पांच हजार दियों से रोशन हुआ महायज्ञ पंडाल
- गायत्री व महामृत्युंजय मंत्र की आहूति के साथ 24 कुंडीय महायज्ञ की हुई पूर्णाहुति*
- वैदिक मंत्रों से गायत्रीमय हुआ धर्मधाम धमधा
धमधा। मानव में पशु प्रवृत्ति से दैवीय प्रवृत्ति के परिमार्जन के लिये धमधा में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। चार दिवसीय इस आयोजन में प्रतिदिन 24-24 दंपत्तियों के साथ सैकड़ों लोगों ने आहूतियां दी। गायत्री महामंत्र एवं महामृत्युंजय मंत्र की गूंज से वातावरण भक्तिमय हो गया। रात में 5000 दीप जलाकर दीप यज्ञ किया गया, जिसमें यज्ञ मंडल दियों की रोशनी से जगमगाने लगा।
ऐतहासिक नगर धमधा में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। इसमें चार दिन तक भंडारा में भोजन प्रसाद वितरित किया गया। समापन अवसर पर यज्ञ मंडप में तीन हजार लोगों ने एक साथ बैठकर सामूहिक भोज किया। बिना किसी भेदभाव के लोगों ने इसमें अपनी सहभागिता दी।

तीन दिन तक रोजाना सुबह। यज्ञ हुआ, जिसमें लोक कल्याण एवं वातावरण के परिष्कार के लिये घी व जड़ीबूटी वाली हवन सामग्री से आहूतियां दी गईं। श्रद्धालुओं ने - यज्ञ देव प्रभो हमारे भाव उज्जव कीजिये, छोड़ देवें छल कपट को मानसिक बल दीजिये, गाते हुए यज्ञशाला की परिक्रमा की।
इसके बाद यज्ञशाला में ही जंगल से आए पत्तल में बैठकर भोजन कराया गया। दोपहर 1 बजे से देर रात तक भंडारा चला। इस अवसर पर आयोजन समिति के संरक्षक श्रवण गुप्ता, नगर पंचायत अध्यक्ष सुनीता राजीव गुप्ता, समाजसेवी रमेश पटेल दुर्ग, संयोजक वीरेंद्र देवांगन, गोविन्द पटेल, शिवकुमार राठौर, ईश्वरी निर्मलकर, सुनील गुप्ता, संजीव गुप्ता, अशोक देवांगन, दुर्गेश देवांगन, राजू यादव सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
दीपयज्ञ से रोशन हुई यज्ञशाला
रात्रि में शांतिकुंज हरिद्वार से आए प्रतिनिधि योगेश पटेल, महादेव साह, राजनारायण यादव, अभिषेक वैष्णव ने दीप यज्ञ कराया। घनश्याम शर्मा एवं हिंद एथलेटिक्स क्लब के सदस्यों ने दियों से कलाकृति बनाई, जिसकी जगमग रोशनी से वातावरण भक्तिमय हो गया। शंख बजे, दीप जले व्दार-व्दार दीपक जलाओ रे गीत के बीच गायत्री मंत्र से भावनात्मक आहूति दी गई। रात्रि में धर्मेन्द्र ताम्रकार ने केसियो की मधुर धुन में भजन प्रस्तुत किया, जिससे वातावरण संगीतमय और भक्तिमय हो गया।











.jpeg)

Leave A Comment