पुरी जगन्नाथ मंदिर में कीमती वस्तुएं वापस रत्न भंडार में स्थानांतरित की गईं
पुरी/ ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर में कीमती वस्तुएं मंगलवार को वापस रत्न भंडार में स्थानांतरित कर दी गई हैं, जो भंडार की मरम्मत के लिए एक साल पहले बाहर निकाली गई थीं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया के दौरान मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई थी। उन्होंने कहा कि चार घंटे में यह प्रक्रिया पूरी हो गई। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक अरबिंदा पाढी ने कहा, “कीमती सामान और गहने स्थानांतरित करने की प्रक्रिया पूर्वाह्न 10.55 बजे शुरू हुई और अपराह्न 2:55 बजे पूरी हो गई। यह काम ‘श्री जगन्नाथ मंदिर नियमावली-1960' और राज्य सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार किया गया है।” पिछले साल रत्न भंडार से बाहर निकाले जाने के बाद, कीमती सामान को मंदिर परिसर में एक अस्थायी ‘स्ट्रांग रूम' में रखा गया था। सात जुलाई को, एएसआई ने 'रत्न भंडार' के नवीनीकरण का काम पूरा किया था।
पाढी ने कहा कि 'रत्न भंडार' के दोनों कक्ष बंद थे और आंतरिक कक्ष की चाबियां प्रक्रिया के अनुसार जिला ट्रेजरी में जमा की गई थीं। उन्होंने कहा, “सभी काम अच्छी तरह से किए गए और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए वीडियोग्राफी की गई।”
स्थानांतरण के समय रत्न भंडार समिति के सदस्य उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश विश्वनाथ रथ के नेतृत्व में मंदिर में उपस्थित थे। जिला कलेक्टर दिव्या ज्योति परिदा और एसपी प्रतीक सिंह भी मौजूद थे।


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