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- -प्रोजेक्ट से 600 मॉडल स्कूलों के विकास एवं संचालन में मिलेगी सहायता-गुणवत्ता युक्त बुनियादी सुविधाओं के साथ सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में विज्ञान और वाणिज्य की शिक्षा को मिलेगा बढ़ावारायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर छतीसगढ़ के स्कूलों में बेहतर आधारभूत ढांचे के साथ शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने, सीनियर सेकेंडरी स्तर पर विज्ञान एवं वाणिज्य की शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए वर्ल्ड बैंक ने छत्तीसगढ़ को लगभग 2460 करोड़ रूपए की राशि मंजूर की है। इस परियोजना से गरीब और कमजोर वर्ग से आने वाले लगभग 40 लाख छात्र लाभान्वित होंगे।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में स्कूली शिक्षा को मजबूत बनाने के साथ ही गरीब वर्ग के प्रतिभावान छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए स्वामी आत्मानंद इंग्लिश एवं हिंदी माध्यम में उत्कृष्ट स्कूल प्रारंभ किए जा रहे हैं। इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र में अनेक नवाचारी पहल भी किए जा रहे हैं। सभी स्तरों में शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करने, सीनियर सेकेंडरी स्तर पर साइंस और कॉमर्स की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ एक्सीलरेटेड लर्निंग फॉर नॉलेज इकोनॉमी ऑपरेशन (चाक) परियोजना शुरू की गई है। इस परियोजना के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में भी अध्ययन-अध्यापन की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है।इसी कड़ी में वर्ल्ड बैंक की मदद से राज्य के माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान और वाणिज्य शिक्षा को प्रोत्साहित करने, विज्ञान और गणित शिक्षकों की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ प्रयोगशालाओं में आवश्यक बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने दूरस्थ स्थानों से पढ़ाई के लिए आने वाले छात्रों के लिए आवास की व्यवस्था, स्कूलों में छात्रों का नामांकन दर बढ़ाने तथा गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया गया है।600 मॉडल स्कूलों के विकास एवं संचालन में मिलेगी मददवर्ल्ड बैंक की इस परियोजना से कक्षा 1 से 12वीं तक के लगभग 600 मॉडल स्कूलों को विकसित और संचालित करने में मदद मिलेगी तथा माध्यमिक स्तर पर विज्ञान और वाणिज्य की शिक्षा को प्रोत्साहन मिलेगा। स्कूलों में प्रशिक्षित शिक्षकों, मजबूत नेतृत्व और प्रबंधन सीखने के लिए पर्याप्त बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जायेंगी। परियोजना से कोविड-19 के दौरान लर्निंग लॉस में कमी आएगी। परियोजना से अध्यापकों के प्रशिक्षण से शिक्षकों की कक्षा में अध्यापन की क्षमता बेहतर होने के साथ ही छात्रों की विषय-वस्तु को सीखने की क्षमता बढ़ेगी। इस परियोजना से छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ते निर्माण और सेवा क्षेत्रों में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- -प्रदेशवासियों ने छत्तीसगढ़िया संस्कृति को सहेजा-मुख्यमंत्री श्री बघेल ‘प्रगति पथ पर छत्तीसगढ़’ कार्यक्रम में हुए शामिलरायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ किसानों, आदिवासियों, मजदूर और मेहनतकशों का प्रदेश है और सबकी अपनी विशेषताएं है। सभी ने अपनी संस्कृति को बढ़ाया और उसको सहेज कर रखने के लिए बड़ी मेहनत की और इसी से छत्तीसगढ़िया संस्कृति की पहचान बनी है। हमारी सरकार ने इसे आगे बढ़ाने का काम किया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज निजी न्यूज़ चैनल द्वारा आयोजित प्रगति पथ पर छत्तीसगढ़ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ी आहार में मुख्य स्थान रखने वाले बोरे-बासी को हमने सम्मान दिलाने का काम किया है। अब यह छत्तीसगढ़िया सम्मान से जुड़ गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों को छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के माध्यम से हमने बड़ा मंच दिलाया। पिठ्ठूल, गिल्ली डंडा, भौंरा, फुगड़ी, खो-खो जैसे परंपरागत खेलों ने अपनी खोई पहचान हासिल की है और लोग उत्साह के साथ ओलंपिक खेलों से जुड़े। उन्होंने कहा कि अइरसा, ठेठरी, खुरमी, फरा, चीला जैसे छत्तीसगढ़िया पकवान अब गढ़ कलेवा के माध्यम से हर जगह मिलने लगा है और सामाजिक आयोजन में इसे बड़े सम्मान के साथ परोसा जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि कोरोना की विकट परिस्थिति में भी हम प्रदेश के किसानों और मजदूरों के साथ खड़े रहे। मनरेगा के माध्यम से उन्हें रोजगार दिलाने का काम किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है और वनवास काल में भगवान राम ने छत्तीसगढ़ में लंबे समय तक यात्रा की। यहां शिवरीनारायण में भगवान राम ने शबरी के झूठे बेर खाये। राम वन गमन पथ के माध्यम से हमें भगवान राम की इस यात्रा को चिरस्मरणीय बनाने का अवसर मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राम कौशल्या के राम है, शबरी के राम है, मेहनतकश लोगों के राम है, वनवासी राम है तथा राम सौम्य और कारुणिक है और हम सबके भांजे है। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन भी हम कर पाये यह बड़ी बात है।नक्सली समस्या पर अपनी बात रखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश इससे लगातार ग्रसित रहा है। नक्सली उन्मूलन को लेकर हमारा नजरिया अलग है और यह एक राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक समस्या है। विश्वास, विकास और सुरक्षा के साथ हमने बस्तर के लोगों का विश्वास जीतने की कोशिश की है। हमारी सरकार ने न केवल आदिवासियों का जमीन वापस दिलाया बल्कि लोगों को रोजगार मुहैया कराया। इन विकास कार्यों से बस्तर के लोग हमें अपना मानने लगे। हमने बंद पड़े स्कूल खोले। सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में बस्तर में बड़े बदलाव आए हैं जिसके अब सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।संबोधन के अंत में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि बस्तर के लोग प्रकृति की गोद में रहने वाले लोग हैं। हमारे प्रयासों से अब बस्तर उन्नति की राह पर आगे बढ़ रहा है।
- रायपुर / रायपुर के कृषि उपज मण्डी, पाण्डातराई में जेम्स और ज्वेलरी पार्क की स्थापना को लेकर दायर याचिका को आज सुनवाई के दौरान उच्च न्यायालय बिलासपुर ने निराधार मानते हुए खारिज कर दिया है। फलस्वरूप पाण्डातराई में जेम्स और ज्वेलरी पार्क की स्थापना का मामला सुलझ गया है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा रायपुर के पाण्डातराई में लगभग 10 लाख वर्ग फीट में जेम्स एण्ड ज्वेलरी पार्क की स्थापना की जानी है, यहां लगभग दो हजार दुकानें बनेंगी। यह देश का चौथा बड़ा जेम्स एण्ड ज्वेलरी पार्क होगा।ज्ञातव्य है कि उच्च न्यायालय में वर्ष 2020 में पूर्व विधायक श्री देवजी भाई पटेल द्वारा एक याचिका उच्च न्यायालय बिलासपुर के समक्ष दायर की गई थी, जिसमें उनके द्वारा छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जेम्स एण्ड ज्वेलरी पार्क के लिए आबंटित की गई कृषि उपज की मंडी जो कि पाण्डातराई, रायपुर में स्थित है, को चुनौती दी गई थी, जिसमें पिछले विगत कई वर्षाे से उच्च न्यायालय द्वारा स्थगन आदेश जारी किया गया था।
- रायपुर / हाईकोर्ट बिलासपुर ने रायपुर स्थित अनुपम गार्डन, राजकुमार कॉलेज के पास स्थित यूथ हब, ग्रीन कोरीडोर एवं वेंडिंग जोन पर रोक लगाने के लिए दायर जनहित याचिका को खारिज कर दिया है। यह याचिका पूर्व मंत्री श्री राजेश मूणत ने दायर की थी।गौरतलब है कि श्री मूणत ने याचिका में यह तर्क दिया था कि उक्त यूथ हब, ग्रीन कॉरीडोर डेव्हलपमेंट प्लान, 2011 ( रिवाईज्ड प्लान, 2021) के विरूद्ध है। हाईकोर्ट ने इस तथ्य का संज्ञान लेते हुए कि यूथ हब, ग्रीन कॉरीडोर का कार्य मई 2023 में पूर्ण हो चुका है, के आधार पर जनहित याचिका को खारिज कर दिया। रायपुर स्मार्ट सिटी एवं छत्तीसगढ़ शासन की ओर से इस मामले की पैरवी महाधिवक्ता श्री सतीश चन्द वर्मा एवं अधिवक्ता श्री अनिमेश तिवारी द्वारा पैरवी की गई।
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-मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ अन्य पिछड़ा वर्ग सलाहकार परिषद की प्रथम बैठक
-अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए पहली बार खोले जा रहे हैं 15 नवीन पोस्ट मेट्रिक छात्रावास
-सदस्यों ने ओबीसी विद्यार्थियों के लिए छात्रावासों की संख्या बढ़ाने का किया आग्रह
रायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ अन्य पिछड़ा वर्ग सलाहकार परिषद की पहली बैठक आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित की गई। मुख्यमंत्री ने सलाहकार परिषद् की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग के हितों की सुरक्षा, कल्याण एवं सर्वांगीण विकास के लिए राज्य शासन को परामर्श देने हेतु सलाहकार परिषद का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग में शामिल सभी वर्गों को शासन द्वारा संचालित योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए। विशेषकर समाज के शैक्षणिक, सामाजिक, आर्थिक विकास, व्यवसाय, रोजगार पर ध्यान देना चाहिए।
गौठानों और रीपा में नई गतिविधियां प्रारंभ करने लोगों को करें प्रोत्साहित
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि गौठानों और रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में लोगों को रोजगार देने के लिए आयमूलक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। यहां और भी नई गतिविधियां संचालित की जा सकती हैं, इसका सुझाव भी दें। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों में सब्जियों का अच्छा उत्पादन होता है वहां सब्जियों के व्यापार से जुड़ी गतिविधियां जैसे ड्रायर लगाने और पैकिंजिंग पर ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने पहली बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि परिषद् में अन्य पिछड़ा वर्ग की अधिक से अधिक उप जातियों और क्षेत्रों को प्रतिनिधित्व देने का प्रयास किया गया है। उन्होंने सामूहिक विवाह को प्रोत्साहित करने के लिए हरदिया साहू समाज द्वारा किए गए प्रयासों और सोनकर समाज द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इन दोनों क्षेत्रों में इन समाजों ने अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार अन्य वर्गों में भी व्यवसाय व रोजगार से जुड़े हुनरमंद लोग हैं। समाज को इन्हें भी प्रोत्साहित कर अपनी पहचान बढ़ाना चाहिए।
बैठक में आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री तथा परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, संसदीय सचिव श्री पारसनाथ राजवाड़े और श्री विनोद सेवनलाल चन्द्राकर, विधायक श्री धनेन्द्र साहू, डॉ. विनय जायसवाल, श्री रामकुमार यादव सहित परिषद के सदस्यगण, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, सचिव आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग श्री डी. डी. सिंह, आयुक्त श्रीमती शम्मी आबिदी उपस्थित थी।
सलाहकार परिषद की बैठक में सभी सदस्यों द्वारा अन्य पिछड़ा वर्ग के हितों के लिए परिषद का गठन कर इसमें सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने के लिए धन्यवाद दिया। बैठक में जानकारी दी गई कि मुख्यमंत्री श्री बघेल की विशेष पहल पर वर्ष 2023-24 में अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 15 नवीन पोस्ट मेट्रिक छात्रावासों की स्वीकृति दी गई है। इनमें 8 बालक तथा 7 कन्या छात्रावास शामिल हैं। बैठक में सदस्यों ने बच्चों की शिक्षा के लिए छात्रावासों की संख्या बढ़ाने का सुझाव दिया। सदस्यों द्वारा यह भी सुझाव दिया कि प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग के बच्चों के लिए छात्रावासों में पीईटी, पीएमटी, पीएससी और प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग की व्यवस्था की जाए।
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-प्रसिद्ध ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. दिनेश पेंढारकर और डॉ. सी.एम. त्रिपाठी ने दिया प्रशिक्षण
-कैंसर केयर मार्गदर्शिका का विमोचन भी किया गया
-प्रदेश के 17 जिला चिकित्सालयों में है कैंसर के मरीजों के लिए कीमोथेरेपी की सुविधा
रायपुर । कीमोथेरेपी की सुविधा वाले राज्य के 17 जिला अस्पतालों के चिकित्सा अधिकारियों एवं स्टॉफ नर्सेज को आज डे-केयर कीमोथेरेपी का विशेष प्रशिक्षण दिया गया। नई दिल्ली के प्रसिद्ध ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. दिनेश पेंढारकर और मध्यप्रदेश राज्य कैंसर कीमोथैरेपी के नोडल अधिकारी डॉ. सी.एम. त्रिपाठी ने इन्हें प्रशिक्षण दिया। राज्य में कैंसर सेवाओं के सुदृढ़ीकरण में सहयोग के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक श्री भोसकर विलास संदिपन ने डॉ. पेंढारकर और डॉ. त्रिपाठी को प्रशिक्षण कार्यशाला में सम्मानित किया। कार्यशाला में कैंसर केयर मार्गदर्शिका का विमोचन भी किया गया। एनपी-एनसीडी के उप संचालक डॉ. नेतराम नवरतन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक श्री आनंद साहू, शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. प्रदीप टंडन और एनसीडी के राज्य कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुमी जैन भी कार्यशाला में उपस्थित थीं।
वर्तमान में प्रदेश के 17 जिला चिकित्सालयों में दीर्घायु वार्ड बनाकर डे-केयर कीमोथेरेपी की सुविधा प्रदान की जा रही है। राज्य के सुदूर जिलों दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बस्तर, कांकेर, बलरामपुर, जशपुर, सरगुजा और सूरजपुर सहित बालोद, बेमेतरा, बिलासपुर, गरियाबंद, जांजगीर, कोरबा, मुंगेली, रायपुर तथा धमतरी के जिला अस्पतालों में कैंसर के मरीजों को निःशुल्क कीमोथेरेपी की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में चरणबद्ध रूप से कीमोथेरेपी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। कीमोथैरेपी के साथ ही जिला अस्पतालों में कैंसर की स्क्रिीनिंग भी की जा रही है।
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-राजनीतिक दलों के समक्ष मॉकपोल की प्रक्रिया भी संचालित की जा रही
-निर्वाचन में एम-3 मॉडल की ईवीएम/वीवीपैट मशीनों का होगा उपयोग, इस मॉडल की मशीनों से यहां पहले भी हो चुके हैं चुनाव
रायपुर। राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी निर्वाचन संपन्न कराने के लिए ईवीएम/वीवीपैट मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच (First Level Checking) भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार की जा रही है। आयोग द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच में साफ-सफाई, मशीनों की प्रामाणिकता की जांच, राजनीतिक दलों के समक्ष मॉकपोल की प्रक्रिया का संचालन, मशीनों की शुद्धता की जांच इत्यादि कार्यवाही की जा रही है। राज्य में आगामी विधानसभा आम निर्वाचन में एम-3 मॉडल की ईवीएम/वीवीपैट मशीनों का उपयोग होगा। प्रदेश में विगत निर्वाचनों में भी इस मॉडल की मशीनों का प्रयोग किया जा चुका है। वर्तमान में विभिन्न जिलों में उपलब्ध ईवीएम/वीवीपैट मशीनों का आगामी विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2023 में उपयोग के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रथम स्तरीय जांच इलेक्ट्रॉनिक कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, हैदराबाद के अधिकृत/प्रशिक्षित इंजीनियर्स के माध्यम से सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में जिला मुख्यालयों में किया जा रहा है। file photo
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-बारिश में सर्दी, बुखार, खांसी व फंगल इंफेक्शन की हो सकती है समस्या
रायपुर। जून के अंत तक प्रायः देश के ज्यादातर हिस्सों में मानसून आ जाता है। हालांकि मानसून के शुरूआती दिनों में कभी धूप, कभी बारिश की स्थिति सेहत के लिए कई प्रकार से चुनौतीपूर्ण हो जाती है। वातावरण में आर्द्रता की शुरूआत के साथ ही कई प्रकार के रोग भी पनपने शुरू हो जाते हैं। यह मौसम मच्छरों के प्रजनन के लिए भी काफी अनुकूल माना जाता है, जिसके कारण बरसात शुरू होते ही डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी कई तरह की मच्छर जनित बीमारियों का जोखिम काफी बढ़ जाता है।
संचालक, महामारी नियंत्रण डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया कि बदलते मौसम के मद्देनजर सभी लोगों को अपनी सेहत के प्रति विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। जरा सी भी लापरवाही बीमार कर सकती है। बरसात के मौसम में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, सर्दी, खांसी, उल्टी, दस्त, वायरल बुखार, फंगल इन्फेक्शन, हेपेटाइटिस और टायफाइड जैसी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है।
डॉ. मिश्रा ने बताया कि मानसून में कई तरह के मच्छर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू आदि का खतरा काफी बढ़ जाता है। बारिश के दिनों में गड्ढों में भरे हुए पानी को मच्छरों के प्रजनन के लिए काफी उपयुक्त माना जाता है। इस मौसम में संक्रमित मच्छरों के काटने के कारण मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों का जोखिम काफी बढ़ जाता है। ये दोनों ही बीमारियां गंभीर स्थिति में पहुंचने पर जानलेवा भी हो सकती हैं। इसलिए इनसे बचाव के लिए मच्छरों को पनपने से रोकना चाहिए। घर के आसपास जल जमाव नहीं होने देना चाहिए। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिए। बुखार, उल्टी, दस्त जैसी समस्या होने पर अपने मन से दवा नहीं लेनी चाहिए, बल्कि निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सक की सलाह से ही दवाईयों का सेवन करना चाहिए।
मानसून में सबसे प्रमुख बीमारियों में से एक आम सर्दी यानि कॉमन कोल्ड है। यह नम और उमस भरे मौसम में पनपने वाले वायरस की वजह से होता है। लंबे समय तक गीले कपड़े पहनने या लगातार बारिश के पानी में भीगने से सर्दी, बुखार, खांसी व फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। बरसात के मौसम में तापमान में होने वाला भारी उतार-चढ़ाव शरीर को बैक्टीरिया और वायरल संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील बना देता है। यह मौसमी सर्दी और फ्लू का कारण बन सकता है। सर्दी और फ्लू का जोखिम कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों में अधिक देखा जाता है। इनसे बचने के लिए बाहर जाते समय अपने साथ कपड़ों का एक अतिरिक्त जोड़ा रखें। एयर कंडीशनर के बजाय ताजी हवा में रहें। ताजे फल और सब्जियां खाएं तथा अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करें।
हेपेटाइटिस-ए, डेंगू और टायफाइड से रहें सावधान
संचालक, महामारी नियंत्रण डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया कि हेपेटाइटिस-ए मुख्यतः दूषित भोजन या पानी के कारण होता है जो लिवर को प्रभावित करता है। इसके कारण बुखार, उल्टी, शरीर पर दाने आदि हो सकते हैं। पर्याप्त साफ-सफाई न होने के कारण हेपेटाइटिस-ए का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए स्वच्छता का खास ध्यान रखना बहुत जरूरी है। file photo
टाइफाइड का भी मुख्य कारण दूषित पानी होता है। बारिश के मौसम में पानी इकट्ठा हो जाने से पैदा हुए मच्छर व गंदगी की वजह से टाइफाइड की बीमारी होती है। टाइफाइड का बुखार बैक्टीरिया संक्रमित लोगों के मल-मूत्र के जरिए दूसरे लोगों में ट्रांसफर हो सकता है। टाइफाइड और हेपेटाइटिस-ए से बचाव के लिए साफ पेयजल का सेवन करें। यदि पेयजल सुरक्षित न हो तो इसे उबालकर पीना चाहिए।
बरसात के मौसम में पिछले कुछ वर्षों में डेंगू का सबसे ज्यादा प्रकोप रहा है। यह बीमारी एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलती है। सिरदर्द, थकान, जोड़ों में दर्द, प्लेटलेट्स कम होना आदि डेंगू के लक्षण हो सकते हैं। इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर इलाज कराना चाहिए।
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रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ से भारतीय थल सेना में नवनियुक्त लेफ्टिनेंट अधिकारियों ने सौजन्य मुलाकात की। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष छत्तीसगढ़ से बालोद के श्री चिन्मय ठाकुर, कांकेर से श्री धनंजय साहू, सक्ति से श्री सौरभ कपूर, रायपुर से श्री कुशाग्र गर्ग व भिलाई से श्री प्रिंस बत्रा को चार वर्षों का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक संपन्न होने पर भारतीय थल सेना में लेफ्टिनेंट पद पर नियुक्त किया गया है। नवनियुक्त अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि विगत 10 जून को आईएमए देहरादून में पासिंग आउट परेड सम्पन्न हुई। जुलाई माह में वे कार्यभार ग्रहण करेंगे। मुख्यमंत्री ने नवनीयुक्त लेफ्टिनेंट अधिकारियों को बधाई देते हुए उन्हें पदेन दायित्वों के कुशलतापूर्वक निर्वहन हेतु शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से भारतीय थल सेना में आपका चयन राज्य के युवाओं को देश सेवा के लिए आगे आने प्रेरित करेगा। इस अवसर पर पूर्व सैनिक श्री ननकू राम साहू, श्री भूपेंद्र ठाकुर, श्री नवीन गर्ग, श्री राज कपूर सहित नवनियुक्त अधिकारियों के अभिभावकगण उपस्थित रहे।
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दुर्ग/ जिले से नीट परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली यमुना चक्रधारी की कॉलेज फीस की प्रतिपूर्ति श्रम विभाग द्वारा संचालित मेधावी छात्र-छात्रा प्रोत्साहन योजना के तहत होगी। सहायक श्रमायुक्त के अनुसार श्रम विभाग के नोनी सशक्तिकरण योजना के तहत कुमारी यमुना को उसकी आगे की पढ़ाई के लिए विगत वर्ष में 20 हजार रुपए राशि प्रदाय किया गया था। नीट परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आगामी कॉलेज की पढ़ाई के लिए श्रम विभाग में मेधावी छात्र-छात्रा प्रोत्साहन योजना के तहत उसके कॉलेज फीस की प्रतिपूर्ति राशि श्रम विभाग द्वारा प्रदान किया जाएगा।
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- 16.21 करोड़ रुपये से ठगड़ा बांघ की बदल रही है तस्वीर
-कलेक्टर पहुँचे आयुक्त व अधिकारियों के साथ ठगड़ा बांघ जल्द पूरा करने के निर्देश
दुर्ग/नगर पालिक निगम सीमा क्षेत्र अंतर्गत दुर्ग भिलाई को जल्द मिलने वाला है नया टूरिस्ट स्पॉट। 16.21 करोड़ रुपये से ठगड़ा बांघ की बदल रही है तस्वीर, शहर में शाम गुजारने के लिए ठगड़ा बांध से सुंदर जगह भविष्य में शायद ही कोई होगी। ठगड़ा बांध की जिस तरह की लैंडस्केपिंग की जा रही है उसमें बांध की सारी रैलिंग को खूबसूरत लतादार प्लांट्स अर्थात क्रीपर्स प्लांट से सजाया जाएगा। यह प्लांट्स फूलों वाले होंगे। अलग-अलग तरह की खुशबू वाले इन प्लांट्स की वजह से पूरा नजारा न केवल सुंदर दिखेगा अपितु खुशबू से महकता भी रहेगा।
कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने आयुक्त लोकेश चन्द्राकर एवं निगम अफसरों के साथ ठगड़ा बांध का निरीक्षण किया और इसके लैंडस्केप के संबंध में निर्देश अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने कहा कि ठगड़ा बांध का लैंडस्केप बहुत खूबसूरत होना चाहिए ताकि लोग यहां सुकून से वक्त गुजार सकें। उन्होंने कहा साल भर लगने वाले फूल लगाए। इसके अलावा खुशबूदार और रातरानी के फूलों की तरह ही पूरी शाम इनकी खुशबू और सुंदरता से भरी होगी। अभी जो भी फूलों के पौधे लगाए उसका का फोटो खींचकर व्हाट्ससप्प करें अधिकारी। कलेक्टर कहा कि ठगड़ा बांध जितना खूबसूरत बनेगा, लोगों का आकर्षण उतना ही अधिक होगा। इसके लिए लैंडस्केपिंग, लाइटिंग, मनोरंजन गतिविधियां आदि सभी पर बढ़िया काम हो। इस दौरान निगम कार्यपालन अभियंता राजेश पांडे, प्रकाशचंद थवानी, गिरीश दिवान, पंकज साहू, जावेद अली के अलावा ठेकेदार सहित निगम के अन्य उपस्थित थे।
ठगड़ा बांघ में मधुकामिनी और तगर पौधों से बनेगी हेज- हेजिंग तीन लेयर में होगी। इसमें मधुकामिनी और तगर जैसे पौधे होंगे। इसके साथ ही अलग-अलग तरह की हेजिंग होगी ताकि विविधता बनी रहे। कलेक्टर मीणा ने कहा कि किसी खूबसूरत लैंडस्केप को बनाने में हेजिंग की बड़ी भूमिका होती है। इसमें विविधता होने से जगह और भी सुंदर हो जाती है। साथ ही कलेक्टर ने फ्लावर बेड के संबंध में विशेष रूप से निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इसमें दो तरह के फ्लावर्स होंगे। एक तो ऐसे फूल के पौधे जिसमें साल भर फूल लगते हैं और दूसरे सीजनल।
सिमेट्रिकल होगा पाथवे, कैनोपी जैसे पौधे लगेंगे कलेक्टर ने पाथवे के संबंध में विशेष रूप से व्यवस्थित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि लैंडस्केपिंग के लिए सिमेट्री बहुत महत्वपूर्ण होती है। पाथवे में इसका पूरा ध्यान रखे। कुछ दूरी के अंतराल में कैनोपी वाले पौधे लगाएं ताकि छोटे पौधों को भी पर्याप्त रूप से बढ़त मिलती रहे। रैलिंग की ओर से ठगड़ा बांध का व्यू बहुत खूबसूरत होगा। पूरी रैलिंग क्रीपर्स प्लांट से सजी होगी। चूंकि रैलिंग डाइगोनल शेप में है अतएव सीटिंग भी डाइगोनल होगी। कलेक्टर मीणा ने इस संबंध में निर्देश देते हुए कहा कि रैलिंग के लिए अलग-अलग तरह की लताओं का चुनाव करें ताकि लैंडस्केप में विविधता नजर आये।
आईलैंड में भी दिये निर्देश- अधिकारियों ने आईलैंड का निरीक्षण भी किया और यहां अधोसंरचना को लेकर हो रही प्रगति का निरीक्षण भी किया।उसके बाद कलेक्टर पुलगांव मार्केट पहुँचे जहाँ उन्होंने व्यपारियो से मुलाकात कर उनकी समस्यों से रूबरू हुए।व्यपारियो ने बताया कि पुलगांव कपड़ा मार्केट में बारिश के समय पानी भरने की शिकायत रहती है।व्यपारियो की समस्यों को सुनकर उन्होंने जल्द निराकरण करवाने की बात कही।इस दौरान व्यपारियो ने सार्वजनिक बाथरूप की मांग की। कलेक्टर ने आयुक्त को जगह चिन्हित कर डिजिटल बाथरूम निर्माण करवाने को कहा। -
दुर्ग / कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के निर्देशन में जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र दुर्ग द्वारा जिले में बेरोजगार युवाओं के लिए नियोजकों द्वारा उपलब्ध रिक्त पदों को भरने के लिए रोजगार मेला का आयोजन 28 जून 2023 को लाईवलीहुड कॉलेज सेक्टर 6 ’’ए’’ मार्केट भिलाई में किया जाएगा। रोजगार मेला में नियोजक एसबीआई लाईफ इंश्योंरेंस, वन स्टाफिंग एण्ड सॉल्यूशन, सेफ इंटेलिजेंट सिक्योरिटी सर्विस आर्य नगर कोहका भिलाई, एसबीआई लाईफ इंश्योंरेंस सीपी लिमिटेड भिलाई सुपेला एवं विनायक जॉब के लिए विभिन्न पद रिक्त हैं।
जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र दुर्ग के उप संचालक श्री आर.के.कुर्रे के अनुसार इच्छुक आवेदक समस्त शैक्षणिक मूल प्रमाण एवं अंकसूची, पहचान पत्र (मतदाता परिचय पत्र, आधार कार्ड, पेन कार्ड, ड्रायविंग लाइसेंस, राशन कार्ड) रोजगार कार्यालय का पंजीयन पत्रक, छ.ग. निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र के साथ जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र दुर्ग द्वारा लाईलीहुड कॉलेज सेक्टर 6 ’’ए’’ मार्केट भिलाई में 28 जून को समय प्रातः 11 बजे से उपस्थित हो सकते है। पदों, योग्यता, आयु एवं अनुभव से संबंधित जानकारी आवेदक रोजगार मेला स्थल पर प्राप्त कर सकते हैं। सोशल मीडिया facebook.com/mccdurg पर प्राप्त कर सकते हैं। -
जनपद स्तर पर होगा शिविर का आयोजन
बिलासपुर/ बेरोजगार युवकों को सुरक्षा के क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए एसआईएस (इंडिया) लिमिटेड द्वारा जिले में शिविर आयोजित की जाएगी। इस शिविर के माध्यम से कंपनी द्वारा सिक्योरिटी गार्ड के 500 और सुपरवाइजर के 50 पदों के लिए अभ्यर्थियों का चयन कर प्रशिक्षण दिया जायेगा और प्रशिक्षण के बाद राष्ट्रीय स्तर के औद्योगिक संस्थानों में स्थाई नौकरी दी जाएगी। जिला पंचायत से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त पदों में भर्ती हेतु जिले के जनपद पंचायत बिल्हा में 27 जून, मस्तूरी में 28 जून, तखतपुर में 30 जून एवं कोटा में 3 जुलाई को प्रातः 10 बजे से 4 बजे तक शिविर लगाया जाएगा। इच्छुक आवेदकों के लिये शैक्षणिक योग्यता 10 वीं उत्तीर्ण होने के साथ आयु 21 से 35 वर्ष, ऊँचाई 168 सेंटीमीटर से ऊपर और वजन 56 से 90 किलो के बीच होना चाहिए। शिविर में चयनित अभ्यर्थियों से 350 रुपए पंजीयन शुल्क के रूप में ली जायेगी। -
दुर्ग। जिले में 1 जून से 27 जून तक 119.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। कार्यालय कलेक्टर भू अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 1 जून से अब तक सार्वाधिक वर्षा 215.6 मिमी पाटन तहसील में तथा न्यूनतम 38.0 मिमी. बोरी तहसील में दर्ज की गई है। इसके अलावा तहसील दुर्ग में 177.8 मिमी, तहसील धमधा में 63.4 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 143.0 मिमी और तहसील अहिवारा में 138.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई। 27 जून को तहसील दुर्ग में 95.3 मिमी, तहसील धमधा में 19.2 मिमी, तहसील पाटन में 105.3 मिमी, तहसील बोरी में 12.0 मिमी, तहसील भिलाई 3 में 80.0 मिमी और तहसील अहिवारा में 17.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।
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रायपुर। गोधन न्याय योजना शुरू होने से ग्रामीण इलाकों में रोजगार के कई नये रास्ते खुले हैं। गौठानों में गोबर विक्रय, वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट निर्माण सहित अन्य आर्थिक गतिविधियों से जुड़कर ग्रामीण भी आर्थिक संपन्नता की ओर बढ़ रहे हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं भी गौठानों से जुड़कर आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं। ये महिलाएं अपने परिवार में आर्थिक भागीदारी के साथ जरूरतों को पूरा करने में भी अब अपना सहयोग प्रदान कर रही हैं।
गोधन न्याय योजना बिलासपुर जिले के विकासखण्ड मस्तूरी के ग्राम पंचायत ठरकपुर में मां गायत्री स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने गौठान से जुड़कर वर्मी खाद, सुपर कम्पोस्ट, केंचुआ उत्पादन का कार्य शुरू किया है, जिससे उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है। ये महिलाएं आर्थिक सशक्तिकरण के साथ ही स्वावलंबन की दिशा में मिसाल बन रही हैं। समूह की अध्यक्ष श्रीमती विभूति कौशिक ने बताया कि वर्मी खाद जैविक खेती की दिशा में आगे बढ़ रहे किसानों के लिए एक अच्छा विकल्प है। अब तक उनके द्वारा 753 क्विंटल वर्मी खाद और 370 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट खाद की बिक्री की गई है, जिससे उन्हें लगभग 2.50 लाख रूपये का लाभ प्राप्त हुआ है। प्राप्त लाभ से उन्होंने अपने घर की मरम्मत करवाई है। अन्य महिलाएं भी अपने बच्चों की शिक्षा और अन्य जरूरतें पूरे करने के लिए प्राप्त आय का उपयोग कर रही हैं। महिलाओं ने इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए राज्य सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने गोधन न्याय योजना शुरू कर गांव की तरक्की की रास्ते खोल दिए हैं।
गोधन न्याय योजना ने ग्रामीणों के जीवन में ख़ुशहाली लाने का काम किया है। यहां चल रही आर्थिक गतिविधियां भी ग्रामीणों की आजीविका को बेहतर बनाने में मददगार साबित हुई है। पशुपालक श्री लतेल पुरी गोस्वामी ने बताया कि उनके द्वारा 10 हजार रूपये का गोबर गौठान में बेचा गया है। ग्रामीण श्री रामकुमार पटेल ने खुशी जाहिर कर बताया कि उन्होंने अब तक 35 हजार रूपये का गोबर बेच लिया है। -
स्वीप नोडल ने मतदान के संबंध में दी बारीकी से जानकारी
धमतरी। जिला रोजगार कार्यालय धमतरी में 26 जून को प्लेसमेंट कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें इस वर्ष विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया। सभी युवाओं को मतदाता परिचय पत्र बनवाने एवम शत प्रतिशत मतदान करने हेतु अपील किया गया।
सीईओ जिला पंचायत और स्वीप जिला नोडल अधिकारी श्रीमती रोक्तिमा यादव ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किया गया मतदाता पहचान पत्र महत्वपूर्ण दस्तावेज के रूप में उपयोग होता है। यह पहचान पत्र 18 वर्ष की आयु पूर्ण किये वयस्क व्यक्ति को दिया जाता है। यह मतदाता परिचय पत्र देश के नगरपालिका, राज्य और राष्ट्रीय चुनाव में अपना मत डालते समय भारतीय नागरिकों के लिए एक पहचान प्रमाण पत्र के रूप में कार्य करता है। मोबाईल फोन, सिमकार्ड, खरीदने या पासपोर्ट के लिए आवेदन करने के लिए सामान्य पहचान, पता और आयु प्रमाण के रूप में कार्य करता है, इसे चुनावी फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) के रूप में भी माना जाता है। जिन युवाओं ने 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली है वे फार्म नंबर 06 भरने के साथ आईडी, भारतीय राष्ट्रीयता, आयु और निवास का प्रमाण पत्र के साथ आवेदन कर मतदाता पत्र प्राप्त कर सकते हैं। आगे उन्होंने बताया कि आवेदक उस राज्य के लिए दिये गये मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाईट पर ऑनलाईन आवेदन कर सकते है या सीधे राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल नाम की वेबसाईट पर भी आवेदन कर सकते हैं। शत प्रतिशत मतदान करने के संबंध में कहा कि मताधिकार का प्रयोग हर एक मतदाता को करना चाहिए। जितना अधिक मतदान के प्रतिशत होगा उतना ही अधिक लोकतंत्र का महत्व होगा। उन्होंने मौजूद युवा मतदाताओं को बिना किसी प्रलोभन अथवा भेदभाव से प्रभावित हुए मताधिकार का प्रयोग करने के निर्देश दिये गये। -
सांसद की अनुशंसा पर कलेक्टर श्री रघुवंशी ने किए 2 लाख रूपये स्वीकृत
धमतरी। सांसद, स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के तहत लोकसभा क्षेत्र कांकेर के सांसद श्री मोहन मंडावी की अनुशंसा पर कलेक्टर श्री ऋतुराज रघुवंशी ने मगरलोड के ग्राम भोथीडीह स्थित शीतला पारा में सांस्कृति भवन निर्माण हेतु दो लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति वर्ष 2022-23 के लिए दी है। कलेक्टर श्री रघुवंशी ने इस कार्य के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत मगरलोड को क्रियान्वयन एजेंसी नियुक्त किया है। -
प्राक्चयन परीक्षा 16 जुलाई को
धमतरी। प्रदेश में संचालित प्रयास आवासीय विद्यालयों में कक्षा ग्यारहवीं में प्रवेश के लिए प्राक्चयन परीक्षा 16 जुलाई को सुबह 11 से दोपहर 1.30 बजे तक आयोजित की जाएगी। सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास विभाग ने बताया कि विभागीय वेबसाईट
http://eklavya.cg.nic.in/ PRSMS/Student-Admission-Detail
के माध्यम से उक्त प्राक्चयन परीक्षा में शामिल होने के लिए आगामी 06 जुलाई तक आवेदन पत्र भरे जा सकते हैं। -
नजदीकी च्वाइस सेंटर या मोबाइल एप श्रमेव जयते से श्रमिक कर सकते है पंजीयन
मनेंद्रगढ़। कलेक्टर श्री नरेंद्र कुमार दुग्गा के निर्देशन तथा मार्गदर्शन में जनपद पंचायत और नगरीय निकायों में पंजीयन शिविर लगाकर नवीन श्रम कार्ड बनाये जा रहे हैं। जनपद पंचायत खड़गवां में आयोजित शिविर में श्रम कल्याण निरीक्षक द्वारा शिविर में उपस्थित जनप्रतिनिधि, ग्रामीणों व श्रमिकों को श्रम विभाग एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल अंतर्गत श्रमिकों के पंजीयन, नवीनीकरण संबंधी जानकारी एवं विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी दिया गया। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पंजीकृत महिला श्रमिक को प्रथम 2 प्रसव पर मिनीमाता महतारी जतन योजना, पंजीकृत श्रमिकों के प्रथम 2 बच्चों को नौनिहाल छात्रवृति, मेधावी छात्र, छात्रों हेतु मेधावी छात्र, छात्रा शिक्षा प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री श्रमिक आवास योजना, पंजीकृत श्रमिक के प्रथम दो पुत्रियों को मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना, 59 से 60 वर्ष आयु वर्ग के श्रमिकों को मुख्यमंत्री श्रमिक सियान योजना, पंजीकृत श्रमिक के मृत्यु पर मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना जैसे जन्म से मरण तक की विभिन्न महत्कांक्षी योजनाएं संचालित है। इन योजनाओं का लाभ लेने श्रमिकों को अपना पंजीयन एवं जिनका पंजीयन नवीनीकरण की वैधता समाप्त हो चुकी है उन्हें अपना पंजीयन नवीनीकरण कराना अनिवार्य है। श्रमिक अपना पंजीयन, पंजीयन नवीनीकरण एवं संचालित योजनाओं हेतु आवेदन जिला श्रम कार्यालय, नजदीकी च्वाइस सेंटर या मोबाइल एप श्रमेव जयते से कर सकते हैं।
श्रम पदाधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को जनपद पंचायत खड़गवां के सभाकक्ष में छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मण्डल के अन्तर्गत निर्माण श्रमिकों के पंजीयन के लिए शिविर का आयोजन किया गया। शिविर के माध्यम से 80 हितग्राहियों का नवीन श्रम कार्ड पंजीयन और नवीनीकरण किया गया। -
उत्साह के साथ मनाया गया शाला प्रवेश उत्सव
कलेक्टर के निर्देश पर तहसीलदार एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी ने देवकोट स्कूल में पहुंचकर लिया व्यवस्थाओं का जायजा
बालोद। जिले के गुरूर विकासखण्ड के प्राथमिक शाला देवकोट में अध्ययन-अध्यापन का कार्य सुचारू रूप से संचालित की जा रही है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री मुकुंद साव ने बताया कि प्राथमिक शाला देवकोट में शिक्षा सत्र के पहले दिन आज शिक्षकों के द्वारा सुबह 10 बजे शाला प्रारंभ की गई। इस दौरान शिक्षकों, ग्रामीणों एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति में उत्साह के साथ शाला प्रवेश उत्सव आयोजित कर बच्चों का स्वागत अभिनंदन किया गया। शाला प्रवेश उत्सव के दौरान शाला के विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तक एवं गणवेश भी वितरण किया गया। इसके साथ ही पहले दिन आज स्कूल में विद्यार्थीयों के लिए मध्यान्ह भोजन भी बनाया गया और बच्चों ने स्कूल में मध्यान्ह भोजन किया। श्री साव ने बताया कि कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा के निर्देश पर तहसीलदार श्री मनोज कुमार भारद्वाज एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री ललित चंद्राकर आज प्राथमिक शाला देवकोट पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इन दोनों अधिकारियों द्वारा स्कूल परिसर में उपस्थित ग्रामीणों से चर्चा कर वस्तुस्थिति के संबंध में जानकारी दी गई। अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में प्राथमिक शाला देवकोट में बच्चों की दर्ज संख्या 43 के अनुपात में पर्याप्त संख्या में 02 शिक्षक कार्यरत हंै। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त शाला के 01 अन्य शिक्षक को अस्थाई तौर पर एकल शिक्षकीय शाला में अध्यापन हेतु भेजा गया है। श्री साव ने बताया कि वर्तमान मंे प्राथमिक शाला देवकोट में अध्ययन-अध्यापन व्यवस्था सुचारू रूप से जारी है। -
नौनिहालों का तिलक लगाकर एवं मुँह मीठा कराकर
किया गया स्वागत अभिनंदन
बालोद। कलेक्टर एवं जिला मिशन संचालक श्री कुलदीप शर्मा के निर्देशानुसार शिक्षा सत्र 2023-24 के पहले दिन आज जिले के विभिन्न शालाओं में पूरे उत्साह के साथ शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन किया गया। प्रवेशोत्सव में उपस्थित शिक्षकों, जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने नौनिहालों का तिलक लगाकर एवं मुँह मीठा कराकर स्वागत अभिनंदन किया। जिला मिशन संचालक श्री अनुराग त्रिवेदी ने बताया कि राज्य शासन के निर्देशानुसार आज 26 जून से 15 जुलाई तक जिले के सभी 816 प्राथमिक शाला सहित 410 पूर्व माध्यमिक शाला एवं 173 हाई स्कूल एवं हायर सेकण्डरी स्कूलों में शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन किया जाना है। जिसमें 06 से 11 एवं 11 से 14 वर्ष के शाला त्यागी, अप्रवेशी, पलायन करने वाले, भेड़ बकरी चराने वाले, छोटे-भाई बहनों की रखवाली करने के कारण शाला न जाने वाले, सपेरेे जाति के बच्चे, घुमन्तु बच्चे, झिल्ली पन्नी बिनने वाले बच्चों को विशेष रूप से चिन्हांकित कर शाला में प्रवेश दिलाया जाएगा।
इसके अंतर्गत शिक्षा सत्र के पहले दिन आज बालोद विकासखंड के 108 प्राथमिक 54 उच्च प्राथमिक एवं 28 हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल में से 51 प्राथमिक 32 उच्च प्राथमिक, 10 हाई एवं हायर सेकंडरी स्कूलों में, इस प्रकार कुल 93 शालाओं में शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन किया गया। इसी तरह डौण्डी विकासखंड के 171 प्राथमिक, 82 उच्च प्राथमिक एवं 32 हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में से 142 प्राथमिक, 53 उच्च प्राथमिक, 21 हाई एवं हायर सेकंडरी शालाओं में इस प्रकार कुल 116 शालाओं में प्रवेश उत्सव मनाया गया। इसके अलावा डौण्डीलोहारा विकासखंड के 228 प्राथमिक 117 उच्च प्राथमिक एवं 41 हाई एवं हायर सेकेंडरी शालाओं में से 113 प्राथमिक, 43 उच्च प्राथमिक, 08 हाई एवं हायर सेकंडरी शालाओं में इस प्रकार कुल 164 शालाओं में प्रवेश उत्सव का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि इसी तरह गुण्डरदेही विकासखंड के 172 प्राथमिक 89 उच्च प्राथमिक एवं 40 हाई एवं हायर सेकेंडरी शालाओं में से 166 प्राथमिक 82 उच्च प्राथमिक, 38 हाई एवं हायर सेकेंडरी शालाओं में इस प्रकार कुल 286 शालाओं में भी प्रवेश उत्सव का आयोजन किया गया। श्री त्रिवेदी ने बताया कि गुरूर विकासखंड के 137 प्राथमिक 68 उच्च प्राथमिक एवं 32 हाई एवं हायर सेकेंडरी शालाओं में से 137 प्राथमिक 68 उच्च प्राथमिक, 32 हाई एवं हायर सेकंडरी स्कूल कुल 237 शालाओं में शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन किया गया।
शाला प्रवेश उत्सव में शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों, गांव के वरिष्ठ नागरिकों, प्रबुध्दजनों, पंच, सरपंच, ग्राम पटेल, बच्चों के पालकों को आमंत्रित किया गया था। इस दौरान विद्यार्थियों को निःशुल्क पाठ्यपुस्तक एवं निःशुल्क गणवेश दिया गया। आज पहले दिन मध्यान्ह भोजन में विद्यार्थियों को विशेष रूप से मीठा खिलाया गया। शाला प्रवेशोत्सव के दौरान बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुति दी गई। डौण्डी विकासखंड के शासकीय उच्च प्राथमिक शाला भर्रीटोला में आयोजित शाला प्रवेशोत्सव के अवसर पर जिला मिशन समन्वयक, समग्र शिक्षा श्री अनुराग त्रिवेदी एवं अन्य अतिथियों के द्वारा विद्यार्थियों का तिलक लगाकर व निःशुल्क पाठ्यपुस्तक एवं गणवेश वितरण कर स्वागत किया गया। अतिथियों के द्वारा सभी बच्चों को नियमित रूप से शाला आने व मन लगाकर पढ़ाई करने हेतु प्रेरित भी किया गया। इस अवसर पर शाला से बाहर बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ने हेतु पालकों एवं एस.एम.सी. सदस्यों को सहयोग करने की अपील भी की गई। -
ग्रामीणों के बीमार होने की जानकारी मिलने पर विभाग के अधिकारियों द्वारा की गई तत्परता से कार्रवाई, जाँच में पानी की गुणवत्ता सही पाया गया
बालोद। जिले के गुंडरदेही विकासखण्ड के ग्राम खुटेरी (रंग) में पिछले 04 से 05 दिनों में ग्रामीणों की बीमार होने की सूचना मिलने पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों के द्वारा ग्राम खुटेरी में पेयजल स्त्रोतों की जाँचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कार्यापालन अभियंता श्री आरके धनजंय ने आज सहायक अभियंता श्री एसआर ठाकुर द्वारा सरपंच श्रीमती नविता साहू के साथ ग्राम खुटेरी पहुंचकर वस्तु स्थिति की जानकारी ली। इस दौरान अधिकारियों ने सरपंच नविता साहू एवं ग्रामीणों की उपस्थिति में गांव के पेयजल स्त्रोतों की गहन जाँच की।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री धनंजय ने बताया कि जाँच के दौरान ग्राम खुटेरी के सभी पेयजल स्त्रोत समूचित एवं गुणवत्तायुक्त पाया गया। इसके साथ ही गांव में निस्तारी एवं पेयजल हेतु पानी की गुणवत्ता की समस्या नहीं पाया गया। उन्होंने बताया कि गांव की कुल जनसंख्या 1426 है। जिसके आधार पर जल जीवन मिशन के मार्गदर्शिका अनुसार 55 लीटर प्रति व्यक्ति के हिसाब से पानी की समूचित आपूर्ति करने हेतु 90 किलो लीटर उच्च स्तरीय जलागार का निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि 11 हैण्ड पम्प एवं 02 पावर पंप, एक सोलर आधारित जल प्रदाय योजना के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की जा रही है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत गांव में अब तक 356 घरों में से 326 घरों में घरेलू नल कनेक्शन दिए गए है, शेष 30 घरों को भी जल्द ही कनेक्शन दिए जायेंगे। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने श्रीमती मालती निर्मलकर के घर का घरेलू नल कनेक्शन का जाँच किया गया। जाँच के दौरान श्रीमती मालती निर्मलकर के घर के नल कनेक्शन में पानी की समूचित आपूर्ति पाया गया।
सरपंच श्रीमती नविता साहू ने बताया कि उनके गांव में ग्रामीणों के बीमार होने की जानकारी मिलते ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा गांव के सभी स्त्रोतों का क्लोरिनेशन किया गया। वर्तमान में गांव में पानी की कोई समस्या नही है और ग्रामीणों को सुबह 06 से 09 बजे तक पानी का सप्लाई किया जाता है। इसके साथ ही टंकी के ओवर फ्लो के पानी का उपयोग टंकी परिसर में लगे पेड़ पौधों में किया जा रहा है। श्री आर के धनंजय ने बताया कि गांव के सभी स्त्रोतों का जल नमूना जिला प्रयोगशाला मे जांच हेतू भेजा गया है एवं गांव में निर्माण कार्य हेतू उपयोग हो रहे यूपीवीसी पाइप का नमूना भी जांच के लिए भेजा गया है। वर्तमान में ग्राम खुटेरी (रंग) किसी भी प्रकार से पानी की कोई समस्या नही है। -
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत निक्षय मित्रों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया
बालोद। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत जिले में संचालित समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रमो की समीक्षा बैठक आज खंड चिकित्सा कार्यालय डौंडी में संपन्न हुई। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जेएल उइके ने स्वास्थ्य विभाग के सभी मैदानी क्षेत्रों के कर्मचारियों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराए जाने हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने जहां पर स्वास्थ्य संबंधी लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धि कम हो रही है, वहां के कर्मचारीयों का आगामी माह का वेतन आहरण नहीं करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में श्री उइके ने कहा कि आगामी माह के बैठक के पूर्व उपलब्धि हासिल करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि उपलब्धि पूरा नही होने की स्थिति में संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों के विरूद्ध अनुशात्मक कार्रवाई की जाएगी इसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे। इस दौरान राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत डौंडी विकासखंड के निक्षय मित्रों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने क्षय उन्मूलन के कार्य में सभी जनप्रतिनिधियों, मीडिया सहयोगियों, गैर सरकारी संगठनों, औद्योगिक संस्थानों तथा कार्पोरेट सामाजिक संगठनों और आमजन से सक्रिय सहभागिता निभाने की अपील भी की गई है। बैठक में जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री अखिलेश शर्मा, जिला नोडल अधिकारी, समस्त जिला सहायक नोडल अधिकारी की, चिकित्सा अधिकारी, ग्रामीण चिकित्सा अधिकारी, सुपरवाइजर आरएचओ एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। -
प्रदेश में शिक्षा का स्तर हुआ एक समान : मुख्यमंत्री
शाला प्रवेश उत्सव में मुख्यमंत्री ने नव प्रवेशी बच्चों को खिलाई मिठाई, तिलक लगाकर किया स्वागत
रायपुर/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नए शिक्षा और शाला प्रवेशोत्सव के अवसर पर नव प्रवेशी बच्चों का तिलक लगाकर, मुंह मीठा कराया और पुष्प माला पहनाकर स्वागत और अभिनंदन किया। उन्होंने इस अवसर पर बच्चों को पाठ्य-पुस्तक, कॉपी, स्कूल बैग और गणवेश का वितरण भी किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने प्रोफेसर जे.एन. पाण्डे शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय में आयोजित राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव समारोह में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारी सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप पूरे प्रदेश में शिक्षा का स्तर एक समान हुआ है। सुकमा से जशपुर तक बच्चों को पढ़ने के लिए अच्छे शाला भवन, स्वामी आत्मानंद स्कूल और शिक्षकों की व्यवस्था की गई है। आज निजी स्कूलों की तरह बालवाड़ी और अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले गए हैं। इनमें पर्याप्त संसाधन दिए गए है और वे निजी स्कूलों से प्रतिस्पर्धा ही नहीं कर रहे हैं बल्कि उनसे आगे भी बढ़ते जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पहले एक दिन आरडी तिवारी स्कूल गया तो यहां पाया कि इस स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या 56 थी। स्वामी आत्मानंद स्कूल बनने के बाद अब वहां बच्चों की दर्ज संख्या एक हजार से अधिक हो गई है। हमारे प्रयासों से आज स्थिति यह है कि पहले आम जनता से बड़े-बड़े निजी स्कूलों में बच्चों को प्रवेश दिलाने का प्रयास करते थे, अब स्थिति बदली हैं पालक अपने बच्चों को स्वामी आत्मानंद स्कूल में प्रवेश दिलाने के लिए सिफारिशें लगा रहे हैं। मगर हमने यह तय कर रखा है कि इन स्कूलों में प्रवेश नियमानुसार होगा, ताकि सभी को शिक्षा का समान अवसर मिल सके। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बताया कि प्रदेश में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय के तहत वर्तमान में अंग्रेजी माध्यम के 377 और हिंदी माध्यम के 350 स्कूल संचालित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सल क्षेत्र में आज से कुछ साल पहले स्थिति यह थी शाला भवन टूट गया था, बच्चों की पढ़ाई छूट गई थी। हमने नक्सल क्षेत्रों में शाला भवनों का निर्माण कराया और सालों से बंद पड़े स्कूलों को पुनः शुरू कराया। उन्होंने कहा कि स्कूलों में बेहतर पढ़ाई के लिए प्रशिक्षित शिक्षकों की अत्यधिक आवश्यकता है। इस आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए राज्य निर्माण के बाद पहली बार शिक्षकों की भर्ती प्रारंभ की गई। प्रथम चरण में 14 हजार 580 पदों के लिए विज्ञापन जारी कर 10 हजार 834 शिक्षकों को स्कूलों में नियुक्ति दी गई हैं। दूसरे चरण में 12 हजार 489 शिक्षकों की शीघ्र नियुक्ति की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को दिए टिप्स
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने शाला प्रवेश उत्सव के अवसर पर विद्यार्थियों को टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी हमेशा अनुशासन में रहे। समय की कीमत को समझे। सुबह समय पर उठे, उसके बाद दैनिक दिनचर्या प्रारंभ करे, अपना ध्यान कक्षा में पढ़ाई पर केंद्रित करे, शिक्षक द्वारा पढ़ाए गए पाठ्यक्रम को रूचि से पढ़े। स्कूल से जाने के बाद स्वस्थ रहने के लिए खेल गतिविधियां में भी भाग ले। यह ध्यान रखें जीवन में हर पहलू का महत्व होता है, मगर अनुशासन सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि आज से ही निरंतर पढ़ाई पर ध्यान रखेंगे तो परीक्षा का दबाव नहीं रहेगा।
मुख्यमंत्री ने बच्चों द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होेंने सरस्वती सायकिल योजना के तहत कक्षा 9वीं की छात्राओं को सायकिल वितरण किया। छात्राओं ने घंटी बजाकर मुख्यमंत्री का अभिवादन किया। श्री बघेल ने कार्यक्रम में प्रोफेसर जे.एन. पाण्डे शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक उत्कृष्ट विद्यालय पर आधारित पुस्तिका का विमोचन किया गया। -
26 जून से स्कूल खुलने पर कैसा महसूस कर रहे हैं, बच्चों ने कहा कि हमें गर्मी से राहत मिल गई
शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विद्यार्थियों से हुए रू-ब-रू
रायपुर/ प्रदेश के मुखिया न केवल आम जनता की नब्ज समझते हैं अपितु बच्चों के मनोविज्ञान को भी गहराई से समझते हैं। अपनी बात कहने जब प्रोफेसर जे.एन. पांडे आत्मानंद स्कूल की छात्रा तृप्ति जगत खड़ी हुई। तृप्ति अपनी बात कहने में थोड़ा सा हिचक रही थी। मुख्यमंत्री ने पूरे वात्सल्य से स्नेहपूर्वक कहा, बेटा यहां सब अपने लोग हैं बेझिझक अपनी बात कहो। मुख्यमंत्री की बात को सुनते ही तृप्ति की हिचक पूरी तरह दूर हो गई। उसने बताया कि इस स्कूल में पढ़ाई के अच्छे स्तर को देखते हुए मैंने यहां प्रवेश लिया है। मुझे यहां बहुत अच्छा लग रहा है। उसके बाद मुख्यमंत्री ने छात्रा को शाबासी देते हुए कहा आप कितने अच्छे ढंग से बात रख रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने शाला प्रवेश उत्सव के अवसर पर बच्चों से आज रू-ब-रू हो रहे थे।
मुख्यमंत्री से बच्चों ने भी बेझिझक होकर अपने दिल की बात कहीं। मुख्यमंत्री ने बच्चों से पूछा कि 16 जून के बदले 26 जून को स्कूल खोलने पर कैसा अनुभव कर रहे हैं। सभी बच्चों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को धन्यवाद देते हुए कहा कि 26 जून से स्कूल खुलने से गर्मी और लू से राहत मिली। मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय गर्मी के मौसम और बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया कि स्कूल 26 जून से खोले जाएं। शाला प्रवेश उत्सव शुरू होने से पूर्व ही प्रदेश में बरसात शुरू हो गई। बारिश की फुहारों के साथ ही नए शिक्षा सत्र की शुरूआत हुई।
विद्यार्थी राजेश ने बताया कि हम सबकी पढ़ने में रुचि बढ़ गई है। स्वामी आत्मानंद बीपी पुजारी शाला में पढ़ रही आठवीं की छात्रा सुरभि साहू ने कहा कि स्वामी आत्मानंद स्कूल आरंभ होने से आर्थिक रूप से कमजोर और होनहार बच्चों को भी अच्छी अंग्रेजी शिक्षा का अवसर मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल के समक्ष स्वामी आत्मानंद राजा तालाब स्कूल कक्षा 8वीं की छात्रा कशिश अंजुम खान ने भी शाला प्रवेश उत्सव के अवसर पर अपनी विचार रखी।