काशी के डोम राजा जगदीश चौधरी का निधन, पीएम और गृह मंत्री ने शोक व्यक्त किया
नई दिल्ली। काशी के डोम राजा जगदीश चौधरी का आज सुबह निधन हो गया। वाराणसी के ही निजी अस्पाताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। जांघ में घाव के कारण कई महीनों से उनका इलाज चल रहा था। निधन की खबर मिलते ही उनके त्रिपुरा भैरवी घाट स्थित निवास पर लोगों की भीड़ जुट गई। लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जगदीश चौधरी को अपना प्रस्तावक चुना था।
वाराणसी में अंतिम संस्कार मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर होता है। दोनों घाटों पर अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी डोम समाज के पास है। काशी में इस प्रमुख जिम्मेदारी को निभाने के कारण इन्हें डोम राजा कहा जाता है।
काशी के डोम राजा जगदीश चौधरी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया- वाराणसी के डोम राजा जगदीश चौधरी जी के निधन से अत्यंत दुख पहुंचा है। वे काशी की संस्कृति में रचे-बसे थे और वहां की सनातन परंपरा के संवाहक रहे। उन्होंने जीवनपर्यंत सामाजिक समरसता के लिए काम किया। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और परिजनों को इस पीड़ा को सहने की शक्ति दे।
वहीं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने काशी के डोम राजा जगदीश चौधरी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
एक ट्वीट में अमित शाह ने कहा कि काशी के डोम राजा का पद भारतीय संस्कृति में व्याप्त विविधता, व्यापकता और सामाजिक समरसता का प्रतीक है। बाबा विश्वनाथ के ऐसे सच्चे उपासक डोम राजा जगदीश चौधरी का स्वर्गवास अत्यंत दु:खद है। उनका निधन सनातन परंपरा और भारतीय समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है ।
अमित शाह ने कहा कि डोम राजा सनातन संस्कृति की सबसे अभिन्न कड़ी हैं जो अपनी अग्नि से लोगों को मोक्ष का द्वार दिखाते हैं। बाबा विश्वनाथ से प्रार्थना है कि डोम राजा श्री जगदीश चौधरी जी को अपने श्री चरणों में स्थान दें और उनके परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। ओम शांति शांति शांति ।
काशी नरेश और काशी के डोम राजा का भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार राजा हरिशचन्द्र ने स्वयं को कालू डोम को बेच दिया था। उसके बाद से वाराणसी मे डोम समुदाय का प्रमुख डोम राजा कहलाता है।
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