रोमानिया में हर साल 30,000 भारतीय पेशेवरों को मिलेंगे रोजगार अवसर
नयी दिल्ली. भारत और रोमानिया के बीच कुशल पेशेवरों की आवाजाही बढ़ाने के लिए बनी सहमति के तहत हर साल लगभग 30,000 भारतीय पेशेवरों को रोमानिया में काम करने का अवसर मिलेगा। वाणिज्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि यह पहल रोमानिया की श्रम बाजार जरूरतों के अनुरूप होगी। रोमानिया को हर साल लगभग एक लाख गैर-यूरोपीय संघ कामगारों की जरूरत होती है। इस समझौते के तहत भारत, रोमानिया की इस मांग को पूरा करने में एक प्रमुख साझेदार के रूप में उभरेगा।
वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री जितिन प्रसाद की रोमानिया यात्रा के दौरान इस बारे में सहमति बनी। प्रसाद ने रोमानिया के श्रम, परिवार, युवा और सामाजिक एकजुटता मंत्री पेट्रे-फ्लोरिन मैनोले से विस्तृत चर्चा की। मंत्रालय ने कहा, “दोनों पक्षों ने लगभग 30,000 कुशल और महत्वाकांक्षी भारतीय पेशेवरों की सालाना आवाजाही के लिए एक मार्ग तैयार करने पर सहमति जताई है, जो रोमानिया की क्षेत्रीय श्रम बाजार जरूरतों के अनुरूप होगा।” दोनों नेताओं ने पेशेवर योग्यताओं की पारस्परिक मान्यता पर अधिकारियों को संभावनाएं तलाशने का निर्देश भी दिया। उन्होंने सामाजिक सुरक्षा में निश्चितता लाने के लिए एक समझौते पर भी चर्चा की, जिससे प्रवासी कामगारों को दोहरी कर या योगदान की समस्या से राहत मिल सके। बैठक के दौरान मंत्रियों ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और रोमानिया के बीच साझेदारी को सुरक्षित, व्यवस्थित, नियमित और जिम्मेदार प्रवासन के सिद्धांतों पर आधारित बनाया जाएगा। दोनों देशों ने भर्ती प्रक्रिया, भाषा एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण, मानकीकृत रोजगार अनुबंध और नियोक्ताओं की जिम्मेदारियों जैसे पहलुओं पर सहयोग को भी मजबूत करने पर सहमति जताई। इसके अलावा विश्वसनीय नियोक्ताओं के लिए शीघ्र प्रक्रियागत व्यवस्था विकसित करने पर भी चर्चा हुई।


.jpg)






.jpg)
Leave A Comment