धमधा में गायत्री महायज्ञ के अनुयाज यात्रा निकाली, घर-घर दिया गया पीला चावल
- 12 गांवों में किया गया प्रचार, लोगों से एक-एक मुठ्ठी अन्न दान करने की अपील
- 19 दिसंबर से धमधा में होगा 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ
धमधा । ऐतिहासिक नगर धमधा में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के लिए प्रचार रथ गांव-गांव पहुंच रहा है। इसे युग चेतना का ध्वज दिखाकर गायत्री मंदिर से रवाना किया गया। इसे अनुयाज यात्रा नाम दिया गया है, जिसमें गायत्री परिवार के सदस्य हर गांव में घर-घर जाकर पीला चावल देकर उन्हें यज्ञ में आहूति देने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। साथ ही उन्हें जनकल्याण और लोकचेतना के जागरण के लिए अन्नदान करने प्रेरित कर रहे हैं। अनुयाज यात्रा आसपास के 12 गांवों में यात्रा कर चुकी है।
गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में धमधा के बाजार मैदान में 19 से 22 दिसंबर 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया है। इसके लिए गायत्री मंदिर में अनुयाज यात्रा आरंभ की गई। इसमें शामिल होने गायत्री परिवार खैरागढ़ के जोन प्रभारी श्री प्रभात साहू, जालबांधा के ईश्वर साहू एवं श्रवण गुप्ता ने युग चेतना ध्वज दिखाकर रवाना किया। इसमें मेड़ेसरा से ऊषा केसरा के नेतृत्व में देविका कश्यप, प्रभा साहू, रीमौतिन साहू, नीतू यादव, पार्वती निर्मलकर, सुनीता यादव, बोड़ेगाँव से रामकुमार, ज्ञानेश्वरी, मंजू धीवर, लोकेश्वरी देवांगन ने ढफली की धुन पर घर-घर अलख जगाएंगे, हम बदलेंगे जमाना गीत गाते हुए घर-घर संपर्क किया। इसमें पहले दिन सात गांवों में घर-घर दस्तक देकर पीला चावल से महायज्ञ के लिये आमंत्रण दिया गया। पहले दिन परोड़ा, दानीकोकड़ी, परोड़ा, करेली, कन्हापुरी, परसुली और सिल्ली में लगभग एक हजार घरों में संपर्क किया गया। उन्हें गायत्री मंत्र की महिमा बताते हुए यज्ञ के लिये आमंत्रित किया गया। दूसरे दिन गंजपारा धमधा, तितुरघाट, सोनेसोरार व महराजपुर में घर-घर जाकर न्यौता दिया गया। इसमें लोगों से अनुरोध किया गया कि आने वाले 15 दिनों तक रोज भोजन पकाने के पहले गायत्री मंत्र के साथ एक मुट्ठी चावल अन्नघट में डालें, उस अन्न से महायज्ञ के भंडारे में प्रसाद बनाया जाएगा। लोगों को यज्ञ में आहूति के लिये स्वेच्छा से दिये गए घी, चावल व अंशदान के महत्व को बताया गया। प्रचार यात्रा में वीरेंद्र देवांगन, गोविन्द पटेल, कल्याण सिंह चौहान, ईश्वरी निर्मलकर दानीकोकड़ी, शिवकुमार राठौर, केशव देवांगन, उमेश सोनी, खोमन पटेल परसुली, धन्नूलाल निषाद बसनी, पुरूषोत्तम साहू परोड़ा, बीरेंद्र सोनी, श्रेया देवांगन, समृद्धि पटेल शामिल थे।
धरोहरों के संरक्षण से लेकर विश्वकल्याण की होगी कामना
आयोजन समिति के संयोजक वीरेंद्र देवांगन एवं गोविन्द पटेल ने बताया कि 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन अपने धरोहर और अपनी संस्कृति को संजोने के उद्देश्य से किया जा रहा है। धमधा को जल संरक्षण के रूप में जाना जाता है, वहां छै आगर छै कोरी तरिया (126 तालाबों) के संरक्षण को लेकर भी इस महायज्ञ में जनजागरण किया जा रहा है। इस आयोजन में नगर पंचायत धमधा, हिन्द एथलेटिक्स क्लब, धीवर समाज महिला मंडल, यादव समाज, देवांगन समाज, ताम्रकार समाज, लोधी समाज, गुप्ता समाज, सिन्हा समाज, साहू समाज योगदान दे रहे हैं। इसमें 19 दिसंबर को 108 महिलाएं पीले वस्त्र में कलश यात्रा निकालेंगी। 20 दिसंबर को महायज्ञ में लोक जागरण और विश्व कल्याण को लेकर आहूति डाली जाएगी। इसमें विभिन्न संस्कार निःशुल्क कराए जाएंगे।
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