भारतीय महिला क्रिकेट टीम की जीत हमारी नारी शक्ति का सम्मान : मांडविया
नयी दिल्ली. पहली बार विश्व कप जीतने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम का अभिनंदन करते हुए खेलमंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को कहा कि यह जीत भारत की नारी शक्ति का सम्मान है , उसकी जीत है । हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला टीम ने रविवार को नवी मुंबई में खेले गए फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर लगभग पांच दशक के इंतजार को खत्म करते हुए पहली बार आईसीसी विश्व कप जीता । भारतीय हॉकी के सौ साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की घोषणा के लिये आयोजित कार्यक्रम से इतर मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम पर खेलमंत्री ने कहा ,‘‘भारतीय महिला क्रिकेट टीम का अभिनंदन है । हमारी महिला क्रिकेट टीम ने कल कमाल कर दिया और विश्व विजेता बनकर नारी शक्ति का परिचय दिया ।'' उन्होंने कहा,‘‘ उनकी यह जीत देश की नारी शक्ति का सम्मान है , उनकी विजय है ।''
मांडविया ने दोहराया ,‘‘देश खेलों में आगे बढ रहा है । देश बदल रहा है और नये भारत का निर्माण हो रहा है जिसमे हमारा लक्ष्य 2036 तक दुनिया के दस शीर्ष और 2047 तक शीर्ष पांच खेल देशों में शामिल होना है ।'' सात नवंबर को भारतीय हॉकी के सौ साल पूरे हो रहे हैं और इस अवसर पर हॉकी इंडिया के साथ मिलकर सात नवंबर को ध्यानचंद स्टेडियम से जश्न की शुरूआत होगी । मांडविया ने कहा ,‘‘सौ साल में हॉकी ने देश को गौरव और सम्मान दिलाया है । इस अवसर पर पूरे देश में 550 से अधिक जिलों में 1400 से अधिक हॉकी मैचों का आयोजन किया जायेगा जिसमें 36000 से अधिक खिलाड़ी भाग लेंगे ताकि देश के युवा हॉकी को समझे और इसके इतिहास से परिचित हो ।'' उन्होंने कहा ,‘‘ यह भारतीय हॉकी के सौ साल के सफर को याद करने और इससे प्रेरणा लेकर आगे बढने का संकल्प लेने का अवसर है ।
अतीत के सारे महान खिलाड़ियों को याद करने और आने वाले दिनों में नयी ऊर्जा के साथ भारतीय हॉकी को और आगे ले जाना और देश में उसका इकोसिस्टम तैयार करने का संकल्प लेने का अवसर है ।'' इस मौके पर खेलमंत्री एकादश और हॉकी इंडिया एकादश के बीच ध्यानचंद स्टेडियम पर 30 मिनट के मैच का भी आयोजन किया जायेगा जिसमें शीर्ष महिला और पुरूष खिलाड़ी भी भाग लेंगे । इसके बाद पिछले सौ साल के सफर में आठ स्वर्ण समेत 13 ओलंपिक पदक जीतकर ओलंपिक में भारत को सबसे कामयाब देश बनाने वाले दिग्गज पूर्व खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया जायेगा । भारत हॉकी के 1928 के एम्सटर्डम ओलंपिक से पेरिस ओलंपिक तक के सफर की दुर्लभ तस्वीरें भी स्टेडियम में एक नुमाइश में रखी जायेंगी । हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने कहा कि भारतीय हॉकी के सौ साल पूरे होने का सफर गर्व और जज्बात से भरा है । उन्होंने कहा ,‘‘ इस अवसर पर हम अतीत के धुरंधरों को सम्मानित करके भावी पीढी को प्रेरित करना चाहते हैं । भारतीय हॉकी ने हमेशा एकता, श्रेष्ठता और दृढता की मिसाल दी है और हमारा फोकस जमीनी स्तर पर खेल को मजबूत बनाकर फिर विश्व हॉकी का सिरमौर बनाने पर है ।'' हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह ने कहा ,‘‘ हॉकी इंडिया पिछले कुछ वर्षों में पारदर्शी, जवाबदेह और भविष्योन्मुखी संगठन बनकर उभरा है ।हमारा फोकस सिस्टम को मजबूत बनाने पर है और हम कोचिंग और बुनियादी ढांचे पर भी काफी निवेश कर रहे हैं


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