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नई दिल्ली। जेईई एडवांस्ड 2025 के परिणामों में कोटा ने एक बार फिर अपनी बादशाहत कायम रखी है। कोटा के रजित गुप्ता ने ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल कर शहर का नाम रोशन किया। इसके साथ ही कोटा के चार छात्रों ने टॉप-10 में जगह बनाई। कोटा को इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं का गढ़ माना जाता रहा है। लगातार दूसरी बार कोटा ने इस परीक्षा में टॉप रैंक हासिल की है।
जेईई एडवांस्ड के परिणामों में कोटा के सक्षम जिंदल ने दूसरी रैंक, अक्षत चौरसिया ने छठी रैंक और देवेश पंकज ने आठवीं रैंक हासिल कीजेईई एडवांस्ड के परिणामों में कोटा के सक्षम जिंदल ने दूसरी रैंक, अक्षत चौरसिया ने छठी रैंक और देवेश पंकज ने आठवीं रैंक हासिल की। कोटा के कोचिंग संस्थानों ने इन उपलब्धियों पर गर्व जताते हुए छात्रों और उनके परिवारों को बधाई दी। राजित गुप्ता ने अपनी सफलता का श्रेय कठिन मेहनत, नियमित पढ़ाई और अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन को दिया। उन्होंने कहा, “जेईई एडवांस्ड की तैयारी के लिए मैंने दो साल तक दिन-रात मेहनत की। कोटा के कोचिंग सिस्टम और शिक्षकों की मदद से मैं यह मुकाम हासिल कर पाया।”रजित का सपना आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में पढ़ाई करने का हैरजित का सपना आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में पढ़ाई करने का है। दूसरी रैंक हासिल करने वाले सक्षम जिंदल ने बताया कि नियमित अभ्यास और मॉक टेस्ट ने उनकी सफलता में अहम भूमिका निभाई। जेईई एडवांस्ड देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में से एक है, जिसमें लाखों छात्र हिस्सा लेते हैं। जेईई एडवांस्ड 2025 परीक्षा 18 मई 2025 को आयोजित हुई थी।रिजल्ट 2 जून 2025 को सुबह 10:00 बजे घोषित हुआ है, रिजल्ट चेक करने के लिए जेईई एडवांस्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएंरिजल्ट 2 जून 2025 को सुबह 10:00 बजे घोषित हुआ है। रिजल्ट चेक करने के लिए जेईई एडवांस्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। होमपेज पर “जेईई एडवांस 2025 रिजल्ट” लिंक पर क्लिक करें। इसके बाद 7-अंक का रोल नंबर, जन्म तिथि और 10-अंक का रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करें। सबमिट बटन दबाएं, रिजल्ट स्क्रीन पर दिखेगा, जिसमें विषयवार अंक, कुल अंक, ऑल इंडिया रैंक, और श्रेणी-वार रैंक शामिल होंगे। रिजल्ट डाउनलोड करें और प्रिंट आउट ले लें। रिजल्ट केवल ऑनलाइन उपलब्ध है, कोई हार्ड कॉपी नहीं भेजी जाएगी। प्रोविजनल ‘आंसर की’ 25 मई 2025 को जारी हुई थी और आपत्तियां 27 मई तक दर्ज की जा सकती थी। फाइनल ‘आंसर की’ और रिजल्ट 2 जून 2025 को जारी हुए। क्वालीफाई करने वाले उम्मीदवार काउंसलिंग में 3 जून 2025 से हिस्सा ले सकते हैं। -
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (IDY) 2025 की तारीख करीब आने के साथ ही इसका उत्साह भी खासा बढ़ता नजर आ रहा है। दरअसल, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के प्रमुख उत्सव कार्यक्रम ‘योग संगम’ को पहले ही भारत और उसके बाहर 25,000 से अधिक संगठनों से असाधारण प्रतिक्रिया मिल चुकी है। जी हां, योग के अब तक के सबसे बड़े और सबसे समावेशी उत्सव के लिए मंच तैयार कर रहा है।
हर तरफ से मिल रहा समर्थनशीर्ष-स्तरीय शैक्षणिक संस्थानों से लेकर प्रसिद्ध गैर सरकारी संगठनों तक, और प्रमुख कॉरपोरेट्स से लेकर प्रभावशाली सरकारी विभागों तक, हर तरफ से समर्थन मिल रहा है। एकल फाउंडेशन, अंतर्राष्ट्रीय योग संघ (IYA) और अंतर्राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संगठन (INO) जैसे संगठन उनमें से हैं जिन्होंने पूरे दिल से इसमें भाग लेने का संकल्प लिया है।भारत के सबसे प्रतिष्ठित परिसरों में इस कार्यक्रम की दिखाई देती है गूंजउल्लेखनीय शैक्षणिक संस्थानों ने योग संगम की भावना को उत्साह के साथ अपनाया है। आईआईटी कानपुर, आईआईएम मुंबई, एनआईटी कुरुक्षेत्र, आईआईएम बैंगलोर, बीआईटी मेसरा और वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने पंजीकरण कराया है, जिससे भारत के सबसे प्रतिष्ठित परिसरों में इस कार्यक्रम की गूंज दिखाई देती है।सरकारी विभाग भी कर रहे हैं उदाहरण पेशयहां तक कि सरकारी विभाग भी उदाहरण पेश कर रहे हैं। गोवा वन भवन के प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय, अल्टिन्हो ने योग संगम के साथ हाथ मिलाया है – जो पर्यावरण जागरूकता और समग्र कल्याण के साथ योग के संरेखण पर प्रकाश डालता है।राज्य स्तर पर संगठनात्मक पंजीकरण में अग्रणी ये राज्यवहीं राज्य स्तर पर, राजस्थान, तेलंगाना, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब संगठनात्मक पंजीकरण में अग्रणी के रूप में उभर रहे हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों में योग के लिए गहरे समर्थन को दर्शाता है।अब तक का सबसे प्रभावशाली अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस बनाने का किया गया आह्वानजैसे-जैसे योग संगम का पैमाना और भावना बढ़ती जा रही है, आयोजक सभी शेष शैक्षणिक, सरकारी, कॉर्पोरेट और गैर-लाभकारी संस्थानों से इस आंदोलन में शामिल होने और इसे अब तक का सबसे प्रभावशाली अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस बनाने में मदद करने का आह्वान कर रहे हैं।ऐसे में आप भी इस ऐतिहासिक उत्सव का हिस्सा बनें। इसके लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक कर रजिस्ट्रेशन कराएं।IDY ने सफलतापूर्वक पूरे किए 10 वर्षउल्लेखनीय है कि वर्ष 2025 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (IDY) में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। इसका उद्देश्य योग को एक वैश्विक आंदोलन के रूप में बढ़ावा देना है जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ाता है। ज्ञात हो, IDY ने सफलतापूर्वक 10 वर्ष पूरे कर लिए हैं, और इस वर्ष 2025 में, हम 11वें IDY को वास्तव में वैश्विक और समावेशी तरीके से मनाएंगे।‘योग संगम’ में भारत भर में 1 लाख से अधिक स्थानों पर होगा समन्वित सामूहिक योग प्रदर्शनआगामी 21 जून 2025 को आयोजित होने वाले IDY 2025 के प्रमुख कार्यक्रम ‘योग संगम’ में भारत भर में 1 लाख से अधिक स्थानों पर कॉमन योग प्रोटोकॉल (CYP) पर आधारित एक समन्वित सामूहिक योग प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा। इस सामूहिक उत्सव का उद्देश्य योग के कालातीत अभ्यास और आज की दुनिया में इसकी स्थायी प्रासंगिकता के प्रति हमारी साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करना है। -
नयी दिल्ली. रक्षा मंत्रालय ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' पर आधारित एक निबंध प्रतियोगिता की रविवार को घोषणा की जो एक जून से 30 जून तक आयोजित की जाएगी। मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक ‘पोस्ट' के जरिए बताया कि शीर्ष तीन विजेताओं को 10,000-10,000 रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा और उन्हें दिल्ली के लाल किले में आयोजित होने वाले 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने का विशेष अवसर मिलेगा। पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में नौ आतंकवादी ढांचों पर सटीक हमले किए थे जिसके बाद पाकिस्तान ने आठ, नौ और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया। भारतीय पक्ष ने हवाई अड्डों, वायु रक्षा प्रणालियों, कमान एवं नियंत्रण केंद्रों और रडार स्थलों सहित कई प्रमुख पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को भारी नुकसान पहुंचाकर पाकिस्तानी हमलों का कड़ा जवाब दिया। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने 10 मई को घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान के बीच भूमि, वायु और समुद्र में सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाइयों को रोकने को लेकर सहमति बन गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का दावा है कि भारत ने इस ऑपरेशन के जरिए आतंकवाद के विरुद्ध एक ‘‘नयी लाल रेखा'' खींच दी है। रक्षा मंत्रालय ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘रक्षा मंत्रालय युवा प्रतिभाओं को अपनी आवाज बुलंद करने के लिए आमंत्रित करता है। ‘ऑपरेशन सिंदूर - आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को पुनर्परिभाषित करना' विषय पर रक्षा मंत्रालय की द्विभाषी निबंध प्रतियोगिता में भाग लें।'' इसमें कहा गया, ‘‘प्रतियोगिता की तिथियां: एक जून से 30 जून, 2025 तक। प्रति व्यक्ति एक प्रविष्टि। हिंदी या अंग्रेजी में।'' मंत्रालय ने प्रतियोगिता और ऑपरेशन सिंदूर के ‘लोगो' के बारे में विवरण देने वाला एक पोस्टर भी साझा किया।
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नई दिल्ली। सिक्किम में रविवार को लगातार बारिश हुई, जिससे तीस्ता नदी का जलस्तर बढ़ गया, जबकि इस सप्ताह की शुरुआत में हुई एक दुखद दुर्घटना के बाद नौ लापता लोगों की तलाश अभी भी स्थगित है। शुक्रवार को मंगन जिले के चुबोम्बु के पास 11 लोगों को ले जा रहा एक पर्यटक वाहन सड़क से उतरकर करीब 1,000 फीट नीचे तीस्ता नदी में जा गिरा। उस रात दो यात्रियों को बचा लिया गया, जबकि चालक सहित शेष नौ लोगों का अभी भी पता नहीं चल पाया है।
बचाव अभियान दूसरे दिन भी जारी, जिसमें आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान शामिल हैंपुलिस अधीक्षक (एसपी) सोनम देचू भूटिया ने शनिवार को पुष्टि की कि बचाव अभियान दूसरे दिन भी जारी है, जिसमें आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान शामिल हैं। एसपी भूटिया ने मीडिया को बताया, “वाहन मलबे में फंसा हुआ है और उसे निकाला नहीं जा सका है। आस-पास कोई शव नहीं मिला है।” उन्होंने कहा कि खराब मौसम के कारण अभियान में बाधा आ रही है।भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगन जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया हैरात भर हुई भारी बारिश और ऊपरी क्षेत्रों में बादल फटने से हालात और खराब हो गए हैं। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगन जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। अगले 24 घंटों के लिए ग्यालशिंग, नामची, सोरेंग, गंगटोक और पाकयोंग के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।मंगन के पुलिस अधीक्षक सोनम देचू भूटिया के अनुसार, 115 पर्यटक वर्तमान में लाचेन में और लगभग 1,350 लाचुंग में फंसे हुए हैंजिला अधिकारियों ने पुष्टि की है कि लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन से उत्तरी सिक्किम के थींग और चुंगथांग क्षेत्रों में कई संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है। मंगन के पुलिस अधीक्षक सोनम देचू भूटिया के अनुसार, 115 पर्यटक वर्तमान में लाचेन में और लगभग 1,350 लाचुंग में फंसे हुए हैं। भूटिया ने कहा, “कई भूस्खलनों के कारण दोनों दिशाओं से पहुंच अवरुद्ध होने के कारण, पर्यटकों को अपने होटलों में रहने की सलाह दी गई है। एक बार सड़कें पूरी तरह से साफ हो जाने के बाद निकासी शुरू हो जाएगी।”करीब 24 घंटे से बंद मोबाइल कनेक्टिविटी शनिवार दोपहर करीब 3 बजे बहाल हुईपूरे दिन क्षेत्र में भारी बारिश जारी रही, जिसका खास तौर पर चुंगथांग उप-विभाग पर असर पड़ा। शुक्रवार दोपहर को बाधित हुई बिजली आपूर्ति शनिवार शाम तक बहाल हो गई। करीब 24 घंटे से बंद मोबाइल कनेक्टिविटी शनिवार दोपहर करीब 3 बजे बहाल हुई। अधिकारी रविवार तक पेयजल आपूर्ति बहाल करने के लिए भी काम कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में बादल फटने से तीस्ता नदी में उफान आया है, जिससे बचाव और राहत कार्यों में चुनौतियां बढ़ गई हैं। -
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में रविवार को ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री मनसुख मांडविया और बॉलीवुड अभिनेत्री शरवरी वाघ ने हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कर्तव्य पथ पर साइकिल भी चलाई।
‘संडे ऑन साइकिल’ पहल अब एक राष्ट्रीय आंदोलन का रूप ले चुकी हैकेंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने ‘फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “पिछले 24 रविवारों से फिट इंडिया मूवमेंट को बढ़ावा देने के निरंतर प्रयास के तहत नियमित साइकिलिंग का आयोजन किया गया है। हालांकि, हर साइकिलिंग लंबी दूरी की नहीं होती, लेकिन ‘संडे ऑन साइकिल’ पहल अब एक राष्ट्रीय आंदोलन बन चुकी है। पीएम मोदी ने फिट इंडिया का मंत्र दिया और देश के युवाओं ने उसे साकार किया है।”देशभर में 5,000 से अधिक स्थानों पर संडे ऑन साइकिल का किया गया आयोजनमनसुख मांडविया ने बातचीत में कहा, “आज फिट इंडिया मूवमेंट का 25वां संस्करण है। इस अवसर पर देशभर में 5,000 से अधिक स्थानों पर संडे ऑन साइकिल का आयोजन किया गया। यह विशेष संस्करण हमारे देश के उन बहादुर सैनिकों को समर्पित है, जिन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया।” इसके अलावा, बॉलीवुड अभिनेत्री शरवरी वाघ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “इतने सारे मुस्कुराते चेहरे देखकर मैं बहुत खुश हूं। आज रविवार है और हर कोई आया है और मुझे बहुत खुशी है कि मैं आप सभी के साथ इस पहल में शामिल हो रही हूं। मैं खेल मंत्री मनसुख मांडविया को बधाई देना चाहती हूं, जिन्होंने इस अभियान को सफल बनाने के लिए प्रयास किया है।”मैं मनसुख मांडविया जी की आभारी हूं, जिन्होंने मुझे यहां आमंत्रित कियाशरवरी वाघ ने बातचीत में बताया कि “आज ‘संडे ऑन साइकिल’ का 25वां संस्करण है और मैं इसका हिस्सा बनकर बेहद खुश हूं। मैं मनसुख मांडविया जी को यहां आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद देती हूं। पीएम मोदी ने फिट इंडिया अभियान को शुरू किया है और उन्हीं की वजह से संडे ऑन साइकिल अभियान लोगों तक पहुंच रहा है। मैं सिर्फ इतना ही कहूंगी कि मुझे भारतीय सेना और अपने देश पर गर्व है।” - नयी दिल्ली. केंद्र सरकार ने शनिवार को फिल्मों का प्रमाणन आयु-आधारित श्रेणियों के आधार पर करने की अधिसूचना जारी की, ताकि आयु-आधारित फिल्मों को देखने को बढ़ावा दिया जा सके, विशेष रूप से अभिभावक मार्गदर्शन समूह के लिए। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एक राजपत्र अधिसूचना में दिसंबर 1991 में अधिसूचित नियमों में संशोधन किया, जिसमें सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए फिल्मों को मंजूरी देने के सिद्धांत निर्धारित किए गए थे। नियम केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को फिल्मों की विषय-वस्तु की प्रकृति और प्रकार के अनुसार ‘यू/ए7 प्लस', ‘यू/ए 12 प्लस' और ‘यू/ए 16प्लस' चिह्नों के साथ अनुमोदन के साथ अप्रतिबंधित सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए फिल्मों को प्रमाणित करने की अनुमति देते हैं। अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘सात वर्ष या उससे अधिक आयु के बच्चे तथा सात वर्ष से कम आयु के बच्चों के माता-पिता के मार्गदर्शन के साथ उपयुक्त सामग्री को ‘यू/ए 7 प्लस' रेटिंग के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा; तेरह वर्ष या उससे अधिक आयु के बच्चे तथा तेरह वर्ष से कम आयु के बच्चों के माता-पिता के मार्गदर्शन के साथ उपयुक्त सामग्री को ‘यू/ए 13 प्लस' रेटिंग के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा। इसी प्रकार सोलह वर्ष या उससे अधिक आयु के बच्चे तथा सोलह वर्ष से कम आयु के बच्चों के माता पिता के मार्गदर्शन के साथ उपयुक्त सामग्री को ‘यू/ए 16प्लस' रेटिंग के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा।
- हैदराबाद. थाईलैंड की ओपल सुचाता चुआंगश्री को शनिवार को यहां आयोजित ग्रैंड फिनाले के बाद 72वीं मिस वर्ल्ड का ताज पहनाया गया। वह अपने देश की पहली मिस वर्ल्ड बनी हैं। इथियोपिया की हासेट डेरेजे एडमसु को उपविजेता घोषित किया गया। भारत की प्रतिभागी नंदिनी गुप्ता शीर्ष 8 में पहुंचने से पहले ही प्रतियोगिता से बाहर हो गईं। इस मौके पर चुआंगश्री ने कहा, “लोगों का नेतृत्व करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उनकी शालीनता को अपने कार्यों में शामिल करते हुए अगुवाई करें। यही सबसे अच्छी चीज है जो हम अपने आस-पास के लोगों और अपनी दुनिया के लिए कर सकते हैं।” वह जूरी के एक सदस्य सोनू सूद के सवाल का जवाब दे रही थीं। सूद ने पूछा था कि मिस वर्ल्ड बनने के उनके सफर में उन्हें क्या सीख मिली है। दिलचस्प बात है कि मिस वर्ल्ड वेबसाइट के अनुसार, चुआंगश्री को मिस वर्ल्ड के 72वें संस्करण में भाग लेने के लिए हैदराबाद रवाना होने से ठीक एक सप्ताह पहले 22 अप्रैल को मिस वर्ल्ड थाईलैंड 2025 का ताज पहनाया गया था। मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता की प्रथम उपविजेता इथियोपिया की हासेट डेरेजे भी अपने देश की पहली प्रतियोगी हैं जो मिस वर्ल्ड प्रतिस्पर्धा में इस मुकाम तक पहुंची हैं। मिस वर्ल्ड वेबसाइट के अनुसार, इथियोपिया ने 2003 से प्रतिनिधि भेजना शुरू किया था।जूरी के एक सदस्य व अभिनेता राणा दग्गुबाती के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए डेरेजे ने कहा कि उन्हें इस बात पर "बहुत गर्व" है कि वह अपने देश से इतनी दूर तक पहुंचने वाली पहली प्रतिभागी हैं। डेरेजे ने कहा, "बहुत से लोग सोचते हैं कि मिस वर्ल्ड सिर्फ एक सौंदर्य प्रतियोगिता है। लेकिन यह उससे कहीं बढ़कर है। मैं यहां तक पहुंचने वाली पहली इथियोपियाई हूं और मुझे इस पर बहुत गर्व है।" द्वितीय उपविजेता पोलैंड की माजा क्लाज्दा मनोविज्ञान की तृतीय वर्ष की छात्रा हैं।आयोजकों के अनुसार, तेलंगाना में एक महीने तक उद्देश्यपूर्ण गतिविधियों, सांस्कृतिक मिलन और उद्देश्य-संचालित गतिविधियों के जीवंत कार्यक्रमों के बाद, दुनिया भर से पहुंची 108 प्रतिभागियों ने विश्व सौंदर्य प्रतियोगिता में मिस वर्ल्ड का ताज जीतने के लिए प्रतिस्पर्धा की। विजेता ओपल, अंतरराष्ट्रीय संबंधों की छात्रा हैं। उन्हें मनोविज्ञान और मानव विज्ञान में रुचि है और वह राजदूत बनना चाहती है। उन्होंने स्तन कैंसर के क्षेत्र में काम करने वाले संगठनों के लिए स्वयंसेवी के तौर पर काम किया है।मिस वर्ल्ड वेबसाइट के अनुसार, ओपल को उकेलेले (वाद्य यंत्र) बजाने में भी महारत हासिल है। उनके पास सोलह बिल्लियां और पांच कुत्ते हैं। मिस वर्ल्ड की अध्यक्ष जूलिया मोर्ले सी.बी.ई. ने जूरी का नेतृत्व किया और 72वीं मिस वर्ल्ड की विजेता की घोषणा की।
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भोपाल. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को होलकर राजवंश की रानी अहिल्याबाई होलकर को भारत की विरासत की बहुत बड़ी संरक्षक बताया और कहा कि केंद्र सरकार ‘नागरिक देवो भव' के मंत्र पर काम कर रही है जो उन्हीं (अहिल्याबाई) का दर्शन था। देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती के अवसर पर राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में ‘लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तीकरण महासम्मेलन' कार्यक्रम के दौरान मोदी ने इंदौर मेट्रो के अलावा दतिया और सतना में नवनिर्मित हवाई अड्डों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अहिल्याबाई की 300वीं जयंती के अवसर पर एक स्मारक डाक टिकट और 300 रुपये का सिक्का भी जारी किया। अहिल्याबाई होलकर को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने देवी अहिल्याबाई के एक कथन को याद करते हुए कहा कि उसका भाव यही था कि ‘‘जो कुछ भी हमें मिला है, वो जनता द्वारा दिया गया ऋण है, जिसे हमें चुकाना है।'' मोदी ने कहा, ‘‘आज हमारी सरकार लोकमाता अहिल्याबाई के इन्हीं मंत्रों पर चलते हुए कार्य कर रही है। ‘नागरिक देवो भव' ये आज शासन का मंत्र है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके नेतृत्व में केन्द्र सरकार महिला नीत प्रगति की दृष्टि को विकास की धुरी बना रही है और सरकार की हर बड़ी योजना के केंद्र में महिलाएं हैं। बता दें कि अठारहवीं सदी के मालवा में होलकर राजवंश की रानी अहिल्याबाई को उनके असाधारण शासन, सामाजिक कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता और संस्कृति और आध्यात्मिकता के प्रति योगदान के लिए याद किया जाता है। देवी अहिल्याबाई ने 1767 से 1795 तक पश्चिमी मध्यप्रदेश के मालवा अंचल पर शासन किया था।
मोदी ने कहा कि देवी अहिल्याबाई कहती थीं कि शासन का सही अर्थ जनता की सेवा करना और उनके जीवन में सुधार लाना होता है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज का कार्यक्रम उनकी इस सोच को आगे बढ़ाता है। आज इंदौर मेट्रो की शुरुआत हुई है, दतिया और सतना भी अब हवाई सेवा से जुड़ गए हैं। इन सभी परियोजनाओं से मध्यप्रदेश में सुविधाएं बढ़ेंगी, विकास को गति मिलेगी और रोजगार के अनेक नए अवसर बनेंगे।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर का नाम सुनते ही मन में श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है और उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बोलने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘देवी अहिल्याबाई प्रतीक हैं कि जब इच्छाशक्ति होती है, दृढ़ प्रतिज्ञा होती है तो परिस्थितियां कितनी ही विपरीत क्यों ना हों, परिणाम लाकर दिखाया जा सकता है।'' मोदी ने कहा कि 250-300 साल पहले जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, उस समय ऐसे महान कार्य कर जाना कि आने वाली अनेक पीढ़ियां उसकी चर्चा करें, ये कहना तो आसान है लेकिन करना आसान नहीं था। उन्होंने कहा, ‘‘लोकमाता अहिल्याबाई ने प्रभु सेवा और जनसेवा को कभी अलग नहीं माना। कहते हैं कि वह हमेशा शिवलिंग अपने साथ लेकर चलती थीं। उस चुनौतीपूर्ण कालखंड में एक राज्य का नेतृत्व, कांटों से भरा ताज, लेकिन लोकमाता अहिल्याबाई ने अपने राज्य की समृद्धि को नई दिशा दी।'' प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘देवी अहिल्याबाई भारत की विरासत की बहुत बड़ी संरक्षक थीं। जब देश की संस्कृति पर, हमारे मंदिरों, हमारे तीर्थ स्थलों पर हमले हो रहे थे, तब लोकमाता ने उन्हें संरक्षित करने का बीड़ा उठाया। उन्होंने काशी विश्वनाथ सहित पूरे देश में हमारे अनेकों मंदिरों का, हमारे तीर्थों का पुनर्निर्माण किया।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि जिस काशी में लोकमाता अहिल्याबाई ने विकास के इतने काम किए, उस काशी ने उन्हें सांसद चुनकर सेवा का अवसर दिया है। उन्होंने कहा आज अगर कोई काशी विश्वनाथ महादेव के दर्शन करने जाएगा तो वहां देवी अहिल्याबाई की मूर्ति भी मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि माता अहिल्याबाई राष्ट्र निर्माण में हमारी नारी शक्ति के अमूल्य योगदान का प्रतीक भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आज जितने भी हमारे बड़े अंतरिक्ष अभियान हैं, उनमें बड़ी संख्या में महिला वैज्ञानिक काम कर रही हैं। चंद्रयान-3 अभियान में तो 100 से अधिक महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर शामिल थीं।'' मोदी ने इस अवसर पर अहिल्याबाई होलकर का संबंध अपने गृह राज्य गुजरात से भी जोड़ा।
उन्होंने कहा, ‘‘देवी अहिल्या ने विश्व प्रसिद्ध माहेश्वरी साड़ी के लिए नए उद्योग लगाए और बहुत कम लोगों को पता होगा कि देवी अहिल्या जी हूनर की पारखी थीं और वह गुजरात के जूनागढ़ से कुछ परिवारों को माहेश्वर लाईं और उनको साथ जोड़कर, आज से ढाई सौ-तीन सौ साल पहले माहेश्वरी साड़ी का काम आगे बढ़ाया।'' उन्होंने कहा, ‘‘माहेश्वरी साड़ी आज भी अनेक परिवारों का गहना बन गया है और इससे हमारे बुनकरों को बहुत फायदा हुआ है।'' मोदी ने भोपाल में एक प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया, जिसमें अहिल्याबाई होल्कर के जीवन, कार्यों और भारतीय समाज और संस्कृति में उनके योगदान को दर्शाया गया था। कार्यक्रम का गवाह बनने के लिए भारी संख्या में महिलाएं जंबूरी मैदान पहुंची थीं और उनमें से कई महिलाओं ने पारंपरिक पीले और सिंदूरी रंग की साड़ियां पहन रखी थीं। ‘ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के बाद प्रधानमंत्री मोदी पहली बार भोपाल पहुंचे थे। - नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) के तहत शामिल कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) की घोषणा की है। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि 31 मार्च 2025 को या उससे पहले सेवानिवृत्त होने वाले NPS कर्मचारी, जिन्होंने कम से कम 10 साल की सेवा पूरी की है, या उनके जीवनसाथी इस नई योजना के तहत अतिरिक्त लाभ ले सकते हैं। यह लाभ NPS के मौजूदा लाभों के अलावा होगा।वित्त मंत्रालय के अनुसार, UPS चुनने वाले सेवानिवृत्त कर्मचारियों को एकमुश्त राशि मिलेगी। यह राशि उनकी आखिरी सैलरी और महंगाई भत्ते का दसवां हिस्सा होगी, जो प्रत्येक छह महीने की पूर्ण सेवा के लिए दी जाएगी। इसके अलावा, मासिक अतिरिक्त राशि भी मिलेगी, जो UPS के तहत स्वीकार्य पेंशन और महंगाई राहत (DR) से NPS की एन्युटी राशि घटाकर निकाली जाएगी। कर्मचारियों को बकाया राशि भी दी जाएगी, जिस पर PPF दरों के हिसाब से साधारण ब्याज मिलेगा। इस लाभ के लिए दावा करने की आखिरी तारीख 30 जून 2025 है।UPS और NPS में कर्मचारियों को मिला विकल्पवित्त मंत्रालय ने जनवरी 2025 में UPS को नोटिफाई किया था, जो 1 जनवरी 2004 से लागू NPS के तहत शामिल केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए उपलब्ध है। इस योजना के तहत कर्मचारियों को 50 प्रतिशत सुनिश्चित पेंशन का वादा किया गया है, जो सेवानिवृत्ति से पहले के 12 महीनों की औसत मूल सैलरी पर आधारित होगी। यह लाभ 25 साल की न्यूनतम सेवा पूरी करने वाले कर्मचारियों को मिलेगा। NPS के तहत पेंशन बाजार रिटर्न पर निर्भर करती है, जबकि UPS में सुनिश्चित राशि का प्रावधान है।मंत्रालय ने बताया कि करीब 23 लाख सरकारी कर्मचारियों को UPS और NPS के बीच चयन करने का विकल्प दिया गया है। यह कदम कर्मचारियों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए उठाया गया है। कर्मचारी अपनी जरूरतों के हिसाब से इन दोनों योजनाओं में से किसी एक को चुन सकते हैं। वित्त मंत्रालय ने कर्मचारियों और उनके परिवारों से अपील की है कि वे समय रहते इस अवसर का लाभ उठाएं और निर्धारित तारीख से पहले दावा करें। यह योजना केंद्र सरकार के उन कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण है, जो लंबे समय से सुनिश्चित पेंशन की मांग कर रहे थे। सरकार का यह कदम कर्मचारियों के लिए आर्थिक स्थिरता और भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है।
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नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को गोवा तट पर देश के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर अधिकारियों और नौसैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का सीधा हमला है और अगर पाकिस्तान कुछ भी गलत या अनैतिक करता है, तो उसे इस बार भारतीय नौसेना की मारक क्षमता और क्रोध का सामना करना पड़ेगा। राजनाथ सिंह ने दोहराया कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, यह सिर्फ एक विराम है, एक चेतावनी है। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान ने फिर से यही गलती की तो भारत की जवाबी कार्रवाई और भी कड़ी होगी।
पाकिस्तानी नौसेना बाहर न निकले, अन्यथा उसे परिणाम भुगतने होंगेऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय नौसेना की “मौन सेवा” की सराहना करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि शक्तिशाली कैरियर बैटल ग्रुप ने यह सुनिश्चित किया कि पाकिस्तानी नौसेना बाहर न निकले, अन्यथा उसे परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि अगर उसने बुरी नजर डालने की कोशिश की तो भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई भारतीय नौसेना के हाथों होगी।पाकिस्तान की धरती से खुलेआम भारत विरोधी गतिविधियां चल रही हैंराजनाथ सिंह ने बल देते हुए कहा कि पाकिस्तान को यह समझने की आवश्यकता है कि स्वतंत्रता के बाद से वह जो खतरनाक आतंकवाद का खेल खेल रहा है अब उसका समय खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की धरती से खुलेआम भारत विरोधी गतिविधियां चल रही हैं और भारत, सीमा तथा समुद्र दोनों तरफ आतंकवादियों के खिलाफ हर तरह की कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया आतंकवाद के खिलाफ अपने नागरिकों की रक्षा करने के भारत के अधिकार को स्वीकार कर रही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान को अपनी धरती पर चल रहे आतंकवाद की नर्सरी को अपने हाथों से उखाड़ फेंकना चाहिए।राजनाथ सिंह ने हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों को भारत को सौंपने का आह्वान कियारक्षा मंत्री ने हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों को भारत को सौंपने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ये दोनों न केवल भारत की ‘मोस्ट वांटेड आतंकवादियों’ की सूची में हैं, बल्कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी भी हैं। मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को हाल ही में भारत लाया गया है। हाफिज सईद भी मुंबई हमलों का दोषी है और उसके अपराध के लिए न्याय होना चाहिए।अगर पकिस्तान से बातचीत होगी तो वह केवल आतंकवाद और POK पर होगीपाकिस्तान द्वारा बार-बार बातचीत की पेशकश पर रक्षा मंत्री ने फिर स्पष्ट किया कि अगर बातचीत होगी तो वह केवल आतंकवाद और पीओके पर होगी। अगर पाकिस्तान बातचीत के लिए गंभीर है तो उसे हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों को भारत को सौंप देना चाहिए ताकि न्याय हो सके।वहीं, ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना और वायुसेना के जवानों और अब नौसेना के योद्धाओं के साथ बातचीत में राजनाथ सिंह ने संतोष व्यक्त किया कि चाहे ज़मीन हो, आसमान हो या समुद्र, भारत कहीं भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने गोवा की मुक्ति के दौरान आईएनएस विक्रांत के पुराने संस्करण के योगदान को याद करते हुए कहा कि इस विमानवाहक पोत ने 1961 में ऑपरेशन के दौरान भारतीय नौसेना के बेड़े का नेतृत्व किया था और अब अपने नए स्वदेशी अवतार में यह आतंकवाद के खिलाफ भारत के संकल्प का नेतृत्व कर रहा है। -
नई दिल्ली। उत्तराखंड के अंकिता भंडारी हत्याकांड प्रकरण में संलिप्त तीन आरोपियों को आज शुक्रवार को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। सजा का ऐलान कोटद्वार स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायालय ने दिया है। इस हत्याकांड में संलिप्त पुलकित आर्य, उसके कर्मचारी सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को 302, 201, 354 के तहत दोषी करार दिया गया है।
कोर्ट ने हत्याकांड में शामिल मुख्य आरोपी पुलकित आर्य पर 302, 201, 354ए और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत आरोप तय किए। वहीं, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को आईपीसी की धारा 302, 201 और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत दोषी करार दिया गया।आपको बता दें, सुनवाई के इस दौरान कोर्ट के बाहर किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति पैदा नहीं हो इसके लिए कोर्ट परिसर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई और उत्तराखंड के अन्य जनपदों से भी पुलिस बलों को बुलाया गया।दो साल आठ महीने तक इस पूरे मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट में कुल 47 गवाह पेश किए गए। 19 मई को ही इस पूरे मामले की सुनवाई पूरी हुई थी, जिसके बाद कोर्ट ने सजा सुनाने के लिए 30 मई की तारीख निर्धारित की थी। एसआईटी ने इस मामले में 500 पन्नों का आरोपपत्र भी दाखिल किया था। दो साल आठ महीने चले इस मामले की सुनवाई में कुल 47 गवाह अदालत में पेश किए गए थे।दरअसल, घर की आर्थिक हालत ठीक नहीं होने की वजह से अंकिता भंडारी ने रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करना शुरू कर दिया था। लेकिन, उन्हें नौकरी ज्वाइन किए 20 दिन भी पूरे नहीं हुए थे कि वह गायब हो गईं। इसके बाद अंकिता के पिता ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कराने के लिए पौड़ी, मुनिकीरेती और ऋषिकेश के चक्कर काटे। लेकिन, किसी ने भी उनकी नहीं सुनी। इसके बाद जब इस मामले में दबाव बढ़ा, तो इसे पुलिस को सौंप दिया गया। इसके बाद पुलिस ने पुलकित आर्य और उसके दो अन्य साथी सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया।इसके बाद 24 सितंबर 2022 को चीला नदी से अंकिता भंडारी का शव बरामद हुआ था। इस हत्याकांड ने उत्तराखंड के लोगों को उद्वेलित कर दिया था। लोगों ने सड़क पर उतरकर इस हत्याकांड में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। लोगों ने इस मामले में पुलिस प्रशासन पर ढुलमुल रवैया अपनाने का भी आरोप लगाकर अपना आक्रोश जाहिर किया था। -
पटना. बिहार के दो दिवसीय दौरे पर आये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को राज्य के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए जीत का मंत्र दिया। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी का बिहार का यह 50वां दौरा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने शाम को पटना में पार्टी के वीरचंद पटेल मार्ग स्थित कार्यालय में करीब एक घंटा बिताया, उसके बाद वह उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के आवास पर एक निजी समारोह में शामिल होने के लिए रवाना हुए और वहां से वह राजभवन में रात्रि विश्राम के लिए चले गए। भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पत्रकारों को बताया, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने हमसे दो चीजों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है। पहला, लोगों को सरकारी योजनाओं के लाभों से अवगत कराना। दूसरा, यह सुनिश्चित करना कि समाज के सभी वर्गों को संगठन में जगह मिले।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम भाग्यशाली हैं कि प्रधानमंत्री हमारे बीच थे। उनका पहले केवल 45 मिनट रुकने का कार्यक्रम था लेकिन उन्होंने अधिक समय तक रुकने का फैसला किया। हां, उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर' का भी जिक्र किया और इस बात पर जोर दिया कि इसने दुनिया को भारत की वीरता से परिचित कराया है।'' यह पूछे जाने पर कि क्या बैठक में जदयू अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से संबंधित मुद्दा भी उठाया गया, जायसवाल ने कहा, ‘‘यह उन बैठकों में से नहीं थी जहां इस तरह के मामलों पर चर्चा की जाती है। एजेंडा पहले ही तय कर लिया गया था।'' उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी की बढ़ती सार्वजनिक लोकप्रियता से विपक्ष घबरा गया है, क्योंकि अब उनके पास पाकिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ सफल हालिया सैन्य अभियान के रूप में अभूतपूर्व उपलब्धि है। बाद में सिन्हा, जिनके बेटे की शादी होने वाली है ने स्ट्रैण्ड रोड स्थित अपने आवास में प्रधानमंत्री की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते हुए कहा कि "यह सभी पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए अविस्मरणीय क्षण था।" मोदी ने अपने दौरे की शुरुआत पटना हवाई अड्डे के नए टर्मिनल और शहर के बाहरी इलाके बिहटा में एक नए सिविल एन्क्लेव का उद्घाटन करके की। इन दोनों पर कुल मिलाकर 2,300 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है। इसके बाद उन्होंने एक विशाल रोड शो निकाला, जो हवाई अड्डे के पास अरण्य भवन के बाहर से शुरू हुआ और लगभग चार किलोमीटर दूर राज्य भाजपा कार्यालय में समाप्त हुआ। यात्रा में एक घंटे से अधिक समय लगा जिसमें मोदी का वाहन धीमी गति से आगे बढ़ रहा था। प्रधानमंत्री मोदी की एक झलक पाने के लिए हजारों लोग सड़क के दोनों ओर और छतों पर एकत्र हुए थे। प्रधानमंत्री ने अपनी कार के अंदर से ही हाथ जोड़कर और हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया। पूरे मार्ग पर बड़े-बड़े पोस्टर और बैनर लगे हुए थे, जिन पर प्रधानमंत्री की तस्वीर के साथ 'ऑपरेशन सिंदूर' लिखा हुआ था। लोगों ने ‘भारत माता की जय' के नारों के बीच प्रधानमंत्री के काफिले पर पुष्प वर्षा की। वहां खड़े लोगों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं जो केसरिया पगड़ी बांधे शंख बजा रही थीं। उपस्थित महिलाओं के एक समूह ने कहा, ‘‘हम यहां बिहार की महिलाओं की ओर से प्रधानमंत्री को धन्यवाद देने आए हैं, क्योंकि उन्होंने दुनिया को सिंदूर की ताकत से परिचित कराया है।'' प्रधानमंत्री शुक्रवार को रोहतास जिले में एक रैली के साथ राज्य के अपने दौरे का समापन करेंगे, जहां वह 48,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का अनावरण भी करेंगे। -
नयी दिल्ली. विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि अफगान नागरिकों के लिए एक ‘‘नया वीजा मॉड्यूल'' लागू किया गया है जिसके तहत वह छह श्रेणियों में भारतीय वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यहां एक प्रश्न के उत्तर में संवाददाताओं को बताया कि ये श्रेणियां हैं- मेडिकल वीजा, मेडिकल अटेंडेंट वीजा, बिजनेस वीजा, प्रवेश वीजा, छात्र वीजा और संयुक्त राष्ट्र राजनयिक वीजा। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास अफगान नागरिकों के लिए एक नया ‘मॉड्यूल' है। मुझे लगता है कि इसे पिछले महीने ही लागू किया गया।'' जायसवाल ने कहा कि पुराने वीजा ‘मॉड्यूल' को बंद कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास अब अफगान नागरिकों के लिए एक नया वीजा मॉड्यूल है जो 29 अप्रैल को यानी पिछले महीने लागू हुआ।'' विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अब सभी अफगान नागरिक इन छह श्रेणियों में भारतीय वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा, "अफगान नागरिक जो पुरानी नीति के अनुसार जारी किए गए वीजा पर भारत में हैं, उन्हें अब इसे नयी नीति के अनुसार परिवर्तित कराना होगा। उन्हें यहां दिल्ली या भारत के किसी अन्य हिस्से में एफआरआरओ से संपर्क करना होगा।'' विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि नया वीजा ‘मॉड्यूल' भारत-अफगानिस्तान के लोगों के बीच संबंधों को और मजबूत करने में मदद करेगा। -
नयी दिल्ली. दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत अगले पांच साल में दुनिया की ‘डेटा' (इंटरनेट) राजधानी बनने के लिए तैयार है। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन 2025 में सिंधिया ने कहा कि भारत को दुनिया भर में ‘डिजिटल-फर्स्ट' अर्थव्यवस्था के रूप में देखा जाता है। इस ‘डिजिटल-फर्स्ट' अर्थव्यवस्था का नेतृत्व दूरसंचार क्रांति कर रही है। सिंधिया ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि अगले पांच साल में भारत दुनिया की इंटरनेट राजधानी बन जाएगा।''
मंत्री ने कहा कि दूरसंचार ग्राहक आधार एक दशक पहले 80 करोड़ था जो बढ़कर अब 1.2 अरब पर पहुंच गया है। इसके साथ दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल बाजार है। ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ता आधार बढ़कर 94 करोड़ हो गया है। सिंधिया ने कहा कि इसके साथ ही, ‘कनेक्टिविटी' यानी संपर्क लागत और मोबाइल हैंडसेट की कीमतों में भारी गिरावट आई है। उन्होंने उन दिनों को याद किया जब शुल्क 16 रुपये प्रति मिनट तक थे। मंत्री ने कहा, ‘‘जब हम डेटा की बात करते हैं, तो 11 साल पहले एक जीबी डेटा की कीमत 287 रुपये होती थी। आज एक जीबी डेटा की कीमत नौ रुपये है। संचार की लागत में 97 प्रतिशत की कमी आई है।'' वैश्विक स्तर पर, भारत में ‘डेटा' संचार की लागत दुनिया के औसत का पांच प्रतिशत है। -
पणजी. अपनी साथी लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के साथ सफलतापूर्वक विश्व का चक्कर लगाने के बाद गोवा लौटीं लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘समुद्र की दुनिया समान ग्रह पर है, लेकिन एक पूरी तरह से भिन्न दुनिया है।'' नौसेना के सहयोग से दोनों ने आईएनएसवी तारिणी जहाज से 238 दिनों में 25,600 समुद्री मील से अधिक की दूरी तय की। नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि यह भारतीय महिलाओं द्वारा नौकायन जहाज से दुनिया की पहली परिक्रमा थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वास्को के ‘मोरमुगाओ पोर्ट अथॉरिटी' में आठ महीने का 'नाविका सागर परिक्रमा द्वितीय' अभियान पूरा कर लौटीं इन दो साहसी महिलाओं और उनके जहाज का स्वागत किया। पिछले साल दो अक्टूबर को अभियान को हरी झंडी दिखाने वाले नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी भी इस मौके पर मौजूद थे। सिंह ने कहा कि दोनों महिला अधिकारियों की उपलब्धि पर पूरे देश को गर्व है। उन्होंने कहा, ‘‘आपने न केवल पृथ्वी का चक्कर लगाया है, बल्कि आपने हर भारतीय के दिल में जगह बनाई है।'' उन्होंने उन्हें ‘‘देश की बहादुर बेटियां'' कहा।
रक्षामंत्री ने कहा, ‘‘आज आप दोनों से मिलने के बाद मुझे ऐसा लग रहा है जैसे एक पिता अपनी दो बेटियों से मिल रहा है।'' उन्होंने कहा कि महिलाओं ने प्रवेश पाने के बाद से भारतीय रक्षातंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और ‘ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर हवाई हमलों में महिला अधिकारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस अवसर पर लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के ने कहा, ‘‘हां, हमने यह कर दिखाया। दो अक्टूबर को हम बहुत उम्मीद और साहस के साथ गोवा से निकले थे....आज हम यहां मजबूत होकर खड़े हैं।'' -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के काराकाट से एक सभा को संबोधित करते हुए आतंकियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि मैं बिहार की धरती से से कहना चाहता हूं कि ऑपरेशन सिंदूर से भारत की ताकत दुश्मनों के साथ पूरी दुनिया ने देखी है। लेकिन, दुश्मन यह समझ लें कि यह तो हमारी तरकस का एक ही तीर है। आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई न रुकी है न ही थमी है। आतंक का फन अगर फिर उठेगा भारत उसे बिल से खींचकर कुचलने का काम करेगा।
हमारी लड़ाई देश के हर दुश्मन सेपीएम मोदी ने कहा कि हमारी लड़ाई देश के हर दुश्मन से है। चाहे सीमा पार हो देश के भीतर हो। बीते वर्षों में हमने हिंसा और अशांति फैलाने वालों का खात्मा किया है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद जब मैं बिहार आया था तो मैंने कहा था कि आतंकियों को उसकी कल्पना से परे सजा दी जाएगी। आज बिहार में, मैं जब आया हूं तो अपना वचन पूरा करके आया है। जिन लोगों ने पाकिस्तान में बैठकर हमारी बहनों को सिंदूर उजाड़ा था। हमारी सेना ने उनके ठिकानों को खंडहर में बदल दिया है। भारत की बेटियों की शक्ति क्या होती है। यह पाकिस्तान ने भी देख लिया है, दुनिया ने भी देख लिया है। जिस पाकिस्तानी सेना की पनाह में आतंकी खुद को सुरक्षित मानते थे। हमारी सेनाओं ने एक ही झटके में उनको भी घुटने पर ला दिया। पाकिस्तान के एयर बेस, सैन्य ठिकानों कुछ ही मिनट में तबाह कर दिए। यह नया भारत है और उसकी ताकत है।बिहार वीर कुंवर सिंह की धरतीपीएम मोदी ने कहा कि बिहार वीर कुंवर सिंह की धरती है। यहां से हजारों युवा देश की सुरक्षा के लिए सेना में अपनी जवानी लगा देते हैं। ऑपरेशन सिंदूर के तहत दुनिया ने हमारी बीएसएफ का अभूतपूर्व पराक्रम और अदम्य साहस देखा है। हमारी सीमा में तैनात बीएसएफ के जवान सुरक्षा की अभेद चट्टान है। मां भारती की रक्षा हमारे बीएसएफ के जवानों के लिए सर्वोपरि है। मातृभूमि की सेवा का पवित्र धर्म निभाते हुए 10 मई बीएसएफ सब इंस्पेक्टर इम्तियाज शहीद हो गए थे। मैं उन्हें आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐसी परिस्थितियों में विकास की पूरी कोशिश कीपीएम मोदी ने आगे कहा कि बिहार में कुछ साल पहले तक सासाराम, कैमूर, आसपास के जिलों में नक्सलवाद हावी था। मुंह पर नकाब लगाए हाथों में बंदूक थामे नक्सली कब कहां सड़कों पर निकल आएं, हर किसी को यह डर था। सरकारी योजना आती थी लेकिन नागरिकों तक नहीं पहुंचती। नक्सल प्रभावित इलाकों में अस्पताल, मोबाइल टावर, स्कूल नहीं थे। यहां पर सड़क बनाने वाले लोगों को मार दिया जाता था। इन लोगों को बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान पर विश्वास नहीं था। लेकिन, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐसी परिस्थितियों में विकास की पूरी कोशिश की।वो दिन दूर नहीं जब माओवादी हिंसा का पूरी तरह से खात्मा हो जाएगा2014 के बाद से हमने इस दिशा में तेजी से काम किया। माओवादियों को उनके कामों की सजा दी। हम युवाओं को विकास की मुख्यधारा में लेकर आए। 11 साल का प्रतिज्ञा का फल अब देश को मिलना शुरू हुआ है। पीएम ने आगे कहा कि 2014 से पहले देश में सवा सौ ज्यादा जिले नक्सल प्रभावित थे। अब सिर्फ 18 जिले नक्सल प्रभावित बचे हैं। वो दिन दूर नहीं जब माओवादी हिंसा का पूरी तरह से खात्मा हो जाएगा। शांति, सुरक्षा, शिक्षा गांव गांव तक बिना रुकावट के साथ पहुंचाया जाएगा। नीतीश कुमार के नेतृत्व में जब बिहार से जंगलराज सरकार की विदाई हुई तो बिहार ने भी प्रगति की। बिहार में टूटी सड़कें, हाईवे, खराब रेलवे अब सिर्फ इतिहास बनकर ही रह गई है। -
नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पहली बार बिहार पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार बिक्रमगंज में एक जनसभा को संबोधित किया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 48,520 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और लोकार्पण किया। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रभु श्रीराम की रीति नए भारत की नीति बन गई है।
पीएम मोदी ने कहा- ‘वचन निभाने के बाद यहां आया हूँ’पीएम मोदी ने ‘प्राण जाय पर वचन न जाई’ की चर्चा करते हुए कहा कि पहलगाम में आतंकी हमले के बाद बिहार की ही धरती से आतंकवाद को चेताया था और ऑपरेशन सिंदूर के जरिए उस वचन को निभाने के बाद यहां आया हूँ।आतंक के आकाओं के ठिकानों को मिट्टी में मिलाने का किया था वादाउन्होंने महत्ती जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, कितने निर्दोष नागरिक मारे गए। इस जघन्य आतंकी हमले के एक दिन बाद मैं बिहार आया था और मैंने बिहार की धरती से देश को वादा किया था, वचन दिया था, बिहार की धरती पर आंख में आंख मिलाकर हमने कह दिया था कि आतंक के आकाओं के ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा।बिहार की धरती पर मैंने कहा था उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगीउन्होंने कहा, “बिहार की धरती पर मैंने कहा था उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। आज जब मैं बिहार आया हूं तो अपने वचन पूरा करने के बाद आया हूं। इन लोगों ने पाकिस्तान में बैठकर हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था। हमारी सेना ने उनके ठिकानों को खंडहर में बदल दिया है। ये नया भारत है, ये नए भारत की ताकत है।”पाकिस्तान के एयरबेस और सैन्य ठिकानों को हमने कुछ ही समय में कर दिया तबाहपीएम मोदी ने आगे कहा कि आज दुनिया ने देख लिया कि हमारे देश की बेटियों के सिंदूर में क्या शक्तियां होती हैं, देश ने भी देखा, दुनिया ने भी देखा। पाकिस्तान की सेना की छत्रछाया में आतंकी सुरक्षित मानते थे, लेकिन भारतीय सेना ने एक ही झटके में इन्हें घुटने पर ला दिया है। पाकिस्तान के एयरबेस और सैन्य ठिकानों को हमने कुछ ही समय में तबाह कर दिया। यह नया भारत है और नए भारत की ताकत है।बिहार के सैकड़ों नौजवान सुरक्षा के लिए सेना और बीएसएफ में अपनी जवानी खपा देते हैंउन्होंने कहा कि बिहार के सैकड़ों नौजवान सुरक्षा के लिए सेना और बीएसएफ में अपनी जवानी खपा देते हैं। देश और दुनिया ने ऑपरेशन सिंदूर में बीएसएफ के अभूतपूर्व पराक्रम और अदम्य साहस को देखा है। ये बीएसएफ सीमा पर अभेद चट्टान है। उन्होंने शहीद इम्तियाज को भी श्रद्धांजलि दी और नमन किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अभी तो तरकश से एक ही तीर निकाला है। आतंकवाद की लड़ाई न रुकी है न थमी है। आतंकवाद का फन अगर निकला तो बिल से खींचकर कुचलने का काम किया जाएगा। - -मत्स्य पालन भारत की खाद्य सुरक्षा का अभिन्न अंग – श्री शिवराज सिंह चौहान-तकनीकों को किसानों तक प्रभावी रूप से पहुंचाने की आवश्यकता है – श्री शिवराज सिंह-किसानों की आय में बढ़ोतरी के लिए मजबूत मत्स्य क्षेत्र विकसित होना चाहिए- श्री चौहान-कार्यक्रम में 600 से अधिक किसान एवं स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं शामिल हुईंभुवनेश्वर । भारतीय कृषि क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल के रूप में, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज भुवनेश्वर स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद केंद्रीय मीठाजल मत्स्य पालन संस्थान (ICAR-CIFA), काउसल्यागंगा में 'विकसित कृषि संकल्प अभियान (VKSA-2025)' का विधिवत शुभारंभ किया। यह अभियान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य कृषि एवं मत्स्य पालन क्षेत्र में नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों को किसानों तक पहुंचाकर एक टिकाऊ और समृद्ध भारत का निर्माण करना है।अपने उद्घाटन भाषण में श्री चौहान ने VKSA-2025 की दूरदर्शी सोच को रेखांकित करते हुए बताया कि यह अभियान देश के 1.5 करोड़ से अधिक किसानों तक पहुंचने का लक्ष्य रखता है। उन्होंने कहा कि यह अभियान न केवल तकनीकी प्रचार-प्रसार और क्षमता निर्माण पर केंद्रित है, बल्कि किसानों से सीधा संवाद स्थापित कर उन्हें नवाचारों से जोड़ने का माध्यम भी बनेगा। श्री चौहान ने मत्स्य पालन को भारत की खाद्य सुरक्षा का अभिन्न अंग बताते हुए ICAR-CIFA द्वारा विकसित सभी तकनीकों को किसानों तक प्रभावी रूप से पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि उनकी आय में बढ़ोतरी हो और एक मजबूत मत्स्य क्षेत्र विकसित हो सके।इस अवसर पर ओडिशा सरकार के उपमुख्यमंत्री एवं कृषि, किसान सशक्तिकरण व ऊर्जा मंत्री श्री कनक वर्धन सिंह देव, मत्स्य एवं पशु संसाधन विकास मंत्री श्री गोकुलानंद मलिक, एकामरा विधायक श्री बाबू सिंह एवं पिपिली विधायक श्री अश्रित पटनायक उपस्थित रहे।ICAR की ओर से महानिदेशक एवं सचिव (DARE) डॉ. एम. एल. जाट, उपमहानिदेशक (मत्स्य विज्ञान) डॉ. जे. के. जेना, उपमहानिदेशक (कृषि विस्तार) डॉ. राजबीर सिंह और ICAR-ATARI कोलकाता के निदेशक डॉ. प्रदीप डे प्रमुख रूप से उपस्थित थे।डॉ. एम. एल. जाट ने VKSA-2025 को एक परिवर्तनकारी प्री-खरीफ अभियान करार देते हुए कहा कि यह पहल वैज्ञानिक शोध को किसानों की ज़मीनी ज़रूरतों से जोड़ने का प्रभावी माध्यम है।कार्यक्रम में 600 से अधिक किसान एवं स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं शामिल हुईं और वैज्ञानिकों के साथ संवाद कर कृषि व मत्स्य पालन से संबंधित उन्नत तकनीकों, सतत खेती के तरीकों और एकीकृत दृष्टिकोणों की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान, मत्स्य पालन क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में ICAR-CIFA द्वारा विकसित “CIFA Argu VAX–I” नामक एक नवाचारात्मक मछली टीके का लोकार्पण माननीय कृषि मंत्री द्वारा किया गया। यह टीका मछलियों में परजीवी संक्रमण की रोकथाम कर मत्स्यपालकों की आर्थिक हानि को कम करने में सहायक सिद्ध होगा।कार्यक्रम के दौरान एक प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया, जिसमें स्वयं सहायता समूहों (SHGs), कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), खोरधा और ICAR-CIFA द्वारा विकसित उत्पादों और नवाचारों को प्रदर्शित किया गया। यह आयोजन समुदाय की भागीदारी और जमीनी स्तर पर नवाचार की शक्ति को दर्शाता है।कार्यक्रम का सफल समापन उपमहानिदेशक (कृषि विस्तार) डॉ. राजबीर सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने सभी गणमान्य अतिथियों, प्रतिभागियों और सहयोगियों को इस अभियान की शुरुआत को ऐतिहासिक और प्रभावशाली बनाने के लिए धन्यवाद दिया।यह अभियान 29 मई से 12 जून 2025 तक देशभर में चलाया जाएगा, जिसका उद्देश्य एक समावेशी, सशक्त और भविष्य-उन्मुख कृषि प्रणाली का निर्माण करना है।
- नयी दिल्ली. दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) अगस्त में अपने चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम (एफवाईयूपी) के चौथे वर्ष को शुरू करने की तैयारी कर रहा है और कुलपति योगेश सिंह ने विश्वविद्यालय की तैयारियों के बारे में व्यापक चिंताओं को स्वीकार किया है, लेकिन साथ ही आश्वासन दिया है कि इस पहल का समर्थन करने के लिए ‘‘सुविधाएं जुटाई जाएंगी''। सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘चिंताएं बहुत वास्तविक हैं। यह पहली बार है जब शोध, उद्यमिता और कौशल पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। ये नए रास्ते हैं। शिक्षक चिंतित हैं, लेकिन यह चौथा वर्ष हमारे देश में स्नातक अध्ययन के लिए एक बड़ा बदलाव लाने वाला होगा।'' कार्यक्रम की शुरुआत अपर्याप्त बुनियादी ढांचे, अधूरे पाठ्यक्रम और शैक्षणिक अपेक्षाओं पर स्पष्टता की कमी को लेकर संकाय और छात्रों की आलोचना के बीच हुई है। कई कॉलेजों में अभी भी उन्नत प्रयोगशालाओं, शिक्षण संसाधनों और अतिरिक्त शैक्षणिक वर्ष के लिए आवश्यक अन्य आवश्यक सुविधाओं का कथित तौर पर अभाव है। सिंह ने हालांकि छात्रों से आग्रह किया कि वे नामांकन में संकोच न करें। उन्होंने कहा, ‘‘चिंता मत करो। अगर सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, तो सुविधाओं का प्रबंध किया जायेगा। यह हमारे छात्रों के हित में है।'' शिक्षक संघ और शिक्षाविद हालांकि संशय में हैं। कई लोगों ने बताया है कि पुनर्गठित कार्यक्रम से पढ़ाई छोड़ने वालों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि छात्रों को चौथे वर्ष के मूल्य और विषय-वस्तु के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं है।
- भुवनेश्वर. ओडिशा के बलांगीर जिले की एक अदालत ने शादी के उपहार के रूप में पार्सल बम भेजकर दूल्हे समेत दो व्यक्तियों की हत्या करने के मामले में बुधवार को कॉलेज के एक आरोपी व्याख्याता को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। पुलिस ने बताया कि ज्योति विकास कॉलेज में व्याख्याता आरोपी पुंजीलाल मेहर की दूल्हे की मां से रंजिश थी और इस कॉलेज में वह प्राचार्य के पद पर कार्यरत थीं। आरोपी पुंजीलाल कुछ दिनों तक कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य थे, उसके बाद दूल्हे की मां संजुक्ता साहू वहां नयी प्राचार्य बनीं। इसने बताया कि इस कारण से आरोपी पुंजीलाल ने उनके बेटे सौम्य की हत्या की साजिश रची और 2018 में शादी के उपहार के रूप में बम भेजा। सरकारी वकील चितरंजन कानूनगो ने बताया कि पटनागढ़ में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (एडीजे) सोनाली पटनायक की अदालत ने मामले में आरोपी मेहर (56) को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई। उन्होंने बताया कि अदालत ने उसे भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) की धाराओं 302 (हत्या), 307 (हत्या का प्रयास) और 201 (अपराध के साक्ष्य नष्ट करना) तथा विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं तीन और चार के तहत दोषी ठहराया। अदालत ने दो धाराओं के तहत आजीवन कारावास, दो आरोपों के तहत 10 साल कैद और एक अन्य आरोप के तहत सात साल कैद की सजा सुनाई। कानूनगो ने कहा कि सभी सजाएं एक साथ चलेंगी। मामले को साबित करने के लिए अभियोजन पक्ष ने अदालत में 62 गवाहों और 100 दस्तावेजी साक्ष्यों को पेश किया। सरकारी वकील ने कहा, ‘‘हमारा कहना था कि इसे दुर्लभतम मामलों में से एक माना जाए। हालांकि, अदालत ने इसे दुर्लभतम मामलों में से एक नहीं माना, क्योंकि सभी जघन्य अपराध के मामलों को इस तरह नहीं माना जा सकता।'' उन्होंने कहा कि अदालत द्वारा सुनाई गई सजा से समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा।अदालत ने दोषी पर 1.40 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। कानूनगो ने अदालत के बाहर मीडियाकर्मियों को बताया कि उसे जीवनभर सलाखों के पीछे रहना होगा। वर्ष 2018 में मामले की जांच के समय अपराध शाखा की अगुआई करने वाले वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अरुण बोथरा ने कहा, ‘‘जब हमने मामला अपने हाथ में लिया, तो कोई सबूत नहीं था, कोई चश्मदीद गवाह नहीं था, जांच को आगे बढ़ाने के लिए कुछ भी नहीं था। आरोपी पुंजीलाल मेहर पर कोई संदेह नहीं था।'' बोथरा ने बताया कि अपराध शाखा को आरोपी पुंजीलाल द्वारा बलांगीर के एसपी को भेजे गए गुमनाम पत्र से सुराग मिले। बोथरा ने ‘ कहा, ‘‘मेरी जानकारी के अनुसार, यह पहला मामला है जिसमें पार्सल बम विस्फोट मामले के आरोपी को दोषी ठहराया गया है। यह एक मुश्किल मामला था और ओडिशा अपराध शाखा ने इसे सुलझा लिया।'' बोथरा ने मीडियाकर्मियों से कहा, ‘‘हमने आरोपी पुंजीलाल मेहर के कब्जे से पत्र का कवर, पत्र की प्रति, उसे छापने के लिए इस्तेमाल किया गया प्रिंटर और पत्र को सील करने के लिए इस्तेमाल किया गया चिपकने वाला पदार्थ जैसे महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किए हैं। सभी का वैज्ञानिक रूप से मिलान किया गया और उन्हें प्रमाणित किया गया।'' उन्होंने बताया कि बाद में आरोपी ने पुलिस के सामने पूरी घटना के बारे में बताया और बम बनाने की प्रक्रिया भी दिखाई। आरोपी पुंजीलाल ने स्वीकार किया कि उसने पार्सल बम बनाने की प्रक्रिया इंटरनेट पर वीडियो से सीखी थी। बोथरा ने कहा, ‘‘मैं संतुष्ट महसूस कर रहा हूं कि अदालत द्वारा आरोपी को दोषी ठहराया गया है और पीड़ित परिवार को न्याय मिला है।'' जांच एजेंसी के अनुसार, पार्सल बम उपहार स्वरूप साहू परिवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर से पटनागढ़ भेजा गया था, जो बोलंगीर से लगभग 230 किलोमीटर दूर है। पुलिस ने बताया कि आरोपी पुंजीलाल ने रायपुर की एक कूरियर एजेंसी से एसके शर्मा/सिन्हा जैसे किसी दूसरे नाम से पार्सल भेजा था। इसने बताया कि वहां सीसीटीवी की सुविधा नहीं थी और पकड़े जाने से बचने के लिए उसने ऐसा किया। पुलिस ने बताया कि उसने बहुत ही चालाकी से काम किया और उस पर संदेह की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी। दूल्हे के पिता रवींद्र साहू ने कहा, ‘‘हमें अपूरणीय क्षति हुई है। हम मौत की सजा का अनुरोध कर रहे थे। फिर भी, हम अदालत के फैसले से संतुष्ट हैं।'' पीड़िता की मां संजुक्ता साहू ने भी अदालत के फैसले पर संतोष व्यक्त किया और आरोपी पुंजीलाल की तुलना एक राक्षस से की। सॉफ्टवेयर इंजीनियर सौम्य शेखर साहू, जो 2018 में 26 वर्ष के थे, और उनकी 85 वर्षीय दादी जेमामणि साहू विस्फोट में मारे गए। सौम्य की पत्नी सीमा साहू, 23 फरवरी, 2018 को बलांगीर जिले के पटनागढ़ स्थित उनके घर में शादी के उपहार के रूप में रखे गए पार्सल बम में विस्फोट होने से गंभीर रूप से घायल हो गईं थीं। विस्फोट उस समय हुआ था जब दूल्हे ने उपहार खोला।नवविवाहिता और उसके परिवार के अनुरोध के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपराध शाखा को घटना की जांच करने का आदेश दिया था। अपराध शाखा ने 23 मार्च, 2018 को जांच अपने हाथ में ली और अप्रैल 2018 में मेहर को गिरफ्तार कर लिया गया। वह फिलहाल पटनागढ़ की उप-जेल में बंद है। जांच एजेंसी ने कहा कि इस अपराध को बदला लेने की मंशा के तहत अंजाम दिया गया था।
- नयी दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को बारिश के साथ तेज हवाएं चलने का अनुमान है। मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए ‘येलो' और ‘ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दिल्ली में बुधवार को अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से 1.8 डिग्री कम है। न्यूनतम तापमान 27.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम के सामान्य तापमान से 1.1 डिग्री अधिक है। दिल्ली में सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षिक आर्द्रता 70 प्रतिशत थी। आईएमडी ने सामान्य रूप से बादल छाए रहने, हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने तथा 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज़ हवाएं चलने का अनुमान लगाया है। बृहस्पतिवार को गरज के साथ छींटे पड़ने के साथ हवा की गति अस्थायी रूप से 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को दिल्ली के लिए ‘ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है। आईएमडी के अनुसार, ‘ऑरेंज' अलर्ट का मतलब है कि निवासियों को सतर्क रहना चाहिए और संभावित रूप से खराब मौसम के लिए तैयार रहना चाहिए। इस बीच, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, शहर की वायु गुणवत्ता “मध्यम” श्रेणी में दर्ज की गई। शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 151 था। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को “अच्छा”, 51 से 100 के बीच “संतोषजनक”, 101 से 200 को “मध्यम”, 201 से 300 को “खराब”, 301 से 400 को “बहुत खराब” और 401 से 500 को “गंभीर” माना जाता है।
- पंजाब के एक गांव में सैन्य संघर्ष के दौरान 10 वर्ष के बालक ने सैनिकों को चाय, लस्सी पहुंचायीचंडीगढ़. पंजाब के तारा वाली गांव में महज 10 साल के एक लड़के ने यह सुनिश्चित किया कि उसके गांव से पाकिस्तानी सेना को मुंहतोड़ जवाब दे रहे भारतीय सैनिकों को चाय और लस्सी के लिए परेशान न होना पड़े। जब ‘ऑपरेशन सिंदूर' अपने पूरे चरम पर था, तब श्रवण सिंह (10) ने भी अपना योगदान दिया और अपने गांव में तैनात सैनिकों के लिए पानी, बर्फ, चाय, दूध और लस्सी लेकर गया। इन कार्यों के लिए हाल में उसे सातवीं इन्फैंट्री डिवीजन के ‘जनरल ऑफिसर कमांडिंग' मेजर जनरल रणजीत सिंह मनराल द्वारा सम्मानित किया गया। श्रवण का गांव फिरोजपुर जिले के ममदोट इलाके में है। उसने कहा, ‘‘मैं बड़ा होकर फौजी बनना चाहता हूं। मैं देश की सेवा करना चाहता हूं।उसके पिता ने कहा, ‘‘ हमें उस पर गर्व है। सैनिक भी उससे प्यार करते थे। उन्होंने बताया कि चौथी कक्षा के छात्र श्रवण ने बिना किसी के कहे ही खुद ही राशन की आपूर्ति की।तारा वाली गांव अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब दो किलोमीटर दूर है।‘ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने छह मई की देर रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। यह ‘ऑपरेशन' 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में शुरू किया गया था। पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी।
- नयी दिल्ली. केंद्र ने बुधवार को संयुक्त सचिव स्तर पर बड़ा फेरबदल करते हुए विभिन्न सरकारी विभागों के 41 अधिकारियों के विभाग बदले। कार्मिक मंत्रालय के एक आदेश में कहा गया है कि राजस्थान कैडर के 2003 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी भानु प्रकाश येतुरू को भारत निर्वाचन आयोग का उप निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया है। आदेश के अनुसार वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनबालागन पी और संजय कुमार अग्रवाल को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया है। इसी तरह मनीषा चंद्रा और मीरा मोहंती को रक्षा उत्पादन विभाग में संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया है।वरिष्ठ अधिकारी इशिता गांगुली त्रिपाठी को रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव और अतिरिक्त वित्तीय सलाहकार नियुक्त किया गया है। आशीष माधोराव को वित्तीय सेवा विभाग में संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया है।
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नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बृहस्पतिवार से चार राज्यों की दो दिवसीय यात्रा करेंगे और कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। अपने तीसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने से पहले प्रधानमंत्री अपने व्यस्त कार्यक्रमों के तहत विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करेंगे और कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मोदी 29 और 30 मई को सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे। वह बृहस्पतिवार को ‘‘सिक्किम ऐट 50: जहां प्रगति उद्देश्य से मिलती है और प्रकृति विकास को बढ़ावा देती है'' कार्यक्रम से अपने दौरे की शुरुआत करेंगे और सिक्किम में कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे तथा उनका उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वह जनसभा को संबोधित करेंगे। पश्चिम बंगाल में वह अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिलों में नगर गैस वितरण परियोजना की आधारशिला रखेंगे और शाम को बिहार में पटना हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन करेंगे। वह शुक्रवार को बिहार के काराकाट में 48,520 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे और एक जनसभा को संबोधित करेंगे। बयान में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में वह कानपुर नगर में करीब 20,900 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे तथा सार्वजनिक समारोह को संबोधित करेंगे। मोदी ने राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों का दौरा किया है तथा नौ जून को अपनी सरकार की वर्षगांठ से पहले वह और भी राज्यों का दौरा करेंगे। नौ जून को ही उन्होंने पिछले साल अपने तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली थी। विभिन्न राज्यों के दौरों में अपने भाषणों में उन्होंने विकास संदेश के साथ ‘ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए पाकिस्तान को सख्त संदेश भी दिया। चार राज्यों के उनके दौरे का जिक्र करते हुए बयान में कहा गया है कि सिक्किम सरकार ने ‘‘सुनाउलो, समृद्ध और समर्थ सिक्किम'' थीम के तहत एक साल तक गतिविधियों की एक लंबी श्रृंखला की योजना बनाई है, जिसमें सिक्किम की सांस्कृतिक समृद्ध, परंपरा, प्राकृतिक वैभव और इसके इतिहास का जश्न मनाया जाएगा। उनके द्वारा शुरू की जाने वाली परियोजनाओं में नामची में 750 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बना 500 बिस्तरों वाला नया जिला अस्पताल, सांगाचोलिंग में यात्री रोपवे और गंगटोक के सांगखोला में अटल अमृत उद्यान में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा शामिल हैं। बयान में कहा गया है कि अलीपुरद्वार और कूचबिहार में नगर गैस वितरण (सीजीडी) परियोजना भारत में सीजीडी नेटवर्क के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगी। कुल 1010 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली इस परियोजना का उद्देश्य 2.5 लाख से अधिक घरों, 100 से अधिक वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों और उद्योगों को पाइप से प्राकृतिक गैस उपलब्ध कराना है। इसके अलावा सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम कार्य कार्यक्रम (एमडब्ल्यूपी) लक्ष्यों के अनुरूप लगभग 19 सीएनजी (संपीड़ित प्राकृतिक गैस) स्टेशन स्थापित करके वाहनों के लिए सीएनजी उपलब्ध कराना भी इस परियोजना का उद्देश्य है। बयान में कहा गया है कि इससे सुविधाजनक, विश्वसनीय, पर्यावरण के अनुकूल और लागत प्रभावी ईंधन आपूर्ति होगी और क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होंगे। पटना हवाई अड्डे पर नया टर्मिनल करीब 1,200 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। नए टर्मिनल पर हर साल करीब एक करोड़ यात्रियों को सुविधा देने की क्षमता है। मोदी 1,410 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले बिहटा हवाई अड्डे के नए सिविल एन्क्लेव की आधारशिला भी रखेंगे। काराकाट में शुरू की जाने वाली परियोजनाओं में औरंगाबाद जिले में नबीनगर सुपर थर्मल पावर परियोजना, द्वितीय चरण (तीन गुणा 800 मेगावाट) शामिल है, जिसकी लागत 29,930 करोड़ रुपये से अधिक है। इसका उद्देश्य बिहार और पूर्वी भारत के लिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना है। बयान में कहा गया है कि इससे औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के अवसर पैदा होंगे और क्षेत्र में सस्ती बिजली उपलब्ध होगी। प्रधानमंत्री बक्सर और भरौली के बीच एक नए गंगा पुल के निर्माण के अलावा राज्य में विभिन्न सड़क परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। उत्तर प्रदेश में वह 2,120 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले, चुन्नीगंज मेट्रो स्टेशन से कानपुर सेंट्रल मेट्रो स्टेशन खंड का उद्घाटन करेंगे। इसमें 14 स्टेशन शामिल होंगे, जिनमें पांच नए भूमिगत स्टेशन होंगे जो शहर के प्रमुख स्थलों और वाणिज्यिक केंद्रों को मेट्रो नेटवर्क में जोड़ेंगे। बयान में कहा गया है कि वह सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे और बिजली एवं सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। बयान के अनुसार, वह प्रधानमंत्री आयुष्मान वय वंदना योजना, राष्ट्रीय आजीविका मिशन और प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र और चेक वितरित करेंगे।
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नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के दाहोद में 9000 अश्व शक्ति (एचपी) वाले जिस इंजन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था वह भारतीय रेलवे के लिए विकसित अब तक का सबसे शक्तिशाली एकल-इकाई वाला विद्युत इंजन है। रेल मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘अब तक, मालवाहक इंजन आमतौर पर 4500 या 6000 एचपी क्षमता पर संचालित होते थे। यद्यपि 12,000 एचपी इंजन मौजूद हैं लेकिन वह दो छह-छह हजार एचपी वाली इकाइयों को जोड़कर बनाए गए हैं।'' इसने कहा, ‘‘इसके विपरीत, दाहोद में निर्मित इंजन एक एकीकृत, उच्च शक्ति के साथ समाधान प्रदान करता है जो आसानी से काफी लंबी और भारी मालगाड़ियों को खींच सकता है।'' इसमें कहा गया है कि 9000 एचपी वाला इंजन भारतीय रेलवे की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक- माल ढुलाई वाले अति व्यस्त मार्ग, का समाधान प्रदान करता है। बयान में कहा गया, ‘‘भारी वजन खींचने के लिए कम इंजनों की आवश्यकता होने से रेल यातायात को सुगम किया जा सकता है, जिससे व्यस्त गलियारों पर दबाव कम हो सकता है।'' इसमें कहा गया, ‘‘इसके अलावा, कई छोटे इंजनों को एक उच्च क्षमता वाले इंजन से बदलने के कारण भारतीय रेलवे परिचालन लागत, श्रमबल की आवश्यकताओं और ऊर्जा खपत को कम कर सकता है। इससे अंतत: उद्योगों के लिए रसद लागत भी कम हो जाएगी।