सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने धान खरीदी बंद करने की चेतावनी दी
राजनांदगांव। समर्थन मूल्य पर खरीदे जा रहे धान के कमजोर उठाव के बीच बेमौसम बारिश ने सहकारी समितियों की चिंता बढ़ा दी है। पहले सूखत का टेंशन था। अब धान खराब होने की चिंता सता रही है। जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने चेतावनी दी है कि परिवहन की गति नहीं बढ़ाई गई तो चार दिसंबर से वे धान खरीदी बंद कर देंगे। वर्तमान में अविभाजित राजनांदगांव जिले में खराब मौसम के बीच 18 लाख क्विंटल से अधिक धान उपार्जन केंद्रों में जाम है।
सहकारी बैंक की रिपोर्ट के अनुसार अब तक 47 हजार 44 किसानों से 21.15 लाख क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर खरीदा जा चुका है। इसमें से मात्र 2.78 लाख क्विंटल का ही परिवहन कराया जा सका है। इससे खरीदी करने वाली सहकारी समितियों को अनावश्यक परेशान होना पड़ रहा है। देर से उठाव के दोहरा नुकसान है। मौसम साफ रहा तो सूखत का खतरा रहता है। बेमौसम बारिश हाेने पर भीगने से धान के खराब होने का डर सता रहा है। सहकारी समिति कर्मचारी संघ के संयुक्त जिला पदाधिकारियों ने बुधवार को कलेक्टर, जिला खाद्य अधिकारी व जिला विपणन अधिकारी को धान परिवहन के संबंध में ज्ञापन सौंपा। इसमें बताया गया है कि खरीदी के अनुपात में परिवहन नहीं हो पा रहा है। इस कारण धान जाम होते जा रहा है। अभी जिला राजनांदगांव जिले में 12.18 लाख के एवज में 2,37 लाख क्विंटल धान का ही परिवहन हुआ है। यानी लगभग 10 क्विंटल जाम है। खैरागढ़ में छह लाख और मोहला-मानपुर में लगभग ढाई लाख क्विंटल धान उपार्जन केंद्र खुले में रखा है। खरीदी केंद्र के बफर लिमिट से चार से पांच गुना धान खरीदी हो चुका है। वर्षा व सूखत के अलावा चूहों से भी धान की मात्रा में कमी आती है जिसके लिए धान खरीदी प्रभारी को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार माना जाता है। उनसे कमी की राशि वसूली की जाती है। इसलिए सभी संघ के पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन को तीन दिसंबर तक धान परिवहन प्रारंभ करने के लिए ज्ञापन पत्र सौंपा है। परिवहन प्रारंभ नहीं होने पर चार दिसंबर से तीनों जिलाें में धान खरीदी बंद करने की चेतावनी दी गई है।





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