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- -प्रधानमंत्री इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 में मैरीटाइम लीडर्स कॉन्क्लेव को संबोधित करेंगे और वैश्विक मैरीटाइम सीईओ फोरम की अध्यक्षता करेंगे-इंडिया मैरीटाइम वीक 2025, वैश्विक समुद्री केंद्र और नीली अर्थव्यवस्था में अग्रणी के रूप में उभरने के भारत के रणनीतिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित करता है-इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 में 85 से अधिक देशों की भागीदारी, 1 लाख से अधिक प्रतिनिधि और 350 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय वक्ता शामिल होंगेनई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 29 अक्टूबर 2025 को मुंबई का दौरा करेंगे और शाम लगभग 4:00 बजे, वे नेस्को एग्जिबिशन सेंटर, मुंबई में आयोजित इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 में मैरीटाइम लीडर्स कॉन्क्लेव को संबोधित करेंगे और ग्लोबल मैरीटाइम सीईओ फोरम की अध्यक्षता करेंगे।इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 का प्रमुख कार्यक्रम, ग्लोबल मैरीटाइम सीईओ फोरम, वैश्विक समुद्री कंपनियों के सीईओ, प्रमुख निवेशकों, नीति-निर्माताओं, नवप्रवर्तकों और अंतर्राष्ट्रीय भागीदारों को वैश्विक समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के भविष्य पर विचार-विमर्श करने के लिए एक साथ लाएगा। यह फोरम सतत समुद्री विकास, लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं, हरित नौवहन और समावेशी नीली अर्थव्यवस्था रणनीतियों पर संवाद के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में कार्य करेगा।प्रधानमंत्री की भागीदारी से समुद्री अमृत काल विजन 2047 के अनुरूप, एक महत्वाकांक्षी, भविष्योन्मुखी समुद्री परिवर्तन के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता का पता चलता है। चार रणनीतिक स्तंभों - बंदरगाह-आधारित विकास, नौवहन और जहाज निर्माण, निर्बाध लॉजिस्टिक और समुद्री कौशल निर्माण - पर आधारित इस दीर्घकालिक विजन का उद्देश्य भारत को दुनिया की अग्रणी समुद्री शक्तियों में स्थान दिलाना है। भारत इंडिया मैरीटाइम वीक 2025, इस विजन को क्रियान्वित करने के लिए भारत सरकार के प्रमुख वैश्विक मंच के रूप में कार्य करता है, जो नौवहन, बंदरगाहों, जहाज निर्माण, क्रूज पर्यटन और नीली अर्थव्यवस्था वित्त के प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाता है।27 से 31 अक्टूबर 2025 तक आयोजित होने वाले आईएमडब्ल्यू 2025 का विषय "महासागरों का एकीकरण, एक समुद्री दृष्टिकोण" है। इसमें भारत के वैश्विक समुद्री केंद्र और नीली अर्थव्यवस्था में अग्रणी बनने के रणनीतिक रोडमैप को प्रदर्शित किया जाएगा। आईएमडब्ल्यू 2025 में 85 से अधिक देश भाग लेंगे, जिसमें 1,00,000 से अधिक प्रतिनिधि, 500 से अधिक प्रदर्शक और 350 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय वक्ता शामिल होंगे।
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नई दिल्ली। सूर्योपासना के महापर्व छठ का आज मंगलवार को समापन हो गया। बिहार और झारखंड समेत समूचे देश में छठ पूजा उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाई गई। इस दौरान उपासकों के लिए घाटों पर विशेष इंतजाम किए गए। उगते सूर्य को ‘उषा अर्घ्य’ अर्पित करने के लिए तड़के से ही श्रद्धालु घाटों पर नज़र आए।
आईटीओ यमुना बैराज पर श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को दिया अर्घ्यआईटीओ यमुना बैराज पर जगमगा रहे हाथी घाट पर श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। छठ पूजा के अंतिम दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए श्रद्धालु शास्त्री घाट पर उमड़ पड़े। घाटों पर उषा अर्घ्य देने के साथ चार दिवसीय छठ पूजा का समापन हो गया।बिहार की राजधानी पटना में उषा अर्घ्य के लिए लोग कलेक्ट्रेट घाट पर उमड़ पड़ेबिहार की राजधानी पटना में उषा अर्घ्य के लिए लोग कलेक्ट्रेट घाट पर उमड़ पड़े। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में राप्ती नदी पर स्थित गुरु गोरखनाथ घाट पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु उगते सूर्य को अर्घ्य देने पहुंचे।वाराणसी के घाटों पर भी रही भीड़वहीं वाराणसी के घाटों पर भी जबरदस्त भीड़ रही। ज्ञात हो, सूर्य देव की उपासना को समर्पित चार दिवसीय छठ महापर्व शनिवार को नहाय-खाय के पवित्र अनुष्ठान के साथ शुरू हुआ था। - नयी दिल्ली. फ्लिपकार्ट के त्वरित आपूर्ति मंच ‘फ्लिपकार्ट मिनट्स' के उपाध्यक्ष कबीर बिस्वास ने ‘अन्य अवसरों को तलाशने' के लिए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी। अब कंपनी के साथ लंबे समय से जुड़े वरिष्ठ उपाध्यक्ष कुणाल गुप्ता इस व्यवसाय खंड की अगुवाई करेंगे।कंपनी ने कहा, “कबीर बिस्वास ने कंपनी छोड़ने और नए अवसरों की दिशा में कदम बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने फ्लिपकार्ट मिनट्स की वृद्धि और ग्राहक अनुभव को मजबूत बनाने में उल्लेखनीय योगदान दिया है।'' बिस्वास ने इस साल की शुरुआत में ही फ्लिपकार्ट मिनट्स की कमान संभाली थी। इसके पहले वह अत्यधिक स्थानीय आपूर्ति करने वाले स्टार्टअप ‘डुन्जो' के सह-संस्थापक थे। फ्लिपकार्ट मिनट्स उपभोक्ताओं को 15-20 मिनट में जरूरी वस्तुएं और किराना उत्पाद पहुंचाने पर केंद्रित है।
- नयी दिल्ली. भारतीय सेना ने देशभर में सोमवार को ‘इन्फैंट्री' दिवस मनाया और जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने यहां राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। सेना प्रमुख ने देश की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले पैदल सेना (इंफ्रैंटी) जवानों को सम्मान देते हुए स्मारक के अमर चक्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि समारोह में वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, सेवारत कर्मी, पूर्व सैनिक और उनके परिवारों के सदस्य शामिल हुए। इसमें कहा गया है कि ऑपरेशन पवन (1990) में हिस्सा लेने वाले मेजर (सेवानिवृत्त) आशीष सोनल, ऑपरेशन मेघदूत (1989) में शामिल रहे सूबेदार मेजर एवं मानद कैप्टन (सेवानिवृत्त) कुंवर सिंह और ऑपरेशन कैक्टस लिली (1971) में शामिल रहे लांस नायक (सेवानिवृत्त) अमृत ने भी पुष्पांजलि अर्पित की। ये तीनों पूर्व सैन्य अधिकारी वीर चक्र से सम्मानित हैं। इस दिवस को शौर्य दिवस के रूप में भी जाना जाता है। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर एक भव्य समारोह आयोजित किया गया। राष्ट्रव्यापी समारोह के तहत इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम हुए।लखनऊ में फील्ड मार्शल केएम करियप्पा स्मृति संगोष्ठी, शौर्यवीर दौड़ और दिल्ली छावनी में वीर नारियों का सम्मान समारोह भी इसी का हिस्सा था। इस कार्यक्रम के दौरान ‘इन्फैंट्री पत्रिका' का भी विमोचन किया गया जिसमें पैदल सेना की बहुआयामी क्षमता का विकास और वीर गाथाओं का वर्णन किया गया। हर साल 27 अक्टूबर को मनाया जाने वाला ‘इन्फैंट्री' दिवस देश के इतिहास में खास है और 1947 में इसी दिन पैदल जवान श्रीनगर हवाई अड्डे पर उतरे। रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि इन सैनिकों ने असाधारण साहस का परिचय देते हुए पाकिस्तान समर्थित कबायली आक्रमण को विफल कर दिया तथा भारत की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा की।--
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारत के युवाओं से विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग 2.0 में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने इसे राष्ट्र निर्माण में सार्थक योगदान देने का बहुमूल्य अवसर बताया है। प्रधानमंत्री ने सभी युवा नागरिकों से इस पहल से जुड़ने और विकसित भारत के लिए अपने दृष्टिकोण को साझा करने का आग्रह किया। उन्होंने युवाओं को इस संवाद में भाग लेने के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया ।
प्रधानमंत्री ने X पर संदेश में कहा:“विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग 2.0 हमारे युवाओं के लिए राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का शानदार अवसर है। हमारे युवाओं के विचार और अंतर्दृष्टि, विकसित भारत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। इस संवाद में भाग लेने का तरीका यह है कि आप सबसे पहले इस विशेष रूप से तैयार की गई प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में भाग लें। मैं आप सभी से ऐसा करने का आग्रह करता हूँ… -
नयी दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि भारत को “युद्ध जैसी स्थिति” के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि मई में पाकिस्तान के साथ चार दिनों के सैन्य संघर्ष ने दिखा दिया कि सीमाओं पर कभी भी कुछ भी हो सकता है। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि यद्यपि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को “कड़ा जवाब” दिया था, लेकिन इसे राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने और सीखने के लिए एक केस स्टडी के रूप में काम करना चाहिए। रक्षा मंत्री ने कहा कि 7-10 मई के अभियान के दौरान स्वदेशी निर्मित सैन्य उपकरणों के प्रभावी उपयोग से क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है। उन्होंने कहा, “हालांकि हमने दृढ़ संकल्प के साथ जवाब दिया और हमारी सेनाएं देश की सीमाओं की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हैं, फिर भी हमें आत्मचिंतन करते रहना होगा।” मंत्री ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर एक केस स्टडी के रूप में काम करेगा जिससे हम सीख सकें और अपना भविष्य तय कर सकें। इस घटना ने हमें एक बार फिर दिखाया है कि हमारी सीमाओं पर, कहीं भी, कभी भी कुछ भी हो सकता है।” उन्होंने कहा, “हमें युद्ध जैसी स्थिति के लिए तैयार रहना होगा और हमारी तैयारी हमारी अपनी बुनियाद पर आधारित होनी चाहिए।” रक्षा मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान वैश्विक अनिश्चितताएं प्रत्येक क्षेत्र का गहन मूल्यांकन करने की मांग करती हैं, तथा चुनौतियों से निपटने के लिए “स्वदेशीकरण” ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने कहा, “स्थापित विश्व व्यवस्था कमजोर हो रही है और कई क्षेत्रों में संघर्ष क्षेत्र बढ़ रहे हैं। इसलिए, भारत के लिए अपनी सुरक्षा और रणनीति को नए सिरे से परिभाषित करना आवश्यक हो गया है।” सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने आकाश मिसाइल प्रणाली, ब्रह्मोस, आकाशतीर वायु रक्षा नियंत्रण प्रणाली और अन्य स्वदेशी उपकरणों और प्लेटफार्मों की शक्ति देखी। इस ऑपरेशन की सफलता का श्रेय बहादुर सशस्त्र बलों के साथ-साथ “उद्योग योद्धाओं” को भी जाता है, जिन्होंने नवाचार, डिजाइन और विनिर्माण के क्षेत्र में अग्रिम पंक्ति में काम किया। उन्होंने भारतीय उद्योग को थलसेना, नौसेना और वायुसेना के साथ रक्षा के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक बताया। सिंह ने बताया कि सरकार रक्षा विनिर्माण को बढ़ाने और घरेलू पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए समान अवसर उपलब्ध करा रही है और उद्योग को इस अवसर का पूरा लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि रक्षा उपकरण न केवल देश में तैयार किए जाएं, बल्कि ‘मेड इन इंडिया, मेड फॉर द वर्ल्ड' की भावना को मूर्त रूप देने वाले उपकरण बनाने के लिए एक वास्तविक विनिर्माण आधार स्थापित किया जाए।” उन्होंने कहा, “नवाचार और अनुसंधान एवं विकास की संस्कृति विकसित करने के लिए क्वांटम मिशन, अटल नवाचार मिशन और राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन जैसी अनेक पहल की गई हैं। हमारे उद्योग को वह हासिल करना होगा जो देश में अभी तक हासिल नहीं हुआ है।” रक्षा मंत्री ने कहा कि 2014 से पहले भारत अपनी सुरक्षा जरूरतों के लिए पूरी तरह से आयात पर निर्भर था, लेकिन आज वह अपनी धरती पर ही रक्षा उपकरणों का निर्माण कर रहा है। उन्होंने कहा, “हमारा रक्षा उत्पादन, जो 2014 में केवल 46,000 करोड़ रुपये था, अब बढ़कर रिकॉर्ड 1.51 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जिसमें से 33,000 करोड़ रुपये का योगदान निजी क्षेत्र का है।” उन्होंने कहा, “हमारा रक्षा निर्यात, जो 10 साल पहले 1,000 करोड़ रुपये से भी कम था, अब लगभग 24,000 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। मुझे विश्वास है कि मार्च 2026 तक रक्षा निर्यात 30,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा।
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नयी दिल्ली. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने शाहरुख खान के पुत्र आर्यन खान की सीरीज ‘‘द बैड्स ऑफ़ बॉलीवुड'' की तारीफ करते हुए कहा है कि यह ओटीटी पर अब तक देखी गई सबसे बेहतरीन सीरीज में से एक है और शाहरुख खान को अपने बेटे पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने रविवार को अपने ‘एक्स' हैंडल पर इस सीरीज की तारीफ करते हुए एक पोस्ट लिखा और कहा कि इसकी तारीफ के लिए उनके पास शब्द नहीं हैं। लोकसभा सदस्य ने इस सीरीज को देखने के बाद यह पोस्ट किया था।
‘‘द बैड्स ऑफ़ बॉलीवुड'' का निर्देशन आर्यन खान ने किया है और इसके साथ ही रचनात्मक जगत में उनकी पारी का आगाज हुआ है। थरूर ने कहा, ‘‘मैं दो दिनों से सर्दी-खांसी से जूझ रहा हूं और कई कार्यक्रम रद्द कर रहा हूं। मेरे स्टाफ और मेरी बहन स्मिता थरूर ने मुझे कंप्यूटर से ध्यान हटाकर ‘नेटफ्लिक्स' की सीरीज़ देखने के लिए मनाया और यह मेरे लिए अब तक की सबसे अच्छी चीज़ों में से एक है। यह ओटीटी खरा सोना है।'' उनका कहना है, ‘‘अभी-अभी आर्यन खान की बतौर निर्देशक पहली फिल्म, "द बैड्स ऑफ बॉलीवुड" देखी और मेरे पास तारीफ के लिए शब्द नहीं बचे हैं। लेखन धारदार है, निर्देशन बेबाक है और व्यंग्य की निडरता है, बॉलीवुड को इसकी जरूरत है।'' थरूर ने कहा कि एक पिता के तौर पर शाहरूख खान को अपने बेटे पर गर्व करना चाहिए। -
नई दिल्ली। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को कहा कि बिहार के बाद अब देश के 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की कवायद आगामी चार नवंबर से शुरू होगी और अंतिम मतदाता सूची अगले साल फरवरी में प्रकाशित होगी। दूसरे चरण में छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में एसआईआर कराया जाएगा। इनमें तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और पश्चिम बंगाल में 2026 में चुनाव संभावित हैं।
कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में स्पष्ट किया कि असम में मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण की घोषणा अलग से की जाएगी। असम में भी अगले साल विधानसभा चुनाव संभावित है। एसआईआर का दूसरा चरण चार नवंबर को गणना प्रक्रिया के साथ शुरू होगा और यह चार दिसंबर तक चलेगा। निर्वाचन आयोग नौ दिसंबर को मसौदा मतदाता सूची जारी करेगा और अंतिम मतदाता सूची सात फरवरी को प्रकाशित की जाएगी। कुमार ने असम के संदर्भ में कहा कि इस प्रदेश में नागरिकता अधिनियम का एक अलग प्रावधान लागू होता है। -
मुंबई. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)को महाराष्ट्र में ‘बैसाखियों' की जरूरत नहीं है और वह अपनी ताकत पर चलेगी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने को कहा कि आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में विपक्ष का सूपड़ा साफ हो जाए। शाह ने दक्षिण मुंबई में चर्चगेट स्टेशन के पास भाजपा के महाराष्ट्र प्रदेश कार्यालय की नयी इमारत की आधारशिला रखने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमने साबित कर दिया है कि परिवारवाद वाली पार्टियों की राजनीति अब इस देश में नहीं चलेगी। काम करने की राजनीति ही देश को आगे ले जाएगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी इसका सबसे अच्छा उदाहरण हैं। एक साधारण चायवाले के घर में जन्मा एक बच्चा अपने समर्पण, त्याग और कड़ी मेहनत से भारत का प्रधानमंत्री बना।'' शाह ने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा बैसाखियों पर नहीं, बल्कि अपने बल पर चलती है।
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली अविभाजित शिवसेना का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि 2014 में भाजपा ने सम्मानजनक सीट बंटवारे की मांग की थी, लेकिन गठबंधन टूट गया। शाह ने कहा, ‘‘हमने लंबे समय के बाद अपने दम पर चुनाव लड़ा और देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री बनने के साथ हम सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे। पहले हम राज्य की राजनीति में चौथे स्थान पर थे, लेकिन आज हम पहले नंबर की पार्टी हैं।'' उन्होंने केंद्र और राज्य में भाजपा की ‘डबल इंजन' सरकार का ज़िक्र करते हुए कहा कि पार्टी को इस साल के अंत में होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव भी जीतने चाहिए। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कार्याकर्ताओं से कहा, ‘‘इतनी मेहनत करो कि विपक्ष का सफाया हो जाए ताकि वे दूरबीन से देखने के बाद भी दिखाई नहीं दें।''उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि जो पार्टी अपने कामकाज में लोकतंत्र को कायम नहीं रख सकती, वह देश के लोकतंत्र की रक्षा कभी नहीं कर सकती। यह सभी वंशवादी पार्टियों के लिए एक कड़ा संदेश है।'' शाह ने कहा कि भाजपा के लिए पार्टी कार्यालय एक मंदिर की तरह है। उन्होंने कहा, ‘‘यहीं से पार्टी के कार्यक्रम और नीतियां तय होती हैं और यह पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए एक व्यावहारिक प्रशिक्षण स्थल है।'' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जनसंघ के दिनों से ही विचारधारा से प्रेरित राजनीति और जन कल्याण भाजपा की पहचान रही है। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का 1980 में जब गठन हुआ था, तब से अबतक 18 वर्षों तक देश का नेतृत्व भाजपा नेताओं ने किया है और यह गर्व की बात है।'' शाह ने पार्टी की सफलता का श्रेय नेताओं और कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत, त्याग और प्रतिबद्धता को दिया। उन्होंने कहा, ‘‘उनके द्वारा बोए गए बीजों की वजह से ही भाजपा एक वटवृक्ष बन पाई है।'' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर चलती है और कड़ी मेहनत करने वाले तथा प्रदर्शन के आधार पर पार्टी कार्यकर्ता पार्टी पदानुक्रम में आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं बूथ अध्यक्ष था और राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गया, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक गरीब परिवार से आते हैं और अपनी प्रतिबद्धता तथा त्याग के कारण तीसरी बार देश का नेतृत्व कर रहे हैं।'' शाह ने 55,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैले नए भाजपा प्रदेश कार्यालय पर खुशी जताई। इस कार्यालय में एक पुस्तकालय, बैठक कक्ष, सम्मेलन कक्ष, 400 सीटों वाला एक सभागार और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के कार्यालय होगा। शाह ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री को याद रहेगा कि वह पार्टी की वजह से इस पद पर पहुंचे हैं।''
शाह ने कहा कि कार्यालय में वाहनों की पार्किंग के लिए बहु-स्तरीय बेसमेंट होगा। उन्होंने आगे कहा, ‘‘मैंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से कहा है कि मेरे जैसे पार्टी कार्यकर्ताओं के रहने के लिए तीन-चार कमरे होने चाहिए।'' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने अपनी सभी वैचारिक प्रतिबद्धताओं को पूरा किया है जैसे अनुच्छेद 370 को हटाना, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए), तीन तलाक और कुछ राज्यों ने समान नागरिक संहिता को लागू करना। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सभी वैचारिक मुद्दे क्रियान्वित हो चुके हैं और अब हम 2047 में विकसित भारत पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।'' शाह ने कहा कि देश के भविष्य के लिए सिद्धांत आधारित राजनीति करने की जिम्मेदारी भाजपा की है।
उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले का बदला ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव से लिया गया, जिससे दुश्मनों को संदेश गया कि हमारी सेना और सीमाओं के साथ कोई भी खिलवाड़ नहीं कर सकता। -
अमरावती. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि चक्रवाती तूफान ‘मोंथा' के 28 अक्टूबर की सुबह तक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है। दक्षिण-पश्चिम और समीपवर्ती दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना मौसम तंत्र पिछले छह घंटों के दौरान 15 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और आज सुबह साढ़े पांच बजे बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और समीपवर्ती पश्चिम-मध्य तथा दक्षिण-पूर्व क्षेत्रों पर केन्द्रित हो गया। मौसम विभाग की ओर से जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘अगले 12 घंटों के दौरान इसके दक्षिण-पश्चिम और समीपवर्ती पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है तथा इसके बाद यह उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और 28 अक्टूबर की सुबह तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा।'' इस बीच, मौसम विभाग ने अगले तीन घंटों में अनकापल्ली, काकीनाडा, कोनासीमा, श्रीकाकुलम, नेल्लोर, तिरुपति, विशाखापत्तनम, विजयनगरम और पश्चिम गोदावरी जिलों में कुछ स्थानों पर 40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाओं के साथ हल्की गरज के साथ छींटे पड़ने और मध्यम वर्षा होने का अनुमान लगाया है। आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सोमवार को काकीनाडा, कोनासीमा, पश्चिम गोदावरी, कृष्णा, बापटला, प्रकाशम और नेल्लोर जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इसी तरह उन्होंने कहा कि श्रीकाकुलम, विजयनगरम, पार्वतीपुरम मन्यम, अल्लूरी सीतारामाराजू, विशाखापत्तनम और अनकापल्ली जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। जैन ने कहा कि पूर्वी गोदावरी, एलुरु, एनटीआर, गुंटूर, पलनाडु, चित्तूर और तिरुपति जिलों में भी इसी तरह का मौसम रहने की उम्मीद है।
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नई दिल्ली। दक्षिण मध्य रेलवे ने सोमवार को बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवात मोंथा को देखते हुए 72 ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की है। पूर्वानुमान है कि चक्रवात मंगलवार को काकीनाड़ा के पास आंध्र प्रदेश के तट से टकरा सकता है। चक्रवात से आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा में कई जगहों पर असर पड़ने की आशंका है, इसलिए साउथ सेंट्रल रेलवे (एससीआर) ने 28 और 29 अक्टूबर को चलने वाली ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है।
इसके 28 अक्टूबर की शाम को मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच, काकीनाड़ा के पास, एक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में पहुंचने की आशंका है। 27 से 29 अक्टूबर तक तटीय इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाओं के पूर्वानुमान को देखते हुए, यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे इस दौरान तभी यात्रा करें जब बहुत जरूरी हो।रद्द की गई ट्रेनें विजयवाड़ा-भीमावरम, निदादावोलू-भीमावरम, भीमावरम-विजयवाड़ा, विजयवाड़ा-राजमुंदरी, गुंटूर-विजयवाड़ा, विजयवाड़ा-काकीनाडा पोर्ट, काकीनाडा पोर्ट-राजमुंदरी, विजयवाड़ा-तेनाली, तेनाली-रेपल्ले, रेपल्ले-गुंटूर, गुंटूर-तेनाली, रेपल्ले-मार्कपुर रोड, मार्कपुर रोड-तेनाली, विजयवाड़ा-मछलीपट्टनम, मछलीपट्टनम-गुडीवाड़ा, मछलीपट्टनम-विजयवाड़ा, विजयवाड़ा-नरसपुर, नरसपुर-राजमुंदरी, विजयवाड़ा-ओंगोल, भीमावरम-नरसपुर, नरसपुर-गुंटूर, विजयवाड़ा-मचेरला, राजमुंदरी-विशाखापत्तनम, राजमुंदरी-भीमावरम, काकीनाडा पोर्ट-विशाखापत्तनम, तिरुपति-विशाखापत्तनम, विशाखापत्तनम-गुंटूर, मछलीपट्टनम-विशाखापत्तनम, हैदराबाद-विशाखापत्तनम, महबूबनगर-विशाखापत्तनम, चेन्नई सेंट्रल-विशाखापत्तनम और सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम हैं।ईस्ट कोस्ट रेलवे ने पहले ही चक्रवात को देखते हुए 43 ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा कर दी है।इस बीच, दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक संजय कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार को विजयवाड़ा का दौरा किया और तैयारियों का जायजा लिया।विजयवाड़ा मंडल के रेल प्रबंधक मोहित सोनाकिया ने महाप्रबंधक को चक्रवात मोंथा से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में बताया। महाप्रबंधक ने सभी विभागों- संचालन, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, कमर्शियल और मेडिकल हेड को यात्रियों, स्टाफ और रेलवे की संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया।एससीआर ने कहा कि मंडल और मुख्यालय स्तर दोनों जगह कंट्रोल रूम बनाए जा रहे हैं और ट्रेन संचालन, पुलों की स्थिति और संवेदनशील जगहों पर पानी के स्तर पर कड़ी नजर रखने के लिए अधिकारी और सुपरवाइजर 24 घंटे तैनात रहेंगे।अतिरिक्त महाप्रबंधक सत्य प्रकाश ने एससीआर हेडक्वार्टर, रेल निलयम में विभागों के प्रिंसिपल हेड के साथ तैयारियों को लेकर बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को स्थिति की जरूरत के हिसाब से हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया।उन्होंने क्षेत्रीय और मंडल स्तर पर समय-समय पर चक्रवाती असर पर नजर रखने के लिए एक वॉर रूम बनाने की सलाह दी। ट्रैक, पुलों और अन्य जरूरी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की निगरानी के लिए पेट्रोलिंग टीमें तैनात की गई हैं। किसी भी इमरजेंसी स्थिति से निपटने में सक्षम मॉनसून रिजर्व टीमें तैयार हैं।डीजल लोकोमोटिव और मोबाइल रेस्क्यू टीमें (एमआरटी) को रणनीतिक रूप से तैनात किया गया है ताकि ट्रैक्शन फेल होने पर भी जरूरी ऑपरेशन जारी रह सके। यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता दी जा रही है। कैटरिंग यूनिट और रेलवे स्टेशनों पर पर्याप्त भोजन और पानी की सप्लाई सुनिश्चित की गई है। मेडिकल टीमें, एम्बुलेंस और फर्स्ट-एड सेंटर किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए स्टैंडबाय पर रखे गए हैं।रियल-टाइम अपडेट और जॉइंट रिस्पॉन्स के लिए आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) के साथ करीबी तालमेल और संपर्क बनाए रखा जा रहा है। विजयवाड़ा, राजमुंदरी, काकीनाड़ा टाउन, भीमावरम और तेनाली सहित मुख्य स्टेशनों पर हेल्प डेस्क और 24×7 पीआरएस रिफंड काउंटर स्थापित किए गए हैं। - अयोध्या । उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया है। इसकी जानकारी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने श्रद्धालुओं को दी। श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि सभी श्रीरामभक्तों को यह जानकारी देते हुए हर्ष हो रहा है कि मंदिर निर्माण संबंधी सभी कार्य पूर्ण हो गए हैं, अर्थात मुख्य मंदिर और परकोटा के 6 मंदिर- भगवान शिव, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, सूर्यदेव, देवी भगवती, देवी अन्नपूर्णा, और शेषावतार मंदिर भी पूर्ण हो चुके हैं। इन पर ध्वजदण्ड एवं कलश स्थापित हो चुके हैं।उन्होंने आगे कहा कि इसके अतिरिक्त सप्त मण्डप अर्थात् महर्षि वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषादराज, शबरी एवं ऋषि पत्नी अहिल्या मंदिरों का भी निर्माण पूर्ण हो चुका है। संत तुलसीदास मंदिर भी पूर्ण हो चुका है तथा जटायु और गिलहरी की प्रतिमाएं स्थापित की जा चुकी हैं।श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने कहा कि जिन कार्यों का सीधा संबंध दर्शनार्थियों की सुविधा से है अथवा व्यवस्था से है, वे सभी कार्य पूर्णत्व प्राप्त कर चुके हैं। मानचित्र अनुसार सड़कें एवं फ्लोरिंग पर पत्थर लगाने का कार्य एलएंडटी द्वारा तथा भूमि सौंदर्य, हरियाली और लैंड स्केपिंग कार्य सहित 10 एकड़ में पंचवटी निर्माण जीएमआर द्वारा तीव्र गति से किए जा रहे हैं। वही कार्य अभी चल रहे हैं जिनका संबंध जनता से नहीं है, जैसे 3.4 किलोमीटर लंबी चारदीवारी, ट्रस्ट कार्यालय, अतिथि गृह, सभागार इत्यादि।बता दें कि अयोध्या में स्थित जन्मभूमि पर 15 जनवरी 2021 को राम मंदिर के निर्माण से संबंधित कार्य शुरू हुए थे। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त 2020 को भूमि पूजन किया था।इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने 25 मार्च 2020 को जन्मभूमि पर विराजमान रामलला को सिर पर उठाकर परिसर में ही निर्मित वैकल्पिक गर्भगृह में प्रतिष्ठित किया था। भूमि पूजन के बाद श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जनवरी 2021 से मंदिर निर्माण के लिए नींव की खुदाई प्रारंभ कराई थी। अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को हुई थी।
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नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सोमवार को राष्ट्रीय कृषि छात्र सम्मेलन में कृषि शिक्षा के क्षेत्र में व्याप्त कमियों को दूर करने और इसकी गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। पूसा, दिल्ली में आयोजित इस सम्मेलन में देशभर से बड़ी संख्या में कृषि छात्र-छात्राएं शामिल हुए। उन्होंने केंद्रीय मंत्री के साथ संवाद किया।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कृषि शिक्षा से जुड़े संस्थानों में कई शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक पद लंबे समय से खाली पड़े हैं। उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के महानिदेशक को तत्काल प्रभाव से सभी रिक्त पदों को भरने के निर्देश दिए।उन्होंने यह भी घोषणा की कि सुचारू कृषि शिक्षा सुनिश्चित करने और राज्यों के कृषि विश्वविद्यालयों तथा कॉलेजों में खाली पदों को शीघ्र भरने के लिए वे सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को व्यक्तिगत रूप से पत्र लिखेंगे और वहां के कृषि मंत्रियों से भी चर्चा करेंगे, जिससे “कृषि के छात्र-छात्राओं के भविष्य से किसी भी कीमत पर खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।”केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में नई शिक्षा नीति के अनुरूप देश में कृषि की भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना बहुत आवश्यक है। उन्होंने आईसीएआर को निर्देश दिया कि कमियों को दूर करने के लिए कृषि विद्यार्थियों की एक टीम बनाकर उनके रचनात्मक सुझाव लिए जाएं।शिवराज सिंह चौहान ने कृषि विश्वविद्यालयों और कॉलेजों की ग्रेडिंग के साथ-साथ उनमें ‘स्वस्थ प्रतिस्पर्धा’ को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वे दुनिया में हो रहे बेहतर प्रयोगों का अध्ययन करें और उन्हें देश में लागू करने के उपाय सुनिश्चित करें। सम्मेलन के दौरान कृषि छात्रों ने अपने अनुभव और समस्याएं साझा कीं, जिस पर केंद्रीय मंत्री ने गंभीरता से ध्यान दिया और उन्हें समुचित समाधान का आश्वासन दिया।उन्होंने छात्रों से कहा कि उन्हें वर्ष में कम से कम एक बार किसानों के खेतों पर जाना चाहिए ताकि उन्हें व्यावहारिक ज्ञान मिल सके और वे किसानों की समस्याओं का समाधान सोच सकें और खेती और गांव के विकास से पलायन रुकेगा, जो कि देशसेवा है।केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि विकसित और आत्मनिर्भर भारत का सपना खेती के विकास के बिना पूरा नहीं हो सकता और इसमें कृषि विद्यार्थियों का योगदान महत्वपूर्ण है। मौजूदा सरकार किसान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। - नई दिल्ली। भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) जस्टिस बीआर गवई ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस सूर्यकांत का नाम कानून मंत्रालय को भेजा है। उन्होंने इस संबंध में औपचारिक चिट्ठी लिखी है। यह कदम उस समय आया, जब पिछले दिनों कानून मंत्रालय ने जस्टिस गवई से उनके उत्तराधिकारी का नाम प्रस्तुत करने का अनुरोध किया था।न्यायमूर्ति सूर्यकांत, जो वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं और वरिष्ठता क्रम में पहले स्थान पर हैं, न्यायमूर्ति गवई के सेवानिवृत्त होने पर पदभार ग्रहण करेंगे। जस्टिस बीआर गवई 23 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। उनके रिटायर होने के अगले दिन यानी 24 नवंबर को जस्टिस सूर्यकांत भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। उनके कार्यकाल की अवधि लगभग 14 महीने होगी और वे 9 फरवरी 2027 को रिटायर होंगे।न्यायमूर्ती गवई ने मई 2025 में भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभाला। परंपरा के अनुसार, कानून मंत्रालय मुख्य न्यायाधीश से उनकी सेवानिवृत्ति से लगभग एक महीने पहले उनके उत्तराधिकारी का नाम मांगता है। इसके बाद वर्तमान चीफ जस्टिस औपचारिक रूप से पद छोड़ने से लगभग 30 दिन पहले, सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ जज को ‘पद धारण करने के लिए उपयुक्त’ मानते हुए उनकी सिफारिश करते हैं।न्यायिक नियुक्तियों के मेमोरेंडम ऑफ प्रोसीजर (एमओपी) के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश, जिन्हें इस पद के लिए उपयुक्त माना जाता है, को भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया जाता है। सीजेआई गवई की सिफारिश भेजे जाने के बाद सरकार जल्द ही न्यायमूर्ति सूर्यकांत की नियुक्ति की अधिसूचना जारी करने की उम्मीद है। जस्टिस सूर्यकांत का जन्म 10 फरवरी 1962 को हरियाणा के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। उन्होंने 1981 में हिसार के गवर्नमेंट पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज से स्नातक की डिग्री और 1984 में रोहतक के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की। जस्टिस सूर्यकांत के बारे में सुप्रीम कोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, उन्होंने हिसार जिला न्यायालय से वकालत शुरू की और बाद में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में वकालत करने के लिए चंडीगढ़ चले गए।जस्टिस सूर्यकांत 7 जुलाई 2000 को हरियाणा के सबसे कम उम्र के एडवोकेट जनरल बने। मार्च 2001 में उन्हें सीनियर एडवोकेट के रूप में नामित किया गया। 9 जनवरी 2004 को उन्हें पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया। उन्होंने 5 अक्टूबर 2018 को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का पद संभाला और 24 मई 2019 को सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुए। 12 नवंबर 2024 से वे सुप्रीम कोर्ट लीगल सर्विसेस कमिटी के अध्यक्ष भी हैं।
- भोपाल. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि राज्य समर्थित प्रोत्साहन योजनाओं के कारण पैदावार में हुई वृद्धि के कारण मध्यप्रदेश देश का शीर्ष टमाटर उत्पादक राज्य बन गया है। मध्य प्रदेश सरकार के बयान के अनुसार, किसानों ने उत्साहपूर्वक नकदी फसल उत्पादन को अपनाया है, जिससे उनकी आय में वृद्धि हुई है और घरेलू खाद्य आवश्यकताओं को पूरा किया है। यादव ने शनिवार को कहा, ‘‘मध्यप्रदेश देश में टमाटर उत्पादन में नंबर एक है।''प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों का औपचारिकीकरण (पीएमएफएमई) योजना के तहत, टमाटर की खेती पर आधारित लघु उद्योगों को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित किया जा रहा है। यादव ने कहा कि सरकार टमाटर के बीज पर 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह सब्सिडी किसानों को बड़ा सहारा दे रही है। इस योजना का लाभ उठाकर, हमारे किसान भाई आत्मनिर्भर बन रहे हैं और समृद्धि की ओर बढ़ रहे हैं।''---
- नयी दिल्ली. चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में भारत से यात्री वाहनों का निर्यात सालाना आधार पर 18 प्रतिशत बढ़ा है। इसमें मारुति सुजुकी इंडिया दो लाख से अधिक इकाइयों के निर्यात के साथ सबसे आगे रही है। वाहन विनिर्माताओं के निकाय सियाम ने यह जानकारी दी है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कुल यात्री वाहनों का निर्यात बढ़कर 4,45,884 इकाई हो गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 3,76,679 इकाई रहा था, जो 18.4 प्रतिशत की वृद्धि है। समीक्षाधीन अवधि में यात्री कारों का निर्यात बढ़कर 2,29,281 इकाई हो गया, जो 2024-25 की अप्रैल-सितंबर अवधि में 2,05,091 इकाई की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार, अप्रैल-सितंबर अवधि में विदेशी बाजारों में उपयोगिता (यूटिलिटी) वाहनों का निर्यात 26 प्रतिशत बढ़कर 2,11,373 इकाई हो गया। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में वैन का निर्यात 36.5 प्रतिशत बढ़कर 5,230 इकाई हो गया।समीक्षाधीन अवधि में मारुति सुजुकी का निर्यात बढ़कर 2,05,763 इकाई हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 1,47,063 इकाई की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक है। हुंदै मोटर इंडिया ने अप्रैल-सितंबर की अवधि में 99,540 इकाइयों का निर्यात किया, जो एक साल पहले की समान अवधि के 84,900 इकाइयों से 17 प्रतिशत अधिक है। निसान मोटर इंडिया ने समीक्षाधीन अवधि में 37,605 इकाइयों का निर्यात किया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 33,059 इकाइयों का निर्यात किया था। इसके बाद फॉक्सवैगन इंडिया ने 28,011 इकाइयों का निर्यात किया। टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने 18,880 इकाइयों, किआ इंडिया ने 13,666 इकाइयों और होंडा कार्स इंडिया ने 13,243 इकाइयों का निर्यात किया। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) ने यात्री वाहनों के निर्यात में वृद्धि का श्रेय वैश्विक बाजारों में स्थिर मांग, विशेष रूप से पश्चिम एशिया और लातिनी अमेरिका में मजबूत प्रदर्शन को दिया है। बाजार विविधीकरण के स्पष्ट रुझान को दर्शाते हुए, भारतीय निर्यातकों ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान 24 देशों में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की है, जबकि सितंबर में ऊंचे शुल्कों के कारण अमेरिका को निर्यात में गिरावट आई है। इन 24 देशों में दक्षिण कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात, जर्मनी, टोगो, मिस्र, वियतनाम, इराक, मेक्सिको, रूस, केन्या, नाइजीरिया, कनाडा, पोलैंड, श्रीलंका, ओमान, थाइलैंड, बांग्लादेश, ब्राजील, बेल्जियम, इटली और तंजानिया शामिल हैं।--
- नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल सहित देश के विभिन्न राज्यों में उगाई जाने वाली कॉफी विश्व स्तर पर लोकप्रिय हो रही है। प्रधानमंत्री ने अपने मासिक रेडियो संबोधन ‘मन की बात' के 127वें संस्करण में यह भी कहा कि पूर्वोत्तर भी कॉफी की खेती में आगे बढ़ रहा है और इससे दुनिया भर में भारतीय कॉफी की पहचान और मजबूत हो रही है। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया भर में भारत की कॉफी बहुत लोकप्रिय हो रही है। चाहे कर्नाटक में चिकमंगलुरु, कुर्ग और हासन हो या तमिलनाडु में पुलनी, शेवरॉय, नीलगिरी और अन्नामलाई के इलाके हों।कर्नाटक–तमिलनाडु सीमा पर नीलगिरि क्षेत्र हो या फिर केरल में वायनाड, त्रावणकोर और मालाबार के इलाके हों - भारत की कॉफी की विविधता देखते ही बनती है।'' मोदी ने आगे बताया कि कि कोरापुट (ओडिशा) की कॉफी भी लोकप्रियता हासिल कर रही है। कुछ लोगों ने कॉफी की खेती के अपने जुनून को पूरा करने के लिए आकर्षक कॉरपोरेट नौकरियां छोड़ दी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उन्हें कॉफी इतनी पसंद आई कि वे इस क्षेत्र में आ गए और अब इसमें सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं। कई महिलाएं भी हैं, जिनके जीवन में कॉफी की वजह से सुखद बदलाव आया है।'' कोरापुट क्षेत्र अपनी अनूठी कृषि-जलवायु के लिए जाना जाता है जो उच्च गुणवत्ता वाली अरेबिका कॉफी के लिए उपयुक्त हैं। राज्य में लगभग 5,000 हेक्टेयर भूमि पर कॉफी की खेती होती है।
- कुआलालंपुर. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को आसियान शिखर सम्मेलन से इतर मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से बातचीत की और शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से उन्हें शुभकामनाएं दीं। वार्षिक आसियान (दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का संगठन) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कुआलालंपुर आए जयशंकर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, ‘‘मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से मिलकर बहुत खुशी हुई। आसियान शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से उन्हें शुभकामनाएं दीं।'' उन्होंने कहा, ‘‘दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने और लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने के उनके (इब्राहिम) रुख की मैं कद्र करता हूं।''जयशंकर ने शिखर सम्मेलन से इतर कोरिया गणराज्य के विदेश मंत्री चो ह्यून से भी मुलाकात की और ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर, रक्षा एवं जहाज निर्माण क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, ‘‘मलेशिया में आसियान बैठकों से इतर कोरिया गणराज्य के विदेश मंत्री चो ह्यून से मिलकर बहुत खुशी हुई। हमारी विशेष रणनीतिक साझेदारी के प्रगाढ़ होने की सराहना करता हूं। ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर, रक्षा और जहाज निर्माण में सहयोग पर चर्चा हुई।'' जयशंकर ने सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन के साथ वैश्विक और क्षेत्रीय परिदृश्य पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के उपायों पर भी बात की। जयशंकर ने पोस्ट किया, ‘‘सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन से मिलकर अच्छा लगा। भारत-सिंगापुर सहयोग को मजबूत करने के अवसरों सहित वैश्विक एवं क्षेत्रीय परिदृश्य पर बहुत ही सार्थक बातचीत हुई।'' विदेश मंत्री ने थाईलैंड के अपने समकक्ष सिहासक फुआंगकेटकेओ के साथ भी बैठक की।उन्होंने पोस्ट किया, ‘‘आज कुआलालंपुर में थाईलैंड के विदेश मंत्री सिहासक फुआंगकेटकेओ के साथ पहली बार बैठक हुई। दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए साथ मिलकर काम करने को लेकर आशान्वित हूं।'' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को भारत-आसियान वार्षिक शिखर सम्मेलन को डिजिटल माध्यम से संबोधित किया।
- जौनपुर. उत्तर प्रदेश में जौनपुर जिले के गंधोना गांव के पास रविवार सुबह मां विंध्याचल देवी के दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की कार एक खड़े हुए ट्रक से टकरा गई जिससे कार में सवार पति-पत्नी समेत तीन लोगों की मौत हो गई जबकि पांच अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि बोलेरो कार के परखच्चे उड़ गए। मृतकों की पहचान आलोक वर्मा (38), उनकी पत्नी गुड़िया वर्मा (32) और वृद्धा फूला देवी (70) के रूप में हुई है। वहीं, घायल अभिराट वर्मा (16) सुभाष और मंजू को गंभीर अवस्था में ट्रॉमा सेंटर वाराणसी रेफर किया गया है, जबकि दो अन्य महिलाएं जिला अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं, जिनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।पुलिस अधीक्षक (एसपी) डॉ कौस्तुभ ने बताया कि बोलेरो में सवार श्रद्धालु अंबेडकरनगर जिले के इब्राहिमपुर थाना क्षेत्र के पालीपट्टी गांव के निवासी थे। शनिवार को सभी विंध्याचल धाम में दर्शन करने गए थे और रविवार सुबह वापस घर लौट रहे थे। सुबह करीब 11:30 बजे बोलेरो जैसे ही गंधोना गांव स्थित एचपी पेट्रोल पंप के पास पहुंची, तभी सड़क किनारे खड़े एक ट्रक से टकरा गई। उन्होंने बताया कि बोलेरो में फंसे लोगों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर जुट गए। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी विनोद कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू कराया। जेसीबी की मदद से बोलेरो को सड़क किनारे हटवाया गया। पुलिस व स्थानीय लोगों ने बड़ी मशक्कत के बाद घायलों को बाहर निकाला और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर भिजवाया, जहां से चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए सभी को भदोही जिला अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस ने दोनों वाहनों को कब्जे में लेकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया तथा परिजनों को घटना की सूचना दे दी है।
- नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत-आसियान व्यापक रणनीतिक साझेदारी वैश्विक स्थिरता और वृद्धि के लिए एक शक्तिशाली आधार के रूप में उभर रही है। मोदी ने भारत-आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए कहा कि यह समूह नयी दिल्ली की 'एक्ट ईस्ट' नीति का एक प्रमुख स्तंभ है। उन्होंने कहा, ''भारत ने हमेशा 'आसियान केंद्रीयता' और हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर आसियान के नजरिये का पूरा समर्थन किया है।'' मलेशिया इस समय समूह के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में कुआलालंपुर में वार्षिक आसियान शिखर सम्मेलन और संबंधित बैठकों की मेजबानी कर रहा है। मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने अपने संबोधन में कहा कि आसियान-भारत वस्तु व्यापार समझौते (एआईटीआईजीए) में कुछ वास्तविक प्रगति हुई है और समूह इसे इस साल तक पूरा करना चाहता है। मोदी ने कहा, ''अनिश्चितता के इस दौर में भी, भारत-आसियान व्यापक रणनीतिक साझेदारी ने लगातार प्रगति की है। हमारी मजबूत साझेदारी वैश्विक स्थिरता और वृद्धि के लिए एक शक्तिशाली आधार के रूप में उभर रही है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत हर संकट में ''अपने आसियान मित्रों के साथ मजबूती से खड़ा रहा है'' और समुद्री सुरक्षा तथा नीली अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इसके मद्देजनर ''हम 2026 को आसियान-भारत समुद्री सहयोग वर्ष घोषित कर रहे हैं।''मोदी ने आगे कहा, ''हम शिक्षा, पर्यटन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, हरित ऊर्जा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में आपसी सहयोग को भी तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं। हम अपनी साझा सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।'' मोदी ने कहा, ''भारत और आसियान मिलकर दुनिया की लगभग एक-चौथाई आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। हम न केवल भौगोलिक रूप से समान हैं, बल्कि गहरे ऐतिहासिक संबंधों और साझा मूल्यों से भी बंधे हैं।'' उन्होंने कहा, ''हम वैश्विक दक्षिण में साथी हैं। हम न केवल वाणिज्यिक साझेदार हैं, बल्कि सांस्कृतिक साझेदार भी हैं। आसियान भारत की 'एक्ट ईस्ट' नीति का आधार है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों पक्ष शिक्षा, पर्यटन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, हरित ऊर्जा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग को लगातार आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा, ''21वीं सदी हमारी सदी है। भारत और आसियान की सदी है। मुझे विश्वास है कि आसियान समुदाय का 'विजन 2045' और 'विकसित भारत 2047' का लक्ष्य पूरी मानवता के लिए एक उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करेगा।'' उन्होंने कहा कि भारत इस दिशा में कंधे से कंधा मिलाकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।मोदी ने कहा कि आसियान शिखर सम्मेलन का विषय ''समावेशन और स्थिरता'' संयुक्त प्रयासों में स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है, चाहे वह डिजिटल समावेशन हो या वर्तमान वैश्विक चुनौतियों के बीच खाद्य सुरक्षा और लचीली आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करना। उन्होंने कहा, ''भारत इन प्राथमिकताओं का पूर्ण समर्थन करता है और इन्हें मिलकर आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।'' उन्होंने कहा, ''भारत हर आपदा में अपने आसियान मित्रों के साथ मजबूती से खड़ा रहा है। एचएडीआर (मानवीय सहायता और आपदा राहत), समुद्री सुरक्षा और नीली अर्थव्यवस्था में हमारा सहयोग तेजी से बढ़ रहा है।'' उन्होंने कहा, ''इसके मद्देनजर हम 2026 को 'आसियान-भारत समुद्री सहयोग वर्ष' घोषित कर रहे हैं।''आसियान को इस क्षेत्र के सबसे प्रभावशाली समूहों में से एक माना जाता है, और भारत, अमेरिका, चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया सहित कई अन्य देश इसके संवाद साझेदार हैं। आसियान-भारत संवाद संबंध 1992 में एक क्षेत्रीय साझेदारी की स्थापना के साथ शुरू हुए। यह दिसंबर 1995 में पूर्ण संवाद साझेदारी और 2002 में शिखर सम्मेलन स्तर की साझेदारी में परिवर्तित हो गया। ये संबंध 2012 में रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक पहुंच गए। पिछले कुछ वर्षों में भारत और आसियान के बीच द्विपक्षीय संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसका मुख्य उद्देश्य व्यापार और निवेश के साथ ही सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना है।--
- बेंगलुरु. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रविवार को कहा कि श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से दो नवंबर को एलवीएम3 प्रक्षेपण यान के जरिये सीएमएस-03 संचार उपग्रह को प्रक्षेपित किया जाएगा। इसरो ने एक बयान में कहा, ‘‘भारत का एलवीएम3 प्रक्षेपण यान दो नवंबर 2025 को अपनी पांचवीं उड़ान (एलवीएम3-एम5) में सीएमएस-03 संचार उपग्रह को कक्षा में स्थापित करने जा रहा है।'' अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, सीएमएस-03 एक बहु-बैंड संचार उपग्रह है जिसे भारतीय भूभाग सहित एक विस्तृत समुद्री क्षेत्र में सेवाएं प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है।लगभग 4,400 किलोग्राम वजन वाला यह उपग्रह भारत की धरती से भू-समकालिक स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में प्रक्षेपित होने वाला सबसे भारी संचार उपग्रह होगा। इसरो ने बताया, ‘‘एलवीएम3 की पिछली उड़ान से चंद्रयान-3 को प्रक्षेपित किया गया था, जिसमें भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सफलतापूर्वक अपना रोवर उतारने वाला पहला देश बना था।'' अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि प्रक्षेपण यान को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है और उससे उपग्रह को भी जोड़ दिया गया है। इसे अंतिम प्रक्षेपण-पूर्व जांच के लिए 26 अक्टूबर को प्रक्षेपण पैड पर ले जाया गया।
- नयी दिल्ली. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) अपने परिचालन को मजबूत करने और देश भर में सेवा वितरण को बेहतर बनाने के लिए लगभग 3,500 अधिकारियों की नियुक्ति करने की योजना बना रहा है। देश के सबसे बड़े बैंक के उप प्रबंध निदेशक (मानव संसाधन) और मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) किशोर कुमार पोलुदासु ने बताया कि बैंक ने जून में 505 परिवीक्षाधीन अधिकारियों (पीओ) की भर्ती की है। उन्होंने बताया, ‘‘इतनी ही संख्या में रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया जारी है... आवेदन प्राप्त हो गए हैं।'' उन्होंने विशेषज्ञ अधिकारियों के संबंध में कहा कि आईटी और साइबर सुरक्षा क्षेत्र की देखभाल के लिए लगभग 1,300 अधिकारियों का चयन पहले ही किया जा चुका है।पीओ के 541 रिक्त पदों के लिए विज्ञापन जारी हो चुका है। आवेदन पहले ही मिल चुके हैं। पीओ की भर्ती तीन चरणों वाली प्रक्रिया से होती है- प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार। उन्होंने आगे बताया, ‘‘लगभग 3,000 सर्किल आधारित अधिकारियों की नियुक्ति पर विचार किया जा रहा है। यह काम चालू वित्त वर्ष में पूरा हो जाना चाहिए।'' इस साल की शुरुआत में, एसबीआई के चेयरमैन सी एस शेट्टी ने कहा था कि बैंक की विभिन्न श्रेणियों में कुल भर्तियां लगभग 18,000 होंगी। इनमें से लगभग 13,500 लिपिकीय भर्तियां होंगी, और बाकी परिवीक्षाधीन अधिकारी और स्थानीय स्तर पर कार्यरत अधिकारी होंगे। एसबीआई ने पहली तिमाही में कहा था कि वह अपनी शाखाओं में ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए 13,455 जूनियर एसोसिएट्स और 505 पीओ की भर्ती करेगी।पोलुदासु ने यह भी कहा कि देश के सबसे बड़े ऋणदाता ने लैंगिक विविधता को बढ़ावा देने के लिए एक रणनीति तैयार की है, जिसका लक्ष्य पांच वर्षों के भीतर अपने महिला कार्यबल को 30 प्रतिशत तक बढ़ाना है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों की बात करें, तो महिलाएं लगभग 33 प्रतिशत हैं, लेकिन कुल मिलाकर वे कुल कार्यबल का 27 प्रतिशत हैं। इसलिए, हम इस प्रतिशत को बेहतर बनाने की दिशा में काम करेंगे।'' उन्होंने कहा कि बैंक इस अंतर को पाटने और मध्यम अवधि में अपने कार्यबल में 30 प्रतिशत महिलाओं के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कदम उठा रहा है। एसबीआई के कुल कर्मचारी 2.4 लाख से अधिक हैं, जो देश के बैंकिंग उद्योग में सबसे अधिक है।उन्होंने आगे कहा कि बैंक एक ऐसा कार्यस्थल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जहां महिलाएं सभी स्तर पर उन्नति कर सकें। बैंक के कुछ महिला-केंद्रित उपायों के बारे में पोलुदासु ने कहा कि बैंक शिशु की देखभाल के लिए भत्ता देता है, एक परिवार संपर्क कार्यक्रम चलाता है, और मातृत्व अवकाश या लंबी बीमारी की छुट्टी से लौटने वाली महिला कर्मचारियों की मदद के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करता है।
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नयी दिल्ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रविवार को देशवासियों को छठ पूजा की शुभकामनाएं दीं। मुर्मू ने अपने संदेश में कहा, “छठ पूजा के पावन अवसर पर मैं सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं।उन्होंने कहा, ‘‘इस पर्व पर सूर्य उपासना के साथ ही नदियों, तालाबों एवं जलस्रोतों की आराधना की जाती है। हम प्रकृति के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और परिवार के कल्याण के लिए प्रार्थना करते हैं। उन्होंने कहा, यह पर्व स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देता है। समाज में एकता, सहयोग और सामूहिक सहभागिता की भावना को छठ पूजा और भी मजबूत करती है। उन्होंने कहा, इस पावन अवसर पर मैं सभी देशवासियों के सुख और समृद्धि की मंगलकामना करती हूं। सूर्य देव और छठी मैया को समर्पित इस चार दिवसीय पर्व का समापन 28 अक्टूबर को होगा।
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नयी दिल्ली. भारतीय नौसेना ने रविवार को बताया कि आईएनएस सतलुज ने ‘मॉरीशस हाइड्रोग्राफिक सेवा' के साथ मिलकर लगभग 35,000 वर्ग समुद्री मील क्षेत्र में संयुक्त जल सर्वेक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह पहल समुद्री मानचित्रण, तटीय विनियमन, संसाधन प्रबंधन और दीर्घकालिक पर्यावरणीय नियोजन में महत्वपूर्ण योगदान देगी, जिससे मॉरीशस के ‘ब्ल्यू इकोनॉमी' लक्ष्यों को बल मिलेगा। यह सर्वेक्षण भारत और मॉरीशस के बीच मौजूदा समझौता ज्ञापन के तहत राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ घनिष्ठ समन्वय में किया गया। नौसेना ने बताया कि मिशन के क्षमता निर्माण प्रयासों के तहत मॉरीशस के विभिन्न मंत्रालयों के छह कर्मचारी आधुनिक हाइड्रोग्राफिक तकनीकों में व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए आईएनएस सतलुज पर सवार थे। प्रवक्ता ने बताया कि आईएनएस सतलुज ने इसके अलावा मॉरीशस राष्ट्रीय तटरक्षक बल के साथ संयुक्त रूप से विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) निगरानी और समुद्री डकैती-रोधी गश्त की, जिससे क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा को मजबूती मिली। इस मिशन का सफल समापन दोनों देशों के बीच दोस्ती के गहरे बंधन की पुष्टि करता है, जो ‘महासागर' या क्षेत्र भर में सुरक्षा और विकास के लिए पारस्परिक व समग्र उन्नति के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
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नयी दिल्ली. निर्वाचन आयोग देशव्यापी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की घोषणा करने के लिए सोमवार शाम को संवाददाता सम्मेलन करेगा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। निमंत्रण में हालांकि केवल शाम सवा चार बजे संवाददाता सम्मेलन का उल्लेख है, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि यह मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण के बारे में है। निर्वाचन आयोग द्वारा एसआईआर के पहले चरण की घोषणा किए जाने की संभावना है, जिसमें 10 से 15 राज्य शामिल होंगे। इनमें वे राज्य भी शामिल होंगे जहां 2026 में विधानसभा चुनाव होना है। तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, केरल, असम और पुडुचेरी में अगले साल चुनाव होना है।


























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