दंगाइयों से निपटने पुलिस बल ने किया बलवा ड्रिल का अभ्यास
राजनांदगांव। खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला पुलिस बल को दंगाइयों से निपटने बलवा ड्रिल का अभ्यास कराया गया। मदराकुही (सोनभठ्ठा) के मैदान में बलवा नियंत्रण उपकरणों के साथ बलवा ड्रिल का अभ्यास किया गया। जिसमें अराजक तत्वों पर कैसे नियंत्रण पाना है। किस तरह की कार्यवाही करनी है और कैसे करना है बखूबी अभ्यास कर अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शन कर दिखाया गया। नाटकीय रूप से दिखाया गया कि एक फैक्ट्री के कर्मचारी अपने वेतन भत्तो एवं अन्य सुविधाओं की मांगो को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उक्त प्रदर्शनकारियों से सर्वप्रथम अपनी मांगों का ज्ञापन देकर प्रदर्शन समाप्त करने थाना प्रभारी एवं क्षेत्राधिकार मजिस्ट्रेट द्वारा आग्रह किया जाता है पर प्रदर्शनकारी नहीं मानते और उग्र होकर पुलिस टीम पर पथराव करने लगते हैं। प्रदर्शनकारियों को अराजक होते देखकर पुलिस पार्टी द्वारा इंटी राईट गन से अश्रु गैस के गोले प्रदर्शनकारियों पर छोडे जाते फिर भी भीड तितर बितर नहीं होने से केन पार्टी का प्रयोग पुलिस पार्टी द्वारा की जाती है। फिर भी अराजक तत्व नहीं हटते तब लाठी पार्टी भेजी जाती है। लाठी पार्टी से भी प्रदर्शन कारी कंट्रोल में नहीं आते तब मौके पर उपस्थित मजिस्ट्रेट द्वारा प्रदर्शनकारियों को विधि विरूद्व होने एवं क्षेत्र के आम नागरिकों के सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अंतिम विकल्प के रूप में प्रदर्शनकारियों पर फायर करने की चेतावनी संबंधीत बैनर दिखाकर एवं लाउड स्पीकर के माध्यम से प्रदर्शन बंद कर चले जाने का आग्रह करते हैं। लेकिन प्रदर्शनकारी और अधिक उग्र होकर मौके पे अत्याधिक उग्र होकर शासकिय संपत्ति, शासकीय वाहनो को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। जिस पर पुलिस पार्टी द्वारा मजिस्ट्रेट के आदेश से अराजक तत्वों पर 12 राउड फायर किया जाता है। जिसमें तीन प्रदर्शनकारी घायल होते हैं। जिन्हे तत्काल उपचार के लिए भेजा जाता है। पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा द्वारा उपस्थित बल को उनके द्वारा की गई कार्यवाही के अच्छाईयों एवं कमियों के संबंध में बारिकी से ब्रीफ कर निगोशिएशन स्कील बढ़ाने एवं ऐसी परिस्थितियों में कम से कम बल प्रयोग कर सूझबूझ से घटना को सुलझाने के संबंध में महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए गए।





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