हिस्ट्रीशीटर को पकडऩे गई पुलिस पर हमला, डीएसपी सहित 8 पुलिसकर्मी शहीद
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर के एक हिस्ट्रीशीटर को पकडऩे बिकरू गांव गई पुलिस टीम पर अपराधियों ने हमला कर दिया। इस मुठभेड़ में डीएसपी सहित 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं। 7 पुलिसकर्मी घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है। इस मुठभेड़ में दो आरोपी भी मारे गए हैं।
पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी ने बताया कि शातिर अपराधी विकास दुबे के खिलाफ करीब 60 केस दर्ज हैं। यह हिस्ट्री शीटर भी है। इसके खिलाफ धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया गया था। उसे पकडऩे के लिए टीम भेजी गई थी। वहां पहुंचने से पहले ही आरोपियों ने पार्टी के रास्ते में जेसीबी लगा दी। फोर्स जब वाहन से नीचे उतरी तो वहां छिपे लोगों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई भी हुई, लेकिन अपराधी ऊंचाई पर थे। इस हमले में हमारे 8 कर्मी शहीद हो गए।
उन्होंने बताया कि ऑपरेशन अभी भी जारी है, क्योंकि अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गए हैं। आईजी, एडीजी, एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) को ऑपरेशन की निगरानी के लिए वहां भेजा गया है। कानपुर से फारेंसिंगह टीम मौके पर है और लखनऊ से एक विशेषज्ञ टीम भी भेजी जा रही है। इसमें एसटीएफ को भी लगाया गया है । कानपुर एटीएफ पहले से ही कार्यरत है।
शहीद होने वाले पुलिस कर्मी हैं- सीओ देवेंद्र कुमार मिश्रा, एसओ महेश यादव, चौकी इंचार्ज अनूप कुमार, सब-इंस्पेक्टर नेबुलाल, कांस्टेबल सुल्तान सिंह, राहुल, जितेंद्र और बबलू।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, प्रशांत कुमार ने बताया कि घटना में 7 लोग (5 पुलिस कर्मी,एक होम गार्ड, एक सिविल) घायल हुए हैं। पुलिस के कुछ हथियार गायब हुए हैं। जिसकी जांच चल रही। जो भी लोग इस कार्य में शामिल हैं, हम उन्हें ढूंढकर कानून के सामने पेश करेंगे।
उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा-जनपद कानपुर में कर्तव्य पथ पर अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले 8 पुलिसकर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि। शहीद पुलिसकर्मियों ने जिस अपरिमित साहस व अद्भुत कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
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