प्रख्यात तमिल अभिनेता ‘दिल्ली' गणेश का निधन
चेन्नई । प्रख्यात तमिल अभिनेता ‘दिल्ली' गणेश का बीमारी के कारण यहां उनके आवास पर शनिवार देर रात निधन हो गया। उनके परिवार ने यह जानकारी दी। वह 80 वर्ष के थे। ‘दिल्ली' गणेश के परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटा और दो बेटियां हैं। उन्हें उनकी विभिन्न सहायक भूमिकाओं के लिए जाना जाता है, जिनमें हास्यपूर्ण और नकारात्मक भूमिकाएं भी शामिल हैं। फिल्म जगत ने उनके निधन पर शोक जताया और अभिनेताओं और फिल्म निर्देशकों ने गणेश के आवास पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित की।
तमिलनाडु सरकार की ओर से स्वास्थ्य मंत्री एम. सुब्रमण्यम ने पुष्पांजलि अर्पित की। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने गणेश के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि यह तमिल सिनेमा उद्योग के लिए "बड़ी क्षति" है। उन्होंने विभिन्न फिल्मों और टेलीविजन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिकाओं को भी याद किया। सोशल मीडिया पर अभिनेता रजनीकांत और अभिनेता एवं नेता विजय सहित कई मशहूर हस्तियों ने 80 वर्षीय अभिनेता के निधन पर शोक व्यक्त किया। तिरुनेलवेली के रहने वाले गणेश के अभिनय करियर की शुरुआत 1960 के दशक में हुई थी जब उन्होंने दिल्ली में नाटकों में छोटी-छोटी भूमिकाएं निभाईं। दिल्ली में उन्होंने एक दशक तक असैन्य पद पर भारतीय वायुसेना में काम किया था। बाद में, वह भारतीय वायुसेना की नौकरी से इस्तीफा देकर चेन्नई आ गए और अभिनेता ‘कथड़ी' राममूर्ति की मंडली में शामिल हो गए। उन्होंने ‘डाउरी कल्याणम' समेत कई नाटकों में अभिनय किया। जब दिग्गज फिल्म निर्देशक के. बालचंदर ने 1977 में नाटक ‘पत्तिनाप्रेवसम' पर आधारित एक फिल्म बनाई तो गणेश को सिनेमा जगत में काम करने का पहला अवसर मिला। इसके बाद से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और रजनीकांत, कमल हासन तथा विजयकांत समेत शीर्ष सितारों के साथ फिल्मों में शानदार मुख्य भूमिकाएं निभाईं। कमल हासन की फिल्म ‘माइकल मदाना कामराजन' और ‘एव्वई षणमुगी' में गणेश की भूमिकाएं खूब पसंद की गईं। उन्होंने हासन की ब्लॉकबास्टर फिल्म ‘अबूर्वा सगोथारारगल' (हिंदी में अप्पू राजा) में एक खलनायक की भी यादगार भूमिका निभाई। मंच पर नाटकों में गणेश के अभिनय ने संवाद अदायगी के मामले में उन्हें फिल्म जगत में मजबूत पहचान दी और चार दशकों के अपने करियर में उन्होंने 400 से अधिक फिल्मों में विविध प्रकार की भूमिकाएं निभाईं। वह वेब सीरीज में भी काफी सक्रिय रहे। उन्हें तमिलनाडु सरकार के कलाईममानी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। चूंकि वह लंबे समय तक दिल्ली में रहे तो सिनेमा में आने पर इस शहर का नाम उनके नाम के आगे जुड़ गया। हाल ही में, दिल्ली गणेश को नादिगर संगम (अभिनेता संघ), जिसे औपचारिक रूप से साउथ इंडियन आर्टिस्ट्स एसोसिएश कहा जाता है, द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अभिनेता के बेटे महा दिल्ली गणेश ने पत्रकारों को बताया कि उनके पिता को उम्र संबंधी बीमारियां थीं और उनका उपचार किया जा रहा था। उन्होंने कहा, ‘‘बीती रात जब हमने दवा देने के लिए उन्हें जगाने की कोशिश की तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। एक चिकित्सक ने उनका निधन हो जाने की पुष्टि की।'' परिवार ने एक बयान में कहा कि दिल्ली गणेश का नौ नवंबर को रात 11 बजे निधन हो गया।
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