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- रायपुर। राज्य शासन ने आज भारतीय वन सेवा के 23 अधिकारियों के नवीन पदस्थापना आदेश जारी किए हैं।देखें पूरी सूची--
- समूह की 501 महिलाएं उत्पादित धागे से 1 करोड़ 95 लाख 40 हजार रुपए का लाभ अर्जित कियारायपुर /स्व-सहायता समूह की महिलाएं अब कोसा से धागा निकालने की कला सीखकर अपने जीवन के ताने-बाने बुन रही हैं। इसी कड़ी में जशपुर जिले के कुनकुरी, फरसाबहार, पत्थलगांव और कांसाबेल विकासखण्ड में 07 महिला स्व-सहायता समूह गठन किया गया। महिला समूह के द्वारा टसर धागाकरण कार्य कर धागा उत्पादन किया जा रहा हैं। उत्पादित धागे का समूह के द्वारा बेचकर 1 करोड़ 95 लाख 40 हजार 383 रूपए का लाभ अर्जित किया गया। स्व-सहायता समूह की महिलाएं अपनी आमदनी को बढ़ाते हुए जीवन स्तर को बेहतर बना रही हैं। पूर्व में आय के स्रोत के रूप में सिर्फ खेती, घर के बाड़ी व वन उत्पादों से जीविकोपार्जन कर रही थीं।स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने शासकीय कोसा बीज केन्द्र कुनकुरी में चल रहे टसर धागाकरण योजनान्तर्गत संचालित टसर मशीनों को देखने आई एवं धागाकरण कार्य को देखकर स्व-प्रेरित होकर स्वयं भी इस कार्य को करने के लिए इच्छा प्रकट की। विभाग द्वारा इन महिलाओं को समूह बनाकर टसर धागाकरण प्रशिक्षण दिया गया । प्रशिक्षण के उपरांत स्व-सहायता समूह की महिलाएं कोसा से धागा निकालने की कला को निखारते हुए निरंतर इस कार्य को कर रही हैं। वर्ष-2022-23 में टसर धागाकरण 7 समूह की 501 महिलाओं के द्वारा 33,55,279 किलोग्राम रिलींग धागा, 2315.273 किलोग्राम घींचा धागा एवं वेस्ट सामग्री से 547.148 किलाग्राम धागा का उत्पादन किया गया हैं। उपरोक्त टसर धागारकण कार्य में महिलाओं को स्व-रोजगार से जोड़ने हेतु डीएमएफ एंव आईटीडीपी तथा विभागीय योजना से महिलाओं को मशीन प्रदाय किया गया। समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण हेतु राशि जिला प्रशासन के द्वारा उपलब्ध कराया गया, जिसके द्वारा 501 महिलाएं टसर धागाकरण कार्य कर स्वावंलम्बी हो चुकी हैं।छत्तीसगढ़ में कोसा से धागा निकालने का कार्य कुछ चुनिंदा जगहों पर ही किया जाता है। एक बार धागा निकालने की कला सीखने के बाद कमाई का जरिया पारंपरिक रूप से यह कला पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानांतरित होती जाती है। स्व-सहायता समूह की महिलाएं कोसा खरीदी से लेकर धागा बनाने और बेचने तक का काम सीख चुकी हैं। कोसा से धागा निकालने की प्रक्रिया में सबसे पहले महिलाएं कोसे की ग्रेडिंग करती हैं। ग्रेडिंग के उपरांत प्रतिदिन के हिसाब से कोसा उबाला जाता है और उबले हुए कोसे से धागा बनाया जाता है। धागा पैकिंग कर व्यापारियों को बेच दिया जाता है। प्राप्त पैसे से कोसे फल का पैसा रेशम विभाग को दिया जाता है और बचे हुए पैसे से महिलाएं अपना घरेलू व्यवसाय को आगे बढ़ा रही हैं और स्वावलंबन की राह में आगे बढ़ते हुए महिलाओं की किस्मत भी कोसे की तरह चमकने लगी है।
- -अधिकारियों को निर्देश, योजनाओं के सरलीकरण पर करें काम, योजनाओं का प्रचार-प्रसार हो सुनिश्चित-कृषि मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देशरायपुर । छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज अपने निवास कार्यालय में कृषि विभाग के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। कृषि मंत्री का पदभार मिलने के बाद श्री साहू ने पहली बार अधिकारियों की बैठक ली और उनसे कहा कि राज्य सरकार का मुख्य फोकस किसान और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर है। श्री साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप मैदानी अमले कृषि और उससे जुड़े विभागों की गतिविधियों पर विशेष ध्यान दें तथा किसानों से जुड़ी समस्याओं और उनके निराकरण के लिए पहल करें। श्री साहू ने कहा कि किसानों को समय पर खाद-बीज आदान सहायता के साथ ही अन्य जरूरी सुविधाएं मिलनी चाहिए और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।श्री साहू ने कहा कि किसान समृद्धि योजना और शाकम्भरी योजना से किसानों को सिंचाई का ज्यादा से ज्यादा लाभ दिलाने के लिए विभाग कार्य करे। उन्होंने कहा कि जैविक खेती का रकबा अधिक से अधिक बढ़ाए और साथ ही इसका प्रमाणीकरण भी करें। श्री साहू ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि किसानो को खाद और बीज की कमी नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही अधिकारियों को बेहतर काम करने और योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करने के भी निर्देश दिए।समीक्षा बैठक के दौरान श्री साहू ने गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए कृषि विभाग के साथ ही मंडी बोर्ड, बीज एवं कृषि विकास निगम तथा उद्यानिकी विभाग के योजनाओं की भी गहन समीक्षा की। श्री साहू ने अधिकारियों को उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने के निर्देश भी दिए।कृषि मंत्री ने फसलों के बीमा के संबंध में अधिकारियों के चर्चा करते हुए कहा है कि ब्लाक स्तर के कृषि अधिकारियों की ये जिम्मेदारी है कि वो किसानों को योजनाओं की बेहतर तरीके से जानकारी दें और फसल बीमा के बारे में किसानों को अवश्य जागरूक करें।समीक्षा बैठक के दौरान कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने कृषि मंत्री को विभाग की सभी योजनाओं की संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करायी। बैठक में इंदिरा गाधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गिरीश चंदेल, गोधन न्याय योजना के प्रबंध संचालक डॉ. अयाज तम्बोली, संचालक उद्यानिकी श्री माथेश्वरन व्ही. एवं मंडी बोर्ड के महाप्रबंधक श्री महेन्द्र सिंह सवन्नी समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
- -सड़कोें पर घुमंतू पशुओं को रोकने किए जा रहे विशेष प्रयासरायपुर /प्रदेश की सड़कोें पर घुमंतू पशुओं के विचरण को रोकने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। पशु धन विकास विभाग द्वारा पशुओं को टैग लगाया जा रहा है। पशुओं को रेडियम बेल्ट बांधे जा रहे है। पशु मालिको को समझाईश दी जा रही है कि वे अपने पशुओं को सड़कों पर नही छोड़े। यदि ऐसा पाया जाता है तो ऐसे पशु मालिकों पर अर्थदण्ड की कार्यवाही की जाएगी। सड़कों पर पशुओं को आने से रोकने और पशुओें के कारण सड़कांे पर होने वाले दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों के परिपालन में गठित समिति की बैठक मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में सम्पन्न हुई। बैठक में प्रदेश के विभिन्न जिलों में सड़कों पर पशुओं को आने से रोकने के लिए की जा रही कार्यवाही की विस्तार से समीक्षा की गई।मुख्य सचिव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर सड़कों पर आने वाले पशुओं के केचमंेट ऐरिया को चिन्हित करें एवं आस-पास के कांजी हाउस, गौशाला और गौठानों में घुमंतू पशुओं को रखने के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं करें। मुख्य सचिव ने कहा है जहां भी पशुओं को रखा जाए वहां साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था हो तथा वह स्थान सूखा हो, गीले जगह पर पशुओं को नही रखा जाए। मुख्य सचिव ने कहा है कि पशुओं के सड़कों पर आने के कारण जो नुकसान हो रहा है इसके लिए व्यापक जन-जागरूकता लाने को कार्य किए जाए। उन्होंने कहा कि सड़कों पर पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए स्थानीय लोगों के सहयोग लिया जाए। यह एक सार्वजनिक हित का कार्य है। जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी है। बैठक में अंतर्विभागीय लीड ऐजेंसी सड़क सुरक्षा के अध्यक्ष श्री संजय शर्मा ने सड़कों पर जानवरों से टकराकर होने वाली दुर्घटनाओं के बारे में जानकारी दी। मुख्य सचिव ने पुलिस परिवहन विभाग के अधिकारियों से कहा कि देश के अन्य राज्यों में सड़कों पर मवेशी रोकने के लिए किए जा रहे कार्यों का अध्ययन कर जानकारी हासिल करें।बैठक में सड़कों पर पशुओं को छोड़ने वाले पशु मालिकों की सी.सी.टी.व्ही. कैमरे से निगरानी करने और ऐसे पशु मालिकों पर अर्थदंड लगाने के संबंध में भी चर्चा हुई। बैठक में सड़कों के किनारे पशुओं को सड़कों पर आने से रोकने के प्रचार-प्रसार हेतु साइन बोर्ड लगाने सहित अन्य विषयों पर व्यापक विचार-विमर्श हुआ। बैठक में नगरीय प्रशासन विभाग के विशेष सचिव डॉ. अयाज तम्बोली, संचालक पंचायत श्री कार्तिकेय गोयल, संचालक नगरीय प्रशासन श्री सारांश मित्तर सहित राष्ट्रीय राजमार्ग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, लोक निर्माण, पशुपालन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, परिवहन, विधि एवं विधायी कार्य विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल हुए।
- -युवाओं ने मुख्यमंत्री का जताया आभार, कहा-भविष्य संवारने के लिए बड़ा कदमरायपुर /मुख्यमंत्री निवास रायपुर में बेरोजगारी भत्ता योजना के राशि अंतरण कार्यक्रम में पहुंचे युवा हितग्राहियों ने मुख्यमंत्री के सामने दिल खोल के बात रखी। मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए युवाओं ने कहा कि इस योजना से उन्हें बड़ा सहारा मिला है। परीक्षा की तैयारी और इससे जुड़े अन्य खर्चों के लिए भी परिवार पर उनकी निर्भरता कम हुई है। युवाओं ने कहा कि आप ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो सदैव युवाओं को आगे बढ़ाने और उन्हें नेतृत्व देने की बात करते हैं। युवाओं को कौशल विकास व उद्यमिता से जोड़ा और रोजगार का अवसर उपलब्ध कराया है। कौशल प्रशिक्षण प्राप्त कर जिन युवाओं को नौकरियां मिली है, उन्होंने ने भी मुख्यमंत्री श्री बघेल का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने भी युवाओं को नए रोजगार के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय में बेरोजगारी भत्ता योजना के हितग्राहियों के राशि अंतरण कार्यक्रम के दौरान युवाओं से बात की। कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के जनप्रतिनिधि और हितग्राही शामिल हुए थे। मुख्यमंत्री के युवाओं से बातचीत के दौरान कई रोचक सवाल-जवाब भी हुए।दुर्ग के सुमन को मिल रहा है प्रशिक्षण, बैंगलोर में मिलेगी नौकरीदुर्ग जिले के डुण्डेरा के रहने वाले सुमन क्षत्री को पिछले 4 महीने से बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है और बेरोजगारी भत्ते के साथ ही कौशल प्रशिक्षण मिल रहा है। सुमन ने बताया कि प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें बैंगलोर स्थित कंपनी में कार्य करने का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल के पूछने पर सुमन ने बताया कि शुरूआत में उसे 15 हजार रूपए प्रतिमाह मिलेंगे। इसके बाद 30 प्रतिशत इन्क्रीमेंट के साथ सैलरी बढ़ेगी।दंतेवाड़ा की अनिता, गरियाबंद के दलेश्वरी को मिला है रोजगारवीडियो कांन्फ्रेसिंग के माध्यम से जुड़ी दंतेवाड़ा की अनिता ने मुख्यमंत्री को बताया कि उसे लाईवलीहुड कॉलेज में कम्प्यूटर का प्रशिक्षण मिल रहा है। प्रशिक्षण अगस्त में पूरा हो जाएगा, उसके बाद उसे नौकरी मिल जाएगी। वहीं गरियाबंद की दलेश्वरी निषाद ने बताया कि उसे लगातार बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है और जिला प्रशासन के सहयोग से डाटा ऑपरेटर की ट्रेनिंग मिली है। अब दलेश्वरी को नौकरी मिल चुकी है।इसके साथ ही कई अन्य जिलों के हितग्राहियों ने भी मुख्यमंत्री श्री बघेल से बात कर युवाओं के हित में शुरू की गई योजनाओं के लिए आभार जताया।
- -निकरा परियोजना के तहत छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के कृषि विज्ञान केन्द्रों की दो दिवसीय कार्यशाला आयोजितरायपुर / छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश के जिले में जलवायु सहनशील कृषि हेतु नवाचार (निकरा) परियोजना संचालित करने वाले 11 कृषि विज्ञान केन्द्रों की दो दिवसीय वार्षिक समीक्षा कार्यशाला का आयोजन इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के निदेशालय विस्तार सेवाएं में किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन श्री मोहन मण्डावी, सदस्य, कृषि संसदीय समिति, भारत सरकार एवं सांसद, कांकेर के मुख्य आतिथ्य में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. व्ही.के. सिंह, निदेशक, केन्द्रीय बारानी कृषि अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद ने की।कार्यशाला के मुख्य अतिथि श्री मोहन मण्डावी ने इस अवसर पर जैविक खेती को बढ़ावा देने एवं रसायनों के उपयोग को कम करने हेतु जोर दिया, साथ ही कृषि के क्षेत्र में पारंपरिक ज्ञान का उपयोग अधिक से अधिक करने की आवश्यकता बतलाई। श्री मण्डावी ने कहा कि पहले कृषक अपने पारंपरिक ज्ञान के आधार पर मौसम आधारित खेती करते थे, जिससे सभी कार्य समय पर एवं मौसम की प्रतिकूलता से बचाव के साथ होता था। उन्होंने कृषि एवं संबंधित विषयों पर स्थानीय भाषा में कृषकों को सलाह देने हेतु वैज्ञानिकों को निर्देशित किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. व्ही.के. सिंह ने अपने उद्बोधन में मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के निकरा परियोजनान्तर्गत अंगीकृत ग्रामों में चल रही गतिविधियों तथा बदलती जलवायु, बढ़ते तापमान एवं अनियमित वर्षा के कारण फसलोत्पादन में कमी, पालतू पशुओं की उत्पादकता में कमी तथा जलवायु परिवर्तन के अन्य दुष्प्रभावों से निपटने की रणनीति की जानकारी दी। अटारी, जबलपुर के निदेशक डॉ. एस.आर.के. सिंह द्वारा निकरा परियोजना की शुरूआत एवं इसके लाभकारी परिणामों के बारे में जानकारी दी गई। छत्तीसगढ़ राज्य में इस परियोजना के अन्तर्गत 3 कृषि विज्ञान केन्द्र दन्तेवाड़ा, भाटापारा एवं बिलासपुर को चिन्हित किये गये हैं। उन्होंने जलवायु सहनशील वैज्ञानिक तकनीकों के बारे में संक्षिप्त विवरण दिया। डॉ. जे.व्ही.एन.एस. प्रसाद ने निकरा परियोजना के सभी अनुशंसित अवयवों में से जिले की जलवायु के अनुरूप तकनीक का चयन कर कृषकों के खेतों में प्रदर्शन तथा प्रशिक्षण आयोजित करने का आग्रह किया। वर्षा आधारित खेती में दोफसली रकबा बढ़ाने हेतु उतेरा, जीरो टिलेज कृषि को प्रसारित करने का सुझाव दिया। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक विस्तार डॉ. अजय वर्मा ने समय- समय पर एवं कम लागत में कृषि कार्य सम्पन्न करने हेतु मौसम आधारित कृषि यंत्रीकरण का समुचित उपयोग करने हेतु सुझाव दिये तथा बदलते मौसम के अनुरूप कृषि की तकनीकी का प्रसार करने का आग्रह किया।डॉ. विजय जैन, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, कृषि विज्ञान केन्द्र, पाहन्दा, दुर्ग ने दुर्ग जिले में निकरा परियोजनान्तर्गत जिले में किये गये विभिन्न कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। मध्यप्रदेश के कृषि विज्ञान केन्द्र दतिया, झाबुआ, टीकमगढ़, भिण्ड, डिण्डौरी, रतलाम, मुरैना एवं छतरपुर तथा छत्तीसगढ़ के कृषि विज्ञान केन्द्र दुर्ग, महासमुन्द एवं रायगढ़ के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुखों तथा नोडल अधिकारी ने विगत वर्षों के कार्यों तथा आगामी कार्ययोजना की प्रस्तुतिकरण दिये, जिसमें विशेषज्ञों द्वारा आवश्यकतानुसार सुझाव एवं निर्देश दिये गये। इस अवसर पर डॉ. व्ही.के. पाण्डे, अधिष्ठाता, कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, रायपुर, डॉ. जी.के. दास, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय, रायपुर, डॉ. रेड्डी, प्रमुख वैज्ञानिक, डॉ. जी.पी. अयाम, डॉ. डी.पी. पटेल, डॉ. ज्योति भट्ट एवं निकरा कृषि विज्ञान केन्द्रों के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, नोडल अधिकारी, वैज्ञानिक एवं अंगीकृत गांव के कृषक प्रतिनिधि उपस्थित थे।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं समाज सुधारक श्री बालगंगाधर तिलक की एक अगस्त को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि तिलक जी ने ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है‘ के प्रेरणादायक उद्घोष के साथ सबसे पहले पूर्ण स्वराज की मांग उठाई। इससे आम जनता में देश की स्वतंत्रता के लिए जागरूकता का संचार हुआ। जनता को देश प्रेम एवं अन्याय के विरूद्ध संगठित करने के लिए उन्होंने सार्वजनिक गणेश उत्सव और शिवाजी उत्सव की शुरूआत की। देश के स्वतंत्रता आंदोलन में उनका योगदान सदैव अविस्मरणीय रहेगा। file photo
- -पौधे को पशुओं से सुरक्षित रखने के लिए ट्री गार्ड उपयोगीरायपुर / बिलासपुर जिले के युवा को बांस के उपयोगी ट्री गार्ड बनाकर पर्यावरण को संरक्षित करने का बेहतर कार्य कर रहे हैं। इससे पेड़-पौधें सुरक्षित रहेंगे है। पौधे लगाने के साथ ही उनको बचाने की व्यवस्था बहुत जरूरी हैं। हर साल बड़ी संख्या में पौधे लगाए जाते हैं। ट्री गार्ड से पेड़-पौधे सुरक्षित तो रहते ही हैं साथ ही पशुओं से पौधों को बचाने के लिए ट्री गार्ड उपयोगी है। ट्री गार्ड बनाने के लिए अधिक संख्या में बांस की आवश्यकता होती है जिसकी आपूर्ति बांस की खेती करने वाले किसान करते ही इसका सीधा लाभ युवाओं के साथ बांस के खेती करने वाले किसानों को मिल रहा है और ये आर्थिक रूप से संपन्न हो रहे हैं। कीराज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना रीपा से ग्रामीण युवाओं को रोजगार मिला है। जिले के बिल्हा ब्लॉक के ग्राम पंचायत धौरामुडा में बांस कारीगरी हेतु इकाई की स्थापना की गई है, जिसका संचालन गांव के श्री मंदराम टेकाम कर रहे है। इस इकाई में ग्रामीण युवा सदस्य भी कार्य कर रहे हैं। इन युवाओं द्वारा ट्री गार्ड बनाने का कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में इन्हें वन विभाग बिलासपुर द्वारा 3 लाख रूपये के 6 हजार ट्री गार्ड का ऑर्डर मिला है एवं लगभग 2 हजार ट्री गार्ड युवाओं द्वारा बनाया लिया गया है। इस योजना ने ग्रामीण युवाओं को सीधे तौर पर रोजगार उपलब्ध कराया और साथ ही आर्थिक रूप से सशक्त होकर आत्मनिर्भर बनने की राह में अग्रसर हो रहें हैं।
- रायपुर। राज्य सरकार ने राज्य प्रशासनिक सेवा के 23 अधिकारियों का तबादला कर दिया। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर दिया है।देखें पूरी सूची-
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-लोगों को जागरूक करने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा वॉकेथान का आयोजन
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने सभी शहरवासियों से की वॉकेथान में भाग लेने की अपीलरायपुर । प्रदेश में मतदाता सूची के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण का काम 2 अगस्त से शुरू हो रहा है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए प्रेरित करने इस दिन मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा राजधानी रायपुर में वॉकेथान का आयोजन किया जा रहा है।मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने शहर के युवाओं, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों, तृतीय लिंग समुदाय के लोगों, समाज सेवी संस्थाओं तथा शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों सहित सभी नागरिकों से इसमें भाग लेने की अपील की है। वॉकेथान 2 अगस्त को सवेरे सात बजे जी.ई. रोड स्थित गांधी उद्यान चौक से शुरू होकर शहीद स्मारक भवन में समाप्त होगी। - -सहायक प्रबंधक श्री राव एवं अनुभाग अधिकारी श्री नायक भी हुये सेवानिवृत्तरायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी से सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता (सी.एण्ड आर.ए.) श्री अजय कुमार सिन्हा कोे कंपनी मुख्यालय विद्युत सेवाभवन में भावभीनी विदाई दी गई। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के एमडी श्री मनोज खरे एवं जनरेशन कंपनी के एमडी श्री एस.के.कटियार ने उन्हें प्रमाण पत्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। प्रबंध निदेशकों ने श्री सिन्हा की उत्कृष्ट कार्यशैली और सहज व्यवहार की प्रशंसा की।इस अवसर पर सेवानिवृत्त सीई श्री सिन्हा ने अपने कार्य अनुभव बताते हुए अपनी सफलता का श्रेय टीमवर्क को दिया तथा सेवायात्रा के दौरान अधिकारी-कर्मचारियों से मिले सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया।इसी प्रकार अन्य कार्यक्रमों में जनरेशन कंपनी के वित्त विभाग में सहायक प्रबंधक श्री बी.वेंकट राव एवं डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के मानव संसाधन विभाग में अनुभाग अधिकारी श्री लोचनप्रसाद नायक को भी भावभीनी विदाई दी गई।
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रायपुर । पशु चिकित्सालय भानसोज के अंतर्गत आने वाले पशु औषधालय खौली के अधीनस्थ ग्राम टेकारी ( कुंडा ) में मवेशियों को संभावित गलघोंटू व एकटंगी बीमारी से बचाव हेतु शासन के निर्देशानुसार टीकाकरण किया गया । ग्राम के गोठान व पशुपालकों के निर्धारित मवेशी से स्थल पर पहुंच यह टीकाकरण कार्य संपन्न किया गया । पूर्व सूचना के आधार पर पशुपालकों ने अपने अपने मवेशियों को टीकाकरण हेतु रोक कर रखा था । भानसोज चिकित्सालय में पदस्थ डाक्टर नवरतन चौधरी के निर्देश पर खौली औषधालय में पदस्थ ए व्ही एफ ओ रूपेश कुर्रे , सहायक दशरथ ध्रुव व मुरारीराम साहू ने ग्राम के चरवाहा मणि यादव , सूर्यकांत यादव , सुमेश यादव , पवन यादव , शिव यादव के सहयोग से टीकाकरण कार्य संपन्न कराया गया ।
- - चीफ जस्टिस रमेश सिंह ने दिलायी शपथरायपुर / मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा ने आज छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के कोर्ट हाल नम्बर 1 में आयोजित एक गरिमामय कार्यक्रम में न्यायमूर्ति श्री दीपक कुमार तिवारी को स्थायी जज के रूप में शपथ दिलाई। उल्लेखनीय है कि न्यायमूर्ति श्री दीपक कुमार तिवारी की नियुक्ति 08 अक्टूबर 2021 को एडिशनल जज छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में हुई थी। विधि एवं विधायी कार्य विभाग, नई दिल्ली द्वारा 28 जुलाई 2023 को न्यायमूर्ति श्री दीपक कुमार तिवारी को स्थायी जज में नियुक्ति संबंधी अधिसूचना जारी की गयी थी। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में समस्त न्यायमूर्तिगण रजिस्ट्री व ज्यूडिशियल एकेडमी के न्यायिक अधिकारीगण, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, बिलासपुर, प्रमुख सचिव, विधि एवं विधायी कार्य विभाग, मंत्रालय, रायपुर अधिवक्तागण एवं न्यायमूर्ति श्री दीपक कुमार तिवारी के परिवार के सदस्य उपस्थित थे।
- रायपुर /राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2023 से अब तक राज्य में 486.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2023 से आज 31 जुलाई तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1011.5 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 178.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 337.3 मिमी, बलरामपुर में 326.1 मिमी, जशपुर में 336.8 मिमी, कोरिया में 438.3 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 419.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।इसी प्रकार, रायपुर जिले में 589.0 मिमी, बलौदाबाजार में 437.9 मिमी, गरियाबंद में 500.2 मिमी, महासमुंद में 482.1 मिमी, धमतरी में 564.1 मिमी, बिलासपुर में 455.5 मिमी, मुंगेली में 572.1 मिमी, रायगढ़ में 469.5 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 391.8 मिमी, जांजगीर-चांपा में 335.5 मिमी, सक्ती में 354.8 मिमी, कोरबा में 430.8 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 383.8 मिमी, दुर्ग में 422.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 371.6 मिमी, राजनांदगांव में 634.4 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 699.6 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 521.5 मिमी, बालोद में 628.4 मिमी, बेमेतरा में 363.8 मिमी, बस्तर में 564.1 मिमी, कोण्डागांव में 407.0 मिमी, कांकेर में 492.1 मिमी, नारायणपुर में 448.4 मिमी, दंतेवाड़ा में 672.9 मिमी और सुकमा में 825.8 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।
- -राजधानी में मुख्यमंत्री और जिला मुख्यालयों पर मंत्रीगण करेंगे ध्वारोहण-जिला स्तरीय समारोह में नक्सली हिंसा में शहीदों के परिवारजनों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को आमंत्रित किया जाएगारायपुर, / राज्य शासन ने 15 अगस्त 2023 को स्वतंत्रता दिवस समारोह के प्रदेश में गरिमापूर्वक आयोजित करने का निर्णय लिया है। प्रदेश स्तर पर राजधानी रायपुर सहित जिला मुख्यालयों, नगरीय निकायों से लेकर विकासखण्ड एवं ग्राम स्तर तक स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन होगा।राजधानी रायपुर में स्वतंत्रता दिवस का समारोह स्थानीय पुलिस परेड ग्राउंड में प्रातः 9 बजे से निर्धारित कार्यक्रम समयानुसार आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल मुख्य समारोह में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी लेंगे। इस मौके पर वे प्रदेश के जनता के नाम संदेश का वाचन करेंगे। इस मौके पर विभिन्न विभागों को द्वारा दिए जाने वाले पुरस्कार एवं पदकों का वितरण किया जाएगा।सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा मंत्रालय से इस संबंध में शासन के सभी विभागों के प्रमुखों, अध्यक्ष राजस्व मंडल बिलासपुर, विभागाध्यक्षों, आवासीय आयुक्त छत्तीसगढ़ भवन नई दिल्ली, संभागायुक्तों, कलेक्टरों, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए है। निर्देश में कहा गया है कि जिला मुख्यालयों में शासन द्वारा विनिर्दिष्ट मंत्रीगण और मुख्य अतिथियों द्वारा ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली जाएगी और मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन किया जाएगा।स्वतंत्रता दिवस पर सभी शासकीय और सार्वजनिक भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सभी शासकीय, सार्वजनिक भवनों, राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों पर रोशनी की जाएगी। इसी प्रकार निजी संस्थाओं से भी उनके भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने और रात्रि में भवनों पर रोशनी करने की अपील की जाएगी।विभाग और कार्यालय प्रमुख द्वारा अपने कार्यालयों में अधिकारियों-कर्मचारियों को एकत्रित कर ध्वजारोहण का कार्यक्रम आयोजित किया करेंगे और ध्वजारोहण के बाद सामुहिक रूप से राष्ट्रीय गान (जन-गण-मन) गाया जाएगा। विश्वविद्यालय, महाविद्यालयों और विद्यालयों में भी ध्वजारोहण कार्यक्रम किया जाएगा।इसी तरह सभी शिक्षण संस्थाओं में भी ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और सांस्कृतिक, साहित्यिक, मनोरंजन के कार्यक्रम, खेल-कूद, वृृक्षारोपण आदि कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। शिक्षण संस्थान द्वारा सुबह ’प्रभात-फेरी’ का आयोजन किया जाएगा। विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के बाद पुरस्कार, प्रमाण-पत्र, मेडल आदि वितरण का कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। स्वतंत्रता दिवस समारोह में ध्वनि विस्तारक यंत्र (लाउड स्पीकर) का उपयोग की अनुमति जिला कलेक्टर द्वारा दी जाएगी। यह ध्यान रखा जाए कि ध्वनि विस्तारक यंत्र बजाए जाने वाले गाने सुरूचिपूर्ण और सामयिक हो।प्रदेश की राजधानी रायपुर एवं अन्य जिला मुख्यालयों में आयोजित होने वाले मुख्य समारोह सुबह 9 बजे से प्रारंभ होगा। इसे देखते हुए सभी शासकीय कार्यालयों में ध्वजारोहण कार्यक्रम मुख्य समारोह के पूर्व सम्पन्न कर लिया जाए, ताकि इन कार्यालयों के अधिकारी-कर्मचारी जिले की मुख्य समारोह में भाग ले सकें।सभी जिला मुख्यालयों पर परेड आयोजित की जाएगी। परेड में सेना (जहां उपलब्ध हो), पुलिस, एनसीसी, नगर सेना, जेल प्रहरी की टुकड़ियों भाग लेंगी। ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए विधानसभा अध्यक्ष और मंत्रीगणों की जिलेवार सूची सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा अलग से जिला कलेक्टर को जारी की जाएगी। जिला कलेक्टर द्वारा नक्सली हिंसा में शहीदों के परिवारजनों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सम्मानपूर्वक जिला स्तरीय समारोह में आमंत्रित किया जाएगा।जनपद पंचायत मुख्यालयों पर जनपद अध्यक्ष द्वारा ध्वजारोहण किया जाए। उसके बाद सामूहिक रूप से राष्ट्रगान गाया जाए और मुख्य अतिथि द्वारा भाषण दिया जाए। ऐसी नगर पालिका, नगर पंचायत, जिनका मुख्यालय विकासखण्ड मुख्यालय पर नहीं है, उनमें अध्यक्ष नगर पालिका, नगर पंचायत द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा।पंचायत मुख्यालयों में सरपंच द्वारा और बड़ेगांव में, गांव के मुखिया द्वारा ध्वजारोहण कर सामूहिक रूप से राष्ट्रीय गान गाया जाए। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को स्वतंत्रता दिवस का महत्व बताते हुए उन्हें देश की एकता और अखण्डता के लिए कार्य करने के लिए प्रेरित किया जाए।
- -अधिकतम 10 लाख तक मिलेगा अनुदानबिलासपुर /प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजनांतर्गत संभाग स्तरीय एक कार्यशाला का आयोजन सीएसआईडीसी, रायपुर द्वारा जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, बिलासपुर के सहयोग से तिफरा स्थित एक निजी होटल में संपन्न हुआ। कार्यशाला में अतिथि श्री अनिल श्रीवास्तव, कार्यपालक संचालक, सीएसआईडीसी रायपुर एवं विशिष्ट श्री हरीश केडिया अध्यक्ष छ. ग. लघु एवं सहायक उद्योग संघ की उपस्थिति में सीएसआईडीसी रायपुर की प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट के द्वारा योजना की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। उनके द्वारा बताया गया कि इस योजना का मुख्य उद्येश्य सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी प्रदान कर उन्नयन किया जाना है। इस योजना के तहत् नवीन एवं स्थापित खाद्य प्रसंस्करण इकाई अंतर्गत एकल स्वामी, भागीदारी, एफपीओ, एसएचजी एवं सहकारी संस्था को ऋण पर पात्र परियोजना लागत का 35 प्रतिशत अधिकतम 10 लाख रूपये तक अनुदान एवं परियोजना लागत का हितग्राही द्वारा न्यूनतम 10 प्रतिशत अंशदान का प्रावधान है। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के मुख्य महाप्रबंधक श्री एम.एल. कुशरे द्वारा खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना एवं औद्योगिक नीति 2019-24 के संबंध में तथा अग्रणी बैंक के प्रबंधक श्री उरांव द्वारा योजना में बैंक की भूमिका के संबंध में अवगत कराया गया। कार्यक्रम में उद्योग संघ के महासचिव श्री शरद सक्सेना, संभाग के उद्योग विभाग के जिला अधिकारी, सी.ए. एसोसियेशन के सदस्य, जिला पंचायत के अधिकारी, संभाग के उद्यमी, बैंकों के अधिकारी एवं स्व सहायता समूह के उद्यमी उपस्थित रहे।
- -टेकारी सहित नारा, डिघारी, खम्हरिया, खमतराई , अकोलीखुर्द, कठिया व अमेरी पंचायतों के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं- पारंपरिक खेलों को लेकर ग्रामीणों में भारी उत्साहरायपुर। जोन स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन ग्राम टेकारी में ग्राम के राजीव युवा मितान क्लब द्वारा ग्राम पंचायत व ग्रामीणों के सहयोग से 30 जुलाई (रविवार) को किया गया। .आरंग विकास खंड के ग्राम टेकारी में आयोजित इस ओलम्पिक में 8 पंचायतों के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इसमें टेकारी सहित नारा , डिघारी , खम्हरिया , खमतराई , अकोलीखुर्द , कठिया व अमेरी पंचायत के प्रतिभागी शिरकत कर रहे हैं। महिला एवं पुरुष वर्ग के प्रतिभागियों के लिये 3 श्रेणियां बनाई गई है । पहले श्रेणी में 0 से 18 वर्ष , दूसरे श्रेणी में 18 से 40 वर्ष व तीसरे श्रेणी में 40 से अधिक आयु के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं । इस ओलम्पिक में गिल्ली डंडा , पिट्टुल , संखली , लंगड़ी दौड़ , कबड्डी , रस्साकस्सी , बांटी , बिल्लस , फुगड़ी , गेड़ी दौड़ , भंवरा , 100 मीटर दौड़ , लंबी कूद , कुश्ती 40 किलोग्राम , कुश्ती 41 से 50 किलोग्राम , कुश्ती 61 से 70 किलोग्राम व कुश्ती 70 से ऊपर किलोग्राम , खो खो , रस्सीकूद को शामिल किया गया है । पारंपरिक खेलों को लेकर स्थानीय खिलाडिय़ों में गजब का उत्साह नजर आया।प्रतियोगिता के उद्घाटन सत्र में इन पंचायतों के सरपंच , सरपंच प्रतिनिधि व पंचगण, राजीव युवा मितान क्लब के पदाधिकारीगण , ओलंपिक आयोजन के लिये नियुक्त कर्मीगण सहित इन पंचायतों के सचिवगण व ग्राम प्रमुख मौजूद रहे। इनमें से अधिकतर प्रतिनिधि प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभागियों के उत्साहवर्धन के लिये जुटे हुये हैं । आज प्रतियोगिता के मुकाबले देखने के लिए टेकारी सहित बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण मौजूद थे।
- रायपुर / छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय, बिलासपुर के मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा ने आज छत्तीगढ़ उच्च न्यायालय के आवासीय परिसर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने नवीन आवासों के निर्माण के संबंध में जानकारी ली। नवीन निर्माणों की गुणवत्ता तथा पुराने आवासों की उचित मरम्मत इत्यादि के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।मुख्य न्यायाधीश श्री सिन्हा ने एफ व जी तथा एच व आई दोनों ही कॉलोनी में निवासरत अधिकारियों-कर्मचारियों से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनी। औचक निरीक्षण में उनके साथ रजिस्टार जनरल श्री अरविन्द कुमार वर्मा, एडिशनल रजिस्टार श्री अवध किशोर, एडिशनल रजिस्टार कम पीपीएस श्री एम. वी. एल.एन सुब्रहमन्यम तथा कोर्ट ऑफिसर श्री एफ. के. बिसेन भी उपस्थित रहे।गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधिपति श्री रमेश सिन्हा छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में आए हुये मात्र 03 माह ही हुए हैं, उन्होंने तीन माह के कार्यकाल में ही अनेक जिला न्यायालयों व केन्द्रीय जेल, बिलासपुर का औचक निरीक्षण कर व्यवस्था में सुधार हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
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रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 31 जुलाई को मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में एक लाख 22 हजार 625 युवाओं को बेरोजगारी भत्ते के तहत 31.71 करोड़ रूपए की राशि अंतरण करेंगे। बेरोजगारी भत्ता योजना के तहत अब तक 80 करोड़ 72 लाख 30 हजार रुपए की राशि इस योजना के अंतर्गत युवाओं के खाते में अंतरित की जा चुकी है। इस प्रकार जुलाई महीने की राशि शामिल करने पर अब तक 112 करोड़ रुपए की राशि युवाओं के खाते में अंतरित हो जाएगी।
बेरोजगारी भत्ते के आवेदन के साथ ही युवाओं को कौशल प्रशिक्षण के लिए भी चिन्हांकित किया जा रहा है। जो युवा कौशल प्रशिक्षण चाहते हैं उन्हें विभिन्न संस्थाओं में प्रशिक्षित किया जा रहा है। 4228 युवाओं का प्रशिक्षण आरंभ हो चुका है। 1791 युवाओं का प्रशिक्षण शीघ्र ही आरंभ हो जाएगा। - -भू-जल संरक्षण संबंधी कार्यों के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए नरवा विकास में छत्तीसगढ़ को मिल चुका दो पुरस्कार-‘स्कॉच अवार्ड’ और ‘पृथ्वी अवॉर्ड्स-2023’ से नवाजा गया-वनांचल के लगभग 25 लाख हेक्टेयर भू-भाग का हो रहा उपचाररायपुर /राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ‘नरवा विकास योजना’ के सफल क्रियान्वयन से वनांचल की तस्वीर ही बदल गई है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में नरवा विकास कार्यक्रम के तहत कैम्पा मद अंतर्गत वनांचल स्थित नालों में काफी तादाद मेें भू-जल संरक्षण संबंधी कार्याे का तेजी से क्रियान्वयन जारी है। इससे वन क्षेत्रों के भू-जल स्तर में काफी सुधार दिखाई देने लगा है और वनवासियों सहित क्षेत्रवासियों को पेयजल, सिंचाई तथा निस्तारी आदि सुविधाओं का भरपूर लाभ मिलने लगा है। साथ ही साथ इससे वन संरक्षण तथा संवर्धन के कार्यों को भी बढ़ावा मिला है।राज्य में इसके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को ’स्कॉच अवार्ड’ के पर्यावरण श्रेणी के लिए स्वर्ण पुरस्कार भी मिल चुका है। इसके अलावा हाल ही में छत्तीसगढ़ में नरवा विकास कार्य के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए नई दिल्ली में 14 और 15 जुलाई को आयोजित ईएसजी ग्लोबल कॉन्फ्रेंस में पृथ्वी अवॉर्ड्स भी प्रदान किया गया है।वनांचल में साढ़े चार वर्षों के दौरान 6755 नालों में 1 करोड़ 80 लाख से अधिक संरचनाओं का निर्माण जारीउल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल और वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य के वन क्षेत्रों में भू-जल संरक्षण तथा संवर्धन के लिए बड़े तालाब में जल स्त्रोतों, नदी-नालों और तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य लिया गया है।छत्तीसगढ़ में गत साढ़े चार वर्षों के दौरान राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे महत्वाकांक्षी ‘नरवा विकास‘ योजना के तहत वनांचल स्थित 6 हजार 755 नालों के लगभग 25 लाख हेक्टेयर जल ग्रहण क्षेत्रों को उपचारित करते हुए विभिन्न जल संरचनाओं का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। इसके तहत एक करोड़ 80 लाख से अधिक भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का निर्माण शामिल हैं। इन संरचनाओं में ब्रश वुड चेक डैम, लूज बोल्डर चेक डैम, गेबियन संरचना, मिट्टी चेक डैम, कंटूर ट्रेंच, वाटर अब्जॉर्प्शन ट्रेंच तथा स्टेगर्ड कंटूर ट्रेंच का निर्माण शामिल है। इसके अलावा गली प्लग, चेक डैम, स्टॉप डैम, परकोलेशन टैंक तथा तालाब, डबरी और वाटरहोल आदि भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है।
- -उत्कृष्ट कार्यो के लिए प्रदान किया गया प्रशस्ति पत्रदुर्ग, / गृह मंत्री, लोक निर्माण एवं कृषि मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू आज स्वामी विवेकानंद सभागार मंे आयोजित हमर हटरी स्वरोजगार की पटरी निःशुल्क रोजगार प्रशिक्षण एवं सम्मान समारोह में शामिल हुए। हमर हटरी स्वरोजगार की पटरी की महिलाओं ने मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू को महिलाओं द्वारा तैयार किए गए खुमरी और मटपरई शिल्प भेंट किए।हमर हटरी स्वरोजगार की पटरी का उद्देश्य बेरोजगार एवं अप्रशिक्षित महिला एवं युवा को प्रशिक्षित कर रोजगार व स्वरोजगार के लिए तैयार करना है। इस अवसर पर महिला महाविद्यालय भिलाई प्राचार्य डॉ. संध्या मदन मोहन, संरक्षक डॉ. लीना साहू, पार्षद श्रीमती प्रेमलता साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिला प्रशिक्षण एवं रोजगार के माध्यम से ग्रामीण और शहरी महिलाओं को सशक्त बनाना होगा । स्वरोजगार मनुष्य के जीवन में बहुत बड़ा स्थान रखता है। पुरूष से ज्यादा आज महिलाएं घर की चार दीवारी से निकलकर स्वरोजगार के माध्यम से अपने घर की जरूरतों को पूरा करने में मददगार साबित हो रही है। आज हर क्षेत्र में सर्वाधिक नाम महिलाओं का होता है। महिलाएं पुरूष से भी आगे बढ़ गई है। आज महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर घर पर ही लघु उद्योग स्थापित कर सकती है। गौठान में पशुधन के संरक्षण, संवर्धन, वर्मी कम्पोस्ट एवं कीटनाशक दवाईयों, गोबर पेंट आदि का निर्माण कर ग्रामीणों को स्वरोजगार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमर हटरी स्वरोजगार की पटरी के माध्यम से महिलाओं को मोमबत्ती, धूप बत्ती, वाशिंग पाउडर, हैंड वॉश, डिश वॉश, धान आर्ट, जूट आर्ट का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो काबिले तारिफ है। इससे महिलाएं अपने खुद का व्यवसाय चालू कर सकती है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त कर कुछ ऐसा चीज बनाओं जो दैनिक एवं पारिवारिक जीवन में उपयोगी हो। जो हमेशा उपयोग में आये। उदाहरण के तौैर पर उन्होंने रेडिमेंट कपड़ा बनाने की बात कही। कपड़े की सिलाई कर उसे मार्केट में स्वयं विक्रय करें, जिससे आमदनी भी अधिक होगी। उन्होंने महिला समूह द्वारा उत्पादित वस्तुओं को सी-मार्ट के माध्यम से विक्रय किए जाने की बात कही।इस अवसर पर श्री ताम्रध्वज साहू ने उत्कृष्ट कार्यों के लिए छत्तीसगढ़ के मटपरई शिल्पकार श्री अभिषेक सपन, पर्यावरण प्रेमी श्री खिलेन्द्र कुमार साहू एवं नेशनल बॉडी बिल्डर श्री रमेश हिरवानी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
- -उप निरीक्षक राजेश साहू, नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू सम्मानितदुर्ग / गृह मंत्री, लोक निर्माण एवं कृषि मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने केलाबाड़ी स्थित साहू सदन में आमसभा एवं सम्मान समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि साहू समाज सदैव मेहनतकश और उद्यमी रहा है। इस समाज का छत्तीसगढ़ के निर्माण और प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। समाज की आमसभा में आय व्यय के बारे में खुली चर्चा होती है और वह समाज के लिए होता है। आमसभा में नियम बनाए जाते हैं उसका पालन होना चाहिए। इसके साथ ही समाज के हित में, योजना, प्रस्ताव एवं एजेंडा पर भी चर्चा होती है, जो समाज के लिए उपयोगी हो। इस अवसर पर अध्यक्ष श्री नंदलाल साहू, महामंत्री राकेश साहू, कोषाध्यक्ष श्री दिलीप साहू, श्री प्रीतम साहू, वरिष्ठ सलाहकार श्रीमती रागिनी साहू, जागेश्वर साहू सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।उन्होंने कहा कि समाज में आय का पक्ष बढ़ना चाहिए और व्यय का पक्ष कम होना चाहिए, तब समाज और आगे बढ़ेगा। विरोधात्मक वाली बात न कह कर सुधारात्मक वाली बात करनी चाहिए तभी समाज का संगठन होगा। सामाजिक संगठन का मूल कार्य समाज की बुराईयों को दूर कर हर वर्ग को जोड़ना है। उन्होंने कहा कि चाहे सामाजिक क्षेत्र में हो या राजनीति क्षेत्र में दुर्ग बहुत परिपक्व रहा है।इस अवसर पर मंत्री श्री साहू ने पीएससी के माध्यम से चयनित उप निरीक्षक श्री राजेश साहू, नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य श्रीमती लक्ष्मी साहू एवं संरक्षक सदस्य श्री तुकाराम साहू, श्री आर.आर.साहू, श्री हीरासिंह साहू, श्री टीकाराम साहू, श्री हरिशचंद साहू को शॉल एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार आजीविका सदस्य दुर्ग ग्रामीण श्री मोतीलाल साहू, श्री रामनारायण साहू, श्रीमती मीरा साहू, श्री अमरदास साहू को भी सम्मानित किया गया।
- -किसानों से 125 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान-धान खरीदी के लिए बारदाने सहित सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने अधिकारियों को निर्देश-धान खरीदी के लिए लगभग 7.5 लाख गठान बारदाने की पड़ेगी जरूरत-धान खरीदी के लिए नए एवं पुराने बारदाने के उपयोग की नीति रहेगी लागूरायपुर, /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के घोषणा की अनुरूप छत्तीसगढ़ में पंजीकृत किसानों से आगामी खरीफ विपणन वर्ष 2023-2024 में 20 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान की खरीदी की जाएगी। गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा आगामी खरीफ विपणन वर्ष में किसानों से 125 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का अनुमानित लक्ष्य रखा गया है।उल्लेखनीय है कि गत दिनों मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक में आगामी खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर धान एवं मक्का उपार्जन, कृषक पंजीयन, बारदाना एवं वित्तीय व्यवस्था संबंधी नीति के निर्धारण के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई।खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विगत वर्षों की भांति इस वर्ष व्यापक मात्रा में राज्य के किसानों से धान की खरीदी की जानी है। इसलिए सहकारी समितियों को और अधिक मजबूत किए जाने पर बल दिया जा रहा है। प्रदेश में किसानों के धान विक्रय में सहुलियत को ध्यान में रखते हुए उपार्जनों केन्द्रों की संख्या बढ़ाकर 2617 कर दी गई है। विगत वर्ष राज्य के 24.96 लाख किसानों ने पंजीयन करवाया था, जिसका रकबा 32.15 है। राज्य सरकार की किसान हितैषी नीतियों और फैसलों के चलते गत वर्ष लगभग ढाई लाख नवीन किसानों ने पंजीयन करवाया था और किसानों से रिकॉर्ड 107.53 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी। इस वर्ष भी किसानों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है। राज्य सरकार द्वारा किसानों से 125 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित की लक्ष्य के मद्देनजर बारदाने एवं खरीदी व्यवस्था दुरूस्त किए जा रहे हैं। पिछले वर्ष धान खरीदी के लिए बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी। साथ ही ऑनलाईन एवं ऑफलाईन टोकन व्यवस्था के चलते सफलतापूर्वक धान खरीदी हुई थी। इस वर्ष भी धान खरीदी के अनुमानित लक्ष्य के अनुसार लगभग साढ़े सात लाख गठान जूट बारदाने की आवश्यकता होगी। इसमें 4.03 लाख नए और 3.43 लाख गठान पुराने बारदाने की जरूरत पड़ेगी। बारदाने की व्यवस्था के लिए खाद्य विभाग द्वारा पहले से ही तैयारी की जा रही है।बैठक में अधिकारियों ने चर्चा के दौरान बताया कि राज्य में इस खरीफ सीजन में धान का क्षेत्राच्छादन 33.61 लाख हेक्टेयर अनुमानित है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा विपणन वर्ष 2023-24 में घोषणा के अनुरूप किसानों से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान खरीदी की जाएगी। अनुमानित धान खरीदी के लिए सहकारी समितियों में धान खरीदी व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही है। इसमें किसानों के पंजीयन से लेकर बारदाने की व्यवस्था, खरीदी केन्द्रों में किसानों के लिए आवश्यक सुविधाएं, भुगतान की व्यवस्था आदि का संधारण कार्य किया जा रहा है।
- रायपुर / मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा द्वारा न्यायमूर्ति दीपक कुमार तिवारी को छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के स्थायी जज के रूप में शपथ दिलाई जाएगी। शपथ ग्रहण का मुख्य कार्यक्रम छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के कोर्ट हाल क्रमांक-1 में 31 जुलाई 2023 दिन सोमवार को सुबह 10 बजे आयोजित होगा। गौरतलब है कि न्यायमूर्ति दीपक कुमार तिवारी, एडिशनल जज छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय, बिलासपुर को स्थायी जज में नियुक्ति संबंधी अधिसूचना विधि एवं विधायी कार्य विभाग, नई दिल्ली से जारी कर दी गयी है। न्यायमूर्ति दीपक कुमार तिवारी की नियुक्ति 08 अक्टूबर 2021 को एडिशनल जज छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में की गयी थी।
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बिलासपुर/ पशु चिकित्सालय बेलगहना में क्षेत्र के पशुपालक किसानों के लिए पशुपालन में आर्थिक सहायता हेतु केसीसी शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें बेलगहना क्षेत्र के आसपास के 10 से 12 गांव के किसान इस शिविर का लाभ लेने के लिए आए और 206 किसानों ने पशुपालन हेतु केसीसी के लिए आवेदन पत्र प्रस्तुत किए। इस शिविर में पशुपालन विभाग के अधिकारियों द्वारा पात्र हितग्राहियों का फॉर्म भरवा कर बैंक को प्रेषित किया गया। शिविर में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. आनंद रघुवंशी, जिलाधिकारी डॉ.टी डी सरजाल, विकास खंड अधिकारी डॉ.अनिमेष जायसवाल, भारतीय स्टेट बैंक शाखा प्रबंधक श्री गुप्ता, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक प्रबंधक श्री कमल पांडे शिविर में उपस्थित थे। किसानों को पशुपालन हेतु केसीसी उपयोगिता के बारे में जानकारी दी गई तथा अधिक से अधिक संख्या में इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को प्रेरित किया गया।
इस शिविर का आयोजन पशु चिकित्सा सेवाएं रायपुर की संचालक श्रीमती चंदन त्रिपाठी एवं जिला कलेक्टर श्री सौरभ कुमार के मार्गदर्शन में डॉ. जी एस एस तवर संयुक्त संचालक कार्यालय पशु चिकित्सा सेवाएं बिलासपुर के सौजन्य से पशु चिकित्सालय बेलगहना में आयोजित किया गया। जिसके सफल क्रियान्वयन में किसानों तथा पशु चिकित्सालय बेलगहना के समस्त स्टाफ का विशेष सहयोग रहा।