रजत कपूर ने अभिनेताओं के रंगमंच को तरजीह देने पर कहाः पैसे या शोहरत से ऊपर है जुनून
नयी दिल्ली. अभिनेता-निर्देशक रजत कपूर ने रंगमंच के कलाकारों चाहें नवोदित हों या अनुभवी, सभी की रंगमंच के प्रति अटूट समर्पण के लिए सराहना की। अपने नए नाटक ''करमजले ब्रदर्स'' के प्रीमियर का इंतजार करते हुए यहां ओपी जिंदल ऑडिटोरियम में आगामी छठे दिल्ली थिएटर फेस्टिवल (डीटीएफ) के दौरान रजत कपूर ने बताया कि आखिर क्या चीज अभिनेताओं को रंगमंच के लिए बेहद लगन से मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है। ''करमजले ब्रदर्स'' रूसी साहित्यत्यकार फ्योदोर दोस्तोयेव्स्की के अंतिम उपन्यास ‘द ब्रदर्स करमाज़ोव' का हिंदी रूपांतरण है। उन्होंने कहा, “फिल्मों में अभिनय के विपरीत यह बहुत मेहनत भरा काम है। तो फिर आप यह क्यों करते हैं? यह न पैसों के लिए है, न शोहरत के लिए। यह तो वास्तव में कला के प्रति प्रेम है, या फिर उन 90 मिनटों तक मंच पर रहने के रोमांच के लिए है। इस पेशे में एक तरह की पवित्रता है।” फिल्म और रंगमंच दोनों में लेखक, निर्देशक और अभिनेता के रूप में सफलता हासिल करने वाले कपूर ने कहा, '' अभ्यास (रिहर्सल) व तलाश के मामले में यह काम मेहनत भरा है, क्योंकि हर दिन अभ्यास में आप कुछ नया तलाश रहे होते हैं। कभी यह पाठ (टेक्स्ट) होता है, और अगर आप मेरे साथ काम कर रहे हैं, तो आपको पता भी नहीं होता कि टेक्स्ट क्या है - इसलिए आप उसे बिल्कुल नई तरह से तलाशते हैं। मुझे पता है कि यह अभिनेताओं के लिए बहुत तनावपूर्ण होता है। और फिर भी वे इसे करते हैं, जो वास्तव में अद्भुत है। मैं उनका सम्मान करता हूं।'' खुद को "थिएटर का दीवाना" बताते हुए 64 वर्षीय अभिनेता ने कहा कि इसमें "कुछ नशा" है और वह इसके चक्कर में पड़ते रहते हैं। उन्होंने कहा, "इससे मुझे बहुत खुशी मिलती है।"

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