बौना रोग: अकाली दल ने धान उत्पादकों के लिए प्रति एकड़ 20,000 रुपये मुआवजे की मांग की
चंडीगढ़. शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने रविवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से उन धान उत्पादकों के लिए 20,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजे की मांग की, जिनकी फसल बौने रोग से प्रभावित हुई है। एक बयान में पूर्व मंत्री और अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब के कई जिलों में बौना रोग 20 से 25 प्रतिशत खेतों में फैल गया है। उन्होंने बताया कि इससे धान की पैदावार में कम से कम 10 क्विंटल प्रति एकड़ की गिरावट आने की संभावना है। उन्होंने कहा, “सरकार को इस बारे में विचार करना चाहिए और किसानों को नुकसान की भरपाई करनी चाहिए।”
चीमा ने कहा, “धान की फसल को ‘बौने' वायरस से कितना नुकसान हुआ है, इसका पता लगाने के लिए राज्यव्यापी सर्वेक्षण भी किया जाना चाहिए।” उन्होंने यह भी बताया कि पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, मोहाली, होशियारपुर, पठानकोट और गुरदासपुर जिले बौने रोग से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के एक हालिया सर्वेक्षण में विशेष रूप से राज्य में धान के खेतों में बौना रोग के कारण कम लंबाई वाले पौधे पाए गए थे। पीएयू ने राज्य के कई हिस्सों में धान के पौधों के बौनेपन के पीछे “सदर्न राइस ब्लैक-स्ट्रीक्ड ड्वार्फ वायरस” (एसआरबीएसडीवी) नामक विषाणु जनित रोग को कारण बताया है। चीमा ने कहा, “बौना रोग के कारण होने वाला भारी नुकसान उन किसानों के लिए एक तबाही के समान होगा जो इस साल मार्च में तापमान बढ़ने के कारण गेहूं की पैदावार के नुकसान के अलावा 'मूंग' की फसल की बुवाई में होने वाले नुकसान को झेल रहे थे, जिसकी खरीद मुख्यमंत्री द्वारा किए गए वादों के बावजूद नहीं की गई।” चीमा ने मुख्यमंत्री से तुरंत हस्तक्षेप करने और प्रभावित किसानों के लिए मुआवजे के पैकेज की घोषणा करने को कहा है।








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