आयुर्वेद के अनुसार पाइल्स में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?
पाइल्स पाचन तंत्र की खराबी से होने वाली एक गंभीर बीमारी है। आम बोलचाल की भाषा में इसे बवासीर कहा जाता है। इस समस्या में एनस के अंदर और बाहर के हिस्से में सूजन आ जाती है। बवासीर की समस्या में एनस में मस्से बनने लगते हैं। इस कारण मलत्याग करते वक्त दर्द और खून आने की समस्या हो जाती है। यह समस्या कब्ज या पेट खराब रहने पर होती है। असंतुलित खानपान और मसालेदार खाने के कारण यह समस्या हो सकती है। वहीं, सही खानपान से इसे ठीक किया जा सकता है। आयुर्वेद के मुताबिक बवासीर में कुछ चीजों को खाने से बचना चाहिए। जबकि चीजों से सेवन से समस्या में मदद मिल सकती है।
बवासीर में क्या खाना फायदेमंद होगा?
आयुर्वेद में पाइल्स को अर्श रोग कहा जाता है। इसमें खानपान पर विशेष ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि इससे समस्या को नियंत्रित रखा जा सकता है-
अनाज में क्या खाएं
अनाज में जौ, ज्वार, पुराना चावल, गेंहू, लाल चावल, रागी, मूंग खा सकते हैं।
सब्जी और फलों में क्या खाएं
लौकी की सब्जी, करेला, पटोल, ककड़ी, परवल, पेठा, सफेद कद्दू, सिंघाड़ा, कमलगट्टा, अनार, आंवला, गन्ने खाएं। कम मात्रा में सेब और आम का सेवन कर सकते हैं। जामुन, अमरूद और तरबूज खाना भी फायदेमंद होगा।
कौन से मसाले इस्तेमाल करें
बवासीर में ज्यादा मसालेदार चीजें खाने से बचना चाहिए। ऐसे में आप जीरा, धनिया, इलायची, कम मात्रा में हींग, तेज पत्ता, दालचीनी, सौंफ, मिश्री का इस्तेमाल कर सकते हैं।
अन्य चीजें
भीगे हुए अखरोट और बादाम, अंजीर, मुनक्का खाएं। गाय का दूध, बकरी का दूध, छाछ, घी, मक्खन, धनिया, मटके का शीतल जल, गुलकंद, गुलाब जल, कच्चे आम का शरबत पीना भी बहुत फायदेमंद होगा।
क्या फॉलो करें
-उबटन लगाना, चंदन का लेप, चंदन वाले पानी से नहाना, विरेचन, पंचकर्म, ठंडी जगह ज्यादा रहना जैसी चीजें अपना सकते हैं।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट के मुताबिक ऐसे में कुछ चीजें अवॉइड भी करनी चाहिए-
-बवासीर में गर्म चीजें खाने या संपर्क में आने से बचना चाहिए। इस दौरान नए धान, अनाज और नये चावल का सेवन नहीं करना चाहिए।
-ऐसे में हार्ट वर्कआउट अवॉइड करना चाहिए। साथ ही, तनाव से भी दूरी रखनी चाहिए।
-बवासीर में बाजरे का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसे में मसूर, कुल्थी, अरहर और मकई का सेवन कम से कम करना चाहिए।
-टमाटर, चौली, बैंगन, सुहन्जना का सेवन नहीं करना चाहिए।
-मसालों में काली मिर्च, लाल और हरी मिर्च, तिल, सरसों, लहसुन, काजू, पिस्ता, अदरक आदि का सेवन कम करना चाहिए।
-अगर नॉन-वेज खाते हैं तो मछली और चिकन भी अवॉइड करें। क्योंकि ये चीजें गर्मी बढ़ा सकती हैं।
-ऐसे में गर्म तासीर वाली चीजें खाने से बचना चाहिए। क्योकि इनके सेवन से बॉडी हीट बढ़ सकती है।
-ज्यादा धूप में निकालना, चुल्हे के पास जाना या गर्मी में ज्यादा रहने से भी परेशानी बढ़ सकती हैl
-मल-मूल त्याग को ज्यादा देर तक रोककर रखने से परेशानी बढ़ सकती है।
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