दुर्ग जिला शिक्षा अधिकारी ने किया स्कूलों का निरीक्षण
दुर्ग / जिला शिक्षा अधिकारी श्री अरविंद मिश्रा ने आज जिले के दुर्ग एवं धमधा विकास खण्ड के विभिन्न शालाओं का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गिरहोला में पदस्थ कर्मचारियों का विभिन्न तिथियों के लिए दिये गये अवकाश आवेदन उपस्थिति पंजी में दबे पाये गये। उपस्थिति पंजी अवलोकन करने पर उक्त तिथियों में अवकाश प्रविष्ठि के बजाय पंजी में हस्ताक्षर पाये गये प्रातः 10.10 बजे तक विद्यालय में ताला लगा पाया गया जबकि कर्मचारियों को समय पर उपस्थित होने के निर्देश हैं। उक्त अनियमितता के लिए संबंधित संस्था प्राचार्य एवं समस्त अनुपस्थितों को नोटिस जारी किया गया हैं। शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला गिरहोला के निरीक्षण दौरान कक्षा स्तरीय ज्ञान का होना नही पाये जाने पर उपस्थित शिक्षकों को 31 दिसम्बर 2025 तक कक्षा स्तरीय ज्ञान कराये जाने, विद्यालय में स्वच्छता का अभाव पाये जाने पर स्वच्छता बनाये रखने के निर्देश दिये गये है।
शासकीय उ.मा.वि. सेमरिया के निरीक्षण दौरान श्री रमेश कुमार ठाकुर, व्याख्याता एल.बी. शालेय कार्य से अनुपस्थित पाये गये, श्री रूपेन्द्र कुमार ठाकुर, सहायक गेड-03 शाला समय तक उपस्थित नही मिले उक्त अनियमितता के लिए संबंधितों को नोटिस जारी किया गया है जवाब प्राप्ति उपरांत एक दिन का वेतन काटने की कार्यवाही की जाएगी ।
सेजेस जामुल का निरीक्षण दौरान श्री प्रीतम बन्छोर, कविता पाण्डेय, श्रीमती वंदना शर्मा व्याख्याता एवं श्रीमती कविता प्राणिग्राही, व्याख्याता (संविदा) शाला समय तक अपने कार्य पर उपस्थित नही पाये जाने पर नोटिस जारी किया गया हैं। शास.उ.मा.वि. कुरूद का निरीक्षण दौरान श्री राजेन्द्र कुमार मरकाम, सहायक ग्रेड-02 बिना पूर्व सूचना एवं आवेदन के कार्य से अनुपस्थित पाये जाने पर नोटिस जारी किया गया है। निरीक्षण के दौरान नियत समय पर अनुपस्थितों के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए आगामी 01 जनवरी से बायोमैट्रिक उपस्थिति की जानकारी भी दी।
निरीक्षण के दौरान सभी प्राथमिक/पूर्व माध्यमिक शाला के संस्था प्रमुखों को मध्यान्ह भोजन निर्धारित मीनू अनुसार प्रदाय करने, बारहाखड़ी, पहाड़ा पुस्तक वाचन के नियमित अभ्यास कराने, विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत उपस्थित सुनिश्चित किये जाने तथा नियत समय पर अनिवार्य उपस्थिति के निर्देश दिये। इसी प्रकार हाई / हायर सेकेण्डरी विद्यालयों के प्राचार्यों को नियमित प्रायोगिक कार्य करने, ब्लू प्रिंट के अनुरूप 05 वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल कराने, तिमाही परीक्षा के आधार पर चिन्हांकित विद्यार्थीयों को सिमित पाठ्यक्रम में बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कराने एवं प्रायोगिक परीक्षा के बाद भी बोर्ड परीक्षा प्रारंभ होने के पूर्व तक विद्यार्थियों की नियमित उपस्थिति के निर्देश भी दिये गये।











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