वाराणसी से विश्व प्रसिद्ध खजुराहो जाने के लिए अब लोगों को ट्रेन नहीं बदलनी पड़ेगी
वाराणसी/लखनऊ (उप्र). प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बनारस रेलवे स्टेशन से नयी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने के बाद, शनिवार से वाराणसी से विश्व प्रसिद्ध खजुराहो जाने के लिए ट्रेन बदलने की समस्या अब पुरानी बात हो गई है। बनारस रेलवे स्टेशन के अधीक्षक लवलेश राय ने बताया कि अब तक बनारस से खुजराहो के लिए कोई सीधी ट्रेन नहीं थी, ऐसे में पर्यटकों को ट्रेन बदलनी पड़ती थी। उन्होंने कहा कि अब पर्यटक सीधे खजुराहो जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पहले पर्यटकों को खजुराहो जाने के लिए या तो वाराणसी से पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन (जिसे पहले मुगलसराय के नाम से जाना जाता था) जाना पड़ता था या मानिकपुर जाना पड़ता था। राय का कहना है कि बनारस और खुजराहो दोनों ही विदेशी पर्यटकों के लिए लोकप्रिय स्थल हैं, वंदे भारत ट्रेन के शुरू होने से पर्यटकों का काफी समय बचेगा। अब पर्यटक बनारस से खजुराहो छह घंटे में पहुंच सकते हैं। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि बनारस-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस इस मार्ग पर सीधा संपर्क स्थापित करेगी और वर्तमान में चल रही विशेष ट्रेनों की तुलना में लगभग दो घंटे 40 मिनट की बचत करेगी। बनारस-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस भारत के कुछ सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों, जैसे वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो को जोड़ेगी। बयान में कहा गया,‘‘ बनारस-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस भारत के कुछ सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों, जैसे वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो को जोड़ेगी। यह संपर्क न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को मजबूत करेगा, बल्कि तीर्थयात्रियों और यात्रियों को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल खजुराहो तक तेज, आधुनिक और आरामदायक यात्रा भी प्रदान करेगा।'' कार्यक्रम में शामिल हुए वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी को एक क्रांतिकारी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया है। उन्होंने कहा,‘‘आज देश भर से पर्यटक काशी आ रहे हैं। प्रधानमंत्री का प्रयास वाराणसी को देश के सभी पर्यटन स्थलों से जोड़ना है, जिससे पर्यटकों को सुविधा हो। '' उन्होंने कहा कि काशी के लोग बहुत भाग्यशाली हैं कि मोदी उनके सांसद और प्रधानमंत्री हैं।
स्थानीय निवासी अनीश ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के सांसद होने से काशी को लाभ मिल रहा है।
अनीश ने कहा और कहा ,‘‘ वंदे भारत ट्रेन नए भारत की ट्रेन है। इसके संचालन से पर्यटन और व्यापार को और बढ़ावा मिलेगा । अब, वंदे भारत ट्रेन (बनारस और खजुराहो के बीच) शुरू होने के साथ, वह जल्द ही खजुराहो की यात्रा करेंगे।'' लखनऊ के व्यवसायी विशाल मेहरोत्रा ने कहा कि लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत ट्रेन से लोगों को बहुत लाभ होगा तथा लखनऊ और सहारनपुर के बीच लोगों की आवाजाही तेज़ होगी। उन्होंने कहा,‘‘आमतौर पर सहारनपुर से लखनऊ आने वाले लोग दिल्ली रूट चुनते हैं। इन दोनों शहरों के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होने से निश्चित रूप से समय में कमी आएगी और आवाजाही तेज़ होगी। इस ट्रेन के संचालन से व्यापारियों और कारोबारियों को लाभ होगा।" शाहजहांपुर निवासी और इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में वकालत करने वाले अधिवक्ता अंकुर सक्सेना ने कहा, ‘‘लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस के चलने से मेरे जैसे लोगों को मदद मिलेगी, क्योंकि इससे हमें लखनऊ जाने का एक और विकल्प मिलेगा, जो मौजूदा विकल्पों की तुलना में अपेक्षाकृत तेज़ होगा। इससे बरेली से लखनऊ आने-जाने में भी तेज़ी आएगी।" उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना (जो शाहजहांपुर से हैं) का धन्यवाद किया। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत लगभग सात घंटे 45 मिनट में यात्रा पूरी करेगी, जिससे एक घंटा समय बचेगा। लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस से लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर और सहारनपुर के यात्रियों को बहुत लाभ होगा। साथ ही रुड़की होते हुए पवित्र नगरी हरिद्वार तक पहुंच में भी सुधार होगा। मध्य और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुगम और तेज़ अंतर-शहरी यात्रा सुनिश्चित करके, यह सेवा कनेक्टिविटी और क्षेत्रीय विकास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।'' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी के बनारस रेलवे स्टेशन से चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें बनारस-खजुराहो, लखनऊ-सहारनपुर, फिरोजपुर-दिल्ली और एर्नाकुलम-बेंगलुरु मार्गों पर चलेंगी।









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