मातृ-भाषाओं का प्रशासन और अन्य क्षेत्रों में अधिक से अधिक इस्तेमाल हो-उपराष्ट्रपति
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि देशी भाषाओं या मातृ-भाषाओं का प्रशासन सहित विभिन्न क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
उनका कहना था कि मातृ-भाषा में शिक्षा दिए जाने से बच्चों को विषय के समझने और परखने में आसानी होती है जबकि दूसरी भाषा से बच्चों को ऐसा लाभ नहीं मिलता। श्री नायडू ने आज तेलुगू भाषा दिवस के अवसर पर हमारी भाषा, हमारा समाज और हमारी संस्कृति विषय पर आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए ये विचार व्यक्त किए। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाषा और संस्कृति समाज के विकास की आधारशिला होती है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसी भाषा की गौरवशाली विरासत और समृद्धि को केवल आने वाली पीढिय़ों को पारंगत करके ही सुरक्षित और संरक्षित किया जा सकता है।
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