कब्ज की समस्या से राहत दिलाएंगा ये आयुर्वेदिक नुस्खे, पाचन-तंत्र में होगा सुधार
इन दिनों में हम लोग जिस तरह की जीवनशैली जी रहे हैं, उसमें कब्ज की समस्या होना आम बात है। कब्ज में पेट अच्छी तरह से साफ नहीं हो पाता है, जिसके कारण फिशर और पाइल्स की समस्या भी होती है।
कब्ज की समस्या का सामना कर रहे ज्यादातर लोग, इससे राहत पाने के लिए गोलियां, सिरप और कई तरह की दवाएं लेते हैं। लेकिन कई बार दवा का सेवन करने से भी कब्ज की समस्या से छुटकारा नहीं मिलता है। आप भी काफी लंबे समय तक कब्ज की समस्या से जूझ रहे हैं, तो अब वक्त है दवा की जगह एक आयुर्वेदिक नुस्खे को आजमाने का। कब्ज से छुटकारा पाने का यह आयुर्वेदिक उपाय है छोटी हरड़।
कब्ज में क्यों फायदेमंद है छोटी हरड़?
आयु्र्वेद में छोटी हरड़ का इस्तेमाल हजारों वर्षों से कब्ज और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने के लिए किया जा रहा है। छोटी हरड़ में एंटी बैक्टीरियल, एंटी -इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो मल को मुलायम बनाकर, मल त्याग की प्रक्रिया को आसान बनाते हैं। जिससे कब्ज और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इतना ही नहीं छोटी हरड़ शरीर में एक लैक्सेटिव की तरह काम करता है। छोटी हरड़ का सेवन करने से पेट आसानी से साफ हो जाता है। इसकी मदद से पेट में दर्द समेत अन्य पाचन से जुड़ी परेशानियां भी नहीं होती हैं।
कब्ज के लिए छोटी हरड़ का उपयोग कैसे करें?
- 20 ग्राम छोटी हरड़ को देखकर साफ कर लें। अब एक तवा लें और इसे गर्म कर लें।
- गर्म तवे पर 2 से 4 बूंदें कैस्टर ऑयल और छोटी हरड़ डालकर अच्छे से भूनकर तैयार करें।
- भूनने के बाद छोटी हरड़ का ग्राइंडर में पीसकर चूर्ण के तौर पर तैयार कर लें।
- रोजाना सुबह खाली पेट छोटी हरड़ के चूर्ण का सेवन गुनगुने पानी के साथ करें।
डॉक्टर का कहना है कि कब्ज और पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए छोटी हरड़ का सेवन शुरुआत में 4 से 8 सप्ताह तक लगातार करना चाहिए। इसके बाद एक बीच का गैप करके 4 सप्ताह तक हरड़ का सेवन करना चाहिए। कब्ज के लिए छोटी हरड़ का इस्तेमाल आयुर्वेद और भारतीय घरों में सदियों से किया जा रहा है, लेकिन जो लोग किसी प्रकार की मेडिकल कंडीशन से गुजर रहे हैं या किसी विशेष प्रकार की दवा का सेवन कर रहे हैं, वह छोटी हरड़ का इस्तेमाल डॉक्टरी सलाह पर ही करें।
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