हाथ में कलश का निशान
-पंडित प्रकाश उपाध्याय
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, हथेली पर बनने वाले कुछ निशान या चिन्ह व्यक्ति के भूत, भविष्य व वर्तमान से जुड़े संकेत देते हैं। ये चिन्ह व्यक्ति के स्वभाव व व्यक्तित्व के बारे में भी बताते हैं। हथेली पर बनाने वाले निशानों में से एक है कलश का चिन्ह। हथेली में कलश का निशान बनना शुभ माना गया है। जानें हथेली पर कलश का निशान बनने का क्या अर्थ है और इससे जुड़े संकेत-
1. हथेली में कलश का निशान शुभ माना गया है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, हाथ में कलश का चिन्ह सुख-समृद्धि की प्रतीक होता है। ऐसे लोगों का समाज में खूब मान-सम्मान प्राप्त करते हैं। कार्यक्षेत्र में भी नई पहचान बनाने में सफल होते हैं।
2. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, हथेली पर कलश का निशान अगर स्पष्ट यानी साफ तौर पर दिखता है, तो ऐसे लोग धार्मिक व आध्यात्मिक स्वभाव के होते हैं। ऐसे लोगों का मन पूजा-पाठ में काफी लगता है। कहते हैं कि इन लोगों को अध्यात्म के क्षेत्र में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
3. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, ऐसे लोग विनम्र व वाणी से लोगों का दिल जीतने वाले होते हैं। कहते हैं कि ऐसे लोग मुश्किलों में भी सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते हैं। ऐसे लोग अनुशासन वाली जीवनशैली जीते हैं।
4. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, अगर हथेली में कलश का निशान अधूरा हो या कोई रेखा उसे काट रही होती है, तो अशुभ माना जाता है। कहते हैं कि ऐसे लोगों को जीवन में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ये कार्यों में सफलता काफी संघर्षों के बाद प्राप्त करते हैं।
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