पुलिस ने तीन बच्चियों को उनके परिवार से मिलाया
नयी दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने तीन बच्चियों को यहां बापा नगर में रहने वाले उनके परिवार से मिलवाया है। वे अपने एक रिश्तेदार के यहां से घर लौटते समय गुम हो गई थीं। सबसे बड़ी बहन की उम्र महज़ 11 साल है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि ये बहनें बृहस्पतिवार दोपहर करीब तीन बजे वज़ीराबाद में मिली थीं और उनके घर का पता लगाने में पुलिस को सिर्फ तीन घंटे लगे। पुलिस ने उनके घर का पता लगाने के लिए गूगल की तस्वीरों की भी मदद ली। पुलिस ने बताया कि बच्चियों के बारे में उन्हें सूचना मिलने पर हेड कांस्टेबल शिवराज और कांस्टेबल विकास और तनू की टीम सहायक उपनिरीक्षक विनोद वालिया के नेतृत्व में उनसे मिली। उन्होंने बताया कि 11 वर्षीय बच्ची ने पुलिस को बताया कि उनका घर बापा नगर में है और घर के पास एक मंदिर है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टीम ने उन्हें बापा नगर इलाके में स्थित कुछ मंदिरों की तस्वीरें गूगल पर दिखाईं और बच्ची ने एक मंदिर को पहचान लिया। अधिकारी ने बताया, “ जब हम बापा नगर में एक सड़क से गुजर रहे थे तो बच्ची ने उस इलाके को पहचान लिया जहां वह रहती है। इसके बाद एक दुकानदार ने बच्चियों की पहचान की और उनका घर दिखाया।” टीम को घर पर उनका 35 वर्षीय पिता वीरेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी और एक बेटा मिला। लापता बेटियों के बारे में पूछे जाने पर, गुप्ता ने पुलिस को बताया कि उन्हें इसकी जानकारी थी लेकिन वह उन्हें ढूंढ नहीं सके क्योंकि उनकी हाल में सर्जरी हुई थी और वह बीमार हैं। अधिकारी ने कहा, उस व्यक्ति ने अपने रिश्तेदारों के जरिए अपनी बेटियों को तलाश करने की कोशिश की।
गुप्ता ने कहा कि वह बिहार से हैं और इलाके के साप्ताहिक बाजार में कपड़े बेचते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी, उनके गृहनगर में रहती थीं और मानसिक रूप से बीमार हैं और हाल में अपने चारों बच्चों के साथ दिल्ली आयी हैं। पुलिस ने कहा कि दंपति का झगड़ा हुआ और व्यक्ति ने अपनी बेटियों को वजीराबाद में एक रिश्तेदार के घर छोड़ दिया क्योंकि उनके घर में जगह की कमी थी। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद बच्चियां अपने घर जाने के लिए वहां से निकल गईं और रास्ते में गुम हो गईं।
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