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नई दिल्ली। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना तथा प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि डिजिटल निजी डेटा संरक्षण नियमों को अंतिम रूप दे दिया गया है और आने वाले दिनों में वे प्रकाशन के लिए तैयार हैं।
डिजिटल निजी डेटा संरक्षण फ्रेमवर्क की स्थापना भारत के डिजिटल निजी डेटा संरक्षण अधिनियम 2023 के तहत की गई थी ताकि लोगों के निजी डेटा की रक्षा की जा सके। श्री वैष्णव ने यह बात इंडिया एआई इम्पैक्ट समिट 2026 के लोगो और प्रमुख गतिविधियों का शुभारंभ करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इस संपूर्ण रूपरेखा को तैयार करने के लिए लंबे समय में तीन हजार से अधिक परामर्श आयोजित किए गए।श्री वैष्णव ने कहा कि भारत में अभी 38 हज़ार जीपीयू हैं और निकट भविष्य में और भी जीपीयू उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि पांच सौ से अधिक डेटा और एआई प्रयोगशालाओं का विस्तार समावेशी विकास, लोकतांत्रिक प्रौद्योगिकी और एआई तथा इलेक्ट्रॉनिकी में वैश्विक नेतृत्व का मार्ग प्रशस्त करेगा। मंत्री ने कहा कि अगले वर्ष भारत एआई इम्पैक्ट समिट की मेजबानी करेगा। श्री वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे और विभिन्न देशों के कई शासनाध्यक्ष इसमें शामिल होंगे।उन्होंने कहा कि देश में एआई मिशन ने अच्छी प्रगति की है और देश के विभिन्न क्षेत्रों को एआई सुविधाएँ प्रदान करने के लिए यह मिशन अच्छी गति पकड़ रहा है। -
नई दिल्ली। भारत के सात प्राकृतिक स्थलों को यूनेस्को की अस्थायी विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। इन स्थलों में महाराष्ट्र के डेक्कन ट्रैप्स (पंचगनी और महाबलेश्वर), कर्नाटक के सेंट मैरी द्वीप की भूवैज्ञानिक धरोहर, मेघालय की गुफाएं, नागालैंड का नागा हिल ओफियोलाइट, आंध्र प्रदेश के एर्रा मट्टी डिब्बालू, आंध्र प्रदेश की तिरुमला पहाड़ियां और केरल की वर्कला चट्टानें शामिल हैं। इसके साथ ही भारत की अस्थायी सूची में अब कुल 69 स्थल हो गए हैं।
संस्कृति मंत्रालय ने बताया कि इन नए स्थलों के जुड़ने के बाद भारत के पास अब यूनेस्को की अस्थायी सूची में 49 सांस्कृतिक, 17 प्राकृतिक और 3 मिश्रित धरोहर स्थल हैं। यह सूची भविष्य में विश्व धरोहर सूची में नामांकन के लिए अनिवार्य होती है। इन स्थलों के नामांकन का कार्य भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने किया है, जो भारत में विश्व धरोहर सम्मेलन का नोडल एजेंसी है। एएसआई ने ही इन स्थलों को संकलित कर यूनेस्को को प्रस्तुत किया। संस्कृति मंत्रालय ने यह भी याद दिलाया कि भारत ने जुलाई 2024 में नई दिल्ली में यूनेस्को की 46वीं विश्व धरोहर समिति की बैठक की मेजबानी की थी। इस बैठक में 140 से अधिक देशों के 2,000 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। - पन्ना. मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में अज्ञात हमलावरों ने 25 वर्षीय महिला और उसके पांच साल के बेटे की कथित तौर पर हत्या कर दी। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि वारदात के बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने एक सड़क जाम कर दी। उन्होंने बताया कि यह घटना जिले के अजयगढ़ थाना क्षेत्र के माधोगंज इलाके में 16-17 सितंबर की दरमियानी रात को हुई, जब महिला अपने दो बच्चों के साथ घर पर थी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अज्ञात आरोपियों ने महिला और उसके बेटे की मुंह में कपड़ा ठूस कर हत्या की है और डेढ़ साल के बच्चे को छोड़ दिया।अनुविभागीय पुलिस अधिकारी राजीव सिंह भदौरिया ने बताया कि मामले की जांच जारी है और जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि महिला अपने घर पर ही किराना की दुकान चलाती थी और उसका पति पंजाब में मजदूरी करता है। पड़ोसी जगमोहन ने आरोप लगाया कि हत्यारों ने महिला के घर में चोरी भी की और उसके साथ दुष्कर्म भी किया। घटना की सूचना मिलने के बाद ग्रामीणों ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर माधवगंज चौराहे पर प्रदर्शन किया और सड़क मार्ग बाधित कर दिया। पुलिस के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने प्रदर्शन खत्म किया।
- जयपुर. जयपुर जिले में बुधवार को हुए एक सड़क हादसे में दो सगे भाइयों की मौत हो गई और यह ह्रदयविदारक खबर सुनकर उनके बुजुर्ग पिता का भी देहांत हो गया। पुलिस ने बताया कि मामला चोमू के कालाडेरा थाना इलाके का है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, हस्तेडा गांव (चौमू) के रहने वाले दो भाई लालचंद कुमावत (40) और रामेश्वरलाल (45) बाइक से चौमू की तरफ जा रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी और हादसे में दोनों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि यह दर्दनाक खबर सुनकर सदमे में आए उनके पिता दुर्गा लाल कुमावत बेहोश हो गए और शाम को उनकी भी मौत हो गई। बाद में तीनों का एक ही चिता पर एक साथ अंतिम संस्कार किया गया।
- भुवनेश्वर. ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बुधवार को राज्य भर के स्कूली बच्चों को मुफ्त बस यात्रा प्रदान करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। यह पहल मुख्यमंत्री बस सेवा (एमबीएस) योजना के तहत लागू की जाएगी। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार, सभी स्कूली बच्चे वैध छात्र पहचान पत्र दिखाने या स्कूल की पोशाक में होने पर मुफ्त बस यात्रा के पात्र होंगे। बयान के अनुसार, ओडिशा राज्य सड़क परिवहन निगम (ओएसआरटीसी) अधिकतम विद्यालयों के विद्यार्थियों को लाभ पहुंचाने के लिए बस मार्गों और समय-सारिणी में संशोधन करेगा। इसके साथ ही, जिला शिक्षा अधिकारी मार्गों के पुनर्निर्धारण के लिए आवश्यक आंकड़े उपलब्ध कराएंगे। बयान के मुताबिक, परिवहन निगम को होने वाली राजस्व हानि की भरपाई के लिए वाणिज्य एवं परिवहन विभाग बजट आवंटित करेगा।
- विशाखापत्तनम. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि अब तक 22 राज्यों को 50 साल की ब्याज-मुक्त सहायता के तहत लगभग 3.6 लाख करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं। सीतारमण ने यहां 'सीआईआई जीसीसी बिजनेस समिट' को संबोधित करते हुए कहा कि देश में पूंजीगत निवेश (राज्यों समेत) बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 4.1 प्रतिशत हो गया जबकि वित्त वर्ष 2013-14 में यह सिर्फ 1.7 प्रतिशत था। सीतारमण ने कहा, “केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को 50 साल की ब्याज-मुक्त सहायता भी प्रदान की है ताकि वे अपनी पूंजीगत संपत्तियों को बढ़ा सकें और उन पर खर्च के लिए धन जुटा सकें। केंद्र ने सभी राज्यों को 50 साल की ब्याज-मुक्त राशि दी है और अब तक कुल मिलाकर लगभग 3.6 लाख करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं।यह पिछले चार वर्षों की बात है।" उन्होंने कहा, "अब तक 22 राज्यों ने इसका इस्तेमाल किया है, जिससे उनके अपने संसाधनों से पूंजीगत व्यय में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज हुई है।” वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में 88 हवाई अड्डे चालू हुए, करीब 31,000 किलोमीटर की नई रेल पटरियां बिछाई गईं, मेट्रो नेटवर्क चार गुना बढ़ा, बंदरगाह क्षमता दोगुनी हुई और राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क में 60 प्रतिशत का विस्तार हुआ है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने बुनियादी ढांचे और लॉजिस्टिक से जुड़ी बाधाओं को दूर करने के लिए बड़े पैमाने पर पहल की है। सीतारमण ने वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) के संदर्भ में कहा कि राज्य सरकारें निवेश आकर्षित करने और नीतिगत माहौल बनाने में अहम भूमिका निभा रही हैं। वित्त मंत्री ने बताया कि पिछले बजट में केंद्र ने टियर-2 शहरों में जीसीसी को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय रूपरेखा का प्रस्ताव किया था। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें, उद्योग संगठन और वैश्विक कंपनियां मिलकर देश की जीसीसी क्षमता को और मजबूत कर सकती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इससे न केवल भारत की जीसीसी क्षेत्र में नेतृत्वकारी स्थिति सुदृढ़ होगी बल्कि नवाचार, रोजगार सृजन और क्षेत्रीय विकास को भी प्रोत्साहन मिलेगा, जो अंततः विकसित भारत 2047 संकल्प में योगदान देगा।''
- नयी दिल्ली. नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) नवंबर में एक डिजिटल पोर्टल जारी करेगा। यह लगभग 10 लाख संस्थाओं को एकीकृत डिजिटल इंटरफेस प्रदान करेगा जिसकी मदद से सवालों, टिप्पणियों और निरीक्षण रिपोर्टों का सीधा जवाब दिया जा सकेगा। केंद्रीय महालेखा परीक्षक कार्यालय प्रणाली-आधारित रणनीतिक बदलाव की तरफ कदम बढ़ा रहा है, जिसमें दूरस्थ एवं हाइब्रिड ऑडिट को अपनाया जाएगा। इसका उद्देश्य ऑडिट का दायरा बढ़ाना, संस्थाओं तक भौतिक रूप से जाकर ऑडिट करने में लगने वाले समय को घटाना और ऑडिट निष्कर्ष की गुणवत्ता को सुधारना है। उप नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक के. एस. सुब्रमण्यम ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह बदलाव जोखिम आधारित योजना, सरकारी मंचों (आईएफएमएस एवं सार्वजनिक निर्माण के लिए 'वामिस' जैसे क्षेत्रीय डेटाबेस) तक सुरक्षित पहुंच और पीएम गतिशक्ति जैसे भौगोलिक उपकरणों के उपयोग पर आधारित है।इसके पीछे मकसद सभी क्षेत्रों में साक्ष्य और निष्पक्षता को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि दूरस्थ ऑडिट के पायलट अध्ययन कई क्षेत्रों में पूरे हो चुके हैं और अब इन्हें सभी कार्यालयों में लागू किया जा रहा है। रसीदों के ऑडिट में दूरस्थ ऑडिट तेजी से बढ़ रहा है, क्योंकि डेटा अधिक स्वचालित, समृद्ध और मानकीकृत हैं। इसमें केंद्रीय और राज्यों के स्तर पर एक साथ जीएसटी ऑडिट भी शामिल है। उप नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ए. एम. बजाज ने कहा कि 'कैग-कनेक्ट' पोर्टल पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी, प्रौद्योगिकी-सक्षम और सभी हितधारकों के लिए सुलभ बनाएगा। इससे ऑडिट टिप्पणियों पर नजर रखना और उनका त्वरित समाधान करना आसान होगा। केंद्र सरकार कृत्रिम मेधा (एआई) के इस्तेमाल से भी स्मार्ट ऑडिट को बढ़ावा दे रही है। इसके तहत कैग-एलएलएम विकसित किया जा रहा है, जो दशकों के संस्थागत ज्ञान तक पहुंच प्रदान करेगा और ऑडिट विश्लेषण में दक्षता एवं निरंतरता बढ़ाएगा। एआई-संचालित प्रणाली संस्थागत क्षमता को मजबूत करेगी। यह बड़े डेटासेट और आंतरिक दस्तावेजों के विश्लेषण में मदद करेगी, रुझानों एवं जोखिमों की पहचान अधिक सटीकता से कर पाएगी और ऑडिटरों को गहन ऑडिट निष्कर्ष एवं विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने में मदद करेगी।
- नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को अपने 75वें जन्मदिन पर शुभकामनाओं और बधाई देने के लिए विश्व के कई नेताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। मोदी को बधाई देने वाले नेताओं में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, यूरोपीय आयोग प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज, इतालवी प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद शामिल थे। श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे, न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन, म्यांमार के राष्ट्रपति मिन आंग ह्लाइंग, गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली और डोमिनिका के प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट ने भी मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे, साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलाइड्स और त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर ने भी मोदी को शुभकामनाएं दीं। कई नेताओं ने जहां मोदी को फोन किया,वहीं कुछ अन्य ने प्रधानमंत्री के लिए सोशल मीडिया पर वीडियो या टेक्स्ट संदेश पोस्ट किए। मोदी ने 'एक्स' पर कहा, "मेरे मित्र, राष्ट्रपति पुतिन, मेरे 75वें जन्मदिन पर आपके फ़ोन कॉल और हार्दिक शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। हम अपनी विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मज़बूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री को जवाब में मोदी ने कहा, ‘‘मेरे मित्र, प्रधानमंत्री अल्बानीज़, आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। मैं भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी और हमारे घनिष्ठ जन-जन संबंधों को और मज़बूत करने की आशा करता हूं।'' तोबगे की शुभकामनाओं के जवाब में मोदी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे, आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। मैं भूटान के साथ हमारी विशेष साझेदारी को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।'' मोदी ने प्रधानमंत्री मेलोनी को भी उनकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दिया।उन्होंने कहा, ‘‘आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद प्रधानमंत्री मेलोनी। इटली की मित्रता की तहे दिल से सराहना करता हूं और इसे और मज़बूत करने के लिए तत्पर हूं।'' प्रधानमंत्री स्केरिट को जवाब में मोदी ने कहा, ‘‘आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद, प्रधानमंत्री स्केरिट। भारत डोमिनिका राष्ट्रमंडल के साथ मित्रता और एकजुटता के मजबूत बंधन को गहराई से संजोता है।" मोदी ने न्यूज़ीलैंड के प्रधानमंत्री लक्सन को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री लक्सन, आपकी हार्दिक शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। मैं हमारी मित्रता को बहुत संजोता हूं। विकसित भारत 2047 की ओर भारत की यात्रा में न्यूज़ीलैंड एक महत्वपूर्ण साझेदार है।" गुयाना के अली को दिए गए अपने जवाब में, प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं आपकी हार्दिक भावनाओं से अभिभूत हूं जो भारत और गुयाना के बीच गहरी मित्रता और आपसी विश्वास के बंधन को दर्शाती हैं।'' प्रधानमंत्री मोदी का जन्म 17 सितंबर, 1950 को गुजरात के वडनगर के एक छोटे से कस्बे में हुआ था।
- विशाखापत्तनम. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि अगली पीढ़ी के माल एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधारों ने अर्थव्यवस्था में दो लाख करोड़ रुपये डाले हैं, जिससे लोगों के पास अधिक नकदी उपलब्ध हुई है। अन्यथा यह राशि कर चुकाने में चली जाती। अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों पर एक परिचर्चा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि कर सुधारों के बाद 12 प्रतिशत जीएसटी स्लैब के तहत आने वाली 99 प्रतिशत वस्तुओं पर पांच प्रतिशत कर लगाया गया है। इस बदलाव के परिणामस्वरूप 28 प्रतिशत कर स्लैब के तहत 90 प्रतिशत वस्तुएं 18 प्रतिशत स्लैब में आ गई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस नई पीढ़ी की कर व्यवस्था, जिसमें केवल दो स्लैब (पांच प्रतिशत और 18 प्रतिशत) हैं, से अर्थव्यवस्था में दो लाख करोड़ रुपये आए हैं। लोगों के पास ज्यादा नकदी होगी।'' मंत्री ने कहा कि जीएसटी राजस्व 2025 में बढ़कर 22.08 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा, जो इसके लागू होने के समय 7.19 लाख करोड़ रुपये था। उनके अनुसार, करदाताओं की संख्या पहले के 65 लाख से बढ़कर 1.51 करोड़ हो गई है।
- नई दिल्ली। भारत के आईटी सेक्टर के लिए आने वाले साल उत्साहजनक माने जा रहे हैं। एचएसबीसी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट रिसर्च की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2026-27 में यह सेक्टर 6-7 प्रतिशत की दर से बढ़ सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते इस्तेमाल से पारंपरिक आईटी कॉन्ट्रैक्ट्स पर दबाव बना है, लेकिन कंपनियों की टेक्नोलॉजी पर बढ़ती खर्च की प्रवृत्ति इस चुनौती को संतुलित कर रही है।रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि अगले वित्त वर्ष (FY26) में आईटी सेक्टर की आय 5-6 प्रतिशत तक बढ़ेगी। हालांकि, प्रोजेक्ट वॉल्यूम यानी काम की मात्रा में यह बढ़ोतरी 8-10 प्रतिशत तक हो सकती है। इसकी बड़ी वजह यह है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और कई शीर्ष अमेरिकी कंपनियों ने वर्षों में अपने सबसे अच्छे तिमाही नतीजे दर्ज किए हैं। एचएसबीसी के विश्लेषकों का कहना है कि यह रुझान कंपनियों के भरोसे को बढ़ाएगा और 2025 तक तकनीकी खर्च में तेजी ला सकता है, जिससे एआई ऑटोमेशन के नकारात्मक असर को कम किया जा सकेगा।रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जैसे-जैसे एआई एजेंट्स “मल्टी-एजेंट सिस्टम” में बदलेंगे और कंपनियों को अपना सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चर व इंफ्रास्ट्रक्चर दोबारा डिजाइन करना पड़ेगा, भारतीय आईटी कंपनियों के लिए नए अवसर पैदा होंगे। हालांकि, उद्योग के अनुमान बताते हैं कि एआई अगले तीन से चार साल में आईटी सेवाओं के कॉन्ट्रैक्ट्स की कीमतों को 8-10 प्रतिशत तक कम कर सकता है। यह सालाना 3-4 प्रतिशत का असर 2025 से 2027 के बीच देखने को मिलेगा। अभी तक भारतीय आईटी कंपनियां इस दबाव की भरपाई अधिक प्रोजेक्ट वॉल्यूम से करती रही हैं, जिससे उनकी कुल आय स्थिर बनी हुई है।एचएसबीसी ने यह भी साफ किया कि एडवांस “एजेंटिक एआई” सिस्टम्स आईटी सेवाओं को पूरी तरह खत्म नहीं करेंगे। रिपोर्ट के अनुसार, भले ही हाइपरस्केलर कंपनियां एंटरप्राइज टेक्नोलॉजी बजट का बड़ा हिस्सा हासिल कर रही हों, लेकिन सेवाओं की पूरी तरह से जगह लेना अभी संभव नहीं है।इसी बीच, भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने अगस्त 2025 में अपने 80 प्रतिशत कर्मचारियों (मुख्यतः मिड और जूनियर लेवल) को वेतनवृद्धि देने का ऐलान किया। हालांकि, कंपनी 2025 में करीब 12,000 कर्मचारियों की छंटनी भी करने जा रही है, जो इसकी कुल वर्कफोर्स का लगभग 2 प्रतिशत है। यह कदम कंपनी की पुनर्गठन रणनीति का हिस्सा है। टेक्नोलॉजी और एआई के बीच चल रही इस खींचतान के बावजूद, रिपोर्ट मानती है कि भारतीय आईटी सेक्टर आने वाले वर्षों में स्थिर वृद्धि बनाए रखेगा और एआई की चुनौतियों को अवसर में बदलने की क्षमता रखता है।-
- नई दिल्ली। जीएसटी परिषद द्वारा 3 सितंबर 2025 को आयोजित अपनी 56वीं बैठक में अनुमोदित नवीनतम जीएसटी सुधारों के तहत एक बड़ा प्रोत्साहन मिला है। कम जीएसटी, मॉड्यूल और घटकों की लागत में 3-4 प्रतिशत की कमी लाकर भारत में निर्मित नवीकरणीय ऊर्जा उपकरणों की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाएगा और मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहलों को बढ़ावा देगा। भारत द्वारा 2030 तक 100 गीगावाट सौर ऊर्जा विनिर्माण क्षमता के लक्ष्य को प्राप्त करने के साथ यह सुधार घरेलू विनिर्माण केंद्रों में नए निवेश को प्रोत्साहित करेगा। यह देखते हुए कि प्रत्येक गीगावाट विनिर्माण लगभग 5,000 रोज़गार सृजित करता है। यह सुधार अगले दशक में 5-7 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोज़गारों को बढ़ावा दे सकता है, जिससे भारत का स्वच्छ ऊर्जा औद्योगिक इकोसिस्टम मज़बूत होगा।नवीकरणीय ऊर्जा मूल्य श्रृंखला में जीएसटी दरों को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने से स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं की लागत कम होगी, जिससे बिजली अधिक किफायती होगी और घरों, किसानों, उद्योगों तथा डेवलपर्स को सीधा लाभ होगा। उदाहरण के लिए एक उपयोगिता-स्तरीय सौर परियोजना की पूंजीगत लागत जो आमतौर पर लगभग 3.5-4 करोड़ रुपये प्रति मेगावाट होती है, अब 20-25 लाख रुपये प्रति मेगावाट की बचत करेगी। 500 मेगावाट के सौर पार्क के पैमाने पर इससे परियोजना लागत में 100 करोड़ रुपये से अधिक की कमी आएगी, जिससे टैरिफ प्रतिस्पर्धा में उल्लेखनीय सुधार होगा।जीएसटी में कमी से स्तरीय नवीकरणीय ऊर्जा शुल्कों में कमी आने की उम्मीद है, जिससे वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) पर बिजली खरीद का वित्तीय बोझ कम होगा। इससे देशभर में बिजली खरीद लागत में सालाना 2,000-3,000 करोड़ रुपये की बचत हो सकती है। अंतिम उपभोक्ताओं को सस्ती और स्वच्छ बिजली की बेहतर पहुंच का लाभ मिलेगा, जिससे भारत के बिजली क्षेत्र की दीर्घकालिक स्थिरता को बल मिलेगा।इस सुधार से घरों के लिए रूफटॉप सोलर सिस्टम ज़्यादा किफ़ायती हो जाएंगे। एक सामान्य 3 किलोवाट का रूफटॉप सिस्टम अब लगभग 9,000-10,500 रुपये सस्ता हो जाएगा, जिससे लाखों परिवारों के लिए सौर ऊर्जा अपनाना आसान हो जाएगा और प्रधानमंत्री सूर्यघर: मुफ़्त बिजली योजना के तहत बड़े पैमाने पर इसे अपनाया जा सकेगा।पीएम-कुसुम योजना के तहत किसानों को भी काफ़ी फ़ायदा होगा। लगभग 2.5 लाख रुपये की लागत वाला 5 एचपी का सोलर पंप अब लगभग 17,500 रुपये सस्ता हो जाएगा। 10 लाख सोलर पंपों के पैमाने पर, किसानों को सामूहिक रूप से 1,750 करोड़ रुपये की बचत होगी, जिससे सिंचाई ज़्यादा किफ़ायती और टिकाऊ हो जाएगी।ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों को मिनी-ग्रिड, आजीविका संबंधी उपकरणों और सौर जल पंपों जैसे सस्ते विकेन्द्रीकृत समाधानों से भी लाभ होगा। कम भुगतान अवधि और बेहतर रिटर्न स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों और छोटे व्यवसायों को स्वच्छ और विश्वसनीय ऊर्जा तक पहुंच प्रदान करके सशक्त बनाएंगे।जीएसटी में कटौती से न केवल ऊर्जा की लागत कम होगी बल्कि निवेशकों का विश्वास भी बढ़ेगा, जिससे बिजली खरीद समझौतों पर तेज़ी से हस्ताक्षर हो सकेंगे और परियोजनाओं को जल्दी शुरू किया जा सकेगा। चूंकि भारत 2030 तक लगभग 300 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता जोड़ने की योजना बना रहा है, इसलिए लागत में 2-3 प्रतिशत की कमी से भी निवेश क्षमता में 1-1.5 लाख करोड़ रुपये की बचत हो सकती है। प्रत्येक गीगावाट सौर ऊर्जा से सालाना लगभग 13 लाख टन सीओ₂ की बचत होती है, इसलिए जीएसटी युक्तिकरण द्वारा त्वरित कार्यान्वयन से 2030 तक प्रति वर्ष अतिरिक्त 50-70 लाख टन सीओ₂ उत्सर्जन से बचा जा सकता है।गौरतलब हो, संशोधित जीएसटी दरें 22 सितंबर 2025 से लागू होंगी। इस ऐतिहासिक निर्णय से लाखों उपभोक्ताओं, किसानों, डेवलपर्स और निर्माताओं को सीधा लाभ होगा, साथ ही यह हरित विकास और ऊर्जा स्वतंत्रता के दोहरे लक्ष्यों में भी योगदान देगा।
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विजयपुरा (कर्नाटक)/ कर्नाटक के विजयपुरा जिले में स्थित एक सरकारी बैंक की शाखा में तीन नकाबपोश लोगों ने पिस्तौल और चाकू लेकर घुस गये और शाखा के कर्मचारियों को बांध दिया तथा 21 करोड़ रुपये मूल्य के नकद एवं स्वर्ण आभूषण लूट कर फरार हो गये। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि जिले के चडचन कस्बे में यह घटना भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में मंगलवार को शाम छह बजे हुयी । बैंक अधिकारियों के अनुमान के अनुसार, कुल मिलाकर 21 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की नकदी और सोने के आभूषणों की लूट हुयी है। पुलिस ने बताया कि तीन नकाबपोश बदमाश चालू खाता खोलने के बहाने बैंक की शाखा में घुसे और प्रबंधक, खजांची एवं अन्य कर्मचारियों को पिस्तौल एवं चाकू दिखा कर धमकाया। बाद में गिरोह ने कर्मचारियों के हाथ-पैर बांध दिए। प्राथमिकी में कहा गया है कि लुटेरे एक करोड़ से अधिक की नकदी और लगभग 20 किलोग्राम वजन के सोने के आभूषण लेकर फरार हो गए, जिनकी कीमत करीब 20 करोड़ रुपये है। बैंक अधिकारियों के अनुसार, लुटे गए सामानों की कुल अनुमानित कीमत 21 करोड़ रुपये से अधिक है। इसमें एक करोड़ रुपये से अधिक नकद और लगभग 20 किलोग्राम सोने के आभूषण शामिल हैं, जिनकी कीमत लगभग 20 करोड़ रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि शाखा प्रबंधक की शिकायत के आधार पर इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और संदिग्धों को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। विजयपुरा के पुलिस अधीक्षक लक्ष्मण निम्बार्गी ने प्रारंभिक जांच का हवाला देते हुए पीटीआई-भाषा को बताया कि संदिग्धों ने फर्जी नंबर प्लेट वाली सुजुकी ईवीए गाड़ी का इस्तेमाल किया था। अपराध को अंजाम देने के बाद, वे महाराष्ट्र के पंढरपुर की ओर चले गए।
उन्होंने कहा, "आगे की जांच जारी है और संदिग्धों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। -
हैदराबाद. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इन दावों को खारिज कर दिया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत-पाक संघर्ष को रोकने के लिए उन्होंने हस्तक्षेप किया था। सिंह ने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की वजह से निलंबित नहीं की गई। रक्षा मंत्री ने यहां ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस' समारोह में अपने संबोधन में कहा कि यदि भविष्य में कोई आतंकी हमला हुआ, तो ऑपरेशन सिंदूर फिर शुरू होगा। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग पूछ रहे हैं कि क्या भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम किसी के हस्तक्षेप की वजह से हुआ? मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि आतंकवादियों के खिलाफ अभियान किसी के हस्तक्षेप की वजह से नहीं रुका था।'' राजनाथ ने कहा, ‘‘कुछ लोग भारत-पाक संघर्ष को रोकने का दावा करते हैं। किसी ने ऐसा नहीं किया। मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार ने भी साफ किया था कि भारत ने इस मामले में तीसरे पक्ष की भूमिका खारिज कर दी।'' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्पष्ट किया है कि यह द्विपक्षीय मामला है और कोई तीसरा पक्ष इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकता।
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नयी दिल्ली. भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) बैंगलोर, अहमदाबाद और कलकत्ता दुनिया के शीर्ष 100 बी-स्कूलों में शामिल हो गए हैं। क्यूएस ग्लोबल एमबीए, ऑनलाइन एमबीए और बिजनेस मास्टर रैंकिंग 2026 के तहत यह आंकड़े दिए गए। लंदन स्थित क्यूएस ने एक बयान में कहा, ‘‘भारत में इस वर्ष 14 संस्थान रैंकिंग में हैं और इनमें से तीन संस्थान दुनिया के शीर्ष 100 में शामिल हैं।'' ‘‘आईआईएम बैंगलोर 52वें स्थान पर है जो पिछले बार की तुलना में एक स्थान ऊपर बढ़ा है, आईआईएम अहमदाबाद 58वें स्थान पर आ गया है जो पिछले बार की तुलना में दो स्थान आगे है और आईआईएम कलकत्ता 64वें स्थान पर है, जो पिछले वर्ष की तुलना में एक स्थान ऊपर है। यह सफलता रोजगार योग्यता, निवेश पर लाभ और विचार नेतृत्व संकेतकों में मजबूत स्कोर के कारण है।'' क्यूएस ग्लोबल एमबीए और बिजनेस मास्टर्स रैंकिंग 80 देशों और क्षेत्रों के 390 से अधिक सर्वश्रेष्ठ वैश्विक एमबीए और विशेष उच्च-मांग वाले बिजनेस मास्टर्स रैंकिंग का विश्लेषण करती है। इसमें प्रबंधन, वित्त, विपणन, बिजनेस एनालिटिक्स और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन में मास्टर्स डिग्री शामिल हैं। इस बार शुरू हुए वॉक्ससेन स्कूल ऑफ बिजनेस ने विविधता के लिए एशिया में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है और विश्व स्तर पर संयुक्त रूप से 26वें स्थान पर है। एमबीए तालिका में शीर्ष पायदान पर अमेरिका का दबदबा कायम है जहां सभी चार शीर्ष स्थान अमेरिकी बिजनेस स्कूलों के पास हैं। व्हार्टन स्कूल को 2020 के बाद पहली बार दुनिया का सर्वश्रेष्ठ स्कूल घोषित किया गया है और रोजगार योग्यता के मामले में दुनिया में शीर्ष स्थान दिया गया है। पिछले साल के शीर्ष स्थान पर रहे स्टैनफोर्ड जीएसबी का एमबीए चौथे स्थान पर है और हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल दूसरे स्थान पर तथा एमआईटी (स्लोन) तीसरे स्थान पर आ गया है। क्यूएस के अध्यक्ष नुन्ज़ियो क्वाक्वेरेली ने कहा, ‘‘भारत के बिजनेस स्कूल उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं जो हाल ही में क्यूएस रैंकिंग में इसके विश्वविद्यालयों में देखे गए सुधारों को दर्शाता है। क्यूएस ग्लोबल एमबीए रैंकिंग 2026 में भारत की सभी चार प्रविष्टियों ने इस वर्ष अपनी स्थिति में सुधार किया है - जो किसी भी अन्य देश के लिए बेजोड़ है।'' क्यूएस ने भारत स्थित 37 विशिष्ट बिजनेस मास्टर्स पाठ्यक्रमों को रैंक में शामिल किया है, जिनमें 19 मास्टर्स इन मैनेजमेंट, सात मास्टर्स इन फाइनेंस, पांच मास्टर्स इन बिजनेस एनालिटिक्स, चार मास्टर्स इन मार्केटिंग तथा दो मास्टर्स इन सप्लाई चेन मैनेजमेंट शामिल हैं।
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नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने बुधवार को भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच बहुप्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को अंतिम रूप देने के लिए दिसंबर तक वार्ता पूरी करने की प्रतिबद्धता दोहराई। वॉन डेर लेयेन ने प्रधानमंत्री मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने के लिए बुधवार को उनसे फोन पर बातचीत की, जिसमें एफटीए का मुद्दा भी उठा। बातचीत के दौरान मोदी ने वॉन डेर लेयेन से कहा कि वह भारत के साथ संबंधों के मामले में यूरोपीय संघ की ओर से अपनाए गए नये रणनीतिक एजेंडे की सराहना करते हैं। नये रणनीतिक एजेंडे का मकसद सुरक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को “गहरा, व्यापक और बेहतर तरीके से समन्वयित” करना है। मोदी ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “(यूरोपीय आयोग की) अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन से बात करके हमेशा खुशी होती है। जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। आज भारत के साथ संबंधों के मामले में यूरोपीय संघ की ओर से अपनाए गए ‘नये रणनीतिक एजेंडे' के बारे में जानकर खुशी हुई।” उन्होंने लिखा, “नयी दिल्ली भारत-ईयू संबंधों को अगले स्तर पर ले जाने के लिए तैयार है। यह हमारी साझा प्रतिबद्धता, साझा लक्ष्य और साझा जिम्मेदारी है। हम यूक्रेन संघर्ष के शीघ्र एवं शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं।” भारत की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने पारस्परिक समृद्धि के लिए भारत-ईयू रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने तथा वैश्विक मुद्दों को संयुक्त रूप से सुलझाने के प्रयासों का स्वागत किया। बयान के मुताबिक, मोदी और वॉन डेर लेयेन ने भारत-ईयू एफटीए को अंतिम रूप देने के लिए संबंधित वार्ता को इस साल के अंत तक पूरी कर लेने की प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों पक्षों के बीच मुक्त व्यापार समझौते के लिए 13वें दौर की वार्ता पिछले हफ्ते नयी दिल्ली में हुई थी। ईयू भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है, जिसके साथ वित्तीय वर्ष 2023-24 में 135 अरब अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार दर्ज किया गया था। दोनों पक्षों ने पहले ही 11 पहलुओं पर बातचीत पूरी कर ली है, जिनमें सीमा शुल्क और व्यापार सुविधा, विवाद निपटान, डिजिटल व्यापार, टिकाऊ खाद्य प्रणाली, लघु एवं मध्यम उद्यम, प्रतिस्पर्धा और सब्सिडी एवं पूंजी प्रवाह शामिल हैं। वहीं, स्रोत और बाजार तक पहुंच के नियम सहित कई प्रमुख मुद्दों पर बातचीत अभी पूरी नहीं हो पाई है।
बयान में कहा गया है, “दोनों नेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत यूक्रेन संघर्ष के शीघ्र और शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रतिबद्ध है।” इसमें कहा गया है, “प्रधानमंत्री मोदी ने वॉन डेर लेयेन को अगले साल भारत में होने वाले भारत-ईयू शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए फिर से आमंत्रित किया।” -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर देश और दुनिया के कई नेताओं ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फोन कर पीएम मोदी को बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मेरे मित्र राष्ट्रपति पुतिन, आपके फोन कॉल और हार्दिक शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। हम भारत-रूस की विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान में हर संभव योगदान देने के लिए तैयार है।
वहीं डोमिनिका के प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट ने भी एक्स पर पोस्ट कर पीएम मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा कि डोमिनिका की सरकार और जनता की ओर से मैं भारत के प्रधानमंत्री को शुभकामनाएं देता हूं। हम महामारी के दौरान जीवन रक्षक सहायता सहित भारत के निरंतर सहयोग और जलवायु परिवर्तन तथा सतत विकास पर सहयोग की बहुत सराहना करते हैं। इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि धन्यवाद प्रधानमंत्री स्केरिट, भारत डोमिनिका राष्ट्रमंडल के साथ मित्रता और एकजुटता के मजबूत संबंधों को गहराई से संजोता है।इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने वीडियो संदेश जारी कर पीएम मोदी को बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री के पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री लक्सन, आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। मैं हमारी मित्रता को बहुत महत्व देता हूं और भारत 2047 के विकासशील सफर में न्यूजीलैंड को एक महत्वपूर्ण साझेदार मानता हूं। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री को जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मेरे मित्र प्रधानमंत्री अल्बनीज, आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। मैं भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी और दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों को और मजबूत करने की उम्मीद करता हूं। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर नमो ऐप पर ‘सेवा पर्व 2025’ नामक विशेष 15 दिवसीय डिजिटल स्वयंसेवा अभियान की शुरुआत की गई है। यह कार्यक्रम 2 अक्टूबर तक चलेगा और इसका उद्देश्य पीएम मोदी की सेवा भावना और उनके जीवनभर की राष्ट्र प्रथम प्रतिबद्धता को सम्मानित करना है। सेवा पर्व 2025 के तहत नमो ऐप पर कई इंटरैक्टिव अनुभव उपलब्ध कराए गए हैं। इनमें 15 तरह के सेवा कार्य शामिल हैं, जैसे ‘एक पेड़ माँ के नाम’ पहल के तहत पेड़ लगाना, रक्तदान करना और स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेना। हर सेवा कार्य को पूरा करने के बाद प्रतिभागियों को अपनी सेल्फी अपलोड करनी होगी। सबसे अधिक सक्रिय यूजर्स को ‘सेवा लीडरबोर्ड’ पर सम्मानित किया जाएगा और उन्हें व्यक्तिगत प्रमाणपत्र भी मिलेगा।
इस अभियान में प्रधानमंत्री मोदी के जीवन को दर्शाने वाली एक वर्चुअल प्रदर्शनी भी शामिल है, जिसका शीर्षक है- ‘सेवा ही संकल्प, राष्ट्र प्रथम ही प्रेरणा 75 वर्ष’। इसमें इंटरएक्टिव पैनल, वीडियो और फोटोबूथ दिए गए हैं। यहां लोग पीएम मोदी की बचपन से अब तक की यात्रा देख सकते हैं और ‘मोदी माइलस्टोन फोटोबूथ’ के जरिए पीएम मोदी की जीवन पृष्ठभूमि पर आधारित तस्वीरों के साथ सेल्फी भी ले सकते हैं। कार्यक्रम में तकनीक का उपयोग भी खास तरीके से किया गया है। ‘एआई शुभकामना रील’ फीचर के जरिए लोग पीएम मोदी को व्यक्तिगत वीडियो शुभकामनाएं भेज सकते हैं। इसके लिए केवल अपना नाम, पेशा और सरकारी योजनाओं से जुड़े अनुभव साझा करने होंगे। इसके बाद यूजर्स को एआई जनरेटेड वीडियो और ऑडियो शुभकामना मिलती है, जिसे सोशल मीडिया पर साझा किया जा सकता है।इसके अलावा ‘अपने मोदी गुण खोजें’ नामक गतिविधि में प्रतिभागी कुछ सवालों के जवाब देकर यह जान सकते हैं कि पीएम मोदी के कौन से गुण उनमें मौजूद हैं। उन्हें एक विशेष कार्ड मिलता है, जिसमें उनकी समानता को दर्शाया गया है। साथ ही ‘नो योर नमो क्विज’ के जरिए लोग 10 सवालों का जवाब देकर मोदी जी के जीवन और नेतृत्व से जुड़ा ज्ञान परख सकते हैं। इसमें पूरे अंक पाने वालों को डाउनलोड करने योग्य प्रमाणपत्र भी दिया जाता है।एक और खास पहल ‘मैं भी मोदी’ गतिविधि है, जिसमें लोग सेवा करते समय अपनी सेल्फी अपलोड करते हैं। इन तस्वीरों को मिलाकर पीएम मोदी का एक विशाल कोलाज बनाया जाएगा, जो सेवा के जरिए एकता की भावना को दर्शाएगा। सेवा पर्व 2025 में ‘नमो पुस्तक संग्रह’ भी उपलब्ध है, जिसमें पीएम मोदी के जीवन और कार्यों पर आधारित किताबें शामिल हैं। इन्हें ऐप से खरीदा जा सकता है या उपहार के रूप में दूसरों को भेजा जा सकता है। इसके अलावा ‘नमो मर्चेंडाइज’ सेक्शन में पीएम मोदी के नारों वाले टी-शर्ट, मग और कैप जैसे उत्पाद भी खरीदे जा सकते हैं।कार्यक्रम का समापन ‘वर्ल्ड विशेज पीएम मोदी’ फीचर के साथ होता है, जिसमें दुनिया भर के नेताओं, गणमान्य व्यक्तियों और अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के शुभकामना संदेश वास्तविक समय में दिखाए जाएंगे। इससे लोगों को यह अनुभव मिलेगा कि कैसे प्रधानमंत्री मोदी का वैश्विक कद लगातार बढ़ रहा है। सेवा पर्व 2025 पीएम मोदी के जन्मदिन को सिर्फ एक समारोह नहीं, बल्कि सेवा, मूल्यों और राष्ट्र-प्रथम की भावना को अपनाने का अवसर बना रहा है। यह पहल नागरिकों को सक्रिय रूप से भाग लेने और प्रधानमंत्री की प्रेरणादायी यात्रा से जुड़ने का मौका देती है। नमो ऐप पर जाकर कोई भी व्यक्ति इस कार्यक्रम का हिस्सा बन सकता है। - नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर बुधवार को भाजपा शासित राज्यों और विभिन्न स्थानों पर पार्टी संगठन ने स्वास्थ्य शिविर, स्वच्छता अभियान और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए मेलों जैसे कई संपर्क, कल्याण और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। कई केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं ने रक्तदान शिविरों और वृक्षारोपण अभियान समेत विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया। मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में भाजपा शासित राज्यों द्वारा शुरू की गई पहलों और देश भर में आयोजित कार्यक्रमों की मुख्य बातें निम्नलिखित हैं: * प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्यप्रदेश के धार जिले में प्रधानमंत्री मेगा एकीकृत वस्त्र क्षेत्र एवं परिधान (पीएम मित्र) पार्क की आधारशिला रखी। * प्रधानमंत्री मोदी ने 'स्वस्थ नारी सशक्त परिवार' और 8वें राष्ट्रीय पोषण माह' अभियान की भी शुरुआत की, जिसका उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार और पोषण को बढ़ावा देना है। * केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने हरियाणा में रोहतक के सेक्टर 2 में पौधारोपण कर ‘नमो वन' का उद्घाटन किया। * केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली सरकार की 17 जन-कल्याणकारी योजनाओं का उद्घाटन किया, जिनमें पांच नए अस्पताल ब्लॉक, 101 आयुष्मान आरोग्य मंदिर क्लीनिक शामिल हैं। * शाह ने नरेला में अटल आशा नर्सिंग होम और छात्रावास का उद्घाटन किया तथा अत्यधिक सहायता की आवश्यकता वाले व्यक्तियों की देखभाल करने वालों के लिए वित्तीय सहायता योजना आरंभ की। * शाह ने कॉलेज जाने वाली दृष्टिबाधित लड़कियों के लिए एक छात्रावास, वरिष्ठ नागरिकों के लिए सावित्री बाई फुले आश्रय गृह और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अग्निशमन के लिए 24 त्वरित प्रतिक्रिया वाहनों का भी उद्घाटन किया। * केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने दिल्ली सरकार के 10 नए संसाधन केंद्रों का उद्घाटन किया, जिनसे लगभग 12,500 दिव्यांग बच्चों तक विभिन्न विशेष उपचारों की सुलभता सुनिश्चित होगी। * केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की कि दिल्ली के तीन लैंडफिल स्थलों पर कार्यरत सभी श्रमिकों को दिवाली से पहले 5,000 रुपये की विशेष प्रोत्साहन राशि मिलेगी। * केंद्रीय कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने दिल्ली विधानसभा में प्रधानमंत्री मोदी के जीवन और नेतृत्व पर एक विशेष प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। * दिल्ली विधानसभा द्वारा मोदी के बचपन पर आधारित लघु फिल्म 'चलो जीतें है' की विशेष स्क्रीनिंग भी की गयी। * दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने भाजपा नीत दिल्ली सरकार द्वारा 'सेवा पखवाड़ा' के तहत कर्तव्य पथ पर आयोजित शिविर में रक्तदान किया। * मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कर्तव्य पथ से नमो सुगम्य रथ और सुगम्य दिल्ली यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। * दिल्ली सरकार महिला स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए मध्यप्रदेश के धार से प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' अभियान के तहत शहर में 7,500 शिविर स्थापित करेगी। * प्रधानमंत्री मोदी के ऐप - नमो - ने ‘‘सेवा पर्व'' के तहत 15 दिनों की डिजिटल स्वयंसेवा पहल शुरू की है, जिसमें नागरिकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को सेवा कार्यों में हाथ बंटाने, मोदी की जीवन यात्रा पर नज़र डालने और रचनात्मक तरीकों से शुभकामनाएं साझा करने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम दो अक्टूबर तक चलेगा। * उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बद्रीनाथ और केदारनाथ समेत चारधाम और अन्य मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना के साथ 'स्वच्छोत्सव-2025' आरंभ किया। * राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर के जवाहर कला केंद्र में ‘नमो प्रदर्शनी' का उद्घाटन किया, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर और राम मंदिर निर्माण समेत प्रधानमंत्री के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को प्रदर्शित किया गया। * लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कोटा के ठेकड़ा क्षेत्र में नमो स्वास्थ्य जांच एवं पोषण शिविर का उद्घाटन किया तथा स्वस्थ महिला, सशक्त परिवार अभियान की शुरुआत की। * महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एक योजना की घोषणा की जिसके तहत 'नमो पार्क' विकसित करने के लिए नगर पालिका परिषदों और नगर परिषदों को एक करोड़ रुपये वितरित किए जाएंगे। * तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि ने इस दिवस के उपलक्ष्य में 75 पौधे लगाने के अभियान का नेतृत्व किया। * केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस दिवस के उपलक्ष्य में राजस्थान के अलवर में आयोजित रक्तदान और वृक्षारोपण अभियान में भाग लिया। * इस दिन को मनाने के लिए, अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद नामक एक गैर सरकारी संगठन ने एक रक्तदान अभियान का आयोजन किया जिसका लक्ष्य एक दिन में तीन लाख यूनिट रक्त एकत्र करना था, जिससे एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित हुआ। * छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु साय ने 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान, 'अंगिकार-2025' पहल, पीएम स्वनिधि योजना 2.0 और कल्याण मेले की शुरुआत की। * छत्तीसगढ़ में, पीएमएवाई (शहरी) 2.0 के तहत लाभार्थियों को उनके स्वीकृत घरों के लिए निर्माण परमिट सौंपे गए, जबकि पीएम स्वनिधि के लाभार्थियों को चेक वितरित किए गए * असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए अगले दो सप्ताह में पूरे राज्य में 14,690 स्वास्थ्य शिविर आयोजित करेगी। * भाजपा की कश्मीर इकाई ने घाटी भर में रक्तदान शिविरों की एक श्रृंखला आयोजित की।
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुधवार को अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने पीएम मोदी के साथ अपनी कुछ यादें सोशल मीडिया पर साझा की हैं।
आनंद ने एक्स पर साझा की अपनी भावनायेंविश्वनाथन आनंद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “जब मैं अपने शतरंज के सफर को देखता हूं, तो कुछ यादें ताजा हो जाती हैं। सिर्फ बोर्ड से नहीं, बल्कि जिंदगी से भी। ऐसी ही एक याद गुजरात की है। बरसों पहले, जब मैं अहमदाबाद में नेशनल चैंपियनशिप खेलने गया, तो मेरी एक आदत थी, खुद को गुजराती थाली से ट्रीट देना। यह मेरे लिए एक अनमोल आनंद का पल होता था। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि एक दिन मेरे जीवन के इस छोटे से पल को कोई और नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी याद रखेंगे।”आनंद ने पीएम मोदी के साथ बिताए पलों को याद कियाविश्वनाथन आनंद ने बताया, “मुझे आज भी वह पल याद है, जब एक अनौपचारिक बातचीत के दौरान मैंने उनसे गुजराती थालियों के प्रति अपने लगाव का जिक्र किया था। यह सुनकर, वह मुस्कुराए और बोले, “अच्छा, तो चलिए।” बिना किसी औपचारिकता के, वह मुझे स्टेट गेस्ट हाउस ले गए, जहां हमने साथ बैठकर एक स्वादिष्ट गुजराती थाली का आनंद लिया। उन्होंने गर्मजोशी से यह भी कहा, “मैं आपको वह सबसे अच्छी थाली खिलाना चाहता हूं, जिसे आप याद रख सकें।” यह मेरे लिए एक अविस्मरणीय पल था। यह याद दिलाता है कि सच्चे नेता सिर्फ बड़े-बड़े सपनों से ही नहीं, बल्कि ऐसे छोटे-छोटे पलों के जरिए भी आपसे जुड़ते हैं।”मुझे हमेशा जो प्रेरित करता है, वह है उनका संतुलनउन्होंने कहा, “मुझे हमेशा जो प्रेरित करता है, वह है उनका संतुलन। एक ओर वह दक्ष, अनुशासित और गहन पेशेवर हैं, जहां उनकी पूरी टीम घड़ी की तरह सटीकता से काम करती है। दूसरी ओर, वह मिलनसार, गर्मजोशी से भरे और अक्सर प्रसन्नचित्त स्वभाव के हैं। एक ऐसे व्यक्ति, जो मजाक करके आपको सहज महसूस करा सकते हैं।”मैंने शतरंज की दुनिया में भी उनकी इनोवेटिव स्प्रिट देखी हैविश्वनाथन आनंद ने पीएम मोदी से जुड़े एक अन्य वाकये को याद करते हुए लिखा, “मैंने शतरंज की दुनिया में भी उनकी इनोवेटिव स्प्रिट देखी है। प्रधानमंत्री मोदी ने ही यह सुझाव दिया था कि जैसे ओलंपिक में मशाल रिले होती है, वैसे ही शतरंज ओलंपियाड का भी अपना मशाल रिले होना चाहिए। भले ही वह ओलंपिक से अलग हो। यह एक क्रांतिकारी विचार था। पहली बार शतरंज ओलंपियाड में मशाल रिले की परंपरा शुरू हुई। आज यह हमारे खेल की एक गौरवपूर्ण पहचान बन चुकी है, जिसे पूरी दुनिया ने अपनाया है।”पीएम मोदी दिल और दिमाग दोनों से प्रेरणा देने वाले व्यक्तिउन्होंने कहा, “मेरे लिए, पीएम नरेंद्र मोदी सिर्फ भारत के एक नेता ही नहीं, बल्कि दिल और दिमाग दोनों से प्रेरणा देने वाले व्यक्ति हैं। चाहे गुजराती भोजन हो या वैश्विक शतरंज परंपरा, वह विनम्रता, नवीनता और गर्मजोशी के सबक अपने पीछे छोड़ जाते हैं।” -
रांची। रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर ‘यात्री सेवा दिवस' मनाया गया और इस अवसर पर यात्रियों का गुलाब की कलियों से स्वागत किया गया। एक हवाई अड्डा अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस मौके को सांस्कृतिक रूप देने के लिए स्थानीय कलाकारों ने झारखंड के लोक नृत्यों का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, “नागर विमानन मंत्रालय के निर्देशानुसार, हवाई अड्डा प्राधिकारियों ने कई कार्यक्रम आयोजित किए। इसी कड़ी में यात्रियों का गुलाब की कलियों से स्वागत किया गया और उनके माथे पर ‘तिलक' लगाया गया। लोक नृत्यों का प्रदर्शन भी किया गया।” पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए ‘एक पेड़ माँ के नाम' पहल के तहत हवाई अड्डा परिसर में 25 पेड़ लगाए गए। हवाई अड्डा निदेशक आरआर मौर्य ने कर्मचारियों और स्वयंसेवकों के लिए एक रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया।
अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों के लिए एक नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर भी आयोजित किया गया। युवा वर्ग में विमानन उद्योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दृष्टि से हवाई अड्डे ने इंटरमीडिएट छात्रों के लिए एक परिचयात्मक कार्यक्रम और करियर मार्गदर्शन सत्र आयोजित किया, जिसमें नागरिक उड्डयन क्षेत्र में रोजगार के अवसरों पर ध्यान केंद्रित किया गया। स्कूली छात्रों के लिए विमानन से जुड़े विषयों पर एक प्रश्नोत्तरी और चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। -
नयी दिल्ली. । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर बुधवार को गैर-सरकारी संगठन अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद ने एक दिन में तीन लाख यूनिट रक्त एकत्र कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने के लक्ष्य के साथ ‘रक्तदान अमृत महोत्सव 2.0' रक्तदान अभियान शुरू किया। परिषद के अखिल भारतीय महासचिव अमित जैन ने बताया कि इस अभियान के तहत भारत में लगभग 7,000 स्थानों पर रक्तदान शिविर लगाए गए हैं। इसके अलावा, भारतीय दूतावासों के सहयोग से विभिन्न अफ्रीकी देशों, अमेरिका, ब्रिटेन, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया और नेपाल समेत 70 से अधिक देशों में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया। परिषद ने वर्ष 2022 में भी एक दिन में 2,50,000 यूनिट रक्त एकत्र कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था, जिसे अब पार करने का प्रयास किया जा रहा है। दिल्ली में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अणुव्रत भवन में रक्तदान किया। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल और केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने शिविर का दौरा कर संगठन के प्रयासों की सराहना की। जैन ने कहा कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य ‘ब्लड बैंक' में रक्त की कमी को दूर करते हुए यह सुनिश्चित करना है कि रक्त की अनुपलब्धता के कारण किसी की जान न जाए। उन्होंने बताया, ‘‘भारत को प्रतिदिन लगभग 15,000 यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है, जबकि सालाना आवश्यकता लगभग 1.2 करोड़ यूनिट है। इसके मुकाबले वास्तविक उपलब्धता केवल 90 से 95 लाख यूनिट ही है, यानी 20-25 प्रतिशत की कमी बनी रहती है।'' देश में लगभग 1,50,000 थैलेसीमिया रोगी हैं जिन्हें नियमित रूप से रक्त की ज़रूरत होती है। इसके अतिरिक्त, कैंसर, डायलिसिस, हृदय रोग और बड़ी सर्जरी से गुजरने वाले रोगियों को भी रक्त की आवश्यकता होती है। जैन ने यह भी बताया, ‘‘भारत में हर साल लगभग 5,00,000 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें लाखों पीड़ितों को तत्काल रक्त चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। साथ ही, रक्त की सुरक्षित भंडारण अवधि सीमित होने के कारण यह स्थिति और भी जटिल हो जाती है। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि देश की केवल एक प्रतिशत आबादी ही नियमित रक्तदान करती है और अगर सिर्फ दो प्रतिशत लोग भी साल में एक बार रक्तदान करें, तो भारत को कभी भी रक्त की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नारी शक्ति को भारत के विकास की असली नींव बताते हुए देशभर की माताओं-बहनों से संकोच छोड़ कर स्वास्थ्य शिविरों में जाकर नि:शुल्क जांच कराने की अपील की। उन्होंने कहा कि आपके उत्तम स्वास्थ्य से ज्यादा मूल्यवान कोई सरकारी तिजोरी नहीं है। प्रधानमंत्री बुधवार को मध्य प्रदेश के धार में ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ अभियान और ‘राष्ट्रीय पोषण माह’ का शुभारंभ करने के बाद विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि मां स्वस्थ है तो पूरा परिवार स्वस्थ रहता है और यदि मां बीमार हो जाए तो घर की पूरी व्यवस्था चरमरा जाती है। उन्होंने कहा कि आज शुरू की गई पहलें केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए नहीं, बल्कि उन बच्चों और भावी नागरिकों के लिए भी हैं, जो अभी पैदा होने वाले हैं। उन्होंने कहा, “यह सुनिश्चित करना कि बच्चे स्वस्थ पैदा हों, उनकी भविष्य की भलाई और समृद्धि की नींव रखता है। यह कार्य केवल एक पीढ़ी का नहीं बल्कि अनगिनत पीढ़ियों का आशीर्वाद है।”
पीएम मोदी ने मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए 2017 में शुरू की गई प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि पहली संतान पर पांच हजार रुपये और दूसरी बेटी के जन्म पर छह हजार रुपये सीधे लाभार्थी माताओं के बैंक खातों में जमा किए जाते हैं। अब तक 4.5 करोड़ से अधिक गर्भवती माताओं को इस योजना का लाभ मिला है और लगभग 19 हजार करोड़ रुपये सीधे उनके खातों तक पहुंचाए गए हैं।प्रधानमंत्री ने देशभर की माताओं-बहनों से संकोच छोड़कर स्वास्थ्य शिविरों में जाकर नि:शुल्क जांच कराने की अपील की। उन्होंने कहा, “इन शिविरों में कितनी भी महंगी जांच क्यों न हो, सब मुफ्त होंगी। आपके उत्तम स्वास्थ्य से ज्यादा मूल्यवान कोई सरकारी तिजोरी नहीं है। आयुष्मान कार्ड आपके लिए सुरक्षा कवच है। लाखों कैंप लगने वाले हैं और मैं अपने भाइयों से भी आग्रह करता हूं कि वे अपनी माताओं, बहनों और बेटियों का स्वास्थ्य परीक्षण अवश्य कराएं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत यात्रा के लिए भारत की नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब और किसान चार प्रमुख स्तंभ हैं। उन्होंने ‘लखपति दीदी’, ‘बैंक सखी’, ‘ड्रोन दीदी’, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना और मुद्रा योजना जैसी पहलों का उल्लेख करते हुए कहा कि ये योजनाएं गरीबों, महिलाओं और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रही हैं ।उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है और इसमें हमारी नारी शक्ति सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। मातृ-शिशु स्वास्थ्य पर ध्यान देना, शिक्षा, रोजगार और आत्मनिर्भरता—यही विकसित भारत की ठोस नींव है।प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर भगवान विश्वकर्मा की जयंती का स्मरण किया और उन्हें कौशल निर्माण का देवता बताते हुए नमन किया। उन्होंने महाराजा भोज की वीरता और मां वाग्देवी की कृपा का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत की सांस्कृतिक विरासत हमें राष्ट्र रक्षा और आत्मबल का संदेश देती है।उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा जयंती के दिन धार की धरती से देश के सबसे बड़े इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क का शिलान्यास होना ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि यह पार्क भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को नई ऊर्जा देगा, किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाएगा और युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराएगा।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने भारतीय बहनों-बेटियों का सिंदूर उजाड़ने का दुस्साहस किया था। उन्होंने दृढ़ स्वर में कहा, “हमारे वीर जवानों ने आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया और पाकिस्तान को पलक झपकते ही घुटनों पर ला दिया। यह नया भारत है, जो धमकियों से डरता नहीं बल्कि घर में घुसकर जवाब देता है।”साथ ही हैदराबाद मुक्ति दिवस की ऐतिहासिक घटना को याद करते हुए उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की फौलादी इच्छाशक्ति और भारतीय सेना के साहस से हैदराबाद को अत्याचारों से मुक्त कराया गया था। प्रधानमंत्री ने कहा, “कई दशकों तक इस गौरवशाली घटना को भुला दिया गया था लेकिन हमारी सरकार ने इसे ‘हैदराबाद लिबरेशन डे’ के रूप में अमर कर दिया है।”त्योहारों के मौसम का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने नागरिकों से स्वदेशी उत्पाद अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “आप जो भी खरीदें, उसमें किसी न किसी हिंदुस्तानी का पसीना होना चाहिए। उसमें हमारे देश की मिट्टी की महक होनी चाहिए। यही आत्मनिर्भर भारत का सही रास्ता है।”
पीएम मोदी ने बताया कि 22 सितंबर से कम जीएसटी दरें लागू होने जा रही हैं। नवरात्रि के पहले दिन से जब नई दरें लागू होंगी तो हमें स्वदेशी वस्तुएं खरीदकर इसका लाभ उठाना चाहिए।
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धर्मशाला (हिप्र).। तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनके जन्मदिन पर हार्दिक बधाई दी और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। मोदी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, ‘‘भारत में सबसे लंबे समय तक रहने वाले अतिथि के रूप में, मैंने पिछले कुछ वर्षों में हुए दूरगामी विकास और समृद्धि को प्रत्यक्ष रूप से देखा है और मैं हाल के दिनों में आपके बढ़ते आत्मविश्वास और शक्ति के लिए आपको बधाई देता हूं।'' इस पत्र को केंद्रीय तिब्बती प्रशासन की वेबसाइट पर भी साझा किया गया है। दलाई लामा ने कहा कि भारत दुनिया के सामने सद्भाव और स्थिरता का एक उदाहरण प्रस्तुत करता है और इसकी सफलता वैश्विक विकास में भी योगदान देती है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं स्वयं को भारत का एक गौरवशाली संदेशवाहक मानता हूं और दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले और सबसे बड़े लोकतंत्र भारत के उल्लेखनीय और गहन धार्मिक बहुलवाद के लिए उसकी करता हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम तिब्बतियों के लिए भारत न केवल हमारी आध्यात्मिक विरासत का स्रोत रहा है, बल्कि 66 वर्षों से भी अधिक समय से हमारा भौतिक घर भी रहा है। मैं एक बार फिर भारत सरकार और भारत की जनता के प्रति उनके गर्मजोशी भरे और उदार आतिथ्य के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूं।''
- धार. । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को मध्यप्रदेश के धार जिले के ग्राम भैंसोला में देश के पहले ‘पीएम मित्र पार्क' का शिलान्यास किया और ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' तथा ‘आठवें राष्ट्रीय पोषण माह' अभियान की शुरुआत की। लगभग 2,158 एकड़ के भूभाग में विकसित होने वाला यह ‘पीएम मित्र पार्क' विश्व स्तरीय सुविधाओं से सुसज्जित होगा और इसका सबसे बड़ा लाभ प्रदेश के कपास उत्पादकों को मिलेगा क्योंकि इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और उन्हें उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी 17 सितंबर को 75 वर्ष के हो गए और उनके जन्मदिन पर मध्यप्रदेश का यह उनका दूसरा दौरा है। प्रधानमंत्री ने 17 सितंबर, 2022 को नामीबिया से लाए गए जंगली चीतों को राज्य के श्योपुर जिले के कुनो राष्ट्रीय उद्यान के एक बाड़े में छोड़ा था। इन चीतों को ‘प्रोजेक्ट चीता' के तहत भारत लाया गया था। एक अधिकारी ने बताया कि ‘पीएम मित्र पार्क' में कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट, सौर ऊर्जा संयंत्र, आधुनिक सड़कें आदि जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसमें श्रमिकों और महिला कर्मचारियों के लिए आवास और सामाजिक सुविधाएं भी होंगी जो इसे केवल औद्योगिक क्षेत्र ही नहीं बल्कि आदर्श औद्योगिक नगर का रूप देती हैं। उन्होंने कहा कि ‘पीएम मित्र पार्क' में देश की अग्रणी टेक्सटाइल कंपनियों ने भरोसा जताते हुए अब तक 23 हजार 146 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव दिये हैं। अधिकारी ने बताया कि यह निवेश उद्योगों की स्थापना के साथ स्थानीय लोगों के लिए नए रोजगार सृजन का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने कहा कि वस्त्र क्षेत्र के बड़े संगठनों और उद्योग समूहों ने यहां निवेश करने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा, ‘‘इससे न केवल प्रदेश को औद्योगिक लाभ मिलेगा, बल्कि निर्यात भी बढ़ेगा। धार से तैयार वस्त्र और परिधान अब सीधे वैश्विक बाजार में पहुंचेंगे और जल्दी ही मध्यप्रदेश की पहचान अब टैक्सटाइल-हब के रूप में होने लगेगी।'' एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘5-एफ' विज़न के अनुरूप यह पार्क 'फार्म से फाइबर, फाइबर से फैक्ट्री, फैक्ट्री से फैशन और फैशन से फॉरेन की संपूर्ण ‘वैल्यू चैन' बनायेगा। बयान में कहा गया है, ‘‘किसानों से प्राप्त कच्चा कपास उद्योगों में धागा बनेगा, वहीं से वस्त्र और परिधान तैयार होंगे और यही उत्पाद विदेशों तक जाएंगे। इस तरह पूरी वैल्यू चैन एक ही स्थान पर पूरी होगी। यही इस पार्क की विशिष्टता होगी और अन्य पार्कों के लिये आदर्श बनेगी।'' इस बयान के अनुसार, ‘पीएम मित्र पार्क' से लगभग तीन लाख रोजगार सृजित होंगे, जिसमें एक लाख प्रत्यक्ष और दो लाख अप्रत्यक्ष रोजगार शामिल होंगे। केंद्र सरकार ने 2021-22 से 2027-28 की अवधि के बीच 4,445 करोड़ रुपये की लागत से सात पीएम मेगा एकीकृत वस्त्र क्षेत्र और परिधान (पीएम मित्र) पार्क स्थापित करने को मंजूरी दी थी। मध्यप्रदेश के अलावा तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश में पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क स्थापित किए जाएंगे। प्रधानमंत्री द्वारा शुरु किए गए ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार' और ‘आठवें राष्ट्रीय पोषण माह' अभियान दो अक्टूबर तक जारी रहेंगे। इसके तहत देश भर के आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी), जिला अस्पतालों और अन्य सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं में एक लाख से अधिक स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा। एक बयान में कहा गया इस राष्ट्रव्यापी सघन अभियान का उद्देश्य सामुदायिक स्तर पर महिला-केंद्रित निवारक, प्रोत्साहन कारी और उपचारात्मक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। यह गैर-संचारी रोगों, एनीमिया, तपेदिक और सिकल सेल रोग की जांच, शीघ्र पहचान और उपचार लिंकेज को सुदृढ़ बनाएगा, साथ ही प्रसवपूर्व देखभाल, टीकाकरण, पोषण, मासिक धर्म स्वच्छता, जीवन शैली और मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यकलापों के माध्यम से मातृ, शिशु और किशोर स्वास्थ्य को बढ़ावा देगा। इस बयान के मुताबिक स्त्री रोग, बाल रोग, नेत्र रोग, ईएनटी, दंत चिकित्सा, त्वचा रोग और मनोचिकित्सा सहित विशेषज्ञ सेवाएं मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों, केंद्र सरकार के संस्थानों और निजी अस्पतालों के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएंगी। बयान में कहा गया है कि पर्यावरण संरक्षण और महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री राज्य की ‘एक बगिया मां के नाम' पहल के तहत एक महिला स्वयं सहायता समूह की एक लाभार्थी को एक पौधा भेंट करेंगे। मध्यप्रदेश में 10,000 से अधिक महिलाएं ‘मां की बगिया' विकसित करेंगी। महिला समूहों को पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव और मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल के सदस्यों सहित भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
- नयी दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर यहां कर्तव्य पथ पर आयोजित एक शिविर में रक्तदान किया। प्रधानमंत्री बुधवार को 75 साल के हो गये। उनके जन्मदिन को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत दिल्ली सरकार द्वारा सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाया जा रहा है। गुप्ता ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे रक्त की एक-एक बूंद देश को समर्पित है। हम प्रधानमंत्री के सेवा के संदेश का पालन करते हैं। ‘कथनी और करनी एक होनी चाहिए'-इस कहावत को मानते हुए मैंने शिविर में रक्तदान किया।'' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली के लिए बहुत कुछ किया है... दिल्ली में पहली बार लोग इस मंच से ‘धन्यवाद मोदीजी' कह रहे हैं।'' गुप्ता ने राष्ट्रीय राजधानी को यशोभूमि और भारत मंडपम जैसे स्थलों तथा बेहतर सड़क संपर्क की सौगात देने के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने भी शिविर में रक्तदान किया और प्रधानमंत्री के अच्छे स्वास्थ्य तथा दीर्घायु की कामना की। उनके कैबिनेट सहयोगी कपिल मिश्रा ने बताया कि दिल्ली सरकार इस अवसर पर कर्तव्य पथ पर एक रक्तदान शिविर और एक पदयात्रा का आयोजन कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘बाद में, त्यागराज स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में लोगों के लिए कई सेवाएं संचालित की जाएंगी। गुप्ता और उनके मंत्रियों ने कर्तव्य पथ पर ‘सेवा संकल्प' पदयात्रा में भी भाग लिया। पदयात्रा के दौरान, गुप्ता ने महाराष्ट्र के लोक नर्तकों के साथ नृत्य भी किया। दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी ढोल की थाप पर नृत्य किया। पदयात्रा के दौरान ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिंदाबाद'' और ‘‘धन्यवाद मोदीजी'' के नारे लगाए गए।दिल्ली के गृह मंत्री आशीष सूद ने कहा कि मोदी देश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में गिने जाते हैं और भारत के सम्मान को बनाकर रखने के लिए दुनिया के नेता उनसे मिलते हैं। उनके सहयोगी प्रवेश वर्मा ने कहा कि आम जनता और पार्टी कार्यकर्ता स्वच्छता अभियान, रक्तदान और ऐसे अन्य कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हर कोई अपने-अपने तरीके से प्रधानमंत्री मोदी को उनके जन्मदिन की बधाई दे रहा है। मैं भी प्रधानमंत्री मोदी को शुभकामनाएं देता हूं और उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करता हूं।'' इससे पहले, मंत्री सिरसा और कपिल मिश्रा ने मरघट वाले हनुमान मंदिर और गुरुद्वारा बंगला साहिब में मोदी की दीर्घायु के लिए प्रार्थना की। मिश्रा ने कश्मीरी गेट स्थित मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ भी करवाया। मिश्रा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर, हम मरघट वाले हनुमान मंदिर पहुंचे हैं। हम भगवान हनुमान से उनकी (प्रधानमंत्री मोदी की) लंबी आयु और सुरक्षा की प्रार्थना करते हैं।'' सिरसा ने कहा, ‘‘मैंने गुरुद्वारा बंगला साहिब में प्रधानमंत्री मोदी की दीर्घायु के लिए प्रार्थना की। जब से वह प्रधानमंत्री बने हैं, भारत का नाम दुनिया भर में पहचाना जा रहा है।''

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