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नयी दिल्ली. भारतीय मुक्केबाजों ने चीन में आयोजित तीसरे ‘बेल्ट एंड रोड' ‘इंटरनेशनल यूथ बॉक्सिंग गाला' अंडर-17, अंडर-19 और अंडर-23 अंतरराष्ट्रीय ट्रेनिंग शिविर और टूर्नामेंट में 26 पदक पक्के किए। भारत ने अंडर-17 आयु वर्ग में 20 लड़कों और 20 लड़कियों सहित 58 सदस्यीय दल भेजा है।
सेमीफाइनल में पहुंचने वाले मुक्केबाजों में ध्रुव खरब (46 किग्रा), उदय सिंह (46 किग्रा), फलक (48 किग्रा), पीयूष (50 किग्रा), आदित्य (52 किग्रा), उधम सिंह राघव (54 किग्रा), आशीष (54 किग्रा), देवेंद्र चौधरी (75 किग्रा), जयदीप सिंह हंजरा (80 किग्रा) और लोवेन गुलिया (+80 किग्रा) शामिल हैं जिन्होंने चीन, कोरिया, उज्बेकिस्तान और किर्गिस्तान के कड़े प्रतिद्वंद्वियों को हराकर कम से कम एक पदक पक्का किया। भारतीय जूनियर लड़कियों ने भी शानदार जीत के साथ रिंग में अपना दबदबा बनाया।
खुशी (46 किग्रा), भक्ति (50 किग्रा), राधामणि (60 किग्रा), हर्षिका (60 किग्रा), दीया (66 किग्रा), प्रिया (66 किग्रा), लक्ष्मी (46 किग्रा), चाहत (60 किग्रा), हिमांशी (66 किग्रा), हरनूर (66 किग्रा) और प्राची खत्री (+80 किग्रा) सभी ने चीन और कोरिया के कड़े प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ जीत हासिल कर पदक सुनिश्चित किया। - अहमदाबाद. भारतीय भारोत्तोलक कोयल बार ने मंगलवार को यहां राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में महिलाओं की 53 किग्रा स्पर्धा में दो नए युवा विश्व रिकॉर्ड स्थापित करके युवा और जूनियर दोनों खिताब जीते। जूनियर और युवा दोनों वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए इस किशोरी ने कुल 192 किग्रा (85 किग्रा + 107 किग्रा) वजन उठाया। उन्होंने पहले 85 किग्रा भार उठाकर युवा स्नैच विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की और फिर क्लीन एंड जर्क में अपने दूसरे प्रयास में 107 किग्रा भार उठाकर 105 किग्रा के रिकॉर्ड को बेहतर बनाया। इसके साथ ही, उन्होंने 188 किग्रा के मौजूदा युवा विश्व कुल रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। कोयल का प्रयास उनकी हमवतन स्नेहा सोरेन से तीन बेहतर था, जिन्होंने 185 किग्रा (81 किग्रा + 104 किग्रा) के साथ सीनियर वर्ग में रजत पदक जीता था।
- -यह प्रतियोगिता पिछले 23 वर्षों से जिंदल समूह के सौजन्य से आयोजित की जा रही हैरायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य निशानेबाजी संघ के तत्वावधान में 24वीं राज्य स्तरीय निशानेबाजी प्रतियोगिता का शुभारंभ आगामी 28 अगस्त को रायपुर के माना स्थित चौथी बटालियन के शूटिंग रेंज में किया जाएगा। स्पर्धा का समापन 6 सितंबर को होगा। यह प्रतियोगिता लगातार पिछले 23 वर्षों से सफलतापूर्वक जिंदल समूह के सौजन्य से आयोजित की जा रही है।इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से महिला एवं पुरुष निशानेबाज, जूनियर और सीनियर वर्ग में भाग लेंगे।प्रतियोगिता में निम्नलिखित वर्गों के मुकाबले आयोजित किए जाएंगे-- 10 मीटर राइफल एवं पिस्टल शूटिंग-25 मीटर पिस्टल शूटिंग-50 मीटर राइफल एवं पिस्टल शूटिंगविभिन्न प्रतियोगिता के हर मैच व हर वर्ग में भारतीय राष्ट्रीय रायफल संघ द्वारा निर्धारित न्यूनतम अंक अर्जित करने पर निशानेबाजों को ईस्ट ज़ोन,ऑल इंडिया जी.वी मावलंकर जो कि प्री-नेशनल है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा।पंजीकरण की प्रक्रियाप्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक खिलाड़ी अपना पंजीकरण (क्रद्गद्दद्बह्यह्लह्म्ड्डह्लद्बशठ्ठ) राष्ट्रीय रायफल संघ (हृक्र्रढ्ढ) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर 28 अगस्त 2025 तक कर सकते हैं। सभी छत्तीसगढ़ के मूल निवासी इस प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं। निवास प्रमाणपत्र के लिए वोटर आईडी कार्ड ,पासपोर्ट , पुलिस वेरिफिकेशन सर्टिफिकेट की आवश्यकता होगी ।यह प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ के युवा निशानेबाजों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में एक अहम भूमिका निभाएगी।संपर्कदुर्गेश वशिष्ठछत्तीसगढ़ प्रदेश राइफल एसोसिएशन (सेक्रेटरी)मो. 9827477757
- बीजापुर। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी 29 अगस्त को मेजर ध्यानचंद जी की स्मृति में मनाएं जाने वाला राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर रायपुर में आयोजित होने वाले खेल अलंकरण समारोह में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी के द्वारा बीजापुर जिले के सॉफ्टबॉल के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी राकेश कड़ती को शहीद कौशल यादव अवार्ड से नवाजे जाएंगे वहीं जूनियर सॉफ्टबॉल गर्ल्स टीम को मुख्यमंत्री ट्रॉफी से अलंकृत किया जाएगा।गर्ल्स टीम में बीजापुर जिले से अकादमी की सॉफ्टबॉल खिलाड़ी रेणुका तेलम चंद्रकला तेलम विमला तेलम और मीनू आरकी शामिल है। सबसे खास बात यह है कि अब तक पूरे बस्तर संभाग से खेल के क्षेत्र में कभी भी राज्य स्तरीय अवॉर्ड से किसी भी खिलाड़ी को अलंकृत नहीं किया गया है यह पहली मर्तबा है की खेल के क्षेत्र में बीजापुर जिले से शुरुआत हुई हैअब तक राकेश कड़ती ने 12 नेशनल और दो इंटरनेशनल में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है जिसमें उनके नेशनल में 6 मेडल है वहीं जूनियर टीम ने नेशनल प्रतियोगिता में सिल्वर पदक हासिल किया था जिसके तहत उन्हें मुख्यमंत्री ट्रॉफी से अलंकृत किया जाएगा बीजापुर जिले के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है इस उपलब्धि हासिल करने पर जिले के कलेक्टर श्री संबित मिश्रा सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता चौबे एवं प्रभारी खेल अधिकारी श्री नारायण प्रसाद गवेल ने हार्दिक बधाइयां देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है उक्त जानकारी जिले के श्रम निरीक्षक एवं सॉफ्टबॉल के अंतरराष्ट्रीय कोच श्री सोपान करनेवार ने दी है।
- नयी दिल्ली. स्टार भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को 28 अगस्त को स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में डाइमंड लीग का खिताब फिर से हासिल करने की कवायद में एंडरसन पीटर्स और जूलियन वेबर जैसे प्रतिद्वंद्वियों से कड़ी टक्कर मिलेगी। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज ने 2022 में डाइमंड लीग ट्रॉफी जीती थी और 2023 तथा 2024 में उपविजेता रहे थे। नीरज ने चार क्वालीफाइंग चरण में से दो में प्रतिस्पर्धा करने के बाद चौथे स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। मौजूदा विश्व चैंपियन 27 वर्षीय नीरज ने मई में दोहा चरण में 90.23 मीटर के थ्रो के साथ 90 मीटर के आंकड़े को पार किया लेकिन जर्मनी के वेबर के पीछे दूसरे स्थान पर रहे।इसके बाद उन्होंने जून में 88.16 मीटर के प्रयास के साथ पेरिस चरण जीता। नीरज के अलावा एंड्रियन मार्डारे, गत चैंपियन पीटर्स, केशोर्न वालकॉट, जूलियन वेबर और जूलियस येगो ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। स्विट्जरलैंड के साइमन वीलैंड को मेजबान देश की प्रविष्टि के रूप में प्रतियोगिता में शामिल किया गया है। नीरज का आखिरी प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट पांच जुलाई को बेंगलुरु में एनसी क्लासिक में था जहां उन्होंने 86.18 मीटर के प्रदर्शन से अपनी मेजबानी में हुए इस टूर्नामेंट को जीता था। कुल मिलाकर उन्होंने मौजूदा सत्र में छह प्रतियोगिताओं में भाग लिया और चार में खिताब जीता जबकि दो में उपविजेता रहे। नीरज 13 से 21 सितंबर तक तोक्यो में होने वाली विश्व चैंपियनशिप में अपने खिताब का बचाव करेंगे।
- नयी दिल्ली. । अगले महीने तोक्यो में होने वाली एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप में लगभग 15 भारतीय खिलाड़ियों के भाग लेने की संभावना है जबकि हंगरी में 2023 विश्व चैंपियनशिप में देश के 28 खिलाड़ियों ने भाग लिया था। बुडापेस्ट में 2023 में हुए विश्व चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में स्वर्ण जीता था।देश के रिले दौड़ के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीद नहीं होने के कारण, विश्व चैंपियनशिप में भाग लेने वाले भारतीयों की संख्या में कमी आई है। भारत ने 2023 में पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले के लिए सात धावक नामित किए थे और चौकड़ी ने तत्कालीन एशियाई रिकॉर्ड कायम किया था। इस चौकड़ी ने पांचवां स्थान हासिल किया था। पिछले सत्र की तरह तोक्यो में भी पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में कम से कम तीन भारतीयों के प्रतिस्पर्धा करने की संभावना है। रविवार को चेन्नई में राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले रोहित यादव अगर विश्व रैंकिंग कोटा में आगे बढ़ते हैं तो यह संख्या बढ़कर चार हो सकती है। चोपड़ा को गत चैंपियन होने के नाते वाइल्ड कार्ड मिल चुका है, रविवार को विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफिकेशन की अंतिम तिथि के अनुसार सचिन यादव और यशवीर सिंह 36 एथलीटों की सूची में हैं। चोपड़ा ने 85.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन मार्क भी पार कर लिया था।विश्व एथलेटिक्स की ‘रोड टू तोक्यो' सूची 27 अगस्त को आयेगी, तब स्थिति और साफ हो जाएगी।विश्व एथलेटिक्स द्वारा प्रत्येक स्पर्धा के लिए पहले से निर्धारित संख्या को पूरा करने के बाद बाकी बची हुई जगहें विश्व रैंकिंग कोटा के माध्यम से दी जाएंगी। चोपड़ा के अलावा केवल पारुल चौधरी (महिला 3000 मीटर स्टीपलचेज), गुलवीर सिंह (पुरुष 5,000 मीटर) और प्रवीण चित्रवेल (पुरुषों की त्रिकूद) ने स्वत: क्वालीफिकेशन मार्क पार किया है। क्वालीफिकेशन हासिल करने वाले अविनाश साबले चोट और उसके बाद की सर्जरी के कारण बाहर हो गए हैं। विश्व रैंकिंग कोटा के माध्यम से दावेदारी में शामिल भारतीय खिलाड़ियों में अन्नू रानी (महिला भाला फेंक), प्रियंका गोस्वामी (महिला 35 किमी रेस वॉक), अनिमेष कुजुर (पुरुष 200 मीटर), अब्दुल्ला अबूबकर (पुरुष त्रिकूद), सेर्विन सेबेस्टियन और अक्षदीप सिंह (दोनों पुरुष 20 किमी रेस वॉक), राम बाबू (पुरुष 35 किमी रेस वॉक), सचिन, यशवीर और रोहित (सभी पुरुष भाला फेंक) के नाम शामिल है।
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शिमकेंट. भारतीय निशानेबाज ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने रविवार को यहां एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप में पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। जूनियर पुरुष थ्रीपी स्पर्धा में एड्रियन कर्माकर ने फाइनल में 463.8 के एशियाई जूनियर रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता। तोमर ने 462.5 का स्कोर करके शीर्ष स्थान हासिल किया। चीन के वेनयू झाओ ने 462 अंक के साथ रजत पदक जीता जबकि जापान के नाओया ओकाडा ने 445.8 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता। तोमर ने इस स्पर्धा में अपना दबदबा बनाए रखा और प्रतियोगिता के अधिकांश हिस्से में बढ़त बनाए रखी।
इस 24 साल के निशानेबाज ने नीलिंग पोजीशन में बेहतरीन प्रदर्शन किया लेकिन इसे प्रोन पोजीशन में दोहरा नहीं सके। उन्होंने हालांकि स्टैंडिंग दौर में अच्छा प्रदर्शन किया और 1.5 से अधिक अंकों की बढ़त के साथ प्रतियोगिता के अंतिम चरण में प्रवेश करने के बाद विजेता बने। इस स्पर्धा में अन्य भारतीय निशानेबाजों में चैन सिंह चौथे स्थान पर रहे, जबकि अखिल श्योराण फाइनल में पांचवें स्थान पर रहे। इससे पहले तोमर, चैन सिंह और श्योराण की भारतीय तिकड़ी ने 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता था। तोमर क्वालिफिकेशन में कुल 584 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर थे।
तोमर का यह इसी स्पर्धा में दूसरा एशियाई खिताब था। उन्होंने 2023 में भी स्वर्ण पदक जीता था। जकार्ता में 2024 सत्र में हालांकि उन्हें श्योराण से हारने के बाद उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा था। अनुभवी चैन सिंह 582 अंकों के साथ क्वालीफिकेशन में पांचवें स्थान पर रहे, जबकि विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता श्योराण ने 581 अंकों के साथ सातवां क्वालीफाइंग स्थान हासिल किया। चीन के भी तीनों निशानेबाजों ने क्वालीफाई किया, जबकि अन्य दो स्थान क्रमशः जापान और कोरिया को मिले।
भारत टीम स्वर्ण पदक से तीन अंक चूक गयी। भारतीय तिकड़ी का कुल स्कोर 1747 था जो चीन के कुल स्कोर से तीन अंक कम था। इस बीच ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली मनु भाकर महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल क्वालीफिकेशन दौर में प्रिसिशन चरण के बाद चौथे स्थान पर है। ईशा सिंह दूसरे स्थान पर रहीं। मनु इस सप्ताह की शुरुआत में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्तिगत और टीम स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीत चुकी है। वेदांत वाघमारे जूनियर पुरुषों की 3पी स्पर्धा में 582 के स्कोर के साथ क्वालीफाइंग में दूसरे स्थान पर रहे, जबकि एड्रियान 576 के स्कोर के साथ आठवां और आखिरी क्वालीफाइंग स्थान हासिल किया। सामी उल्लाह खान (575), रोहित कान्यान (575), गौरव देसले (569) और हितेश श्रीनिवासन (564) जैसे निशानेबाज क्वालीफाई नहीं कर पाए। वेदांत, एड्रियान और रोहित की तिकड़ी ने कुल 1733 के संयुक्त स्कोर के साथ टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। -
थिम्पू. अनुष्का कुमारी की हैट्रिक की बदौलत भारत ने रविवार को यहां सैफ अंडर-17 महिला चैंपियनशिप में मेजबान भूटान को 8-0 से हराकर लगातार तीसरी जीत हासिल की। अनुष्का (53वें, 61वें, 73वें) के शानदार प्रदर्शन के अलावा अभिस्ता बसनेट (23वें, 89वें) ने दो गोल किए जबकि पर्ल फर्नांडीस (71वें), दिव्यानी लिंडा (77वें) और वलैना जादा फर्नांडीस (90+2वें) ने गोल किए। भारतीय टीम मध्यांतर तक 1-0 से आगे थी लेकिन भारत ने दूसरे हाफ में दबदबा कायम करते हुए एकतरफा जीत दर्ज की। भारत ने टूर्नामेंट में अब तक 17 गोल किये हैं जबकि उसके खिलाफ कोई भी गोल नहीं हुआ है। टीम ने इस जीत के साथ ही अंक तालिका में शीर्ष स्थान पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। भारत के नाम अब तीन मैचों में नौ अंक हैं, जो बांग्लादेश और नेपाल से काफी आगे हैं। इन दोनों टीमों के तीन-तीन अंक है। भूटान का अभी खाता नहीं खुला है।
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नयी दिल्ली. भारतीय क्रिकेट जगत ने रविवार को खेल के सभी प्रारूप से संन्यास लेने वाले स्टार बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की उनके धैर्य, दृढ़ संकल्प और निस्वार्थ भाव से खेलने के लिए जमकर सराहना की। पुजारा ने भारत की तरफ से 103 टेस्ट मैच खेले और 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए।
भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने एक्स पर लिखा, ‘‘जब तूफान आया तो वह डटे रहे, जब उम्मीदें धूमिल हो रही थीं तब उन्होंने अपना जुझारूपन दिखाया। पुज्जी को बधाई।'' पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह ने राष्ट्रीय टीम के प्रति पुजारा की प्रतिबद्धता की सराहना की।
युवराज ने लिखा, ‘‘ऐसा व्यक्ति जिसने हमेशा अपना मन, शरीर और आत्मा देश के लिए लगा दी। शानदार करियर के लिए बहुत-बहुत बधाई पूजी। फिर मिलेंगे।'' भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने लिखा, ‘‘उनका साहस, धैर्य और दृढ़ संकल्प स्पष्ट दिखाई दिया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा टेस्ट में उन्हें जो चोटें लगीं, वे मेरे लिए पुजारा के उस क्रिकेटर का प्रतीक हैं जो अपने देश के लिए अपना सब कुछ झोंक देता है। शाबाश और आपको दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं।'' पुजारा के करियर के दौरान भारत के कोच रहे अनिल कुंबले ने कहा, ‘‘शानदार करियर के लिए बधाई! आप इस अद्भुत खेल के एक महान दूत रहे हैं। क्रिकेट के मैदान पर आपकी सभी उपलब्धियों पर हम सभी को गर्व है।‘‘ कुंबले ने लिखा, ‘‘आपने टीम के लिए अपना सबकुछ झोंक दिया। आपके साथ काम करना सौभाग्य की बात थी और आप अपनी दूसरी पारी में भी इसी तरह चमकते रहें। आपको, पूजा, अदिति और आपके पिताजी को शुभकामनाएं। शाबाश।'' पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कहा, ‘‘शानदार टेस्ट करियर के लिए बधाई चेतेश्वर। आपका धैर्य, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत प्रेरणादायक थी और आपने जो हासिल किया है उस पर आपको गर्व हो सकता है। दूसरी पारी के लिए शुभकामनाएं।
- नयी दिल्ली. भारत के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट बल्लेबाजों में से एक चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को अपने शानदार करियर को अलविदा कह दिया। इस 37 वर्षीय खिलाड़ी में सोशल मीडिया पर संन्यास लेने की घोषणा की। पुजारा ने भारत की तरफ से 103 टेस्ट मैच खेले। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच 2023 में खेला था। पुजारा ने कहा, ‘‘राजकोट के छोटे से शहर से एक छोटे लड़के के रूप में मैंने अपने माता-पिता के साथ सितारों में शामिल होने का लक्ष्य बनाया और भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने का सपना देखा। मुझे तब पता नहीं था कि यह खेल मुझे इतना कुछ देगा। इस खेल ने मुझे अमूल्य अवसर, अनुभव, उद्देश्य, प्यार और सबसे बढ़कर अपने राज्य और इस महान राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया। ''पुजारा ने भावुक होते हुए कहा, ‘‘भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना और हर बार मैदान पर कदम रखते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करना - इसका वास्तविक अर्थ शब्दों में बयां करना असंभव है। लेकिन जैसा कि सभी चीजों का अंत होता है और मैंने भी भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का निर्णय लिया है।''टेस्ट क्रिकेट के विशेषज्ञ बल्लेबाज पुजारा का संन्यास लेने का फैसला पूरी तरह से आश्चर्यजनक नहीं था, क्योंकि टीम के दो अन्य दिग्गज खिलाड़ियों विराट कोहली और रोहित शर्मा ने इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। पुजारा ने अपने टेस्ट करियर में 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए। वह भारत के सर्वकालिक सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में आठवें स्थान पर हैं। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 21301 रन भी बनाए हैं।
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शिमकेंट (कजाखस्तान). भारत के अर्जुन बाबूता और इलावेनिल वालारिवन ने यहां चल रही 16वीं एशियाई निशानेबाजी चैम्पियनशिप में 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता तथा जूनियर वर्ग का स्वर्ण पदक भी देश की झोली में आया। भारत की इस सीनियर जोड़ी ने चीन के डिंगके लू और शिनलु पेंग को 17 . 11 से हराया ।
भारत की शांभवी श्रवण और नारायण प्रणव की जोड़ी ने 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम जूनियर वर्ग में स्वर्ण पदक जीता । उन्होंने चीन को 16 . 12 से हराया । इन दो स्वर्ण पदकों के बाद भारत की पदक संख्या 22 हो गई है।
सीनियर 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में इलावेनिल (316.3) और बाबुता (317.7) ने 27 टीम के बीच क्वालीफिकेशन में 634.0 अंक हासिल कर शीर्ष स्थान हासिल किया जबकि भारत की दूसरी जोड़ी मेहुली घोष (317.7) और रुद्रांक्ष पाटिल (314.9) ने भी अच्छा प्रदर्शन करते हुए 632.6 अंक हासिल किए जिससे वे दूसरे स्थान पर रहे। हालांकि टूर्नामेंट के नियमों के अनुसार मेहुली और रुद्रांक्ष पदक जीतने का मौका हासिल करने से चूक गए क्योंकि इलावेनिल और अर्जुन का स्वर्ण पदक मुकाबला पेंग शिनलू और लू डिंगके की युवा चीनी जोड़ी से तय हो गया था और एक देश से एक ही टीम भाग ले सकती है। चीन की जोड़ी 632.3 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रही। फाइनल में चीनी जोड़ी शुरूआती दौर में आगे थी लेकिन भारतीय जोड़ी ने 9 . 5 और 10 . 1 के स्कोर से उबरते हुए शानदार वापसी करके स्वर्ण जीता । इलावेनिल इससे पहले महिला वर्ग में 10 मीटर एयर राइफल स्वर्ण जीत चुकी हैं । वहीं बाबूता ने रूद्रांक्ष पाटिल और किरण जाधव के साथ पुरूष 10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा में पीला तमगा जीता है । शांभवी ने 105 . 4, 105 . 2 और 104 . 4 स्कोर किया जबकि प्रणव ने 103 . 7, 105 . 7 और 105 . 1 स्कोर किया । भारत की ईशा टकसाले और हिमांशु क्वालीफिकेशन में 628 . 6 स्कोर करके चौथे स्थान पर रहे ।
शांभवी इससे पहले ह्रदय श्री कोंडुर और ईशा अनिल के साथ 1896 . 2 के जूनियर विश्व रिकार्ड के साथ महिला जूनियर 10 मीटर एयर राइफल टीम का स्वर्ण जीत चुकी है । -
नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलियाई टेनिस स्टार निक किर्गियोस लगातार तीसरे साल यूएस ओपन में हिस्सा नहीं लेंगे। टूर्नामेंट आयोजकों ने गुरुवार को उनके नाम वापसी की पुष्टि की।
इस सीजन में उन्होंने केवल पांच एकल मुकाबले खेले30 वर्षीय किर्गियोस पिछले कुछ सालों से पैर, घुटने और कलाई की चोटों से जूझ रहे हैं। इस सीजन में उन्होंने केवल पांच एकल मुकाबले खेले हैं, जिनमें से चार में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।किर्गियोस का करियर का सबसे सफल वर्ष 2022 रहा थाकिर्गियोस का करियर का सबसे सफल वर्ष 2022 रहा था, जब वे विंबलडन फाइनल तक पहुंचे थे और न्यूयॉर्क में क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। हालांकि चोटों के कारण उनका करियर लगातार प्रभावित होता रहा।उन्होंने 2023 में सिर्फ एक मैच खेला, जबकि 2024 पूरा साल मिस किया। इस साल भी मार्च में मियामी ओपन की दूसरी राउंड हार के बाद से उन्होंने कोई एकल मैच नहीं खेला है।किर्गियोस की जगह मुख्य ड्रॉ में एक ‘लकी लूजर’ को शामिल किया जाएगाकिर्गियोस की जगह मुख्य ड्रॉ में एक ‘लकी लूजर’ को शामिल किया जाएगा। यूएस ओपन के इस साल के अंतिम ग्रैंड स्लैम के एकल मुकाबले रविवार से शुरू होंगे। ( -
शिमकेंट (कजाखस्तान). भारतीय निशानेबाज मानसी रघुवंशी ने बृहस्पतिवार को एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप की महिला जूनियर स्कीट स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया जबकि हमवतन यशस्वी राठौर ने रजत पदक जीता। जूनियर पुरुष स्कीट फाइनल में भारत के हरमेहर सिंह लाली ने 53 अंक से रजत पदक जीता जबकि ज्योतिरादित्य सिंह सिसोदिया ने 43 अंक से कांस्य पदक प्राप्त किया। कजाखस्तान के आर्टयोम सेडेलनिकोव ने स्वर्ण पदक हासिल किया।
मानसी फाइनल में 53 अंक बनाकर चैंपियन बनीं जबकि यशस्वी ने 52 अंक बनाकर कजाखस्तान की लिडिया बशारोवा (40) को पछाड़कर दूसरा स्थान हासिल किया। प्रतियोगिता में भाग ले रही अन्य भारतीय निशानेबाज अग्रिमा कंवर (15) फाइनल में छठे और अंतिम स्थान पर रहीं। मानसी ने पांच दौर में कुल 106 अंक से दूसरे स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई जबकि बशारोवा ने 112 अंक से क्वालीफिकेशन में शीर्ष स्थान हासिल किया। यशस्वी 102 अंक से क्वालीफिकेशन में पांचवें स्थान पर रहीं और अग्रिमा ने भी 101 अंक से कट हासिल किया। इससे पहले ईशान सिंह लिब्रा (116), हरमेहर सिंह लाली (115) और ज्योतिरादित्य सिंह सिसोदिया (110) ने क्रमशः पहले, तीसरे और पांचवें स्थान पर रहते हुए पुरुष जूनियर स्कीट के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। ईशान फाइनल में 14 अंक से छठे स्थान पर रहे। -
चेन्नई. तमिलनाडु के विशाल थेनारासु कयालविझी ने बृहस्पतिवार को यहां राष्ट्रीय अंतर राज्यीय सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की पुरुष 400 मीटर स्पर्धा में 45.12 सेकेंड के समय से राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। इक्कीस साल के विशाल ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को काफी पीछे छोड़ते हुए देश के सर्वश्रेष्ठ 400 मीटर धावक की अपनी दावेदारी और मजबूत की। उन्होंने 45.21 सेकेंड के पिछले राष्ट्रीय रिकॉर्ड में सुधार किया जो मोहम्मद अनस ने 2019 में बनाया था। इससे पहले विशाल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 45.57 सेकेंड था जो उन्होंने मई में दक्षिण कोरिया में 2025 एशियाई चैंपियनशिप में चौथे स्थान पर रहने के दौरान बनाया था। विशाल हालांकि 44.85 सेकेंड के विश्व चैंपियनशिप के स्वत: क्वालीफिकेशन समय से चूक गए।
तमिलनाडु के अनुभवी राजेश रमेश 46.04 सेकेंड के समय के साथ दूसरे स्थान पर रहे जबकि हरियाणा के विक्रांत पांचाल ने 46.17 सेकेंड के समय से तीसरा स्थान हासिल किया। -
नयी दिल्ली. बिहार के राजगीर में होने वाले एशिया कप के लिये 18 सदस्यीय भारतीय टीम का ऐलान बुधवार को किया गया जिसमें फॉरवर्ड शिलानंद लाकड़ा और दिलप्रीत सिंह ने अपनी जगह बरकरार रखी है । टूर्नामेंट 29 अगस्त से सात सितंबर तक खेला जायेगा जिसके विजेता को अगले साल एफआईएच पुरूष विश्व कप में सीधे प्रवेश मिलेगा जो 14 से 30 अगस्त तक नीदरलैंड और बेल्जियम में होना है । ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह टीम के कप्तान हैं । राजिंदर सिंह, लाकड़ा और दिलप्रीत आस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम का हिस्सा थे । राजिंदर को शमशेर सिंह की जगह चुना गया जबकि लाकड़ा ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय हॉकी को अलविदा कहने वाले ललित उपाध्याय की जगह ली है । दिलप्रीत को गुरजंत सिंह पर तरजीह मिली है । स्ट्राइकर ललित उपाध्याय ने जून में एफआईएच प्रो लीग के यूरोप चरण के बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास ले लिया था । भारत को एशिया कप में जापान, चीन और कजाखस्तान के साथ पूल ए मिला है । भारतीय टीम 29 अगस्त को चीन के खिलाफ पहला मैच खेलेगी । इसके बाद 31 अगस्त को जापान और एक सितंबर को कजाखस्तान से खेलना है । गोलकीपिंग का दारोमदार कृशन बी पाठक और सूरज करकेरा पर होगा । डिफेंस में हरमनप्रीत और अमित रोहिदास के साथ जरमनप्रीत सिंह, सुमित, संजय और जुगराज सिंह हैं । मिडफील्ड में मनप्रीत सिंह, विवेक सागर प्रसाद, राजिंदर, राज कुमार पाल और हार्दिक सिंह होंगे । फॉरवर्ड पंक्ति में मनदीप सिंह, अभिषेक, सुखजीत सिंह, लाकड़ा और दिलप्रीत जिम्मा संभालेंगे । नीलम संजीप सेस और सेल्वम कार्ति को रिजर्व में रखा गया है ।
टीम चयन के बारे में मुख्य कोच क्रेग फुल्टोन ने कहा , हमने अनुभवी टीम चुनी है । विश्व कप क्वालीफिकेशन को देखते हुए एशिया कप हमारे लिये महत्वपूर्ण है लिहाजा हमें दबाव में अच्छा खेलने वाले खिलाड़ी चाहिये ।'' भारतीय टीम :
गोलकीपर : सूरज करकेरा, कृशन बी पाठक
डिफेंडर : हरमनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास , जरमनप्रीत सिंह, सुमित, संजय और जुगराज सिंह
मिडफील्ड : मनप्रीत सिंह, विवेक सागर प्रसाद, राजिंदर, राज कुमार पाल और हार्दिक सिंह
फॉरवर्ड : मनदीप सिंह, अभिषेक, सुखजीत सिंह, शिलानंद लाकड़ा और दिलप्रीत सिंह
रिजर्व खिलाड़ी : नीलम संजीप सेस और सेल्वम कार्ति । -
मुंबई. टेस्ट कप्तान शुभमन गिल को नौ सितंबर से यूएई में शुरू होने वाले एशिया कप के लिए भारत की 15 सदस्यीय टी20 का उपकप्तान बनाया गया है जबकि दिग्गज तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की लंबे समय के बाद छोटे प्रारूप की टीम में वापसी हुई है। गिल ने अपना पिछला टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच 2024 में पल्लेकेले में श्रीलंका के खिलाफ खेला था और अब वह अक्षर पटेल की जगह कप्तान सूर्यकुमार यादव की अगुवाई वाली टीम में उप-कप्तान होंगे। मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने यहां टीम की घोषणा के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘गिल ने इंग्लैंड दौरे पर हमारी उम्मीदों से बढ़कर प्रदर्शन किया।'' एशिया कप के तुरंत बाद अक्टूबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट श्रृंखला के होने के कारण बुमराह की उपलब्धता को लेकर कुछ संशय बना हुआ था। चयनकर्ताओं ने हालांकि बुमराह को चुनने का फैसला किया। वह पिछले साल हुए टी20 विश्व कप के बाद टीम में वापसी कर रहे हैं। बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को भी टीम में शामिल किया गया है, जबकि जितेश शर्मा दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज होंगे। यशस्वी जायसवाल चयनकर्ताओं द्वारा चुने गए पांच स्टैंडबाय (वैकल्पिक) खिलाड़ियों में शामिल है।
अगरकर ने कहा, ‘‘यह थोड़ा निराशाजनक है कि जायसवाल को मुख्य टीम से बाहर होना पड़ा, लेकिन उन्हें इंतजार करना होगा।'' टीम में एक और प्रमुख नाम श्रेयस अय्यर का नहीं था। अय्यर इस साल आईपीएल में शानदार लय में थे और उनकी कप्तानी में टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया था। अगरकर ने कहा कि टी20 में बड़ी संख्या में प्रतिभावान खिलाड़ियों की मौजूदगी के कारण उन्हें टीम में शामिल करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास टी20 टीम में कुछ अच्छे विकल्प हैं। विकल्प में अधिकता के कारण कई बार टीम चुनना आसान नहीं होता। इस तरह की स्थिति में होना हालांकि अच्छा है।'' भारत को एशिया कप के ग्रुप ए में पाकिस्तान, ओमान और यूएई के साथ रखा गया है।
एशिया कप के लिए भारतीय टीम:
सूर्यकुमार यादव (कप्तान), शुभमन गिल (उप-कप्तान), अभिषेक शर्मा, हार्दिक पंड्या, अक्षर पटेल, जसप्रीत बुमराह, जितेश शर्मा, शिवम दुबे, अर्शदीप सिंह, संजू सैमसन, हर्षित राणा, तिलक वर्मा, रिंकू सिंह, वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव। -
नयी दिल्ली. पाकिस्तान और ओमान की जगह बिहार के राजगीर में 29 अगस्त से होने वाले पुरुष एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट में बांग्लादेश और कजाखस्तान खेलेंगे। मंगलवार को जारी टूर्नामेंट के कार्यक्रम में यह जानकारी दी गई। मेजबान भारत को चीन, जापान और कजाखस्तान के साथ ग्रुप ए में रखा गया है जबकि पूल बी में मलेशिया, कोरिया, चीनी ताइपे और बांग्लादेश को जगह मिली है। मलेशिया और बांग्लादेश के मुकाबले के साथ 29 अगस्त को इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट की शुरुआत होगी जबकि प्रतियोगिता के पहले दिन के अंतिम मुकाबले में भारत और चीन आमने-सामने होंगे। फाइनल, तीसरे स्थान का प्ले ऑफ और पांचवें-छठे स्थान का क्लासीफिकेशन मुकाबला सात सितंबर को होगा।
भारत सरकार ने कहा था कि वह टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तानी खिलाड़ियों को वीजा मुहैया कराएगी लेकिन पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) ने सुरक्षा कारणों से यात्रा करने से इनकार कर दिया। आयोजकों ने आठ टीम के इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान की जगह लेने के लिए पहले ही बांग्लादेश से संपर्क कर लिया था। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के साथ सैन्य टकराव के कारण पाकिस्तान के एशिया कप में प्रतिनिधित्व को लेकर अनिश्चितता थी। यह 2026 विश्व कप की क्वालीफाइंग प्रतियोगिता भी है। भारत ने आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे को ध्वस्त करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। -
श्यामकेंट (कजाकिस्तान). ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली भारत की स्टार निशानेबाज मनु भाकर ने मंगलवार को यहां एशियाई निशानेबाजी चैम्पियनशिप की महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। भाकर ने आठ महिलाओं के फाइनल में 219.7 अंक हासिल कर तीसरा स्थान हासिल किया।
चीन की कियान्के मा ने 243.2 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि कोरिया की जिन यांग को 241.6 अंक के साथ रजत पदक मिला। भाकर ने क्वालीफिकेशन में 583 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहकर फाइनल में प्रवेश किया था।
कोरिया की येजिन ओह ने 585 अंक के साथ क्वालीफिकेशन में शीर्ष स्थान हासिल किया, लेकिन वह केवल रैंकिंग अंक के लिए इस प्रतियोगिता भाग ले रही थीं, जिससे चीन की कियानक्सुन याओ शीर्ष रैंक की निशानेबाज के रूप में फाइनल में पहुंच गईं। भारत की अन्य खिलाड़ियों में इस प्रतियोगिता में केवल रैंकिंग अंकों के लिए भाग ले रही ईशा सिंह 577 अंकों के साथ नौवें, सुरुचि सिंह 574 अंकों के साथ 12वें, पलक 573 अंकों के साथ 17वें और सुरभि राव 570 अंकों के साथ 25वें स्थान पर रहीं। भाकर, सुरुचि सिंह और पलक की तिकड़ी टीम स्पर्धा में 1730 के कुल स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर रही। - कोलकाता/ म्यूनिख में 1972 में खेले गए ओलंपिक खेलों की कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के सदस्य और दिग्गज टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस के पिता डॉ. वेस पेस का उम्र संबंधी बीमारियों के कारण गुरुवार सुबह यहां निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे। वेस पेस पार्किंसन रोग से पीड़ित थे। उन्हें मंगलवार सुबह यहां वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वेस पेस का अंतिम संस्कार सोमवार या मंगलवार को किया जाएगा क्योंकि परिवार उनकी दोनों बेटियों के आने का इंतजार करेगा जो विदेश में बस गई हैं। वेस पेस का विवाह जेनिफर से हुआ था। वह भारतीय बास्केटबॉल खिलाड़ी थीं और राष्ट्रीय टीम की कप्तान भी रह चुकी थीं। बहुमुखी प्रतिभा के धनी वेस पेस विभिन्न भूमिकाओं में लंबे समय तक भारतीय खेलों से जुड़े रहे। वह भारतीय हॉकी टीम में मिडफ़ील्डर थे। उन्होंने फ़ुटबॉल, क्रिकेट और रग्बी जैसे खेल भी खेले और 1996 से 2002 तक भारतीय रग्बी फ़ुटबॉल संघ के अध्यक्ष भी रहे। अप्रैल 1945 में गोवा में जन्मे पेस खेल और शिक्षा दोनों में असाधारण थे और हॉकी में सफल होने के बाद वे खेल चिकित्सा के चिकित्सक बन गए। उन्होंने एशियाई क्रिकेट परिषद, भारतीय क्रिकेट बोर्ड और भारतीय डेविस कप टीम सहित कई खेल निकायों के साथ सलाहकार के रूप में काम किया। वेस पेस उस भारतीय हॉकी टीम के भी सदस्य थे जिसने 1971 में बार्सिलोना में विश्व कप में कांस्य पदक जीता था, लेकिन उसके एक साल बाद मिला ओलंपिक पदक उनके करियर का सबसे महत्वपूर्ण पल था। ओलंपिक खेल 1972 को फिलिस्तीन के एक उग्रवादी समूह द्वारा 11 इजरायली खिलाड़ियों की हत्या के लिए भी दुखद रूप से याद किया जाता है, जिसके कारण इस खेल को चार दिनों के लिए बंद करना पड़ा था। हॉकी करियर को अलविदा कहने के बाद वेस पेस एक दशक तक भारतीय डेविस कप टीम के टीम डॉक्टर और लिएंडर पेस के मैनेजर भी रहे। लिएंडर पेस ने अपने पिता के कहने पर ही टेनिस में कदम रखा था। लिएंडर ने भारतीय खेलों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और 18 ग्रैंड स्लैम खिताब जीतकर देश के इतिहास में सबसे सफल टेनिस खिलाड़ी बने। लिएंडर के 18 ग्रैंड स्लैम खिताब में आठ पुरुष युगल और 10 मिश्रित युगल खिताब शामिल हैं। लिएंडर ने 1996 के अटलांटा ओलंपिक में पुरुष एकल का कांस्य पदक भी जीता। इस प्रकार उन्होंने हर चार साल में होने वाले इन खेलों में पदक जीतने की पारिवारिक परंपरा को जीवित रखा। लिएंडर अंतरराष्ट्रीय टेनिस हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले पहले एशियाई पुरुष टेनिस खिलाड़ी भी हैं।हॉकी इंडिया के अध्यक्ष और पूर्व डिफेंडर दिलीप टिर्की ने कहा कि पेस सीनियर के निधन से देश में खेल का एक युग समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हॉकी इंडिया के लिए यह एक दुखद दिन है। डॉ. पेस के निधन से हॉकी के एक युग का अंत हो गया है। म्यूनिख में जीता गया ओलंपिक पदक उनके धैर्य और दृढ़ संकल्प का प्रमाण है।'' टिर्की ने कहा, ‘‘मुझे उनसे कई बार मिलने का सौभाग्य मिला और मैं हमेशा खेलों के प्रति उनके जुनून से प्रेरित रहा। वे देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के प्रबल समर्थक थे।‘‘ टिर्की ने कहा, ‘‘हॉकी इंडिया की तरफ से हम उनकी पत्नी जेनिफर, बेटे लिएंडर और उनके पूरे परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। हम दुःख इस घड़ी में उनके साथ हैं।'' वेस पेस 70 और 80 के दशक में कोलकाता की फुटबॉल दिग्गज मोहन बागान और मोहम्मडन स्पोर्टिंग की हॉकी टीमों के लिए भी खेले। उन्होंने ईस्ट बंगाल के तत्कालीन कोच सुभाष भौमिक के आग्रह पर ईस्ट बंगाल फुटबॉल टीम और बाईचुंग भूटिया जैसे खिलाड़ियों के साथ भी काम किया। भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने कहा कि भारतीय खेलों में वेस पेस का योगदान अतुलनीय है और वह हमेशा मदद के लिए तैयार रहते थे। सानिया ने कहा, ‘‘मैं डॉ. वेस पेस को पिछले कई वर्षों से जानती थी। वह 2002 के बुसान एशियाई खेलों में भारतीय टीम के डॉक्टर थे और उन्होंने वर्षों तक एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और ओलंपिक में राष्ट्रीय टीम के साथ नियमित रूप से काम किया। स्वयं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी होने के कारण वह पेशेवर खिलाड़ियों की मानसिकता को अच्छी तरह से समझते थे। '' उन्होंने कहा, ‘‘एक भद्रजन जिन्हें भारतीय होने पर गर्व था। वेस अंकल को न केवल टेनिस खिलाड़ी, बल्कि हमारे देश का पूरा खेल जगत बहुत याद करेगा। ईश्वर लिएंडर और उनके परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।''
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नयी दिल्ली. भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने बुधवार को यहां अपनी विशेष आम बैठक (एसजीएम) के दौरान 2030 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए देश की बोली को औपचारिक रूप से मंजूरी दे दी। भारत ने 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों के लिए अहमदाबाद को मेजबान शहर बनाते हुए पहले ही आशय पत्र जमा कर दिया है। भारत को हालांकि 31 अगस्त की समय सीमा से पहले अंतिम बोली के लिए प्रस्ताव जमा करने होंगे। आईओए अध्यक्ष पी टी उषा ने कहा कि अहमदाबाद के साथ-साथ 2010 के मेजबान दिल्ली और भुवनेश्वर पर भी विचार किया जाएगा। उषा ने आधे घंटे से ज्यादा समय तक चली विशेष आम बैठक (एसजीएम) के बाद कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि सभी एक साथ हैं और यह सर्वसम्मति से लिया गया फैसला है। अब हम अपनी तैयारी को आगे बढ़ा सकते हैं। हम अभी यह नहीं कह सकते कि अहमदाबाद मेजबान शहर है या नहीं। हमारे पास भुवनेश्वर और दिल्ली में भी अच्छी सुविधाएं हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘कुछ परिस्थितियों के कारण 2026 में ग्लासगो में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में कम खेल शामिल किए गए हैं। अगर हमें 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी मिलती है तो उसमें सभी खेल शामिल किए जाएंगे।'' उनका इशारा 2026 ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों की छोटी सूची की ओर था जिसमें हॉकी, बैडमिंटन, कुश्ती और निशानेबाजी जैसे प्रमुख खेलों को लागत का हवाला देते हुए हटा दिया गया है। आईओए के सीईओ रघुराम अय्यर से जब पूछा गया कि क्या 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी एक से अधिक शहरों में होने की संभावना है तो उन्होंने कहा, ‘‘हम अभी कुछ नहीं कह सकते। '' कनाडा के दौड़ से बाहर हो जाने के बाद भारत के लिए 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी पाने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। आईओए के संयुक्त सचिव कल्याण चौबे ने कहा, ‘‘ निशानेबाजी, तीरंदाजी, कुश्ती जैसे खेलों को इसमें शामिल करने की योजना है। हमारे पारंपरिक खेल जैसे कबड्डी और खो-खो भी इसमें शामिल होने चाहिए।'' राष्ट्रमंडल खेल निदेशक डैरेन हॉल के नेतृत्व में राष्ट्रमंडल खेल के अधिकारियों की एक टीम ने हाल ही में आयोजन स्थलों का निरीक्षण करने तथा गुजरात सरकार के अधिकारियों से चर्चा करने के लिए अहमदाबाद का दौरा किया था। राष्ट्रमंडल खेल प्रतिनिधिमंडल से मिली प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर अय्यर ने कहा, ‘‘मैं प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा था और वे स्थलों और वहां उपलब्ध सभी चीजों की तैयारी और बुनियादी ढांचे को देखने आए थे। '' अय्यर ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर वे खुश होकर लौटे हैं और अब जब हमें आम सभा की मंजूरी मिल गई है तो महीने के अंत तक हम प्रस्ताव पेश करेंगे। '' इस महीने के अंत में राष्ट्रमंडल खेलों के एक प्रतिनिधिमंडल के अहमदाबाद पहुंचने की संभावना है।
कार्यकारी परिषद के सदस्य रोहित राजपाल ने कहा, ‘‘राष्ट्रमंडल खेल 2020 में सभी खेल शामिल होंगे। इसमें वह सभी खेल शामिल होंगे जिनमें हमारी पदक जीतने की संभावना अधिक है।'' उन्होंने कहा, ‘‘खेलों के तीन समूह हैं। पहला, राष्ट्रमंडल खेलों के मुख्य खेल, जो हमेशा होते हैं, फिर वे खेल जिन्हें मेजबान देश चुन सकता है और तीसरा, अतिरिक्त खेल। इनमें हमारे पारंपरिक और स्वदेशी खेल भी शामिल होंगे।'' राष्ट्रमंडल खेलों की आम सभा नवंबर के आखिरी हफ्ते में ग्लासगो में मेज़बान देश का फैसला करेगी। भारत इससे पहले 2010 में दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेलों की मेज़बानी कर चुका है। एसजीएम से पहले सुबह कार्यकारी परिषद की बैठक हुई।आम सभा ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए लेखापरीक्षित लेखा विवरण पारित किया और वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए वैधानिक लेखा परीक्षक की नियुक्ति को भी मंजूरी दी। इस बीच, पता चला है कि अय्यर का वेतन शुरू में प्रस्तावित 20 लाख रुपये प्रति माह के बजाय 13 लाख रुपये प्रति माह कर दिया गया है जो पिछले महीने खत्म हुए लंबे आंतरिक विवाद के दौरान उषा और कार्यकारी समिति के अधिकांश सदस्यों के बीच विवाद का विषय था। इस घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘‘अय्यर का वेतन अब 13 लाख रुपये प्रति माह होगा। वह इसके लिए सहमत हो गए हैं। '' उषा ने जनवरी 2024 में आईओए के सीईओ के रूप में अय्यर की नियुक्ति की घोषणा की थी लेकिन इस साल 24 जुलाई को ही इसको मंजूरी मिल पाई। - मेदान (इंडोनेशिया). एशिया पैसिफिक रैली चैम्पियनशिप (एपीआरसी) में एकमात्र भारतीय महिला चालक निकिता ताकाले यहां सफलता हासिल करने के बाद अब विश्व रैली चैम्पियनशिप और चुनौती पूर्ण डकार रैली में भाग लेना चाहती हैं। निकिता ने अपने सह-चालक सुधींद्र बीजी के साथ रविवार को संपन्न हुए एपीआरसी के तीसरे राउंड में तीन खिताब जीते, जिसमें एपीआरसी आरसी4 वर्ग, एपीआरसी महिला वर्ग और सुमात्रा रैली आरसी4 श्रेणी शामिल हैं। इससे उन्होंने जापान में नवंबर में होने वाले फाइनल के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है। निकिता ने कहा, ‘‘मैं दूसरी बार इस चैंपियनशिप में भाग ले रही थी। दो साल पहले मैंने भारत में क्वालीफाई किया था लेकिन फाइनल तक नहीं पहुंच सकी थी। इस बार मैंने फाइनल में जगह बनाई है और मैं जापान में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘इस खेल में सभी का लक्ष्य विश्व रैली चैंपियनशिप और डकार रैली में भाग लेना होता है। उम्मीद है मुझे जल्द ही इन दोनों प्रतियोगिताओं में भाग लेने का मौका मिलेगा। एपीआरसी के फाइनल में जगह बनाना सपना सच होने जैसा है। मैं धीरे-धीरे आगे बढ़ना चाहती हूं और मेरा लक्ष्य कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेना है।'' जेके रेसिंग का प्रतिनिधित्व कर रही निकिता ने इस रैली को जीतकर अपने करियर का 100वां पोडियम हासिल किया और वह इस संख्या को और बढ़ाना चाहती हैं। इस 24 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ‘‘मैंने 2021 में अपना करियर शुरू किया और यह उतार-चढ़ाव भरा रहा है। मुझे रैली स्टार हंट इवेंट के लिए मौका मिला। मैं लगातार अच्छा प्रदर्शन करती रही। इस रैली को जीतने के बाद मैंने पोडियम में पहुंचने का शतक पूरा कर दिया।''
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वाशिंगटन/ स्टार फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लंबे समय से उनकी पार्टनर रही जॉर्जिना रोड्रिग्स ने सगाई कर ली है। जॉर्जिना 31 साल की हैं। उन्होंने सोमवार को इंस्टाग्राम पर अपनी उंगली में एक बड़ी अंगूठी दिखाते हुए एक तस्वीर के साथ इस खुशखबरी की घोषणा की। जॉर्जिना ने तस्वीर के साथ स्पेनिश में कैप्शन में लिखा, ‘‘हां हमने सगाई कर ली है। यह मेरी जिंदगी का सबसे खूबसूरत पल है।'' जॉर्जिना और 40 वर्षीय रोनाल्डो की दो बेटियां हैं। उन्होंने रोनाल्डो के अन्य तीन बच्चों की परवरिश में भी मदद की है। जॉर्जिना ने 2022 में जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था लेकिन उनमें से एक लड़के की मौत हो गई थी। रोनाल्डो की जॉर्जिना से 2016 में मुलाकात हुई थी जब वह मैड्रिड के एक स्टोर में काम करती थीं। रियाल मैड्रिड और मैनचेस्टर यूनाइटेड पूर्व स्टार रोनाल्डो अब सऊदी अरब में अल-नासर के लिए खेलते हैं।
- नयी दिल्ली. इंग्लैंड के खिलाफ हालिया टेस्ट श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन के बाद शुभमन गिल इस सत्र के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं लेकिन अगले महीने यूएई में होने वाले एशिया कप टी20 में भारतीय टीम की उप कप्तानी के लिए उन्हें अक्षर पटेल जैसे दावेदार का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का भी इस टूर्नामेंट में खेलना तय है और अक्टूबर की शुरुआत में वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाले पहले टेस्ट मैच के लिए उन्हें आराम दिया जा सकता है। अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति 19 या 20 अगस्त को एशिया कप के लिए टीम का चयन कर सकती है जो इस बात पर निर्भर करेगा कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) की खेल विज्ञान टीम सभी खिलाड़ियों का ‘मेडिकल बुलेटिन' कब भेजती है जिसमें कप्तान सूर्यकुमार यादव की जानकारी भी शामिल है जिन्होंने बेंगलुरु में नेट्स पर बल्लेबाजी शुरू कर दी है। चयन प्रक्रिया में कुछ पेचीदा फैसले होंगे लेकिन भारतीय चयनकर्ता निश्चित रूप से निरंतरता बनाए रखना चाहेंगे जिसने सूर्यकुमार के टी20 कप्तान बनने के बाद से उन्हें काफी सफलता दिलाई है। अक्षर भारत की इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में उप कप्तान थे जबकि पिछले साल श्रीलंका में जब सूर्यकुमार को पहली बार टी20 टीम का पूर्णकालिक कप्तान नियुक्त किया गया था तब गिल ने यह जिम्मेदारी निभाई थी। यह समझा जाता है कि चयन समिति इस टीम में अधिक बदलाव नहीं करना चाहेगी क्योंकि अभिषेक शर्मा, संजू सैमसन, सूर्यकुमार, तिलक वर्मा और हार्दिक पांड्या शीर्ष पांच में मजबूत खिलाड़ी हैं। इस मामले की जानकारी रखने वाले भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सूत्र ने एक न्यूज़ एजेंसी को बताया, ‘‘अभिषेक शर्मा पिछली आईसीसी रैंकिंग में दुनिया के नंबर एक टी20 बल्लेबाज हैं। संजू सैमसन ने पिछले सत्र में बल्ले और विकेटकीपर दोनों से शानदार प्रदर्शन किया था। इसलिए यह फैसला लेना मुश्किल होगा लेकिन मौजूदा फॉर्म (हालांकि टेस्ट में) को देखते हुए शुभमन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था। चयनकर्ताओं के लिए समस्या यह है कि शीर्ष क्रम में कई अच्छे खिलाड़ी मौजूद हैं।'' शीर्ष क्रम में इतने सारे खिलाड़ियों के साथ यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन के लिए जगह बनाना बहुत मुश्किल होगा। एकदिवसीय प्रारूप में पहली पसंद के विकेटकीपर लोकेश राहुल के नाम पर विचार नहीं किए जाने की संभावना है क्योंकि वह मध्यक्रम में बल्लेबाजी नहीं करते हैं। हालांकि सैमसन का पहले विकेटकीपर के रूप में चुना जाना लगभग तय है लेकिन दूसरे विकेटकीपर के स्थान के लिए जितेश शर्मा और ध्रुव जुरेल के बीच मुकाबला होगा। जुरेल पिछली टी20 सीरीज का हिस्सा थे जबकि जितेश ने आईपीएल में आरसीबी के विजयी अभियान में प्रभावशाली प्रदर्शन किया था। उन्होंने फिनिशर की भूमिका भी बखूबी निभाई। हार्दिक पंड्या भारत के सफेद गेंद के तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में पहली पसंद हैं तो वहीं इंग्लैंड श्रृंखला के दौरान चोटिल हुए नितीश कुमार रेड्डी के समय पर फिट होने की संभावना नहीं है। इंग्लैंड के खिलाफ अच्छी वापसी करने वाले शिवम दुबे को टीम में जगह मिलने की संभावना है। अक्षर और वाशिंगटन सुंदर टीम में अन्य दो स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर होंगे।मुख्य संघर्ष तेज गेंदबाजी आक्रमण में होगा जहां बुमराह और अर्शदीप सिंह ने अपनी जगह पक्की कर ली है। तीसरे स्थान के लिए प्रसिद्ध कृष्णा और हर्षित राणा के बीच मुकाबला होगा। प्रसिद्ध ने पिछले आईपीएल में 25 विकेट लिए थे। संभावित दावेदार: सूर्यकुमार यादव (कप्तान), शुभमन गिल, अभिषेक शर्मा, संजू सैमसन, तिलक वर्मा, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह, हर्षित राणा/प्रसिद्ध कृष्णा, हार्दिक पंड्या, जितेश शर्मा/ध्रुव जुरेल।
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कोलकाता । पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने रोहित शर्मा और विराट कोहली के एकदिवसीय रिकॉर्ड को ‘असाधारण' करार देते हुए कहा कि इन दोनों दिग्गजों को 50 ओवर के प्रारूप में तब तक खेलते रहना चाहिए जब तक कि उनका प्रदर्शन अच्छा है। कुछ मीडिया रिपोर्टों में कयास लगाया गया है कि ऑस्ट्रेलिया का आगामी दौरा इन दोनों खिलाड़ियों का आखिरी वनडे दौरा हो सकता है। गांगुली ने इस बारे में पूछे जाने परं कहा कि उन्हें ऐसे किसी बात की जानकारी नहीं है। गांगुली ने कहा, ‘‘मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसलिए मैं इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकता हूं। '' गांगुली ने हालांकि इस बात पर जोर दिया कि उनके करियर को आगे बढ़ाने में प्रदर्शन सबसे महत्वपूर्ण कारक होना चाहिए। उन्होंने यहां एक कार्यक्रम के इतर कहा, ‘‘यह कहना मुश्किल है। जो भी अच्छा करेगा, वही खेलेगा। अगर वे अच्छा करते हैं, तो उन्हें खेलना जारी रखना चाहिए। कोहली का वनडे रिकॉर्ड असाधारण है, रोहित शर्मा के साथ भी ऐसा ही है। वे दोनों सफेद गेंद की क्रिकेट (सीमित ओवरों के मैच) में असाधारण हैं।'' टेस्ट और टी20 अंतरराष्ट्रीय प्रारूण से संन्यास ले चुके इन दोनों खिलाड़ियों ने 2027 के विश्व कप के बारे में अपनी योजनाओं को अभी तक स्पष्ट नहीं किया है। भारत का एकदिवसीय श्रृंखला के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरा 19 अक्टूबर से शुरू होगा, जिसके मैच पर्थ, एडिलेड और सिडनी में खेले जाएंगे। इसके बाद दिसंबर में भारत घरेलू मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन वनडे मैच खेलेगा। भारती टीम 2026 में न्यूजीलैंड के खिलाफ दो बार, अफगानिस्तान, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ वनडे शृंखलाओं में खेलेगी। दुबई में नौ सितंबर से शुरू होने वाले आगामी टी-20 एशिया कप के बारे में पूछे जाने पर गांगुली ने भारतीय टीम को जीत का दावेदार बताया। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में पांच कड़े टेस्ट मैचों के बाद मिला आराम टीम के लिए बहुत ज़रूरी था। गांगुली ने कहा, ‘‘ खिलाड़ियों को विश्राम करने का जरूरी समय मिल गया है। उन्होंने आईपीएल के बाद पांच टेस्ट खेले और अब वे नौ सितंबर से एशिया कप खेलेंगे।'' उन्होंने कहा, ‘‘भारत बहुत मजबूत है। टीम अगर टेस्ट क्रिकेट में मजबूत हैं, तो वनडे और और भी ज्यादा मजबूत है। मैं समझता हूं कि भारत जीत का दावेदार होगा और दुबई की पिचों पर उन्हें हराना बहुत मुश्किल होगा।'' शुभमन गिल के टेस्ट कप्तान के रूप में भविष्य के बारे में पूछे जाने पर, गांगुली ने युवा कप्तान की बहुत सराहना की और कहा, ‘‘वह भारत के टेस्ट कप्तान हैं, और उनका भविष्य बहुत उज्ज्वल है।'' गांगुली ने कहा कि वह क्रिकेट प्रशासन में अपनी दूसरी पारी के लिए तैयार हैं और बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अगर सदस्य चाहेंगे, तो मैं नामांकन दाखिल करूंगा।''
गांगुली 2015 के मध्य से अक्टूबर 2019 तक सीएबी के अध्यक्ष रह चुके हैं। वह इसके बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के भी अध्यक्ष रह चुके हैं। - तोक्यो।' जापान के दो मुक्केबाजों की तोक्यो के कोराकुएन हॉल में अलग-अलग मुकाबलों में मस्तिष्क में चोट लगने के कारण मौत हो गई। पहली घटना दो अगस्त को घटी जब 28 वर्षीय शिगेतोशी कोटारी ओरिएंटल एंड पैसिफिक बॉक्सिंग फेडरेशन के जूनियर लाइटवेट चैंपियन यामातो हाटा के खिलाफ 12 राउंड का ड्रॉ पूरा करने के तुरंत बाद बेहोश हो गए। उनकी सबड्यूरल हेमेटोमा (एक ऐसी स्थिति जिसमें मस्तिष्क और खोपड़ी के बीच खून जमा हो जाता है) के लिए आपातकालीन सर्जरी की गई थी, लेकिन उनकी मृत्यु हो गई। पेशेवर मुक्केबाजी की सर्वोच्च संस्था विश्व मुक्केबाजी संगठन (डब्ल्यूबीओ) ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘‘मुक्केबाजी जगत जापान के मुक्केबाज शिगेतोशी कोटारी की दुखद मौत पर शोक व्यक्त करता है। वह रिंग में योद्धा थे। उनके परिवार और जापान के मुक्केबाजी समुदाय के प्रति हमारी संवेदनाएं हैंं।'' शनिवार को जापान के एक अन्य मुक्केबाज 28 वर्षीय हिरोमासा उराकावा की योजी सैतो से नॉकआउट हार के दौरान सिर में चोट लगने से मौत हो गई। उनकी जान बचाने के लिए क्रैनियोटॉमी की गई थी। डब्ल्यूबीओ ने एक अन्य सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘यह हृदय विदारक खबर शिगेतोशी कोटारी के निधन के एक दिन बाद आई है। उराकावा की उसी प्रतियोगिता के दौरान के लगी चोटों के कारण मौत हो गई। हम इस मुश्किल समय में उनके परिवारों, दोस्तों और जापानी मुक्केबाजी समुदाय के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।''



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