बारिश से बेहाल मुंबई, ट्रेन-मेट्रो-बस सेवा प्रभावित; 75 साल में पहली बार इतनी जल्दी मानसून की दस्तक
मुंबई । महाराष्ट्र में समय से पहले मानसून ने दस्तक दे दी है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के अपनी सामान्य तारीख से दो सप्ताह पहले मुंबई पहुंच गया। रविवार की रात से हो शुरू हुई बारिश ने मुंबई को अस्त व्यस्त कर दिया। पटरियों में पानी भरने से लोकल रेल सेवाएं प्रभावित हुई, इसके साथ ही मेट्रो, बस और सड़क यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होने से लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। मुंबई के साथ ही राज्य के दूसरे हिस्सों में भी तेज बारिश हो रही है जिससे फसलों के भारी नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।
75 सालों में सबसे सबसे जल्द मुंबई पहुंचा मानसून
दक्षिण-पश्चिम मानसून के अपनी सामान्य तारीख से पखवाड़े भर से भी अधिक समय पहले मुंबई पहुंचने पर भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने कहा है कि देश की वित्तीय राजधानी में 75 वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ है। मौसम विभाग की वैज्ञानिक सुषमा नायर ने बताया, ‘‘दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 26 मई को मुंबई में दस्तक दी। पिछले 75 वर्षों में मानसून इतना शीघ्र पहुंचा है।’’ मुंबई में मानसून के आगमन की सामान्य तारीख 11 जून है। नायर ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून 1956 में 29 मई को मुंबई पहुंचा था। यह 1962 और 1971 में इसी तारीख को पहुंचा था।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की आंधी और तेज हवाओं की चेतावनी के बीच मुंबई के कई इलाकों में सुबह के कुछ घंटों तक भारी बारिश हुई। इसके बाद दिन में रुक रुक कर बारिश होती रही। भारी बारिश के कारण मध्य रेलवे के मस्जिद, भायखला, दादर, माटुंगा और बदलापुर रेलवे स्टेशन पर पटरियां जलमग्न हो गई, जिससे विभिन्न ट्रेन की आवाजाही धीमी हो गई। कई लोकल ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। हालांकि पश्चिम रेलवे की पटरियों पर पानी जमा नहीं हुआ है और ट्रेन का परिचालन होता रहा है। लेकिन बारिश के कारण ट्रेन देर से चलने के कारण यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी । मुंबई के किंग्स सर्किल, मंत्रालय, दादर टीटी ईस्ट, परेल टीटी, कालाचौकी, चिंचपोकली और दादर स्टेशन सहित निचले इलाकों में जलभराव हो गया, जिससे वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ। परेल में राजकीय केईएम अस्पताल क्षेत्र में भी जलजमाव हो गया। बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट) के प्रवक्ता ने बताया कि द्वीपीय शहर में चार स्थानों पर जलभराव के कारण कई मार्गों की बसों का मार्ग परिवर्तन करना पड़ा।
मौसम विभाग ने मुंबई और आस-पास के इलाकों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसका मतलब है कि मध्यम से भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है, जो सामान्य जीवन को प्रभावित कर सकती है। मुंबई, ठाणे और पालघर जैसे तटीय जिलों के लिए चेतावनी जारी की गई है, जहां पर समुद्री हवाओं के तेज बहाव और बिजली गिरने जैसी घटनाओं की आशंका बनी हुई है, जिसके लिए स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है। राज्य के कई हिस्सों में जोरदार बारिश हो रही है। कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में बहुत तेज बारिश हो रही है।
भूमिगत मेट्रो स्टेशन जलमग्न
मुंबई की पहली पूरी तरह भूमिगत मेट्रो लाइन 3 में पानी भर जाने के कारण ट्रेन सेवा स्थगित कर दी गई। मेट्रो स्टेशन के अंदर जलभराव से 33 किलोमीटर लंबे कोलाबा-बीकेसी-आरे जेवीएलआर भूमिगत मेट्रो कॉरिडोर पर भूमिगत मेट्रो स्टेशन के निर्माण की गुणवत्ता एवं मानसून की तैयारियों को लेकर चिंताएं पैदा हो गई हैं। मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एमएमआरसी) द्वारा दी गई जानकारी में कहा कि आज अचानक और तीव्र बारिश के कारण, डॉ. एनी बेसेंट रोड पर आचार्य अत्रे चौक स्टेशन के निर्माणाधीन प्रवेश/निकास ढांचे में पानी का रिसाव हुआ। यह घटना तब हुई जब प्रवेश/निकास पर निर्मित आरसीसी जल-अवरोधक दीवार पास से अचानक पानी के प्रवेश के कारण ढह गई। एहतियाती उपाय के तौर पर तथा यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वर्ली और आचार्य अत्रे चौक के बीच ट्रेन सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं। आरे जेवीएलआर से वर्ली तक की सेवाएं प्रभावित नहीं हैं और नियमित रूप से जारी हैं। नौ मई को एमएमआरसी ने बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स और आचार्य अत्रे चौक स्टेशनों के बीच भूमिगत मेट्रो सेवाओं का विस्तार किया था।
आपात स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी
राज्य में भारी बारिश से उत्पन्न आपातकालीन स्थिति की आपदा प्रबंधन मंत्री गिरीश महाजन ने समीक्षा की। राज्य में भारी बारिश के कारण उत्पन्न आपातकालीन स्थिति से कुशलतापूर्वक निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। महाजन ने कहा कि यह पहली बार है कि मई माह में राज्य में इतनी बड़ी मात्रा में प्री-मानसून बारिश शुरू हुई है। भारी बारिश के कारण राज्य में उत्पन्न स्थिति में आवश्यक उपाय एवं सावधानियां बरतने के लिए सभी संभागीय आयुक्तों, जिला कलेक्टरों और नगर निगम आयुक्तों को आदेश जारी किए गए हैं।
मौसम विभाग ने राज्य में अगले तीन दिन तक बारिश की चेतावनी जारी की है। प्री-मानसून बारिश के कारण नदियों और नालों का जलस्तर अचानक बढ़ रहा है । ऐसी स्थिति में सड़कें बंद होने की संभावना को देखते हुए उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे काम के अलावा अपने घरों से बाहर न निकलें तथा मानसून पर्यटन के लिए झरनों और अन्य स्थानों पर जाते समय सतर्क और सावधान रहें। आपातकालीन स्थितियों में नागरिकों की सहायता के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ( एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ( एसडीआरएफ) की टीमों को तैनात किया गया है ।
मई में हुई बारिश पिछले 50 वर्षों में अभूतपूर्व: पवार
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे जिले की बारामती तहसील का दौरा कर बारिश के कारण उत्पन्न हालात का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पुणे की तीन तहसीलों में मई में हुई बारिश पिछले 50 वर्षों में अभूतपूर्व है। रविवार को बारामती, इंदापुर और दौंडा तहसीलों में भारी बारिश हुई, जिसके कारण राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल को जिला कलेक्टर के तत्काल अनुरोध पर दो विशेष टीमों को तैनात करना पड़ा।
पवार ने बताया कि हमने भारी बारिश वाले जिलों के जिलाधिकारियों से फोन पर बात कर स्थिति और राहत प्रयासों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिया कि कृषि, फसलों, पशुओं और घरों को हुए नुकसान का तत्काल आकलन किया जाए। राज्य और जिला स्तर के अधिकारी सतर्क रहें, एक दूसरे के संपर्क में रहें और समन्वय और सहयोग के जरिए तुरंत बचाव और राहत कार्य करें ।
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