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- वाराणसी . राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को वाराणसी में एक सामूहिक विवाह समारोह में भाग लिया और एक आदिवासी युवती का पारंपरिक रूप से कन्यादान किया। आयोजकों के मुताबिक शंकुलधारा तालाब के पास अक्षय तृतीया के अवसर पर बड़े पैमाने पर सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें 125 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। एकता के प्रतीकात्मक संकेत के रूप में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आदिवासी युवती राजवंती का कन्यादान किया। सोनभद्र जिले के जोगीडीह की रहने वाली राजवंती का विवाह रेणुकूट के आदिवासी युवक अमन से हुआ है। आयोजकों के अनुसार सामूहिक विवाह का उद्देश्य सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देना था, जिसमें उच्च जातियों, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों के वर-वधू एक मंच पर एकत्र हुए। उन्होंने बताया कि भागवत ने दुल्हन के पैर धोने और पिता की तरह आशीर्वाद देने समेत सभी पारंपरिक रस्में निभाईं। आयोजकों ने बताया कि सभी 125 दुल्हनों की बारात शंकुलधारा तालाब से शुरू हुई और पारंपरिक संगीत, ढोल व आतिशबाजी के साथ ऐतिहासिक द्वारकाधीश मंदिर तक पहुंची, जहां धार्मिक अनुष्ठान किए गए। उन्होंने बताया कि सभी समुदायों ने अनुष्ठानों में हिस्सा लिया, जिसमें प्रत्येक सामाजिक समूह के पुजारी ने अलग-अलग विवाह संपन्न कराया। भागवत खुद उनमें से एक वेदी पर बैठे रहे। आयोजकों ने बताया कि पहली बार पिछड़े और दलित समुदायों के दूल्हे उच्च जाति के दूल्हों के साथ घोड़े पर सवार हुए।
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नई दिल्ली। भारतीय डाक एवं दूरसंचार लेखा एवं वित्त सेवा (आईपीएंडटीएएफएस) के 1992 बैच के अधिकारी ज्ञानेश्वर कुमार सिंह ने बुधवार को भारतीय कॉरपोरेट मामलों के संस्थान (आईआईसीए) के नए महानिदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में पदभार ग्रहण किया है। आईआईसीए, भारत सरकार के कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के तहत एक थिंक टैंक है। ज्ञानेश्वर कुमार सिंह अपने तीन दशकों से अधिक के शानदार करियर के साथ वित्त, कॉर्पोरेट कानून, दिवालियापन, कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व, ईएसजी रिपोर्टिंग, सार्वजनिक नीति, ई-गवर्नेंस और क्षमता निर्माण में व्यापक अनुभव लेकर आए हैं।
ज्ञानेश्वर कुमार सिंह के पास जेएनयू (समाजशास्त्र में एमए और एम.फिल), एफएमएस दिल्ली (वित्त में एमबीए) और दिल्ली विश्वविद्यालय (एलएलबी और इतिहास में बीए ऑनर्स) सहित प्रतिष्ठित संस्थानों से शैक्षिक डिग्रियां हैं। यूएनडीपी अफगानिस्तान के क्षमता विकास सलाहकार के रूप में उनका अंतरराष्ट्रीय कार्यकाल उनके प्रोफाइल में वैश्विक आयाम जोड़ता है।कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के अनुसार, इससे पहले उन्होंने कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय में संयुक्त सचिव, निवेशक शिक्षा एवं संरक्षण निधि प्राधिकरण (आईईपीएफए) के सीईओ और भारतीय दिवाला और शोधन अक्षमता बोर्ड (आईबीबीआई) के शासी निकाय के सदस्य सहित विभिन्न प्रमुख भूमिकाओं में कार्य किया है। वह 2019-2021 तक भारतीय कंपनी सचिव संस्थान और भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान की केंद्रीय परिषद के लिए सरकार द्वारा नामित भी थे।उल्लेखनीय है कि उन्होंने 2017-18 के दौरान आईआईसीए के महानिदेशक और सीईओ का पद भी संभाला था, जब उन्होंने संस्थान में उल्लेखनीय बदलाव किया और इसे वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनाया।वह 2018 से 2021 तक दिवाला कानून समिति (आईएलसी) के सदस्य सचिव थे। उन्होंने दिवाला और दिवालियापन संहिता के कार्यान्वयन और उसके बाद के संशोधनों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें प्रीपैकेज्ड दिवाला समाधान पर संशोधन अधिनियम भी शामिल है, जिसने संहिता को अर्थव्यवस्था की जरूरतों के प्रति अधिक संवेदनशील बना दिया।उन्होंने कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय में एनसीएलटी, एनसीएलएटी, आईईपीएफए और आईबीबीआई जैसी कई नई संस्थाओं की स्थापना और सुदृढ़ीकरण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।ज्ञानेश्वर कुमार सिंह के पास कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) में प्रमुख दक्षता है और उन्होंने राष्ट्रीय सीएसआर पुरस्कार योजना शुरू करने में कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय की सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। -
नई दिल्ली। नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गुरुवार को मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में पहले विश्व श्रव्य-दृश्य मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स) 2025 का उद्घाटन किया। यही नहीं, इस दौरान पीएम मोदी ने भारतीय सिनेमा की 5 दिग्गज हस्तियों: गुरु दत्त, पी. भानुमति, राज खोसला, ऋत्विक घटक और सलिल चौधरी पर स्मारक डाक टिकट भी लॉन्च किया। बताना चाहेंगे भारत आज से इस चार दिवसीय सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।
मनोरंजन उद्योग के भविष्य पर चर्चा के लिए वैश्विक मंच कराएगा उपलब्धयह समारोह ऑडियो विजुअल और मनोरंजन उद्योग के भविष्य पर चर्चा के लिए वैश्विक मंच उपलब्ध कराएगा। सम्मेलन की थीम है ‘कनेक्टिंग क्रियेटर्स, कनेक्टिंग कंट्रीज’। सम्मेलन का उद्देश्य भारत को मीडिया, मनोरंजन और डिजिटल नवाचार के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करना है। इसमें फिल्मों, ओटीटी, गेमिंग, कॉमिक्स, डिजिटल मीडिया, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, प्रसारण और उभरती तकनीक को साथ लाकर इस क्षेत्र में भारत की क्षमता का प्रदर्शन करना शामिल है।100 से अधिक देशों के कलाकार, निवेशक और नीति निर्माता हुए एकत्रकार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज यहां मुंबई में 100 से अधिक देशों के कलाकार, निवेशक और नीति निर्माता एक साथ एक ही छत के नीचे एकत्र हुए हैं। एक तरह से आज यहां वैश्विक प्रतिभा और वैश्विक रचनात्मकता के एक ईको-सिस्टम की नींव रखी जा रही है।बीती एक सदी में भारतीय सिनेमा ने भारत को दुनिया के कोने-कोने में ले जाने में पाई सफलतापीएम मोदी ने आगे कहा- ”वर्ल्ड ऑडियो विजुअल और एंटरटेनमेंट समिट यानी वेव्स.. ये सिर्फ एक ऐक्रोनिम नहीं है। ये एक वेव है- संस्कृति की, रचनात्मकता की। वेव्स एक ऐसा वैश्विक मंच है, जो आप जैसे हर कलाकार, हर निर्माता का है। जहां हर कलाकार, हर युवा एक नई योजना के साथ रचनात्मक दुनिया के साथ जुड़ेगा। आज 1 मई है। आज से 112 साल पहले 3 मई, 1913 को भारत में पहली फीचर फिल्म राजा हरिश्चंद्र रिलीज हुई थी, इसके निर्माता दादासाहेब फाल्के जी थे और कल ही उनकी जन्म जयंती थी। बीती एक सदी में भारतीय सिनेमा ने भारत को दुनिया के कोने-कोने में ले जाने में सफलता पाई है।”सभी का प्रयास आने वाले वर्षों में वेव्स को देगा नई ऊंचाईउन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा- ”आज वेव्स में इस मंच पर हमने भारतीय सिनेमा के अनेक दिग्गजों को डाक टिकट के माध्यम से याद किया है। बीते वर्षों में मैं कभी गेमिंग वर्ल्ड, कभी म्यूजिक की दुनिया के लोगों से, फिल्म मेकर्स से मिला, कभी स्क्रीन पर चमकने वाले चेहरों से मिला। इन चर्चाओं में अक्सर भारत की रचनात्मकता, सृजनात्मक क्षमता और वैश्विक सहयोग की बातें उठती थीं। लाल किले से मैंने ‘सबका प्रयास’ की बात कही है। आज मेरा ये विश्वास और पक्का हो गया है कि आप सभी का प्रयास आने वाले वर्षों में वेव्स को नई ऊंचाई देगा।” -
नयी दिल्ली. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मेघालय के मावलिंगखुंग से असम के पंचग्राम तक 22,864 करोड़ रुपये की कुल लागत से 166.80 किलोमीटर लंबे राजमार्ग के निर्माण की बुधवार को मंजूरी दे दी। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस राजमार्ग परियोजना का 144.80 किलोमीटर लंबा हिस्सा मेघालय और 22 किलोमीटर लंबा हिस्सा असम में स्थित है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में यह फैसला किया गया। सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संवाददाताओं से कहा कि मंत्रिमंडल ने मेघालय में मावलिंगखुंग (शिलांग के पास) से असम में पंचग्राम (सिलचर के पास) तक राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-06 के 166.80 किलोमीटर लंबे चार लेन वाले मार्ग के विकास, रखरखाव और प्रबंधन के प्रस्ताव को हाइब्रिड एन्युटी मोड पर मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की कुल पूंजी लागत 22,864 करोड़ रुपये है। प्रस्तावित हाई-स्पीड गलियारा गुवाहाटी से सिलचर के बीच चलने वाले यातायात के लिए सेवा स्तर में सुधार करेगा। इसके विकास से त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर और असम के बराक घाटी क्षेत्र की मुख्य भूमि और गुवाहाटी से सड़क संपर्क में सुधार होगा और यात्रा की दूरी एवं यात्रा के समय में काफी कमी आएगी। बयान के मुताबिक, यह राजमार्ग देश की लॉजिस्टिक दक्षता को बढ़ाने में भी योगदान देगा। यह गलियारा असम और मेघालय के बीच संपर्क में सुधार करेगा और मेघालय में उद्योगों के विकास सहित आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, क्योंकि यह मेघालय के सीमेंट और कोयला उत्पादन क्षेत्रों से होकर गुजरेगा। वैष्णव ने कहा, ‘‘यह गलियारा गुवाहाटी हवाई अड्डे, शिलांग हवाई अड्डे और सिलचर हवाई अड्डे से आने वाले राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की जरूरतों को पूरा करेगा। यह पूर्वोत्तर में पर्यटक स्थलों को जोड़ेगा जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।'' यह महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना गुवाहाटी, शिलांग और सिलचर के बीच संपर्क को भी बेहतर करेगी। यह राजमार्ग मेघालय में री भोई, पूर्वी खासी हिल्स, पश्चिम जैंतिया हिल्स एवं पूर्वी जैंतिया हिल्स और असम में कछार जिले से होकर गुजरेगा। इसके पूरा होने पर शिलांग-सिलचर कॉरिडोर क्षेत्रीय आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह परियोजना सरकार के 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो मेघालय, असम, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में रोजगार सृजन और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देते हुए बुनियादी ढांचे को बेहतर करती है। -
नई दिल्ली। देश के करोड़ों गन्ना किसानों के लिए राहत भरी खबर है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने आगामी चीनी सीजन 2025-26 के लिए गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) 355 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। यह दर 10.25% रिकवरी दर पर लागू होगी और किसानों को उनकी मेहनत का उचित पारिश्रमिक सुनिश्चित करेगी। इस फैसले से देशभर के लगभग 5 करोड़ गन्ना किसानों, उनके आश्रितों और चीनी उद्योग से जुड़े करीब 5 लाख श्रमिकों को सीधा लाभ मिलेगा। यह दर 10.25% की बेसिक रिकवरी रेट पर लागू होगी और हर 0.1% रिकवरी बढ़ने पर 3.46 रुपये प्रति क्विंटल की अतिरिक्त राशि मिलेगी। वहीं, रिकवरी रेट घटने पर एफआरपी में प्रति 0.1% पर 3.46 रुपये की कटौती की जाएगी।
हालांकि, सरकार ने किसानों के हितों की रक्षा के लिए यह भी फैसला लिया है कि जिन चीनी मिलों की रिकवरी 9.5% से कम है, वहां कोई कटौती नहीं की जाएगी और ऐसे किसानों को न्यूनतम 329.05 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा। वहीं 2025-26 सीजन के लिए गन्ने का उत्पादन लागत (A2+FL) 173 रुपये प्रति क्विंटल आंका गया है। इसके मुकाबले 355 रुपये प्रति क्विंटल की एफआरपी 105.2% अधिक है, जिससे किसानों को दोगुने से भी अधिक लाभ मिलने की उम्मीद है। यह दर वर्तमान चीनी सीजन 2024-25 की तुलना में 4.41% अधिक है।यह एफआरपी 1 अक्टूबर 2025 से शुरू होने वाले चीनी सीजन में लागू होगी और इसके तहत चीनी मिलें किसानों से गन्ना इसी दर पर खरीदेंगी। यह फैसला देशभर के लगभग 5 करोड़ गन्ना किसानों, उनके परिवारों और चीनी मिलों में काम करने वाले लगभग 5 लाख कर्मचारियों को लाभ पहुंचाएगा। इसके अलावा खेत मजदूरों और परिवहन जैसे सहायक क्षेत्रों में लगे लोगों की आजीविका पर भी इसका सकारात्मक असर होगा। एफआरपी तय करने में कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिशों और राज्य सरकारों तथा अन्य हितधारकों से परामर्श को ध्यान में रखा गया। पिछले सीजन 2023-24 में किसानों को देय 1,11,782 करोड़ रुपये में से 1,11,703 करोड़ रुपये (99.92%) का भुगतान हो चुका है। वहीं चालू सीजन 2024-25 में 97,270 करोड़ रुपये में से 85,094 करोड़ रुपये (87%) की राशि किसानों को मिल चुकी है। - नयी दिल्ली.वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था सही रणनीतियों, लगातार घरेलू सुधारों और बुनियादी ढांचे के विकास तथा रोजगार सृजन पर पुरजोर ध्यान देकर आगे बढ़ेगी। वित्त मंत्रालय की एक रिपोर्ट में मंगलवार को यह जानकारी दी गई। आर्थिक मामलों के विभाग की मासिक आर्थिक समीक्षा के मार्च संस्करण में कहा गया कि भारत की दीर्घकालिक वृद्धि वृहद आर्थिक स्थिरता, लचीला बाहरी क्षेत्र, राजकोषीय घाटे पर नियंत्रण, कम होती मुद्रास्फीति, बेहतर रोजगार संभावनाओं और उच्च उपभोग व्यय से प्रेरित है। इसमें कहा गया कि इस स्थिरता की कुंजी निजी पूंजी निर्माण के पास है और नियामक उपाय निजी क्षेत्र को अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। भू-राजनीतिक अनिश्चितताएं भारत के लिए चुनौतियां पेश कर रही हैं, लेकिन साथ ही इस वजह से तुलनात्मक बढ़त का लाभ उठाकर अंतरराष्ट्रीय व्यापार और विनिर्माण में अपनी स्थिति को मजबूत करने का मौका भी है। रिपोर्ट में कहा गया कि भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर लगातार ध्यान केंद्रित करने के साथ, भारत इन जोखिमों को कम कर सकता है। देश रणनीतिक व्यापार वार्ता, घरेलू सुधारों और विनिर्माण निवेशों में उभरते अवसरों का लाभ उठा सकता है। मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक घटनाक्रमों से पैदा हुई अनिश्चितताएं वित्त वर्ष 2025-26 में वृद्धि के लिहाज से एक प्रमुख जोखिम हैं। निजी क्षेत्र और नीति निर्माताओं को इस जोखिम के प्रति सचेत रहना चाहिए और अनिश्चितता को खुद पर हावी होने से रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।
- श्रीनगर. पहलगाम हमले के कुछ दिनों बाद, जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों ने 59 पाकिस्तानी नागरिकों को उनके मूल देश वापस भेजने के लिए पंजाब पहुंचाया है। अधिकारियों ने यह जानकारी। अधिकारियों के अनुसार, दशकों से घाटी में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों कोविभिन्न जिलों से इकट्ठा किया गया और बसों में पंजाब ले जाया गया, जहां उन्हें सीमा पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा। इनमें शौर्य चक्र से सम्मानित शहीद कांस्टेबल मुदस्सिर अहमद शेख की मां भी पहले शामिल थीं। मई 2022 में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए कांस्टेबलन मुदस्सिर अहमद शेख की मां शमीमा अख्तर निर्वासित लोगों में से एक थीं। हालांकि, बाद में उन्हें यहीं रहने की अनुमति दे दी गई। शमीमा के देवर मोहम्मद यूनुस ने सावधानीपूर्वक दिए स्पष्टीकरण में कहा कि शहीद मुदस्सिर की मां घर लौट आई हैं और उन्हें निर्वासन के लिए नहीं ले जाया गया। यूनुस ने कहा, "हम भारत सरकार के आभारी हैं।" इससे पहले, मुदस्सिर के चाचा ने संवाददाताओं से कहा था कि उनकी भाभी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की हैं, इसलिए उन्हें निर्वासित नहीं किया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी भाभी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से हैं, जो हमारा क्षेत्र है। केवल पाकिस्तानियों को ही निर्वासित किया जाना चाहिए।'' उन्होंने कहा कि मुदस्सिर की मृत्यु के बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने परिवार से मुलाकात की थी और उपराज्यपाल भी दो बार परिवार से मिलने आए थे। यूनुस ने कहा, ‘‘मेरी भाभी जब यहां आई थीं, तब उनकी उम्र 20 साल थी और वह 45 साल से यहां रह रही हैं। (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी और अमित शाह से मेरी अपील है कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।'' शमीमा ने 1990 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के फैलने से पहले सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहम्मद मकसूद से विवाह किया था। पुलिसकर्मी की याद में बारामूला शहर के मुख्य चौक का नाम शहीद मुदस्सिर चौक रखा गया है।मुदस्सिर के प्रशस्ति पत्र के अनुसार, अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने वाली एक बड़ी आतंकवादी साजिश को विफल करने में उनकी भूमिका के लिए उन्हें शांति काल का तीसरे सबसे बड़े सम्मान से 2022 में मरणोपरांत सम्मानित किया गया। पच्चीस मई 2022 को एक वाहन में सवार भारी हथियारों से लैस तीन विदेशी आतंकवादियों की गतिविधि के बारे में विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी, जिनका इरादा अमरनाथ यात्रा पर हमला करने का था। इस सूचना के जवाब में, उत्तरी कश्मीर के बारामूला में सुरक्षा बलों द्वारा तेजी से एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया। अभियान टीम के अनुभवी और सतर्क सदस्य कांस्टेबल मुदस्सिर अहमद शेख ने संदिग्ध वाहन को पहचानने में तत्परता दिखाई और उसे चुनौती दी। आसन्न खतरे को भांपते हुए आतंकवादियों ने भागने की कोशिश की। शेख ने अपनी सुरक्षा की परवाह न करते हुए, वाहन पर हमला करके निर्णायक कार्रवाई की।बहादुरी का परिचय देते हुए उन्होंने एक आतंकवादी को गाड़ी से बाहर खींच लिया। इसके बाद शेष आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके कारण शेख गंभीर रूप से घायल हो गए। बहुत ज़्यादा खून बहने और असहनीय दर्द से जूझने के बावजूद शेख़ ने हिम्मत नहीं हारी और पकड़े गए आतंकवादी से हाथापाई जारी रखी। आख़िरकार उन्होंने उसे मार गिराया। हालांकि, घायल शेख ने अस्पताल ले जाते वक्त दम तोड़ दिया।शमीमा ने अपने पति के साथ मई 2023 में दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से यह पुरस्कार लिया। पिछले सप्ताह पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद केंद्र ने कई कदमों की घोषणा की थी, जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, इस्लामाबाद के साथ राजनयिक संबंधों को कमतर करना, तथा अल्पकालिक वीजा पर रह रहे सभी पाकिस्तानियों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने या कार्रवाई का सामना करने का आदेश देना शामिल था। निर्वासित किए जा रहे 59 लोगों में अधिकतर पूर्व आतंकवादियों की पत्नियां और बच्चे हैं, जो पूर्व आतंकवादियों के लिए 2010 की पुनर्वास नीति के तहत घाटी में लौटे थे। अधिकारियों ने बताया कि इनमें से 36 पाकिस्तानी श्रीनगर में, नौ-नौ बारामूला और कुपवाड़ा में, चार बडगाम में और दो शोपियां जिले में रह रहे थे।
- जयपुर. राजधानी जयपुर के होटल जय महल पैलेस में भाजपा के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर के बेटे की शादी में भाजपा के कई नेता शामिल हुए। तोमर के बेटे प्रबल प्रताप सिंह का विवाह भरतपुर की अरुंधति सिंह राजावत से हुआ है।विवाह समारोह में राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर, राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राजस्थान के मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर, बॉलीवुड अभिनेता अरबाज खान शामिल हुए। इसके अलावा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और अन्य नेताओं ने भी शिरकत की। विवाह समारोह की शाम को जाकिर हुसैन के ‘इंडियन बीट्स बैंड' ने शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति से यादगार बना दिया।
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नई दिल्ली। देशभर में आज बुधवार को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जा रहा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को अक्षय तृतीया की बधाई दी। साथ ही उन्होंने सफलता और संपन्नता की कामना भी की।
बधाई संदेश में पीएम मोदी ने लिखा…पीएम मोदी ने एक्स अकाउंट पर लिखा, “आप सभी को अक्षय तृतीया की अनंत शुभकामनाएं। मानवता को समर्पित यह पावन पर्व हर किसी के लिए सफलता, संपन्नता और प्रसन्नता लेकर आए, जो विकसित भारत के संकल्प को नई शक्ति प्रदान करे।”लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी अक्षय तृतीया की शुभकामनाएं दींलोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने एक्स पर लिखा, “सर्व शुभता एवं कल्याणकारी पावन पर्व अक्षय तृतीया की हार्दिक शुभकामनाएं। अनंत पुण्यफल देने वाला यह दिन शुभ संकल्पों के साथ सभी के जीवन में सुख, समृद्धि एवं आरोग्य का नवसंचार करें। अक्षय मंगल की कामना के साथ भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा सदा सभी पर बनी रहे।”केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी अक्षय तृतीया की दी बधाईइसके अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अक्षय तृतीया की बधाई दी। उन्होंने एक्स पर लिखा, “प्रकृति और संस्कृति के संगम के प्रतीक पर्व, अक्षय तृतीया की अनंत शुभकामनाएं। यह पावन पर्व सभी के जीवन में अक्षय पुण्य, सौभाग्य और समृद्धि लेकर आए, यह कामना करता हूं।”सीएम योगी ने एक्स पर लिखा- पावन पर्व अक्षय तृतीया की प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएंसाथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर लिखा, “पावन पर्व अक्षय तृतीया की प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। सृष्टि के संरक्षक, जगत के पालनहार भगवान श्री विष्णु और सौभाग्य की देवी मां लक्ष्मी की कृपा से आप सभी का जीवन अपार सुख, अक्षय ऊर्जा और असीम समृद्धि से परिपूर्ण हो, यही प्रार्थना है।”केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अक्षय तृतीया की बधाई दी। उन्होंने कहा, “दान पुण्य, सुख समृद्धि एवं मंगल कार्यों की परंपरा से जुड़े पर्व ‘अक्षय तृतीया’ की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु से प्रार्थना है कि इस शुभ दिन पर उनकी कृपा सब पर बरसे।”अक्षय तृतीया के अवसर पर सोना खरीदना काफी शुभअक्षय तृतीया के अवसर पर सोना खरीदने को काफी शुभ माना जाता है। इस साल अक्षय तृतीया पर देशभर में 12,000 करोड़ रुपए के सोने की बिक्री हो सकती है। यह बयान इंडस्ट्री बॉडी की ओर से मंगलवार को दिया गया। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर में हुए हादसे पर दुख जताया। उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। साथ ही मृतक और घायलों के लिए मुआवजे की भी घोषणा की।
पीएमओ ने पीएम मोदी के बयान के हवाले से पोस्ट किया शेयरप्रधानमंत्री कार्यालय ने पीएम मोदी के बयान के हवाले से बुधवार को एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा, “आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में दीवार गिरने से हुई मौतों से बहुत दुखी हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। इसके अलावा घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे।”मंदिर में दीवार गिरने से तीन महिलाओं समेत 8 श्रद्धालुओं की मौतइससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर में दीवार गिरने से तीन महिलाओं समेत 8 श्रद्धालुओं की मौत पर दुख जताया था। साथ ही उन्होंने इस घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की।मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने एक्स पर लिखा, “श्री वराह लक्ष्मी नरसिंह स्वामी के चंदनोत्सव के दौरान दीवार गिरने से श्रद्धालुओं की मौत से मैं बहुत दुखी हूं। भारी बारिश के कारण दीवार गिरने से हुई इस घटना में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। मैंने वहां के हालात के बारे में जिला कलेक्टर और एसपी से बात की है। मैंने घायलों को इलाज मुहैया कराने के आदेश दिए हैं। मैं समय-समय पर स्थिति की समीक्षा कर रहा हूं।”इसके अलावा, पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने श्रद्धालुओं की दुखद मौत पर गहरा दुख और शोक व्यक्त किया। इसे हृदय विदारक घटना बताते हुए उन्होंने कहा कि यह बेहद दुखद है कि भगवान के दिव्य स्वरूप के दर्शन करने आए श्रद्धालुओं को इस तरह दुखद तरीके से अपनी जान गंवानी पड़ी।वार्षिक उत्सव चंदनोत्सवम के दौरान दर्शन के लिए टिकट खरीदने के लिए कतार में खड़े थे श्रद्धालुज्ञात हो, बुधवार को शुरू होने वाले वार्षिक उत्सव चंदनोत्सवम के दौरान दर्शन के लिए टिकट खरीदने के लिए कतार में खड़े श्रद्धालुओं पर दीवार गिर गई। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के जवान मौके पर पहुंचे और पुलिस तथा अन्य विभागों की मदद से बचाव अभियान शुरू किया। अधिकारियों ने बताया कि मलबे से आठ शवों को निकाला गया और किंग जॉर्ज अस्पताल ले जाया गया। मृतकों में पांच पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।अक्षय निधि विभाग के प्रधान सचिव विनय चैन ने तिरुपति में घटना को लेकर कहा कि कारण का पता लगाना अभी जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा, “इसलिए हमारे लिए घटना के कारणों पर निष्कर्ष निकालना उचित नहीं है। प्रथम दृष्टया, हमने पाया है कि तड़के 2.30 से 3.30 बजे के बीच भारी बारिश हुई थी। हम घटना की जांच कर रहे हैं… फिलहाल, हमें जानकारी मिली है कि करीब आठ लोगों की मौत हो गई है। सारा मलबा साफ कर दिया गया है… बचाव कार्य पूरा हो गया है।”वहीं एक अधिकारी ने बताया कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीमें खोज और बचाव अभियान चला रही हैं। एसडीआरएफ के एक जवान के अनुसार, यह घटना सुबह करीब 2.30 बजे हुई। -
नई दिल्ली। कोलकाता के बड़ा बाजार स्थित एक होटल में आग की चपेट में आने से 14 लोगों की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया। साथ ही उन्होंने मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे का भी ऐलान किया।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बुधवार को सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर बताया, “कोलकाता में आग लगने की दुर्घटना में लोगों की मौत से दुखी हूं। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। इसके अलावा, घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे।”पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने भी घटना पर दुख जताया। उन्होंने एक बयान में कहा, “मछुआ बाजार के एक होटल में लगी आग में 14-15 लोगों की मौत हो गई, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यह महज एक घटना नहीं है बल्कि यह हत्या है, क्योंकि ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं। कोलकाता में स्थिति बेहद खराब है। फायर ब्रिगेड मंत्री और मुख्यमंत्री को इस पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन मुख्यमंत्री के पास समय ही कहां है। वह सिर्फ जश्न मनाने में व्यस्त हैं।”वहीं, चश्मदीद चंचल गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि होटल में आग मंगलवार देर रात करीब 9 बजे के आसपास लगी थी। आग लगने के बाद दमकल विभाग की टीम को मौके पर पहुंचने में एक घंटा लगा था और करीब ढाई घंटे के बाद आग पर काबू पाया जा सका। सुबह साढ़े चार बजे के आसपास शवों को होटल से बाहर निकाला गया। इस हादसे में करीब 18 से 20 लोगों की मौत हुई है।यह घटना मंगलवार देर रात की है। कोलकाता के बड़ा बाजार के मछुआ फल मंडी स्थित ऋतुराज होटल में अचानक आग लगी थी। यह आग इतनी भीषण थी कि इसने कुछ ही देर में पूरे होटल को अपनी चपेट में ले लिया और होटल के अंदर धुआं भर गया। इस दौरान होटल में मौजूद कुछ लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। हालांकि, धुएं की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। -
दीघा. पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में समुद्र तट पर स्थित पर्यटन शहर दीघा में नवनिर्मित ‘जगन्नाथ धाम' में मंगलवार शाम होने वाले ‘महायज्ञ' की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस अनुष्ठान में हिस्सा लेंगी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दीघा में नवनिर्मित ‘जगन्नाथ धाम' पुरी स्थित 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर की प्रतिकृति है। इसका बुधवार को ‘अक्षय तृतीया' के अवसर पर उद्घाटन किया जाएगा। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के एक अधिकारी ने बताया, “मुख्यमंत्री मंदिर में होने वाले ‘महायज्ञ' में शामिल होंगी। इस दौरान कई अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे।” एक अन्य अधिकारी ने बताया कि ‘महायज्ञ' में लगभग 100 क्विंटल ‘आम काठ' (आम की लकड़ी) और ‘बेल काठ' (बेल वृक्ष की लकड़ी) के साथ दो क्विंटल घी का इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बुधवार को मंदिर में देवी-देवताओं की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
अधिकारी के मुताबिक, अनुष्ठान के लिए विभिन्न तीर्थ स्थलों से पवित्र जल पहले ही मंदिर में लाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि बुधवार को मंदिर के उद्घाटन के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को गर्मी से बचाव के लिए गमछा दिया जाएगा। अधिकारी के अनुसार, राजस्थान के बंसी पहाड़पुर से लाए गए लाल बलुआ पत्थर से लगभग 24 एकड़ भूमि पर बनाए गए ‘जगन्नाथ धाम' में “शानदार वास्तुकला, अद्भुत नक्काशी और पारंपरिक डिजाइन का मिश्रण देखने को मिलेगा।” ममता ने सोमवार को कहा था कि यह मंदिर “अगले कई हजार वर्षों” तक लोगों के समागम स्थल के रूप में काम करेगा। उन्होंने कहा था, “यह मंदिर निश्चित रूप से राज्य में एक नया आयाम जोड़ेगा। दीघा एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन आकर्षण के रूप में उभरेगा। यह सद्भाव का स्थल बनेगा।” ममता ने कहा था, “समुद्र के कारण दीघा का एक खास आकर्षण है। अब अगर यह तीर्थस्थल बन जाता है, तो अधिक पर्यटक यहां आएंगे। मुझे लगता है कि मूर्तिकारों ने शानदार काम किया है।” ‘जगन्नाथ धाम' का निर्माण हाउसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (हिडको) ने करीब 250 करोड़ रुपये की लागत से किया है। मंदिर की दैनिक गतिविधियों का प्रबंधन अंतरराष्ट्रीय कृष्ण चेतना समाज (इस्कॉन) करेगा। ममता ने 2018 में दीघा में ‘जगन्नाथ धाम' के निर्माण की घोषणा की थी। मंदिर का निर्माण 2022 में शुरू हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर की तरह दीघा में नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर को भी गर्भगृह, जगमोहन, नट मंदिर (नृत्य कक्ष) और भोग मंडप नामक चार मंडपों में विभाजित किया गया है, जो इतिहास और परंपरा से समृद्ध हिंदू आस्था की जीवंत झलक दिखाते हैं। दीघा मंदिर में भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की मूर्तियां प्राचीन पुरी जगन्नाथ मंदिर की मूर्तियों की प्रतिकृतियां हैं और इन्हें पत्थर से तराशा गया है। -
देहरादून. उत्तराखंड के उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट छह माह बंद रहने के बाद अक्षय तृतीया के पर्व पर बुधवार को फिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ ही इस वर्ष की चारधाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी हालांकि केदारनाथ और बदरीनाथ के कपाट क्रमश: दो मई और चार मई को खोले जाएंगे। उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था से लेकर अन्य सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। अधिकारियों ने बताया कि चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में अपार उत्साह नजर आ रहा है और अब तक देश-विदेश के 22 लाख से अधिक श्रद्धालु अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। उत्तरकाशी जिले में देवी गंगा की मूर्ति को मंगलवार दोपहर 12 बजे उनके शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा गांव से गंगोत्री धाम के लिए डोली में रवाना किया गया। पारंपरिक वाद्य यंत्रों ढोल दमाउ, सेना के बैंड की भक्तिमय धुनों और मां गंगा के जयकारों के बीच स्थानीय ग्रामीणों ने देवी की मूर्ति को बेटी की तरह नम आंखों के साथ गंगोत्री के लिए विदा किया। तीर्थ पुरोहित राजेश सेमवााल ने बताया कि भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम करने के बाद बुधवा सुबह डोली गंगोत्री धाम पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि पूर्वह्वा साढ़े 10 बजे मंदिर के कपाट खोले जाएंगे, जहां अगले छह माह तक श्रद्धालु देवी गंगा के दर्शन कर सकेंगे। सोमवाल ने बताया कि देवी गंगा की डोली कुल 25 किलोमीटर पैदल यात्रा कर धाम पहुंचती है।
यमुनोत्री मंदिर समिति के प्रवक्ता पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि देवी यमनुा की डोली अपने शीतकालीन प्रवास स्थल खुशीमठ से बुधवार सुबह यमुनोत्री धाम के लिए रवाना होगी और विधिवत पूजा अर्चना के बाद 11 बजकर 55 मिनट पर मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इस बीच, उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने ऋषिकेश पहुंचकर चारधाम यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। सेठ ने ऋषिकेश में मीडिया से बातचीत में बताया कि कश्मीर के पहलगाम की आतंकी घटना के मद्देनजर चारधाम यात्रा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने बताया, “हम यात्रियों को सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेंगे।”
अधिकारी ने बताया कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए 6000 पुलिसकर्मी , 17 पीएसी कंपनी और केंद्र की तरफ से भेजी गई 10 कंपनी सुरक्षा बलों को चारधाम और यात्रा मार्गों पर तैनात करने की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने श्रद्धालुओं से बिना किसी चिंता के तीर्थयात्रा करने को कहा।
सेठ ने बताया कि पूरे यात्रा क्षेत्र को इस बार 15 ‘सुपर जोन' में बांटा गया है, जिसमें करीब 2000 से अधिक ‘क्लोज सर्किट कैमरे' लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जन सुरक्षा के साथ- साथ उत्तराखंड पुलिस का ध्यान यातायात व्यवस्था को सुचारू करने पर भी होगा। अधिकारी ने बताया कि एहतियात के तौर पर खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय रहेंगी और संदिग्धों पर निगरानी रखी जाएगी। पुलिस महानिदेशक ने ट्रांजिट कैंप ऋषिकेश में यात्रियों से बातचीत कर उनकी प्रतिक्रिया ली। -
नई दिल्ली। आईआईटी-आईएसएम धनबाद में इस साल प्लेसमेंट के मामले में नया रिकॉर्ड बना है। संस्थान के प्लेसमेंट सेल के मुताबिक, अप्रैल 2025 तक कुल 1,025 छात्रों को कैंपस सिलेक्शन मिला है। सबसे ऊंचा पैकेज मिनरल्स एंड मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग के छात्र सौरव शक्ति को मिला है, जिन्हें अमेजन ने 1.26 करोड़ रुपये के सालाना वेतन पर नौकरी ऑफर की है। उनकी पोस्टिंग जापान में होगी। यह संस्थान के इतिहास में किसी छात्र को मिला अब तक का सबसे बड़ा पैकेज है।
इस साल 4 छात्रों को 60 लाख रुपये से अधिक के पैकेज मिले हैं, जबकि 48 छात्रों को 51 से 60 लाख रुपये, 27 छात्रों को 41 से 50 लाख, 58 छात्रों को 31 से 40 लाख, 150 छात्रों को 21 से 30 लाख, 386 छात्रों को 11 से 20 लाख और 291 छात्रों को 6 से 10 लाख रुपये के सालाना पैकेज पर नौकरी मिली है।संस्थान के डिप्टी डायरेक्टर प्रोफेसर धीरज कुमार ने बताया कि कुल 1,622 छात्रों ने प्लेसमेंट के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था, जिनमें से अब तक 78 प्रतिशत को नौकरी मिल चुकी है। बाकी 22 प्रतिशत छात्रों को भी कई कंपनियों से ऑफर मिले हैं, लेकिन अंतिम चयन से पहले उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि आने वाले महीनों में 50 से अधिक कंपनियां प्लेसमेंट के लिए आने वाली हैं।बीटेक कोर्स के छात्रों को सबसे ज्यादा नौकरी मिली है। बीटेक में 62.87%, ड्यूल बीटेक में 92.86%, बीटेक-एमटेक ड्यूल डिग्री में 75%, एमएससी में 51.24%, एमएससी टेक में 45%, इंटीग्रेटेड एमएससी में 71.43%, एमटेक में 30.35% और एमबीए में 60.66% छात्रों का प्लेसमेंट हुआ है।इस बार की प्लेसमेंट ड्राइव में गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी देश-विदेश की बड़ी कंपनियों ने भाग लिया है, जिससे छात्रों को बेहतरीन अवसर मिले हैं। - नयी दिल्ली। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खरीफ की बुआई से पहले किसान जागरूकता अभियान चलाने का आह्वान करते हुए कहा है कि प्राकृतिक खेती, जल संरक्षण और उत्पादकता बढ़ाने पर जोर दिया जाना चाहिए।श्री चौहान ने सोमवार को यहां देशभर के सभी 731 कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) से ऑनलाइन संवाद करते हुए कहा कि खरीफ की बुआई से पहले सभी केंद्रों और संबंधित संस्थानों को राज्य सरकारों के साथ मिलकर किसान जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। उन्होंने प्राकृतिक खेती, जल संरक्षण और उत्पादकता बढ़ाने पर भी जोर दिया।
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नई दिल्ली ।जम्मू-कश्मीर सरकार ने मंगलवार को कहा कि घाटी में 48 पर्यटन स्थलों को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। यह कार्रवाई कश्मीर के पहलगाम शहर के पास बैसरन घास के मैदालन में पर्यटकों पर हुए भीषण आतंकी हमले के बाद की गई है। आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में एक नेपाली नागरिक और एक स्थानीय नागरिक समेत 25 पर्यटक मारे गए थे। आतंकवादियों ने हिंदू पुरुषों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया था।
घाटी में कुल 87 पर्यटन स्थल जिनमें 48 पर्यटक स्थल किए गए बंदघाटी में कुल 87 पर्यटन स्थल हैं, जिनमें से 48 अब बंद हो चुके हैं। पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में गिरावट देखी गई है। श्रीनगर हवाई अड्डे पर आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी भारी गिरावट देखी गई। बताना चाहेंगे जो गंतव्य बंद कर दिए गए हैं उनमें युसमर्ग, तौशामैदान, दूधपथरी, अहरबल, कौसरनाग, बंगस, करिवान डाइवर चंडीगाम, बंगस वैली, वुलर/वाटलब, रामपोरा और राजपोरा, चेरहर, मुंडिज-हमाम-मरकूट झरना, खाम्पू, बोस्निया, विजीटॉप, सूर्य मंदिर, वेरिनाग गार्डन, सिंथन टॉप, मार्गनटॉप, अकाड पार्क, हब्बा खातून पॉइंट, बाबारेशी, रिंगावली, गोगलदारा, बदेरकोटे, श्रुंज झरना, कामनपोस्ट, नामब्लान झरना, इको पार्क खडनियार, संगरवानी, जामिया मस्जिद, बादामवारी, राजोरी कदल, आली कदल, पदशापाल रिसॉर्ट्स, फकीर गुजरी, दारा, अस्तानमार्ग व्यू प्वाइंट, अस्तानमार्ग पैराग्लाइडिंग, ममनेथ और महादेव हिल्स, बौद्ध मठ, दाचीगाम – ट्राउट फार्म/ मत्स्य पालन से परे खेत, अस्तानपोरा, खास तौर पर कायम गाह रिसॉर्ट, लछपटरी, हंग पार्क और नारानाग शामिल हैं।अन्य स्थलों को प्रदान की गई उचित सुरक्षाअन्य स्थलों को उचित सुरक्षा प्रदान की गई है। एक अधिकारी ने कहा कि इनमें से कुछ स्थलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। पहलगाम में पर्यटकों की हत्या से देश भर में आक्रोश फैल गया है, सभी धर्मों और क्षेत्रों के लोगों ने आतंकवादियों द्वारा की गई बर्बर हत्याओं की स्पष्ट रूप से निंदा की है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आतंकवादियों, उनके समर्थकों और संचालकों को पकड़ा जाएगा और उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी जिसकी वे कल्पना भी नहीं कर सकते। सुरक्षा बलों ने आदिल हुसैन थोकर और आसिफ शेख सहित सक्रिय आतंकवादियों के 10 घरों को ध्वस्त कर दिया है, जिन्हें पहलगाम आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार बताया गया है।जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने सोमवार को पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया। प्रस्ताव में हमले को जघन्य, बर्बर, अमानवीय और कायरतापूर्ण कृत्य बताया गया। इसमें कहा गया कि इस तरह की आतंकी घटनाएं कश्मीरियत के मूल्यों, संविधान के मूल्यों और एकता, शांति और सद्भाव की भावना पर सीधा हमला करती हैं। विधानसभा ने हाल ही में हुए आतंकी हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त की और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। -
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच आज सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। यह बैठक प्रधानमंत्री आवास, 7 लोक कल्याण मार्ग पर हुई। प्रधानमंत्री मोदी और रक्षामंत्री के बीच यह बैठक करीब 40 मिनट तक चली।
इससे पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी से रक्षा मंत्रालय में मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख से सेना की तैयारी, पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद उठाए गए कदम और सीमाओं की स्थिति की जानकारी ली।वहीं, सोमवार को भारत और फ्रांस के बीच नौसेना के लिए 26 राफेल मरीन विमानों का सौदा भी होना है। इस डील से पहले राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) द्वारा फ्रांस से 26 राफेल-एम लड़ाकू विमानों की खरीद को मंजूरी दी गई है। हाल ही में मिली इस मंजूरी के बाद अब यह डील होने जा रही है। इसके तहत नौसेना के लिए मरीन (एम) श्रेणी के राफेल लड़ाकू विमान खरीदे जा रहे हैं।सोमवार को इससे जुड़े समझौतों पर नई दिल्ली में हस्ताक्षर किए जाएंगे। फ्रांस के रक्षा मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत में शामिल होंगे। इस सब घटनाक्रम के बीच राजनाथ सिंह पीएम मोदी से मिलने प्रधानमंत्री आवास पहुंचे थे। यहां दोनों नेताओं के बीच करीब 40 मिनट तक गंभीर वार्ता हुई है।गौरतलब है कि पाकिस्तान की सेना पिछले चार दिनों से नियंत्रण रेखा के उस ओर से गोलीबारी कर रही है। भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है। गोलीबारी का यह सिलसिला पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद शुरू हुआ है। इस बीच रविवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी।रक्षा मंत्री और जनरल अनिल चौहान की यह मुलाकात भी करीब 40 मिनट तक चली। माना जा रहा है कि इस दौरान आतंकवाद के खात्मे को लेकर जनरल अनिल चौहान ने रक्षा मंत्री को सैन्य रणनीति और तैयारियों से अवगत कराया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान की यह मुलाकात दिल्ली में रक्षा मंत्री के आवास पर हुई थी।माना जा रहा है कि रक्षा मंत्री के आवास पर पहुंचे चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने भारतीय सैन्य बलों की तैयारियों पर रक्षा मंत्री को जानकारी दी थी। रक्षा तैयारियों को लेकर रविवार को दिल्ली में बीएसएफ के अधिकारी भी मौजूद रहे। रविवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के डायरेक्टर जनरल दलजीत सिंह चौधरी गृह मंत्रालय गए थे। -
नई दिल्ली। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज राष्ट्रपति भवन के गणतंत्र मंडप में आयोजित नागरिक अलंकरण समारोह-I में वर्ष 2025 के लिये 4 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 57 पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह सहित भारत सरकार के अनेक मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। पद्म पुरस्कार विजेता कल सुबह (29 अप्रैल, 2025) राष्ट्रीय समर स्मारक (National War Memorial) पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। पद्म पुरस्कार विजेता राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री संग्रहालय का भ्रमण भी करेंगे।
साल की पहली पद्म सेरेमनी में 71 हस्तियों को पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किया है। जबकि अन्य हस्तियों को जल्द ही दूसरे समारोह में सम्मानित किया जाएगा। 4 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 57 पद्म श्री पुरस्कार दिए गए।साउथ फिल्मों के एक्टर अजीत, डायरेक्टर शेखर कपूर को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। वहीं पंकज उधास को मरणोपरांत पद्म भूषण सम्मान दिया गया। क्रिकेटर आर अश्विन को पद्मश्री, हॉकी खिलाड़ी श्रीजेश को पद्म भूषण, वहीं कुवैत की योग टीचर शेखा अली को भी चिकित्सा क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया। गणतंत्र दिवस से पहले 2025 के लिए 139 पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया था।139 प्रतिष्ठित व्यक्तियों को नामित किया था। इनमें से 71 को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित अन्य की उपस्थिति में पुरस्कार प्रदान किया गया। शेखर कपूर, एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और एआईजी हॉस्पिटल्स के अध्यक्ष डी. नागेश्वर रेड्डी, वायलिन वादक लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम और तेलुगु सुपरस्टार नंदमुरी बालकृष्ण को पुरस्कार प्रदान किए है।
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नई दिल्ली। दिल्ली की एक विशेष अदालत ने 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की हिरासत को 12 दिन और बढ़ाने का आदेश दिया है। सुनवाई के दौरान एनआईए ने अदालत को बताया कि राणा पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है और सवालों के जवाब टाल रहा है। एनआईए ने जोर देकर कहा कि मामले की गहराई से जांच और राणा से और जानकारी लेने के लिए उसकी हिरासत बढ़ाना जरूरी है।
एनआईए की ओर से अदालत में वरिष्ठ अधिवक्ता दयान कृष्णन और विशेष लोक अभियोजक नरेंद्र मान ने पैरवी की, जबकि राणा की ओर से लीगल सर्विसेज के वकील पीयूष सचदेव ने बचाव पक्ष रखा। राणा के वकील ने अतिरिक्त हिरासत का विरोध करते हुए कहा कि अब और हिरासत की कोई आवश्यकता नहीं है। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद एनआईए के विशेष न्यायाधीश चरण जीत सिंह ने राणा को 12 दिन की और एनआईए हिरासत में भेजने का आदेश दिया।तहव्वुर हुसैन राणा एक पाकिस्तानी-कनाडाई नागरिक है, जो पहले पाकिस्तान सेना में डॉक्टर के रूप में कार्यरत था। 1990 के दशक में वह कनाडा चला गया और 2001 में कनाडाई नागरिकता हासिल की। बाद में वह शिकागो में बस गया, जहां उसने कई व्यवसाय शुरू किए, जिसमें एक इमिग्रेशन कंसल्टेंसी भी शामिल थी। उसे इस महीने की शुरुआत में अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया गया था। राणा पर 2008 के मुंबई आतंकी हमलों में कथित भूमिका निभाने का आरोप है। इन हमलों को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने अंजाम दिया था, जिसमें 170 से अधिक लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे। हमले ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया था।राणा का नाम लंबे समय से उन लोगों की सूची में शामिल था जिन्हें भारत 26/11 हमलों के लिए जिम्मेदार मानता है। राणा की प्रत्यर्पण प्रक्रिया और अब भारत में चल रही पूछताछ भारत सरकार के उस निरंतर प्रयास का हिस्सा है, जिसके तहत सभी दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने की कोशिश की जा रही है। -
नई दिल्ली। उत्तराखंड के तीर्थ स्थल हरिद्वार में चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया सोमवार सुबह 7 बजे से ऋषिकुल मैदान में शुरू हो गई है। इस अवसर पर देश के विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। सुबह से ही तीर्थयात्री लंबी-लंबी कतारों में खड़े होकर अपने पंजीकरण की प्रतीक्षा करते नजर आए।
ऋषिकुल मैदान में स्थापित चार धाम यात्रा पंजीकरण केंद्र पर इस बार विशेष व्यवस्थाएं की गई हैंऋषिकुल मैदान में स्थापित चार धाम यात्रा पंजीकरण केंद्र पर इस बार विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। पंजीकरण प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए 20 काउंटर स्थापित किए गए हैं। इनमें से 18 काउंटर सामान्य पुरुष और महिला श्रद्धालुओं के लिए आरक्षित हैं, जबकि विशेष रूप से दिव्यांग, वरिष्ठ नागरिकों और विदेशी पर्यटकों के लिए अलग काउंटर खोला गया है। इस व्यवस्था से सभी श्रेणियों के तीर्थयात्रियों को सहूलियत मिलने की उम्मीद है।पंजीकरण प्रक्रिया को तेज करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती भी की गई हैपर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ऋषिकुल मैदान में व्यापक इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा, “20 काउंटरों वाला पंजीकरण केंद्र स्थापित किया गया है, जिसमें तीन काउंटर विशेष रूप से दिव्यांग व्यक्तियों, वरिष्ठ नागरिकों और विदेशी पर्यटकों के लिए नामित हैं। हमारा उद्देश्य सभी तीर्थयात्रियों को सुगम और सुरक्षित यात्रा अनुभव प्रदान करना है। पंजीकरण प्रक्रिया को तेज करने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती भी की गई है।”श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैंश्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। पंजीकरण केंद्र पर पानी, छाया और बैठने की व्यवस्था की गई है ताकि तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इसके अलावा, मेडिकल सुविधाएं और पुलिस बल की तैनाती भी की गई है ताकि किसी आपात स्थिति से निपटा जा सके।चारधाम यात्रा में यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम शामिलपंजीकरण केंद्र पर पहुंचे एक तीर्थयात्री रमेश कुमार ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, “मैं पहली बार चारधाम यात्रा पर जा रहा हूं। ऑफलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया आसान रही और अब मैं अपनी यात्रा शुरू करने के लिए तैयार हूं।” हर साल लाखों श्रद्धालु उत्तराखंड में चारधाम यात्रा करते हैं। चारधाम यात्रा में यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम शामिल हैं। इस वर्ष भी यात्रा को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। प्रशासन का दावा है कि इस बार यात्रा को और व्यवस्थित करने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ ही, यात्रा मार्गों पर सुरक्षा, आवास और अन्य सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा गया है। -
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए टेरर अटैक के बाद पाकिस्तान-भारत बॉर्डर से सटे गांवों में बीएसएफ अलर्ट मोड में है। पंजाब के गुरदासपुर जिले के सीमावर्ती गांव में भी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने गश्त बढ़ा दी है। अधिकारियों ने गांव के लोगों को अलर्ट रहने के लिए कह दिया है। सुरक्षा बल ने किसानों को भी जल्द से जल्द अपनी फसलों की कटाई करने के लिए कह दिया है।
भारत सरकार का पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुखदरअसल, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। पहलगाम में 26 पर्यटकों की मौत के बाद केंद्र सरकार पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार कर चुकी है।पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के रिश्ते में तनावगुरदासपुर जिले के सीमावर्ती गांव के किसान गुरतार सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के रिश्ते में तनाव है। बीएसएफ ने भी हम सभी लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा है। बीएसएफ ने हमें स्पष्ट कर दिया है कि अगर हमें किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि देखने को मिलती है, तो फौरन अलर्ट रहें और हर प्रकार की स्थिति का सामना करने के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार रखें।बीएसएफ के अधिकारियों ने फसलों की कटाई करने को कहाउन्होंने कहा कि बीएसएफ के अधिकारियों ने हमें कहा है कि हम अपनी फसलों की कटाई कर लें। हम बीएसएफ की बातों से पूरी तरह से सहमत हैं, क्योंकि इससे पहले भी दोनों देशों के बीच युद्ध हो चुके हैं और हम देख चुके हैं कि इस युद्ध ने हमारा किस तरह से नुकसान किया है। हम तो यही चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति पैदा न हो, क्योंकि अगर ऐसा होता है, तो इससे हमारा बहुत नुकसान होगा।भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते तनावपूर्णकिसान गुरनाम सिंह ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद हमें स्पष्ट कह दिया गया है कि हम सभी लोग चौकस रहें, क्योंकि कुछ भी हो सकता है। भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हैं। हालांकि, हमने अपने जीवन में युद्ध देखे हैं, जिसे देखते हुए हमने खुद को मानसिक रूप से तैयार कर लिया है और किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अगर दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति पैदा होगी, तो निश्चित तौर पर इसका हमें बहुत नुकसान होगा।हमें अलर्ट रहने के लिए कह दिया गयावहीं, एक अन्य किसान ने भी यही बात कही। उन्होंने कहा कि हमें अलर्ट रहने के लिए कह दिया गया है, क्योंकि कुछ भी हो सकता है। जिस तरह से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हमला हुआ है, उससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। हम चाहते हैं कि युद्ध न हो, क्योंकि अगर युद्ध होता है, तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान सीमा से सटे गांव के लोगों को होगा। ऐसे में हम यही अपील करते हैं कि दोनों देशों के बीच युद्ध न हो। -
नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत लगातार पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। इस बीच, भारत सरकार ने पाकिस्तान के कई यूट्यूब चैनलों पर कार्रवाई करते हुए उन पर प्रतिबंध लगा दिया है।
ये चैनल भारत की सेना और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ भड़काऊ सामग्री कर रहे थे प्रसारितभारत सरकार के गृह मंत्रालय की सिफारिशों पर कई पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर प्रतिबंध लगाया गया है। ये चैनल जम्मू-कश्मीर में दुखद पहलगाम आतंकी घटना की पृष्ठभूमि में भारत, उसकी सेना और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ भड़काऊ और सामुदायिक रूप से संवेदनशील सामग्री, गलत और भ्रामक कथन प्रसारित कर रहे थे।इन पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर की गई कार्रवाईभारत ने जिन पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर कार्रवाई की है, उनमें डॉन न्यूज (19.6 लाख सब्सक्राइबर), इरशाद भट्टी (8.27 लाख सब्सक्राइबर), समा टीवी (1.27 करोड़ सब्सक्राइबर), एआरवाई न्यूज (1.46 करोड़ सब्सक्राइबर), बोल न्यूज (78.5 लाख सब्सक्राइबर), रफ्तार (8.04 लाख सब्सक्राइबर), द पाकिस्तान रेफरेंस (2.88 लाख सब्सक्राइबर), जियो न्यूज (1.81 करोड़ सब्सक्राइबर), समा स्पोर्ट्स (73.5 हजार सब्सक्राइबर), जीएनएन (35.4 लाख सब्सक्राइबर), उजैर क्रिकेट (2.88 लाख सब्सक्राइबर), उमर चीमा एक्सक्लूसिव (1.25 लाख सब्सक्राइबर), अस्मा शिराजी (1.33 लाख सब्सक्राइबर), मुनीब फारूक (1.65 लाख सब्सक्राइबर), सुनो न्यूज एचडी (13.6 लाख सब्सक्राइबर) और राजी नामा (2.70 लाख सब्सक्राइबर) पर प्रतिबंध लगाया है।इससे पहले भारत ने सिंधु जल समझौते को रोकने का किया फैसलाइससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) की बैठक में भारत ने सिंधु जल समझौते को रोकने का फैसला किया है।विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि भारत ने सिंधु जल समझौते को फिलहाल रोकने का निर्णय लिया है। यह कदम भारत-पाकिस्तान संबंधों में बढ़ते तनाव के मद्देनजर उठाया गया है।पाकिस्तानी नागरिकों को सभी वीजा छूट भी रद्द करने का किया फैसलाइसके साथ ही, सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को सार्क के तहत जारी किए गए सभी वीजा छूट रद्द करने का फैसला भी किया है। इसके अलावा भारत में मौजूद पाकिस्तानी दूतावास को बंद करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। केंद्र सरकार ने पाकिस्तानी राजनयिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का निर्देश दिया है।अटारी बॉर्डर चेकपोस्ट बंद करने का भी लिया निर्णयइस फैसले के साथ ही अटारी बॉर्डर चेकपोस्ट को भी बंद किया जाएगा, जिससे भारत और पाकिस्तान के बीच जमीनी संपर्क भी समाप्त हो जाएगा। ये सभी फैसले भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और आंतरिक स्थिरता को ध्यान में रखते हुए लिए गए हैं।कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के मद्देनजर उठाए ये कदमबताना चाहेंगे भारत ने कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के मद्देनजर ये कदम उठाया है। इस हमले में 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। -
नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद सोमवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया। सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान दो मिनट का मौन रखा गया।
पहलगाम में जो घटना हुई है, वह काफी निंदनीय है और हम इस घटना की निंदा करते हैंजम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, “पहलगाम में जो घटना हुई है, वह काफी निंदनीय है और हम इस घटना की निंदा करते हैं। पाकिस्तान को यह समझना होगा कि 30-35 सालों में उन्हें जम्मू-कश्मीर से कुछ भी हासिल नहीं हुआ है और भविष्य में भी कुछ नहीं मिलेगा। हालांकि, जहां तक पहलगाम का सवाल है, हमें दुख है और अफसोस है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को हमारे मेहमानों पर हमला हुआ और वे लोग मारे गए।”जम्मू-कश्मीर को आतंकवादियों द्वारा बनाए गए एजेंडे को हराना होगापहलगाम आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस के विधायक गुलाम अहमद मीर ने कहा, “इस हमले के बाद पूरा देश एकजुट है और इस हमले की निंदा कर रहा है। जम्मू-कश्मीर के लोग भी इस हमले की निंदा करने के लिए बड़ी संख्या में सामने आए हैं। आज सदन में भी यही आवाज गूंजेगी कि जम्मू-कश्मीर को आतंकवादियों द्वारा बनाए गए एजेंडे को हराना होगा और उसमें पहला कदम यहां भाईचारा स्थापित करना है।”पहलगाम आतंकी हमले के बारे में बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सकीना इटू ने कहा, “दुख व्यक्त करने के लिए कोई भी शब्द पर्याप्त नहीं है, क्योंकि ऐसी घटनाएं पूरी मानवता को कलंकित करती हैं। ऐसी घटनाएं बहुत गलत हैं और कभी नहीं होनी चाहिए।”22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थीबता दें, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 18(1) के तहत अपनी शक्तियों का उपयोग करते हुए यह आदेश जारी किया था। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आदेश में कहा, “मैं मनोज सिन्हा, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल, जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 18(1) के तहत मुझे प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जम्मू में 28 अप्रैल सोमवार सुबह 10:30 बजे जम्मू-कश्मीर विधानसभा की बैठक आहूत करता हूं।” 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। -
अमरेली.गुजरात के अमरेली जिले में एक ट्रक चालक को एक शेरनी को कुचलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एक वन अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि यह घटना 24 अप्रैल को देवलिया गांव के पास अमरेली-सावरकुंडला राजमार्ग पर हुई।
सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) विरलसिंह चावड़ा ने बताया कि आरोपी राजेश पडारिया तेज गति से वाहन चला रहा था और उसने मंगलवार तड़के शेरनी को कुचल दिया। चावड़ा के अनुसार, आरोपी को पकड़ने के लिए तीन टीम गठित की गईं और सीसीटीवी कैमरे के फुटेज तथा खुफिया जानकारी के आधार पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारी के मुताबिक, टीम ने आसपास के इलाकों की जांच की और पेट्रोल पंप तथा घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर वाहन की पहचान की गई। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 और वन्यजीव (संरक्षण) संशोधन अधिनियम 2022 के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया और उसकी जमानत अर्जी खारिज होने के बाद उसे जेल भेज दिया गया। -
कोलकाता. राष्ट्रीय अन्वेष्ण अभिकरण (एनआईए) की एक टीम दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में मारे गए बितान अधिकारी के कोलकाता स्थित आवास पर रविवार को पहुंची। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि एनआईए की टीम ने पहलगाम के पास बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हुए पर्यटक (अधिकारी) के परिवार के सदस्यों से बात की। आतंकवाद-रोधी कार्य पर विशेष ध्यान देने वाली कानून प्रवर्तन एजेंसी की एक टीम इस हमले में मारे गए एक अन्य व्यक्ति समीर गुहा के आवास गई और उनके परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए। गुहा का घर कोलकाता के बेहाला इलाके में स्थित है। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में पश्चिम बंगाल के तीन लोग मारे गए हैं, जिनकी पहचान बितान अधिकारी (कोलकाता के बैष्णभघाटा), समीर गुहा (कोलकाता के साखेर बाजार) और मनीष रंजन (पुरुलिया के झालदा) के रूप में हुई है। अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा था कि एनआईए की विशेष टीम ने पहलगाम हमले में जीवित बचे पर्यटकों सहित प्रत्यक्षदर्शियों से संपर्क करना शुरू कर दिया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बल पहलगाम और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीर पंजाल क्षेत्र के घने जंगलों में आतंकवादियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चला रहे हैं और इसमें मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) और ड्रोन जैसे नवीनतम उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है।