नाव हादसे में अब तक आधा दर्जन से अधिक शव मिले
पटना। खगडिय़ा और सहरसा में हुए नाव हादसे में डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों के लापता होने की खबर है। खगडिय़ा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के एकनियां घाट के पास मंगलवार की शाम नाव डूबने से लगभग एक दर्जन लोग लापता हो गए, वहीं सहरसा के चिड़ैया ओपी के बगुलबा टोल के पास मंगलवार की शाम आंधी आने से नाव पलट गई, जिससे महिला, पुरुष व बच्चे लापता हो गए। बुधवार सुबह एनडीआरएफ की टीम ने खगडिया में छह और सहरसा हादसे के शिकार तीन लोगों के शव को बरामद कर लिया है। वहीं समाचार लिखे जाने तक अन्य लापता लोगों की तालाश जारी है। डीएम आलोक रंजन घोष ने बताया कि पांच किलोमीटर के समीप से टीकारामपुर के लिए नाव खुली थी। नाव पर 25-30 लोग सवार थे। कितने लोग लापता हैं तथा कितने लोग सुरक्षित निकल पाए। सही आंकड़ा सामने नहीं आया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार खगडिय़ा में हुए नाव हादसे के बाद नाव पर सवार लगभग डेढ़ दर्जन लोग तैर कर किनारे आ गए, जबकि करीब दर्जन भर लोग नदी में बह गए लापता लोगों में अधिकतर महिलाएं व पुरुष शामिल हैं। एसडीआरएफ की टीम ने छह शवों को निकाला है़ दो मृतक की पहचान सोसाइटी टोला निवासी कोहल यादव की पत्नी रूपम देवी तथा छोटकी यादव की पत्नी विवेका देवी के रूप में गयी है। हालांकि स्थानीय लोगों ने बताया कि शंभू यादव का पुत्र सुशांत कुमार, रंजीत यादव की पुत्री शिवानी कुमारी, दीक्षा कुमारी, रौशन यादव की पत्नवी दुलारी देवी आदि लापता हैं। लापता लोगों में मुंगेर जिले के भी तीन लोग शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि घटना मंगलवार शाम की है। जब सोनवर्षा टीकारामपुर के ग्रामीण मानसी बाजार में जरूरत की सामग्री खरीद कर नाव से घर लौट रहे थे। इसी दौरान तेज हवा के कारण नाव एकनियां घाट के समीप बूढ़ी गंडक में पलट गई। पुलिस के अनुसार इंगलिश टोला, देबन टोला, सोनवर्षा, टीकारामपुर पूर्व टोला के दर्जनों लोग मानसी बाजार में जरूरत की सामग्री खरीद कर पांच किलोमीटर के समीप नाव पर सवार हुए थे। एकनियां घाट के समीप जैसे ही नाव पहुंची तेज हवा चलने लगी। तेज हवा के कारण नाव पलट गई। नाव पर सवार लगभग डेढ़ दर्जन लोग तैर कर निकल गए। हालांकि, डीएम की मानें तो नाव पर लगभग 25 से 30 लोग सवार थे।
सहरसा में छह लापता
दूसरी ओर सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) से आ रही जानकारी के अनुसार चिड़ैया ओपी के बगुलबा टोल के पास मंगलवार की शाम आंधी आने से नाव पलट गयी, जिससे महिला, पुरुष व बच्चे लापता हैं। तीन मृतकों में एक चार वर्षीय बच्चा अलानी पंचायत की सरपंच चिड़ैया गांव निवासी सीता देवी का नाती है। ग्रामीणों ने मृत बच्चे के अलावा पांच महिलाओं व चार पुरुषों को बचा लिया गया। लेकिन छह लोग अब भी लापता हैं। ग्रामीणों के अनुसार करीब तीन बजे शाम में सहुरी गांव के लोग हाट-बाजार करने चिड़ैया आये थे। करीब छह बजे शाम में सभी चढ़कर वापस सहुरी गांव जा रहे थे। नाव बगुलबा टोल से करीब आधा किलोमीटर दूर आगे बढ़ा ही था कि आंधी-तूफान के साथ बारिश में फंस कर डूब गया।
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