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- नयी दिल्ली । कांग्रेस ने चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ के लिए रविवार को 22 सदस्यीय प्रदेश चुनाव समिति का गठन किया, जिसके अध्यक्ष पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख दीपक बैज होंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उप मुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव के अलावा राज्य सरकार में मंत्री ताम्रध्वज साहू और मोहन मरकाम के साथ-साथ छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष चरण दास महंत इसके सदस्यों में शामिल हैं। कांग्रेस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश चुनाव समिति के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। समिति में रवींद्र चौबे, मोहम्मद अकबर, शिवकुमार डहरिया, अनिला भेंडिया, जय सिंह अग्रवाल, गुरु रुद्र कुमार, धनेंद्र साहू, सत्यनारायण शर्मा, अमितेश शुक्ला, विकास उपाध्याय, राजेश तिवारी और पारस चोपड़ा भी शामिल हैं। अध्यक्ष, प्रदेश महिला कांग्रेस; अध्यक्ष, प्रदेश युवा कांग्रेस; अध्यक्ष, प्रदेश एनएसयूआई और मुख्य आयोजक, राज्य सेवा दल भी समिति का हिस्सा होंगे। पिछले सप्ताह राजस्थान और तेलंगाना में पार्टी की प्रदेश चुनाव समितियों के गठन के कुछ ही दिनों बाद छत्तीसगढ़ के लिए समिति का गठन किया गया है। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने 28 जून को छत्तीसगढ़ में पार्टी की रणनीति और चुनाव तैयारियों पर चर्चा की थी, जहां इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है। यहां अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) मुख्यालय में आयोजित की बैठक की अध्यक्षता पार्टी अध्यक्ष खरगे ने की थी। बैठक के बाद से, दो महत्वपूर्ण घटनाक्रम हुए हैं-सिंहदेव को उप मुख्यमंत्री बनाया गया और बैज ने मरकाम की जगह ली, जिन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।
- -47 लाख पौधे के वृक्षारोपण से 40 नदियों का तट हुआ हरा-भरारायपुर / छत्तीसगढ़ में विगत 04 वर्षों के दौरान ‘नदी तट वृक्षारोपण’ कार्यक्रम के तहत 40 विभिन्न नदियों के तट पर 46 लाख 76 हजार 729 पौधों का रोपण किया गया है। इसके रोपण से नदी तट के 4 हजार 321 हेक्टेयर रकबा हरीतिमा से आच्छादित और फल-फूल के पौधों से सुरभित हो रहे हैं, जो विशेष आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में विभाग द्वारा नदी तट रोपण का कार्य किया गया। इनका रोपण कैम्पा तथा विभागीय मद सहित नदी तट वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत किया गया है। नदी तट रोपण कार्यक्रम के तहत विगत 04 वर्षों के दौरान शामिल नदियों में शिवनाथ, इन्द्रावती, फुलकदेई, केंदई, लीलागर नदी, महानदी, हसदेव, आगर, रेड नदी, मेघानाला, झींका नदी, केलो नदी, मोरन, सोंढूर, ईब नदी, पैरी नदी, तान्दुला, नारंगी, बांकी नदी, गलफुला, हसदो नदी, नेउर नदी, केवई, खटम्बर, भैसुन, चूंदी, भवई नदी, बनास नदी, रांपा नदी तथा भुलू नदी, महान नदी आदि शामिल हैं।प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही.श्रीनिवास राव ने बताया कि इनमें वर्ष 2019 के दौरान नदी तट वृक्षारोपण कार्यक्रम के अंतर्गत 831 हेक्टेयर रकबा में 9 लाख 14 हजार पौधों का रोपण किया गया। इसी तरह वर्ष 2020 के दौरान 845 हेक्टेयर रकबा में 8 लाख 77 हजार पौधों, वर्ष 2021 के दौरान 01 हजार 647 हेक्टेयर रकबा में 17 लाख 87 हजार पौधों और वर्ष 2022 के दौरान 999 हेक्टेयर रकबा में 11 लाख पौधों का रोपण किया गया है।प्रदेश में नदी तट वृक्षारोपण कार्य से 9 लाख 63 हजार मानव दिवस रोजगार का सृजन हुआ है। साथ ही नदी तट कार्यक्रम अंतर्गत कृषि कार्य तथा सब्जी उत्पादन जैसे कार्यों से निकटवर्ती 372 ग्रामों के लोग सीधे-सीधे लाभान्वित हुए हैं। नदी तट वृक्षारोपण के फलस्वरूप एक ओर जहां स्थानीय ग्रामीणों को वृक्षारोपण कार्यों से रोजगार की प्राप्ति हुई है, वहीं दूसरी ओर नदी तट के समीपस्थ किसानों को भूमि कटाव की कमी से कृषि कार्य में सुविधा तथा उत्पादन में वृद्धि का भी लाभ प्राप्त हो रहा है। इसके तहत फलदार पौधों के वृक्षारोपण से ग्रामीणों की आय में बढ़ोत्तरी भी हो रही है। इसके अलावा स्थानीय ग्रामीणों अंतर्वतीय फसल तथा नदी किनारे सब्जी उत्पादन का कार्य भी कुशलतापूर्वक कर रहे हैं।
- - शिवरीनारायण में किसान सम्मान समारोहरायपुर, / अपेक्स बैंक के अध्यक्ष श्री बैजनाथ चन्द्राकर ने जांजगीर-चांपा जिले के शिवरीनारायण में सहकारी बैंक के नवीन शाखा भवन का लोकार्पण एवं नवीन एटीएम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में अध्यक्ष राज्य गौ सेवा आयोग राजेश्री महंत डॉ. रामसुंदर दास और अध्यक्ष जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर श्री प्रमोद नायक भी उपस्थित थे। इस अवसर पर आयोजित किसान सम्मान समारोह में किसानों का सम्मान भी किया गया। यहां एटीएम का शुभारंभ होने से किसानों को राशि का आहरण करने में सुविधा उपलब्ध होगी। समारोह में किसानों को एटीएम कार्ड जारी किया गया। अब कोआपरेटिव्ह बैंकों के किसान यूपीआई सुविधा से जुड़ जाएंगे।उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की घोषणा अनुसार सहकारी बैंकों की नवीन शाखाए खोलने की आवश्यक कार्यवाही नाबार्ड एवं रिजर्व बैंक स्तर पर की जा रही है। शीघ ही सहकारी बैंकों की बैंकिग सुविधाओं का विस्तार छत्तीसगढ़ के दूरस्थ अंचलो में किया जाएगा। समितियो की आर्थिक सुदृढ़ता के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 217 करोड़ रूपए प्रदान किया गया है।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपेक्स बैंक के अध्यक्ष श्री बैजनाथ चन्द्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार किसानों की सरकार है। पिछले पौने पांच साल से किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम मिलने लगा है। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की सरकार बनते ही किसानों का ऋण माफ किया गया। देश में छत्तीसगढ़ के किसानों को मिल रहा है धान का सर्वाधिक मूल्य। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत धान उत्पादक किसानों को 9 हजार प्रति एकड़ के मान से आदान सहायता दी जा रही है। श्री चन्द्राकर ने कहा कि इस समय प्रदेश में कोआपरेटिव्ह बैंक की 329 शाखाएं है, जिसमें 192 एटीएम संचालित है।किसान समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत डॉ. रामसुंदर दास ने कहा कि गोधन न्याय योजना मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल सरकार की महत्वांकाक्षी योजना है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में छत्तीसगढ़ पहली सरकार है, जो कि गोबर तथा गौमूत्र की खरीदी कर रही है। इससे किसानों, पशुपालकों तथा महिलाओं में आर्थिक मजबूती आई है।समारोह की अध्यक्षता करते हुए जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर के अध्यक्ष श्री प्रमोद नायक ने कहा कि भूपेश बघेल की सरकार बनते ही किसानों की बेहतरी के लिए लगातार काम हुआ है। छत्तीसगढ़ में समितियों का पुनर्गठन करते हुए 725 नवीन सहकारी समितियां बनाई गई। इन समितियों के लिए 185 करोड़ गोदाम सह-कार्यालय निर्माण के लिए राशि की स्वीकृति दी गई। जल्द ही समितियो का कम्प्यूटरीकरण किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिला सहकारी बैंक से संबद्ध सभी किसानों को एटीएम कार्ड जारी किया जाएं।समारोह में अध्यक्ष शाकम्भरी बोर्ड श्री रामकुमार पटेल, श्री राघवेंद्र कुमार सिंह, श्री रवि परसराम भारद्वाज, सदस्य जीव जंतु कल्याण बोर्ड श्री नारायण खडेलिया, सदस्य राज्य खाद्य आयोग श्रीमती ज्योतिकिशन कश्यप, उपाध्यक्ष जिला पंचायत जांजगीर श्री राघवेंद्र प्रताप सिंह, अध्यक्ष नगर पंचायत शिवरीनारायण श्रीमती अंजनी मनोज तिवारी, प्राधिकृत अधिकारी कृषक सेवा सहकारी समिति शिवरीनारायण श्री ब्रजेश केशरवानी सहित अपेक्स बैंक लेखा अधिकारी श्री प्रभाकर कांत यादव, अश्वनी पांडेय नोडल अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक जांजगीर, शाखा प्रबंधक श्री शंकर लाल साहू तथा सहकारी जनप्रतिनिधि और किसान मौजूद थे।
- -आईआईएचआर ने तैयार की पपीता की उन्नत प्रजाति अर्का प्रभात-एक उत्पाद-एक जिला योजना में रायपुर शामिल-किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान एवं बिना ब्याज के 3 लाख का ऋणरायपुर /रायपुर जिले में बड़े पैमाने पर पपीते की खेती को लेकर उद्यानिकी विभाग द्वारा किसानों को प्रोत्साहन एवं प्रशिक्षण दिए जाने की सिलसिला शुरू कर दिया गया है। एक उत्पाद-एक जिला योजना के तहत रायपुर जिले का चयन पपीते की खेती के लिए हुआ है। किसानों को उन्नत और रोग-प्रतिरोधी क्षमता वाले पपीते के पौधे उपलब्ध हो सके, इसके लिए इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ हार्टिकल्चर बैंगलोर में विकसित अर्का प्रभात किस्म का पपीता का पौधा रायपुर लाया गया है। इसकी मदद से नर्सरी तैयार कर किसानों को रोपण के लिए अर्का प्रभात पौधा उपलब्ध कराए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।रोग-प्रतिरोधक है अर्का प्रभातपपीता की नई प्रजाति अर्का प्रभात की विशेषता यह है कि यह स्पॉट वायरस रसिस्टेंट है। इसमें वायरस से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होने के कारण पौधा रोग-रहित रहता है। यह जानकारी 21 जुलाई को एक उत्पाद-एक जिला के तहत पपीता उत्पादन से पोषण की ओर विषय पर आयोजित कार्यशाला में दी गई। जिला पंचायत रायपुर के सीईओ श्री अविनाश मिश्रा के मार्गदर्शन उद्यानिकी विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर द्वारा इस कार्यशाला का आयोजन लाभाण्डी में किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया।कार्यशाला में किसानों को पपीता की खेती के लिए प्रोत्साहित करते हुए उप संचालक उद्यानिकी श्री कैलाश सिंह पैकरा ने कहा कि इसकी खेती के लिए शासन द्वारा किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान तथा बिना ब्याज के 3 लाख रूपए तक का ऋण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पपीता एक पौष्टिक फल है। इसकी पत्ती की भी उपयोगी है। पपीते के स्वस्थ पौधे उद्यानिकी रोपणियांे एवं कृषि केंद्रों पर भी उपलब्ध है। इसकी खेती के लिए विभाग के अधिकारियों एवं प्रक्षेत्र के कर्मचारियों द्वारा किसानों को जानकारी दी जा रही है।वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ गौतम राय ने उद्यानिकी के क्षेत्र में किए जा रहे शोध की जानकारी दी। डॉ. अजय वर्मा, निदेशक, विस्तार सेवाएं रायपुर ने बताया कि ‘अर्का प्रभात’ किस्म के पपीते का पौधा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हॉर्टिकल्चर रिसर्च बैंगलोर से लाए हैं। स्थानीय स्तर पर इसकी नर्सरी तैयार कर किसानों को पौधे उपलब्ध कराने की पहल शुरू की गई है।महाप्रबंधक, जिला व्यापार उद्योग श्री अमेय त्रिपाठी ने किसानों को पपीते की मार्केटिंग, कोल स्टोरेज में रख रखाव और प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज योजना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसान इसका लाभ उठाकर अपना कारोबार को बढ़ा सकते हैं।वैज्ञानिक डॉ नीरज मिश्रा ने किसानों को बताया गया कि पपीता पौष्टिकता में सबसे अधिक है और इस फल से अनेक प्रकार के प्रसंस्कृत उत्पाद बनाए जा सकते हैं जैसे जैम, जेली, कतरी, कैंडी आदि। इसके जूस एवं नेक्टर की भी अधिक डिमांड है। पपीते का पाउडर भी बनाया जा सकता है। पपीते का उत्पादन कर मंडी में बेचने के साथ ही किसान इसके प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन पर ध्यान दें तो अधिक लाभ कमा सकते हैं।*वायरस से बचाव के लिए नीम का तेल और शैंपू का घोल के छिड़काव करें- *वैज्ञानिक श्री मनोज कुमार साहू ने बताया कि पपीता की खेती को वायरस एवं बग्स से बचाने के लिए नीम के तेल के साथ शैंपू घोल कर छिड़काव किया जाना चाहिए। पपीते के पेड़ के आस-पास गेंदा फूल का पौधा लगाकर पपीते के पौधे को रोग से सुरक्षित रखने में मदद मिलती है। सहायक संचालक कृषि ने कहा कि छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। जल्द ही छत्तीसगढ़ उद्यानिकी प्रदेश के नाम से जाना जाएगा। कार्यशाला के समापन पर किसानों को पपीते के स्वस्थ पौधे वितरित किए गए। प्रश्नोत्तर सत्र में किसानों प्रश्नों एवं शंकाओं का समाधान किया गया।
- -तीरथगढ़ में मनाया गया कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान का स्थापना दिवस-कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान फैला है तीरथगढ़ जलप्रपात से कोलाब नदी तकरायपुर / बस्तर के सुप्रसिद्ध कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान का स्थापना दिवस 22 जुलाई को तीरथगढ़ में मनाया गया। इस राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 22 जुलाई 1982 में की गई थी।इस अवसर पर कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के प्रबंधन एवं संरक्षण, इकोटूरिज्म में विशेष योगदान देने वाले इको-विकास समिति के सदस्य, जिप्सी सफारी संचालक, नेचर गाइड, मैना मित्र, मगर मित्र, पेट्रोलिंग गार्ड, मैदानी कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीसीएफ श्री मोहम्मद शहीद ने आपने उद्बोधन में विभाग के सदस्यों को बधाई दी और कहा कि कांगेर घाटी में आने वाले हर पर्यटक यहां की खूबसूरती से मंत्र-मुग्ध हो जाते है। साथ ही उन्होंने उद्यान में पर्यटकों द्वारा प्लॉस्टिक के इस्तेमाल को रोकने और जागरूक करने लोगों से अपील की।कार्यक्रम में कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक श्री धम्मशील गनवीर ने कहा कि सभी लोगों के सतत् प्रयास से ही घाटी को विश्व मानचित्र में स्थापित होने में नई दिशा मिल रही है, प्राकृतिक खूबसूरती, जैव विवधता और आदिवासी संस्कृति का अनूठा मेल है, जो देश और विदेश के पर्यटकों को लुभा रहा है। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पर्यावरणविद डॉ. सतीश जैन, वरिष्ठ लेखक श्री सुुभाष पांडेय, रंगकर्मी श्री शिव प्रकाश तथा श्री अनिल लुंकड़, सरपंच श्रीमती महेश्वरी कश्यप एवं श्री गागरा राम आदि उपस्थित थे। गौरतलब है कि कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ के जगदलपुर जिला से मात्र 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रायपुर जिला से लगभग 330 किलोमीटर की दूरी पर है। यह उत्तर पश्चिम किनारे पर तीरथगढ़ जलप्रपात से प्रारंभ होकर पूर्व में ओड़िसा की सीमा कोलाब नदी तक फैला है। कांगेर नदी इसके बीचो-बीच इठलाती हुई चलती है।कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान का नाम कांगेर नदी से निकला है, जो इसकी लंबाई में बहती है। कांगेर घाटी लगभग 200 वर्ग किलोमीटर में फैला है। तीरथगढ़ झरना कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है। इसके साथ ही साथ केंजरधार और भैंसाधार मगरमच्छ पार्क के लिए लोकप्रिय पर्यटक स्थल हैं। पार्क की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद उठाने के लिए जिप्सी सफारी पर्यटकों के लिए उपलब्ध है।
- -अब तक 1914 शालाओं का हुआ कायाकल्प-शाला भवन मरम्मत, नवीनीकरण एवं जीर्णाेद्धार कार्य के साथ अतिरिक्त कक्ष का हो रहा निर्माण-रंगाई-पोताई कार्य गोबर से बने प्राकृतिक पेंट से, स्कूल भवन लग रहे आकर्षकरायपुर, /छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के अंतर्गत अब जिले के स्कूल संवरने लगे हैं। जिले में योजना अंतर्गत शाला भवन मरम्मत नवीनीकरण एवं जीर्णाेद्धार कार्य के साथ अतिरिक्त कक्ष निर्माण कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप स्कूलों के कायाकल्प होने से अब बच्चों को पढ़ाई हेतु बेहतर परिवेश मिलेगा, जिससे बच्चों में पढ़ाई हेतु एक नई उमंग पैदा होगी।मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना में अब तक प्रदेश में 1914 स्कूल भवनों का कायाकल्प किया जा चुका है। योजना के तहत स्कूलों में छतों को सुधार, टाईल्स, दीवारों में रंग-रोगन, शौचालयों की रिपेयरिंग के साथ ही स्कूल की साज-सज्जा भी की जा रही है। जिले में स्कूलों के रंगाई का कार्य गोबर से बने प्राकृतिक पेंट से किया जा रहा है, इससे स्कूल भवन देखने में काफी आकर्षक नजर आ रहे हैं। जिन स्कूलों में कार्य पूरा हो गया है, वे बिल्कुल नए स्वरूप में नजर आ रहे हैं। इससे अब उन स्कूल के बच्चों को बेहतर परिवेश में सुविधाएं प्राप्त होंगी। स्कूल भवन पहले जर्जर हालत में था, बारिश के दिनों में यहॉ के छत से पानी टपकता था, अब छत के मरम्मत होने से पूरी तरह ठीक हो गया है, इससे बच्चे भी सुरक्षित रहेंगे और पढ़ाई करने में उनका मन भी अच्छे से लगेगा। मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना से बच्चों को अब बेहतर स्कूल भवन मिलेगा और वे अच्छे से पढ़ाई कर सकेंगे।योजना के तहत जिलों से पोर्टल में 29162 शालाओं की प्रविष्टि हुई है। जिसकी लागत 2133.60 करोड़ रूपये है। वर्तमान में कार्य प्रारंभ करने हेतु 477.06 करोड़ रूपये प्रथम किश्त जिलों को जारी की जा चुकी है। अब तक 1914 कार्य वर्तमान में पूर्ण हो चुके है और 14 हजार से अधिक कार्य प्रगति पर है।
- - देवी देवताओं के अस्त्र-शस्त्र और प्रतीक चिन्हों से सुसज्जित होगा महादेव का दरबार- मनीष वोरारायपुर/ पुरुषोत्तम मास के पहले सोमवार को लेकर राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के शिव मंदिरों में विशेष इंतजाम किए गए हैं। इनमें से एक रायपुर का प्राचीन बुढ़ेश्वर महादेव मंदिर भी हैं, जहां सोमवार को भोलेनाथ का हरिहर स्वरूप देखने को मिलेगा। साथ ही भगवान भोलेनाथ का दरबार देवी देवताओं के अस्त्र-शस्त्र और प्रतीक चिन्हों से सुसज्जित किया जाएगा। इसके लिए तैयारियां चल रही हैं।श्री रायपुर पुष्टिकर समाज ट्रस्टी मनीष वोरा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को श्री बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में भगवान भोलेनाथ के हरिहर स्वरूप का श्रृंगार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सावन का महीना भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना वंदन का पवित्र महीना होता है। इस वर्ष सावन माह में अधिक मास की युति है और इस माह को पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। पुरुषोत्तम यानी भगवान विष्णु, अर्थात पुरुषोत्तम मास, सावन माह में होने की वजह से इस बार शिव और विष्णु दोनों की ही पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। भगवान विष्णु का एक नाम हरि है और भगवान शिव का एक नाम हर है। साथ ही सम्पूर्ण ब्रह्मांड के सभी देवी देवताओं के अस्त्र शस्त्र जो उन देवों के प्रतीक भी हैं और उन्हें धारण किये हुए हैं। उन सभी वैदिक अस्त्र- शस्त्रों का निर्माण कर बुढ़ेश्वर मंदिर में भगवान भोलेनाथ का दरबार सुसज्जित किया जाएगा।श्री वोरा ने बताया कि शास्त्रों में कुल 21 अस्त्रों के बारे में उल्लेख मिलता है, जिनमे कुछ अस्त्र रचना का कुछ अस्त्र संहार का कुछ अस्त्र शांति और मोक्ष का प्रतीक हैं। इन्हीं 21 शस्त्रों का का निर्माण कर भगवान भोलेनाथ का मंदिर सजाया जाएगा। ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार इन सभी शस्त्रों की रचना शिव द्वारा ही विभिन्न विशिष्ट प्रयोजनों और जनकल्याण हेतु की गई थी। file photo
- -पारंपरिक खेलों को लेकर बच्चों, युवक-युवतियों और महिलाओं में जबरदस्त उत्साह नजर आयाटी सहदेवभिलाई नगर। तालपुरी बी ब्लॉक में रविवार को राजीव युवा मितान के तत्वावधान में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों का आयोजन किया गया। क्लब हाउस परिसर में आयोजित छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों में बच्चों, युवक-युवतियों और महिलाओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। समय की कमी और उमस के कारण पिट्ठूल, रस्साकशी एवं सौ मीटर दौड़ ही हो पाई। जबकि बच्चे पारंपरिक खेल खो-खो, कबड्डी और बिल्लस में अपना हाथ आजमाना चाहते थे। इस अवसर पर मौजूद कांग्रेस के जिला सचिव एवं वार्ड अध्यक्ष अमनदीप सोढ़ी ने कहा कि इन खेलों का मकसद विलुप्त हो रहे पारंपरिक खेलों में नई जान फूंकना था।ओलिंपिक खेलों के नतीजों के मुताबिक रस्साकशी, बालिका वर्ग में कुहू, ख्वाहिश, अमृता, नेहा, जस्मित, अनुभूति एवं जश्मूर ने जीत दर्ज की है, जबकि बालक वर्ग में अनिकेत, श्रेयश, अंश, अर्नव, देवांश, प्रियमदेव, जबजीत और आरव विरोधी टीम पर भारी पड़े। उधर महिलाओं ने भी रस्साकशी में जोर आजमाया। रेखा सिंह की अगुवाई में उतरी टीम ने कड़े मुकाबले में विरोधी टीम को शिकस्त दी। विजेता टीम के अन्य सदस्यों में माला यादव, कृतिका, मनीषा हाडगे, मोना सिंह, आशा जानी, विद्या शर्मा एवं अक्षिता शामिल हैं।बालक वर्ग में सौ मीटर दौड़ की तीन प्रतियोगिताएं हुईं। पहले मुकाबले में जहां मौलिक प्रथम, अनिकेत सोनी द्वितीय तथा सम्यक बोरकर तृतीय स्थान पर रहे। वहीं इसी वर्ग के दूसरे मुकाबले में प्रथम स्थान पर साहिल, द्वितीय श्रेयश और अर्नव को तृतीय स्थान पर संतोष करना पड़ा, तीसरे मुकाबले में प्रियोम, प्रियांश तथा अद्वय को क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय मिला । दूसरी ओर बालिका वर्ग में दो प्रतियोगिताएं रखी गईं। पहली प्रतियोगिता में आयशा सिंह फर्स्ट, दक्षता राउत सेकंड और विधि गुप्ता थर्ड रही, जबकि दूसरी में पहला रीत, दूसरा कुहू और तीसरा स्थान अमृता ने हासिल किया।महिलाओं ने भी दौड़ में अपनी रफ्तार आजमाई, जिसमें पल्लवी सबसे आगे रहीं और उसके बाद रूपाली तथा तीसरे नंबर पर महिमा रहीं। पिट्ठूल के नतीजों के अनुसार बालिका वर्ग में वान्या वर्मा, अक्षिता, दक्षजा राउत, ओमी गुप्ता, चैतन्य वर्मा तथा दक्ष पवार ने जीत हासिल की, जबकि महिला वर्ग में रेखा सिंह, दानेश्वरी वर्मा, मनीषा हाडगे, सुनीता ठाकुर, माला यादव एवं आशा जानी ने विजय प्राप्त की। सभी विजेताओं को तालपुरी के वरिष्ठजनों ने मैडल प्रदान किए।
- भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई के द्वारा डेंगू एवं मलेरिया की रोकथाम के लिए घर-घर जाकर लार्वा की जांच की जा रही है। जलजमाव वाले पात्रों का निरीक्षण किया जा रहा है और कूलर की जांच की जा रही है। लोगों को डेंगू एवं मलेरिया से बचने के लिए मच्छरदानी लगाकर सोने की सलाह दी जा रही है। पानी को एक जगह अधिक समय तक एकत्रित नहीं रखने कहा जा रहा है। डेंगू एवं मलेरिया के नियंत्रण के लिए तथा मच्छर उन्मूलन के तहत भिलाई निगम के द्वारा निगम महापौर नीरज पाल व निगम आयुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया है। यह टीम अलग-अलग वार्ड क्षेत्रों में निरीक्षण करते हुए मच्छरों के खिलाफ लड़ने विशेष गतिविधियां अपना रही है। निगम की विशेष टीम के द्वारा शुक्रवार व शनिवार को खुर्सीपार के औधोगिक एरिया छावनी के लक्ष्मण नगर तालाब की निचली बस्ती में लक्ष्मी ट्रेडर्स, हनुमान मंदिर, पंचवटी किराना, भैंस खटाल लाइन, पुरानी बस्ती कोहका में मच्छर उन्मूलन का अभियान चलाया गया। इस दौरान एडल्ट मच्छर की रोकथाम के लिए मेलाथियान का स्प्रे किया गया। लार्वा को नष्ट करने के लिए टेमीफास् का उपयोग किया गया तथा वितरण भी किया गया। जन जागरूकता के तहत लोगों को डेंगू, मलेरिया एवं पीलिया से बचाव के लिए पंपलेट का वितरण करते हुए प्रचार-प्रसार किया गया। टीम के द्वारा छावनी के 120 घरों तथा कोहका के 92 घरों का सर्वे करते हुए कूलर की जांच की गई। बरसात में भी निगम मच्छरों से होने वाली बीमारियों के रोकथाम को लेकर अलर्ट है।
- भिलाईनगर/ भिलाई निगम क्षेत्र अंतर्गत रोका छेका अभियान के तहत आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। आज नेशनल हाईवे सहित मुख्य सड़कों से 27 आवारा पशुओं को पकड़ा गया। निगम क्षेत्र में अवाारा घूमने वाले मवेशियों से किसी को परेशानी न हो इसे देखते हुए भिलाई निगम की टीम सभी जोन क्षेत्रों में तिथि वार आवारा पशुओं को पकड़ने अभियान चला रही है। अभियान के तहत आवारा पशुओं को पकड़ कर गौठान भेजा गया है। आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाने के लिए निगम आयुक्त रोहित व्यास ने निर्देश दिए हैं। रोका छेका अभियान के तहत आवारा मवेशियों को पकड़ने टीम शहर में विभिन्न संसाधनों के साथ घूम-घूम कर आवारा मवेशी को पकड़ रहे हैं। काऊ केचर वाहन में मवेशियों को डालकर सीधे गौठान में छोड़ा जा रहा है। भिलाई निगम की टीम मुख्य रूप से शहर के सभी मार्केट क्षेत्र तथा अंदरूनी क्षेत्र की सड़कों के किनारे घूमने वाले मवेशियों को टारगेट करते हुए नेशनल हाइवे, मार्केट, सर्विस रोड, सार्वजनिक स्थान, तथा जीई रोड के किनारे चलने वाले आवारा मवेशियों को पकड़ रही है। आज सेंटल एवेन्यू, खुर्सीपार गुरुद्वारा क्षेत्र, नेशनल हाईवे एवं मुख्य सड़कों से पशुओं को पकड़कर गौठान भेजा गया। आवारा पशुओं के कारण वाहन चालकों एवं मार्केट में खरीददारी के लिए आने वाले लोगों को समस्या से निजात दिलाने निगम की टीम पशुओ को पकड़ने की कार्रवाई कर रहे हैं। विशेष अभियान में निगम क्षेत्र के वार्डों से आवारा मवेशी पकड़ने योजना बनाकर कार्य कर रहे है। सभी क्षेत्रों में आवारा पशुओं को पकड़ने का अभियान चलाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए है। इसी के तहत भिलाई निगम क्षेत्र में अभियान चलाया जा रहा है। मवेशियों को पकड़ने के दौरान उन्हें चोट न लगे इसलिए निगम की टीम दो काऊ केचर एवं रस्सी व आवश्यक संसाधन के साथ फिल्ड में पहुंच रहे है।
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धान के अलावा गेहूं, अलसी, मसूर की खेती कर कमा रहे मुनाफा
कम लागत में प्राप्त कर रहे फसलों की अच्छी पैदावार
बिलासपुर/जिले के किसान अब धान के अलावा अन्य फसलों की तरफ भी रुचि दिखा रहे है। ग्रीष्मकालीन धान के साथ ही साथ अन्य फसलों जैसे कि गेहूं, अलसी, मसूर, मूंग की अच्छी पैदावार प्राप्त कर रहे है। कृषि विभाग द्वारा संचालित टरफा योजना के अंतर्गत किसानों को अनुदान राशि के माध्यम से बीज मुहैया कराकर उन्हें अन्य फसलों की बुआई के लिए प्रेरित कर रहे है। कम पानी और कम लागत में फसलों की अच्छी पैदावार होने से जिले किसान अच्छी आमदनी कर रहे है।
जिले के विकासखंड तखतपुर के सिलतरा निवासी किसान श्री राजेश यादव के पास 1.5 एकड़ कृषि भूमि है। वे अपनी भूमि पर धान की फसल लगाया करते थे। श्री यादव ने बताया कि ग्रीष्म ऋतु में धान की फसलों को अत्यधिक पानी की आवश्यकता पड़ती थी। फलस्वरूप धान की पैदावार पर भी असर पड़ता था। ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्रीमती कृति कला के माध्यम से उन्हें धान के बदले अन्य फसलों जैसे गेहूं, मूंग, मसूर, मक्का की खेती कम लागत और कम पानी में किए जा सकने की जानकारी मिली। कृषि विभाग द्वारा गेहूं बीज 50 प्रतिशत अनुदान पर और प्रदर्शन हेतु मसूर बीज प्राप्त हुआ। श्री यादव ने गेहूं और मसूर की मिश्रित बोनी की। कम पानी में फसलों की अच्छी पैदावार हुई, जिससे अच्छा लाभ प्राप्त हुआ। श्री यादव ने कृषि विभाग की टरफा योजना के लिए धन्यवाद दिया। उनकी सफलता को देखकर अन्य किसान भी मिश्रित खेती के लिए प्रेरित हो रहे है। - रायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और स्वर्गीय चंद्रशेखर आजाद की 23 जुलाई को जयंती पर उनके छायाचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया है। स्वतंत्रता के लिए उनके संघर्ष को याद करते हुए श्री बघेल ने कहा कि तिलक जी और आजाद जी ने अपना पूरा जीवन देशप्रेम के लिए समर्पित कर दिया और अंतिम क्षण तक स्वाधीनता के लिए संघर्ष करते रहे। उनकी राष्ट्रभक्ति आज भी लोगों को प्रेरणा देती है।श्री बघेल ने कहा कि लोकमान्य तिलक जी ने महाराष्ट्र में गणेश उत्सव की शुरूआत कर सामाजिक समरसता के नए युग का सूत्रपात किया। स्वाधीनता के लिए संघर्ष के दौरान उन्होंने ‘स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है और इसे मैं लेकर रहूंगा‘ जैसे नारों से लाखों भारतीयों के मन में आजादी के लिए अलख जगा दी। श्री चंद्रशेखर आजाद के बलिदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद की राष्ट्रभक्ति आज भी हजारों युवाओं में देशप्रेम और नई ऊर्जा भर देती है। श्री बघेल ने कहा कि स्वाधीनता के लिए महापुरूषों का अमर बलिदान हमेशा याद किया जाएगा। इस अवसर पर राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन उपस्थित रहे।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां उनके निवास कार्यालय में संयुक्त मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री स्वर्गीय श्री बिसाहू दास महंत की 23 जुलाई को पुण्यतिथि पर उनके छायाचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि महंत जी का पूरा जीवन जनसेवा से जुड़ा रहा। महंत जी ने अविभाजित मध्यप्रदेश में विधायक तथा मंत्री के रूप में प्रदेश के विकास के लिए अपनी अमूल्य सेवाएं दी है। उन्होंने खेती-किसानी, सिंचाई तथा सड़कों के माध्यम से लोगों की बेहतरी के काम को बखूबी अंजाम दिया।श्री बघेल ने कहा है कि कोसा एवं बुनकर व्यवसाय को प्रदेश से लेकर विदेशों तक ख्याति दिलाने में बिसाहू दास महंत जी का अतुलनीय योगदान रहा है, इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्वर्गीय बिसाहू दास महंत के नाम पर हर साल राज्य के श्रेष्ठ बुनकरों को पुरस्कृत करने का निर्णय लिया गया है। राज्य सरकार द्वारा मंहत जी के सम्मान में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय कोरबा का नामकरण स्वर्गीय बिसाहू दास महंत स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय कोरबा किया गया है। श्री बघेल ने कहा है कि हमारे पुरोधा विकास की जो विरासत छोड़ गए हैं, उसे नये आयाम देने की दिशा में राज्य सरकार आगे बढ़ रही है। इस अवसर पर राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन उपस्थित रहे।
- -विधानसभा आम निर्वाचन के सफल संचालन के लिए नेशनल लेवल मास्टर ट्रेनर्स ने दिया प्रशिक्षण-निर्वाचन संबंधी प्रक्रियाओं एवं नियमों के साथ ही हृदयाघात, सर्पदंश, मिर्गी जैसी मेडिकल इमरजेंसी के बारे में भी प्रशिक्षित किया गयारायपुर । प्रदेश में आगामी विधानसभा आम निर्वाचन को दृष्टिगत रखते हुए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा सभी 33 जिलों के रिटर्निंग अधिकारियों एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारियों के लिए छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी निमोरा में प्रशिक्षण का आयोजन किया गया था। रिटर्निंग और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को 18 जुलाई से 21 जुलाई तक चार दिनों का आवासीय प्रशिक्षण दिया गया। राज्य के भारतीय प्रशासनिक सेवा के आठ प्रशिक्षु अधिकारियों को भी प्रशिक्षण में शामिल किया गया था। निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण तथा सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को 22 जुलाई को एक दिवसीय प्रशिक्षण भी दिया गया। देश के विभिन्न राज्यों से आए राष्ट्रीय स्तर के मास्टर ट्रेनर्स ने प्रदेश के अधिकारियों को निर्वाचन से जुड़े विभिन्न विषयों की जानकारी दी।भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों की मौजूदगी में 18 जुलाई से राष्ट्रीय स्तर के मास्टर ट्रेनर्स ने अधिकारियों को प्रशिक्षण देने की शुरूआत की। राज्य की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने उद्घाटन सत्र में अधिकारियों को निर्वाचन के सफल संचालन के लिए प्रशिक्षण के महत्व को रेखांकित किया। राज्यभर से आए लगभग 300 अधिकारियों को छह बैचों में विभाजित कर प्रतिदिन प्रातः साढ़े नौ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक प्रशिक्षण दिया गया।नेशनल लेवल मास्टर ट्रेनर्स ने रिटर्निंग अधिकारियों एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को आदर्श आचार संहिता, नाम निर्देशन, जिला निर्वाचन प्रबंधन कार्यक्रम, पोस्टल बैलेट, मतगणना, निर्वाचन परिणामों की घोषणा आदि विषयों पर प्रशिक्षण दिया। सभी अधिकारियों को ईवीएम मशीनों के संचालन का व्यवहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया। अधिकारियों ने ईवीएम मशीन को स्वयं संचालित कर इसकी कार्यप्रणाली को समझा। निर्वाचन के विषयों के साथ-साथ निर्वाचन के दौरान मेडिकल इमरजेंसी की घटनाओं जैसे हृदयाघात, सर्पदंश, मिर्गी जैसी स्थितियों में जनहानि को रोकने के बारे में भी अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया।
- -छत्तीसगढ़ शासन, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय और टीआरआईएफ द्वारा आयोजित संगोष्ठी में राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों, उद्यमियों, समाज सेवियों, विशेषज्ञों एवं सामाजिक संस्थाओं ने की चर्चा-ग्रामीण विकास की चुनौतियों से निपटने विशेषज्ञों ने दिए सुझावरायपुर । राज्य शासन, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर और ट्रांसफ़ॉर्मिंग रूरल इंडिया फाउंडेशन (TRIF) द्वारा आज रायपुर के एक निजी होटल में ‘इंडिया रूरल कोलोक्वि’ का आयोजन किया गया। कोलोक्वि (संगोष्ठी) में अलग-अलग सत्रों में राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारियों, उद्यमियों, समाज सेवियों, विशेषज्ञों तथा सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने “समाज-सरकार-बाज़ार नए गाँव में” विषय पर संवाद किया। इसका आयोजन ग्रामीण विकास की मुख्य चुनौतियों गरीबी, असमानता एवं अन्य विषयों पर विचार-विमर्श के लिए किया गया था। कोलोक्वि में समाज, सरकार और बाजार के प्रतिनिधियों ने ग्रामीण विकास की चुनौतियों से निपटने अपने सुझाव रखे। इस दौरान नए गांवों के निर्माण में समाज, सरकार और बाजार की भूमिका और चुनौतियों के समाधान पर भी विस्तार से चर्चा की गई।कोलोक्वि में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) की लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं की सफलता पर आधारित बुकलेट और रायगढ़ मिलेट्स कैफे द्वारा तैयार मिलेट्स रेसिपी बुक का विमोचन भी किया गया। छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री अजय सिंह, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सच्चिदानंद शुक्ल, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका की संचालक श्रीमती पद्मिनी भोई साहू और ट्रांसफॉर्मिंग रूरल इंडिया फाउंडेशन के प्रबंध निदेशक श्री अनीश कुमार ने दीप प्रज्वलन कर कोलोक्वि का शुभारंभ किया।शुभारंभ सत्र को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि ’इंडिया रूरल कोलोक्वि‘ का आयोजन पहली बार रीजनल स्तर पर छत्तीसगढ़ में हो रहा है। इससे राष्ट्रीय स्तर पर योजना निर्माण के लिए वास्तविक और सही जानकारी मिलेगी। स्थानीय सोच और चुनौतियों के आधार पर निकली जानकारी योजनाओं के निर्माण में उपयोगी साबित होगी। उन्होंने कहा कि भारत अपनी 75 वर्ष की यात्रा में 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है।राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की संचालक श्रीमती पद्मिनी भोई साहू ने समाज में महिलाओं की भूमिका और उसमें बदलाव पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए घरों से बाहर निकालना एक चुनौती है। यह काम सपोर्ट, मोटिवेशन और समूह चर्चा के माध्यम से किया जा सकता है। छत्तीसगढ़ में गौठान, रीपा, बिहान जैसी महिला केन्द्रित योजनाओं से जुड़कर बड़ी संख्या में महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है और उनका जीवन स्तर ऊपर उठ रहा है। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सच्चिदानंद शुक्ला ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि सरकार के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक बाजार के फायदे पहुंचाना इस कोलोक्वि का उद्देश्य है। आज की परिचर्चा के बाद निकले निष्कर्ष से पिछड़े वर्गों के लिए योजनाएं बनाने में मदद मिलेगी।आज दिन भर चले कोलोक्वि का पहला सत्र ‘सपनों का समुंदर’ (डीप ड्राइव इनटू ड्रीम्स) थीम पर केन्द्रित था। इसमें राज्य के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों से आए युवाओं, जनप्रतिनिधियों, बिहान दीदियों और ग्रामीण परिवारों ने अपने जीवन, संघर्ष, चुनौतियों और सपनों पर बात की। उन्होंने बदलते छत्तीसगढ़ की तस्वीर भी पेश की। समाज सेवी और सीनियर प्रोग्राम मैनेजर डॉ. मंजीत कौर बल ने इस सत्र में चर्चा में कहा कि अवसर और सहयोग से सपने पूरे होंगे। व्यवस्था और तकनीक को पूरा करने की जिम्मेदारी सबकी है।कोलोक्वि के दूसरे सत्र ‘रिजनरेटिव डेव्लपमेंट’ पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर. ने कहा कि हमें ग्लोबल चेंजेस को ध्यान में रखते हुए विकास की ओर बढ़ना होगा। इसमें समुदाय का सहयोग भी जरूरी है। हमें योजनाएं बनाते समय सस्टेनेबल डेव्हलपमेंट से एक कदम आगे बढ़कर सकारात्मक बदलाव के लिए रिजनरेटिव एप्रोच से सोचना होगा। इसी सोच से डी-फारेस्ट्रेशन के युग में छत्तीसगढ़ में वन क्षेत्र बढ़ा है। बहुआयामी गरीबी में यहां तेजी से कमी आई है। राज्य मनरेगा आयुक्त श्री रजत बंसल, हिन्दुस्तान यूनिलीवर फाउंडेशन की सुश्री अनंतिका और फिल्म अभिनेत्री व समाज सेवी सुश्री राजश्री देशपांडे ने भी इस सत्र में अपने विचार रखे।कोलोक्वि के तीसरे सत्र ‘ग्रामीण विकास में समाज-सरकार-बाजार की अनुपूरक भूमिका’ पर कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने कृषि के क्षेत्र में हो रहे तेजी से बदलाव को देखते हुए उचित बाज़ार हासिल करने के लिए उत्पादकों को अपने उत्पादों के प्रभावी ढंग से विपणन के लिए सशक्तिकरण पर काम करने की जरूरत बताई। प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. शंकर दत्ता और अर्थशास्त्री डॉ. रवींद्र कुमार ब्रह्मे ने भी निष्पक्ष बाजार प्रथाओं, ग्रामीण उत्पादकों को सशक्त बनाने और डिजिटल वाणिज्य को अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ये गांवों के लिए अधिक समावेशी और समृद्ध भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकते हैं। लेखक श्री संजीव फंसालकर ने भी इस सत्र में अपने विचार रखे।कोलोक्वि का अंतिम सत्र ‘गाँव का पुनर्निर्माण - संरचनात्मक बाधाओं से अंतर-पीढ़ीगत प्रगतिशीलता पर जाति एवं व्यवसायिक बदलाव की भूमिका’ पर केन्द्रित था। मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा ने इस सत्र में कहा कि जाति आधारित व्यावसायिक प्रतिबंधों को तोड़ने और सामाजिक गतिशीलता में पारंपरिक बाधाओं को चुनौती देने का प्रयास एक अधिक समावेशी और न्यायपूर्ण समाज को बढ़ावा देने की दिशा में जरूरी कदम है। छत्तीसगढ़ सरकार का “महात्मा गांधी रुरल इंडस्ट्रियल पार्क” इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है। मगन मेमोरियल वर्धा की डॉ. विभा गुप्ता ने कहा कि ग्रामीणों को बाजार पर निर्भर न रहकर अपनी जरूरत की चीजें खुद बनाना चाहिए। किसान को बीज स्वयं तैयार करना चाहिए, अपने बनाए खाद का उपयोग करना चाहिए। हमारा नया गांव एक आत्मनिर्भर गांव होना चाहिए। ट्रांसफ़ार्मिंग रूरल इंडिया फाउंडेशन के प्रबंध निदेशक श्री अनीश कुमार ने इस बात को रेखांकित किया कि श्रम विभाजन वास्तव में श्रमिकों के विभाजन में कैसे परिवर्तित हो गया। कोलोक्वि में पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा कृषि विभाग के अधिकारी, ट्रांसफ़ार्मिंग रूरल इंडिया फाउंडेशन की सुश्री नीरजा कुडरीमोटी, श्री श्रीश कल्याणी एवं श्री राजीव कुमार त्रिपाठी भी मौजूद थे।
- -पहले जन चौपाल में महामंत्री जितेंद्र साहू ने की घोषणाटी सहदेवभिलाई नगर। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के निर्देश पर रिसाली नगर निगम के वार्ड 01 तालपुरी के दोनों ब्लॉकों में आयोजित पहले जन चौपाल में एसटीपी, जलसंकट और सड़क संधारण के मुद्दे छाए रहे। एसटीपी को हटाने को लेकर ए ब्लॉक के लोगों के आक्रोश को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री जितेंद्र साहू ने कहा कि एसटीपी का मामला हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता में है। बी ब्लॉक में पानी की समस्या दूर करने के संबंध में उन्होंने कहा कि इस ब्लॉक में दो अतिरिक्त ओव्हर टैंकों का निर्माण कराया जाएगा। जिसका प्रस्ताव तैयार हो चुका है। इतना ही नहीं पूरी कॉलोनी में नई पाइप लाइन भी बिछाई जाएगी, ताकि पानी की समस्या जड़ से खत्म हो जाए। यह सिर्फ आश्वासन नहीं है। ए ब्लॉक में एससटीपी का मुद्दा बार-बार गरमाने पर जितेंद्र साहू ने घोषणा की कि हमारी पार्टी यदि विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करती है, तो इसे अन्यत्र स्थापित किया जाएगा। यह बात मैं पूरी जिम्मेदारी से कहता हूं।इन मुद्दों के अलावा कॉलोनी की चहारदीवारी और सड़क के बीच लगे गोबर के ढेर हटाने, पारिजात गेट के पास यात्री प्रतीक्षालय बनाने, नॉर्थ जोन गार्डन के क्षतिग्रस्त पाथवे एवं रैंप की मरम्मत करने, जूही हाइट्स के पीछे पेवर ब्लॉक लगाने, भूमिगत पानी टंकी की नियमित रूप से सफाई करने, बदहाल पंप हाउस की रिपेयरिंग करने तथा आवारा कुत्तों के आतंक से मुक्ति दिलाने जैसे मुद्दे भी प्रमुखता से उठाए गए।महामंत्री ने कहा कि रिसाली नगर निगम बने महज दो वर्ष ही हुए हैं। अभी यह शैशव काल में है। इसे सम्हलने और संवरने में थोड़ा वक्त लग सकता है। जन चौपाल का मकसद भी यही है कि इसमें लोगों की मंशा जाहिर हो और हमारी सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरी उतरे। ए ब्लॉक में उठाए गएअन्य मुद्दों में बार-बार बिजली गुल होना, गार्डनों में बच्चों के लिए खेल सामग्रियों और कुर्सियों की व्यवस्था करना तथा गेटों के सौदर्यीकरण आदि शामिल हैं। यहां यह जिक्र करना जरूरी है कि निगम के अंतर्गत आने वाले सभी 40 वार्डों में इस तरह के जन चौपाल आयोजित किए जाएंगे। शुक्रवार को ए ब्लॉक में जन चौपाल आयोजित किया गया था, जबकि शनिवार को बी ब्लॉक में।इससे पहले महापौर शशि सिन्हा ने निगम बनने के बाद अधोसंरचना मद के तहत स्वीकृत विभिन्न विकास और निर्माण कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने ब्यौरा पेश करते हुए कहा कि प्रसाधन, शौचालय, कलवर्ट, सड़क संधारण, बोर खनन, मंच शेड, एसटीपी का रखरखाव, उद्यान उन्नयन, केटल गार्ड, गेट चौड़ीकरण, पुलिया एवं स्टॉर्म वाटर ड्रेन सहित अन्य निर्माण कार्यों में 1.94 करोड़ की लागत आई। इस अवसर पर सभापति केशव बंछोर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि निगम के गठन की राह आसान नहीं थी। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही पृथक रिसाली नगर निगम बनाने का वादा पूरा किया गया। तालपुरी कॉलोनी हमारे लिए गौरव की बात है, इसकी गरिमा बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।
- - प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का किया निरीक्षण डॉक्टरों को बेहतर उपचार के लिए निर्देश-मरीजों से कहा स्वास्थ्य विभाग सतर्क घबराने की नहीं है जरूरत लक्षण दिखते ही अस्पताल पहुंचेबिलासपुर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश शुक्ला शनिवार को मस्तूरी क्षेत्र के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किए। इस दौरान उन्होंने ओपीडी में आने वाले मरीजों से स्वास्थ सुविधा की जानकारी ली। चिकित्सकों को बेहतर उपचार के निर्देश दिए। मस्तूरी के मानिक चौरा और कोकड़ी गांव में डायरिया के तकरीबन 27 मरीज मिले। इसके साथ ही आई फ्लू के मरीज सामने आ रहे हैं जिसे लेकर के सीएमएचओ डॉ शुक्ला ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। डायरिया पीड़ितों लोगो से सीएमएचओ ने कहा की पीने के पानी में क्लोरीन का उपयोग करें, बासी भोजन ना खाएं, पानी हमेशा उबालकर पीने, किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो तत्काल अपने आसपास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंच कर वहां डॉक्टर से सलाह ले। सीएमएचओ ने मस्तूरी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का भी निरीक्षण किया। इस दौरान नोडल अधिकारी डॉ बीके वैष्णव, मस्तूरी बीएमओ डॉक्टर नंदराज कवर, अंधत्व निवारण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉक्टर शुभा गढेवाल, सहायक नगर अधिकारी विजय प्रताप सिंह, नौशाद अहमद, प्रवीण शर्मा सहित अन्य अधिकारी- कर्मचारी मौजूद रहें।नवोदय विद्यालय में आई फ्लू प्रभावित बच्चों से की मुलाकातजवाहर नवोदय विद्यालय मल्हार में 14 जुलाई को यहां पढ़ने वाले बच्चों में आई फ्लू की समस्या सामने आई मस्तूरी बीएमओ से जानकारी मिलने के बाद सीएमएचओ डॉ शुक्ला ने यहां नेत्र चिकित्सक की टीम गठित कर भेजी थी शनिवार को मस्तूरी निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ डॉ राजेश शुक्ला यहां पहुंचे उन्होंने बच्चों से बात की बच्चों ने बताया कि अभी तुम्हें बहुत है जानकारी देते हुए सीएमएचओ को बताया कि 14 जुलाई से अब तक 168 बच्चे आई फ्लू से प्रभावित हुए हैं जिसमें से 4 बच्चों को सिम्स में भर्ती कराया गया था अब उपचार के बाद सभी बच्चे स्वस्थ हैं।क्या हैं इसके लक्षण-आई फ्लू में आंखें लाल हो जाती हैं।-आंखों से पानी आने लगता है।-तेज जलन होती है।-पलकों पर पीला और चिपचिपा तरल जमा होने लगता है।-आंखों में चुभन होती है और सूजन जाती है।-तेज दर्द होता है।-आंखों में खुजली भी होती है।-इंफेक्शन अधिक बढ़ जाने पर आंखों में हेमरेज, किमोसिज हो जाता है पलकों में सूजन आ जाती है।आई फ्लू से बचाव के उपाय- पीड़ित व्यक्ति काला चश्मा पहने।- टीवी या मोबाइल से दूरी बनाएं।- आंखों को बार-बार छूने से बचें।- इन्फेक्शन से बचने के लिए बारिश से बचें।- आंखों को गुनगुने पानी से क्लीन करें।- आंखों को साफ करने के लिए साफ और सूती कपड़े का इस्तेमाल करें।- आई फ्लू के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।घबराओ नहीं बरते सावधानी: डॉक्टर शुक्लासीएमएचो डॉक्टर राजेश शुक्ला का कहना है कि बारिश के दिनों में कई प्रकार के बैक्टीरिया एक्टिव हो जाते हैं ऐसे में जल जनित बीमारियों के चपेट में लोग आते हैं। इस बार शहर में आई फ़्लू के भी मरीज मिल रहे हैं। घबराने की कोई बात नहीं है स्वास्थ हमला सतर्क है। बीमारी का लक्षण मिलते हैं अपने पास के सरकारी अस्पतालों में जाकर उपचार लाभ दिया जा सकता है।
- दुर्ग, / जिला चिकित्सालय में विगत 22 जुलाई को भिलाई बाल चिकित्सा एकाडमी के सौजन्य से कार्डियों पल्मोनरी रिससिटेशन (आईएपी सीपीआर डे) दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जिला अस्पताल में सीपीआर कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमंे जिला अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा सीपीआर से संबंधित जानकारी दी गयी तथा आपात स्थिति में सीपीआर देना सिखाया गया जिसमें अलग परिस्थितियों में किस प्रकार से सीपीआर दिया जाना है यह सिखाया गया। उक्त कार्यशाला में नर्सिंग एवं फिजियोथेरेपी के विद्यार्थी, अस्पताल के कर्मचारियों के साथ-साथ मरीजों के साथ आए परिजन भी उपस्थित रहे। सीपीआर एक जीवन रक्षक प्रक्रिया है जिसमें अचानक बेहोश कोई व्यक्ति जिसकी सांसे और धड़कन रूक गयी हो, उनके लिये प्रयोग में लिया जाता है। इस प्रक्रिया में मरीज को सांस लेने में सहायता मिलती है तथा शरीर में खून का प्रवाह निरंतर बना रहता है।इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. वाय के शर्मा, आरएमओ डॉ. अखिलेश यादव छ.ग. आर्थाेपेडिक सचिव डॉ. विपिन जैन, विभागाध्यक्ष शिशु रोग विभाग डॉ. मल्होत्रा, वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. साहू, डॉ. कल्पना, डॉ. रेनु, डॉ. सीमा जैन, डॉ. किरण, डॉ. चन्द्रा एवं डॉ. दीपक साहू उपस्थित थे।
- -विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं में महिलाओं ने बढ़-चढक़र भाग लिया-सावन क्वीन का खिताब श्रीमती ज्योति वर्मा को दिया गयारायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर की जय हरितिमा महिला समिति द्वारा आज शनिवार को रंगारंग सावन उत्सव हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया।सावन के महीने से महिलाओं का अटूट रिश्ता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए आयोजन स्थल को ग्रीन थीम पर सजाया गया था। इस आयोजन में विविध प्रकार के गेम्स, अंताक्षरी प्रतियोगिता, हरित श्रृंगार प्रतियोगिता, हाउजी इत्यादि में समिति की महिला सदस्यों ने बढ़-चढक़र भाग लिया। रैंप वॉक व सावन के गीतों का आनंद भी लिया । उत्सव में सभी महिलाएं हरी साड़ी पहनकर एवं हरित श्रृंगार करके पहुंची।सावन क्वीन का खिताब श्रीमती ज्योति वर्मा को दिया गया। रनर अप डा. सोनाली देवले को घोषित किया गया। इस प्रतियोगिता हेतु विभिन्न राउंड जैसे रैंप वाक, प्रश्न उत्तर गये थे। अनेक लज़ीज व्यंजनों का लुत्फ़ भी लिया गया। अन्य प्रतियोगिताओं में भी आकर्षक पुरुस्कार रखे गये थे। यह सफल कार्यकम जय हरितिमा महिला समिति की अध्यक्षा श्रीमती ममता चंदेल के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन से संभव हो सका। मंच संचालन कार्य कारिणी समिति की उपाध्यक्ष डॉ. संध्या गौर , गेम्स का संचालन सचिव श्रीमती निशा वर्मा तथा क्रीड़ा सचिव श्रीमती हेम शशि साहू द्वारा किया गया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन समिति की कोषाध्यक्ष डॉ. नीता खरे द्वारा दिया गया ।कार्यक्रम को सफल बनाने में समिति के सभी सदस्यों ने अपना पूर्ण सहयोग प्रदान किया।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां विधानसभा स्थित उनके कार्यालय कक्ष में अतिथि शिक्षक विद्या मितान संघ के प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री बघेल को प्रतिनिधिमंडल ने मानदेय वृद्धि किये जाने पर पुष्पगुच्छ भेंटकर आभार जताया। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि मानदेय वृद्धि के फैसले से प्रदेश के सभी अतिथि शिक्षक हर्षित हैं।उल्लेखनीय है कि अतिथि शिक्षकों के मानदेय में 2 हजार रुपए मासिक की बढ़ोत्तरी की गई है। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, अतिथि शिक्षक विद्या मितान संघ की अध्यक्ष श्रीमती अंजू वर्मा, श्रीमती तुलसी कश्यप, श्री धर्मेंद्र वैष्णव, श्रीमती भावना दुबे, श्री राकेश राय सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
- रायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक और स्वर्गीय चंद्रशेखर आजाद की 23 जुलाई को जयंती पर उन्हें नमन किया है। स्वतंत्रता के लिए उनके संघर्ष को याद करते हुए श्री बघेल ने कहा कि तिलक जी और आजाद जी ने अपना पूरा जीवन देशप्रेम के लिए समर्पित कर दिया और अंतिम क्षण तक स्वाधीनता के लिए संघर्ष करते रहे। उनकी राष्ट्रभक्ति आज भी लोगों को प्रेरणा देती है।श्री बघेल ने कहा कि लोकमान्य तिलक जी ने महाराष्ट्र में गणेश उत्सव की शुरूआत कर सामाजिक समरसता के नए युग का सूत्रपात किया। स्वाधीनता के लिए संघर्ष के दौरान उन्होंने ‘स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है और इसे मैं लेकर रहूंगा‘ जैसे नारों से लाखों भारतीयों के मन में आजादी के लिए अलख जगा दी। श्री चंद्रशेखर आजाद के बलिदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद की राष्ट्रभक्ति आज भी हजारों युवाओं में देशप्रेम और नई ऊर्जा भर देती है। श्री बघेल ने कहा कि स्वाधीनता के लिए महापुरूषों का अमर बलिदान हमेशा याद किया जाएगा।
- रायपुर, / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने संयुक्त मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री स्वर्गीय श्री बिसाहू दास महंत की 23 जुलाई को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि महंत जी का पूरा जीवन जनसेवा से जुड़ा रहा। महंत जी ने अविभाजित मध्यप्रदेश में विधायक तथा मंत्री के रूप में प्रदेश के विकास के लिए अपनी अमूल्य सेवाएं दी है। उन्होंने खेती-किसानी, सिंचाई तथा सड़कों के माध्यम से लोगों की बेहतरी के काम को बखूबी अंजाम दिया।श्री बघेल ने कहा है कि कोसा एवं बुनकर व्यवसाय को प्रदेश से लेकर विदेशों तक ख्याति दिलाने में बिसाहू दास महंत जी का अतुलनीय योगदान रहा है, इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्वर्गीय बिसाहू दास महंत के नाम पर हर साल राज्य के श्रेष्ठ बुनकरों को पुरस्कृत करने का निर्णय लिया गया है। राज्य सरकार द्वारा मंहत जी के सम्मान में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय कोरबा का नामकरण स्वर्गीय बिसाहू दास महंत स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय कोरबा किया गया है। श्री बघेल ने कहा है कि हमारे पुरोधा विकास की जो विरासत छोड़ गए हैं, उसे नये आयाम देने की दिशा में राज्य सरकार आगे बढ़ रही है। file photo
- -शहर से लगे ग्राम बरगा चौक के पास हुआ हादसाराजनांदगांव । नेशनल हाइवे में शहर से लगे ग्राम बरगा चौक के पास तेज रफ्तार कार के डिवाइडर से टकराने के बाद मिर्च से भरे ट्रक ने टक्कर मार दी। ठाेकर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़े गए। घटना सुबह की है। एक ही परिवार के ग्राम बरगा निवासी चंदन मंडावी (34 वर्ष) और हेमंत मंडावी (40 वर्ष) कार से राजनांदगांव से बरगा जा रहे थे। तभी बरगा चौक के पास तेज रफ्तार उनकी कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर को तोड़ते हुए चल रही थी। जिसे देख औरंगाबाद से मिर्च लेकर पश्चिम बंगाल जा रहे ट्रक के चालक ने ब्रेक लगाने की कोशिश की। पर ब्रेक नहीं लगने के कारण सीधे कार से टकरा गई। कार को ठोकर मारन के बाद ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे के बाद हाइवे में जाम लग रहा है। ट्रक सड़क के बीच में ही पलटा था। इस घटना में कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। कार सवार चंदन व हेमंत बाल बाल बच गए। दोनों को चोंट लगी है। इधर ट्रक चालक विनोद यादव को भी गंभीर चोंट लगी है।
- -ग्रामों से लेकर नगरीय निकायों में आयोजित हो रहे है मतदाता जागरूकता अभियान-अपने मताधिकार के महत्व के प्रति जागरूक हो रहे जिलेवासीबिलासपुर /भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार आगामी विधानसभा निर्वाचन को दृष्टिगत रखते हुए जिले में मतदाता जागरूकता अभियान चलाए जा रहे है। इस अभियान में बड़ी संख्या में लोग जुड़ रहे है। स्कूली बच्चों से लेकर महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएं, शिक्षकों, महिला स्व सहायता समूह की दीदियों द्वारा मतदाता जागरूकता रैली का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में विकासखंड तखतपुर के गनियारी में दिव्यांगों के लिए आयोजित कृत्रिम अंग सहायक उपकरण हेतु चिन्हाकन मूल्यांकन एवं परीक्षण शिविर में स्वीप कार्यक्रम के तहत नागरिकों द्वारा अपने मताधिकार के उपयोग करने का शपथ लिया गया। जनपद पंचायत कोटा के मिट्ठू नवागांव में महिला समूहों ने निर्वाचन में निर्भिक होकर मतदान करने की शपथ ली। शहीद अविनाश शर्मा शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में भी स्वीप कार्यक्रम के तहत मतदाता जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया।
- दुर्ग, /कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के द्वारा नगर पालिका कुम्हारी में वृक्षारोपण हेतु विस्तृत निर्देश जारी किए गये है। इसके अंतर्गत कुम्हारी नेशनल हाईवे रोड्स के डिवाइडर ओर आकर्षक कोनोकार्पस बोगेनविलिया एवं रोड के दोनों ओर फलदार एवं छायादार वृक्ष लगाने हेतु मुख्य नगर पालिका को निर्देशित किया। उन्होंने आज कुम्हारी कार्यालय से स्वामी आत्मानंद रोड में किये जा रहे वृक्षारोपण का अवलोकन किया। इसी कड़ी में कलेक्टर के द्वारा बड़े तरिया का भी अवलोकन किया गया औऱ आकर्षक बनाने हेतु ब्रेक डांस झूला एवं रिमोट वाली कार एवं जंपिंग जैक झूला बच्चों के लिए लगाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वे अधिक से अधिक पौधरोपण करे।