यह चुनाव तय करेगा कि बिहार में ‘जंगलराज' लौटेगा या विकास कायम रहेगा : अमित शाह
खगड़िया/ नालंदा. केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय की वह गौरवगाथा पुनर्स्थापित की है, जिसे आज “100 बख्तियार खिलजी” भी मिटा नहीं सकते। बिहारशरीफ में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए शाह ने यह भी दावा किया कि वर्तमान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की बदौलत ही चुनाव दो चरणों में हो पा रहे हैं, और अगर जनता इसे एक और मौका दे तो अगली बार बिहार में चुनाव एक ही चरण में संपन्न होंगे। शाह ने विपक्षी नेताओं जैसे लालू प्रसाद, राहुल गांधी, ममता बनर्जी व मायावती को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वे जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने के फैसले के खिलाफ थे। उन्होंने कहा कि मोदी-सरकार ने बिहार को नक्सलवाद से मुक्त कराया है। उन्होंने कहा कि अब “जंगल राज” की वापसी नहीं होने देंगे और विकास-प्रदर्शन के आधार पर सरकार का चुनाव किया जाना चाहिए।
इससे पहले खगड़िया जिले में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव यह तय करेगा कि राज्य में ‘जंगलराज' वापस आएगा या यह विकास के रास्ते पर आगे बढ़ता रहेगा। शाह ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया का विरोध करने को लेकर ‘इंडिया' गठबंधन पर निशाना साधा और कहा कि ‘‘हर एक घुसपैठिये का पता लगाया जाएगा, मतदाता सूची से उनका नाम हटाया जाएगा और ऐसे लोगों को उनके देशों में वापस भेजा जाएगा।'' लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा, ‘‘राहुल बाबा कहते हैं कि घुसपैठियों को बिहार में रहने दिया जाए। आप बताइए, क्या हमें घुसपैठियों को रहने देना चाहिए? चाहे वह जितनी भी रैलियां कर लें… ‘घुसपैठिया बचाओ यात्रा' निकाल लें, वह घुसपैठियों को बचा नहीं सकते।'' गृह मंत्री ने दावा किया कि बिहार में फिर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बनेगी और कहा, ‘‘हमारी सरकार एक-एक घुसपैठिये को चुनकर देश से बाहर करेगी…, उनका पता लगाया जाएगा और उन्हें वापस भेजा जाएगा।''
उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव किसी को विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री बनाने का चुनाव नहीं है। यह चुनाव तय करेगा कि बिहार में लालू-राबड़ी का ‘जंगलराज' लौटेगा या फिर राजग के आने पर विकसित बिहार पूरे देश में अपनी पहचान बनाएगा।'' शाह ने आरोप लगाया कि विपक्षी महागठबंधन की पहचान ‘‘भ्रष्टाचार और परिवारवाद'' है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद ने केवल अपने परिवार की समृद्धि पर ध्यान दिया। गृह मंत्री ने दावा किया, ‘‘नीतीश बाबू राज्य का समग्र विकास चाहते हैं, जबकि लालू जी अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी अपने बेटे को प्रधानमंत्री। इसलिए बिहार के बेटों-बेटियों की चिंता केवल नरेन्द्र मोदी जी और नीतीश कुमार जी ही कर सकते हैं। उनके खिलाफ एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है, जबकि लालू जी ने चारा घोटाला से लेकर बीपीएससी (बिहार लोकसेवा आयोग) घोटाले तक अनगिनत घोटाले किए हैं।''
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘‘लालू शासन में हत्या, लूट, फिरौती और अपहरण जैसी घटनाएं आम बात थीं। उद्योग राज्य से चले गए और बिहार को पिछड़ा बना दिया गया।'' शाह ने दावा किया कि ‘‘नीतीश बाबू के नेतृत्व में राजग ने बिहार को ‘जंगलराज' से मुक्त किया, वंशवाद को समाप्त किया और सबसे बड़ी बात यह कि नक्सलवाद को भी खत्म करने का काम किया।'' छठ महापर्व के अवसर पर बिहारवासियों को शुभकामनाएं देते हुए शाह ने कहा, ‘‘मैं कामना करता हूं कि बिहार सदैव ‘जंगलराज' से मुक्त रहे, कानून-व्यवस्था मजबूत रहे, बहन-बेटियां सुरक्षित रहें और राज्य विकास के मार्ग पर लगातार आगे बढ़ता रहे।'' उन्होंने कहा कि हाल में राजग सरकार ने ‘जीविका' से जुड़ी एक करोड़ बहनों के खातों में 10 हजार रुपए दिए हैं। शाह ने कहा, ‘‘विधवा और वृद्धावस्था पेंशन 400 रुपए से बढ़ाकर 1,100 रुपए कर दी गई है। आशा बहनों का मानदेय 3,000 रुपए प्रति माह तय किया गया है। पटना में मेट्रो का सपना अब साकार हो रहा है।


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