निचले स्तर के सरकारी कर्मियों को माता-पिता को यात्रा पर ले जाने हेतु मिल सकती है सहायता
दुलियाजान ।असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार अगले वर्ष से निचले स्तर के कर्मचारियों को मौद्रिक सहायता देने का विचार कर रही है ताकि सरकार से मिले ‘विशेष अवकाश' के दौरान वे अपने माता-पिता को यात्रा पर ले जा पाएं। पहले सरकारी कर्मचारियों को दो विशेष अवकाश दिये जाते थे ताकि उन्हें अपने माता-पिता या सास-ससुर के पास जाने एवं उनके साथ गुणवत्तापूर्ण वक्त बिताने का मौका मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो कर्मचारी विशेष अवकाश लेंगे उन्हें अपने माता-पिता या सास-ससुर के पास जाने से संबंधित फोटो सबूत जमा करना होगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही एक वेब पोर्टल भी शुरू किया जाएगा ताकि जो इच्छुक कर्मचारी उसपर उनके फोटो अपलोड करना चाहें तो वे ऐसा कर पाएं। सरमा ने कहा, ‘‘नियमित जीवन हमें मशीन बना देता है लेकिन जब हम अपने माता-पिता के साथ होते हैं तब हम और नेकदिल बन जाते हैं। यह हमारी समृद्ध भारतीय परंपरा से फिर से जोड़ने का हमारा प्रयास भर है। '' मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस बात पर विचार कर रही है कि क्या वह अगले साल से तीसरी और चौथी श्रेणी के कर्मचारियों को ‘कुछ मौद्रिक मदद' कर पाएगी ताकि वे अपने माता-पिता को छुट्टी के दौरान पर्यटन स्थलों पर ले जा पाएं। उन्होंने कहा कि एक वेब पोर्टल भी तैयार किया जा रहा है ताकि छुट्टी लेने के बाद इच्छुक कर्मचारी अपने माता-पिता के साथ गुजारे वक्त के फोटो उसपर डाल सकें। उन्होंने कहा, ‘‘ (लेकिन) फोटो डालना अनिवार्य नहीं है, हालांकि सभी कर्मचारियों को अपने माता-पिता के साथ बिताये वक्त के पक्ष में फोटो जरूर जमा करना होगा। '' राज्य मंत्रिमंडल ने पिछले नवंबर में सरकारी कर्मचारियों को इस साल जनवरी में दूसरे शनिवार एवं रविवार के साथ दो दिनों का अतिरिक्त अवकाश देने को मंजूरी दी थी ताकि वे अपने माता-पिता या सास-ससुर के साथ चार दिन गुजार सकें। सरमा ने कहा कि मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को छोड़कर सभी इसविशेष अवकाश के हकदार होंगे । उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों एवं मंत्रियों से भी यह अवकाश लेने की अपील की।
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