सार्वजनिक बैंकों ने ऋण वृद्धि में निजी बैंकों को पीछे छोड़ाः डीएफएस सचिव
नयी दिल्ली. वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के सचिव एम नागराजू ने कहा है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अब मजबूत और अधिक जुझारू हो गए हैं, और हाल के समय में उनकी ऋण वृद्धि निजी बैंकों से बेहतर रही है। नागराजू ने यह टिप्पणी जालंधर में पंजाब एंड सिंध बैंक की एमएसएमई शाखा के उद्घाटन समारोह में की।
उन्होंने कहा कि यह बदलाव बैंकिंग समुदाय की बढ़ती मजबूती को दर्शाता है, जिसमें समुचित जांच-पड़ताल, ऋण जोखिम मानक और परियोजना ऋण निगरानी में महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं। डीएफएस सचिव ने कहा, “आज ग्राहक फिर से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का रुख कर रहे हैं। इसकी वजह यह है कि इन बैंकों ने कुशलता, पारदर्शिता और विश्वास पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित किया है।” बैंक की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, नागराजू ने सभी बैंकों से आग्रह किया कि वे भारत की आर्थिक वृद्धि के मुख्य चालक एमएसएमई उद्यमों और स्टार्टअप फर्मों को अधिक समर्थन दें। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि हर ग्राहक के साथ सम्मान और गरिमा के साथ व्यवहार किया जाना चाहिए और डिजिटल एवं सेवा अनुभव निर्बाध, लचीला और समावेशी होना चाहिए। इस मौके पर पंजाब एंड सिंध बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) स्वरूप कुमार साहा ने कहा कि जालंधर का खेल उद्योग एमएसएमई आधारित विकास, नवाचार और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए प्रेरणादायक है।

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