जोड़ों के दर्द से राहत पाने डाइट में शामिल करें ये चीजें
मानसून के दिनों में अक्सर लोगों के जोड़ों में दर्द की समस्या बढ़ जाती है। ऐसा ज्यादातर बुजुर्ग लोगों के साथ होता है या जिनकी हड्डियां कमजोर हैं, उन्हें इसकी शिकायत रहती है। हालांकि, आपको लग सकता है कि भला मानसून और जोड़ों के दर्द का आपस में क्या संबंध है? लेकिन, मानसून में ह्यूमीडिटी ज्यादा होती है। इस मौसम की वजह से ब्लड थोड़ा थिक या गाढ़ा हो जाता है, जिस वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इस तरह की सिचुएशन में हमारे शरीर को ओवर मेहनत करनी पड़ती है, जिससे बॉडी डिहाइड्ेट हो सकती है। यही कारण है कि जोड़ों के आसपास मौजूद फ्लूइड का जमाव कम हो जाता है। नतीजतन, जिन लोगों को पहले से ही ज्वाइंट पेन रहता है, उनका दर्द बढ़ जाता है। मौजूद है मानसून के कारण हो रहे जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए डाइट टिप्स।
मानसून के कारण हो रहे जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए क्या खाएं-
खाएं अदरक
मानसून के दिनों में लगभग हर दूसरे घर में अदरक की चाय बनती है। माना जाता है कि अदरक की चाय पीने से सर्दी-जुकाम जैसी परेशानियां दूर रहती हैं। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं, जो अर्थराइटिस के के कारण हो जोड़ों में आई स्टिफनेस को दूर करने और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। यहां तक कि जोड़ों के दर्द के कारण आई सूजन से भी राहत मिलती है।
लहसुन का सेवन करें
अक्सर आपने सुना होगा कि हाथ-पांव में दर्द हो, तो लहसुन को सर्सों के तेल में हल्का गुनगुना करके इससे मालिश करनी चाहिए। इससे हाथ-पैरों में हो रहा दर्द छूमंतर हो जाता है। क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है? असल में लहसुन में कई ऐसे तत्व होते हैं, जो कार्टिलेज को डैमेज होने से रोकता है और जोड़ों में आई सूजन को कम करने में भी अहम भूमिका निभाता है। मानसून के दिनों में इसे अपनी डाइट का हिस्सा जरूर बनाएं।
ग्रीन-टी पिएं
ग्रीन-टी कई तरह के गुणों से भरपूर है। ग्रीन-टी का सेवन करने से वजन संतुलित रहता है, त्वचा में निखार आता है और इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है। मानसून के दिनों में ग्रीन-टी को अपनी डाइट का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए। इसमें पोलिफेनल और एंटी-ऑक्सीडेंट्स जैसे तत्व होते हैं, जो सूजन को कम करते हैं और बढ़ती उम्र के कारण हो रही कार्टिलेज की क्षति की गति को धीमा करने में मदद करता है।
एवोकाडो खाएं
एवोकाडो बेहतरीन फलों में से एक है। इसमें हेल्दी फैट होता है। इसका सेवन करने से वजन नहीं बढ़ता है। इसके उलट, इसमें कई ऐसे तत्व होते हैं, जो अर्थराइटिस या जोड़ों के दर्द को सीमित करने में मदद करते हैं। असल में, एवोकाडो में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं। इसकी वजह से शरीर की सूजन कम होती है, जो जोड़ों पर पड़ रहे दबाव को कम करने में मदद करती है। इससे मानसून के कारण हो रहे जोड़ों के दर्द से राहत भी मिलती है।
हल्दी का सेवन करें
हमारे यहां लगभग हर घर में हल्दी का सेवन किया जाता है। हल्दी कई तरह के तत्वों का बेहतरीन स्रोत है। आपने अक्सर देखा होगा कि मौसम बदलते ही कई घरों में हल्दी दूध का सेवन किया जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी होती है। इसमें खासकर, कर्क्युमिन पाया जाता है। यह ज्वाइंट पेन को कम करता है और जोड़ों में आई सूजन से भी राहत दिलाता है। अर्थराइटिस के मरीजों को हल्दी का सेवन जरूर करना चाहिए।
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