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- -‘एक पेड़ माँ के नाम’ योजना, ग्रीन गुफा और मियावाकी फॉरेस्ट जैसे नवाचारों की झलकरायपुर,। राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर नवा रायपुर में आयोजित राज्योत्सव में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा लगाए गए स्टाल ने लोगों का विशेष ध्यान आकर्षित किया। स्टाल में विभाग की प्रमुख योजनाओं और पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को जीवंत रूप में प्रदर्शित किया गया है।स्टाल में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्ष 2024 में शुरू की गई ‘एक पेड़ माँ के नाम’ योजना की झलक प्रमुख रूप से दिखाई दे रही है। इस योजना के अंतर्गत अब तक 6.41 करोड़ पौधे छत्तीसगढ़ में रोपे जा चुके हैं। राज्य में जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए शहरी सूक्ष्म वन (मियावाकी फॉरेस्ट) विकसित किए जा रहे हैं, जो हरित पर्यावरण को बढ़ावा दे रहे हैं।स्टाल में हांदावाड़ा जलप्रपात (नारायणपुर), कुटुमसर गुफा (कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान) और बारनवापारा अभयारण्य जैसे प्रसिद्ध प्राकृतिक स्थलों की जानकारी दी गई है। राज्य में वन्यजीव संरक्षण के सफल प्रयासों से काला हिरण की संख्या 77 से बढ़कर 190 हो गई है, वहीं बाघों की संख्या भी वर्ष 2021 में 17 से बढ़कर अप्रैल 2025 में 35 तक पहुँच गई है।वन विभाग की गज संकेत ऐप और गजरथ यात्रा जैसी पहल से मानव-हाथी संघर्ष कम करने में उल्लेखनीय सफलता मिली है। साथ ही, राज्य औषधीय पौधों के संरक्षण और छत्तीसगढ़ हर्बल्स ब्रांड के माध्यम से वन संपदा के मूल्यवर्धन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।विभागीय स्टाल में कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित ग्रीन गुफा परियोजना और घोटुल संस्था की जानकारी भी प्रदर्शित की गई है, जो बस्तर क्षेत्र की आदिवासी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है।राज्योत्सव में आने वाले आगंतुकों ने विभाग के इस स्टाल को अत्यंत रोचक और जानकारीपूर्ण बताया। पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता और हरित विकास के संदेश से सुसज्जित यह स्टाल छत्तीसगढ़ की पर्यावरणीय उपलब्धियों और सतत विकास की दिशा में उठाए जा रहे कदमों की सजीव झलक प्रस्तुत कर रहा है।
- -'25 वर्षों की यात्रा” और “अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025' पर प्रदर्शित हुई उपलब्धियांरायपुर।नवा रायपुर में आयोजित राज्योत्सव-2025 में सहकारिता विभाग का स्टॉल लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस वर्ष स्टॉल की थीम 25 वर्षों की यात्रा और अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 रखी गई है, जिसके तहत विभाग ने अपनी उपलब्धियाँ और नवाचार प्रदर्शित किए हैं। राज्योत्सव में आने वाले आगंतुकों ने सहकारिता विभाग के इस स्टॉल को राज्य के सहकारी विकास की प्रेरणादायक झलक बताया। यह स्टॉल छत्तीसगढ़ के किसानों की आत्मनिर्भरता और सामूहिक सहयोग की भावना का सशक्त प्रतीक बन गया है।प्रदर्शनी में यह दर्शाया गया है कि सहकारिता आंदोलन ने पिछले 25 वर्षों में किसानों, श्रमिकों और आम नागरिकों के जीवन में किस प्रकार आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन लाया है। स्टॉल में सहकारी शक्कर कारखानों, इथेनाल संयंत्रों, प्राथमिक कृषि साख समितियों, धान उपार्जन प्रणाली, किसान क्रेडिट कार्ड योजना और सहकारी बैंकों में कोर बैंकिंग सॉल्यूशन जैसी प्रमुख उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया है।स्टॉल में यह भी उपयोगी जानकारी दी गई कि प्रदेश में 725 नई सहकारी समितियों का गठन हुआ है तथा 695 समितियों में गोदाम-सह-कार्यालय भवन बन चुके हैं। धान खरीदी केंद्रों का पूर्ण कम्प्यूटराइजेशन किया गया है जिससे किसानों को पारदर्शी और त्वरित भुगतान मिल रहा है। किसान क्रेडिट कार्ड की संख्या बढ़कर 20 लाख से अधिक हो गई है।स्टॉल में ‘सहकार से समृद्धि’ की भावना को फोटो, चार्ट और डिजिटल माध्यम से जीवंत रूप में प्रदर्शित किया गया है। “अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025” के अंतर्गत राज्य में आयोजित गतिविधियों जैसे ड्रोन तकनीक प्रदर्शन, किसान संगोष्ठियाँ, जैविक सप्ताह, वृक्षारोपण अभियान और फार्मर पंजीयन की जानकारी भी दी गई है।
- -प्रधानमंत्री ने इन बच्चों की असाधारण भावना और साहस की सराहना की-प्रधानमंत्री ने योग और नियमित अच्छी आदतों के माध्यम से स्वास्थ्य को बनाए रखने पर जोर दिया-प्रधानमंत्री ने बच्चों से धरती माता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कियारायपुर। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज ‘दिल की बात’ कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में आयोजित ‘गिफ्ट ऑफ लाईफ’ सेरेमनी कार्यक्रम में जन्मजात हृदय रोगों का सफलतापूर्वक इलाज करा चुके 2500 बच्चों से बातचीत की।एक युवा हॉकी चैंपियन ने बताया कि उसने पाँच पदक जीते थे और स्कूल चेक-अप के दौरान उसे दिल की बीमारी का पता चला था। छह महीने पहले उनकी सर्जरी हुई थी और इसके बाद अब वह हॉकी खेलना जारी रख रही हैं। प्रधानमंत्री ने उनकी आकांक्षाओं के बारे में पूछा, जिस पर उन्होंने जवाब दिया कि वह डॉक्टर बनना चाहती हैं और सभी बच्चों का इलाज करना चाहती हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह बुजुर्गों का भी इलाज करेंगी, तो उन्होंने पूरे विश्वास के साथ हां में जवाब दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री से पहली बार मिलने पर खुशी जताई।एक अन्य बच्ची ने बताया कि उसका ऑपरेशन एक साल पहले हुआ था और वह भी डॉक्टर बनकर सभी की सेवा करना चाहती है। श्री मोदी ने पूछा कि क्या वह इलाज के दौरान रोई थीं और उन्होंने जवाब दिया कि वह नहीं रोई थीं। उन्होंने एक प्रेरक कविता सुनाई, जिसकी प्रधानमंत्री ने सराहना की।एक बच्चे ने बताया कि 2014 में 14 महीने की उम्र में उसकी सर्जरी हुई थी और अब वह स्वस्थ है और सक्रिय रूप से क्रिकेट खेल रहे हैं। प्रधानमंत्री ने पूछा कि क्या वह नियमित रूप से जांच करवाते हैं। प्रधानमंत्री यह सुनकर प्रसन्न हुए कि वह नियमित रूप से जांच करवाते हैं और उन्हें अब कोई स्वास्थ्य संबंधित समस्या नहीं है। बच्चे ने बताया कि वह नियमित रूप से क्रिकेट खेलता है। उसने प्रधानमंत्री से करीब से मिलने का अनुरोध किया, जिसे प्रधानमंत्री ने सहर्ष स्वीकार कर लिया।एक अन्य युवा लड़के से बातचीत करते हुए श्री मोदी ने पूछा कि अस्पताल आने और इंजेक्शन लगवाने के दौरान उसे कैसा महसूस हुआ, तो उसने बताया कि उसे डर नहीं लगा और इससे उसे ठीक होने में मदद मिली। जब उनसे उनके शिक्षकों की प्रतिक्रिया के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे उनकी शिक्षा की प्रशंसा करते हैं। प्रधानमंत्री ने उसकी सच्चाई की प्रशंसा की।एक अन्य लड़की ने बताया कि वह कक्षा 7 में है और गरीब बच्चों को मुफ्त में शिक्षित करने के लिए एक शिक्षिका बनना चाहती है, क्योंकि उसका मानना है कि शिक्षा से राष्ट्र का विकास होता है।इसके बाद प्रधानमंत्री ने पूछा कि क्या बच्चों को पता है कि किसका शताब्दी वर्ष शुरू हुआ है और उन्हें बताया कि यह श्री सत्य साईं बाबा का है। उन्होंने बताया कि किस प्रकार बाबा ने पुट्टपर्थी और आसपास के क्षेत्रों में गंभीर जल संकट को दूर किया तथा लगभग 400 गांवों को पेयजल उपलब्ध कराया। श्री मोदी ने जल संरक्षण और वृक्षारोपण के संदेश पर जोर दिया और अपने अभियान "एक पेड़ माँ के नाम" को साझा करते हुए सभी को अपनी माँ के नाम पर एक पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि धरती माता और अपनी माँ दोनों के प्रति सम्मान व्यक्त किया जा सके।पश्चिम बंगाल के अभिक नामक एक बच्चे ने सेना में शामिल होने और देश की सेवा करने का अपना सपना साझा किया। प्रधानमंत्री ने पूछा कि वह सैनिक ही क्यों बनना चाहते हैं और अभीक ने जवाब दिया कि वह देश की रक्षा अपने सैनिकों की तरह करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने उनकी भावना की सराहना की।एक युवा लड़की ने प्रधानमंत्री से मिलने के अपने सपने को व्यक्त किया और बताया कि उसने उन्हें समाचारों में देखा था।प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बच्चों के साथ बातचीत करके प्रसन्नता व्यक्त की और इस बात पर जोर दिया कि किसी भी अच्छे कार्य को पूरा करने के लिए स्वस्थ शरीर आवश्यक है। प्रधानमंत्री ने बच्चों को योग और नियमित अनुशासित नींद की दिनचर्या के माध्यम से अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने की सलाह दी। प्रधानमंत्री ने बच्चों से अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने का आग्रह किया और इस स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता को बनाए रखने के लिए कहा। प्रधानमंत्री ने बातचीत का समापन करते हुए सभी बच्चों को अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।
- -प्रधानमंत्री श्री मोदी ने संग्रहालय में स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता को प्रदर्शित करती दीर्घाओं का किया अवलोकनरायपुर / प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ की रजत जयंती समारोह के अवसर पर शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मारक सह संग्रहालय का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को संग्रहालय को उत्कृष्टता के साथ मूर्त रूप देने के प्रयासों के लिए बधाई और शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि संग्रहालय में छत्तीसगढ़ के वीर सेनानियों का देश के लिए योगदान जीवंत रूप में प्रदर्शित हो रहा है। यह आने वाली पीढ़ियों को हमारे वीर नायकों के शौर्य और बलिदान से परिचित कराता रहेगा।मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जनजातीय वर्गों की ऐतिहासिक गौरवगाथा, शौर्य और बलिदान का प्रतीक यह संग्रहालय-सह-स्मारक अब जनसमर्पित हो रहा है। यह संग्रहालय नई पीढ़ियों को हमारे पुरखों की वीरगाथाओं को अविस्मरणीय बनाएगा।प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने संग्रहालय की विशेषताओं की जानकारी दी। श्री बोरा ने बताया कि शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मारक सह संग्रहालय 50 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। यहां 14 गैलरियों में अंग्रेजी हुकूमत काल के जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की लगभग 650 मूर्तियाँ स्थापित की गई हैं। जनजातीय विद्रोहों को आसानी से समझाने के लिए डिजिटल माध्यमों की भी व्यवस्था की गई है।परिसर में शहीद वीर नारायण सिंह जी की प्रतिमा का अनावरणप्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने संग्रहालय परिसर में शहीद वीर नारायण सिंह जी की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर ‘ई-पुस्तिका आदि शौर्य’ का विमोचन भी किया गया।प्रधानमंत्री श्री मोदी ने शहीद वीर नारायण सिंह जी के वंशजों से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। उन्होंने संग्रहालय परिसर में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत पौधारोपण भी किया।प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ‘जशप्योर ब्रांड’ की कलाकृतियों की सराहना कीप्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जशपुर जिले की महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित ‘जशप्योर ब्रांड’ के अंतर्गत तैयार किए गए उत्पादों — महुआ लड्डू, महुआ कैंडी, महुआ टी, महुआ हेक्टर संग्रह आदि का अवलोकन किया और उनकी गुणवत्ता की सराहना की। उन्होंने जशपुर की पारंपरिक हस्तकला ‘छिंद कांसा टोकरी’ (हाथ से बनी बांस/छिंद की टोकरियाँ) के बारे में जानकारी ली और स्थानीय संसाधनों से बनी इस कलाकृति की प्रशंसा की।इस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री जुएल ओराम, राज्य के अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम, केंद्रीय राज्य मंत्री (जनजातीय कार्य) श्री दुर्गा दास उइके, केंद्रीय सचिव (जनजातीय कार्य मंत्रालय) श्रीमती रंजना चोपड़ा, प्रमुख सचिव (अनुसूचित जनजाति) श्री सोनमणि बोरा, निदेशक (केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय) श्रीमती दीपाली मसीरकर, आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर, टीआरटीआई संचालक श्रीमती हिना अनिमेष नेताम, शहीद वीर नारायण सिंह जी के वंशज तथा विभिन्न राज्यों के जनजातीय कार्य एवं अनुसंधान संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।आदिवासी गौरव, शौर्य एवं बलिदान का प्रतीक है यह संग्रहालयनवा रायपुर अटल नगर में स्थापित यह भव्य और आकर्षक संग्रहालय आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की शौर्यगाथा को सजीव रूप में प्रस्तुत करता है। यह संग्रहालय इस संदेश को जीवंत करता है कि अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध विद्रोह करने का साहस सबसे बड़ी शक्ति है।यह प्रदेश का पहला संग्रहालय है, जो विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के शौर्य और बलिदान को समर्पित है। यह स्मारक-सह-संग्रहालय आने वाली पीढ़ियों को अपने पुरखों के संघर्षों और बलिदानों की स्मृति से जोड़े रखेगा।50 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित यह संग्रहालय 14 गैलरियों में विभाजित है, जिनमें अंग्रेजी शासन काल में हुए विभिन्न आदिवासी विद्रोहों के 650 से अधिक मूर्तिशिल्प प्रदर्शित किए गए हैं। जनजातीय विद्रोहों को सहज रूप में समझाने के लिए यहां डिजिटल माध्यमों का भी प्रयोग किया गया है।यह संग्रहालय केवल आदिवासी समाज ही नहीं, बल्कि सभी वर्गों के लिए प्रेरणादायी है। यह देश-विदेश के आगंतुकों को छत्तीसगढ़ की समृद्ध परंपरा, शौर्य और संस्कृति से परिचित कराएगा।आधुनिक तकनीक से सुसज्जित संग्रहालययह स्मारक-सह-संग्रहालय छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के इतिहास पर गहन अध्ययन और शोध के बाद VFX टेक्नोलॉजी और प्रोजेक्शन वर्क के माध्यम से तैयार किया गया है।आगंतुकों को प्रत्येक दीर्घा में आदिवासी विद्रोह का विवरण डिजिटल बोर्ड पर उपलब्ध रहेगा। वे संग्रहालय में प्रदर्शित मूर्तियों और घटनाओं को जीवंत रूप में अनुभव कर सकेंगे। प्रत्येक दीर्घा के सामने लगे स्कैनर से मोबाइल द्वारा कोड स्कैन कर संबंधित जानकारी तुरंत प्राप्त की जा सकती है।16 गैलरियों में जीवंत हुआ इतिहाससंग्रहालय में स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान छत्तीसगढ़ में हुए प्रमुख आदिवासी विद्रोहों — हल्बा विद्रोह, सरगुजा विद्रोह, भोपालपट्टनम विद्रोह, परलकोट विद्रोह, तारापुर विद्रोह, लिंगागिरी विद्रोह, कोई विद्रोह, मेरिया विद्रोह, मुरिया विद्रोह, रानी चौरिस विद्रोह, भूमकाल विद्रोह, सोनाखान विद्रोह, झंडा सत्याग्रह और जंगल सत्याग्रह — के वीर नायकों के संघर्ष और शौर्य के दृश्य 14 गैलरियों में सजीव रूप से प्रदर्शित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त जंगल सत्याग्रह और झंडा सत्याग्रह पर दो अलग-अलग गैलरियाँ भी निर्मित की गई हैं।
- रायपुर /छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर आज नवा रायपुर स्थित राज्योत्सव परिसर में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। यह प्रदर्शनी राज्य की विकास यात्रा, सुशासन के नवाचारों और न्याय प्रणाली के आधुनिकीकरण की दिशा में हुए ऐतिहासिक प्रयासों का जीवंत प्रदर्शन है।यह प्रदर्शनी 1 से 5 नवम्बर 2025 तक आम नागरिकों, विद्यार्थियों, शोधार्थियों और जनप्रतिनिधियों के लिए खुली रहेगी, जिसमें शासन की योजनाओं, जनसेवाओं और नई कानूनी व्यवस्थाओं की जानकारी आम जनता तक रोचक तरीके से पहुंचाया जाएगा।राज्योत्सव प्रदर्शनी में प्रमुख रूप से राजस्व विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, खाद्य विभाग, शिक्षा विभाग, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग, खनिज विभाग, गृह विभाग, छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग, खेल एवं युवा कल्याण विभाग, छत्तीसगढ़ वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण, श्रम विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, लोक निर्माण विभाग, जनसंपर्क विभाग, आदिवासी विकास विभाग, अनुसूचित जाति विकास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, जल संसाधन विभाग, उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा सामान्य प्रशासन विभाग ने भव्य प्रदर्शनी के माध्यम से अपने विभाग की योजनाओं और उपलब्धियों को प्रदर्शित किया है। ये सभी विभाग अपनी योजनाओं और नवाचारों के माध्यम से प्रदेश की 25 वर्ष की उपलब्धियों का चित्रण कर रहे हैं।गृह विभाग की प्रदर्शनी में दिखी नवीन आपराधिक कानूनों की झलकप्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में न्याय प्रणाली को आधुनिक, पारदर्शी और जन-केंद्रित बनाने की दिशा में किए गए सुधारों को गृह (पुलिस) विभाग की प्रदर्शनी में विशेष रूप से प्रदर्शित किया गया है। इन नवीन आपराधिक कानूनों का उद्देश्य अपराधों की जांच और निपटान में वैज्ञानिक पद्धति, डिजिटल साक्ष्य और फोरेंसिक सहयोग को प्राथमिकता देना है, जिससे न्याय प्रणाली अधिक तेज़, प्रभावी और पारदर्शी बने।गृह विभाग की प्रदर्शनी में पुलिस विभाग, डायल 112, सीन ऑफ क्राइम यूनिट, सिविल हॉस्पिटल, फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला, अभियोजन, जिला न्यायालय, कारागृह, उच्च न्यायालय सहित न्याय व्यवस्था के पाँच प्रमुख स्तंभ — पुलिस, जेल, अभियोजन, फोरेंसिक विशेषज्ञ और न्यायिक अधिकारी — की भूमिका को दर्शाया गया है।गृह विभाग द्वारा प्रदर्शनी में जानकारी दी गई कि तकनीक, अनुसंधान और समन्वय के माध्यम से अब अपराध जांच और न्यायिक प्रक्रिया में गति और सटीकता लाई जा रही है। अभियोजन और न्यायिक कार्यवाहियों की ऑनलाइन ट्रैकिंग प्रणाली भी न्याय प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाने में सहायक सिद्ध हो रही है।इंटरएक्टिव लर्निंग – खेल-खेल में कानून की समझप्रदर्शनी के अवलोकन हेतु आने वाले नागरिकों और छात्र-छात्राओं के लिए क्विज़ एवं खेल-खेल में कानून को समझने जैसे रोचक इंटरएक्टिव कार्यक्रम रखे गए हैं। इन गतिविधियों के माध्यम से नवीन आपराधिक कानूनों के प्रावधानों को सरल और रोचक तरीके से समझाया जा रहा है। यह पहल न केवल जनजागरूकता बढ़ाने का माध्यम है, बल्कि नागरिकों में कानून के प्रति सम्मान, विश्वास और सहभागिता की भावना भी विकसित कर रही है। उल्लेखनीय है कि नवीन आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन से अपराधियों को सजा देने की प्रक्रिया अधिक तेज़, सटीक और वैज्ञानिक होगी। इससे आमजन के मन में कानून व्यवस्था के प्रति विश्वास और सुरक्षा की भावना और अधिक सुदृढ़ होगी। यह प्रदर्शनी न्यायिक सशक्तिकरण, सुशासन और नागरिक जागरूकता का एक सजीव उदाहरण प्रस्तुत करती है।आमजन से सहभागिता की अपीलराज्य सरकार ने आम नागरिकों, महाविद्यालयों एवं विद्यालयों के विद्यार्थियों से अपील की है कि वे राज्योत्सव स्थल पर आयोजित इस प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में पहुँचें, नवीन आपराधिक कानूनों और शासन की जनसेवाओं से जुड़ें तथा “नवीन भारत – न्याय के नए अध्याय” की भावना में सहभागी बनें। यह प्रदर्शनी न केवल शासन की उपलब्धियों का दस्तावेज़ है, बल्कि छत्तीसगढ़ के राज्योत्सव को “सुशासन और न्याय-संवेदनशीलता” के नए आयाम से जोड़ने वाली एक अभिनव पहल भी है।
- बालोद । कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा ने जिले वासियों से छत्तीसगढ़ राज्य के स्वर्णिम 25 वर्ष पूरा होने के अवसर पर रजत जयंती समारोह के अंतर्गत जिला मुख्यालय बालोद के स्व. सरयु प्रसाद अग्रवाल स्टेडियम में 02 नवम्बर से 04 नवम्बर तक आयोजित जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह में शामिल होकर इस गरिमामय समारोह के महत्वपूर्ण पल का साक्षी बनने की अपील की है। कलेक्टर श्रीमती मिश्रा ने बालोद जिले वासियों को छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के 25वें वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में रजत जयंती के अवसर पर आयोजित जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह में शामिल होकर रजत महोत्सव में अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने को कहा।
- -अहिवारा विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा होंगे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि-विभिन्न विभागों के द्वारा प्रदर्शनी लगाकार विकास कार्यों का किया जाएगा प्रदर्शन, प्रतिदिन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की होगी प्रस्तुतिबालोद ।छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के अवसर पर जिला मुख्यालय बालोद के स्व. सरयु प्रसाद अग्रवाल स्टेडियम में 02 से 04 नवंबर तक जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह का आयोजन किया जाएगा। अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं अहिवारा विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री डोमन लाल कोर्सेवाड़ा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। पूर्व में जारी कार्यक्रम के अनुसार स्कूली शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव को कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बनाया गया था। जिसे अपरिहार्य कारणों से संसोधित कर अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं अहिवारा विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री डोमन लाल कोर्सेवाड़ा को कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बनाया गया है। जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह में कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री भोजराज नाग, डौण्डीलोहारा विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्रीमती अनिला भेड़िया, गुण्डरदेही विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री कुंवर सिंह निषाद, संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र की विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती तारणी पुष्पेंद्र चंद्राकर, नगर पालिका परिषद बालोद की अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा चैधरी, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष श्री तोमन साहू, जनपद पंचायत बालोद की अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती टेमरिया सहित जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के सभी सदस्य एवं नगर पालिका परिषद बालोद के पार्षदगण कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के द्वारा प्रदर्शनी लगाकार विकास कार्यों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ ही राज्योत्सव सांध्य कालीन बेला के अवसर पर रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा।
- -तीन दिवसीय आयोजन के दौरान होंगे नैनाभिराम सांस्कृतिक कार्यक्रम-विभिन्न विभागों के द्वारा लगाई जाएगी विकास कार्यों की प्रदर्शनीबालोद । जिला प्रशासन बालोद द्वारा जिला मुख्यालय बालोद के स्व. सरयु प्रसाद अग्रवाल स्टेडियम में 02 से 04 नवंबर तक आयोजित तीन दिवसीय राज्योत्सव समारोह के भव्य एवं गरिमामय आयोजन हेतु सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा के निर्देशानुसार कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कार्यों की निरंतर माॅनिटरिंग की जा रही है। उल्लेखनीय है कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान प्रतिदिन अतिथि सत्कार एवं मंचीय कार्यक्रमों के पश्चात् लोक कलाकारों एवं जिले के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राओं के द्वारा नैनाभिराम सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जारी किए गए कार्यक्रम के अनुसार जिला स्तरीय राज्योत्सव समारोह का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं अहिवारा विधायक श्री डोमन लाल कोर्सेवाड़ा के द्वारा रविवार 02 नवंबर को शाम 05 बजे किया जाएगा। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा द्वारा कार्यक्रम के स्वागत उद्बोधन के पश्चात् अतिथियों का उद्बोधन संपन्न होगा। इसके उपरांत सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति प्रारंभ किया जाएगा। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम कलंगपुर के नवचेतना फाउंडेशन के कलाकारों द्वारा पहले दिन के आयोजन में सर्वप्रथम प्रस्तुति दी जाएगी। इसके पश्चात् जवाहर नवोदय विद्यालय दुधली के विद्यार्थियों के द्वारा बस्तर के जनजातियों के रीति-रिवाजों पर आधारित बस्तर दर्शन कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके पश्चात् डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम तुमड़ीसुर आदिवासी नृत्य दल के कलाकारों के द्वारा रैला नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। पहले दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंत में गुण्डरदेही विकासखण्ड के ग्राम पेंड्री के जवारा गु्रप लोक कलाकारों के द्वारा ददरिया गीत की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके अलावा कार्यक्रम स्थल में विभिन्न विभागों के द्वारा अपने-अपने विभागों के पण्डालों में विकास कार्यों पर आधारित विभागीय प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
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- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नवा रायपुर में शांति शिखर - ध्यान केंद्र के उद्घाटन पर ब्रह्माकुमारीज़ को संबोधित किया
-राज्यों के विकास से राष्ट्र की प्रगति को बढ़ावा मिलने वाले मार्गदर्शक सिद्धांत से प्रेरित होकर हम एक विकसित भारत के निर्माण के मिशन में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं: नरेन्द्र मोदी-हम प्रत्येक जीव में परमात्मा को देखते हैं, हम स्वयं में अनंत को देखते हैं; यहां प्रत्येक धार्मिक अनुष्ठान एक संस्कारपूर्ण आह्वान के साथ संपन्न होता है जो विश्व के कल्याण और सभी जीवों के बीच सद्भावना का आह्वान है: प्रधानमंत्री-जब भी दुनिया में कहीं भी कोई संकट या आपदा आती है, तो भारत एक विश्वसनीय सहयोगी के रूप में मदद के लिए आगे आता है, प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता के रूप में कार्य करता है: श्री नरेन्द्र मोदीनवा रायपुर। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में आध्यात्मिक शिक्षा, शांति और ध्यान के आधुनिक केंद्र "शांति शिखर" के उद्घाटन के अवसर पर ब्रह्माकुमारीज़ को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि आज का दिन बहुत ही विशेष है क्योंकि छत्तीसगढ़ अपने गठन के 25 वर्ष पूरे कर रहा है। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि छत्तीसगढ़ के साथ-साथ झारखंड और उत्तराखंड ने भी अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर लिए हैं। उन्होंने कहा कि देश भर के कई अन्य राज्य आज अपना स्थापना दिवस मना रहे हैं। श्री मोदी ने इन सभी राज्यों के निवासियों को उनके स्थापना दिवस पर अपनी शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने ज़ोर देकर कहा, "राज्यों के विकास से राष्ट्र की प्रगति को बढ़ावा मिलने वाले मार्गदर्शक सिद्धांत से प्रेरित होकर हम एक विकसित भारत के निर्माण के मिशन में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं।"प्रधानमंत्री ने भारत के विकसित राष्ट्र बनने की यात्रा में ब्रह्माकुमारीज़ जैसी संस्थाओं द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि कई दशकों तक ब्रह्माकुमारीज़ परिवार से जुड़े रहना उनके लिए सौभाग्य की बात रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस आध्यात्मिक आंदोलन को एक वटवृक्ष की तरह विकसित होते देखा है। श्री मोदी ने 2011 में अहमदाबाद में आयोजित 'फ्यूचर ऑफ़ पावर' कार्यक्रम, 2012 में संस्था की 75वीं वर्षगांठ और 2013 में प्रयागराज कार्यक्रम को याद किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली आने के बाद भी चाहे वह आज़ादी का अमृत महोत्सव से जुड़ा अभियान हो, स्वच्छ भारत अभियान हो, या जल जन अभियान से जुड़ने का अवसर हो, जब भी उन्होंने उनसे बातचीत की है तो लगातार उनके प्रयासों की गंभीरता और समर्पण को देखा है।श्री मोदी ने ब्रह्माकुमारी संस्था के साथ अपने गहरे व्यक्तिगत जुड़ाव का ज़िक्र करते हुए दादी जानकी के स्नेह और राजयोगिनी दादी हृदयमोहिनी के मार्गदर्शन को अपने जीवन की अनमोल स्मृति बताया। उन्होंने कहा कि वे 'शांति शिखर - एक शांतिपूर्ण विश्व अकादमी' की अवधारणा में उनके विचारों को साकार होते हुए देख रहे हैं। श्री मोदी ने कहा कि आने वाले समय में यह संस्था वैश्विक शांति की दिशा में सार्थक प्रयासों का एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगी। उन्होंने इस सराहनीय पहल के लिए उपस्थित सभी लोगों और देश-विदेश में ब्रह्माकुमारी परिवार के सदस्यों को शुभकामनाएँ दीं।श्री मोदी ने एक पारंपरिक कहावत का जिक्र करते हुए समझाया कि आचरण ही धर्म, तप और ज्ञान का सर्वोच्च रूप है और सदाचार से कुछ भी अप्राप्य नहीं है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि सच्चा परिवर्तन तब होता है जब शब्दों को कर्म में रूपांतरित किया जाता है और यही ब्रह्माकुमारी संस्था की आध्यात्मिक शक्ति का स्रोत है। उन्होंने कहा कि यहाँ की प्रत्येक बहन कठोर तपस्या और आध्यात्मिक अनुशासन से गुज़रती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि संस्था की पहचान ही विश्व और ब्रह्मांड में शांति की प्रार्थना से जुड़ी है। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि ब्रह्माकुमारीज़ का पहला आह्वान "ॐ शांति" है - जहाँ 'ॐ' ब्रह्म और संपूर्ण ब्रह्मांड का प्रतीक है और 'शांति' शांति की आकांक्षा का प्रतीक है। यही कारण है कि ब्रह्माकुमारीज़ के विचार प्रत्येक व्यक्ति की आंतरिक चेतना पर इतना गहरा प्रभाव डालते हैं।प्रधानमंत्री ने कहा, "विश्व शांति की अवधारणा भारत के मूल चिंतन और आध्यात्मिक चेतना का अभिन्न अंग है।" उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा राष्ट्र है जो प्रत्येक जीव में दिव्यता और स्वयं में अनंतता का दर्शन करता है। भारत में प्रत्येक धार्मिक अनुष्ठान विश्व कल्याण और सभी जीवों के बीच सद्भावना की कामना के साथ संपन्न होता है। श्री मोदी ने कहा कि ऐसी उदार सोच और आस्था एवं विश्व कल्याण की भावना का सहज संगम भारत के सभ्यतागत चरित्र का अभिन्न अंग है। भारतीय अध्यात्म न केवल शांति का पाठ पढ़ाता है, बल्कि हर कदम पर शांति का मार्ग भी दिखाता है। उन्होंने कहा कि संयम से आत्म-ज्ञान, आत्म-ज्ञान से आत्म-साक्षात्कार और आत्म-साक्षात्कार से आंतरिक शांति प्राप्त होती है। इस मार्ग पर चलकर शांति शिखर अकादमी के साधक वैश्विक शांति के माध्यम बनेंगे।श्री मोदी ने वैश्विक शांति के मिशन में विचारों की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि व्यावहारिक नीतियों और प्रयासों के साथ-साथ भारत इस दिशा में अपनी भूमिका निभाने के लिए पूरी ईमानदारी से प्रयासरत है। प्रधानमंत्री ने कहा, "जब भी दुनिया में कहीं भी कोई संकट या आपदा आती है तो भारत एक विश्वसनीय सहयोगी के रूप में मदद के लिए आगे आता है और इस तरह की स्थितियों में सबसे पहले प्रतिक्रिया देता है।"श्री मोदी ने कहा कि आज की पर्यावरणीय चुनौतियों के बीच भारत दुनिया भर में प्रकृति संरक्षण के लिए एक अग्रणी आवाज़ बनकर उभरा है। श्री मोदी ने प्रकृति प्रदत्त संसाधनों के संरक्षण और उन्हें समृद्ध करने के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा कि यह तभी संभव है जब हम प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाकर रहना सीखें। हमारे शास्त्रों और सृष्टिकर्ता ने हमें यही सिखाया है। उन्होंने कहा कि हम नदियों को माँ मानते हैं, जल को ईश्वर मानते हैं और वृक्षों में ईश्वर का स्वरूप देखते हैं। यही भावना प्रकृति और उसके संसाधनों के उपयोग का मार्गदर्शन करती है—केवल दोहन के इरादे से नहीं, बल्कि वापस देने की भावना से। जीवन का यह तरीका दुनिया को एक सुरक्षित भविष्य का विश्वसनीय मार्ग प्रदान कर सकता है।प्रधानमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत पहले से ही भविष्य के प्रति अपनी ज़िम्मेदारियों को समझ रहा है और उन्हें निभा रहा है। उन्होंने 'एक सूर्य, एक विश्व, एक ग्रिड' जैसी पहलों और भारत के 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' के दृष्टिकोण का उल्लेख करते हुए कहा कि दुनिया तेज़ी से इन विचारों से जुड़ रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने भू-राजनीतिक सीमाओं से परे जाकर पूरी मानवता के लिए मिशन लाइफ़ की शुरुआत की है।प्रधानमंत्री ने समाज को निरंतर सशक्त बनाने में ब्रह्माकुमारीज़ जैसी संस्थाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि शांति शिखर जैसी संस्थाएं भारत के प्रयासों में नई ऊर्जा का संचार करेंगी और इस संस्था से निकलने वाली ऊर्जा देश और दुनिया भर के लाखों लोगों को वैश्विक शांति के विचार से जोड़ेगी। श्री मोदी ने अपने भाषण के समापन पर एक बार फिर शांति शिखर - शांतिपूर्ण विश्व अकादमी की स्थापना पर सभी को बधाई दी।इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमन डेका, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। - -भाजपा प्रदेश अध्यक्ष देव ने छत्तीसगढ़ के रजत जयंती उत्सव में उत्साह, उमंग और संकल्पों की ऊर्जा के साथ भाग लेने के लिए जनता-जनार्दन का आभार मानारायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के रजत जयंती उत्सव में उत्साह, उमंग और संकल्पों की ऊर्जा के साथ भाग लेने के लिए प्रदेश की जनता-जनार्दन का आभार व्यक्त कर राज्योत्सव की बधाई दी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री देव ने कहा कि आज का दिन छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्योत्सव का शुभारंभ कर प्रदेशवासियों का सम्मान बढ़ाया। छत्तीसगढ़ की 25 वर्षों की गौरवपूर्ण यात्रा स्वर्णिम संकल्पों की पूर्ति की साक्षी बने और 2047 तक छत्तीसगढ़ विकसित राज्य के रूप में स्थापित हो, इस प्रतिबद्धता के साथ हम सबको कदम-से-कदम मिलाकर चलना होगा। श्री देव ने प्रधानमंत्री श्री मोदी की छत्तीसगढ़ के प्रति आत्मीयता के लिए कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ रजत उत्सव में प्रधानमंत्री के व्यक्त विचारों के आलोक में समर्पण और निष्ठा के साथ विकास के मार्ग पर हम सब आगे बढ़ेंगे। श्री देव ने राज्य निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटलजी की स्मृतियों को नमन करते हुए कहा कि अटल जी की आकांक्षाओं के अनुरूप छत्तीसगढ़ राज्य में अंतिम पंक्ति के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए 'हमने बनाया है, हम ही सँवारेंगे' के उद्घोष के साथ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है।
- -हल्दी और कुमकुम से हाथा ने देकर परिवार की बेटी ने समृद्धि की कामना की* नाथूराम सेन परिवार ने तीन पीढ़ियों ने भारतीय संस्कृति और परंपरा के साथ किया पक्के मकान में प्रवेश** नाथूराम जी के नाती वासु ,कोमल और चेतन ने पक्के मकान के लिए “थैंक यू मोदी जी” कह कर प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया* कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने लवनबंद नाथूराम सेन ,दौलत राम निराला और संतराम साहू के परिवार को घर की चाबी सौंपी* राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पीएम आवास योजना के तहत जिले के 20 हज़ार से अधिक हितग्राहियों ने गृह प्रवेश कियाबलौदाबाज़ार-भाटापारा ।राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पीएम आवास योजना के तहत जिले के 20 हज़ार से अधिक हितग्राहियों ने गृह प्रवेश किया। कलेक्टर श्री दीपक सोनी और सीईओ जिला पंचायत सुश्री दिव्या अग्रवाल इस अवसर पर ग्राम लवनबंद पहुंचे और तीन हितग्राहियों नाथूराम सेन,संतुराम साहू और दौलत राम निराला को उनके पक्के मकान की चाबी सौंप कर पारंपरिक विधि विधान और रिबन काटकर गृह प्रवेश करवाया। श्री सोनी ने उन्हें मिठाई और उपहार भी भेंट किए।तीनों परिवार और ग्रामीण कलेक्टर श्री सोनी को अपने बीच पाकर काफ़ी उत्साहित नज़र आए।इस अवसर पर नाथूराम सेन के परिवार की तीन पीढ़ियों ने एक साथ गृह प्रवेश किया। भारतीय परम्परा के अनुसार हाथा देकर उनकी बेटी ने परिवार की सुख समृद्धि की कामना की ।सेन परिवार में सास-बहू की जोड़ी श्रीमती प्यारी और श्रीमती पूर्णिमा सेन ने नव वधुओं की तरह कुम-कुम वाले पैरों के साथ अपने नए पक्के मकान में प्रवेश किया। परिवार के मुखिया नाथूराम सेन बताते है कि पक्का मकान बन जाने से पूरा परिवार खुश है।मकान बनाने में प्रधानमंत्री आवास योजना से बहुत मदद मिली । उन्होंने मकान निर्माण के लिए कुछ अपनी जमा पूंजी भी लगाई और परिवार की ज़रूरत के हिसाब से 4 कमरों का मकान बनाया। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती प्यारी सेन ने बताया कि कच्चे मकान में बहुत दिक्कतें थी बारिश में छत टपकती थी ,बंदर बार-बार नुकसान करते थे।अब पक्का मकान बन जाने से सारी परेशानी दूर हो गई।परिवार की वधू श्रीमती पूर्णिमा सेन ने बताया कि ख़ुद का पक्का मकान पाकर पूरा परिवार ख़ुश है।मकान में शौचालय का भी निर्माण करवाया गया है जिससे बहुत सुविधा हो गई है। नाथूराम और प्यारी सेन के नाती वासु ,कोमल और चेतन ने पक्के मकान के लिए “थैंक यू मोदी जी” कह कर प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया।आज श्रीमती बेन बाई निराला ने गुरु घासी दास जी की आरती कर गृहप्रवेश किया। आज बुजुर्ग संतुराम साहू ने भी अपनी धर्मपत्नी के साथ गृह प्रवेश किया।कलेक्टर श्री सोनी और सीईओ जिला पंचायत सुश्री अग्रवाल ने उन्हें मकान की चाबी सौंपकर शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सभी हितग्राहियों ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को पक्के मकान के लिए धन्यवाद दिया।इस दौरान गाँव के सरपंच ,जनपद सीईओ बलौदाबाज़ार ,नायब तहसीलदार सहित आवास मित्र और ग्रामीण भी मौजूद रहे।
- बलौदाबाज़ार-भाटापारा । राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने छत्तीसगढ़ महतारी, महात्मा गांधी, शहीद वीर नारायण सिंह और बाबा साहेब आम्बेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करके उनका नमन किया। उन्होंने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ महतारी के चरणों पर पुष्प अर्पित कर जिले वासियों की खुशहाली की कामना की।श्री सोनी ने इस अवसर पर समस्त जिला वासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी।इस अवसर पर आशा व्यक्त की है कि बलौदाबाज़ार-भाटापारा जिला विकास की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करे। साथ ही उन्होंने अपील की है कि सभी नागरिक जिला प्रशासन द्वारा आयोजित समारोह में ज़रूर शामिल हों ।उन्होंने कहा अपने जिले को अपने परिवेश को स्वच्छ और सुंदर बनाये रखें यह भी एक तरह से छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा है।इस अवसर पर जिला प्रशासन में अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
- - बलौदाबाजार जिले से पहली बार पुरस्कार क़े लिये चयनित होने पर किसान उत्साहितबलौदाबाजार / राज्य स्थापना के पश्चात वर्ष 2025-2026 में प्रथम बार जिले के कृषक का राज्य स्तरीय कृषक अलंकरण डॉ. खूबचंद बघेल कृषक रत्न पुरस्कार हेतु चयनित किया गया है।प्राप्त जानकारी क़े अनुसार विकासखंड पलारी क़े ग्राम ग्राम मुसुवाडीह निवासी कृषक वामन टिकरिहा द्वारा कुल 18.500 हे. रकबे में खेती की जाती है, जिसमें कृषि के क्षेत्र खरीफ में 9.496 है। रकबे में सुगंधित धान, देवभोग, जंवाफूल, एच एम टी, चिंटू एवं अन्य धान एवं रबी में गेहूँ 5.040 हे. चना 1.0 है, सरसो 1 हे. अलसी 2 हे. आदि फसलों की खेती की जाती है। उद्यानिकी क्षेत्र में 1 हे. रकबे में अमरूद, नीबु अदरक, जिमीकंद, आम, बेर, करौंदा, की खेती व्यवसायिक रूप से की जा रही है, विशेष रूप से बेर की 8 उन्नतशील किस्में अमरूद की 5 किस्में एवं करौदा 2 किस्में लगी हुई है। मछली पालन के क्षेत्र में 1 है. रकबे में स्वयं के तलाब में रोहू, कतला व अन्य मछलियों का पालन किया जाता है। पशुपालन क्षेत्र में 5 गाये, 10 बकरी, 10 बत्तख का पालन किया जा रहा है। जिसकी बाजार में विशेष मांग है। खेत के मेडों पर दलहन तिलहन फसल जैसे अरहर, तिल आदि की खेती भी की जाती है। अलसी का बीज उत्पादन के साथ उनके डंठलो से लिनेन रेशा निकाल कर कपडे निर्माण के लिये जिला बेमेतरा में विक्रय कर अतिरिक्त लाभ प्राप्त कर रहे है। जैविक खेती मिशन योजनान्तर्गत निर्मित मॉ लक्ष्मी जैविक कृषक समुह के माध्यम से गौ आधारित प्राकृतिक खाद, जीवामृत, घनजीवामृत एवं कीटनाशक नीमास्त्र, ब्रम्हास्त्र एवं आग्नेयास्त्र घर पर ही तैयार कर स्वयं के द्वारा उपयोग किया जाता है, जिससे खेती में होने वाले कृषि लागत में कमी आती है, एवं पर्यावरण पर दुष्प्रभाव भी कम प्रभाव पड़ता है। प्रतिवर्ष रायपुर में फल एवं पुष्प प्रदर्शनी में भाग लेकर बेर उत्पादन में प्रथम एवं द्वितीय पुरुस्कार एवं मिर्ची उत्पादन में द्वितीय पुरूस्कार प्राप्त किये है। राष्ट्रीय आम महोत्सव रायपुर में आम एवं आम से तैयार उत्पादो की प्रदर्शनी के साथ सहभागी रहते है।
- -ग्रामीणों को छत्तीसगढ़ी में दी राज्य स्थापना दिवस की बधाई और शासन की योजनाओं की जानकारी-कलेक्टर श्री सोनी की छत्तीसगढ़ी बातचीत से गदगद हुए ग्रामीण-कलेक्टर ने गांव के युवाओं और बच्चों से बातचीत कर उनका उत्साहवर्धन कियाबलौदाबाज़ार । कलेक्टर श्री दीपक सोनी आज बलौदाबाज़ार जनपद के गाँव लवनबंद पहुंचे।पीएम आवास योजना के हितग्राहियों के गृह प्रवेश के बाद उन्होंने वहां बड़ी संख्या में उपस्थित ग्रामीणों को छत्तीसगढ़ी में संबोधित किया और राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी। श्री सोनी के छत्तीसगढ़ी संवाद को सुनकर ग्रामीण गदगद हो गए। ग्रामीणों ने कहा -जब हमर कलेक्टर ह सुग्घर छत्तीसगढ़ी म गोठियाइस त मन प्रसन्न हो गे।इस अवसर पर उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि आप सभी केंद्र और राज्य शासन मी योजनाओं का पूरा लाभ लें। जन कल्याणकारी योजनाएं आप सभी के लिए है इसलिए अपने गाँव के सरपंच,सचिव,पटवारी और रोजगार सहायको के संपर्क में रहें। उन्होंने इन सभी ज़मीनी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए कि गाँव में नियमित रूप से जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार करते रहें।श्री सोनी ने इस अवसर पर ग्रामीणों को बताया कि धान खरीदी के लिए एग्रिस्टेक में जिले के 1 लाख 62 हज़ार किसानों का पंजीयन हो चुका है।शेष किसान जल्द अपना पंजीयन करवा लें ताकि उनको धान बेचने में दिक्कत न हो।किसी भी प्रकार की दिक्कत हो तो समिति को अवगत करायें।उन्होंने कहा किसान भ्रमित न हों सभी पंजीकृत किसानों का वैध धान राज्य सरकार ख़रीदेगी। उन्होंने कहा कि बिचौलियों पर भी जिला प्रशासन की कड़ी निगरानी रहेगी इसलिए वो अवैध धान खपाने की न सोचें।श्री सोनी में ग्रामीणों को बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत जिले के 1 लाख 34 हज़ार से ज़्यादा किसानों को लाभ मिल रहा है जो प्रदेश में सबसे ज़्यादा है सबसे ज़्यादा हमारे जिले के किसानों ने पंजीयन कराया है।इस दौरान कलेक्टर ने पीएम सूर्यघर योजना की विस्तार से जानकारी दी और कहा कि यह योजना आपके लिए बहुत लाभ दायक है सौर ऊर्जा के माध्यम से आप सभी को बिजली के बिल से मुक्ति मिलेगी और फ्री में बिजली मिलेगी और खपत से अधिक उत्पादन होने पर आप उसे बेचकर भी आय अर्जित कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पीएम सूर्यघर योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा 1 किलोवाट सिस्टम पर ₹30,000, 2 किलोवाट पर ₹60,000 और 3 किलोवाट या उससे अधिक पर ₹78,000 तक की सब्सिडी और छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार की सब्सिडी के अलावा राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त सब्सिडी, जैसे 1 किलोवाट पर ₹15,000 और 2 किलोवाट पर ₹30,000 दी जा रही है।श्री सोनी ने इस दौरान ग्रामीण युवाओं से संवाद कर उनका उत्साहवर्धन किया।इस अवसर पर ग्राम सरपंच जिला पंचायत सीईओ दिव्या अग्रवाल ,जनपद पंचायत सीईओ फ़क़ीर चंद पटेल नायब तहसीलदार श्री हमेश साहू आदि उपस्थित रहे।
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बलौदाबाजार / वन परिक्षेत्र अधिकारी बलौदाबाजार श्री बसंत कुमार खांडेकर के नेतृत्व में संडी स्थित चंद्रिका वर्मा सॉ मिल में छापामार कार्रवाई की गई। वन विभाग को प्राप्त गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्यवाही की गई, जिसमें प्रतिबंधित प्रजातियों की लकड़ियों का चिरान पाए जाने की पुष्टि हुई।कार्यवाही के दौरान सॉ मिल परिसर से साजा, मुढ़ी तथा बबूल प्रजातियों की लकड़ियाँ बरामद की गईं। उक्त लकड़ियाँ भारतीय काष्ठ चिरान अधिनियम, 1984 के तहत प्रतिबंधित श्रेणी में आती हैं। प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर प्रकरण क्रमांक 1968/17 दिनांक 30/10/2025 दर्ज करते हुए सॉ मिल को सील करने की कार्यवाही की गई।
इस कार्रवाई में मुख्य रूप से वनपाल उमाशंकर कैवर्त, वनरक्षक रजनीश वर्मा, वनरक्षक दिलेश्वर कंवर, वनरक्षक मनबोधन टंडन, वनरक्षक विजय ध्रुव, वनरक्षक पाटले, तथा वनकर्मी रितेश साहू, सूरज और किशोर की सक्रिय भूमिका रही। - -छत्तीसगढ़ के विधान सभा का नया भवन लोकतांत्रिक संस्थाओं को मज़बूत करने के सरकार के दृष्टिकोण को दर्शाता है: लोकसभा अध्यक्ष-लोकसभा अध्यक्ष ने विधान सभा के नये भवन के उद्घाटन पर छत्तीसगढ़वासियों को बधाई दीरायपुर /प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज रायपुर में छत्तीसगढ़ विधान सभा के नए भवन का उद्घाटन किया, जो राज्य की लोकतांत्रिक यात्रा की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस नवीन भवन का उद्घाटन समारोह राज्य के गठन की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किया गया।लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने इस समारोह में भाग लिया और छत्तीसगढ़ के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विधानमंडल ऐसी संस्थाएँ हैं जो विश्वास का साकार रूप हैं और नागरिकों की आस्था एवं आकांक्षाओं का प्रतीक हैं। उन्होंने आगे कहा कि इन संस्थाओं में होने वाली चर्चाओं और विचार-विमर्श की गुणवत्ता ही लोकतंत्र की मज़बूती और शासन की सफलता का निर्धारण करती है।श्री बिरला ने विश्वास व्यक्त किया कि विधान सभा का नया भवन राज्य में समावेशी विकास और सुशासन को बढ़ावा देगा और आत्मनिर्भर भारत तथा विकसित भारत के विज़न को साकार करने में योगदान देगा। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि नए भवन का उद्घाटन देश भर में लोकतांत्रिक संस्थाओं को मज़बूत करने हेतु केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।विधान सभा का नया परिसर आधुनिक वास्तुकला के अनुसार डिज़ाइन किया गया है और उन्नत डिजिटल अवसंरचना सहित अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है। श्री बिरला ने कहा कि इससे विधायकों को लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने और नीति निर्माण एवं लोक कल्याण में अधिक प्रभावी ढंग से योगदान देने का अवसर मिलेगा।श्री बिरला ने गरिमा, संवाद और लोकतांत्रिक व्यवहार की उच्च परंपराओं को बनाए रखने के लिए छत्तीसगढ़ विधानसभा की प्रशंसा की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि नए भवन में ये परंपराएँ और सुदृढ़ होंगी, और यह भवन लोकतांत्रिक आदर्शों का जीवंत केंद्र बनेगा एवं जनप्रतिनिधियों को समर्पण भाव से कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, छत्तीसगढ़ विधान सभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, संसद सदस्यगण, मंत्रीगण, विधायकगण एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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न्यू रायपुर | प्रधानमंत्री मोदी छत्तीसगढ़ राज्य के गठन होने के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित रजत जयंती महोत्सव कार्यक्रम में पहुंचे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा जैसे प्रमुख क्षेत्रों से जुड़ी 14,260 करोड़ रुपये से अधिक की विकासात्मक और परिवर्तनकारी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि "मैंने भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में छत्तीसगढ़ राज्य गठन से पहले का दौर भी देखा है। बीते 25 साल में सफर का साक्षी भी रहा हूं। इसलिए इस गौरवशाली पल का हिस्सा बनना मेरे लिए भी अद्भुत अनुभूति है।"प्रधानमंत्री ने कहा, "25 साल की यात्रा हमने पूरी की है। 25 साल का कालखंड पूरा हुआ है। आज अगले 25 साल के नए युग का सूर्योदय हो रहा है..." प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "25 साल पहले अटल जी की सरकार ने आपके सपनों का छत्तीसगढ़ आपको सौंपा था, साथ ही ये संकल्प भी लिया था कि छत्तीसगढ़ विकास की नई बुलंदी छूएगा। छत्तीसगढ़ आज विकास के पथ पर तेज़ गति से आगे बढ़ रहा है।" प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज भी छत्तीसगढ़ को लोकतंत्र का नया मंदिर और नया विधानसभा भवन मिला है। यहां आने से पहले भी मुझे आदिवासी संग्रहालय के लोकार्पण करने का अवसर मिला। इस मंच से भी लगभग 14 हजार करोड़ रुपए की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इन विकास कार्यों के लिए आप सभी को बहुत बहुत बधाई देता हूं।"प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "वर्ष 2000 के बाद छत्तीसगढ़ में एक पूरी पीढ़ी बदल गई है, जिसने 2000 से पहले का दौर नहीं देखा। जब राज्य बना था, तब गांवों तक पहुंचना मुश्किल था। गांवों में सड़कें नहीं थीं। आज छत्तीसगढ़ के गांवों में सड़कों का जाल 40,000 किलोमीटर तक पहुंच गया है..."
- उत्तर बस्तर कांकेर/ छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड द्वारा आयोजित पर्यटक गाईड प्रशिक्षण कार्यक्रम में कांकेर जिले के 08 प्रतिभागियों को शामिल किया गया है। उक्त प्रशिक्षण मध्यप्रदेश के आईआईटीटीएम ग्वालियर में आयोजित किया जाएगा, जिसमें भाग लेने के लिए 08 सदस्यीय युवाओं के दल को आज जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन श्री हरेश मंडावी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उक्त टीम में दिव्या ठाकुर, आशीष कश्यप, कपिल, राकेश कुमार शोरी, सुप्रिया राठौर, रमेश कुमार, लक्ष्मीकांत साहू, सलीम कुमार शामिल हैं।
- रायपुर। जिला कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह की ओर से सहायक अधीक्षक श्री विनोद सिंह को सेवानिवृत्ति के अवसर पर भावभीनी शुभकामनाएं दी गईं। इस अवसर पर कलेक्टर डॉ. सिंह ने उन्हें भविष्य के लिए मंगलकामनाएं देते हुए सेवानिवृत्ति उपादान की समस्त राशि का चेक प्रदान किया।श्री विनोद सिंह के समस्त उपादान का भुगतान कर दिया गया है। उन्होंने अपने 41 वर्ष की सेवा अवधि में उत्कृष्ट कार्य करते हुए विभाग को अपनी निष्ठा और परिश्रम से नई पहचान दी। कार्यक्रम में विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे और सभी ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
- रायपुर। नया रायपुर के अंतर्गत आने वाले ग्राम नवागांव ( खपरी ) के पूर्व उपसरपंच व सरपंच रहे तथा नया रायपुर किसान कल्याण समिति के संरक्षक व ग्राम के बैगा 84 वर्षीय डेरहाराम पटेल का बीते कल शुक्रवार को आकस्मिक निधन हो गया । वे देवनारायण , महावीर व अंगद के पिता थे । अंतिम संस्कार आज शनिवार को पूर्वाह्न नवागांव मुक्तिधाम में. किया गया ।
- रायपुर। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के 25वें स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य के लोगों को शुभकामनाएँ दी हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रकृति और संस्कृति के प्रति समर्पित छत्तीसगढ़ आज प्रगति के नए मानदंड स्थापित कर रहा है। उन्होंने उल्लेख किया कि जो क्षेत्र कभी नक्सलवाद से प्रभावित थे, वे अब विकास की दौड़ में अग्रसर हैं। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि छत्तीसगढ़ के मेहनती और प्रतिभाशाली लोग अपनी लगन और उद्यमशीलता से ‘विकसित भारत’ के विज़न को साकार करने में अहम भूमिका निभाएंगे।प्रधानमंत्री ने एक्स (X) पर लिखा- 'छत्तीसगढ़ के अपने सभी भाई-बहनों को राज्य के स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ की अनेकानेक शुभकामनाएँ। प्रकृति और संस्कृति को समर्पित यह प्रदेश आज प्रगति के नित-नए मानदंड गढ़ने में जुटा है। कभी नक्सलवाद से प्रभावित रहे यहां के कई इलाके आज विकास की प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। मुझे भरोसा है कि यहां के मेहनती और हुनरमंद लोगों की लगन और उद्यम से हमारा यह राज्य विकसित भारत के विजन को साकार करने में अहम भूमिका निभाएगा।'
- रायपुर। राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला के राजभवन आगमन पर उनका स्वागत किया । राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला के राजभवन आगमन पर उनका स्वागत किया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया।इस अवसर पर राज्य की प्रथम महिला श्रीमती रानी डेका काकोटी भी उपस्थित थी।
- -छत्तीसगढ़ के विकास, सुशासन और लोककल्याण की नीतियों को जन-जन तक पहुँचाने में आकाशवाणी समाचार की भूमिका अत्यंत सराहनीय - मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायरायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ में आकाशवाणी समाचार के प्रादेशिक बुलेटिन की 25 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पूर्ण होने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। उन्होंने कहा कि जिस दिन छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना हुई थी, उसी दिन आकाशवाणी समाचार के प्रादेशिक बुलेटिन की शुरुआत ने छत्तीसगढ़ की जनभाषा और संवाद परंपरा को नई दिशा देने वाला अध्याय जोड़ा।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आकाशवाणी समाचार ने इन 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा के हर पड़ाव को अपनी आवाज दी है। प्रारंभ में हिंदी में शुरू हुआ यह बुलेटिन आज चार भाषा और बोलियों — हिंदी, छत्तीसगढ़ी, हल्बी और गोंडी — में समाचार और समसामयिक कार्यक्रम प्रसारित कर रहा है। यह बहुभाषिक प्रसारण छत्तीसगढ़ की भाषाई विविधता और सांस्कृतिक अस्मिता को सम्मान देने का सशक्त उदाहरण है।उन्होंने कहा कि आकाशवाणी समाचार ने सदैव ‘बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय’ के अपने ध्येय वाक्य को आत्मसात करते हुए, शहरी, ग्रामीण और जनजातीय इलाकों में लोगों को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास, सुशासन और लोककल्याण की नीतियों को जन-जन तक पहुँचाने में आकाशवाणी समाचार का योगदान अत्यंत सराहनीय रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आकाशवाणी समाचार आने वाले वर्षों में भी अपनी निष्पक्षता, संवेदनशीलता और लोकाभिमुख दृष्टिकोण के साथ जनसेवा के इस दायित्व को और अधिक सशक्त रूप से निभाता रहेगा।
- बलौदाबाज़ार । राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आज कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई। अधिकारी-कर्मचारियों ने शपथ ली कि ’’राष्ट्र की एकता, अखंण्डता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा और अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने का भी भरसक प्रयत्न करूंगा। मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूं। जिसे सरदार वल्लभभाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यों द्वारा संभव बनाया जा सका। मैं अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने की भी सत्यनिष्ठा से संकल्प करता हूं’’। इस अवसर पर जिला प्रशासन के अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे।
- बलौदाबाजार / रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल जिला बलौदाबाजार -भाटापारा में आयोजित होने वाले जिला स्तरीय राज्योत्सव क़े मुख्य अतिथि होंगे। इस सबंध में राज्य शासन द्वारा परिपत्र जारी कर दिया गया है। मुख्य अतिथि द्वारा राज्योत्सव का शुभारंभ करने क़े साथ ही योजनाओं क़े तहत हितग्राहियों को सामग्री वितरण एवं उपलब्धियों क़े लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किये जायेंगे।जिला स्तरीय राज्योत्सव 2 से 4 नवम्बर 2025 तक पंडित चक्रपाणी शुक्ल हाई स्कूल मैदान में आयोजित होग़ा। गरिमामय एवं भव्य आयोजन हेतु जिला प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है। कलेक्टर दीपक सोनी ने सम्बंधित अधिकारियों को समय पर सभी तैयारी पूर्ण करने क़े निर्देश दिये हैं।





















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