रजत जयंती छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर बिलासपुर के गेड़ी नृत्य दल की प्रस्तुति का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया आनंद
बिलासपुर/रजत जयंती अवसर पर राज्योत्सव का दिन बिलासपुर के गेड़ी नृत्य दल के कलाकारों के लिए एतिहासिक बन गया जब गेड़ी नृत्य के प्रदर्शन को देखने के लिए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपना काफिला रुकवा दिया ! दो मिनट तक गेड़ी लोक नृत्य के प्रदर्शन को देख उन्होंने हाथ हिलाकर गेड़ी नृत्य दल के सभी सदस्यों का अभिवादन किया।
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर बिलासपुर की सांस्कृतिक संस्था 'लोक श्रृंगार भारती' गेड़ी लोक नृत्य दल को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के स्वागत के लिए आमंत्रित किया गया था, बीस सदस्यीय कलाकारों का दल गेड़ी लोक कलाकार श्री अनिल गढ़ेवाल के नेतृत्व में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करने पहुंचे। प्रधानमंत्री के स्वागत के बाद गेड़ी लोक नृत्य दल ने राज्योत्सव मैदान के मंच पर पारंपरिक गेड़ी लोक नृत्य का प्रदर्शन कर दर्शकों की तालियां बटोरी। अनिल गढ़ेवाल के गाए हुए गीत ' काट ले हरिहर बांसे जो भला' पर दर्शक झूम उठे वहीं मुख्य मांदर वादक संजय रात्रे एवं मोहन डोंगरे के मांदर वादन ने दर्शकों को आकर्षित किया, महेश नवरंग ने बांसुरी पर तान छेड़ा, वही सौखी लाल कोसले के द्वारा गेड़ी नृत्य गीत को स्वर प्रदान किया गया, सह गायक की भूमिका में फागु राम सूर्यवंशी तथा भरत वस्त्रकार ने भी गेड़ी गीत गाकर खूब वाह वाही लूटी, दर्शक गण आश्चर्य चारी चकित तब हुये जब प्रभात बंजारे एवं सूरज खांडे के गेड़ी में खड़े रहने के बावजूद शुभम भार्गव उनके कंधों पर खड़े होकर गेड़ी को हवा में लहराया तो राज्योंत्सव का मैदान तालिया की गड़गड़ाहट से गूंज उठा, लक्ष्मी नारायण माण्डले तथा मनोज माण्डले ने एक ही गेड़ी पर नृत्य करके सभी आश्चर्य चकित कर दिया, चेतन कुर्रे, शुभम भार्गव,चंद्रशेखर केवट, फूलचंद ओगरे , अमित भार्गव तथा शुभम भारद्वाज ,उदय खांडे ने आकर्षक गेड़ी नृत्य करके दर्शकों का मन मोह लिया।
कौड़ियों एवं चीनी मिट्टी की माला पटसन वस्त्र सिख बंध , मयूर पंख धारण करके छत्तीसगढ़ी गेड़ी लोक नृत्य का प्रदर्शन किया गया। उल्लेखनीय है कि इसी माह भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित लोक महोत्सव हैदराबाद में बिलासपुर के गेड़ी लोक नृत्य के प्रदर्शन ने हैदराबादियों रूसी पर्यटकों को प्रभावित किया था। श्रृंगार भारती के कलाकारों द्वारा दिसंबर में भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित बालीजात्र कटक महोत्सव में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया जाएगा। बिलासपुर में आयोजित राज्योत्सव कार्यक्रम में गेड़ी नृत्य दल द्वारा आज प्रस्तुति दी जाएगी।



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