एक घर से मिले छह लोगों के शव
बहराइच (उप्र). बहराइच जिले के राम गांव क्षेत्र स्थित एक घर से बुधवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में एक दंपति समेत छह लोगों के शव बरामद किये गये। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रामगांव थाना क्षेत्र के निंदुनपुरवा के दाखिला टेपरहा गांव में बुधवार सुबह एक घर से 15 व 16 वर्षीय दो लड़कों के क्षत-विक्षत शव, आठ और 10 साल की दो बच्चियों तथा 46 वर्षीय गृह स्वामी तथा उसकी 44 वर्षीय पत्नी के जले हुए शव बरामद हुए हैं। घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अमित पाठक ने कहा, “एक मकान से छह शव मिले हैं। गांव वालों ने सभी की पहचान की है। दो शव बाहरी लड़कों के हैं जिन्हें बोवाई के लिए बुलाया गया था। इनके शरीर पर धारदार हथियार से वार करने के घाव हैं।” उन्होंने बताया कि शेष चार जले हुए शव गृह स्वामी, उनकी पत्नी और उनकी दो बच्चियों के हैं।
आईजी ने बताया, दो कमरों में से एक कमरे में आग लगी है। कमरे में ज्वलनशील पदार्थ रखा था, गैस सिलेंडर भी थे, लेकिन शायद फटे नहीं। नीचे बांस की बल्लियां पड़ी थीं जिनके कारण आग ने विकराल रूप लिया होगा। सभी शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गये हैं।” पाठक ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चलेगा कि मृतकों के शरीर पर जलने से पूर्व कोई चोट के निशान तो नहीं हैं, या उन्हें कोई जहरीला पदार्थ तो नहीं दिया गया था। उन्होंने बताया कि फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य संकलन किए हैं और इन सबकी रिपोर्ट आने पर ही घटनाक्रम का निश्चित निर्धारण किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि कुछ असामान्य बातें सामने आई हैं जैसे बाहर थोड़ी दूरी पर एक ट्रैक्टर जला हुआ है, घर के मवेशी जो काफी दूर बंधे होते थे उन्हें भी उसी कमरे में लाकर रखा गया जहां आग लगी थी और घर के सभी लोगों और मवेशियों के शव कमरे में दुछत्ती से बरामद हुए। पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद एक चश्मदीद छोटे बच्चे ने भी काफी जानकारी दी है और उसकी बातों का विश्लेषण कर उसे जांच रिपोर्टों के साथ जोड़कर आकलन किया जाएगा। गांव वालों ने यह भी बताया है कि गृह स्वामी काफी उग्र स्वभाव का था। कुछ दिन पूर्व उसके बेटे की मृत्यु हुई थी, तब से वह कुछ बेचैन सा रहता था। रामगांव थाने में तैनात दारोगा अयोध्या सिंह ने बताया कि निंदूरपुरवा गांव के दाखिला टेपरहा में किसान विजय कुमार मौर्या का घर है और बुधवार सुबह मौर्या के घर से आग की लपटें निकल रही थीं तथा चीखने चिल्लाने की आवाजें सुनकर ग्रामीण घर का दरवाजा व दीवार तोड़कर अंदर घुसे तो एक कमरे में स्थानीय निवासी सनी वर्मा (16) और सूरज यादव (15) के क्षत-विक्षत शव बरामद हुए। दोनों के गले कटे हुए थे। उन्होंने बताया कि अग्निशमन कर्मियों की मदद से आग बुझाई गयी तो देखा कि घर के दूसरे कमरे में छज्जे पर विजय मौर्या (46), उसकी पत्नी धीरज कुमारी (44), पुत्रियों प्रियांशी (10) और रियांशी (आठ) तथा नीचे चार मवेशियों के जले हुए शव पड़े थे। सिंह ने बताया कि धीरज कुमारी के मुंह से झाग निकल रहा था और दो खुले हुए गैस सिलेंडर भी कमरे में पड़े थे। उनके मुताबिक, दमकल, पुलिस व ग्रामीणों ने करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझाई और सभी शवों को बाहर निकाला गया। उन्होंने बताया, "अब तक घटना के पीछे के मूल कारण की जानकारी नहीं हो सकी है। पूछताछ में लोगों ने बताया कि विजय कुमार के खेत में लहसुन की बोवाई का काम चल रहा था। घटना में मारे गए सनी वर्मा व सूरज यादव से मौर्या का बोवाई को लेकर विवाद हुआ था।" ग्रामीणों ने बताया कि सनी और सूरज तीन दिन से मौर्या के यहां लहसुन की बोवाई करा रहे थे और बुधवार को किशोरों ने महानवमी के कारण काम करने से मना किया तो मौर्या नाराज हो गया। उन्होंने बताया कि मौर्या ने बुधवार सुबह करीब 10 बजे दोनों लड़कों को अपने घर बुलाया था और आरोप है कि पहले उसने दोनों नाबालिग लड़कों का धारदार हथियार से गला काटा, फिर दूसरे कमरे में अपनी पत्नी, बेटियों व मवेशियों को ले जाकर कमरा भीतर से बंद कर लिया। घटनास्थल पर जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक रामनयन सिंह सहित पुलिस व प्रशासन का पूरा अमला मौजूद है।


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