर्शन से पदकों पर अपना दावा करेंगे।टीम की रवानगी से पूर्व महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय मधुकर काले, सचिव चेतन गोविंद दंडवते सहित पदाधिकारियों ने समूचे खिलाड़ियों को चैंपियनशिप में सफलता को लेकर शुभकामनाएं दी हैं । टीम के साथ छत्तीसगढ़ रिंग फाइट एसोसिएशन के पदाधिकारी ओपी कटारिया, महाराष्ट्र मंडल की सहसचिव मालती मिश्रा और सांस्कृतिक समिति के प्रवीण क्षीरसागर साथ में जाएंगे।
- बिलासपुर /प्रबंध संचालक, मार्कफेड जितेन्द्र शुक्ला ने जिला बिलासपुर के धान खरीदी केंद्र छतोना एवं धान संग्रहण केंद्र बिल्हा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान छतोंना में किसान फेकू लाल ने बताया कि आज उनके द्वारा 113 क्विंटल धान बेचा गया। समिति में धान बेचने में कोई परेशानी नहीं हुई। किसान के उपज के संबंध चर्चा की। मिलर्स से धान उठाव तेजी से करवाने खाद्य नियंत्रक को निर्देशित किया। संग्रहण केंद्र बिल्हा का निरीक्षण किया और तैयारी देखी। उन्होंने जिले की सभी चारों संग्रहण केन्द्रों को तैयार करने डीएमओ को निर्देशित किया गया। इस अवसर पर खाद्य नियंत्रक अमृत कुजूर, डीएमओ अमित चंद्राकर भी उपस्थित थे।
- -उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने जल्द काम शुरू करने के दिए निर्देश, कहा गुणवत्ता से न हो कोई समझौताबिलासपुर । लोक निर्माण विभाग द्वारा राज्य में सड़क संपर्क के विस्तार और मजबूती के लिए प्रस्तावित कार्यों व निविदाओं को तेजी से स्वीकृति प्रदान की जा रही है। उप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण मंत्री श्री अरुण साव ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में सड़कों एवं पुलों के काम शीघ्र प्रारंभ करने के लिए 124 करोड़ 88 लाख रुपए के छह सड़कों और पुलों की निविदा को मंजूरी दी है। उन्होंने इन सड़कों और पुलों के काम जल्द प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्माण कार्यों और निर्माण सामग्रियों की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए निर्धारित समय में सभी कार्यों को पूर्ण करने को कहा है।उप मुख्यमंत्री श्री साव ने बीजापुर जिले में 18 करोड़ 18 लाख रुपए के पुल-पुलिया सहित 12.6 किमी लंबाई के कुटरू से फरसेगढ़ मार्ग, सरगुजा जिले में चैनपुर से खम्हरिया मार्ग पर रेहण्ड नदी पर 11 करोड़ 43 लाख रुपए के उच्च स्तरीय पुल, जशपुर जिले के सिसरिंगा में मछलंग होते हुए 6.5 किमी लंबाई के सहसपुर पहुंच मार्ग तथा 3.1 किमी लंबाई के गोढ़ी से पालीडीह पहुंच मार्ग के निर्माण के लिए दस करोड़ 54 लाख रुपए की निविदा स्वीकृत की है। उन्होंने सक्ती जिले में 29 किमी लंबे मालखरौदा-छपोरा मार्ग के मजबूतीकरण एवं नवीनीकरण के लिए 53 करोड़ 15 लाख रुपए और बिलासपुर शहर में 10.7 किमी लंबाई के नेहरू चौक से दर्रीघाट मार्ग के लिए 31 करोड़ 58 लाख रुपए की निविदा को भी मंजूरी प्रदान की है। लोक निर्माण विभाग के अंबिकापुर, बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता तथा नवा रायपुर स्थित प्रमुख अभियंता कार्यालय द्वारा इन कार्यों की सीधे मॉनिटरिंग की जाएगी। आम नागरिक भी इनके निर्माण के दौरान पारदर्शिता एवं गुणवत्ता की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
- -संयुक्त टीम द्वारा राइस मिलों में छापा मार धान जप्ती की, की गई कार्यवाहीरायपुर / कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के निर्देश पर जिले में धान के अवैध परिवहन, भण्डारण, संग्रहण पर कार्यवाही की जा रही है। खाद्य विभाग, मंडी निरीक्षक की संयुक्त टीम द्वारा राइस मिल्स का निरीक्षण किया गया और कार्यवाही की गई। जिले के विभिन्न मिल परिसर में खाद्य अधिकारियों, मंडी सचिव एवं निरीक्षकों द्वारा निरीक्षण किया गया जिसमें फर्म सतनाम इंडस्ट्रीज, पारागांव के मिल परिसर में 212.80 क्विंटल धान, फर्म श्री मोहिनी एग्रोटेक, नवापारा के मिल परिसर में 244.80 क्विंटल धान एवं आदर्श राइस मिल, अभनपुर के मिल परिसर में 68 क्विंटल धान स्टॉक से अधिक पाया गया। निरीक्षण दल द्वारा मंडी अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हुए धान को जप्त किया गया एवं सुपुर्दगी की कार्यवाही की गई।
- -नि: शुल्क जांच और औषधीय वितरण की व्यवस्थारायपुर । विकासखंड आरंग के अधीनस्थ आने वाले ग्राम टेकारी ( कुंडा ) में गुरुवार 11 दिसंबर को विकास खंड स्तरीय आयुष स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया है । यह आयोजन टेकारी के उच्चतर माध्यमिक शाला में पूर्वाह्न 10 बजे से लेकर अपराह्न 4 बजे तक होगा ।इस स्वास्थ्य मेला में चर्मरोग , मोटापा , ब्लड प्रेशर , शुगर , अस्थमा , स्त्री रोग , बुखार , बवासीर , भगन्दर , उदर रोग , गठिया वात , साइटिका , नेत्र रोग से पीडि़त मरीजों की आयुर्वेद चिकित्सकों व उनके टीम द्वारा नि:शुल्क जांच व रक्त परीक्षण तथा नि:शुल्क औषधि का वितरण किया जाएगा । यह स्वास्थ्य मेला संचालक आयुर्वेद के निर्देश व रायपुर जिला आयुष अधिकारी डॉक्टर स्वाति रावत के मार्गदर्शन में टेकारी आयुर्वेद औषधालय में पदस्थ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अशोक कुमार बांधे की अगुवाई में किया जा रहा है , जो इस आयोजन के प्रभारी व नोडल अधिकारी भी हैं ।
- - पालक चौपाल में शिशुवती माताओं, किशोरी बालिकाओं को पौष्टिक भोजन और स्वच्छता के संबंध में दी जा रही जानकारी- शिशुवती माताओं और नन्हे बच्चों का समय पर किया जा रहा टीकाकरण एवं स्वास्थ्य जांचराजनांदगांव । जिले में कुपोषित बच्चों को सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिए 'पोट्ठ लईका पहल अभियान के तहत आंगनबाडिय़ों केन्द्रों में पालक चौपाल कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। शिशुवती माताओं और नन्हे बच्चों का समय पर टीकाकरण एवं स्वास्थ्य जांच आंगनबाड़ी केन्द्रों में किया जा रहा है। गंभीर कुपोषित बच्चों के गृह भेंट कर पौष्टिक आहार एवं साफ-सफाई के संबंध में समझाईश एवं जानकारी दी जाती है। गंभीर कुपोषित बच्चों को एनआरसी भेजने के लिए समझाईश दी जा रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा टीबी, कुष्ठ एवं पल्स पोलियों अभियान के अंतर्गत नारा लेखन कार्य कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। पालक चौपाल कार्यक्रम में शिशुवती माताओं को पौष्टिक आहार, बारिश के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव तथा स्वच्छता, पेयजल, डायरिया प्रबंधन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी जा रही है।पोट्ठ लईका पहल अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में पालक चौपाल का आयोजन किया जाता है। पालक चौपाल में बताया जाता है कि बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकस के लिए जीवन के प्रथम 1000 दिन का समय बहुत महत्वपूर्ण होता है। पालक चौपाल में शिशुवती माताओं, किशोरी बालिकाओं को पौष्टिक भोजन और स्वच्छता के संबंध में जानकारी दी जा रही है। शिशुवती माताओं को बच्चों को कुपोषण मुक्त करने के लिए तिरंगा भोजन के रूप में पौष्टिक आहार खाने के लिए प्रेरित किया गया। जिससे बच्चों को प्रोटीन, विटामिन एवं अन्य पोषक तत्वों से भरपूर भोजन मिल सके। पालक चौपाल में तिरंगा भोजन के संबंध में अभिभावकों को जानकारी दी गई। तिरंगा भोजन में केसरी रंग अंतर्गत दलहन, सोया, अंडा, सफेद रंग चावल, रोटी तथा हरा रंग में हरी सब्जी जैसे पालक, मेथी, मुनगा भाजी एवं अन्य हरी साग-सब्जी का होता है। अपने बच्चों को पौष्टिक भोजन कम से कम 3 बार दिन में खिलाने और 2-3 बार स्वयं भी खाने की सलाह दी गई।
- राजनांदगांव । कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव के निर्देशानुसार जिले में अवैध धान बिक्री की रोकथाम के लिए कोचियों एवं बिचौलियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। आने वाले समय में कोचियों एवं बिचौलियों द्वारा अवैध धान की बिक्री करने की पुनरावृत्ति होने एवं संलिप्त पाए जाने पर अपराधिक प्रकरण भी दर्ज किए जा सकते हैं। इसी कड़ी में राजस्व, खाद्य, मंडी विभाग के संयुक्त दल द्वारा आज कुल 4 प्रकरणों में 75 लाख 37 हजार 960 रूपए मूल्य के 2431.60 क्विंटल (6079 बोरा) अवैध धान जप्त किया गया। इसी तरह खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में अब तक कुल 174 प्रकरणों में 7 करोड़ 48 लाख 63 हजार 326 रूपए मूल्य के 24149.46 क्विंटल (60374 बोरा) अवैध धान एवं 17 वाहन जप्त किया गया है।प्राप्त जानकारी अनुसार आज राजनांदगांव अनुविभाग में 2 प्रकरण में 58 लाख 88 हजार 760 रूपए मूल्य के 1899.60 क्विंटल (4749 बोरा) अवैध धान एवं डोंगरगांव में 1 प्रकरण में 16 लाख 5 हजार 800 रूपए मूल्य के 518 क्विंटल (1295 बोरा) अवैध धान तथा डोंगरगढ़ अनुविभाग में कुल 1 प्रकरणों में 43 हजार 400 रूपए मूल्य के 14 क्विंटल (35 बोरा) अवैध धान जप्त किया गया है। इसी तरह खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में अब तक राजनांदगांव अनुविभाग में कुल 77 प्रकरणों में 4 करोड़ 46 लाख 2 हजार 800 रूपए मूल्य के 14388 क्विंटल (35970 बोरा) अवैध धान व 7 वाहन, डोंगरगढ़ अनुविभाग में 47 प्रकरण में 1 करोड़ 32 लाख 16 हजार 106 रूपए मूल्य के 4263.26 क्विंटल (10658 बोरा) अवैध धान व 2 वाहन तथा डोंगरगांव अनुविभाग में कुल 50 प्रकरणों में 1 करोड़ 70 लाख 44 हजार 420 रूपए मूल्य के 5498.20 क्विंटल (13746 बोरा) अवैध धान एवं 8 वाहन जप्त किया गया है।जिले में कोचियों एवं बिचौलियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। जिले के 1500 छोटे एवं बडे मंडी अनुज्ञप्तिधारियों को सूचीबद्ध कर अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार एवं खाद्य व मंडी के अधिकारियों को जांच कर अवैध रूप से भंडारित धान जप्त किए जाने तथा सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिये गये है। जिले में अंतर्राज्यीय अवैध धान आवक के रोकथाम हेतु जिले में कुल 3 अंतर्राज्यीय चेकपोस्ट बोरतलाब, पाटेकोहरा एवं कल्लूबंजारी स्थापित किया गया है। जहां पर मंडी, नगर सेना, वन विभाग एवं राजस्व के अधिकारियों द्वारा तीन पालियों में 24 घंटे की ड्यूटी लगाई गई है।
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- अब तक जिले में 34015 पंजीकृत किसानों से 409 करोड़ 89 लाख 66 हजार रूपए मूल्य का 1725706 क्विंटल धान की खरीदी
- अब तक धान उपार्जन केन्द्रों से 43030 क्विंटल धान का उठाव
राजनांदगांव । जिले में धान की खरीदी अभियान से सिकानों में हर्ष व्याप्त है। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 अंतर्गत धान खरीदी महाभियान के तहत शासन द्वारा समर्थन मूल्य एवं कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों से 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल तक के मान से धान खरीदी की जा रही है। कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव के निर्देशन में धान खरीदी सुचारू संचालन के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है। धान खरीदी कार्य के के लिए इलेक्ट्रानिक तौल मशीन, पेयजल, पेयजल, छांव, बायोमैट्रिक डिवाईस मशीन, श्रमिक एवं अन्य व्यवस्था की गई है। आर्द्रता मापी यंत्र से किसानों के धान का परीक्षण किया जा रहा है। जिले के सभी 96 धान खरीदी केन्द्रों में धान खरीदी की दर एवं सूची व फ्लैक्स लगाए गए है। कलेक्टर ने धान खरीदी केन्द्रों की सतत निगरानी रखने तथा कोचियों एवं बिचौलियों से अवैध धान की खरीदी पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। धान बिक्री के लिए किसान टोकन तुंहर हाथ मोबाईल एप के माध्यम से टोकन प्राप्त कर रहे है। जिससे उनके समय की बचत हो रही है और उन्हें सुविधा मिल रही है। उल्लेखनीय है कि अब तक जिले में 34015 पंजीकृत किसानों से 409 करोड़ 89 लाख 66 हजार रूपए मूल्य का 1725706 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। धान का उठाव भी लगातार जारी है। अब तक धान उपार्जन केन्द्रों से 43030 क्विंटल धान का उठाव किया गया है।










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