- Home
- बिजनेस
-
नई दिल्ली। एक लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2047 तक मांग में वृद्धि, बढ़ते संस्थागतकरण और मजबूत आर्थिक विकास की संभावनाओं के चलते कुल ऑफिस स्टॉक 2 अरब वर्ग फुट से अधिक होने की संभावना है। साथ ही, रियल एस्टेट सेक्टर बाजार के 2047 तक 10 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
कोलियर्स ने कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) के सहयोग से एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत में ‘ग्रेड ए’ ऑफिस स्टॉक 2010 से तीन गुना बढ़कर वर्तमान में 80 करोड़ वर्ग फुट से अधिक हो गया है। यह वृद्धि टेक्नोलॉजी, बीएफएसआई, इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) और घरेलू कंपनियों की बढ़ती मांग के कारण हुई है।औद्योगिक और वेयरहाउसिंग के क्षेत्र में, ग्रेड ए स्टॉक का स्तर 2025 में 250 मिलियन वर्ग फुट के आंकड़े को पार कर गया, जो मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास, निजी क्षेत्र की भागीदारी और उपभोक्ता मांग के साथ-साथ वेयरहाउसिंग आवश्यकताओं में वृद्धि के कारण 2010 के स्तर की तुलना में कई गुना बढ़ गया।रिपोर्ट में कहा गया है कि इनकम लेवल में अनुमानित वृद्धि और प्रगतिशील आवास नीतियों के समर्थन से, 2047 तक वार्षिक आवास बिक्री दोगुनी होकर 10 लाख यूनिट हो सकती है। भारतीय शहरों का तेजी से शहरीकरण हो रहा है। 2050 तक कुल जनसंख्या का 53 प्रतिशत हिस्सा शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोग होंगे, जो कि वर्तमान में 37 प्रतिशत है।कोलियर्स इंडिया के नेशनल डायरेक्टर और रिसर्च हेड विमल नादर ने कहा, “भारत न केवल अपने इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार कर रहा है; बल्कि शहरी जीवन के भविष्य की पुनर्कल्पना भी कर रहा है।” भारत का रियल एस्टेट क्षेत्र सभी परिसंपत्ति वर्गों में तेज गति से बहुआयामी विकास के लिए तैयार है।निरंतर सरकारी प्रोत्साहन और कई निजी व सार्वजनिक हितधारकों से भारत 2030 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। इसके अलावा, भारतीय अर्थव्यवस्था 2047 तक 35-40 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है।इस आर्थिक परिवर्तन का मूल कारण रियल एस्टेट क्षेत्र का सकल घरेलू उत्पाद में योगदान लगातार बढ़ना है, जो कि 2000 के दशक की शुरुआत में 5 प्रतिशत से बढ़कर आज 6-8 प्रतिशत हो गया है और इसके 14-20 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है। क्रेडाई के प्रेसिडेंट शेखर पटेल ने कहा, “2047 तक, भारतीय रियल एस्टेट को केवल वर्ग फुट या संपत्ति के मूल्य में नहीं मापा जाएगा बल्कि यह लाखों नागरिकों के लिए हमारे द्वारा निर्मित जीवन की गुणवत्ता से परिभाषित होगा।” -
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार के कारोबारी सत्र में लगातार आंठवें दिन तेजी के साथ बंद हुआ। बाजार में चौतरफा खरीदारी देखी गई। सेंसेक्स 355.97 अंक या 0.44 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81,904.70 और निफ्टी 108.50 अंक या 0.43 प्रतिशत की मजबूती के साथ 25,114 पर था।
लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी तेजी देखी गईलार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप में भी तेजी देखी गई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 183.65 अंक या 0.32 प्रतिशत की तेजी के साथ 58,227.20 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 114.70 अंक या 0.64 प्रतिशत की मजबूती के साथ 17,989.90 पर था।बाजार को ऊपर खींचने का काम डिफेंस, मेटल और फाइनेंस शेयरों ने कियाबाजार को ऊपर खींचने का काम डिफेंस, मेटल और फाइनेंस शेयरों ने किया। निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स (4.38 प्रतिशत), निफ्टी मेटल (0.93 प्रतिशत), निफ्टी ऑटो (0.46 प्रतिशत), निफ्टी फाइनेंस सर्विस (0.70 प्रतिशत), निफ्टी फार्मा (0.53 प्रतिशत), निफ्टी प्राइवेट बैंक (0.41 प्रतिशत) और निफ्टी कमोडिटीज (0.41 प्रतिशत) की तेजी के साथ बंद हुआ।इटरलन (जोमैटो), एचयूएल, ट्रेंट, टाइटन, भारती एयरटेस, एशियन पेंट्स , आईटीसी, एमएंडएम, एचसीएल टेक, एचडीएफसी बैंक और एसबीआई टॉप लूजर्स थेनिफ्टी पीएसयू (0.27 प्रतिशत), निफ्टी एफएमसीजी (0.71 प्रतिशत), निफ्टी मीडिया (0.39 प्रतिशत) और निफ्टी कंजप्शन (0.29 प्रतिशत) की कमजोरी के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स पैक में बीईएल, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, एक्सिस बैंक, मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, आईसीआईसीआई बैंक, एलएंडटी, इन्फोसिस, टीसीएस, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट टॉप गेनर्स थे। इटरलन (जोमैटो), एचयूएल, ट्रेंट, टाइटन, भारती एयरटेस, एशियन पेंट्स , आईटीसी, एमएंडएम, एचसीएल टेक, एचडीएफसी बैंक और एसबीआई टॉप लूजर्स थे।एक्सपर्ट के मुताबिक, अमेरिकी फेड की ओर से ब्याज दरों में कटौती की संभावना के कारण बाजार में तेजी बनी हुई हैएक्सपर्ट के मुताबिक, अमेरिकी फेड की ओर से ब्याज दरों में कटौती की संभावना के कारण बाजार में तेजी बनी हुई है। यूरोपीय संघ द्वारा रूसी तेल खरीदने पर भारत पर अमेरिकी टैरिफ प्रस्तावों को अस्वीकार करने की खबरों से धारणा में और सुधार हुआ। अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता में प्रगति से भी निकट भविष्य में सकारात्मक गति बरकरार रहने की उम्मीद है। सत्र में रक्षा क्षेत्र ने बेहतर प्रदर्शन किया। इसकी वजह भारतीय खरीद अधिकारियों द्वारा अगली पीढ़ी की छह पारंपरिक पनडुब्बियों के लिए बातचीत शुरू करने की रिपोर्ट्स का आना है। भारतीय शेयर बाजार तेजी के साथ बंद हुआ। सुबह 9.25 बजे तक, सेंसेक्स 114 अंक या 0.14 प्रतिशत बढ़कर 81,663 पर कारोबार कर रहा था और निफ्टी 39 अंक या 0.16 प्रतिशत बढ़कर 25,045 पर था। -
नयी दिल्ली. होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) ने माल एवं सेवा कर (जीएसटी) दरों में कटौती का लाभ ग्राहकों को देने से अपने 350 सीसी तक के मॉडल की कीमतें 18,800 रुपये तक घटाने का फैसला किया है। कंपनी ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि वह अपने उत्पाद पोर्टफोलियो में हाल ही में जीएसटी दर में की गई कटौती का पूरा लाभ ग्राहकों को देगी। इसमें 350 सीसी तक के स्कूटर और मोटरसाइकिल दोनों शामिल होंगे। एचएमएसआई ने कहा कि जीएसटी परिषद द्वारा दोपहिया वाहनों पर जीएसटी को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत करने के फैसले के बाद, ग्राहकों को अब मॉडल के आधार पर 18,800 रुपये तक की शोरूम कीमत में उल्लेखनीय बचत होगी। एचएमएसआई के निदेशक- बिक्री एवं विपणन योगेश माथुर ने कहा, ‘‘दोपहिया वाहनों और कलपुर्जों पर जीएसटी में कमी एक समयोचित और दूरदर्शी कदम है, जिससे वाहन अधिक किफायती बनेंगे और समग्र पारिस्थितिकी तंत्र मजबूत होगा।
-
नयी दिल्ली. मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी. अनंत नागेश्वरन ने बुधवार को कहा कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधार अमेरिका द्वारा भारतीय निर्यात पर लगाए गए 50 प्रतिशत के भारी शुल्क के कुछ प्रतिकूल प्रभावों की भरपाई करने में मदद करेंगे और चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि पर इसका शुद्ध प्रभाव 0.2-0.3 प्रतिशत होगा। उन्होंने कहा कि सकारात्मक पक्ष यह है कि जीएसटी सुधार अमेरिकी निर्यात मांग में कमी की घरेलू मांग के जरिये भरपाई करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। जीएसटी परिषद ने पिछले सप्ताह पांच प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत की चार-स्लैब की जीएसटी संरचना को दो स्लैब पांच प्रतिशत और 18 प्रतिशत कर दिया है। परिषद ने अहितकर और विलासिता की वस्तुओं पर 40 प्रतिशत की एक नई जीएसटी दर भी लागू की है। 22 सितंबर को नवरात्रि के पहले दिन से जीएसटी में बदलाव लागू होने पर साबुन से लेकर कार, शैंपू से लेकर ट्रैक्टर और एयर कंडीशनर तक लगभग 400 उत्पादों की कीमतें कम हो जाएंगी। ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन (एआईएमए) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि जीएसटी सुधार घरेलू मांग पैदा करके दूसरे और तीसरे दौर के प्रभावों को कम करने में मदद करेंगे और इस प्रकार पूंजी निर्माण के रास्ते में आने वाली अनिश्चितता को दूर करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि आपको यह याद रखना चाहिए कि चालू वित्त वर्ष के पहले पांच माह में, अमेरिका को वस्तुओं का निर्यात पिछले वर्ष की तुलना में लगभग आधा हो चुका है। दूसरे शब्दों में, इस वित्त वर्ष में, प्रभाव अपेक्षाकृत सीमित हो सकता है। लेकिन अधिक महत्वपूर्ण बात शुल्क की अनिश्चितता के दूसरे और तीसरे दौर के प्रभाव हैं, यदि वे लंबे समय तक रहते हैं तो।'' उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि शुल्क की स्थिति दीर्घकालिक होने के बजाय क्षणिक और अल्पकालिक साबित होगी। नागेश्वरन ने कहा, ‘‘लेकिन अगर यह हमारी अपेक्षा से ज़्यादा समय तक चलता है, खासकर 25 प्रतिशत का दंडात्मक शुल्क, तो दूसरे और तीसरे दौर के प्रभाव और भी स्पष्ट हो जाएंगे, यानी निवेश, पूंजी निर्माण और अर्थव्यवस्था में समग्र धारणा के संबंध में अनिश्चितता।'' हालांकि, नागेश्वरन ने कहा कि जीएसटी सुधार न केवल घरेलू खपत को बढ़ावा देंगे, बल्कि इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह दूसरे और तीसरे दौर के शुल्क प्रभावों का प्रतिकारक भी होगा। भारत पर 50 प्रतिशत के भारी शुल्क में रूस से कच्चा तेल खरीदने पर 25 प्रतिशत का जुर्माना भी शामिल है। 25 प्रतिशत का जुर्माना 27 अगस्त से लागू हुआ। गत सात अगस्त को, डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने रूस से भारत के लगातार तेल आयात और लंबे समय से चली आ रही व्यापार बाधाओं का हवाला देते हुए भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत शुल्क लागू किया था। उच्च आयात शुल्क के कारण प्रभावित क्षेत्रों में कपड़ा/वस्त्र, रत्न एवं आभूषण, झींगा, चमड़ा और जूते, पशु उत्पाद, रसायन और विद्युत एवं यांत्रिक मशीनरी जैसे श्रम-प्रधान क्षेत्र शामिल हैं। फार्मा, ऊर्जा उत्पाद और इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे क्षेत्र इन व्यापक शुल्कों के दायरे से बाहर हैं।
वित्त वर्ष 2024-25 में भारत के 437.42 अरब डॉलर मूल्य के वस्तु निर्यात में अमेरिका का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा था। 2021-22 से अमेरिका, भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार रहा है। 2024-25 में, वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार 131.8 अरब अमेरिकी डॉलर (86.5 अरब अमेरिकी डॉलर निर्यात और 45.3 अरब अमेरिकी डॉलर आयात) रहा। घरेलू अर्थव्यवस्था में संरचनात्मक सुधारों पर, नागेश्वरन ने कहा कि केंद्र द्वारा कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की गई हैं, लेकिन ये पहल राज्य-स्तरीय विषय हैं जिन्हें राज्य स्तर पर आगे बढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि कृषि क्षेत्र में अब भी भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि में कम से कम 0.5-0.7 प्रतिशत और योगदान देने की गुंजाइश है और यह किसानों को अपनी उपज किसी को भी, कहीं भी, कभी भी बेचने का अधिकार देने से संभव है। उन्होंने कहा, ‘‘यह वह आजादी है जिसकी किसानों को कृषि सब्सिडी से कहीं ज़्यादा ज़रूरत है।''
उन्होंने सुझाव दिया कि किसानों को कुछ बीमा की भी जरूरत है, क्योंकि उनका व्यवसाय स्वाभाविक रूप से प्राकृतिक आपदाओं और अनिश्चितताओं से ग्रस्त है। उन्होंने आगे कहा, ‘‘किसानों को सशक्त बनाना और भारत या विदेश से बाजार के संकेतों का लाभ उठाने की उनकी क्षमता पर अंकुश न लगाना, कृषि में उत्पादकता को बढ़ावा देगा और जीडीपी वृद्धि में योगदान देगा।'' यह पूछे जाने पर कि क्या भारत वैश्विक व्यापार के लिए डॉलर के विकल्प के रूप में कोई वैकल्पिक मुद्रा खोजने की किसी पहल का हिस्सा है, नागेश्वरन ने कहा कि इस संबंध में कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। ‘‘नहीं, बिल्कुल नहीं। भारत ऐसी किसी भी पहल का हिस्सा नहीं है।''
हालांकि, पिछले साल, ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में, भारत और अन्य ब्रिक्स देशों ने स्थानीय मुद्रा में सीमापार भुगतान के निपटान पर विचार किया था और एक विशेष ब्रिक्स मुद्रा के निर्माण पर सहमति व्यक्त की थी। - नयी दिल्ली. ऑनलाइन मंच फ्लिपकार्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कल्याण कृष्णमूर्ति ने जीएसटी दरों में बदलाव को खपत और समावेश को बढ़ावा देने वाला महत्वपूर्ण कदम बताते हुए बुधवार को कहा कि इससे लोगों की खरीद क्षमता बढ़ेगी, विक्रेता सशक्त होंगे और बाजार तक व्यापक पहुंच बनेगी। फ्लिपकार्ट ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि उसने एचएसएन कोड पर आधारित उत्पादों के लिए जीएसटी स्लैब को स्वचालित ढंग से अद्यतन कर दिया है। इससे मंच से जुड़े विक्रेता नियमों के अनुरूप बने रहेंगे और ग्राहक को बेहतर मूल्य एवं मजबूत बिक्री का लाभ मिलेगा। सूत्रों के मुताबिक, कृष्णमूर्ति ने फ्लिपकार्ट के एक आंतरिक कर्मचारी कार्यक्रम में कहा कि संशोधित जीएसटी स्लैब भारतीय खपत को बड़ा प्रोत्साहन देंगे और इससे बाजार तक पहुंच भी व्यापक होगी। फ्लिपकार्ट इस समय अपनी सालाना सेल 'द बिग बिलियन डेज 2025' की तैयारियों में जुटा हुआ है। त्योहारी मौसम पर शुरू होने वाली इस सेल में कंपनी को अच्छा कारोबार होने की उम्मीद है। जीएसटी परिषद ने पिछले सप्ताह माल और सेवा कर के लिए दो-स्तरीय कर संरचना को मंजूरी दी। इस तरह केवल पांच प्रतिशत और 18 प्रतिशत की ही दर से कर लगेगा। हालांकि तंबाकू उत्पादों और विलासिता वाले उत्पादों पर 40 प्रतिशत की विशेष दर तय की गई है। जीएसटी की नई दरें 22 सितंबर से प्रभावी हो जाएंगी। फ्लिपकार्ट के सीईओ ने यह भी कहा कि विक्रेताओं का विश्वास अब तक के उच्चतम स्तर पर है और मंच ने अपने इतिहास में सबसे उच्च विक्रेता संतुष्टि स्तर दर्ज किया, जो मजबूत साझेदारी और वृद्धि का संकेत देता है।
- नयी दिल्ली. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने बुधवार को कहा कि उसने कृत्रिम मेधा (एआई) के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश की योजना के तहत पूर्ण-स्वामित्व वाली नई अनुषंगी कंपनी ‘रिलायंस इंटेलिजेंस लिमिटेड' की स्थापना की है। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसे इस संबंध में कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय से नौ सितंबर को पंजीकरण प्रमाणपत्र मिल गया। आरआईएल ने पिछले महीने हुई अपनी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में एआई पर केंद्रित एक नई अनुषंगी कंपनी बनाने की घोषणा की थी। कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने एजीएम में कहा था कि 'रिलायंस इंटेलिजेंस' देशभर में गीगावॉट स्तर के एआई-सक्षम डेटा सेंटर विकसित करेगी, जिन्हें हरित ऊर्जा से संचालित किया जाएगा। इन डेटा सेंटर का उपयोग राष्ट्रीय स्तर पर एआई प्रशिक्षण और निष्कर्ष निकालने की जरूरतों के लिए किया जाएगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज की नई अनुषंगी चार मिशनों पर केंद्रित होगी। यह देश में अगली पीढ़ी की एआई अवसंरचना तैयार करने, वैश्विक साझेदारियों को बढ़ावा देने, भारत के लिए एआई सेवाओं के निर्माण और एआई प्रतिभा के विकास के लिए काम करेगी। गुजरात के जामनगर में गीगावॉट स्तर के एआई डेटा सेंटर बनाने का काम शुरू हो गया है। इन केंद्रों का निर्माण चरणबद्ध तरीके से होगा और इन्हें रिलायंस के नए ऊर्जा परिवेश से ऊर्जा आपूर्ति की जाएगी।
-
मुंबई. स्थानीय शेयर बाजार में बुधवार को तेजी जारी रही और बीएसई सेंसेक्स 324 अंक चढ़ गया जबकि एनएसई निफ्टी 104 अंक के लाभ में रहा। भारत-अमेरिकी के बीच व्यापार वार्ता सफल होने की उम्मीद फिर से बढ़ने से बाजार में तेजी रही। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 323.83 अंक यानी 0.40 प्रतिशत चढ़कर 81,425.15 अंक पर बंद हुआ। यह लगातार तीसरा दिन है जब सेंसेक्स में तेजी रही। कारोबार के दौरान, यह 542.56 अंक तक उछल गया था। पचास शेयरों पर आधारित एनएसई निफ्टी में लगातार छठे दिन तेजी रही और यह 104.50 अंक यानी 0.42 प्रतिशत बढ़कर 24,973.10 अंक पर पहुंच गया। आईटी और पूंजीगत वस्तुओं के शेयरों में तेजी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अगले सप्ताह ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद ने भी बाजारों धारणा को मजबूत किया। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, एचसीएल टेक, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस और भारतीय स्टेट बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहीं। दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, टाटा मोटर्स और अल्ट्राटेक सीमेंट शामिल हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों में आई कड़वाहट दूर होने का संकेत दिया है। ट्रंप ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता के किसी सफल निष्कर्ष पर पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं होगी और वह आने वाले हफ्तों में ‘अपने बहुत अच्छे मित्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी' से बातचीत करने को उत्सुक हैं। ट्रंप ने मंगलवार को ट्रुथ सोशल पर लिखा, ‘‘उन्हें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और अमेरिका, दोनों देशों के बीच व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत जारी रखे हुए हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं आने वाले हफ्तों में अपने बहुत अच्छे दोस्त, प्रधानमंत्री मोदी से बात करने के लिए उत्सुक हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे दोनों महान देशों के लिए एक सफल निष्कर्ष पर पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं होगी।'' इसके जवाब में, प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को ‘एक्स' पर लिखा कि दोनों देशों के बीच जारी बातचीत उनके बीच साझेदारी की असीम संभावनाओं को उजागर करने का रास्ता साफ करेगी। जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘भारत और अमेरिका के बीच जारी व्यापार वार्ताओं को लेकर नए सिरे से उम्मीद बंधने से बाजार की धारणा मजबूत हुई है। जीएसटी को युक्तिसंगत बनाने और मौद्रिक नीति नरम होने के लाभ के साथ वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी छमाही में बेहतर आय की उम्मीद, मूल्यांकन को लेकर स्थिति मजबूत बना रही है।'' उन्होंने कहा कि अगले सप्ताह फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में संभावित कटौती और प्रौद्योगिकी खर्च में सुधार की उम्मीदों के चलते आईटी सूचकांक ने अपने बेहतर प्रदर्शन को जारी रखा है। नायर ने कहा, ‘‘निवेशकों की शुल्क संबंधी मुद्दों के रचनात्मक समाधान के संकेतों के लिए भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता की प्रगति पर नजर बनी हुई है।'' एशिया के अन्य बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग सकारात्मक दायरे में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी का रुख था। अमेरिकी बाजार मंगलवार को बढ़त के साथ बंद हुए। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने कई दिन तक शेयर बेचने के बाद मंगलवार को लिवाली की।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, उन्होंने 2,050.46 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.65 प्रतिशत बढ़कर 66.82 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
सेंसेक्स मंगलवार को 314.02 अंक के लाभ में रहा था जबकि निफ्टी 95.45 अंक मजबूत हुआ था -
नई दिल्ली। नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) की ओर से जारी नोटम (नोटिस टू एयरमेन) को रद्द किए जाने और त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईटीए) के फिर से खोलने के साथ ही, नेपाल एयरलाइंस ने 10 सितंबर के लिए कुछ महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के पुनः संचालन की घोषणा की है।फिर से शुरू की गई उड़ानों में काठमांडू से नारिता, काठमांडू से कुआलालंपुर, काठमांडू से दोहा और काठमांडू से दम्माम शामिल हैं। नेपाल एयरलाइंस ने यात्रियों को आगाह किया है कि उड़ानों में देरी हो सकती है, जिसके पीछे क्रू और यात्रियों की रिपोर्टिंग टाइम, एयरपोर्ट काउंटर पर भीड़ और अन्य तकनीकी कारण हो सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए, +977 1 4113011 पर संपर्क करेंनेपाल एयरलाइंस ने अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर लिखा, “नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन), टीआईए द्वारा जारी सार्वजनिक सूचना के अनुसार, हवाई यात्रा की समय-सारणी घोषित कर दी जाएगी और सभी यात्रियों को इसकी सूचना दी जाएगी। अधिक जानकारी के लिए, +977 1 4113011 पर संपर्क करें।” नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने एक महत्वपूर्ण सूचना जारी करते हुए कहा था कि उपत्यका में जारी कर्फ्यू, निषेधाज्ञा और विमान मार्गों में देखे गए धुएं जैसी विषम परिस्थितियों के चलते, त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानों की सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया था। इसी वजह से अगली सूचना तक हवाई अड्डा बंद कर दिया गया था।यात्रियों से अनुरोध है कि हवाई अड्डा बंद होने पर वहां न आएं और खुलने की सूचना मिलने के बाद ही एयरलाइन से संपर्क करेंप्रेस विज्ञप्ति में कहा गया था कि यात्रियों से अनुरोध करते हैं कि हवाई अड्डा बंद होने पर हवाई अड्डे पर न आएं और हवाई अड्डे के खुले होने की सूचना मिलने के बाद ही संबंधित एयरलाइन कंपनी से संपर्क करें। लेकिन अब हालात सामान्य होने के बाद, हवाई अड्डा फिर से संचालन में आ गया है। नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए क्षमा मांगी है। यात्रियों को अपनी यात्रा के लिए एक वैध टिकट और सभी आवश्यक ट्रैवल डॉक्यूमेंट्स साथ ले जाने होंगे। -
कोलकाता। भारतीय जीवन बीमा कंपनियों ने अगस्त, 2025 में नए व्यावसायिक प्रीमियम (एनबीपी) में 6.01 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो एकल और गैर-एकल प्रीमियम पॉलिसियों की अधिक बिक्री के कारण संभव हुआ है। मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी गई है। जीवन बीमा परिषद द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल अगस्त में एनबीपी बढ़कर 1,63,461.52 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 1,54,193.76 करोड़ रुपये था। इस अवधि के दौरान व्यक्तिगत एकल प्रीमियम में 9.71 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि व्यक्तिगत गैर-एकल प्रीमियम में 4.51 प्रतिशत की वृद्धि हुई। संयुक्त व्यक्तिगत प्रीमियम संग्रह में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 6.20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। परिषद ने कहा कि इस वृद्धि को बीमा कंपनियों द्वारा पहली बार बीमा खरीदने वालों के बीच कवरेज का विस्तार करने और वितरण को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने से समर्थन मिला। बयान में कहा गया है कि जीवन बीमा कंपनियों ने 4.37 लाख से ज़्यादा व्यक्तिगत एजेंट जोड़े। हालांकि, कुल एजेंट की संख्या में 2.75 प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज की गई, जो कि कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने के कारण हुई। परिषद ने कहा, ‘‘तेज़ डिजिटलीकरण के साथ-साथ एजेंटो की संख्या में इज़ाफ़ा होने से बीमा क्षेत्र में और तेज़ी आने की उम्मीद है।'' अधिकारियों के अनुसार, जीएसटी परिषद द्वारा व्यक्तिगत जीवन और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों के प्रीमियम पर कर माफ़ करने के फ़ैसले के बाद बीमा क्षेत्र में तेज़ वृद्धि देखने को मिलेगी।
- नयी दिल्ली। सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध होने की इच्छा रखने वाली स्टार्टअप इकाइयों के संस्थापकों को बड़ी राहत देते हुए सेबी ने नियमों में संशोधन किया है। इसके तहत उन्हें आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) दस्तावेज दाखिल करने से कम से कम एक साल पहले दिए गए कर्मचारी शेयर विकल्प (ईएसओपी) को बनाए रखने की अनुमति दी गई है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने मंगलवार को सार्वजनिक की गई एक अधिसूचना में कहा, ''कोई कर्मचारी, जो 'प्रवर्तक' या 'प्रवर्तक समूह' के सदस्य के रूप में पहचाना जाता है, और जिसे मसौदा दस्तावेज दाखिल करने से कम से कम एक साल पहले किसी भी योजना के तहत विकल्प, एसएआर (स्टॉक एप्रिसिएशन राइट्स) या कोई अन्य लाभ दिया गया था, वह ऐसे विकल्प, एसएआर या किसी अन्य लाभ को बनाए रखने और उसका प्रयोग करने का पात्र होगा।'' नए नियम से उन संस्थापकों को सुविधा होगी, जिन्हें दस्तावेजों का मसौदा दाखिल करने से कम से कम एक साल पहले ईएसओपी मिले थे। मौजूदा नियमों के तहत, प्रवर्तक ईएसओपी सहित शेयर आधारित लाभ पाने के लिए अपात्र हैं।
- नयी दिल्ली। सरकार ने विनिर्माताओं से जीएसटी दरों में बदलाव के अनुसार बिना बिके भंडार पर अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) को बदलने के लिए कहा है। सरकार ने विभिन्न उत्पादों और सेवाओं पर जीएसटी को कम कर दिया है, जो 22 सितंबर से लागू होगा। केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ''नई जीएसटी दरों के अनुसार विनिर्माता, पैकर और आयातक 31 दिसंबर, 2025 तक (या भंडार रहने तक) बिना बिके भंडार पर एमआरपी बदल सकते हैं।'' उन्होंने आगे कहा कि संशोधित कीमतें केवल जीएसटी में हुए बदलाव को ही दिखाएंगी। मंत्री ने कहा कि नया एमआरपी स्टिकर, स्टाम्प या ऑनलाइन प्रिंट के साथ दिखाना चाहिए। साथ ही पुराना एमआरपी भी दिखाई देना चाहिए। जोशी ने कहा, ''कीमत में कोई भी वृद्धि या कमी केवल कर परिवर्तन के अनुरूप ही हो सकती है।'' उन्होंने कंपनियों को विज्ञापनों और सार्वजनिक नोटिसों के जरिये उपभोक्ताओं को सूचित करने का भी निर्देश दिया।
- नयी दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में मजबूती के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने की कीमत 5,080 रुपये की छलांग के साथ अबतक के उच्चतम स्तर 1,12,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी। 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना सोमवार को 1,07,670 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था।चांदी की कीमत भी 2,800 रुपये उछलकर रिकॉर्ड 1,28,800 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) हो गई। पिछली कारोबारी सत्र में यह 1,26,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। वैश्विक बाजार में मंगलवार को सोना उछलकर 3,659.27 डॉलर प्रति औंस के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया। इसके बाद यह 3,652.72 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था, जो 16.81 डॉलर यानी 0.46 प्रतिशत की बढ़त दर्शाता है। सर्राफा कारोबारियों ने कहा कि अमेरिका में पिछले सप्ताह आए कमजोर रोजगार आंकड़ों से मौद्रिक नीति में नरमी की संभावना बढ़ी है, जिससे निवेशकों का रुझान सोने जैसे सुरक्षित निवेश साधन की तरफ बढ़ा है। इसके अलावा डॉलर की कमजोरी ने भी कीमती धातुओं को सहारा दिया। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.17 प्रतिशत गिरकर 97.29 पर आ गया।
- नयी दिल्ली,। वाहन कंपनियों होंडा, जीप, बजाज ऑटो और यामाहा ने जीएसटी दरों में किए गए बदलाव के अनुरूप मंगलवार को अपने वाहनों की कीमतों में कटौती करने की घोषणा की है। होंडा कार्स इंडिया ने कहा कि वह अपनी लोकप्रिय गाड़ियों के दाम घटा रही है। कॉम्पैक्ट सेडान अमेज पर 95,500 रुपये तक, सिटी मॉडल पर 57,500 रुपये तक और एलीवेट मॉडल पर 58,400 रुपये तक की कटौती होगी। जीप इंडिया ने कहा कि जीएसटी दरों को युक्तिसंगत बनाए जाने के बाद उसके कम्पास, मेरिडियन, रैंगलर और लक्जरी एसयूवी ग्रांड चेरोकी की कीमतों में 1.26 लाख रुपये से लेकर 4.8 लाख रुपये तक कटौती की जा रही है। दोपहिया वाहन कंपनी इंडिया यामाहा मोटर ने भी अपने मॉडल के दाम घटाने की घोषणा की है। कंपनी ने कहा कि आर15 बाइक अब 1,94,439 रुपये में मिलेगा, जबकि पहले इसकी कीमत 2,12,020 रुपये थी। इसी तरह रेजेडआर मॉडल का दाम 93,760 रुपये से घटाकर 86,001 रुपये कर दिया गया है। अन्य मॉडलों पर भी 17,581 रुपये तक की राहत मिलेगी। बजाज ऑटो ने भी अपने बजाज एवं केटीएम ब्रांड वाली मोटरसाइकिलों पर 20,000 रुपये तक और तीन-पहिया वाहनों पर 24,000 रुपये तक की कटौती की है। नई दरें 22 सितंबर यानी नवरात्रि के पहले दिन से लागू हो जाएंगी।वाहन कंपनियों ने जीएसटी कटौती को त्योहारी मौसम से पहले लिया गया सराहनीय कदम बताया है।
-
नई दिल्ली। एयर इंडिया और इंडिगो ने मंगलवार को पड़ोसी देश नेपाल में जेन जी के विरोध प्रदर्शनों से गहराई अराजकता की स्थिति को देखते हुए दिल्ली और काठमांडू के बीच अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं। एयर इंडिया ने अपने एक बयान में कहा, “काठमांडू में मौजूदा स्थिति को देखते हुए, दिल्ली-काठमांडू-दिल्ली रूट की उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। इन उड़ानों में एआई2231/2232, एआई2219/2220, एआई217/218 और एआई211/212 शामिल हैं।”
इंडिगो ने कहा कि काठमांडू में मौजूदा स्थिति को देखते हुए, हवाई अड्डे को परिचालन के लिए बंद कर दिया गया हैएयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा, “हम स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं और जल्द आगे की जानकारी साझा करेंगे। एयर इंडिया में हम हमारे यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं।” इंडिगो ने कहा कि काठमांडू में मौजूदा स्थिति को देखते हुए, हवाई अड्डे को परिचालन के लिए बंद कर दिया गया है। एयरलाइन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “काठमांडू आने-जाने वाली सभी उड़ानें फिलहाल स्थगित हैं। अगर आपकी यात्रा प्रभावित होती है तो आप सुविधाजनक रूप से कोई वैकल्पिक उड़ान चुन सकते हैं या हमारी वेबसाइट पर जाकर रिफंड का दावा कर सकते हैं।”ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे लेटेस्ट अपडेट के लिए हमारे आधिकारिक चैनल देखते रहेंइंडिगो ने कहा, “हम घटनाक्रम पर कड़ी नजर रख रहे हैं और जल्द से जल्द परिचालन फिर से शुरू करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ कॉर्डिनेट कर रहे हैं। ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे लेटेस्ट अपडेट के लिए हमारे आधिकारिक चैनल देखते रहें। हम सामान्य परिचालन की बहाली की प्रतीक्षा कर रहे हैं और आपके धैर्य के लिए तहे दिल से आपका आभार व्यक्त करते हैं।”नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने सोमवार को 19 प्रदर्शनकारियों की हत्या के बाद दूसरे दिन विरोध प्रदर्शन तेज होने पर अपने पद से इस्तीफा दे दियाइस बीच, नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने सोमवार को 19 प्रदर्शनकारियों की हत्या के बाद दूसरे दिन विरोध प्रदर्शन तेज होने पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया। नेपाल में जेन जी भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर बैन की जवाबदेही की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन के पहले दिन ही कई लोगों की मौत हो गई। इससे गुस्साए देश भर के प्रदर्शनकारियों ने नेताओं के घरों और सरकारी इमारतों पर हमला करना शुरू कर दिया।मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू में संसद भवन में घुसकर आग लगा दीमंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू में संसद भवन में घुसकर आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को भी इमारत को नुकसान पहुंचाने की असफल कोशिश की थी, जिसके बाद पुलिस की कड़ी कार्रवाई में कई लोगों की मौत हो गई थी।भारत ने कहा कि नेपाल में बदलते और बिगड़ते हालातों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। - मुंबई। मुंबई की उपनगरीय रेल यात्रा में जल्द ही बड़ा बदलाव आने वाला है। मुंबई रेलवे विकास निगम लिमिटेड (एमआरवीसी) ने 2,856 पूरी तरह वातानुकूलित वंदे मेट्रो (उपनगरीय) कोचों की खरीद के लिए एक बड़ी निविदा जारी की है।मुंबई रेलवे विकास निगम लिमिटेड के चेयरमैन और एमडी विलास सोपन वाडेकर ने वंदे मेट्रो ट्रेन की जानकारी साझा कीमुंबई रेलवे विकास निगम लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक विलास सोपन वाडेकर ने बताया कि वंदे मेट्रो ट्रेन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह निविदा मुंबई अर्बन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट फेज III और IIIए के तहत जारी की गई है। यह मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “इसमें न केवल आधुनिक कोचों की आपूर्ति शामिल है, बल्कि 35 साल तक उनका रखरखाव भी किया जाएगा। इन नई ट्रेनों में 12, 15 और 18 डिब्बों वाले रेक होंगे, जो भविष्य की बढ़ती यात्री संख्या को संभालने में सक्षम होंगे। वर्तमान में ज्यादातर सेवाएं 12 डिब्बों वाले रेकों से ही चलती हैं।”निविदा जमा करने की प्रक्रिया 8 दिसंबर 2025 से शुरू होगी और यह 22 दिसंबर 2025 को खोली जाएगीइस परियोजना के लिए मध्य रेलवे (भिवपुरी) और पश्चिम रेलवे (वानगांव) में दो अत्याधुनिक रखरखाव डिपो भी बनाए जाएंगे। निविदा जमा करने की प्रक्रिया 8 दिसंबर 2025 से शुरू होगी और यह 22 दिसंबर 2025 को खोली जाएगी। यह पहल ‘मेक इन इंडिया’ नीति के तहत की जा रही है, जिससे घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा।सभी एसी कोच वातानुकूलित होंगे, जिससे गर्मी और भीड़भाड़ में भी यात्री आरामदायक महसूस करेंगेविलास सोपन वाडेकर ने कहा कि सभी एसी कोच वातानुकूलित होंगे, जिससे गर्मी और भीड़भाड़ में भी यात्री आरामदायक महसूस करेंगे। इनमें स्वचालित दरवाजे होंगे, जो सुरक्षा बढ़ाएंगे। साथ ही, बेहतर एक्सीलरेशन और डिसीलरेशन से समयबद्धता में सुधार होगा और ये ट्रेनें 130 किमी प्रति घंटा तक की रफ्तार से चल सकेंगी।इस कदम का उद्देश्य मुंबई के दैनिक यात्रियों के लिए यात्रा को अधिक आरामदायक, सुरक्षित और कुशल बनाना हैउन्होंने आगे बताया कि इस कदम का उद्देश्य मुंबई के दैनिक यात्रियों के लिए यात्रा को अधिक आरामदायक, सुरक्षित और कुशल बनाना है। रोजाना सफर करने वाले यात्रियों को विशेष फायदा होगा। कम समय में यात्रियों को सुगम यात्रा मिलेगी। समय से काम पूरा हो, इसका विशेष ध्यान दिया जाएगा।मुंबई की जलवायु के अनुसार उच्च क्षमता वाले एचवीएसी सिस्टम के साथ, विक्रेताओं के लिए अलग एसी डक्ट वाले विशेष डिब्बे भी होंगेआधुनिक सुविधाओं के बारे में बताते हुए कहा कि कोचों में गद्देदार सीटें, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट और इंफोटेनमेंट सिस्टम जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी। मुंबई की जलवायु के अनुसार उच्च क्षमता वाले एचवीएसी सिस्टम के साथ, विक्रेताओं के लिए अलग एसी डक्ट वाले विशेष डिब्बे भी होंगे।
-
नई दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहा है। अब दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल ने भी सर्च में हिंदी में एआई मोड शुरू कर दिया है। यह वैश्विक स्तर पर सभी हिंदी यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा। कंपनी ने बताया कि इस अपटेड के साथ यूजर्स, लंबे एवं कठिन और हल्के-फुल्के सवाल हिंदी में पूछ सकते हैं और इसका जवाब हिंदी में दिया जाएगा।
कंपनी ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, “हमने हाल ही में इसे भारत में अंग्रेजी में लॉन्च किया है और कठिन प्रश्नों को संभालने की इसकी क्षमता पर हमें शानदार प्रतिक्रिया मिली है। हम अगला कदम उठाते हुए बेहद उत्साहित हैं और आज से हम दुनिया भर के उपयोगकर्ताओं के लिए हिंदी में एआई मोड शुरू कर रहे हैं।”एआई मोड को ऐसे प्रश्नों के उत्तर देने के लिए डिजाइन किया गया है जिनके उत्तर खोजने के लिए सामान्यतः कई बार सर्च करना पड़ता है।गूगल सर्च में प्रोडक्ट मैनेजमेंट की उपाध्यक्ष हेमा बुधराजु ने कहा, “एआई सर्च को और भी उपयोगी और गूगल से कुछ भी सवाल करने को पहले से कहीं ज्यादा आसान बना रहा है। हम एआई मोड को हिंदी में लाने को लेकर उत्साहित हैं और यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि लोग इसका इस्तेमाल कैसे करते हैं।”उन्होंने आगे कहा, “दुनिया भर के लोगों के लिए सर्च को एक बेहतरीन अनुभव बनाना सिर्फ अनुवाद से कहीं ज्यादा है। इसके लिए स्थानीय ज्ञान और संदर्भ की गहरी समझ की जरूरत होती है, और जेमिनी 2.5 की एडवांस मल्टीमॉडल और रीजनिंग क्षमताएं हमें भाषा को बेहतर ढंग से समझने में मदद करती हैं।”एआई मोड अपनी क्षमताओं से यूजर्स के कठिन सवालों को भी समझने में सक्षम है। यह बागवानी, सुगंधित एवं रात में खिलने वाले फूलों और विशेष वातावरण जैसे अनुरोधों की बारीकियों और जटिलताओं को समझ सकता है और घरेलू बागवानी के लिए अनुकूलित सुझाव प्रदान कर सकता है। कंपनी ने कहा कि इस लॉन्च से यूजर्स को बेहतर सर्च अनुभव, सूचना तक आसान पहुंच और अपनी पसंदीदा भाषाओं में जानकारी तलाशने का अधिक आसान तरीका मिलेगा। -
नई दिल्ली। केंद्रीय संचार एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दुबई में आयोजित 28वें यूनिवर्सल पोस्टल कांग्रेस में यूपीआई-यूपीयू इंटीग्रेशन प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया। यह ऐतिहासिक पहल विश्वभर के करोड़ों लोगों के लिए सीमा-पार धन प्रेषण की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।
यह तकनीक भारत के डाक विभाग, एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (एनआईपीएल) और यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) के सहयोग से विकसित की गई है। इस परियोजना में भारत के यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) को यूपीयू इंटरकनेक्शन प्लेटफॉर्म (आईपी) से जोड़ा गया है, जिससे डाक नेटवर्क की पहुंच और यूपीआई की गति व किफायत का अद्वितीय संयोजन स्थापित हुआ है।इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि यह केवल टेक्नोलॉजी लॉन्च नहीं है, बल्कि एक सामाजिक संकल्प है। डाक नेटवर्क की विश्वसनीयता और यूपीआई की तेजी मिलकर यह सुनिश्चित करेगी कि परिवार सीमाओं के पार भी तेज, सुरक्षित और कम लागत पर धन भेज सकें। यह साबित करता है कि नागरिकों के लिए बनी सार्वजनिक संरचनाएं, सीमाओं के पार जुड़कर मानवता की बेहतर सेवा कर सकती हैं।केंद्रीय मंत्री ने भारत की आधुनिक, समावेशी डाक प्रणाली की कार्ययोजना साझा की, जिसे उन्होंने चार क्रियाओं से परिभाषित किया। कनेक्ट-डेटा-आधारित लॉजिस्टिक्स के माध्यम से निर्बाध जोड़। इंक्लूड- हर प्रवासी और डिजिटल उद्यम तक किफायती डिजिटल वित्तीय सेवाएं पहुंचाना। मॉडर्नाइज- एआई, डिजिपिन और मशीन लर्निंग का उपयोग। कोऑपरेट- दक्षिण-दक्षिण सहयोग और यूपीयू समर्थित तकनीकी प्रकोष्ठ।अपने संबोधन में सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आधार, जनधन और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के साथ हमने 560 मिलियन से अधिक खाते खोले हैं, जिनमें अधिकांश महिलाओं के नाम पर हैं। इंडिया पोस्ट ने पिछले वर्ष 900 मिलियन से अधिक पत्र और पार्सल वितरित किए। यही पैमाना और यही समावेश की भावना हम वैश्विक मंच पर लेकर आते हैं।केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने घोषणा की कि भारत इस चक्र में 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर का योगदान देगा ताकि तकनीक के माध्यम से नवाचार को बढ़ावा दिया जा सके, विशेषकर ई-कॉमर्स और डिजिटल पेमेंट्स पर फोकस के साथ। उन्होंने प्रधानमंत्री के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए कहा कि भारत संसाधनों, विशेषज्ञता और मित्रता के साथ विश्व समुदाय के साथ खड़ा है।इस दौरान सिंधिया ने यह भी घोषणा की कि भारत यूपीयू काउंसिल ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन और पोस्टल ऑपरेशंस काउंसिल दोनों में अपनी दावेदारी पेश करेगा। इससे भारत की यह प्रतिबद्धता और मजबूत होती है कि वह वैश्विक डाक समुदाय के लिए एक जुड़ा हुआ, समावेशी और सतत भविष्य बनाने में अग्रणी भूमिका निभाएगा।सिंधिया ने कहा कि भारत आपके पास प्रस्ताव लेकर नहीं, बल्कि साझेदारी लेकर आया है। हम ऐसे समाधान बनाने में विश्वास रखते हैं, जो महंगे विखंडन से बचाएं और भरोसे के साथ भुगतान, पहचान, पता और लॉजिस्टिक्स जुड़कर वैश्विक व्यापार को सहज बना सकें। - नयी दिल्ली. जर्मनी की लग्जरी कार विनिर्माता ऑडी ने सोमवार को भारत में अपने विभिन्न मॉडलों की कीमतों में 2.6 लाख रुपये से लेकर 7.8 लाख रुपये तक कटौती की घोषणा की। कंपनी ने एक बयान में कहा कि 'जीएसटी 2.0' लागू होने के बाद उसने अपने सभी मॉडलों की कीमतों में संशोधन किया है। इसके तहत ग्राहकों को मॉडल के आधार पर 2.6 लाख रुपये से लेकर 7.8 लाख रुपये तक का लाभ मिलेगा।नई कीमतों के तहत कंपनी की शुरुआती एसयूवी क्यू3 की कीमत 43.07 लाख रुपये से शुरू होगी, जो पहले 46.14 लाख रुपये थी। इसी तरह शीर्ष एसयूवी क्यू8 की शुरुआती कीमत 1.18 करोड़ रुपये से घटकर 1.1 करोड़ रुपये हो जाएगी। एसयूवी क्यू5 और क्यू7 जैसे अन्य मॉडलों के साथ ही सेडान ए4 और ए6 की कीमतों में भी कमी की गई है।
- नयी दिल्ली. वेदांता लि. ने सोमवार को कहा कि उसने देश के इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए धातु विनिर्माण को बढ़ावा देने को लेकर 12,500 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं। कंपनी एल्युमीनियम, जस्ता, मूल्यवर्धित मिश्रधातु, तांबा, इस्पात, निकेल और फेरोक्रोम सहित उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला का उत्पादन करती है। वेदांता ने बयान में कहा, ‘‘ईवी उद्योग के लिए इन महत्वपूर्ण तत्वों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कंपनी ने 12,500 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं।इस निवेश में एल्युमीनियम स्मेल्टर में क्षमता विस्तार, एल्युमीनियम मूल्यवर्धित उत्पादों को बढ़ावा देना, जस्ता मिश्रधातु संयंत्र की स्थापना, जस्ता उत्पादन के लिए रोस्टर की स्थापना और फेरोक्रोम क्षमता वृद्धि शामिल है।'' कंपनी के एल्युमीनियम उत्पादों में पहिया, इंजन ब्लॉक और सिलेंडर-हेड अनुप्रयोगों के लिए प्राथमिक फाउंड्री मिश्रधातु, बैटरी केसिंग के लिए बिलेट, हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग सिस्टम और ईवी फ्रेम शामिल हैं। वेदांता के एल्युमीनियम का परीक्षण दुर्घटना-रोधी मिश्रधातुओं और ऊर्जा भंडारण समाधानों में सफलता के लिए भी किया जा रहा है। ईवी में एल्युमीनियम का अधिक उपयोग बैटरी के भार को संतुलित करके उनकी ‘ड्राइविंग रेंज' को बढ़ाता है, जिससे कुल लागत कम हो जाती है।
- 0- निसान ने भी कटौती कीनयी दिल्ली. लक्जरी वाहन विनिर्माता लेक्सस इंडिया और वाहन कंपनी निसान मोटर इंडिया ने वाहनों पर जीएसटी दरों में की गई कटौती का लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने के लिये सोमवार को अपनी गाड़ियों के दाम घटाने की घोषणा की। दोनों कंपनियों ने अलग-अलग जारी बयानों में कहा कि संशोधित कीमतें 22 सितंबर यानी नवरात्रि के पहले दिन से प्रभावी हो जाएंगी। लेक्सस इंडिया ने कहा कि उसने अपनी पूरी उत्पाद श्रृंखला की कीमतों में अधिकतम 20.8 लाख रुपये तक की कमी की है। कंपनी के छह मॉडल में से सेडान ईएस 300एच की कीमतों में 1.47 लाख रुपये और अग्रणी एसयूवी एलएक्स 500डी के दाम में अधिकतम 20.8 लाख रुपये तक की कमी होगी।लेक्सस इंडिया के अध्यक्ष हिकारू इकेउची ने इसे ‘ऐतिहासिक सुधार' करार देते हुए कहा कि यह पहल लक्जरी परिवहन क्षेत्र में सुलभता बढ़ाने और भरोसा जगाने वाली है। वहीं, निसान मोटर इंडिया ने अपने कॉम्पैक्ट एसयूवी मैग्नाइट की कीमतों में 52,400 रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक की कटौती करने की घोषणा की है। दरों में बदलाव के बाद नई निसान मैग्नाइट की शुरुआती कीमत अब छह लाख रुपये से नीचे आ गई है। निसान मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक सौरभ वत्स ने कहा, ‘‘जीएसटी दरों में कटौती वाहन उद्योग को सही समय पर मिला प्रोत्साहन है और इससे सीधे ग्राहकों को लाभ होगा। हम इसका पूरा लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'' दोनों कंपनियों ने कहा कि जीएसटी दर कटौती से त्योहारी सीजन की शुरुआत में गाड़ियों की मांग बढ़ने की संभावना है।
-
नयी दिल्ली. उद्योगपति नवीन जिंदल ने सोमवार को कहा कि कुछ इस्पात उत्पादों के आयात पर प्रस्तावित 12 प्रतिशत रक्षोपाय शुल्क पर्याप्त है और अगर भविष्य में आयात संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ा तो उद्योग सरकार से फिर संपर्क करेगा। व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने घरेलू विनिर्माताओं को आयात में अचानक वृद्धि से बचाने के लिए कुछ सपाट इस्पात उत्पादों के आयात पर तीन साल के लिए रक्षोपाय शुल्क लगाने की अंतिम सिफारिश की है। भारतीय इस्पात संघ की एक शिकायत पर शुरू की गई जांच के अंतिम निष्कर्षों में डीजीटीआर ने इस शुल्क की सिफारिश की थी। जिंदल ने यहां ‘आईएसए स्टील कॉन्क्लेव 2025' के अवसर पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम चाहते थे कि यह 25 प्रतिशत (सुरक्षा शुल्क) हो। लेकिन अगर उनकी (डीजीटीआर) समझ से 12 प्रतिशत की सिफारिश हुई है... तो यह पर्याप्त है।'' यह पूछने पर कि क्या अमेरिका जैसे देशों, जिन्होंने 50 प्रतिशत तक के शुल्क लगाए हैं, की तुलना में 12 प्रतिशत शुल्क पर्याप्त है, जिंदल ने कहा कि डीजीटीआर किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले यह देखता है कि उद्योग को किस प्रकार का नुकसान हो रहा है। भारतीय इस्पात संघ (आईएसए) के अध्यक्ष जिंदल ने कहा, ‘‘हम इसका सम्मान करते हैं और अगर कोई समस्या हुई, तो हम इसे फिर से उठाएंगे।'' उन्होंने यह भी बताया कि शुल्क के कारण विभिन्न देशों से अमेरिका को निर्यात बंद होने के कारण वैश्विक कीमतें प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 में घरेलू इस्पात की मांग दोहरे अंकों में बढ़ने की उम्मीद है।
-
म्यूनिख। जर्मनी की वाहन कंपनी फॉक्सवैगन भारत को अपनी किफायती छोटी इलेक्ट्रिक कारों के लिए एक संभावित बाजार के रूप में देख रही है और भागीदारों के साथ मिलकर उन्हें बाजार में सर्वोत्तम तरीके से पेश करने पर काम कर रही है। फॉक्सवैगन के मुख्य कार्यपालक (सीईओ) ओलिवर ब्लूम ने रविवार को यह जानकारी दी। ब्लूम ने आईएए मोबिलिटी के दौरान कहा कि समूह ने इस आयोजन में पहली बार सम्पूर्ण इलेक्ट्रिक छोटी कार श्रृंखला पेश की। समूह का मानना है कि भारत में वाहनों पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती से भारतीय वाहन बाजार और अधिक आकर्षक हो गया है। भारत को लेकर ब्लूम ने कहा, ‘‘भारत एक शानदार बाज़ार है। हम यहां बहुत ज़्यादा संभावनाएं देखते हैं। हम अपने साझेदारों के साथ मिलकर यह तय कर रहे हैं कि हम यहां क्या कर सकते हैं और एक छोटी कार भी ला सकते हैं।'' उन्होंने यह भी कहा कि भारत में उनके महंगे और लक्जरी ब्रांड, जैसे ऑडी, पोर्श और लैम्बोर्गिनी के लिए भी अच्छी संभावनाएं हैं। ब्लूम ने कहा कि कर कम होने से कंपनियों को काफी मदद मिलती है और यह देश के लिए भी अच्छा है।
-
नयी दिल्ली. जीएसटी दरों को युक्तिसंगत बनाए जाने के बाद मारुति सुजुकी की ऑल्टो से लेकर शीर्ष श्रेणी वाली मर्सिडीज-बेंज एस-क्लास तक, विभिन्न कारों की कीमतें 45,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक घटने की संभावना है। उद्योग विशेषज्ञों ने यह जानकारी दी। नई दरें 22 सितंबर से लागू होगीं, जिसके बाद छोटी कारों की कीमतों में 45,000 रुपये से एक लाख रुपये तक की कमी आ सकती है। उद्योग जगत की सबसे किफायती शुरुआती स्तर की कार मारुति सुजुकी ऑल्टो की शोरूम कीमत इस समय 4.23 लाख रुपये है। इसी तरह, लक्जरी कार निर्माता मर्सिडीज-बेंज ए-क्लास से लेकर टॉप-एंड एस-क्लास तक की कीमतों में दो लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक की कटौती कर सकती है। जीएसटी परिषद ने पिछले सप्ताह स्लैब को पांच प्रतिशत और 18 प्रतिशत तक सीमित करने को मंजूरी दी थी, जो नवरात्रि के पहले दिन 22 सितंबर से प्रभावी होगा। ऑडी इंडिया ने एक बयान में कहा, ‘‘22 सितंबर को जीएसटी दरें लागू होने के बाद, हमारी कारों की कीमतों में चार से छह प्रतिशत की कमी आने की संभावना है। अंतिम गणना अभी जारी है।'' इसी तरह, बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया को अपने पोर्टफोलियो एक्स1 से एक्स7 तक की कीमतों में दो लाख रुपये से नौ लाख रुपये तक की कमी आने की उम्मीद है। टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और रेनो इंडिया जैसी विभिन्न वाहन कंपनियों ने पहले ही कीमतों में कटौती की घोषणा कर दी है।
-
नई दिल्ली। लाल सागर में फाइबर ऑप्टिक केबल क्षतिग्रस्त होने से दुनिया भर में इंटरनेट धीमा हो गया है। यूजर्स को देरी और स्लो इंटरनेट स्पीड का सामना करना पड़ रहा है। इस घटना का असर माइक्रोसॉफ्ट के Azure प्लेटफॉर्म पर भी पड़ा है। ये केबल्स यूरोप और एशिया के बीच इंटरनेट कनेक्शन के लिए बेहद जरूरी हैं। इन केबल्स के टूटने से वैश्विक इंटरनेट ट्रैफिक का करीब 17% हिस्सा प्रभावित हुआ है।
कौन-कौन से सिस्टम प्रभावित हुए?क्षतिग्रस्त केबल्स में SEACOM/TGN-EA, AAE-1 और EIG जैसे प्रमुख सिस्टम शामिल हैं। इनकी वजह से महाद्वीपों के बीच डेटा का प्रवाह बाधित हुआ है।माइक्रोसॉफ्ट ने बताया- केबल कटने से डेटा रूटिंग को करेंगे अनुकूलितमाइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि समुद्र के नीचे बिछी फाइबर ऑप्टिक केबल्स के कटने की मरम्मत में समय लग सकता है। इस दौरान कंपनी लगातार निगरानी रखेगी और डेटा ट्रैफिक को संतुलित करते हुए रूटिंग को अनुकूलित करेगी। इसका उद्देश्य यूजर्स पर प्रभाव को कम करना है।कंपनी ने कहा कि फिलहाल डेटा को अन्य रास्तों से भेजा जा रहा है ताकि सेवाओं में ज्यादा रुकावट न आए।संभावित वजहअधिकारियों ने अभी तक केबल कटने का कारण स्पष्ट नहीं किया है। पिछली घटनाओं में इसका मुख्य कारण वाणिज्यिक जहाजों के एंकर गिरना रहा है। कुछ मामलों में जानबूझकर तोड़फोड़ की आशंका भी जताई गई है। इस क्षेत्र में चल रहे संघर्षों के कारण विशेषज्ञों को डर है कि डिजिटल नेटवर्क को जानबूझकर निशाना बनाया जा सकता है, जिससे वैश्विक कनेक्टिविटी पर खतरा बढ़ सकता है। -
नयी दिल्ली. टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने शनिवार को कहा कि वह जीएसटी दरों में कटौती का लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए अपने वाहनों की कीमतों में 3.49 लाख रुपये तक की कटौती कर रही है। संशोधित कीमतें 22 सितंबर, 2025 से लागू होंगी।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) के उपाध्यक्ष (बिक्री,सेवा, प्रयुक्त कार व्यवसाय और लाभ संवर्धन) वरिंदर वाधवा ने एक बयान में कहा, ''एक पारदर्शी और ग्राहक-केंद्रित कंपनी होने के नाते, हमें अपने ग्राहकों तक ये लाभ पहुंचाने में खुशी हो रही है।'' टीकेएम ने कहा कि ग्लैंजा हैचबैक की कीमत 85,300 रुपये तक, टैसर की कीमत 1.11 लाख रुपये, रुमियन की कीमत 48,700 रुपये, हाइराइडर की कीमत 65,400 रुपये, क्रिस्टा की कीमत 1.8 लाख रुपये, हाइक्रॉस की कीमत 1.15 लाख रुपये और फॉर्च्यूनर की कीमत 3.49 लाख रुपये तक कम हो सकती है। इसी तरह, लेजेंडर की कीमत 3.34 लाख रुपये, हाइलक्स की कीमत 2.52 लाख रुपये, कैमरी की कीमत 1.01 लाख रुपये और वेलफायर की कीमत 2.78 लाख रुपये कम होने की उम्मीद है।