महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में शीर्ष नक्सली भूपति और 60 अन्य नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया
गढ़चिरौली (महाराष्ट्र) । महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में शीर्ष नक्सली मल्लोजुला वेणुगोपाल उर्फ भूपति और 60 अन्य नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंधित संगठन के प्रभावशाली रणनीतिकारों में से एक भूपति केंद्रीय समिति और पोलित ब्यूरो का सदस्य था और उस पर छह करोड़ रुपये का ईनाम था। उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने सोमवार रात करीब 10 बजे पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
उन्होंने बताया कि कार्यकर्ताओं को होदरी गांव से पुलिस वाहनों में गढ़चिरौली पुलिस मुख्यालय लाया गया, जहां उन्होंने 54 हथियारों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। अधिकारी ने बताया कि जब्त हथियारों में सात एके-47 और नौ इंसास राइफल शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले कार्यकर्ताओं में केंद्रीय समिति का एक सदस्य, दंडकारण्य विशेष क्षेत्रीय समिति (डीकेएसजेडसी) के तीन सदस्य और प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) की एक संभागीय समिति के 10 सदस्य शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, वेणुगोपाल उर्फ भूपति उर्फ सोनू को माओवादी संगठन के सबसे प्रभावशाली रणनीतिकारों में से एक माना जाता था और उसने लंबे समय तक महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर प्लाटून अभियानों की निगरानी की थी। हालांकि, हाल के महीनों में उनके और शीर्ष नक्सली नेतृत्व के बीच बढ़ते मतभेदों के कारण आंतरिक संघर्ष छिड़ गया। सूत्रों ने कहा कि भूपति ने दावा किया था कि सशस्त्र संघर्ष विफल हो गया है और घटते जन समर्थन और सैकड़ों कार्यकर्ताओं के हताहत होने का हवाला देते हुए शांति व संवाद की ओर रुख करने की अपील की थी। सूत्रों ने बताया कि उसके इस रुख का अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने विरोध किया, जिन्होंने किसी अन्य नेता के नेतृत्व में लड़ाई जारी रखने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि केंद्रीय नक्सली नेतृत्व के दबाव में, भूपति अंततः हथियार डालने के लिए तैयार हो गया, संगठन छोड़ने की घोषणा की और अपने समर्थकों के साथ गढ़चिरौली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। हाल के महीनों में, गढ़चिरौली जिले में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की संख्या बढ़ रही है। भूपति और 60 नक्सलियों के आत्मसमर्पण को राज्य में माओवादी आंदोलन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। इस साल की शुरुआत में भूपति की पत्नी तारक्का ने भी आत्मसमर्पण कर दिया था। वह प्रतिबंधित आंदोलन की दंडकारण्य विशेष क्षेत्रीय समिति की सदस्य थी। तीन अक्टूबर को राज्य पुलिस मुख्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि राज्य में नक्सल आंदोलन समाप्ति की ओर है। फडणवीस ने कहा था, "हम माओवाद को खत्म करने के करीब हैं। महाराष्ट्र में, यह कभी भी खत्म हो सकता है।"


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