ये हैं बेस्ट प्लेबैक सिंगिंग का नेशनल अवार्ड जीतने वाले 60 साल की आदिवासी गायिका ....
नई दिल्ली। शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किए गए। इन पुरस्कारों के बीच एक ऐसी लोक गायिका ने सबका ध्यान खींचा वो थीं बेस्ट प्लेबैक सिंगिग के लिए इस बार का राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाली ननचम्मा। केरल की लोक गायिका 60 साल की ननचम्मा, जो एक आदिवासी समुदाय से हैं, ने सच्चिदानंदन केआर (सची) द्वारा निर्देशित फि़ल्म 'अय्यपणम कोशियुमÓ के लिए 68वें राष्ट्रीय फि़ल्म पुरस्कार में बेस्ट प्लेबैक सिंगर का अवार्ड जीता है।
इतना ही नहीं ननचम्मा ने फि़ल्म में कन्नम्मा की मां के किरदार के रूप में भी अहम भूमिका निभा चुकी हैं। इस फि़ल्म में वह अभिनेता बीजू मेनन द्वारा निभाए गए किरदार अय्यप्पन नायर की पत्नी बनी थीं। बीजू मेनन ने 'अय्यपणम कोशियुम' फि़ल्म के लिए 68वें राष्ट्रीय फि़ल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार जीता है।
ननचम्मा ने फि़ल्म में 'कलक्कथाÓ गाना गाकर मलयाली दर्शकों का दिल जीत लिया था। इस गाने के लिए उन्होंने काफी सराहना भी बटोरी थी। यूट्यूब पर इस गाने के रिलीज होने के बाद खूब लोकप्रियता मिली थी, और एक महीने में ही इस गाने को 10 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिले थे। यह गीत खुद ननचम्मा ने इरुला भाषा में लिखा था और जेक बिजॉय ने कंपोज किया था। ननचम्मा को इससे पहले फिल्म 'अय्यपणम कोशियुमÓ के लिए साल 2020 में केरल राज्य फि़ल्म पुरस्कार में एक विशेष पुरस्कार मिला था।
ननचम्मा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, "मैं पुरस्कार जीतकर काफी खुश हूँ, लेकिन यह बेहद दुख की बात है कि वह (फिल्म निर्देशक सची) यह खबर सुनने के लिए हमारे साथ नहीं हैं। उन्होंने ही मुझे गाने के लिए कहा था और मैंने गाया। " वहीं फि़ल्म निर्माता अदूर गोपालकृष्णन ने ननचम्मा को मिले पुरस्कार पर खुशी व्यक्त की.। उन्होंने कहा, "आमतौर पर लोक-गायन को मुख्यधारा के सिनेमा में जगह नहीं मिलती है। यह वाकई में एक दुर्लभ उपलब्धि है। "
ननचम्मा आज़ाद कला समिति की लोकगायिका हैं, जिसका नेतृत्व अट्टपाड़ी के आदिवासी कलाकार पज़ानी स्वामी करते हैंै। ननचम्मा की आजीविका का साधन खेती और मवेशी हैंै। वह ज्यादातर लोक गीत गाती हैं जो पीढिय़ों से चले आ रहे हैं। उन्होंने पहली बार सिंधु साजन द्वारा निर्देशित एक डॉक्यूमेंट्री के लिए गाया था।
ननचम्मा ने केरल सरकार के आवास कार्यक्रम लाइफ मिशन के लिए प्रचार गीत गाया और यह पहली बार था जब केरल में जनसंपर्क कार्यक्रम के लिए इरुला भाषा का इस्तेमाल किया गया था। वहीं 'अय्यपणम कोशियुमÓ फि़ल्म को चार पुरस्कार मिले है। इनमें सर्वश्रेष्ठ निर्देशक (सची), सहायक अभिनेता (बीजू मेनन), महिला पाश्र्व गायिका (ननचम्मा) और स्टंट कोरियोग्राफी- थिंकलाज़्चा निश्चयम का नाम शामिल है। सेना हेगड़े की छोटे बजट की यह फि़ल्म ओटीटी पर रिलीज़ हुई थी और दर्शकों को काफी पसंद आई थी। इसे सर्वश्रेष्ठ मलयालम फिल्म का पुरस्कार मिला है। हेगड़े ने इसके लिए दर्शकों का आभार जताया।
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