राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने कहा-नीट और जेईई परीक्षार्थियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
नई दिल्ली। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी--एनटीए ने कहा है कि कोविड महामारी के मद्देनजऱ नीट और जेईई परीक्षा कराते समय पूरी ऐहतियात बरती जाएगी और सभी आवश्यक उपाए किए जाएंगे।
एनटीए के महानिदेशक डॉक्टर विनीत जोशी ने कहा कि सभी विद्यार्थियों और कर्मचारियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि परीक्षा के दौरान सुरक्षित दूरी बनाए रखने के बारे में सरकारी दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा। परीक्षा हाल की संख्या बढ़ाई गई है ताकि एक कमरे में 12 उम्मीदवारों से ज्यादा न बैठें। उन्होंने कहा कि एक केन्द्र में विद्यार्थियों के अलग समूहों को अलग-अलग समय आवंटित किया गया है। परीक्षकों की संख्या भी दोगुनी कर दी गई है।
श्री जोशी ने कहा कि पिछले 15 दिन से शहर समन्वयकों और प्रेक्षकों को मानक संचालन प्रक्रिया तथा विस्तृत दिशा निर्देशों के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे परीक्षा केन्द्रों में सुरक्षित दूरी बनाए रखने के नियम का सख्ती से पालन कर सके। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए परामर्श जारी किया गया है। अगर दिशा निर्देशों का पालन किया गया तो उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी।
एनटीए ने आज नीट-2020 परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी कर दिए। पहले तीन घंटों में चार लाख से अधिक उम्मीदवारों ने अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड किए। अब तक साढ़े पांच लाख से अधिक उम्मीदवार प्रवेश पत्र डाउनलोड कर चुके हैं।
एजेंसी ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के कारण सामाजिक दूरी बनाए रखने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए देश भर में परीक्षा केन्द्रों की संख्या जेइई मेन्स के लिए 570 से बढ़ाकर 660 और नीट यूजी 2020 के लिए 546 से बढ़ाकर 3 हजार 843 कर दी गयी है। इसके अलावा जेईई मेन्स के लिए पारियों की संख्या भी आठ से बढ़ाकर 12 कर दी गयी है। लेकिन प्रति शिफ्ट परीक्षार्थियों की संख्या एक लाख 32 हजार से घटाकर 85 हजार कर दी गयी है। इस साल करीब साढ़े आठ लाख परीक्षार्थियों ने जेईई मेन्स के लिए और लगभग 16 लाख ने एनईईटी-यूजी के लिए पंजीयन कराया है।
परीक्षा कक्ष में उचित सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए जेईई-मेन्स के उम्मीदवारों को एक सीट खाली छोड़कर बैठाया जाएगा। एक अन्य एहतियाती उपाय के तौर पर एनईईटी-यूजी परीक्षा में एक कक्ष में प्रतिभागियों की संख्या 24 से घटाकर 12 कर दी गयी है। परीक्षा कक्ष से बाहर भी सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए अलग अलग पारियों के प्रतिभागियों को कक्ष में आने और वहां से जाने की अनुमति रुक-रुक कर दी जाएगी। परीक्षा केन्द्रों के बाहर सामाजिक दूरी के नियम का पालन सुनिश्चित करने के लिए भी ये व्यवस्था की गई है।
परीक्षार्थियों को परामर्श जारी कर सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए क्या किया जाना चाहिए और क्या नहीं किया जाना चाहिए इसके बारे में बताया गया है। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने राज्यों को पत्र लिखकर परीक्षार्थियों के शहर में आने-जाने की सुविधा का ध्यान रखने को कहा है ताकि वे समय पर अपने परीक्षा केन्द्रों तक पहुंच सकें। जेईई मेन्स परीक्षा आगामी पहली सितंबर से 6 सितंबर तक और एनईईटी-यूजी 13 सितंबर को आयोजित की जानी हैं।
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