कांग्रेस शासन में देश ने ‘ब्लैकआउट' देखा, अब बिजली का निर्यात हो रहा है: प्रधानमंत्री मोदी
यमुनानगर (हरियाणा). प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि 2014 से पहले जब कांग्रेस सत्ता में थी तो ‘ब्लैकआउट' (बिजली गुल होने) की स्थिति थी लेकिन पिछले एक दशक में भारत का विद्युत उत्पादन दोगुना हो गया है और अब यह बिजली का निर्यात कर रहा है। मोदी ने यहां दीनबंधु छोटू राम ताप विद्युत संयंत्र में 800 मेगावाट की अत्याधुनिक ताप विद्युत इकाई की आधारशिला रखने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा राज्य भाजपा की ‘‘डबल इंजन सरकार'' की ‘‘डबल स्पीड'' देख रहा है। यह ताप विद्युत इकाई 233 एकड़ में फैली है और इसके लगभग 8,470 करोड़ रुपये की लागत से मार्च 2029 तक चालू होने की उम्मीद है। इससे हरियाणा की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को काफी बढ़ावा मिलेगा और पूरे राज्य में निर्बाध बिजली आपूर्ति होगी। ‘गोबरधन' (गैल्वेनाइजिंग आर्गेनिक बायो एग्रो रिसोर्सेज धन) के विजन को आगे बढ़ाते हुए मोदी ने यहां मुकरबपुर में एक ‘संपीड़ित जैव गैस' (सीबीजी) संयंत्र की आधारशिला भी रखी। इस संबंध में जारी एक बयान के अनुसार, संयंत्र का निर्माण कार्य 2027 तक पूरा होना है और इसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 2,600 मीट्रिक टन होगी। इससे स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन और पर्यावरण संरक्षण में योगदान करते हुए प्रभावी जैविक अपशिष्ट प्रबंधन में मदद मिलेगी। मोदी ने यहां से भारतमाला परियोजना के अंतर्गत लगभग 1,070 करोड़ रुपये की लागत वाली 14.4 किलोमीटर लंबी रेवाड़ी बाईपास परियोजना का भी डिजिटल उद्घाटन किया। बाईपास से रेवाड़ी शहर में भीड़भाड़ कम होगी, दिल्ली-नारनौल यात्रा का समय एक घंटे कम होगा और क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। यमुनानगर पहुंचने से पहले मोदी ने हिसार में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने हिसार के महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे से अयोध्या के लिए एक वाणिज्यिक उड़ान को हरी झंडी दिखाई और हवाई अड्डे पर नए टर्मिनल भवन की आधारशिला भी रखी। यमुनानगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि 2014 से पहले जब कांग्रेस सत्ता में थी तो ‘‘ब्लैकआउट'' होते थे, लेकिन पिछले दशक में भारत का बिजली उत्पादन दोगुना हो गया है और अब वह बिजली का निर्यात कर रहा है। भीमराव आंबेडकर की जयंती पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार बाबा साहब के दृष्टिकोण से निर्देशित है, जो ‘‘विकसित भारत की यात्रा में हमें दिशा दिखा रहा है''। उन्होंने कहा कि यमुनानगर सिर्फ एक शहर ही नहीं, बल्कि देश के औद्योगिक मानचित्र का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है। मोदी ने कहा कि प्लाईवुड से लेकर पीतल और स्टील तक, यह पूरा क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था को ताकत देता है। प्रधानमंत्री ने याद किया कि 1990 के दशक में हरियाणा में पार्टी प्रभारी के रूप में वह अकसर यमुनानगर आते थे। उन्होंने कहा कि लगातार तीसरे बार में हरियाणा में ‘‘डबल इंजन'' सरकार की ‘‘डबल स्पीड'' देखने को मिल रही है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की ओर इशारा करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘अब सैनी ‘ट्रिपल इंजन' सरकार कह रहे हैं (केंद्र और हरियाणा में भाजपा शासित सरकार के संदर्भ में और हाल में राज्य में नगर निगम चुनाव में भाजपा की जीत के संदर्भ में)।'' मोदी ने कहा, ‘‘विकसित भारत के लिए विकसित हरियाणा हमारा संकल्प है। इसे साकार करने के लिए, हरियाणा के लोगों की सेवा करने के लिए, यहां के युवाओं के सपनों को पूरा करने के लिए, हम और अधिक गति से तथा बड़े पैमाने पर काम करते रहते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘आज यहां शुरू की गईं विकास योजनाएं इसका जीता जागता उदाहरण हैं। मुझे गर्व है कि हमारी सरकार डॉ. आंबेडकर के विचारों को आगे बढ़ाते हुए काम कर रही है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब ने उद्योगों के विकास को सामाजिक न्याय का मार्ग बताया था। उन्होंने यह भी कहा कि वह छोटे भूमिधारकों की समस्याओं को समझते थे। उन्होंने कहा कि आंबेडकर अकसर कहा करते थे कि दलितों के पास खेती के लिए पर्याप्त भूमि नहीं है और उनका मानना था कि उद्योग से सबसे अधिक लाभ दलितों को होगा। मोदी ने कहा कि किसानों के मसीहा माने जाने वाले सर छोटू राम कहते थे कि गांवों में समृद्धि तब आएगी जब किसान खेती के साथ-साथ छोटे-छोटे उद्यमों के माध्यम से अपनी आय बढ़ाएंगे। चौधरी चरण सिंह के बारे में मोदी ने कहा कि उनकी सोच भी इससे अलग नहीं थी, जो कहते थे कि औद्योगिक विकास को कृषि का पूरक होना चाहिए। मोदी ने कहा, ‘‘दोनों (उद्योग और कृषि) हमारी अर्थव्यवस्था के स्तंभ हैं। यह ‘मेक इन इंडिया' की भावना, विचार और प्रेरणा है। हमारी सरकार विनिर्माण पर बहुत जोर दे रही है।'' उन्होंने कहा कि इस वर्ष के बजट में हमने ‘मिशन मैन्यूफैक्चरिंग' की घोषणा की है जिसका उद्देश्य दलितों, वंचितों, शोषितों और युवाओं को अधिकतम रोजगार उपलब्ध कराना है।
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