राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार प्रदान किए
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 2018-19 के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना-एनएसएस पुरस्कार प्रदान किए। एनएसएस पुरस्कार 42 विजेताओं को तीन विभिन्न श्रेणियों-विश्वविद्यालय, एनएसएस इकाई और उनके कार्यक्रम अधिकारियों तथा एनएसएस स्वयंसेवकों को प्रदान किए गये। इस अवसर पर केन्द्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री किरेन रिजिजू नई दिल्ली के विज्ञान भवन में पुरस्कार वितरण समारोह में उपस्थित थे।
अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य सेवा से शिक्षा प्रदान करना है। श्री कोविन्द ने कहा कि युवा स्वयं सेवियों का चरित्र निर्माण और व्यक्तित्व विकास सेवा के द्वारा किया जाता है। योजना का उद्देश्य मैं नहीं बल्कि तुम हो। श्री कोविन्द ने कहा कि ये बड़े हर्ष का विषय है कि कई तकनीकी संस्थानों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के लगभग 40 लाख युवा छात्र राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़कर राष्ट्र और समाज की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक लगभग चार करोड़ स्वयं सेवकों ने इस योजना के तहत अपना योगदान दिया है। राष्ट्रपति ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी से लड़ाई में एनएसएस स्वयंसेवकों ने समाज में सुरक्षित दूरी और मास्क के उपयोग के बारे में जागरूकता पैदा की है। इस अवसर पर केन्द्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने कोविड-19 महामारी के समय एनएसएस स्वयंसेवकों के महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की।
युवा कार्यक्रम विभाग प्रत्येक वर्ष स्वयंसेवकों के समाज सेवा के अभूतपूर्व कार्यों को मान्यता देने और पुरस्कृत करने के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार प्रदान करता है। केन्द्रीय समाज सेवा योजना-एनएसएस की शुरूआत 1969 में हुई थी। इसका उद्देश्य समाज में स्वयंसेवा के जरिए युवा छात्रों का व्यक्तित्व और चरित्र निर्माण करना है।
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