ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल सुरंग खुदाई के काम में उल्लेखनीय प्रगति : रेल विकास निगम के सीएमडी
नयी दिल्ली.। रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) प्रदीप गौड़ ने मंगलवार को कहा कि उत्तराखंड में 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के लिए सुरंग की खुदाई के काम में उल्लेखनीय प्रगति हुई है और यह दुनिया में सबसे तेज गति से पूरी की जाने वाली परियोजनाओं में एक है। गौड़ ने बताया कि स्पेन में 9.69 मीटर व्यास वाली कैबरेरा सुरंग का निर्माण ‘डबल शील्ड टनल बोरिंग मशीन' (टीबीएम) द्वारा प्रति माह 423 मीटर की औसत दर से किया गया, जबकि देवप्रयाग और जनसु के बीच 14.58 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण सिंगल शील्ड टीबीएम द्वारा प्रति माह 413 मीटर की औसत दर से किया गया है, जो दुनिया में सबसे तेजी से सुरंग खुदाई के मामले में दूसरे नंबर पर है। आरवीएनएल के सीएमडी ने कहा कि रेल यातायात के लिए चालू हो जाने पर यह सुरंग देश की सबसे लंबी परिवहन सुरंग बन जाएगी। उन्होंने कहा, "14.58 किलोमीटर में से 10.47 किलोमीटर का निर्माण जर्मनी से मंगाई गई सुरंग खोदने वाली विशेष मशीन का उपयोग कर किया गया तथा शेष का निर्माण पारंपरिक तरीके से खुदाई और विस्फोट विधि का उपयोग करके किया गया।" गौड़ ने कहा, ‘‘यह रेल मार्ग कुल 125 किलोमीटर में से 105 किलोमीटर सुरंगों से होकर गुजरता है। करीब तीन किलोमीटर पुलों से होकर गुजरता है।'' उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल हम दिसंबर 2026 तक पूरी परियोजना को कार्यान्वित करने की योजना बना रहे हैं।''
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