भारत-EFTA मुक्त व्यापार समझौता 1 अक्टूबर से होगा लागू, स्थानीय उत्पादों को वैश्विक मंच तक पहुंचाने पर जोर
नई दिल्ली। केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज सोमवार को बताया कि भारत का मुक्त व्यापार समझौता (FTA) ईएफटीए देशों (आइसलैंड, लिक्टेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड) के साथ 1 अक्टूबर 2025 से प्रभावी होगा। उन्होंने यह जानकारी यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के समापन सत्र में जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विकसित देश भारत के साथ एफटीए करने के इच्छुक हैं, और भारत पहले ही यूएई, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन के साथ ऐसे समझौते कर चुका है। भारत के विदेशी मुद्रा भंडार अब 700 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गए हैं।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारत अमेरिका, यूरोपीय संघ, न्यूजीलैंड, ओमान, पेरू और चिली के साथ भी व्यापार वार्ता में है, जबकि कतर और बहरीन ने भी रुचि दिखाई है। यूरेशिया के साथ टर्म्स ऑफ रेफरेंस (ToR) अंतिम रूप में हैं, जो भारत की मजबूत वैश्विक स्थिति को दर्शाता है। पीयूष गोयल ने हाल ही में लागू जीएसटी सुधारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवरात्रि के अवसर पर देश को ऐतिहासिक सुधार दिया है। उन्होंने कहा, “22 सितंबर का दिन इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। मुझे लगता है कि यह स्वतंत्रता के बाद का सबसे बड़ा सुधार है, जिसका असर दशकों तक महसूस होगा।”
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री की अगुवाई में भारत 2014 में कमजोर अर्थव्यवस्था से आज विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और अगले दो वर्षों में 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के आकार के साथ तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति 2 प्रतिशत है, जो पिछले दशक में सबसे कम है, जबकि जीडीपी वृद्धि पिछली तिमाही में 7.8% रही। उन्होंने बैंकिंग क्षेत्र की मजबूती और ब्याज दरों में कमी पर भी जोर दिया।
गोयल ने कहा कि केंद्र सरकार अब पूर्वोत्तर और पूर्वी राज्यों के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है और राज्य सरकारों के साथ मिलकर समावेशी विकास सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की प्रगति को उल्लेखनीय बताया और कहा कि राज्य ने निर्यात और उद्योग को मजबूत करने के लिए देश का पहला समर्पित एक्सपोर्ट प्रमोशन मंत्रालय स्थापित किया है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि खादी, कपास और कुटीर उद्योग जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। उन्होंने वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट (ODOP) पहल को उजागर किया, जो अब देश के 750 से अधिक जिलों में पहुंच चुकी है। ODOP के तहत 1200 से अधिक उत्पादों को विशेष बढ़ावा दिया गया है, और केंद्र और राज्य सरकारें इन्हें घरेलू और वैश्विक बाजारों में प्रोमोट करने में जुटी हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि देश के हर राज्य में यूनिटी मॉल स्थापित किए जाएंगे, जो जिला उत्पादों को प्रदर्शित करेंगे। उत्तर प्रदेश में लखनऊ, आगरा और वाराणसी में तीन मॉल होंगे। केंद्रीय मंत्री ने प्रधानमंत्री के स्वदेशी उत्पाद अपनाने के आह्वान को दोहराया और कहा, “हर उत्पाद में भारतीय श्रमिकों की मेहनत और संघर्ष झलकता है।”
गोयल ने कहा कि यूपी की इंफ्रास्ट्रक्चर विकास समर्पित फ्रेट कॉरिडोर, एक्सप्रेसवे, हवाई अड्डे, मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स हब, इनलैंड वाटरवेज और कंटेनर डिपो ने व्यापार और उद्योग पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत किया है। उन्होंने यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो को MSME, महिला उद्यमियों, स्वदेशी उत्पादों और निर्यात-उन्मुख इकाइयों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बताया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से स्वदेशी उत्पादों के उपयोग और जीएसटी लाभ सीधे उपभोक्ताओं तक पहुँचाने का आग्रह किया, जिससे समावेशी विकास सुनिश्चित होगा।-





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