बच्चों पर झपटे कुत्ते, बहादुर ओम ने खुद चोटिल होकर बचाई बच्चों की जान....
- ओम उपाध्याय को राज्य वीरता पुरस्कार देने के लिए विधायक रिकेश सेन, वार्ड 14 पार्षद अभिषेक मिश्रा और वार्ड 11 पार्षद महेश वर्मा ने की अनुशंसा
भिलाई। कोहका, भिलाई में एक ऐसे बालक की बहादुरी की चर्चा हो रही है, जो दोनों कानों से दिव्यांग हैं। ओम ....जी हां ओम उपाध्याय ने कुत्ते के हमले से कई बच्चों को बचाकर जिस तरह अपने साहस का परिचय दिया है, उसकी हर कोई भूरि-भूरि प्रशंसा कर रहा है।
बात है 20 दिसंबर की। छोटे-छोटे बच्चे घर के बाहर गली में खेल रहे थे। उन बच्चों को पता ही नहीं था कि एक खतरा धीरे-धीरे उनकी ओर बढ़ रहा है। खेलते-खेलते एकाएक बच्चों के चेहरे पर डर सा उभर आया। दूर खड़े ओम उपाध्याय ने देखा कि कुछ खौफनाक कुत्ते बच्चों की ओर बढ़ रहे हैं। ओम को उस वक्त कुछ नहीं सूझा और उसने पहले कुत्तों को वहां से भगाने का प्रयास किया, लेकिन एक कुत्ता आक्रामक हो गया और बच्चों की ओर दौडऩे लगा। तब ओम ने अपनी जान की परवाह किए बगैर कुत्ते को उठाया और अपनी गली से सड़क की ओर आक्रामक कुत्ते को छोडऩे दौडऩे लगा। इसी दौरान आक्रामक कुत्ते ने ओम के हाथ में दांत गड़ा दिए, लेकिन उसके बाद भी ओम नहीं रुके और कुत्ते को बच्चों की पहुंच से दूर गली से बाहर सड़क पर छोड़ दिया। वहां मौजूद बच्चों ने इसकी सूचना ओम की मां सीमा उपाध्याय को दी। सीमा तत्काल ओम को लेकर प्राइमरी हेल्थ सेंटर, कोहका भिलाई पहुंची और उनका इलाज शुरू कराया। जहां ओम को ओपीडी में तत्काल टिटनेस और एंट्रीरैबीज इंजेक्शन लगाया गया। चिकित्सक के अनुसार ओम को कुल 5 इंजेक्शन लगाया जाएगा। इस घटना में ओम ने अपनी सूझ बूझ और अपने साहस का परिचय देकर कई बच्चों की जान बचा ली। ओम की वीरता की मोहल्ले के सभी लोगों ने प्रशंसा करते हुए उन्हें ढेर सारा आशीर्वाद दिया। वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन, वार्ड 14 के पार्षद अभिषेक मिश्रा और वार्ड 11 के पार्षद महेश वर्मा ने राज्य शासन से ओम उपाध्याय को राज्य वीरता पुरस्कार देने की अनुशंसा की है।
ओम पशु-पक्षियों के प्रति अति संवेदनशील हैं। पिछली बार कार की टक्कर में एक आवारा कुत्ता घायल हो गया था, तो ओम ने उसे पशु चिकित्सालय पहुंचाया और उसका इलाज कराया। वहीं एक बार उन्होंने गाय के बछड़े को भी कुत्तों से बचाया था। ओम के पिता नीरज उपाध्याय ने बताया कि अपने मोहल्ले में ओम निश्छल और सबकी मदद के लिए तैयार रहने वाले बच्चे के रूप में लोकप्रिय हैं। कोहका, भिलाई निवासी ओम उपाध्याय 16 साल के हैं। इस समय वे दिव्य अनुभूति विद्यालय कोहका, चांदनी चौक सिरसा रोड, भिलाई में 10 वीं के छात्र हैं। ओम प्रतिभा के धनी भी हैं और बिना किसी ट्रेनिंग के काफीअच्छे स्केच्स बना लेते हैं। कुशाग्र बुद्धि होने की वजह से वे चीजों को बहुत जल्दी सीख जाते हैं। यदि उन्हें मौका मिले, तो वे काफी आगे बढ़ सकते हैं।












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