भारत की विकास रणनीति आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास और आत्मरक्षा पर आधारित : पीयूष गोयल
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि भारत की विकास रणनीति तीन स्तंभों पर आधारित है-आत्मनिर्भरता जिससे आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षित हो, आत्मविश्वास जिससे भारत महत्वाकांक्षी वैश्विक लक्ष्यों को प्राप्त कर सके, और आत्मरक्षा (आत्मरक्षा) जिससे राष्ट्रीय और वैश्विक हितों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके। गोयल नई दिल्ली में आयोजित 30वें सीआईआई (भारतीय उद्योग परिसंघ) पार्टनरशिप समिट के कर्टेन रेजर कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि मजबूत साझेदारियां तकनीक, विश्वास, व्यापार, प्रतिभा और परंपरा पर टिकी होती हैं।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि आत्मनिर्भरता का अर्थ है ऐसी आपूर्ति और मूल्य श्रृंखला बनाना जो वैश्विक झटकों से प्रभावित न हो और व्यापार को हथियार बनाए जाने से बचाए। आत्मविश्वास का मतलब है कि भारत पूरी दुनिया से समान भागीदारी के साथ जुड़े, वहीं आत्मरक्षा का उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा और मानवता की रक्षा करना है। यह विचार जी20 के थीम “वसुधैव कुटुंबकम, एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य” से मेल खाता है।
उन्होंने कहा कि यह दिन दुर्गाष्टमी का भी है, जो शक्ति और दृढ़ता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वैश्विक अस्थिरता के बावजूद भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और एक “ओएसिस” की तरह दिखता है। गोयल ने आंध्र प्रदेश की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने तकनीक आधारित प्रशासन को बढ़ावा दिया, हैदराबाद को आईटी हब बनाया और अमरावती को आधुनिक राजधानी के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य किया। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश देश का एकमात्र राज्य है जहां तीन औद्योगिक कॉरिडोर-कृष्णपट्टनम, ओर्वकल और कोप्पारथी विकसित हो रहे हैं।
गोयल ने कहा कि जीएसटी सुधार से उपभोक्ताओं पर कर का बोझ घटेगा, प्रक्रियाएं सरल होंगी और खपत आधारित विकास को गति मिलेगी। आगे की योजनाओं पर उन्होंने विश्वास जताया कि नवंबर में विशाखापट्टनम में होने वाला 30वां सीआईआई पार्टनरशिप समिट भारत और उसके साझेदारों के बीच वैश्विक सहयोग को और मजबूत करेगा। उन्होंने सीआईआई की भूमिका को भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच सेतु बताया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायडू ने भी निवेशकों को आमंत्रित किया और कहा कि वे नवंबर में होने वाले इस समिट में शामिल होकर राज्य में नई संभावनाओं की तलाश करें।-(


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