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मुंबई. मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने रविवार को पूर्व क्रिकेटरों और अंपायरों की मासिक पेंशन में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी को मंजूरी दी। इसकी घोषणा रविवार को एमसीए अध्यक्ष अजिंक्य नाइक ने की। एमसीए ने यह निर्णय अपनी शीर्ष परिषद की बैठक में लिया। इस बैठक में संघ से संबद्ध क्लबों के प्रतिनिधियों के लिए चिकित्सा कवर प्रदान करने का भी निर्णय लिया गया। नाइक ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा, ‘‘ हमारे पूर्व क्रिकेटरों और अंपायरों ने मुंबई की शानदार क्रिकेट विरासत की नींव रखी है। उनके प्रति आभार के प्रतीक के रूप में हमने उनकी मासिक पेंशन में 50% की वृद्धि करने का निर्णय लिया है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उन्हें वह सम्मान, देखभाल और वित्तीय सहायता मिले जिसके वे वास्तव में हकदार हैं।'' एमसीए वर्तमान में देश में पूर्व क्रिकेटरों को पेंशन देने वाला एकमात्र घरेलू क्रिकेट संघ है। उसके इस नये कदम से उन खिलाड़ियों को 30,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे जो 70 वर्ष से अधिक आयु के हैं। खिलाड़ियों की मृत्यु की स्थिति में उनके जीवनसाथी को यह राशि मिलेगी। पहले यह रकम 20,000 रुपये थी। जो पूर्व रणजी खिलाड़ी 70 वर्ष से कम उम्र के हैं उन्हें 10,000 रुपये प्रति माह के बजाय अब 15,000 रुपये प्रति माह मिलेंगे। मेडिक्लेम सुविधा के तहत संबद्ध क्लबों के अधिकृत प्रतिनिधियों को 10,00,000 रुपये तक की मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ संबद्ध क्लब मुंबई क्रिकेट की रीढ़ हैं और उनके प्रतिनिधियों ने खेल के विकास के लिए निस्वार्थ भाव से काम किया है। उनके अधिकृत प्रतिनिधियों के लिए 10 लाख रुपये तक की मेडिक्लेम पॉलिसी नीति शुरू कर हम उनके स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देना चाहते है। यह हमारे क्रिकेट पारिस्थितिकी तंत्र में उनके अमूल्य योगदान को मान्यता देता है। -
नयी दिल्ली. पंजाब की पावरलिफ्टर जसप्रीत कौर ने रविवार को यहां खेलो इंडिया पैरा खेलों (केआईपीजी) के चौथे दिन 45 किग्रा वर्ग में अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़कर स्वर्ण पदक जीता और दो ‘विशेष' तीरंदाज शीतल देवी और पायल नाग के साथ सुर्खियां बटोरीं। कौर (31 वर्ष) ने 101 किग्रा भार उठाकर केआईपीजी 2025 में राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने वाली पहली एथलीट बन गईं। कौर ने 2023 चरण में भी इसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने अपना ही पिछला 100 किग्रा का राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा। मनीष ने भी 54 किग्रा वर्ग में 166 किग्रा वजन उठाकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया।
रविवार तक 132 स्वर्ण पदक तय हो चुके हैं जिसमें तमिलनाडु और हरियाणा 24-24 स्वर्ण पदकों के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर हैं। राजस्थान और उत्तर प्रदेश क्रमशः 17 और 16 स्वर्ण पदकों के साथ दूसरे स्थान पर हैं। कौर ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) मीडिया से कहा, ‘‘मैं इस बार और भी बेहतर प्रदर्शन करना चाहती थी। राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने से मुझे राष्ट्रीय रैंकिंग में ऊपर चढ़ने में भी मदद मिली है। '' दो साल से भी कम समय में 16 किग्रा अधिक भार उठाना कोई आसान उपलब्धि नहीं थी। कौर ने कड़ी ट्रेनिंग की, विभिन्न नयी तकनीकों पर काम किया और फिटनेस बनाए रखने के लिए अपने आहार में बदलाव किए। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती तनाव के मुद्दों से निपटना था। कौर को तीन साल की उम्र में पोलियो हो गया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 2022 में राष्ट्रीय स्तर पर पदार्पण किया। इसलिए, मुझे हमेशा लगा कि मैं इस खेल में नयी हूं। मुझे यह महसूस करने में थोड़ा समय लगा कि ताकत और मांसपेशियों को विकसित करने में समय लगेगा। यह रातोंरात नहीं होता है। मुझे ऐसा प्रदर्शन करने में तीन साल लग गए। '' वहीं जम्मू-कश्मीर की बिना हाथ की तीरंदाज और पैरालंपिक पदक विजेता शीतल देवी ने बहुप्रतीक्षित मुकाबले में ओडिशा की दिव्यांग (बिना हाथ, बिना पैर की तीरंदाज) पायल नाग को हराकर स्वर्ण पदक जीता। जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में दोनों युवाओं के बीच मुकाबले में गत विजेता शीतल ने वापसी करते हुए खेलों का अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीता। 18 वर्षीय शीतल ने कंपाउंडडनरी ओपन फाइनल मैच में 17 वर्षीय पायल के खिलाफ 109-103 से जीत दर्ज की। पायल के दोनों हाथ और दोनों पैर नहीं हैं। वह बचपन में बिजली का झटका लगने के कारण अपने हाथ-पैर खो बैठी थीं और वह कृत्रिम पैरों से निशाना लगाती हैं। राकेश कुमार (40 वर्ष) और ज्योति बालियान (30 वर्ष) ने भी अपने-अपने मुकाबलों में स्वर्ण पदक जीते।
झारखंड के विजय सुंडी ने हरियाणा के विकास भाकर को पुरुष रिकर्व ओपन स्वर्ण पदक मैच में 6-4 से हराया जबकि हरियाणा की पूजा ने महाराष्ट्र की राजश्री राठौड़ को 6-4 से हराकर महिला रिकर्व ओपन स्वर्ण पदक जीता। सभी की निगाहें शीतल और पायल के बीच महिलाओं के कंपाउंड स्वर्ण पदक मैच पर थीं। शीतल ने आठ और सात के स्कोर के साथ शुरुआत की जबकि पायल ने डबल 10 के साथ शुरुआत की। हालांकि पायल तीसरे दौर में बढ़त खो बैठीं, जहां उन्होंने पहली बार सात का स्कोर बनाया और शीतल ने नौ और 10 के अपने लगातार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर वापसी की। निर्णायक पांचवें दौर में शीतल ने स्वर्ण पदक जीता।
शीतल ने साइ मीडिया से कहा, ‘‘पायल फाइनल में बहुत अच्छा खेली और अपनी निरंतर मेहनत से वह जल्द ही भारत के लिए पदक जीतेगी। मैं माता रानी के आशीर्वाद के लिए आभारी हूं कि मैंने खेलो इंडिया पैरा खेल में अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीता। '' पायल ने अपने पहले खेलो इंडिया पैरा खेल में खेल के तकनीकी पहलुओं के बारे में बात की। उन्होंने कहा, ‘‘पहले मैं अपने कृत्रिम पैरों में दो उपकरणों के साथ तीर चलाती थी, लेकिन अब मैं सिर्फ एक पैर से तीर चलाती हूं। इससे तालमेल बिठाने में समस्या थी, लेकिन मैं असुविधा के बावजूद फाइनल में पहुंच गई और आज बहुत तेज हवा चल रही थी। लेकिन मैं फाइनल में प्रतिस्पर्धा करके और रजत पदक जीतकर खुश हूं। '' पुरुषों के कंपाउंड ओपन स्वर्ण पदक मैच में राजस्थान के श्याम सुंदर स्वामी ने छत्तीसगढ़ के तोमन कुमार को कड़ी टक्कर देते हुए 140-139 से हराया। कांस्य पदक मैचों में राकेश कुमार ने अपनी निरंतरता का परिचय देते हुए हरियाणा के परमेंद्र को 143-140 से हराया। ज्योति बालियान ने दिल्ली की लालपति को 136-132 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।
राजस्थान के धन्ना गोदारा और झारखंड की सुकृति सिंह ने क्रमश: पुरुषों और महिलाओं के रिकर्व ओपन कांस्य पदक जीते। -
चेन्नई। सूर्यकुमार यादव ने राष्ट्रीय टीम में युवा तिलक वर्मा के लिए अपना तीसरे नंबर का स्थान त्याग दिया था, लेकिन मुंबई इंडियंस के उप-कप्तान ने शनिवार को संकेत दिए कि वह अपने परिचित स्थान पर बल्लेबाजी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी टीम के पास लचीला बल्लेबाजी क्रम है।
भारत के टी20 कप्तान सूर्यकुमार शुरुआती मैच में मुंबई इंडियंस की अगुआई करेंगे क्योंकि नियमित कप्तान हार्दिक पंड्या पिछले सत्र के दौरान ओवर गति संबंधित उल्लंघन के लिए एक मैच का प्रतिबंध झेल रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या वह फिर से एमआई बल्लेबाजी क्रम में अपने से ऊपर तिलक को खिलायेंगे तो कार्यवाहक कप्तान ने जवाब दिया, ‘‘आप इस सत्र के दौरान बल्लेबाजी क्रम में लचीलापन देख सकते हैं। यहां तक कि मैं तीसरे नंबर और पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी कर सकता हूं। तिलक पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी कर सकता है। इसलिए यह लचीलापन है जो हमारी टीम में है। '' फिर उन्होंने बताया कि यह तिलक की कड़ी मेहनत थी जिसने उन्हें राष्ट्रीय बल्लेबाजी क्रम में ऊपर खिलाने के बारे में सोचने पर मजबूर किया। -
नयी दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार को आगामी सीनियर महिला ‘मल्टी-डे' चैलेंजर ट्रॉफी के लिए टीमों की घोषणा की जो 25 मार्च से आठ अप्रैल तक देहरादून में दो स्थानों पर आयोजित की जाएगी। तीन दिवसीय टूर्नामेंट में चार टीमें शामिल होंगी।
भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना जैसी शीर्ष खिलाड़ी प्रतियोगिता से अनुपस्थित रहेंगी, वहीं काशवी गौतम जैसी उभरती प्रतिभाओं को टीमों में शामिल किया गया है। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘महिला चयन समिति ने आगामी आईडीएफसी फर्स्ट बैंक सीनियर महिला ‘मल्टी-डे' चैलेंजर ट्रॉफी के लिए टीमों का चयन किया है। रेड-बॉल टूर्नामेंट 25 मार्च से आठ अप्रैल 2025 तक देहरादून में दो स्थानों पर होगा। '' टीम इस प्रकार हैं:
टीम ए: ऋचा घोष (सीएबी), शिप्रा गिरी (यूपीसीए), शुभा सतीश (केएससीए), श्वेता सहरावत (डीडीसीए), वृंदा दिनेश (केएससीए), मुक्ता मगरे (एमएचसीए), हेनरीएटा परेरा (एसीए), मीनू मणि (सी) (केसीए), तनुजा कंवर (आरएसपीबी), वासवी ए पावनी (एसीए), प्रिया मिश्रा (डीडीसीए), अरुंधति रेड्डी (वीसी) (केसीए), सयाली सतघरे (एमसीए), अनादि तागड़े (एमपीसीए), प्रगति सिंह (पीसीए)। टीम बी: यास्तिका भाटिया (वीसी) (बीसीए), एम. ममता (एचवाईसीए), प्रतिका रावल (डीडीसीए), आयुषी सोनी (डीडीसीए), हरलीन देयोल (सी) (एचपीसीए), अरुशी गोयल (यूपीसीए), कनिका आहूजा (पीसीए), मीता पॉल (सीएबी), श्री चरणी (एसीए), ममता पासवान (जेएससीए), प्रेमा रावत (सीएयू), नंदिनी शर्मा (यूटीसीए), क्रांति गौड़ (एमपीसीए), अक्षरा एस (टीएनसीए), तितास साधु (सीएबी)। टीम सी: उमा छेत्री (एएससीए), रिया चौधरी (एमसीए), शैफाली वर्मा (वीसी) (एचसीए), तृप्ति सिंह (यूपीसीए), जेमिमा रोड्रिग्स (सी) (एमसीए), तनुश्री सरकार (सीएबी), तेजल हसब्निस (एमएचसीए), सुश्री दिव्यदर्शिनी (ओसीए), सुचि उपाध्या (एमपीसीए), राजेश्वरी गायकवाड़ (आरएसपीबी), सरन्या गडवाल (एसीए), जोशिता वीजे (केसीए), शबनम एमडी (एसीए), साइमा ठाकोर (एमसीए), गरिमा यादव (यूपीसीए)। टीम डी: नंदिनी कश्यप (सीएयू), शिवांगी यादव (यूटीसीए), जी त्रिशा (एचवाईसीए), जिंसी जॉर्ज (एमपीसीए), राघवी (सीएयू), धारा गुज्जर (सीएबी), स्नेह राणा (सी) (आरएसपीबी), संस्कृति गुप्ता (एमपीसीए), यमुना वी राणा (एचपीसीए), वैष्णवी शर्मा (एमपीसीए), एसबी कीर्तन (टीएनसीए), अमनजोत कौर (वीसी) (पीसीए), काशवी गौतम (यूटीसीए), मनाली दक्षिणी (एमसीए), मोनिका पटेल (केएससीए)। -
नयी दिल्ली। भारतीय जिम्नास्ट प्रणति नायक ने शनिवार को तुर्की के अंताल्या में एफआईजी कलात्मक जिम्नास्टिक एपरेट्स विश्व कप के वॉल्ट फाइनल में कांस्य पदक हासिल किया। तोक्यो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली 29 वर्षीय ने वॉल्ट फाइनल में कुल 13.417 का स्कोर बनाया तथा जयला हैंग (13.667) और क्लेयर पीज (13.567) की अमेरिकी जोड़ी के पीछे तीसरे स्थान पर रहीं। प्रणति ने वॉल्ट क्वालिफिकेशन में 13.317 का स्कोर बनाया था। उन्होंन ने पिछले साल पेरिस ओलंपिक से पहले काहिरा में एफआईजी उपकरण विश्व कप की महिला वॉल्ट स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। उन्होंने 2019 (उलनबटेर) और 2022 (दोहा) में एशियाई चैंपियनशिप में वॉल्ट कांस्य पदक भी जीते।
- नयी दिल्ली।' बीसीसीआई ने दुबई में इस महीने आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के लिये 58 करोड़ रूपये नकद पुरस्कार का ऐलान किया । रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम ने फाइनल में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर तीसरी बार चैम्पियंस ट्रॉफी जीती । यह पुरस्कार खिलाड़ियों, कोचिंग और सहयोगी स्टाफ और अजित अगरकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति को मिलेगा । बोर्ड ने अपने बयान में यह नहीं बताया कि किसे कितना पुरस्कार मिलेगा । बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने एक बयान में कहा ,‘‘ लगातार दो आईसीसी खिताब जीतना खास है । यह पुरस्कार विश्व स्तर पर टीम इंडिया की प्रतिबद्धता और उत्कृष्टता के लिये है ।'
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नयी दिल्ली. अनिल चौधरी ने आईपीएल के पिछले 17 सत्र में अंपायर की भूमिका निभाई थी लेकिन पिछले सप्ताह 60 वर्ष के होने के बाद अब वह इस सत्र में कमेंटेटर की भूमिका में नजर आएंगे। इस तरह से यह उनका अंपायरिंग से संन्यास लेने का संकेत है। चौधरी का विदाई मैच पिछले महीने नागपुर में केरल और विदर्भ के बीच रणजी ट्रॉफी फाइनल था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने आखिरी बार सितंबर 2023 में अंपायरिंग की थी। उन्होंने कुल मिलाकर 12 टेस्ट, 49 वनडे और 64 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में अंपायरिंग की। संन्यास करीब होने के कारण चौधरी ने अपने भविष्य की योजना बनानी शुरू कर दी थी और उन्होंने क्षेत्रीय भाषा में कमेंट्री शुरू कर दी थी। वह 22 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल में हरियाणवी में कमेंट्री करेंगे और कभी-कभी हिंदी में भी हाथ आजमाएंगे। चौधरी ने कहा, ‘‘मैं पिछले तीन-चार महीनों से कमेंट्री कर रहा हूं। इसलिए, मैं पहले से ही बदलाव के दौर में था। मैं ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए अंपायरिंग और कमेंट्री भी सिखा रहा हूं।'' चौधरी 2008 में आईपीएल के शुरू होने से ही इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में अंपायरिंग करते रहे हैं।
दिल्ली में रहने वाले चौधरी ने कहा, ‘‘ एक अंपायर के रूप में मैं एक सत्र में लगभग 15 मैच में अंपायरिंग करता था लेकिन यहां मुझे 50 से अधिक मैच में कमेंट्री करने का मौका मिलेगा। कमेंट्री करते हुए पूर्व क्रिकेटर खेल को अपने तरीके से देखते हैं और एक अंपायर होने के नाते मेरा खेल पर एक अलग दृष्टिकोण है। यह मजेदार है।'' भारत ने विश्व क्रिकेट में अपना दबदबा बना रखा है लेकिन वह पिछले कई वर्षों से अच्छे अंपायर तैयार नहीं कर पाया। चौधरी ने इसके कारणों के बारे में कहा, ‘‘हम मैदान पर बहुत तनाव लेते हैं। कभी-कभी, हमारे अंपायर ठीक से खाना नहीं खाते हैं। हम सिद्धांत पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जबकि हमें व्यावहारिक कार्य पर अधिक ध्यान देना चाहिए।'' उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग तकनीकी पक्ष पर बहुत अधिक ध्यान देते हैं और हर समय नियमों का हवाला देते हैं, यह अंपायरिंग के लिए सबसे अच्छा तरीका नहीं है। जो अंपायर किताबी ज्ञान पर भरोसा करते हैं, वे खेल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। हमें नियमों की भावना को समझने की जरूरत है। सिर्फ नियमों का सहारा लेने से आप आगे नहीं बढ़ सकते हैं।'' -
नयी दिल्ली। बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया ने अगले महीने से बीएमडब्ल्यू और मिनी कार श्रृंखला की कीमतों में तीन प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की बृहस्पतिवार को घोषणा की। कार विनिर्माता इस साल दूसरी बार कीमतों में बढ़ोतरी करने जा रही है।बीएमडब्ल्यू ग्रुप ने बयान में कहा, नई कीमतें एक अप्रैल, 2025 से प्रभावी होंगी।
इससे पहले दिन में, वाहन विनिर्माता कंपनी रेनो इंडिया ने अप्रैल से अपने सभी मॉडल की कीमतों में दो प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की घोषणा की। फरवरी, 2023 के बाद से रेनो इंडिया द्वारा घोषित यह पहली मूल्यवृद्धि है। मारुति सुजुकी, हुंदै, टाटा मोटर्स, किआ इंडिया और होंडा कार्स सहित विभिन्न कार विनिर्माताओं ने भी बढ़ती लागत का हवाला देते हुए अगले महीने से अपने वाहनों के दाम बढ़ाने की घोषणा की है। -
नई दिल्ली। बीसीसीआई ने गुरुवार को आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 में गेंद पर लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध हटा दिया। बोर्ड ने यह फैसला 10 टीमों के कप्तानों की सहमति के बाद लिया। आईसीसी ने कोरोना के दौरान गेंद को चमकाने के लिए उस पर लार लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। आईपीएल ने भी प्रतिबंध जारी रखा। यह निर्णय मुंबई में कप्तानों की बैठक में लिया गया। लार पर प्रतिबंध हटा लिया गया है। अधिकांश कप्तान इस कदम के पक्ष में थे।
कोरोना के दौरान बना था नियमआईपीएल के दिशा निर्देश आईसीसी के अधिकार क्षेत्र से परे हैं। बीसीसीआई के एक अधिकारी के अनुसार कोरोना से पहले गेंद पर लार लगाना आम बात थी। अब कोरोना का खतरा नहीं है तो आईपीएल में गेंद पर लार लगाने का लगा प्रतिबंध हटाने में बुराई नहीं है। इससे पहले भारतीय टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने आईसीसी से गेंद पर लार का इस्तेमाल करने की मंजूरी देने का आग्रह किया था। लार के इस्तेमाल पर रोक से तेज गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग कराने में कठिनाई हो रही थी। इस पर अब बीसीसीआई ने मंजूरी दे दी है।शमी ने उठाई थी प्रतिबंध हटाने की मांगमोहम्मद शमी ने कहा था कि गेंद पर लार लगाने की जरूरत है वरना यह पूरी तरह से बल्लेबाजों के पक्ष में हो जाएगा। शमी ने कहा, 'हम रिवर्स स्विंग करने का प्रयास करते हैं, लेकिन आप गेंद पर लार का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। हम लगातार लार का इस्तेमाल करने की मंजूरी मांग रहे हैं और रिवर्स स्विंग होने से खेल दिलचस्प हो जाएगा।'22 मार्च से आईपीएल के 18वें सीजन का आगाजआईपीएल 2025 का आगाज 22 मार्च से होने जा रहा है। पहला मैच डिफेंडिंग चैंपियंस कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच खेला जाएगा। इस साल 10 टीमों के बीच 13 स्थानों पर 65 दिनों में कुल 74 मैच खेले जाएंगे, जिसमें 70 लीग राउंड और चार प्लेऑफ के मुकाबले होंगे। फाइनल समेत प्लेऑफ के सभी मुकाबले 20 से 25 मई तक हैदराबाद और कोलकाता में खेले जाएंगे।हैदराबाद 20 मई, 2025 और 21 मई को क्वालिफायर 1 और एलिमिनेटर की मेजबानी करेगा। इसके बाद कोलकाता 23 मई, 2025 को क्वालिफायर 2 की और 25 मई को फाइनल की मेजबानी करेगा। आईपीएल 2025 में कुल 12 डबल हेडर्स हैं। डबल हेडर वाले दिन पहला मैच दोपहर साढ़े तीन बजे से और दूसरा मैच शाम साढ़े सात बजे से खेला जाएगा। - पुरी ।भारत के सबसे प्रतिष्ठित खो खो चैंपियनशिप में से एक 57वीं सीनियर नेशनल नेशनल खो-खो चैंपियनशिप 31 मार्च से 5 अप्रैल तक पुरी के जिला खेल परिसर में आयोजित की जाएगी।कुल 74 टीमें लेंगी भागभारतीय खो-खो महासंघ के तत्वावधान में आयोजित चैंपियनशिप में कुल 74 टीमें भाग लेंगी जिनमें तीस राज्यों की टीमें और एयरपोर्ट अथॉरिटी, रेलवे, बीएसएफ, महाराष्ट्र पुलिस और सीआईएसएफ जैसी प्रमुख संस्थागत टीमें शामिल हैं।खो-खो को बढ़ावा देने में लगातार प्रगति कर रहा ओडिशाओडिशा खो-खो को बढ़ावा देने में लगातार प्रगति कर रहा है। देश की सर्वश्रेष्ठ खो-खो प्रतिभाओं को एक साथ लाने के लिए आयोजित की गई इस चैंपियनशिप से ओडिशा और उसके बाहर इस खेल को और विकसित करने में एक बड़ा कदम होने की उम्मीद है।चैंपियनशिप से जुड़ी जानकारी:– स्थान: जिला खेल परिसर, पुरी, ओडिशा– तिथियां: 31 मार्च – 5 अप्रैल, 2025–प्रतिभागी: 74 टीमें (30 राज्य टीमें + संस्थागत टीमें)
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नयी दिल्ली. भारत के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में उनके लिए समय का पहिया पूरी तरह से 360 डिग्री घूम गया लेकिन वह मुश्किल परिस्थितियों में हार नहीं मानने के अपने जज्बे के कारण मैदान पर डटे रहे। पिछले साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रोहित शर्मा की जगह मुंबई इंडियंस का कप्तान नियुक्त किए जाने के बाद हार्दिक को दर्शकों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। लेकिन इसके बाद उन्होंने भारत की टी20 विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आईपीएल के अगले सत्र की तैयारी में जुड़े इस ऑलराउंडर को उम्मीद है कि इस बार उन्हें मुंबई इंडियंस के प्रशंसकों का प्यार मिलेगा। हार्दिक ने 22 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल के अगले सत्र से पहले जिओ हॉटस्टार से कहा, ‘‘मैं कभी हार नहीं मानता। मेरे करियर में कुछ ऐसे दौर भी आए जब मेरा ध्यान जीतने के बजाय खेल में बने रहने पर लगा था।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे एहसास हुआ कि मेरे साथ जो कुछ भी हो रहा है क्रिकेट हमेशा मेरा सच्चा दोस्त बना रहेगा। मैंने खुद का समर्थन किया और जब मेरी कड़ी मेहनत रंग लाई तो यह उससे भी ज्यादा था जितना मैंने सोचा था।'' हार्दिक ने कहा, ‘‘इस छह महीने के समय में हमने विश्व कप जीता और स्वदेश लौटने पर जो प्यार और समर्थन मुझे मिला उससे मैं अभीभूत था। मेरे लिए समय का पहिया पूरी तरह से 360 डिग्री घूम गया था। '' इस 31 वर्षीय खिलाड़ी को पूरा विश्वास था कि अगर वह पूरे लगन से अपना काम करते रहे तो मजबूत होकर वापसी करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बिल्कुल नहीं पता था कि ऐसा कब होगा, लेकिन जैसा कि कहा जाता है, नियति की अपनी योजना थी और मेरे मामले में, ढाई महीने के भीतर सब कुछ बदल गया।'' पंड्या ने हाल ही में भारत के चैंपियंस ट्रॉफी के विजय अभियान में जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में मोहम्मद शमी के साथ नई गेंद से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह पिछले साल अमेरिका में भारत की टी20 विश्व कप विजेता टीम का भी हिस्सा थे। मुंबई इंडियंस की टीम आईपीएल के पिछले सत्र में अंतिम स्थान पर रही थी लेकिन हार्दिक का मानना है कि उनकी टीम इस बार काफी संतुलित है और वह चीजों को बदलने में सक्षम होगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं लगभग 11 वर्ष से आईपीएल खेल रहा है तथा प्रत्येक सत्र आपके अंदर एक नई ऊर्जा और सकारात्मक भाव पैदा करता है। पिछला सत्र निश्चित तौर पर एक टीम के रूप में हमारे लिए चुनौती पूर्ण था लेकिन इससे हमें काफी अच्छी सीख मिली।'' हार्दिक ने कहा,‘‘हमने इन सीख का विश्लेषण किया और 2025 के लिए अपनी टीम तैयार करते समय इन्हें लागू किया। इस बार हमारे पास काफी अनुभवी टीम है। हमारे पास ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने शीर्ष स्तर पर क्रिकेट खेली है और यह उत्साह जनक है।''
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नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक खेलों में मुक्केबाजी को फिर से शामिल करने की मंजूरी दे दी है। इस निर्णय का स्वागत करते हुए, विश्व मुक्केबाजी के अध्यक्ष बोरिस वैन डेर वोर्स्ट ने कहा कि यह ओलंपिक मुक्केबाजी के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय है और इससे ओलंपिक खेलों में मुक्केबाजी की बहाली को बल मिला है। बताना चाहेंगे तत्कालीन अंतर्राष्ट्रीय महासंघ को लेकर चल रही चिंताओं के कारण फरवरी 2022 में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति सत्र द्वारा अनुमोदित 2028 लॉस एंजिल्स खेलों के प्रारंभिक खेल कार्यक्रम में मुक्केबाजी को शामिल नहीं किया गया था।
पिछले साल राष्ट्रीय मुक्केबाजी महासंघों को एक नए अंतरराष्ट्रीय महासंघ के बारे में आम सहमति बनाने को कहा गया थापिछले साल, अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने यह स्पष्ट कर दिया था कि 2028 ओलंपिक खेलों के खेल कार्यक्रम में मुक्केबाजी को शामिल करने के लिए राष्ट्रीय मुक्केबाजी महासंघों को एक नए अंतरराष्ट्रीय महासंघ के बारे में आम सहमति बनानी होगी।26 फरवरी को बोर्ड ने 84 राष्ट्रीय महासंघों वाली विश्व मुक्केबाजी को अस्थायी रूप से मान्यता देने का फैसला कियाशासन और खेल अखंडता के संबंध में विभिन्न मानदंडों के मूल्यांकन के बाद, 26 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति कार्यकारी बोर्ड ने 84 राष्ट्रीय महासंघों वाली विश्व मुक्केबाजी को अस्थायी रूप से मान्यता देने का फैसला किया। -
नई दिल्ली। मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेले गए महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) 2025 के फाइनल मुकाबले में मुंबई इंडियंस वूमेन टीम ने दिल्ली कैपिटल्स वूमेन को 8 रन से हराकर खिताब अपने नाम किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई की टीम ने 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 149 रन बनाए, जिसके जवाब में दिल्ली की टीम 20 ओवर में 9 विकेट पर 141 रन ही बना सकी। इस रोमांचक मुकाबले में मुंबई की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का पुरस्कार जीता, जबकि नेट साइवर-ब्रंट को ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ चुना गया।
दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने टॉस जीतकर मुंबई इंडियंस को पहले बल्लेबाजी करने के लिए दी। मुंबई इंडियंस टीम की भी शुरुआत अच्छी नहीं रही, जब यास्तिका भाटिया (8) और हेली मैथ्यूज (3) जल्दी आउट हो गईं। लेकिन इसके बाद नेट साइवर-ब्रंट (30 रन, 28 गेंद, 4 चौके) और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने पारी को संभाला। हरमनप्रीत ने 44 गेंदों में 66 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें 9 चौके और 2 छक्के शामिल थे। उनकी 150 की स्ट्राइक रेट ने टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया।अंत में अमनजोत कौर (14*) और संस्कृति गुप्ता (8*) ने नाबाद रहकर स्कोर को 149/7 तक पहुंचाया। दिल्ली की ओर से मरिजाने काप और नल्लापुरेड्डी चरणी ने 2-2 विकेट लिए।लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स की शुरुआत भी लड़खड़ा गई। शेफाली वर्मा (4) और कप्तान मेग लैनिंग (13) जल्दी पवेलियन लौट गईं। जेमिमा रोड्रिग्स (30 रन, 21 गेंद, 4 चौके) और मरिजाने काप (40 रन, 26 गेंद, 5 चौके, 2 छक्के) ने पारी को संभालने की कोशिश की। अंतिम ओवरों में निकी प्रसाद (25*) ने संघर्ष किया, लेकिन टीम 141/9 पर सिमट गई। मुंबई की ओर से नेट साइवर-ब्रंट ने 3 विकेट झटके, जबकि एमिलिया केर और हेली मैथ्यूज ने 2-2 विकेट लिए।हरमनप्रीत कौर की 66 रन की पारी ने मुंबई को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया, जिसके लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया। वहीं, पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाली नेट साइवर-ब्रंट को ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ का खिताब मिला।मुंबई इंडियंस फ्रेंचाइजी का फाइनल में शानदार रिकॉर्ड रहा है। पुरुष और महिला टीमों को मिलाकर मुंबई ने 12 में से 11 फाइनल जीते हैं। डब्ल्यूपीएल में मुंबई इंडियंस महिला ने दोनों फाइनल (2 में से 2) जीते हैं। एमआई अमीरात की टीम ने आईएलटी 2024 के फाइनल में जीत दर्ज की है। ऐसे ही एमआई केपटाउन ने भी एसए20 में अपने एकमात्र फाइनल में जीत दर्ज की है। यह इस फ्रेंचाइजी द्वारा फाइनल में पहुंचने के बाद उनके प्रभुत्व को दर्शाता है।ब्रेबोर्न स्टेडियम में भी मुंबई का दबदबा है, जहां उन्होंने 8 में से 7 मैच जीते हैं। दिल्ली कैपिटल्स की टीम का ऐसा ही दबदबा बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में है जहां उन्होंने 8 में से 6 मैच जीते हैं। एमआई की टीम ने इसी मैदान पर 7 में से 5 मैच जीते हैं।इस जीत के साथ मुंबई इंडियंस वूमेन ने डब्ल्यूपीएल 2025 का खिताब अपने नाम किया और अपनी बादशाहत को एक बार फिर साबित किया। दिल्ली की टीम ने टक्कर देने की कोशिश की, लेकिन मुंबई इंडियंस ने बाजी मार ली। इसके साथ ही डब्ल्यूपीएल के पहले संस्करण की यादें ताजा हो गईं जहां यही दोनों टीमें फाइनल में पहुंची थीं और यही नतीजा रहा था। यह डब्ल्यूपीएल में मुंबई इंडियंस वूमेन टीम का दूसरा खिताब है। -
गुरुग्राम फॉर्म में चल रही महिला गोल्फर वाणी कपूर ने बृहस्पतिवार को यहां 2025 हीरो महिला प्रो गोल्फ टूर में लगातार तीसरी ट्रॉफी अपने नाम की। वाणी ने अंतिम दौर में एक ओवर 73 का कार्ड बनाया जिससे उन्होंने अपने घरेलू कोर्स में तीन शॉट से छठा डब्ल्यूपीजीटी चरण हासिल किया। वाणी ने 72-72-73 के कार्ड से एक ओवर 217 इवन पार का स्कोर बनाया। वहीं एमेच्योर गोल्फर अन्वी दहिया ने 71-77-74 के कार्ड से कुल 220 का स्कोर बनाते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। वाणी ने विधात्री उर्स के 2024 में लगातार तीन खिताब जीतने के बाद इस उपलब्धि में उनकी बराबरी की।
इस जीत ने वाणी को ऑर्डर ऑफ मेरिट में भी शीर्ष पर पहुंचा दिया। वाणी ने 2014 से 2016 तक लगातार तीन बार ऑर्डर ऑफ मेरिट जीता लेकिन तब से वह मेरिट सूची में शीर्ष पर नहीं आ पाई क्योंकि वह अकसर अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में व्यस्त रहती है। -
दुबई. ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी रिकी पोंटिंग का मानना है कि रोहित शर्मा अब भी दमदार खिलाड़ी हैं तथा वह 2027 में दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया की संयुक्त मेजबानी में होने वाले वनडे विश्व कप तक भारतीय टीम का नेतृत्व करना जारी रख सकते हैं। रोहित की कप्तानी में भारत ने वनडे विश्व कप को छोड़कर आईसीसी के बाकी टूर्नामेंट जीते हैं। उनकी अगुवाई में भारतीय टीम 2023 में घरेलू धरती पर खेले गए वनडे विश्व कप को जीतने के करीब पहुंची थी लेकिन फाइनल में उसे आस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था। पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू में कहा कि रोहित अपने भविष्य के लक्ष्यों को लेकर काफी हद तक स्पष्ट हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने कहा, '‘जब आप अपने करियर के इस पड़ाव के करीब पहुंचते हैं तो हर कोई आपके संन्यास लेने का इंतजार कर रहा होता है। मैं नहीं जानता कि ऐसा क्यों होता है। वह भी तब जबकि आप अच्छा खेल रहे हो जैसा कि उन्होंने (चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में) अच्छी पारी खेली थी।'' पोंटिंग ने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि वह उन सवालों को हमेशा के लिए खत्म करने की कोशिश कर रहे थे और कह रहे थे, नहीं, मैं अब भी काफी अच्छा खेल रहा हूं। मुझे इस टीम में खेलना पसंद है। मुझे इस टीम का नेतृत्व करना पसंद है।'' पोंटिंग ने कहा, ‘‘मेरे लिए इसका मतलब यह है कि उनके मन में 2027 में होने वाले अगले वनडे विश्व कप में खेलना लक्ष्य होना चाहिए।'' रोहित ने 2021 में 34 वर्ष की उम्र में भारतीय टीम की कमान संभाली थी। उनके नेतृत्व में भारत ने रविवार को यहां खेले गए फाइनल में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। इससे पहले भारत ने पिछले साल रोहित की कप्तानी में ही वेस्टइंडीज में टी20 विश्व कप का खिताब जीता था। भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में 252 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए रोहित की 83 गेंद पर खेली गई 76 रन की पारी की मदद से आसन जीत हासिल की। रोहित ने इसके बाद संवाददाता सम्मेलन में संन्यास लेने की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया था। रोहित ने कहा था, ‘‘एक और बात, मैं इस प्रारूप से संन्यास नहीं लेने जा रहा हूं, बस यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि कोई और अफवाह न फैले।'' पोंटिंग ने कहा कि रोहित के दिमाग में अपने करियर को जारी रखने के पीछे वनडे विश्व कप जीतने की चाहत हो सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उनके दिमाग में यह बात होगी कि भारत उनकी कप्तानी में पिछले वनडे विश्व कप के फाइनल में हार गया था। वह वनडे विश्व कप जीतने के लिए एक और कोशिश करना चाहते होंगे। जिस तरह से उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में शानदार पारी खेली उससे आप यह नहीं कह सकते हैं कि वह चुक गए हैं। - नयी दिल्ली. खेल मंत्रालय ने भारतीय महिला कबड्डी टीम के लिए 67.50 लाख रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की है। टीम को हाल ही में ईरान में एशियाई चैंपियनशिप में जीत के लिए सम्मानित किया गया। भारत ने शनिवार को मेजबान ईरान को 32-25 से हराकर पिछली बार जीते गए खिताब का बचाव किया।यह टूर्नामेंट आठ साल के अंतराल के बाद आयोजित हुआ था। इसका पिछला सत्र 2017 में ईरान में आयोजित किया गया था जहां भारत ने दक्षिण कोरिया को हराकर ट्रॉफी जीती थी। टीम मंगलवार को भारत लौटी और खिलाड़ियों को खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने सम्मानित किया।सम्मान समारोह के बाद बोलते हुए मांडविया ने कहा, ‘‘हम अपनी महिला खिलाड़ियों का समर्थन करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। पुरुषों की लीग की तरह हम महिलाओं को अधिक अवसर देने के लिए महिला कबड्डी लीग शुरू करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि हमारी लड़कियों को विकसित भारत के विकास में समान अवसर मिलें।'' उन्होंने कहा, ‘‘हैदराबाद में चिंतन शिविर में हमने कारपोरेट क्षेत्र को एक खेल अपनाने और सर्वोत्तम वित्तीय सहायता प्रदान करने के साथ-साथ अकादमियां खोलने का फैसला किया जहां खिलाड़ियों को अच्छे कोच मिलें और अच्छी कोचिंग दी जाए। हम सरकार की ओर से कबड्डी सहित स्वदेशी खेलों के लिए भी यह सुनिश्चित करने के लिए सब कुछ करेंगे।'' ग्रुप ए में भारत को थाईलैंड, बांग्लादेश और मलेशिया के साथ रखा गया था। भारत ने बांग्लादेश को 64-23, थाईलैंड को 76-21 और मलेशिया को 73-19 से हराकर तीन जीत के साथ अपने पूल में शीर्ष स्थान हासिल करते हुए आराम से फाइनल में प्रवेश किया। सेमीफाइनल में भारत ने नेपाल को 56-18 से हराया और ईरान के खिलाफ फाइनल में जगह बनाई।
- लखनऊ. ऐसी संभावना है कि भारतीय तेज गेंदबाज मयंक यादव आगामी इंडियन प्रीमियर लीग में लखनऊ सुपर जायंट्स के पहले कुछ मैचों के लिए उपलब्ध नहीं हो पाएंगे क्योंकि उन्हें बेंगलुरु में बीसीसीआई के ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस' की मेडिकल टीम द्वारा अभी तक फिट घोषित नहीं किया गया है। पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ भारत के लिए टी20 अंतरराष्ट्रीय में पदार्पण करने वाले मयंक अपनी तेज गति के लिए सुर्खियों में आए थे जो लगभग 97 मील प्रति घंटे तक पहुंच जाती है जिससे बल्लेबाजों को परेशानी होती है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर एक न्यूज़ एजेंसी को बताया, ‘‘मयंक यादव के कुछ समय में फिट होने की उम्मीद है लेकिन उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग के पहले कुछ मैचों से बाहर रहना पड़ सकता है। फिलहाल यह पहले दो से तीन मैच हो सकते हैं। उन्होंने एनसीए में गेंदबाजी शुरु ही की है और धीरे धीरे अपना कार्यभार बढ़ायेंगे।
- नयी दिल्ली. स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन तथा सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की मशहूर पुरुष युगल जोड़ी मंगलवार को जारी ताजा बीडब्ल्यूएफ विश्व रैंकिंग के अनुसार पांच-पांच पायदान नीचे खिसक गई है जिससे विश्व की शीर्ष 10 रैंकिंग में भारतीय पुरुष खिलाड़ियों का कोई भी प्रतिनिधित्व नहीं है। दुनिया के पूर्व छठे नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य इस सत्र में लगातार खराब प्रदर्शन के बाद 15वें स्थान पर खिसक गए हैं। रैंकिंग में पूर्व नंबर एक सात्विक और चिराग की पुरुष युगल जोड़ी पिछले सप्ताह सातवें से 12वें स्थान पर खिसक गई है। एशियाई खेलों की चैंपियन जोड़ी नवंबर 2021 के बाद पहली बार शीर्ष 10 से बाहर हुई है। महिला एकल में दो ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू भी एक स्थान नीचे खिसक गईं और अब 16वीं रैंकिंग पर काबिज हैं। त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की महिला युगल जोड़ी ने भारत को शीर्ष 10 में शामिल रखा। यह जोड़ी विश्व रैंकिंग में नौवें स्थान पर बनी हुई है। मिश्रित युगल में तनिषा क्रास्टो और ध्रुव कपिला ने अपने करियर की सर्वोच्च रैंकिंग 19वीं हासिल की।पिछले सप्ताह ऑरलियन्स मास्टर्स के सेमीफाइनल में पहुंचे आयुष शेट्टी ने पांच पायदान की छलांग लगाकर अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ 43वीं रैंकिंग हासिल की।
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नयी दिल्ली .रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद बिना किसी शोर शराबे के चुपचाप स्वदेश लौट गई। कप्तान रोहित भारत को नौ महीने में दूसरी आईसीसी ट्रॉफी दिलाने के बाद सोमवार की रात को मुंबई पहुंचे। भारतीय टीम के खिलाड़ियों को 22 मार्च से शुरू होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए अपनी टीमों से जुड़ने से पहले एक सप्ताह के विश्राम का मौका मिलेगा। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सूत्रों ने एक न्यूज़ एजेंसी से कहा, अधिकतर खिलाड़ी और उनके परिवार सोमवार को दुबई से रवाना हो गए थे। कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो कुछ दिनों के लिए वहां रुक गए हैं।'' दो महीने तक चलने वाले आईपीएल के कारण खिलाड़ियोंने विश्राम करने को प्राथमिकता दी है। बीसीसीआई की भी किसी तरह का सम्मान समारोह आयोजित करने की योजना नहीं है जैसा कि उसने टी20 विश्व कप जीतने के बाद टीम के स्वदेश लौटने पर किया था। भारतीय टीम तब वेस्टइंडीज से विशेष विमान से स्वदेश लौटी थी और उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी। मुख्य कोच गौतम गंभीर और तेज गेंदबाज हर्षित राणा सोमवार रात दिल्ली पहुंचे। रविवार देर रात टीम के दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम से लौटने के ठीक बाद स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ टीम होटल छोड़ दिया था। भारतीय मध्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले श्रेयस अय्यर आईपीएल में पंजाब किंग्स की कप्तानी करेंगे और 16 मार्च को टीम से जुड़ेंगे। भारत ने न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी जीती। आठ टीमों के टूर्नामेंट में भारत एकमात्र ऐसी टीम थी जो अजेय रही। पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी का मेजबान था लेकिन भारत ने हाइब्रिड मॉडल के तहत अपने सभी मैच दुबई में खेले।
- दुबई । भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने अपने कैरियर को लेकर लगाई जा रही तमाम अटकलों को चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने के बाद खारिज करते हुए कहा कि वह अभी वनडे क्रिकेट को अलविदा कहने नहीं जा रहे । आस्ट्रेलिया दौरे के समय से ही रोहित की कप्तानी और टीम में उनकी जगह को लेकर अटकलें लगाई जा रही थी लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में 76 रन की पारी उनके कैरियर के लिये संजीवनी साबित हुई । उन्होंने फाइनल में न्यूजीलैंड पर चार विकेट से मिली जीत के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ मैं वनडे प्रारूप से संन्यास नहीं ले रहा हूं । कृपया अफवाहें मत फैलाइये ।'' भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा ,‘‘ कोई फ्यूचर प्लान नहीं है । जो हो रहा है, वो चलता जायेगा ।'' रोहित ने कहा कि पावरप्ले में आक्रामक खेलने का उनका फैसला खास लक्ष्य को ध्यान में रखकर लिया गया था । उन्होंने कहा ,‘‘ मैने आज कुछ अलग नहीं किया । मैं पिछले तीन चार मैचों से ऐसा ही कर रहा था । मुझे पता है कि पावरप्ले में रन बनाना कितना अहम है क्योंकि हमने देखा है कि दस ओवरों के बाद फील्ड के फैलने और स्पिनरों के आने के बाद रन बनाना मुश्किल होता है ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ पिच धीमी थी और रन बनाना और मुश्किल हो गया था । ऐसे में शुरू में ही मौके लेना जरूरी था । मैने गेंदबाज को चुना जिसके खिलाफ रन बना सकता हूं । ऐसे में कई बार ज्यादा रन नहीं बनते । आज दस ओवरों के बाद मैने अपने खेल में थोड़ा बदलाव किया क्योंकि मुझे टिककर खेलना था ।'' रोहित ने स्वीकार किया कि टीम की जीत में योगदान देना काफी संतोषजनक है ।उन्होंने कहा ,‘‘ जब आप मैच जीतते हैं और उसमें योगदान देते हैं तो और बेहतर लगता है । मैने 2019 विश्व कप में भी काफी योगदान दिया लेकिन हम जीत नहीं सके थे तो उसमें मजा नहीं आया । अगर आप थोड़े रन बनाते हैं और जीतते हैं तो ज्यादा खुशी मिलती है ।'' केएल राहुल को छठे नंबर पर भेजने के फैसले पर भी काफी चर्चा हुई लेकिन रोहित ने कहा कि प्रबंधन को यह देखकर खुशी हो रही है कि वह नयी भूमिका में लगातार रन बना रहा है । उन्होंने कहा ,‘‘ हर किसी का योगदान जरूरी है । केएल राहुल का बल्लेबाजी क्रम तय करते समय हमने इस पर बात की थी कि वह दबाव का बखूबी सामना करता है । हम वह शांत रवैया मध्यक्रम में चाहते थे और अक्षर का भी इस्तेमाल मध्यक्रम में करना था ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ केएल इतने साल से टीम के लिये कई चुनौतीपूर्ण काम कर रहा है । उसने सेमीफाइनल में और फाइनल दोनों में अहम भूमिका निभाई । उसने भले ही 70 . 80 रन नहीं बनाये हों लेकिन उसके 30 . 40 रन काफी अहम थे । उसके रहते हमें पता था कि वह खुद तो शांत रहता ही है और वह ठहराव ड्रेसिंग रूम में भी लाता है ।'' रोहित ने चैम्पियंस ट्रॉफी में मिली जीत देश को समर्पित करते हुए कहा ,‘‘ यह जीत पूरे देश के लिये है क्योंकि मुझे पता है कि देश हमारे साथ है । जब आप किसी टूर्नामेंट का फाइनल जीतते हैं, खासकर भारत में तो हमें पता है कि जहां भी हम खेलें, हमे पूरा समर्थन मिलता है ।''
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नयी दिल्ली। आस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में विजयी छक्का जड़ने वाले केएल राहुल ही थे और न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में संकटमोचक की भूमिका निभाकर भारत को चैम्पियंस ट्रॉफी जिताने में उनका योगदान अनदेखा नहीं किया जा सकता । यह वही केएल राहुल हैं जिन्होंने 19 नवंबर 2023 को आस्ट्रेलिया के हाथों वनडे विश्व कप फाइनल में भारत की हार के बाद सबसे ज्यादा लानत मलामत झेली थी । जब लगातार दस जीत के साथ फाइनल में पहुंची भारतीय टीम अहमदाबाद में आखिरी मुकाबले में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 240 रन पर आउट हो गई और 107 गेंद में 66 रन बनाने पर राहुल आलोचकों का कोपभाजन बने । टी20 विश्व कप के लिये भारत की टीम में भी उन्हें जगह नहीं मिली ।
मोटेरा के उस फाइनल के सत्रह महीने बाद जब दुबई में चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल में न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर भारत ने तीसरी बार खिताब जीता तो अंत तक डटे रहे राहुल को जिस तरह कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली और हार्दिक पंड्या ने गले से लगाया, उसने साबित कर दिया कि इस जीत में उनकी क्या अहमियत है । कभी पारी का आगाज करने वाले राहुल टीम की जरूरत के मुताबिक बल्लेबाजी क्रम में छठे नंबर पर उतरे और आस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में 34 गेंद में नाबाद 42 रन बनाकर टीम को जीत तक पहुंचाया । ग्लेन मैक्सवेल को जड़ा उनका विजयी छक्का क्रिकेटप्रेमियों के जेहन में उसी तरह चस्पां रहेगा जैसे वानखेड़े स्टेडियम पर विश्व कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ महेंद्र सिंह धोनी का छक्का । भले ही विराट कोहली की तरह वह शतक नहीं जड़ पाये या रोहित शर्मा की तरह बड़ी पारी नहीं खेली लेकिन उनके 30 . 40 रन ऐसे मुकाम से टीम को जीत तक ले गए जहां से नतीजा कुछ भी हो सकता था। न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में श्रेयस अय्यर के आउट होने के बाद 39वें ओवर में जब वह क्रीज पर आये तब टीम को जीत के लिये 69 रन की जरूरत थी । उन्होंने मिचेल सेंटनेर को छक्का लगाकर रन और गेंद का अंतर कम किया । दूसरे छोर से अक्षर पटेल और हार्दिक पंड्या के विकेट गिरने के बावजूद वह एक छोर संभालकर डटे रहे और जीत तक पहुंचाकर ही दम लिया । कप्तान रोहित ने तो उनके योगदान की सराहना करते हुए यह भी कहा ,‘‘ राहुल का दिमाग काफी दृढ है और वह दबाव को खुद पर हावी नहीं होने देता । वह खुद तो शांत रहता ही है, साथ ही ड्रेसिंग रूम में भी वह शांति लाता है । हमें मध्यक्रम में उसकी जरूरत थी ताकि दूसरे खिलाड़ी खुलकर खेल सकें ।'' विराट, रोहित, जडेजा जैसे बड़े सितारों के बीच अपनी जगह बनाना आसान नहीं था लेकिन राहुल ने अपने प्रदर्शन से उन जख्मों पर मरहम लगा दिया होगा जो नासूर बनकर पिछले डेढ साल से उन्हें चुभ रहे थे । उन्होंने बदली हुई भूमिका में खुद को ढाला और ओपनर से फिनिशर तक का सफर सुगमता से तय किया । इस टूर्नामेंट में तो वह विकेटकीपर फिनिशर रहे , महेंद्र सिंह धोनी की तरह । नौ साल पहले जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे क्रिकेट में पदार्पण करने के साथ शतक जड़ने वाले राहुल ने अपने कैरियर में कई उतार चढाव देखे और एक समय एक टीवी शो पर विवादित टिप्पणी के कारण निलंबन भी झेला लेकिन विश्व कप 2023 में खिताब के करीब पहुंचकर चूकने से बड़ा जख्म शायद ही कोई रहा हो । यही वजह है कि उस फाइनल के काफी बाद आर अश्विन से यूट्यूब चैनल पर बातचीत में राहुल ने कहा था ,‘‘ मैं अगर आखिर तक टिक जाता और 30 .40 रन और बना लेता तो हम विश्व कप जीत सकते थे । मुझे इसका खेद रहेगा ।'' अहमदाबाद में उस रात स्टेडियम में मौजूद एक लाख से ज्यादा दर्शकों को उस हार ने भले ही खामोश कर दिया था लेकिन न्यूजीलैंड पर मिली जीत ने दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को नीले सागर में बदलने वाले हजारों क्रिकेटप्रेमियों के साथ 1 . 4 अरब भारतीयों को जश्न में सराबोर कर दिया । और कभी एक मैच से खलनायक बना यह प्रतिभाशाली खिलाड़ी फिर भारतीय टीम के जज्बाती प्रशंसकों का नूरे नजर बन गया । - दुबई । भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने कहा कि आईसीसी प्रतियोगिताओं में अतीत में नॉकआउट चरण में मिली हार से सीखे गए सबक का ही परिणाम है कि टीम 12 महीने के अंदर दूसरा बड़ा खिताब जीतने में सफल रही। भारत ने पिछले साल जून में टी20 विश्व कप जीता था और रविवार को उसने तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी जीती। इन जीत में रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम के सभी सदस्यों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। कोहली ने आधिकारिक प्रसारक से कहा, ‘‘हमें चैंपियंस ट्रॉफी जीते हुए लंबा समय हो गया था और यह प्रारूप वास्तव में बहुत अच्छा है। इसे जीतना हमारा लक्ष्य था। ऑस्ट्रेलिया के कड़े दौरे के बाद हम यहां आए और हमने बड़ा टूर्नामेंट जीता जिससे एक टीम के रूप में हमारा मनोबल बढ़ा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘पूरे टूर्नामेंट में अलग-अलग मैच में अलग-अलग खिलाड़ियों ने आगे बढ़कर चुनौती का डटकर सामना किया। अतीत की प्रतियोगिताओं में हम मैच का सकारात्मक अंत नहीं कर पा रहे थे या महत्वपूर्ण मौकों का फायदा नहीं उठा पा रहे थे। लेकिन इस बार हमने उन अनुभवों से सीख लेकर अच्छा प्रदर्शन किया।'' न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में रोहित और केएल राहुल का अनुभव काम आया जिससे भारतीय टीम मुश्किल परिस्थिति से बाहर निकलकर जीत हासिल करने में सफल रही।कोहली ने कहा, ‘‘ यही वजह है कि आप अनुभवी खिलाड़ियों का समर्थन करते हैं। वे अतीत में इस तरह की परिस्थितियों का सामना कर चुके होते हैं और जब आप उन सीख को साथ में लेकर आगे बढ़ते हो और कड़ी मेहनत करते हो तो आप मैच का पासा पलट सकते हो।'' उन्होंने कहा, ‘‘राहुल ने जिस तरह से पिछले दो मैच का अच्छा अंत किया उससे उनका अनुभव पता चलता है। जब आप अतीत में इस तरह की परिस्थितियों का सामना कर चुके होते हैं और मैच का सकारात्मक अंत नहीं कर पाते हो तो आप फिर से उस तरह की परिस्थितियों का सामना करके उसका अच्छा अंत करना चाहते हो और हमने ऐसा ही किया।'' भारत का टीम संयोजन बहुत अच्छा रहा और दुबई की परिस्थितियों में चार स्पिनर के साथ खेलने का फैसला सही साबित हुआ।कोहली ने कहा,, ‘‘ हमने पूरे टूर्नामेंट में अपने कौशल पर ध्यान दिया। हमने इस पर ध्यान नहीं दिया कि विरोधी टीम कितनी अच्छी है। हमने इस पर ध्यान दिया कि हमारी टीम कितनी अच्छी है। तमाम चुनौतियों के बावजूद इन बड़ी प्रतियोगिताओं में खेलने के लिए ही आप खेलते हो।'' वन डे विश्व कप 2011 और चैंपियंस ट्रॉफी 2013 को जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे कोहली ने कहा, ‘‘चार आईसीसी खिताब जीतना वास्तव में किसी आशीर्वाद से कम नहीं है। मैं इतने लंबे समय तक खेलने और इसे हासिल करने के लिए खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं। 10 मार्च (भाषा) भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने कहा कि आईसीसी प्रतियोगिताओं में अतीत में नॉकआउट चरण में मिली हार से सीखे गए सबक का ही परिणाम है कि टीम 12 महीने के अंदर दूसरा बड़ा खिताब जीतने में सफल रही। भारत ने पिछले साल जून में टी20 विश्व कप जीता था और रविवार को उसने तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी जीती। इन जीत में रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम के सभी सदस्यों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।कोहली ने आधिकारिक प्रसारक से कहा, ‘‘हमें चैंपियंस ट्रॉफी जीते हुए लंबा समय हो गया था और यह प्रारूप वास्तव में बहुत अच्छा है। इसे जीतना हमारा लक्ष्य था। ऑस्ट्रेलिया के कड़े दौरे के बाद हम यहां आए और हमने बड़ा टूर्नामेंट जीता जिससे एक टीम के रूप में हमारा मनोबल बढ़ा है।'' उन्होंने कहा, ‘‘पूरे टूर्नामेंट में अलग-अलग मैच में अलग-अलग खिलाड़ियों ने आगे बढ़कर चुनौती का डटकर सामना किया। अतीत की प्रतियोगिताओं में हम मैच का सकारात्मक अंत नहीं कर पा रहे थे या महत्वपूर्ण मौकों का फायदा नहीं उठा पा रहे थे। लेकिन इस बार हमने उन अनुभवों से सीख लेकर अच्छा प्रदर्शन किया।'' न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में रोहित और केएल राहुल का अनुभव काम आया जिससे भारतीय टीम मुश्किल परिस्थिति से बाहर निकलकर जीत हासिल करने में सफल रही। कोहली ने कहा, ‘‘ यही वजह है कि आप अनुभवी खिलाड़ियों का समर्थन करते हैं। वे अतीत में इस तरह की परिस्थितियों का सामना कर चुके होते हैं और जब आप उन सीख को साथ में लेकर आगे बढ़ते हो और कड़ी मेहनत करते हो तो आप मैच का पासा पलट सकते हो।'' उन्होंने कहा, ‘‘राहुल ने जिस तरह से पिछले दो मैच का अच्छा अंत किया उससे उनका अनुभव पता चलता है। जब आप अतीत में इस तरह की परिस्थितियों का सामना कर चुके होते हैं और मैच का सकारात्मक अंत नहीं कर पाते हो तो आप फिर से उस तरह की परिस्थितियों का सामना करके उसका अच्छा अंत करना चाहते हो और हमने ऐसा ही किया।'' भारत का टीम संयोजन बहुत अच्छा रहा और दुबई की परिस्थितियों में चार स्पिनर के साथ खेलने का फैसला सही साबित हुआ। कोहली ने कहा,, ‘‘ हमने पूरे टूर्नामेंट में अपने कौशल पर ध्यान दिया। हमने इस पर ध्यान नहीं दिया कि विरोधी टीम कितनी अच्छी है। हमने इस पर ध्यान दिया कि हमारी टीम कितनी अच्छी है। तमाम चुनौतियों के बावजूद इन बड़ी प्रतियोगिताओं में खेलने के लिए ही आप खेलते हो।'' वन डे विश्व कप 2011 और चैंपियंस ट्रॉफी 2013 को जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे कोहली ने कहा, ‘‘चार आईसीसी खिताब जीतना वास्तव में किसी आशीर्वाद से कम नहीं है। मैं इतने लंबे समय तक खेलने और इसे हासिल करने के लिए खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं। कोहली ने कहा,, ‘‘ हमने पूरे टूर्नामेंट में अपने कौशल पर ध्यान दिया। हमने इस पर ध्यान नहीं दिया कि विरोधी टीम कितनी अच्छी है। हमने इस पर ध्यान दिया कि हमारी टीम कितनी अच्छी है। तमाम चुनौतियों के बावजूद इन बड़ी प्रतियोगिताओं में खेलने के लिए ही आप खेलते हो।'' वन डे विश्व कप 2011 और चैंपियंस ट्रॉफी 2013 को जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे कोहली ने कहा, ‘‘चार आईसीसी खिताब जीतना वास्तव में किसी आशीर्वाद से कम नहीं है। मैं इतने लंबे समय तक खेलने और इसे हासिल करने के लिए खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं।
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नयी दिल्ली. पेरिस पैरालंपिक चैंपियन कुमार नितेश और सुकांत कदम ने भारत को स्पेन के विटोरिया में स्पेनिश पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल 2025 (दो) में क्रमशः एसएल3 और एसएल4 वर्गों में स्वर्ण पदक दिलाए। नितेश ने एसएल3 वर्ग के फाइनल में जापान के डेसुके फुजिहारा पर 21-19 21-19 से जीत दर्ज की जबकि सुकांत ने रविवार को एसएल4 वर्ग में हमवतन भारतीय तरुण को 21-13 21-10 से हराया। एसएच6 वर्ग में नित्याश्रे ने पोलैंड के स्जमिगेल को फाइनल में हराकर शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
पुरुष युगल में नितेश कुमार और तरुण ने भारत के जगदीश दिल्ली और नवीन शिवकुमार को 21-14, 23-25, 22-20 से हराया। मिश्रित युगल स्पर्धाओं में भी भारत ने अच्छा प्रदर्शन किया। कृष्णा नागर और नित्याश्रे ने इंग्लैंड के शेफर्ड और चूंग को 21-14, 21-11 से हराकर एसएच6 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता। नितेश कुमार ने मनीषा रामदास के साथ मिलकर एसएल3-एसयू5 श्रेणी में भारत के खाते में एक और स्वर्ण पदक डाला। उन्होंने स्वीडन के रिकड निल्सन और डेनमार्क की हेलो सोफी सागोय को 21-9, 21-15 से हराया। अल्फिया जेम्स ने महिला एकल फाइनल में स्विट्जरलैंड की इलारिया ओल्गियाती को कड़ी टक्कर दी लेकिन उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। -
दुबई. न्यूजीलैंड के कप्तान मिचेल सेंटनर ने स्वीकार किया कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की असाधारण पारी ने चैंपियन्स ट्रॉफी के फाइनल में दोनों टीमों के बीच अंतर पैदा किया और चार विकेट की हार को उन्होंने ‘कड़वा-मीठा अंत' करार दिया। रोहित ने 83 गेंद में 76 रन की शानदार पारी खेली जिससे भारत ने रविवार को यहां 252 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए करीबी जीत दर्ज की। सेंटनर ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि रोहित शर्मा ने जिस तरह से खेला उससे मैच हमारी पहुंच से दूर हो गया। भारत ने दुबई की परिस्थितियों को अच्छी तरह समझा और अच्छा क्रिकेट खेला। मुझे लगता है कि यह कड़वा-मीठा अंत रहा।'' सेंटनर ने कहा कि खिताबी मुकाबले में हार के बावजूद उन्हें अपनी टीम पर ‘गर्व' है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि फाइनल में हमारा सामना एक अच्छी टीम से हुआ। हमने इस पूरे मैच में कई बार चुनौती दी, जो सुखद था और मुझे लगता है कि शायद कुछ ऐसे छोटे-मोटे पल भी रहे, जब हमने इसे अपने से दूर जाने दिया।'' सेंटनर ने कहा, ‘‘लेकिन हां, इस पूरे टूर्नामेंट में जिस तरह से हमने इस टीम के साथ खेला है, उस पर मुझे बहुत गर्व है।'' सेंटनर ने कहा कि उनकी टीम दुबई की पिच और परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार थी जो लाहौर से काफी अलग थी जहां उन्होंने दक्षिण अफ्रीका को सेमीफाइनल में हराया था। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम भारत के खिलाफ लगातार खेल रहे हैं जो हमेशा एक चुनौती होती है। हमें पता था कि परिस्थितियां सेमीफाइनल से थोड़ी अलग होंगी लेकिन हम इसके लिए तैयार थे।'' सेंटनर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमने फिर भी अच्छा प्रदर्शन किया और भारत को अंत तक टक्कर दी। लेकिन हर मैच में कुछ ऐसे पल होते हैं जहां आप संभावित रूप से सुधार कर सकते हैं।'' न्यूजीलैंड के कप्तान ने माना कि मैट हेनरी की कमी उन्हें खली जो कंधे की चोट के कारण खिताबी मुकाबले से बाहर हो गए थे। तेज गेंदबाज हेनरी 10 विकेट लेकर इस प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे।
सेंटनर ने कहा, ‘‘वह एक बेहतरीन गेंदबाज है। हमने देखा है कि वह उन विकेटों पर भी मूवमेंट हासिल करने में सक्षम है जो ऐसी नहीं लगती कि उनसे मदद मिलेगी। इसलिए मुझे लगता है कि आज हमें इसकी कमी खली।'' उन्होंने कहा, ‘‘मुझे मैटी (हेनरी) के लिए दुख है - वह टीम के लिए खेलने वाला बेहतरीन खिलाड़ी है और वह काफी परेशान दिख रहा था। हमने बस यही कहा, चलो उसके लिए यह करते हैं। उसने इस मैच के लिए तैयार होने के लिए हर संभव कोशिश की और दुर्भाग्य से वह हमारे लिए तैयार नहीं था। - दुबई। भारत ने रविवार को यहां न्यूजीलैंड को चार विकेट से हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का 2025 संस्करण अपने नाम कर लिया जो देश की टीम की सातवीं आईसीसी ट्रॉफी है। यह भारत का तीसरा चैंपियंस ट्रॉफी खिताब भी है। भारत विश्व क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक रहा है जिसने लगातार नॉकआउट चरणों में जगह बनाई है जिसमें 2003 वनडे विश्व कप, 2017 चैंपियंस ट्रॉफी, 2023 वनडे विश्व कप तथा 2019-21 और 2021-23 चक्र में दो बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में प्रवेश करना शामिल है। ऑस्ट्रेलिया हालांकि सभी प्रारूपों में सबसे सफल टीम है जिसने वैश्विक क्रिकेट टूर्नामेंट में उसकी ट्रॉफियों की संख्या 10 है। इसमें उसने छह बार (1987, 1999, 2003, 2007, 2015 और 2023) वनडे विश्व कप जीता है, 2021 में एक बार टी20 विश्व कप, 2006 और 2009 में दो बार चैंपियंस ट्रॉफी और 2021-23 चक्र में एक बार डब्ल्यूटीसी जीता है।1983 वनडे विश्व कप : भारत की यह वैश्विक क्रिकेट में पहली जीत थी जिसमें कपिल देव की टीम ने सभी बाधाओं को पार करते हुए अपनी योग्यता साबित की और लॉर्ड्स में कम स्कोर वाले फाइनल में मजबूत वेस्टइंडीज को हराया।2002 चैंपियंस ट्रॉफी (श्रीलंका के साथ साझा) : भारत ने सौरव गांगुली की कप्तानी में अजेय रहते हुए फाइनल में प्रवेश किया। लेकिन 29 और 30 सितंबर (रिजर्व डे) को कोलंबो में लगातार बारिश के कारण भारत और मेजबान श्रीलंका को ट्रॉफी साझा करने के लिए मजबूर होना पड़ा।2007 आईसीसी विश्व टी20 : भारत सहित कोई भी क्रिकेट बोर्ड क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप को गंभीरता से नहीं लेता था, ऐसे समय में एमएस धोनी के नेतृत्व वाली एक युवा टीम ने इतिहास रच दिया। उन्होंने टूर्नामेंट के शुरूआती चरण में रोमांचक फाइनल में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर ट्रॉफी हासिल की।2011 वनडे विश्व कप : भारतीय टीम पर वनडे विश्व कप ट्रॉफी के लिए लंबे इंतजार को समाप्त करने का काफी दबाव था। धोनी की टीम ने मुंबई में फाइनल में श्रीलंका को छह विकेट से हराकर 28 साल के लंबे इंतजार के बाद अपना दूसरा 50 ओवर का विश्व कप जीता जिसमें सचिन तेंदुलकर सभी के आकर्षण का केंद्र रहे।2013 चैंपियंस ट्रॉफी: आईसीसी टूर्नामेंट में धोनी के नेतृत्व और भारत के सबसे सफल कप्तान के रूप में उनकी प्रतिष्ठा को तब मजबूती मिली जब उनकी टीम ने एजबेस्टन में बारिश से बाधित फाइनल में इंग्लैंड को हराया। कम स्कोर वाले इस मैच में रविंद्र जडेजा ने 25 गेंद में 35 रन बनाकर भारत को सात विकेट पर 129 रन के स्कोर पर पहुंचाया लेकिन धोनी की रणनीतिक सूझबूझ और क्षेत्ररक्षकों को सजाने की उनकी प्रतिभा ने उन्हें पांच रन से जीत दिलाई।2024 टी20 विश्व कप: भारत के दो सबसे बड़े सुपरस्टार विराट कोहली और रोहित शर्मा खेल के छोटे प्रारूप में संन्यास लेने के कगार पर थे, भारत हर बार प्रतियोगिता में प्रबल दावेदार होने के बावजूद आईसीसी ट्रॉफी जीतने के एक और सूखे को समाप्त करने के लिए बेताब था। रोहित और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को कुछ महीने पहले घरेलू मैदान पर 2023 वनडे विश्व कप के फाइनल में हारने की निराशा से खिलाड़ियों को बाहर निकालने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ संयम से दबाव से निपटते हुए सात रन से जीत दर्ज कर दूसरी बार ट्रॉफी अपने नाम की।