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- अहमदाबाद,। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार से गुजरात के अहमदाबाद के तीन दिवसीय दौरे पर आएंगे। संघ के एक पदाधिकारी ने यह जानकारी दी। संघ की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरसंघचालक भागवत मंगलवार दोपहर अहमदाबाद पहुंचेंगे और आरएसएस पदाधिकारियों को संबोधित करेंगे। इसमें कहा गया, "बुधवार को, वह कोबा में प्रेक्षा विश्व भारती ध्यान केंद्र का दौरा करेंगे, आचार्य महाश्रमणजी से मिलेंगे और एक संबोधन देंगे। भागवत बृहस्पतिवार को अहमदाबाद से रवाना हो जाएंगे।"
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नई दिल्ली। पीएम मोदी ने कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद से सोमवार को मुलाकात की। इसमें दोनों देश के बीच व्यापार, टेक्नोलॉजी, एनर्जी, कृषि और पारस्परिक विकास और समृद्धि के लिए लोगों के बीच आदान-प्रदान में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई। इस बैठक की जानकारी शेयर करते हुए पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा,”कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद आपका स्वागत है। उनके साथ दोनों देश के बीच व्यापार, टेक्नोलॉजी, एनर्जी, कृत रहीषि और पारस्परिक विकास और समृद्धि के लिए लोगों के बीच आदान-प्रदान में सहयोग बढ़ाने के रास्तों पर चर्चा की गई।”
अनीता आनंद ने इस बैठक के बारे में सोशल मीडिया पर लिखा कि मैंने आज सुबह नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस गर्मी में जी7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की पीएम मोदी से हुई मुलाकात के बाद, कनाडा और भारत अपने देशों के बीच संबंधों को मजबूत कर रहे हैं, साथ ही कानून प्रवर्तन और सुरक्षा संवाद को बनाए रखते हुए और अपने आर्थिक संबंधों का विस्तार कर रहे हैं।इसके अतिरिक्त, विज्ञान भवन में कनाडा की विदेश मंत्री ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से भी बातचीत की। बैठक की जानकारी देते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि दोनों देशों के बीच लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता जानकर मुझे बहुत खुशी हुई।हमारी चर्चा एनर्जी, टेक्नोलॉजी और फूड सिक्योरिटी के क्षेत्र में सहयोग पर केंद्रि। साथ ही, विश्वास और सम्मान पर आधारित पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार, निवेश और आर्थिक संबंधों को पुनर्जीवित करने के लिए भारत की तत्परता पर भी जोर दिया गया। इससे पहले, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी उनकी मुलाकात हुई और इसके बाद एक साझा बयान जारी भी किया गया। बयान में कहा गया कि दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर रोडमैप तैयार किया गया। दोनों मंत्रियों ने कहा कि वैश्विक आर्थिक अस्थिरता एवं तनाव के समय में मजबूत साझेदारी जरूरी है। - रायपुर/ छत्तीसगढ़ में अब तक 1211.2 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक बस्तर जिले में सर्वाधिक 1633.3 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 554.0 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।रायपुर संभाग में रायपुर जिले में 1159.6 मि.मी., बलौदाबाजार में 1004.8 मि.मी., गरियाबंद में 1234.4 मि.मी., महासमुंद में 1065.1 मि.मी. और धमतरी में 1149.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।बिलासपुर संभाग में बिलासपुर जिले में 1205.1 मि.मी., मुंगेली में 1183.0 मि.मी., रायगढ़ में 1396.7 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 1116.1 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 1413.5 मि.मी., सक्ती में 1274.2 मि.मी., कोरबा में 1179.3 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 1112.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।दुर्ग संभाग में दुर्ग जिले में 948.2 मि.मी., कबीरधाम में 892.0 मि.मी., राजनांदगांव में 1012.5 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1462.0 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 919.1 मि.मी. और बालोद में 1317.0 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।सरगुजा संभाग में सरगुजा जिले में 799.0 मि.मी., सूरजपुर में 1183.2 मि.मी., बलरामपुर में 1579.6 मि.मी., जशपुर में 1105.3 मि.मी., कोरिया में 1253.4 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 1138.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।बस्तर संभाग में कोंडागांव जिले में 1213.5 मि.मी., कांकेर में 1421.6 मि.मी., नारायणपुर में 1474.4 मि.मी., दंतेवाड़ा जिले में 1624.7 मि.मी., सुकमा जिले में 1312.5 मि.मी. और बीजापुर जिले में 1632.1 मि.मी. की औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।
- नयी दिल्ली। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की वायु शाखा को अपने 50 साल से अधिक के इतिहास में पहली महिला फ्लाइट इंजीनियर मिली है। बीएसएफ की वायु शाखा में पहली महिला फ्लाइट इंजीनियर की नियुक्ति आंतरिक प्रशिक्षण पूरा होने के बाद हुई है। इंस्पेक्टर भावना चौधरी और चार पुरुष अधीनस्थ अधिकारियों को हाल में बीएसएफ महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने फ्लाइंग बैज प्रदान किए। सीमा सुरक्षा बल को 1969 से गृह मंत्रालय (एमएचए) की विमानन इकाई का संचालन करने का दायित्व सौंपा गया है और यह सभी अर्द्धसैनिक बलों और एनएसजी व एनडीआरएफ जैसे विशेष बलों की अभियानगत आवश्यकताओं को पूरा करता है। अधिकारियों ने बताया कि पांच अधीनस्थ अधिकारियों को ‘‘बीएसएफ वायु शाखा के प्रशिक्षकों द्वारा शुरू से ही प्रशिक्षित किया गया था और उन्होंने हाल में अपना दो महीने का प्रशिक्षण पूरा किया है।'' अगस्त से शुरू हुए दो महीने के आंतरिक प्रशिक्षण के दौरान पांचों कर्मियों को 130 घंटे तक प्रशिक्षित किया गया और उन्हें काम का वास्तविक अनुभव भी मिला क्योंकि बीएसएफ वायु शाखा की विभिन्न इकाइयों ने पंजाब और अन्य राज्यों में हाल में आई बाढ़ के दौरान भी परिचालन उड़ानें भरीं। बीएसएफ वायु सेना को अपने एमआई-17 हेलीकॉप्टर बेड़े में फ्लाइट इंजीनियरों की गंभीर कमी का सामना करना पड़ रहा है। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘वायु सेना (आईएएफ) ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों के पहले बैच को प्रशिक्षित किया, लेकिन पांच कर्मियों के दूसरे बैच को विभिन्न बाधाओं के कारण वहां प्रशिक्षण नहीं मिल सका।'' अधिकारी ने बताया कि इसके बाद बीएसएफ ने अपनी वायु शाखा के लिए फ्लाइट इंजीनियरों को तैयार करने के वास्ते आंतरिक प्रशिक्षण आयोजित करने की अनुमति पाने के लिए गृह मंत्रालय से संपर्क किया और इंस्पेक्टर चौधरी सहित पांच कर्मियों ने हाल में अपना प्रशिक्षण पूरा किया। उन्होंने बताया कि इंस्पेक्टर चौधरी बीएसएफ वायु शाखा की पहली महिला फ्लाइट इंजीनियर हैं।
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नई दिल्ली। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रविवार को बताया कि भारत में लगभग 10.6 करोड़ घरों में किफायती एलपीजी का उपयोग किया जा रहा है। साथ ही देश में हर दिन करीब 6.7 करोड़ लोग अपने वाहनों में ईंधन भरवाते हैं। उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा भारत को दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल और एलपीजी उपभोक्ता बनाता है।
हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा कि भारत गहरे पानी में तेल की खोज से लेकर हरित हाइड्रोजन और बायोएनर्जी तक के क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक सुरक्षित, टिकाऊ और आत्मनिर्भर ऊर्जा भविष्य का निर्माण कर रहा है। मंत्री ने यह भी बताया कि भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एलएनजी आयातक और एक वैश्विक रिफाइनिंग हब बन चुका है, जहां हर दिन करीब 5.5 मिलियन बैरल तेल की खपत होती है।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऊर्जा केवल ईंधन नहीं, बल्कि नए भारत की धड़कन है, जो उद्योगों को शक्ति देती है, लोगों को जोड़ती है और 1.42 अरब भारतीयों की आकांक्षाओं को पूरा करती है। उन्होंने बताया कि भारत का ऊर्जा क्षेत्र लगातार बढ़ रहा है, भले ही वैश्विक स्तर पर अनिश्चितताएं बनी हुई हों। देश की रिफाइनिंग क्षमता 215 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (एमएमटीपीए) से बढ़कर 258 एमएमटीपीए हो गई है। साथ ही जामनगर रिफाइनरी अब एशिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी है, जो 100 से अधिक देशों को पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात करती है।पुरी ने बताया कि ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी (ओएएलपी) राउंड 10 के तहत 2.5 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को तेल और गैस की खोज के लिए खोला गया है। एक्सप्लोरेशन के लिए आवश्यक मंजूरियों की संख्या 37 से घटाकर 18 कर दी गई है ताकि व्यापार करने में आसानी हो। उन्होंने कहा कि अपस्ट्रीम सेक्टर में तेल की खोज और उत्पादन बढ़ाने के लिए 1.3 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया गया है। इसके अलावा, 2022 से अब तक लगभग दस लाख वर्ग किलोमीटर पहले प्रतिबंधित ऑफशोर क्षेत्रों को फिर से खोज के लिए खोला गया है, जिससे भारत में तेल और गैस की खोज को नई गति मिली है। -
पटना. कई दिनों की गहन चर्चा और मंथन के बाद रविवार को बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच विधानसभा चुनाव के लिए सीट का बंटवारा हो गया जबकि विपक्षी ‘इंडिया' गठबंधन में इस मुद्दे को लेकर अब भी पेंच फंसा हुआ है। राजग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 243 सदस्यीय विधानसभा में 101-101 सीट पर चुनाव लड़ेंगी, जबकि शेष सीट छोटे सहयोगी दलों के लिए छोड़ी गई हैं। यह पहला अवसर है जब बिहार में राजग के दोनों प्रमुख घटक जदयू और भाजपा समान संख्या में सीट पर चुनाव लड़ेंगे। घोषणा ऐसे समय में की गई जब चुनाव के पहले चरण के नामांकन की अंतिम तारीख में अब एक सप्ताह से भी कम का समय बचा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के बराबर सीट पर चुनाव लड़ने पर सहमति जताई है। कुमार लगातार पांचवीं बार सत्ता में वापसी की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा कभी जदयू की कनिष्ठ सहयोगी मानी जाती थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वह राज्य में अपनी पैठ लगातार मजबूत करती रही है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) को 29 सीट मिली हैं। वर्ष 2020 के चुनाव में चिराग पर जदयू को नुकसान पहुंचाने के आरोप लगे थे, जब उन्होंने गठबंधन से बगावत कर अलग लड़ाई लड़ी थी। राजग के अन्य घटक पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राज्यसभा सदस्य उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा को छह-छह सीट दी गई हैं। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में राजग के शीर्ष नेताओं की बैठक में सीट बंटवारे पर “सौहार्दपूर्ण माहौल” में सहमति बनी। वैसे मांझी पूरी तरह संतुष्ट नजर नहीं आये। वह पहले “कम से कम 15 सीट” की मांग कर रहे थे, ताकि उनकी पार्टी को विधानसभा में “मान्यता प्राप्त दल” का दर्जा मिल सके। पटना पहुंचने पर उन्होंने पत्रकारों से कहा, “उच्च नेतृत्व ने जो फैसला किया है, उसे हमने स्वीकार कर लिया। लेकिन हमें केवल छह सीट देकर हमारी ताकत को कम करके आंका गया है। इसका नुकसान राजग को चुनाव में उठाना पड़ सकता है।” हालांकि मांझी ने यह भी दोहराया कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ “आखिरी सांस तक” रहेंगे।
दूसरी ओर, विपक्षी महागठबंधन (इंडिया गठबंधन) में सीट बंटवारे का पेंच अब भी फंसा नजर आ रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव दिल्ली रवाना हो गए, जिससे गठबंधन के भीतर असंतोष की अटकलें तेज हो गईं। पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर है और उम्मीदवारों में बेचैनी स्पष्ट दिखने लगी है। लालू परिवार के दिल्ली रवाना होते समय उनके आवास के बाहर कार्यकर्ताओं ने जमकर नाराजगी जताई। बिहार में दो चरणों में मतदान छह और 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।
राजद के करीबी सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह 243 में से “कम से कम आधी” सीट पर चुनाव लड़ेगी। सूत्रों ने देरी के लिए कांग्रेस, वामदलों और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को जिम्मेदार ठहराया। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि कांग्रेस अपनी हालिया ‘वोटर अधिकार यात्रा' की सफलता के आधार पर अधिक सीट की मांग कर रही है। इस यात्रा में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने दो सप्ताह में राज्य के 25 जिलों का दौरा किया था। कयास लगाए जा रहे थे कि लालू परिवार दिल्ली जाकर राहुल गांधी से हस्तक्षेप करने की अपील करेगा, लेकिन बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने इस पर विराम लगा दिया। उन्होंने कहा, “लालू जी और उनका परिवार दिल्ली इसलिए गए है क्योंकि उन्हें अदालत में पेश होना है।” राज्यसभा सदस्य सिंह तेजस्वी यादव के साथ उसी उड़ान में बैठे थे। उन्होंने कहा, “सीट बंटवारे में ज्यादा समस्या नहीं है। एक-दो दिन में सब स्पष्ट हो जाएगा।” राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके परिवार के सदस्य भूमि के बदले नौकरी (लैंड-फॉर-जॉब्स) घोटाले में आरोपी हैं, जो उनके रेलमंत्री कार्यकाल से जुड़ा मामला है। पटना में कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने राजग पर निशाना साधते हुए कहा, “सीट बंटवारे से साफ है कि भाजपा ने नीतीश कुमार को हाशिये पर डाल दिया है। यह पहली बार है जब जदयू भाजपा से ज्यादा सीट पर नहीं लड़ रहा है। आने वाले समय में भाजपा, जदयू को निगल जाएगी।” उधर, जन सुराज पार्टी ने पुराने गठबंधनों से पहले बढ़त लेते हुए कुछ दिन पहले ही 51 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी तथा सोमवार को एक और सूची जारी करने वाली है। यह पार्टी एक साल पहले बनी थी। सभी की निगाहें वैशाली जिले की राघोपुर सीट पर टिकी हैं, जहां तेजस्वी यादव लगातार तीसरी जीत दर्ज करने की कोशिश में हैं। जन सुराज पार्टी के संस्थापक और पूर्व चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने संकेत दिए हैं कि वह स्वयं इसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। -
अहमदाबाद. फिलीपीन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि वीजा-मुक्त यात्रा और सीधी उड़ानों जैसी सुविधाओं की वजह से फिलीपीन दक्षिण-पूर्व एशिया में भारतीयों के लिए एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अधिकारी ने बताया कि भारत और फिलीपीन के बीच क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के तहत एअर इंडिया की दिल्ली से मनीला के लिए सीधी उड़ानें एक अक्टूबर से शुरू हो गईं। फिलीपीन ने जून में भारतीयों के लिए वीजा-मुक्त यात्रा शुरू की थी जिसके तहत पर्यटन के लिए 14 दिन के प्रवास की अनुमति दी गई । भारत में फिलीपीन के राजदूत जोसेल एफ इग्नासियो ने कहा, “भारतीय पर्यटकों के लिए हमारी वीजा-मुक्त व्यवस्था और 10 साल बाद भारत एवं फिलीपीन के बीच सीधी उड़ानों की बहाली के पश्चात हम आपका स्वागत करने के लिए तैयार हैं।” वरिष्ठ राजनयिक ने संवाददाताओं से कहा, “सीधी उड़ान से आपका एक दिन भी बर्बाद नहीं होगा। इससे ज्यादा से ज्यादा भारतीय, फिलीपीन की यात्रा के लिए प्रोत्साहित होंगे।”
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नयी दिल्ली. अशोक चक्र प्रथम, अशोक चक्र द्वितीय और अशोक चक्र तृतीय के रूप में 1950 के दशक में शुरू किये गए शांतिकाल के शीर्ष वीरता पुरस्कारों के नाम 1967 में बदलकर क्रमशः 'अशोक चक्र', 'कीर्ति चक्र' और 'शौर्य चक्र' किये गए थे। एक दुर्लभ अभिलेखीय सरकारी दस्तावेज से यह जानकारी सामने आई है। राष्ट्रपति सचिवालय ने 27 जनवरी 1967 को नामकरण परिवर्तन की अधिसूचना जारी की थी, और इसकी एक छवि को भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार (एनएआई) द्वारा यहां आयोजित एक प्रदर्शनी के भाग के रूप में कई अन्य ऐतिहासिक आधिकारिक दस्तावेजों के साथ प्रदर्शित किया गया है। 'सुशासन और अभिलेख 2025' नामक शीर्षक से आयोजित इस प्रदर्शनी में राष्ट्रपति सचिवालय, निर्वाचन आयोग तथा गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और ऊर्जा मंत्रालय सहित विभिन्न मंत्रालयों के भंडारों से प्राप्त मूल्यवान अभिलेख प्रदर्शित किए गए हैं। सैन्य अलंकरणों के नाम बदलने संबंधी अधिसूचना को गृह मंत्रालय से प्राप्त दस्तावेजों को प्रदर्शित करने वाले एक पैनल पर पुनः प्रकाशित किया गया है। अशोक चक्र भारत का शांतिकाल का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है, जिसके बाद क्रमशः कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र आते हैं। राष्ट्रपति सचिवालय की ओर से जारी उक्त अधिसूचना के मुताबिक, ‘‘राष्ट्रपति अशोक चक्र प्रथम, अशोक चक्र द्वितीय और अशोक चक्र तृतीय का नाम बदलकर क्रमशः 'अशोक चक्र', 'कीर्ति चक्र' और 'शौर्य चक्र' कर रहे हैं।'' इसमें 'अशोक चक्र' से संबंधित मुख्य बिंदुओं का भी उल्लेख किया गया है, तथा पैनल में वीरता पुरस्कार के साथ मिलने वाले पदक की तस्वीर भी है। इसमें कहा गया है कि यह अलंकरण पदक के रूप में होगा और इसे 'अशोक चक्र' (जिसे आगे चक्र कहा जाएगा) कहा जाएगा। यह चक्र 'अत्यंत विशिष्ट वीरता; या शत्रु के विरुद्ध किए गए किसी अन्य साहसपूर्ण कार्य या आत्म-बलिदान' के लिए प्रदान किया जाएगा। इसमें कहा गया है कि यह चक्र मरणोपरांत भी प्रदान किया जा सकता है।
अधिसूचना के मुताबिक, ‘‘पदक गोलाकार होगा, जिसका व्यास 1.38 इंच होगा। पदक सोने का बना होगा। पदक के अग्रभाग पर बीच में अशोक चक्र की प्रतिकृति उकेरी जाएगी।'' मई 2025 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को कर्तव्य के दौरान अदम्य साहस और असाधारण वीरता प्रदर्शित करने के लिए छह कीर्ति चक्र प्रदान किए थे, जिनमें से चार मरणोपरांत दिये गए थे। -
चेन्नई. तमिलनाडु के कांचीपुरम स्थित 1,300 साल पुराने अरुलमिगु एकम्बरनाथर मंदिर में 17 साल बाद आठ दिसंबर को फिर से पूजा शुरू होगी। मंदिर के एक पदाधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि तमिलनाडु सरकार के हिंदू धार्मिक एवं धर्मार्थ निधि (एचआर एंड सीई) विभाग द्वारा प्रबंधित इस मंदिर का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। हिंदू धार्मिक एवं धर्मार्थ निधि मंत्री पीके शेखर बाबू ने 12 अक्टूबर को इस तिथि की आधिकारिक घोषणा की थी। हिंदू धार्मिक एवं धर्मार्थ निधि (एचआर एंड सीई) विभाग मंदिर के रखरखाव और प्रशासन के लिए जिम्मेदार है। मानव संसाधन एवं संवर्द्धन विभाग की कार्यकारी अधिकारी मुथुलक्ष्मी पी. ने बताया कि आमतौर पर हर 12 साल में मंदिरों में प्राण-प्रतिष्ठा होती है। मुथुलक्ष्मी ने कहा, “लेकिन एकम्बरनाथर मंदिर के मामले में हमें लगभग जीर्णोद्धार से जुड़े 34 कार्य करने थे। चूंकि मंदिर 1000 साल से भी ज्यादा पुराना है, इसलिए जीर्णोद्धार कार्य कैसे किया जाना चाहिए, इस बारे में कुछ शर्तें हैं। यह एक लंबी प्रक्रिया है और अभी भी कुछ काम बाकी है। आठ दिसंबर तक हम यह सब पूरा कर लेंगे।” उन्होंने बताया कि इन जीर्णोद्धार कार्यों पर मंदिर को 28 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर पल्लव, चोल और विजयनगर साम्राज्य जैसे राजवंशों के योगदान से कई सदियों में निर्मित हुआ था। यह मंदिर अपनी प्रभावशाली वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें भारत के सबसे ऊंचे प्रवेश द्वार भी शामिल हैं।
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नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पैट्रिक हर्मिनी को सेशेल्स का राष्ट्रपति चुने जाने पर रविवार को बधाई दी और विश्वास जताया कि भारत के साथ सेशेल्स के समय की कसौटी पर खरे उतरे संबंधों को उनके कार्यकाल में और गति मिलेगी। मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘सेशेल्स में राष्ट्रपति पद के चुनाव में जीत के लिए डॉ. पैट्रिक हर्मिनी को हार्दिक बधाई।'' उन्होंने कहा, ‘‘हिंद महासागर का जल हमारी साझा विरासत है और हमारे लोगों की आकांक्षाओं एवं जरूरतों को पोषित करता है। मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति के रूप में उनके कार्यकाल में समय की कसौटी पर रखे उतरे हमारे बहुआयामी संबंध और गहरे होंगे तथा उन्हें और गति मिलेगी।'' मोदी ने कहा, ‘‘मैं उनके आगामी कार्यकाल के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।''
सेशेल्स में विपक्ष के नेता हर्मिनी ने शनिवार को दूसरे चरण के मतदान में निवर्तमान नेता वेवल रामकलावन को हराकर राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लिया। नतीजों के अनुसार, हर्मिनी को 52.7 प्रतिशत वोट मिले, जबकि रामकलावन को 47.3 प्रतिशत वोट मिले।
हर्मिनी ‘यूनाइटेड सेशेल्स पार्टी' का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसने 2020 में सत्ता गंवाने से पहले चार दशकों तक देश का नेतृत्व किया था। रामकलावन ने लिनयोन डेमोक्रेटिक सेसेलवा पार्टी का प्रतिनिधित्व किया। - नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में अमेरिका के नामित राजदूत सर्जियो गोर से शनिवार को मुलाकात की और उनके कार्यकाल में नयी दिल्ली और वाशिंगटन के बीच रणनीतिक साझेदारी के और मजबूत होने का भरोसा जताया। अमेरिकी सीनेट (संसद का उच्च सदन) के भारत में अमेरिका के नये राजदूत के रूप में गोर को नामित करने की पुष्टि करने के बाद वह (गोर) छह दिन की भारत यात्रा पर आए हैं। इस दौरान प्रबंधन और संसाधन मामलों के उप मंत्री माइकल जे रिगास भी उनके साथ हैं। मोदी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “भारत में अमेरिका के नामित राजदूत सर्जियो गोर का स्वागत करके खुशी हुई। मुझे विश्वास है कि उनके कार्यकाल में भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी।” रूस से कच्चे तेल की खरीद को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन की ओर से भारतीय उत्पादों के आयात पर भारी टैरिफ लगाए जाने के बाद नयी दिल्ली और वाशिंगटन के संबंध तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। भारत ने अमेरिकी कार्रवाई को “अनुचित, अन्यायपूर्ण और अविवेकपूर्ण” बताया है।हालांकि, ट्रंप और मोदी के बीच फोन पर हुई हालिया बातचीत से तनावपूर्ण संबंधों में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद जगी है।
- अहमदाबाद. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने युवाओं से राष्ट्र प्रथम की भावना के साथ ‘मेड-इन-इंडिया' उत्पादों को बढ़ावा देने में सक्रिय भूमिका निभाने का शनिवार को आह्वान किया और इस बात पर जोर दिया कि देश को आत्मनिर्भर बनाना एक राष्ट्रीय प्राथमिकता है। मुर्मू यहां आश्रम रोड पर महात्मा गांधी द्वारा स्थापित डीम्ड विश्वविद्यालय गुजरात विद्यापीठ के 71वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रही थीं। संकाय सदस्यों और उपाधि प्राप्त करने वाले 713 विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मुर्मू ने कहा कि महात्मा गांधी ने अक्टूबर 1920 में इस संस्थान की स्थापना से लेकर जनवरी 1948 में अपने निधन तक इसके कुलाधिपति के रूप में कार्य किया। उन्होंने उत्तीर्ण हुए विद्यार्थियों से भारत को एक विकसित देश बनाने और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अग्रणी स्थान हासिल करने में मदद करने का संकल्प लेने का आग्रह किया। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘भारत को आत्मनिर्भर बनाना हमारी राष्ट्रीय प्राथमिकता है। आप सभी को स्वदेशी अभियान में सक्रिय भूमिका निभानी होगी और 'राष्ट्र प्रथम' की भावना के साथ भारत में निर्मित उत्पादों को बढ़ावा देना होगा।'' मुर्मू ने छात्रों से कहा कि किसी को केवल आजीविका कमाने के उद्देश्य से शिक्षा प्राप्त नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘शिक्षा एक आजीवन चलने वाली प्रक्रिया है। मुझे उम्मीद है कि आप अपने व्यक्तित्व के विकास, समाज की प्रगति और देशवासियों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए ज्ञान प्राप्ति को महत्व देते रहेंगे।'' राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों से कहा कि क्योंकि देश और समाज भी उनकी शिक्षा में योगदान देता है, इसलिए वे समाज की सेवा करके इस ऋण को चुका सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि आप समाज के वंचित वर्गों के लिए काम करेंगे।''अपने संबोधन में मुर्मू ने गुजरात और वहां के लोगों की उद्यमशीलता की भावना की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात हमेशा से स्वरोजगार के लिए जाना जाता रहा है। गुजरात के उद्यमियों ने न केवल भारत में, बल्कि दुनियाभर में अपनी छाप छोड़ी है। विदेशों में सफल प्रवासी भारतीयों में बड़ी संख्या में गुजराती भी शामिल हैं। मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि आप उसी वैश्विक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ें जो गुजरात की पहचान रहा है।'' उन्होंने कहा कि गुजरात में स्व-रोजगार और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने की संस्कृति को पूरे देश में फैलाये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि विश्वविद्यालय के सभी छात्र आत्मनिर्भरता की इस संस्कृति के वाहक जरूर बनेंगे।'' इस कार्यक्रम के साथ ही मुर्मू की राज्य की तीन दिवसीय यात्रा संपन्न हो गई है। इससे पहले दिन में उन्होंने द्वारका शहर के प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर में पूजा-अर्चना की।
- नयी दिल्ली. उत्तर-पूर्वी दिल्ली के ज्योति नगर स्थित एक जैन मंदिर के शिखर से करीब 40 लाख रुपये मूल्य का सोने का कलश कथित तौर पर चोरी हो गया। पुलिस ने यह जानकारी शनिवार को दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह पूरी घटना मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। उन्होंने कहा कि कलश का वजन लगभग 25 से 30 किलोग्राम है और यह तांबे एवं सोने से बना है। यह घटना शुक्रवार देर रात हुई, जब इलाके के अधिकतर लोग करवा चौथ के त्योहार में व्यस्त थे।अधिकारी ने कहा, ‘‘आरोपी बिजली के तारों का उपयोग करके मंदिर की छत पर चढ़ा, शिखर तक पहुंचा और सोने की परत चढ़े ‘कलश' को लेकर भाग गया।'' शनिवार की सुबह स्थानीय निवासियों ने कलश को गायब देखा और मंदिर प्रबंधन को सूचित किया।अधिकारियों के अनुसार, मामला दर्ज कर लिया गया है और आसपास के इलाकों से सीसीटीवी फुटेज का उपयोग कर संदिग्ध की पहचान करने और उसका पता लगाने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए कई टीम गठित की गई हैं।
- गुवाहाटी. असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि शनिवार को असम के कछार जिले में आठ करोड़ रुपये मूल्य की याबा टैबलेट और तस्करी की गई सिगरेट जब्त की गईं। उन्होंने कहा कि यह बरामदगी असम पुलिस और असम राइफल्स के संयुक्त अभियान के दौरान की गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि बराक नदी में अभियान के दौरान एक नौका को रोका गया।शर्मा ने कहा कि उसके पास से आठ करोड़ रुपये मूल्य की 10,000 याबा टैबलेट और ‘एसेंशियल लाइट सिगरेट' के 1,25,000 पैकेट बरामद किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘असम पुलिस के लिए यह बड़ी जीत है।'
- नयी दिल्ली. इस दिवाली, दिल्ली की कुम्हार कॉलोनी के कुम्हार देर रात तक दीयों को आकार देने और रंगने का काम कर रहे हैं, वहीं समुदाय के युवा सदस्य इस शिल्प में एक अप्रत्याशित उपकरण का उपयोग कर रहे हैं, वह है कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई)। जो जिज्ञासा के रूप में शुरू हुआ था, वह रचनात्मकता का प्रयोग बन गया है, जिसमें सदियों पुरानी परंपराओं को डिजिटल युग की कल्पना के साथ मिश्रित किया गया है। यहां दीयों की कीमत उनके आकार और अन्य बारीकियों के आधार पर एक रुपये से लेकर हजारों रुपये तक होती है। छोटे, साधारण दीये स्थानीय बाजारों में थोक में बेचे जाते हैं, जबकि बारीकी से रंगे या खास डिजाइन वाले दीये के कुछ अनोखा चाहने वाले खरीदारों से अधिक दाम मिलते हैं। इस साल, कुछ परिवारों ने अपने छोटे सदस्यों में एक नयी तरह की रचनात्मकता देखी है, जो रंग और स्वरूप के लिए एआई का इस्तेमाल कर रहे हैं। कॉलेज छात्र यश (19) कक्षाओं के बाद अपने परिवार की मदद करता है। उसने कहा, ‘‘हम इसका इस्तेमाल सिर्फ यह देखने के लिए करते हैं कि कौन से रंग एकसाथ अच्छे लगते हैं।'' यश ने कहा, ‘‘कभी-कभी यह बहुत ही अजीबोगरीब विचार देता है, लेकिन कभी-कभी यह वाकई बहुत अच्छे विचार भी देता है। हम इसकी हर बात की नकल नहीं करते, हम अपनी बात कहते हैं, लेकिन यह हमें अलग तरह से सोचने में मदद करता है।'' युवा कुम्हारों के लिए, तकनीक एक छोटा लेकिन उपयोगी उपकरण है, खासकर बड़े ऑर्डर की तैयारी और नये विचारों की तलाश में। यश ने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि हम इसे ही सब कुछ तय करने देते हैं। हम बस विचार पूछते हैं। अंतिम डिजाइन अभी भी हमारे हाथों से ही आता है।'' हालांकि, पुराने कारीगरों के लिए यह अपरिचित और अनावश्यक लगता है। बनवारी लाल (62) बचपन से दिए बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह पीढ़ियों से चली आ रही पारंपरिक विधियों पर ही निर्भर रहना पसंद करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे परिवार शिव और पार्वती के विवाह के समय से ही ऐसा करते आ रहे हैं। लाल ने कहा, ‘‘हमने अपने पिता और दादाओं को देखकर सीखा है। अब ये बच्चे अपने फ़ोन से सीखते हैं। मुझे नहीं पता कि वे दिन भर ऑनलाइन क्या करते रहते हैं, लेकिन अगर इससे उन्हें मदद मिलती है, तो शायद अब चीजें ऐसी ही हैं।'' जीवन भर मिट्टी के साथ काम करने वाले रघुनाथ (58) ने कहा कि तकनीक कौशल या अंतर्ज्ञान की जगह नहीं ले सकती। उन्होंने कहा, ‘‘मिट्टी का अपना जीवन है। आपको यह जानने के लिए इसे महसूस करना होगा कि यह कब तैयार है। कोई भी कंप्यूटर यह नहीं सिखा सकता।'' फिर भी, कुछ कारीगरों का मानना है कि युवा पीढ़ी की जिज्ञासा इस शिल्प को दीर्घकालिक लाभ पहुंचा सकती है। कॉलोनी में एक छोटी सी कार्यशाला चलाने वाले धीरज (54) ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) ने अभी तक कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है, लेकिन यह अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने में मदद कर सकता है। इस दिवाली पर अपनी मुश्किलें हैं। अक्टूबर की शुरुआत में हुई अप्रत्याशित बारिश ने कुम्हारों के तैयार माल का एक बड़ा हिस्सा बर्बाद कर दिया है। धीरज ने कहा, ‘‘हमारे लगभग 20 प्रतिशत दीये बर्बाद हो गए हैं। हमने उन्हें सूखने के लिए बाहर रखा था और हमें बारिश की उम्मीद नहीं थी। बारिश अचानक आ गई। ऐसा होने पर आप उन्हें बेच नहीं सकते। हमें सारे फेंकने पड़े।''
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को सेशेल्स के राष्ट्रपति चुनाव में डॉ. पैट्रिक हर्मिनी की जीत पर हार्दिक बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपने संदेश में कहा कि डॉ. हर्मिनी को राष्ट्रपति चुनाव में मिली जीत पर वे उन्हें अपनी शुभकामनाएं देते हैं और उनके सफल कार्यकाल की कामना करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में लिखा, “सेशेल्स के राष्ट्रपति चुनाव में डॉ. पैट्रिक हर्मिनी को उनकी जीत पर हार्दिक बधाई। हिंद महासागर का जल हमारा साझा धरोहर है, जो हमारे दोनों देशों की जनता की आकांक्षाओं और जरूरतों को पोषित करता है। मुझे विश्वास है कि उनके राष्ट्रपति कार्यकाल में भारत और सेशेल्स के बीच लंबे समय से चले आ रहे बहुआयामी और परखे हुए संबंध और अधिक गहराई और गति प्राप्त करेंगे।”प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत और सेशेल्स के बीच संबंध केवल भौगोलिक निकटता तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये साझा संस्कृति, समुद्री विरासत और पारस्परिक विकास की भावना से जुड़े हैं। दोनों देशों ने वर्षों से समुद्री सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय सहयोग किया है।पीएम मोदी ने उम्मीद जताई कि डॉ. हर्मिनी के नेतृत्व में सेशेल्स भारत के साथ अपने रणनीतिक साझेदारी को और सुदृढ़ करेगा। उन्होंने कहा कि भारत, हिंद महासागर क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए सेशेल्स के साथ मिलकर कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। - नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनका सशक्त, सुरक्षित और समृद्ध भारत का सपना आत्मनिर्भर भारत के जरिये साकार होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजमाता ने जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई और उनके आदर्श आज भी राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरणास्रोत हैं।प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। समाज सेवा के उनके प्रयासों को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। उन्होंने जनसंघ और भाजपा को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विजयाराजे सिंधिया जी हमारी सांस्कृतिक जड़ों के प्रति गहरी आस्था रखती थीं और उन्हें संरक्षित व लोकप्रिय बनाने के लिए सदैव कार्यरत रहीं।”प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर 1 मिनट 19 सेकंड का एक वीडियो संदेश भी साझा किया। इसमें उन्होंने कहा, “पिछली शताब्दी में भारत को दिशा देने वाले कुछ चुनिंदा व्यक्तित्वों में राजमाता विजयाराजे सिंधिया शामिल थीं। वह केवल वात्सल्य मूर्ति ही नहीं, बल्कि एक निर्णायक नेता और कुशल प्रशासक थीं। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आजादी के बाद के दशकों तक राष्ट्रसेवा में अपना संपूर्ण जीवन समर्पित किया।”प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “राजमाता राजपरिवार से थीं, उनके पास सब कुछ था, लेकिन उन्होंने अपना जीवन एक मां की तरह जनसेवा में खपा दिया। सशक्त, सुरक्षित और समृद्ध भारत उनका सपना था, और हम इस सपने को आत्मनिर्भर भारत के माध्यम से साकार करेंगे। राजमाता की प्रेरणा सदैव हमारे साथ रहेगी।” राजमाता विजयाराजे सिंधिया भारतीय राजनीति की प्रमुख हस्तियों में से एक थीं। उन्होंने जनसंघ से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और भाजपा की संस्थापक सदस्य के रूप में पार्टी को मजबूत नींव प्रदान की।वहीं केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, “अपने जीवन का हर क्षण लोककल्याण और अंत्योदय की उन्नति के लिए समर्पित करने वाली, सरलता, सहजता और संवेदनशीलता की त्रिवेणी, राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। पूज्य अम्मा महाराज जी स्नेह और वात्सल्य की प्रतिमूर्ति थीं। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे उनका स्नेह और आशीर्वाद मिला। जनसंघ और भाजपा को आपने मध्य प्रदेश में जिस सेवा और समर्पण से सींचा, वह हम सभी कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत है।”उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा, “राजसी वैभव का त्याग कर जनसेवा, लोकतंत्र और राष्ट्रवादी विचारधारा के सशक्तीकरण हेतु अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित करने वाली, भाजपा की संस्थापक सदस्य राजमाता विजयाराजे सिंधिया को विनम्र श्रद्धांजलि। त्याग, संघर्ष और सेवा की प्रतिमूर्ति राजमाता ने जो दिशा दी, वह भारत की एकता और अखंडता को सदैव बल देती रहेगी।” केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने भी श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “सेवा, त्याग और सादगी की प्रतिमूर्ति, भाजपा की संस्थापक सदस्य राजमाता विजयाराजे सिंधिया जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन जनकल्याण और राष्ट्रसेवा के लिए समर्पित किया। गरीबों और वंचितों के लिए उनके प्रयास सशक्त भारत के निर्माण के लिए प्रेरणादायक हैं।
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि बीते 11 वर्षों में भारत का कृषि निर्यात करीब-करीब दोगुना हो गया है। अनाज उत्पादन 900 लाख मीट्रिक टन और बढ़ गया। फल और सब्जियों का उत्पादन 640 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा बढ़ गया है। नई दिल्ली स्थित इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टिट्यूट में एक विशेष कृषि कार्यक्रम में किसानों के लिए दो नई योजनाओं ‘प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना’ और ‘दलहन आत्मनिर्भरता मिशन’ को लॉन्च करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये दो योजनाएं भारत के किसानों का भाग्य बदलने का काम करेंगी।
खेती और किसानी हमेशा से हमारी विकास यात्रा का एक प्रमुख हिस्सा रही हैउन्होंने बताया कि इन योजनाओं पर सरकार करीब 35 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने वाली है। उन्होंने किसानों के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खेती और किसानी हमेशा से हमारी विकास यात्रा का एक प्रमुख हिस्सा रही है। यह बेहद जरूरी है कि बदलते समय के साथ खेती और किसान को सरकार का सहयोग मिलता रहे।बीज से लेकर बाजार तक अनगिनत सुधार किए गएपीएम मोदी ने आगे कहा, “बीज से लेकर बाजार तक अनगिनत सुधार किए गए। जिसके परिणामस्वरूप आज दूध उत्पादन में भारत दुनिया में नंबर एक पर है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक है। भारत में शहद उत्पादन 2014 की तुलना में दोगुना हो गया है। देश में 6 बड़ी फर्टिलाइजर फैक्ट्रियां बनाई गई हैं। 25 करोड़ से ज्यादा सॉइल हेल्थ कार्ड किसानों को दिए गए हैं। 100 लाख हेक्टेयर में सूक्ष्म सिंचाई की सुविधा पहुंची है। पीएम फसल बीमा योजना से करीब 2 लाख करोड़ रुपए क्लेम के रूप में किसानों को मिले हैं। बीते 11 वर्षों में 10 हजार से ज्यादा किसान उत्पाद संघ एफपीओ बने।” उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में आने से पहले उनकी अनेक किसानों और मछुआरों से बात हुई। उन्हें कृषि क्षेत्र में काम कर रही महिलाओं के अनुभव सुनने का अवसर मिला।पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी अनेक उपलब्धियां हैं जो देश के किसानों ने बीते 11 वर्षों में अनुभव की हैंपीएम मोदी ने कहा कि ऐसी अनेक उपलब्धियां हैं जो देश के किसानों ने बीते 11 वर्षों में अनुभव की हैं। उन्होंने कहा, “हमें विकसित बनने के लिए हर क्षेत्र में लगातार बेहतर करते ही रहना होगा। सुधार करना ही होगा। इसी सोच का प्रमाण पीएम धन-धान्य कृषि योजना है। इस योजना की प्रेरणा आकांक्षी जिला योजना का सफलता बनी है।”आकांक्षी जिलों को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि जब वंचितों को वरीयता और पिछड़ों को प्राथमिकता मिलती है तो उसके नतीजे भी बहुत अच्छे मिलते हैंआकांक्षी जिलों को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि जब वंचितों को वरीयता और पिछड़ों को प्राथमिकता मिलती है तो उसके नतीजे भी बहुत अच्छे मिलते हैं। आज आकांक्षी जिलों में माता मृत्यु दर घटी है। बच्चों का स्वास्थ्य और पढ़ाई का स्तर सुधरा है। ये जिले अब कई पैरामीटर्स को लेकर दूसरे जिलों से बेहतर कर रहे हैं -
अयोध्या. उत्तर प्रदेश में भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में 56 घाटों पर इस वर्ष 28 लाख दीप जलाकर विश्व कीर्तिमान स्थापित करने की तैयारी चल रही है। शनिवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान में कहा गया है कि अयोध्या इस वर्ष एक बार फिर विश्व मंच पर अपनी आस्था, संस्कृति और गौरव का प्रकाश फैलाने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार में इस बार नौवां दीपोत्सव-2025 अब तक का सबसे भव्य और ऐतिहासिक आयोजन बनने जा रहा है।
सरयू नदी के तट के 56 घाटों पर लगभग 28 लाख दीपों के प्रज्वलन के लिए 28 लाख दिए बिछाए जाएंगे, जो एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित करेगा। इस वर्ष आयोजन की विशेषता यह है कि पहली बार लक्ष्मण किला घाट को दीपोत्सव में शामिल किया गया है। यह दीपोत्सव केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि भारत की सनातन संस्कृति, आध्यात्मिकता और विश्वबंधुत्व का सशक्त प्रतीक है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में यह आयोजन न केवल अयोध्या के विकास और राम मंदिर निर्माण के विजन को आगे बढ़ा रहा है, बल्कि उत्तर प्रदेश को धार्मिक पर्यटन के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम भी है। इस अवसर पर लाखों श्रद्धालु और देश-विदेश से आए पर्यटक रामनगरी की इस दिव्य आभा के साक्षी बनेंगे।
बयान के अनुसार लक्ष्मण किला घाट पर पहली बार सवा चार लाख दीप प्रज्वलित होंगे। राम की पैड़ी और चौधरी चरण सिंह घाट पर करीब साढ़े चार लाख दीप जलाए जाएंगे। भजन संध्या घाट पर साढ़े पांच लाख दीपों की रौशनी से सरयू तट अलौकिक चमक में नहाएगा। मुख्य आकर्षण राम की पैड़ी रहेगी, जहां 15 से 16 लाख दीपों की अविरल ज्योति से पूरा घाट जगमगा उठेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं दीप प्रज्वलित कर इस भव्य कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे और ‘जय श्रीराम' के उद्घोष से पूरा वातावरण भक्तिमय बन जाएगा। बीते वर्षों में अयोध्या का दीपोत्सव गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो चुका है। इस बार लक्ष्य है उस रिकॉर्ड को और आगे बढ़ाकर 28 लाख दीपों का नया विश्व कीर्तिमान स्थापित करने का। इसके लिए सरकार, प्रशासन और स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं की टीमें युद्धस्तर पर तैयारियों में जुटी हैं। दीपों की सजावट, सुरक्षा व्यवस्था, सांस्कृतिक मंचन, और पर्यटकों के स्वागत की रूपरेखा बारीकी से तैयार की जा रही है। -
भुवनेश्वर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को ओडिशा में लगभग 160 करोड़ रुपये की दो मत्स्यिकी परियोजनाओं की आधारशिला रखी। उन्होंने दिल्ली में 24,000 करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना (पीएम-डीडीकेवाई) और दालों में आत्मनिर्भरता के लिए 11,440 करोड़ रुपये के मिशन की शुरुआत करते हुए मत्स्य पालन परियोजनाओं की आधारशिला रखी। मत्स्यिकी परियोजनाओं में संबलपुर जिले के बसंतपुर में 100 करोड़ रुपये का एकीकृत ‘एक्वा पार्क' और भुवनेश्वर के पंडारा में 59.13 करोड़ रुपये का मछली बाजार शामिल है। मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी, उपमुख्यमंत्री के.वी. सिंह देव और अन्य लोग यहां ओयूएटी परिसर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में डिजिटल माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए। माझी ने कहा कि भुवनेश्वर में मछली बाजार परियोजना प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (पीएमएमएसवाई) के तहत एक और महत्वपूर्ण पहल है। मुख्यमंत्री ने कहा, “59.13 करोड़ रुपये में से 30 करोड़ रुपये केंद्र द्वारा तथा शेष राशि राज्य द्वारा दी जाएगी।” उन्होंने कहा कि यह परियोजना राज्य सरकार के मत्स्य एवं पशु संसाधन विभाग तथा भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के सहयोग से क्रियान्वित की जाएगी और इससे 143 व्यापारियों को प्रत्यक्ष लाभ होगा तथा 2,000 से अधिक लोगों के लिए अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मछली बाजार भुवनेश्वर और कटक में उपभोक्ताओं की मांग को पूरा करेगा।
उन्होंने कहा कि परियोजना के क्रियान्वयन के लिए बीएमसी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं और यह कार्य नवंबर 2027 तक पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हीराकुंड में 95.47 एकड़ सरकारी भूमि पर बनने वाले एकीकृत एक्वा पार्क से आधुनिक मछली पालन को और बढ़ावा मिलेगा। परियोजना में किए जाने वाले 100 करोड़ रुपये के निवेश में से केंद्र सरकार 60 करोड़ रुपये का योगदान देगी जबकि शेष 40 करोड़ रुपये राज्य सरकार द्वारा खर्च किए जाएंगे। माझी ने कहा, “यह पूर्वी भारत की पहली एक्वा पार्क परियोजना होगी। जनवरी 2027 तक पूरी होने वाली यह परियोजना संबलपुर को आधुनिक मछली पालन के उत्कृष्टता केंद्र में बदल देगी।” -
नयी दिल्ली. महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने शनिवार को कहा कि हिंसा से पीड़ित महिलाओं को आश्रय, परामर्श, चिकित्सा सहायता और कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए निर्भया कोष की मदद से पूरे भारत में महिलाओं के लिए 854 ‘वन-स्टॉप' केंद्र स्थापित किए गए हैं। अन्नपूर्णा देवी 'बालिकाओं की सुरक्षा: भारत में उनके लिए सुरक्षित और सक्षम वातावरण की दिशा में' विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय वार्षिक हितधारक परामर्श को संबोधित कर रही थीं। इसका आयोजन ‘यूनिसेफ इंडिया' के सहयोग से उच्चतम न्यायालय की किशोर न्याय समिति द्वारा किया गया था। यह कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया, जिसके बारे में मंत्री ने कहा कि इससे चर्चा "विशेष रूप से सार्थक" रही। देवी ने कहा कि पिछले साल भारत में कानूनी रूप से गोद लिए गए बच्चों में 56 प्रतिशत लड़कियां थीं, जो सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ‘‘अब लड़कियों को बोझ नहीं, बल्कि आशा की किरण समझा जाता है।''
मंत्री ने महिला हेल्पलाइन 181, पुलिस थानों में महिला हेल्प डेस्क, कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास और शक्ति साधन जैसी पहलों और महिलाओं की सुरक्षा एवं आत्मनिर्भरता को मजबूत करने में उनकी भूमिका के बारे में भी बात की। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह केवल एक नीतिगत चर्चा नहीं है, बल्कि हमारे राष्ट्र के भविष्य, हमारी सामाजिक चेतना और हमारी नैतिक जिम्मेदारी का एक जीवंत उदाहरण है।" कार्यक्रम में भारत के प्रधान न्यायाधीश बी. आर. गवई और अन्य लोग भी शामिल थे। देवी ने कहा कि "नारी शक्ति" प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण के मूल में है और मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य और मिशन पोषण 2.0 के माध्यम से सरकार का एकीकृत दृष्टिकोण महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, भारत ने लड़कियों की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए एक जीवन-चक्र दृष्टिकोण अपनाया है। हमारी सरकार की हर योजना में महिला सशक्तिकरण सर्वोच्च प्राथमिकता है।'' उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य महिलाओं को डिजिटल और वित्तीय साक्षरता, आत्मरक्षा प्रशिक्षण और जीवन कौशल शिक्षा प्रदान करके उनके भविष्य को मजबूत बनाना है। बाल शोषण के प्रति बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति पर जोर देते हुए, देवी ने कहा कि किशोर न्याय अधिनियम, यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम, बाल विवाह निषेध अधिनियम और शिक्षा का अधिकार अधिनियम जैसे कानून बच्चों के लिए एक मजबूत कानूनी सुरक्षा जाल बनाते हैं। हालांकि, उन्होंने आगाह किया कि बच्चों के सामने आने वाले खतरों की प्रकृति बदल रही है, साइबर-धमकी, ऑनलाइन ग्रूमिंग और डिजिटल तस्करी नयी चुनौतियां पेश कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार स्कूल-आधारित जागरूकता कार्यक्रम लागू कर रही है जिसमें मानसिक स्वास्थ्य और मनोसामाजिक सहायता शामिल है ताकि हर बच्चा न केवल सुरक्षित रहे बल्कि मानसिक रूप से भी मज़बूत रहे।" मंत्री ने कहा, "लड़कियों के सम्मान को सिर्फ़ नीति ही नहीं, बल्कि संस्कृति बनाने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा।" यूनिसेफ की भारत प्रतिनिधि सिंथिया मैककैफ्रे ने बाल संरक्षण में देश की प्रगति की सराहना की और किशोर न्याय बोर्ड, बाल कल्याण समितियों और विशेष पॉक्सो अदालतों की स्थापना को ठोस प्रगति बताया। उन्होंने कहा, ‘‘मिशन वात्सल्य, मिशन शक्ति और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे प्रमुख कार्यक्रमों ने ऐसी नींव रखी है जिसे बड़े पैमाने पर लागू किया जा सकता है।'' मध्य प्रदेश के किशोर क्लब से लेकर तेलंगाना के भरोसा केंद्रों और ओडिशा व राजस्थान के वकालत समूहों तक, मैककैफ्रे ने सामुदायिक स्तर पर सफल हस्तक्षेपों पर प्रकाश डाला जो "बाल विवाह रोकने और युवा लड़कियों को सशक्त बनाने में मदद कर रहे हैं।'' हालांकि, उन्होंने रोकथाम, शिक्षा और उत्तरजीवी-केंद्रित देखभाल में निरंतर निवेश की आवश्यकता पर भी जोर दिया और कहा कि भारत में चार में से एक लड़की की शादी अभी भी 18 साल की उम्र से पहले हो जाती है। उन्होंने संस्थानों और राज्यों में सामूहिक कार्रवाई का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘हर बच्चे को तत्काल, संवेदनशील, चिकित्सीय, मनोवैज्ञानिक और कानूनी सहायता मिलनी चाहिए। न्याय शीघ्र और सम्मानजनक होना चाहिए।'' -
नयी दिल्ली. भारत में अमेरिका के नामित राजदूत सर्जियो गोर ने शनिवार रात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि अमेरिका भारत के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देता है। शुक्रवार को यहां पहुंचे गोर ने कहा कि उनकी विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल और विदेश सचिव विक्रम मिसरी समेत कई अन्य के साथ बैठकें हुईं। प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के साथ मेरी बैठक शानदार रही। हमने रक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी समेत द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमने महत्वपूर्ण खनिजों के महत्व पर भी चर्चा की।''
गोर ने कहा कि अमेरिका भारत के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री मोदी को अपना महान और व्यक्तिगत मित्र मानते हैं। -
नासिक (महाराष्ट्र)। नासिक रोड क्षेत्र में अज्ञात व्यक्तियों ने शनिवार तड़के 20.26 लाख रुपये की नकदी से भरा एक एटीएम चुरा लिया। यह जानकारी पुलिस ने दी। अधिकारियों के अनुसार, करंसी नोट प्रेस (सीएनपी) के पास जेल रोड क्षेत्र में स्थित एसबीआई एटीएम कियोस्क में चेहरे पर नकाब लगाए कम से कम चार अज्ञात व्यक्ति घुस गए। उन्होंने सीसीटीवी कैमरे पर काला रंग लगा दिया, अलार्म की बिजली काट दी और चार पहिया वाहन में एटीएम लेकर फरार हो गए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
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नई दिल्ली। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या ‘दीपोत्सव-2025’ के पावन अवसर पर फिर एक बार जगमगाने को तैयार है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में होने वाला यह विश्वविख्यात आयोजन न केवल भव्यता का प्रतीक है, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक गौरव का भी उत्सव बन चुका है।
इस वर्ष 17 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक प्रस्तावित प्रांतीयकृत दीपोत्सव मेला-2025 के कार्यक्रमों को शांतिपूर्ण और सुचारु ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा और व्यवस्थागत तैयारियां पूरी कर ली हैं। जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने दीपोत्सव मेला-2025 के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को सकुशल संपन्न कराने, कानून व्यवस्था बनाए रखने और वीवीआईपी आगमन की दृष्टि से मजिस्ट्रेट ड्यूटी तैनात की है। ये अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात पुलिस व अन्य विभागों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर संपूर्ण आयोजन को सफल बनाएंगे।दीप प्रज्ज्वलन से संबंधित कार्यों के लिए अपर जिलाधिकारी नगर/मेलाधिकारी और तीर्थ विकास परिषद के संयुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रेम नारायण सिंह को प्रभारी बनाया गया है। शोभायात्रा (साकेत महाविद्यालय से रामकथा पार्क) के सुचारु संचालन हेतु मुख्य राजस्व अधिकारी गजेंद्र कुमार को प्रभारी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। वहीं, रामकथा पार्क व पुष्पवर्षा मंच की संपूर्ण व्यवस्था की जिम्मेदारी मुख्य राजस्व अधिकारी बाबूराम को सौंपी गई है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में साथ रहने हेतु डिप्टी कलेक्टर संतोष कुमार कुशवाहा को प्रभारी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार राज्यपाल की फ्लीट और कार्यक्रमों के लिए उपजिलाधिकारी बीकापुर श्रेया को जिम्मेदारी दी गई है। सरयू अतिथि गृह में वीवीआईपी अतिथियों के खान-पान और आतिथ्य सत्कार की संपूर्ण व्यवस्था उपजिलाधिकारी सदर राम प्रसाद त्रिपाठी के नेतृत्व में सुनिश्चित की जाएगी। रामकथा पार्क की संपूर्ण व्यवस्था मुख्य विकास अधिकारी कृष्ण कुमार सिंह को सौंपी गई है, जिनके साथ 12 अधिकारियों की टीम नियुक्त की गई है।राम की पैड़ी पर होने वाले भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम की व्यवस्था एडीएम वित्त एवं राजस्व महेंद्र कुमार सिंह के अधीन रहेगी। नया घाट सरयू आरती स्थल पर संपूर्ण व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी एडीएम प्रशासन अनिरुद्ध प्रताप सिंह को दी गई है।मीडिया टीम नौका संचालन, कच्चा-पक्का घाटों की व्यवस्था, एयरपोर्ट, यातायात नियंत्रण और प्रोटोकॉल कार्यों के लिए भी अलग-अलग अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। एडीएम एलओ इन्द्रकांत द्विवेदी को समस्त यातायात व्यवस्था का प्रभारी बनाया गया है। मीडिया टीम नौका व घाट प्रबंधन की जिम्मेदारी एएम बाराबंकी विवेकशील यादव और जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार द्विवेदी को दी गई है।20 अक्टूबर को होने वाले मुख्य दीपोत्सव दिवस पर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में एडीएम (कानून व्यवस्था) इन्द्रकांत द्विवेदी की तैनाती रहेगी। हनुमानगढ़ी, मणिराम दास छावनी, बड़ा भक्त माल, दिगंबर अखाड़ा, कारसेवकपुरम आदि प्रमुख स्थलों पर भी डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि कार्यक्रमों के दौरान सुरक्षा और अनुशासन बना रहे। सिंचाई गेस्ट हाउस नया घाट में केंद्रीय मेला नियंत्रण कक्ष 16 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक 24 घंटे सक्रिय रहेगा।इसके अलावा, 47 आरक्षित मजिस्ट्रेट भी किसी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेंगे। खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा भोजन-पानी की गुणवत्ता जांचने के लिए विशेष टीम गठित की गई है। दीपोत्सव के पूर्व सभी स्थल विद्युत सुरक्षा, बैरिकेडिंग, मंच-पंडाल, अग्निशमन व खाद्य गुणवत्ता की जांच से गुजरेंगे। संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है कि वे प्रमाण-पत्र मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों को समय से उपलब्ध कराएं।अधिकारियों ने कहा कि अयोध्या का दीपोत्सव केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि “रामराज्य के आदर्शों” का उत्सव है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह आयोजन विश्व स्तर पर भारतीय संस्कृति की पहचान बन चुका है। सरयू तट पर दीपों की अनगिनत ज्योति जब एक साथ प्रज्वलित होगी, तो वह दृश्य न केवल अयोध्या बल्कि पूरे विश्व को राम भक्ति के आलोक में सराबोर कर देगा। -
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को घुसपैठ और डेमोग्राफिक चेंज पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने इसे देश के लिए खतरा बताते हुए कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के ऑफिस ने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर उनके बयान को पोस्ट किया। उन्होंने बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 15 अगस्त 2025 को लाल किले से की गई घोषणा का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि हाई-पावर्ड डेमोग्राफिक मिशन का गठन अवैध प्रवासन, धार्मिक-सामाजिक जीवन पर उसके प्रभाव, असामान्य बसावट पैटर्न और सीमा प्रबंधन पर असर का अध्ययन करेगा। इस मिशन से विवाद उठेंगे, लेकिन विवाद से बचने और देश, लोकतंत्र, संस्कृति को बचाने के बीच यदि चुनना पड़े, तो भाजपा हमेशा देश को चुनेगी।उन्होंने भाजपा की नीति ‘डिटेक्ट, डिलीट और डिपोर्ट’ का उल्लेख किया और कहा, “हम घुसपैठियों को डिटेक्ट करेंगे, मतदाता सूची से डिलीट करेंगे और देश से डिपोर्ट करेंगे।” उन्होंने कहा, “गुजरात और राजस्थान में सीमाएं हैं, लेकिन वहां घुसपैठ नहीं होती, क्योंकि वहां सख्ती बरती जाती है।”उन्होंने असम का उदाहरण दिया, जहां 2011 की जनगणना में मुस्लिम आबादी की दशकीय वृद्धि दर 29.6 प्रतिशत थी, और कहा, “यह घुसपैठ के बिना संभव नहीं। पश्चिम बंगाल के कई जिलों में यह 40 प्रतिशत है, और सीमावर्ती क्षेत्रों में 70 प्रतिशत तक पहुंच गई। यह घुसपैठ का स्पष्ट प्रमाण है।”उन्होंने पाकिस्तान-बांग्लादेश के हिंदुओं के लिए भारत के दरवाजे खोलने की बात करते हुए कहा, “जितना मेरा अधिकार इस देश की मिट्टी पर है, उतना ही उनका। लेकिन जो धार्मिक प्रताड़ना के बिना आर्थिक या अन्य कारणों से आते हैं, वे घुसपैठिए हैं। कोई भी आ जाए, तो देश धर्मशाला बन जाएगा। 1951 में हिंदू 84 प्रतिशत, मुस्लिम 9.8 प्रतिशत। 1971 में हिंदू 82 प्रतिशत, मुस्लिम 11 प्रतिशत। 1991 में हिंदू 81 प्रतिशत, मुस्लिम 12.21 प्रतिशत, और 2011 में हिंदू 79 प्रतिशत और मुस्लिम 14.2 प्रतिशत हैं। वहीं, अब मुस्लिम आबादी 24.6 प्रतिशत हो गई। यह घुसपैठ के कारण हुई।

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