- Home
- छत्तीसगढ़
-
ममता और स्नेह के दीपों से झिलमिलाया वृद्धाश्रम, बुजुर्गों के चेहरों पर लौटी मुस्कान
रायपुर/ दीपावली के अवसर पर महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने माना रायपुर स्थित वृद्धाश्रम पहुँचकर वहाँ निवासरत वरिष्ठ नागरिकों के साथ दीवाली पर्व की खुशियाँ साझा कीं। उन्होंने स्वयं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की और बुजुर्गों को मिठाई, नए वस्त्र एवं उपहार प्रदान किए।
वृद्धजनों के बीच बैठकर उन्होंने आत्मीय संवाद किया और उनके स्वास्थ्य तथा आवश्यकताओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि हमारे ये वरिष्ठ नागरिक हमारे समाज की अमूल्य धरोहर हैं। इनके अनुभव और आशीर्वाद से ही समाज की नींव मजबूत होती है। शासन का प्रयास है कि वृद्धजन सम्मानपूर्वक और आत्मसम्मान के साथ जीवन व्यतीत करें।
कार्यक्रम के दौरान वृद्धाश्रम परिसर को दीपों और रंगोलियों से सजाया गया था। समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों ने मिलकर बुजुर्गों के साथ दीप जलाए।
मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने वृद्धाश्रम में उपलब्ध सुविधाओं का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि बुजुर्गों की देखभाल में किसी प्रकार की कमी न रहे। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार वृद्धजनों के कल्याण हेतु वृद्धजन सेवा योजना, पेंशन सुविधा, स्वास्थ्य जांच शिविर, मानसिक-सामाजिक परामर्श केंद्र जैसी योजनाओं का प्रभावी संचालन कर रही है।
श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि दीवाली केवल दीपों का पर्व नहीं, बल्कि संवेदनाओं को साझा करने का अवसर है। उन्होंने युवाओं से भी अपील की कि वे इस पावन पर्व पर अपने आसपास के बुजुर्गों से मिलें, उनका आशीर्वाद लें और उन्हें अपनत्व का अहसास कराएँ। -
गोवा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट में योगा प्रदर्शन कर छत्तीसगढ़ का किया प्रतिनिधित्व
रायपुर। छततीसगढ के मनोविकास केन्द्र के 5 बच्चों ने 9 से 12 अक्टूबर 2025 तक गोवा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट 2025 में योग प्रदर्शन किया। मनोविकास केन्द्र बलौदाबाजार के प्रतिभावान छात्रों ने गोवा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट 2025 में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व कर प्रदेश और जिले का मान बढ़ाया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मनोविकास केन्द्र के बच्चों की इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा कि प्रदेश का नाम इसी तरह रौशन करते हुए आगे बढ़ें। अंतर्राष्ट्रीय फेस्ट में हिस्सा लेकर वापस आने पर शुक्रवार को कलेक्टर से छात्रों ने मुलाक़ात की और अपने अनुभव साझा किये
दिव्यांगजनों की क्षमताओं को किया उजागर
मनोविकास केन्द्र के नोडल अधिकारी आशा शुक्ला ने बताया कि केंद्र के छात्र कुलदीप निर्मलकर, तुषार सेन पुष्कर कुमार साहू, लोकेश कुमार वर्मा एवं किशन यादव का चयन अंतर्राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट 2025 में भाग लेने के लिए हुआ था। फेस्ट में छात्रों के द्वारा लगभग 12 मिनट का योग प्रदर्शन प्रस्तुत कर दिव्यांगजनों की क्षमताओं और समावेशन की भावना को उजागर किया। इस फेस्ट में भाग लेकर छात्रों ने निःशक्तजनों के लिए हो रहे नवाचार के कार्यो को जाना।
दिव्यांगजनों की रचनात्मक प्रतिभा जीवंत प्रदर्शन
अंतर्राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट 2025 को दिव्यांगजनों की रचनात्मकता, प्रतिभा और सशक्तिकरण के एक जीवंत उत्सव के रूप में देखा जा रहा है। यह आयोजन भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, गोवा सरकार के राज्य आयुक्त, दिव्यांगजन कार्यालय, तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय एवं संयुक्त राष्ट्र भारत के सहयोग से किया जा रहा है। पर्पल फेस्ट का उद्देश्य दिव्यांगजनों के समावेशन, पहुंच और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। यह महोत्सव समाज में जागरूकता फैलाने, उनकी प्रतिभाओं को प्रदर्शित करने और एक ऐसे समाज के निर्माण की दिशा में कार्य करता है जहां प्रत्येक व्यक्ति को गरिमा और समान अवसरों के साथ जीवन जीने का अधिकार हो। -
आदिवासियों और किसानों की आजीविका को मिलेगी नई उड़ान
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रयासों से बस्तर को मिली बड़ी सौगात
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में वन आधारित अर्थव्यवस्था और ग्रामीण विकास को नई दिशा देने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सतत प्रयासों और वनांचल के विकास की प्रतिबद्धता के परिणामस्वरूप, आसना पार्क में प्रदेश का पहला वन विज्ञान केंद्र स्थापित होने जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने हमेशा से आदिवासियों के पारंपरिक ज्ञान और उनके जीवन को आधुनिक तकनीक से जोड़कर सशक्त करने पर जोर दिया है और यह केंद्र उनके इसी विज़न को साकार करेगा।
संभागीय मुख्यालय जगदलपुर से मात्र पांच किलोमीटर दूर स्थित वन विज्ञान केंद्र की स्थापना में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप का विशेष प्रयास रहा है। उनकी पहल पर केंद्र को स्वीकृति मिली है, जिसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के कारण वनोपजों की गिरती मात्रा को रोकने के साथ अधिक उत्पादन हेतु शोध करते हुए ग्रामीणों की आय को तेजी से बढ़ाना है। यह केंद्र न केवल स्थानीय समुदायों की आर्थिक स्थिति को सशक्त करेगा, बल्कि जैव विविधता के संरक्षण और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
ज्ञान और तकनीक का अनूठा संगम
100 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैले आसना वन विज्ञान केंद्र वन आधारित आजीविका को बढ़ावा देने का एक मॉडल बनेगा। केंद्र में स्थानीय आदिवासियों और वन कर्मियों को कृषि-वानिकी, औषधीय पौधों की खेती, वनोपज के मूल्य संवर्धन, मधुमक्खी पालन और मशरूम उत्पादन जैसी नवीन तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यहां सागौन और हल्दी जैसी फसलों के साथ मिश्रित खेती के मॉडल किसानों को आय और मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने में मदद करेंगे। इसके साथ ही यहां सर्पगंधा, अश्वगंधा, ब्राह्मी जैसे पौधों की खेती, जिसमें भंडारण और प्रसंस्करण की तकनीकों पर विशेष जोर रहेगा। इस केंद्र में इमली, गोंद, और महुआ जैसे वनोपज के प्रसंस्करण से लोगों की आय में वृद्धि होगी। यहां मधुमक्खी पालन और मशरूम उत्पादन जैसे मॉडल ग्रामीणों को नए रोजगार के अवसर प्रदान करेंगे।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा केंद्र
वन विज्ञान केंद्र को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा, जिसमें व्याख्यान कक्ष, प्रदर्शन हॉल, और प्रशिक्षुओं के लिए आवासीय सुविधाएं रहेंगी। साथ ही मृदा परीक्षण, पानी की गुणवत्ता विश्लेषण और औषधीय पौधों की गुणवत्ता जांच के लिए आधुनिक प्रयोगशाला भी स्थापित की जाएगी। दुर्लभ और संकटग्रस्त वन प्रजातियों के संरक्षण के लिए जर्मप्लाज्म संरक्षण इकाई भी बनेगी।
शोध और नवाचार का केंद्र
यह केंद्र केवल प्रशिक्षण तक सीमित नहीं रहेगा। भविष्य में इसे उच्च स्तरीय शोध केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जहाँ वन्य उत्पादों के उत्पादन और प्रसंस्करण पर वैज्ञानिक अनुसंधान होगा। यह स्थानीय उत्पादों को बेहतर गुणवत्ता के साथ बाजार तक पहुँचाने में मदद करेगा, जिससे ग्रामीणों को अधिकतम लाभ मिलेगा। बस्तर वन मंडल के वन मंडलाधिकारी श्री उत्तम कुमार गुप्ता ने बताया कि वनांचल विज्ञान केंद्र आसना बस्तर के आदिवासी समुदायों के लिए एक नई सुबह लेकर आएगा। यह केंद्र पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक तकनीकों के साथ जोड़कर स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाएगा। उनकी आजीविका को मजबूत करेगा और वन संरक्षण के साथ आर्थिक विकास में संतुलन स्थापित करेगा। यह केंद्र बस्तर की वन संपदा और स्थानीय ज्ञान को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जोड़कर एक नया इतिहास रचेगा। आने वाला समय बस्तर के वनवासी आत्मनिर्भरता और समृद्ध का होंगे और वनांचल विज्ञान केंद्र इसकी नींव बनेगा। -
रायपुर/ राज्यपाल श्री रमेन डेका से यहां राजभवन में छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने सौजन्य भेंट कर दीपावली की शुभकामनाएं दी। राज्यपाल ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी।
-
दुर्ग/ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संविदा भर्ती हेतु 11 जनवरी 2025 के माध्यम से 38 पद हेतु विज्ञापन प्रकाशित किया गया है। उक्त विज्ञापित पदों की अनंतिम संवर्गवार चयन सूची दुर्ग जिले के विभागीय वेबसाईट www.durg.gov.in में अपलोड की गई है। उपरोक्त चयनित अभ्यर्थियों के मूल दस्तावेज सत्यापन एवं पदस्थापना स्थल चयन हेतु 17 अक्टूबर 2025 को कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दुर्ग के सभागार में प्रातः 10 बजे से उपस्थित होने हेतु सूचना प्रसारित किया गया था। उक्त दिवस में ऐसे चयनित अभ्यर्थी जो किसी कारणवश उपस्थित नही हो पाये थे, उन्हें 07 नवम्बर 2025 तक कार्यालयीन दिवस व समय में पुनः उपस्थित होने हेतु अंतिम अवसर प्रदान किया जाता है। निर्धारित तिथि तक मूल दस्तावेज सत्यापन एवं पदस्थापना स्थल चयन हेतु उपस्थित नही होने की स्थिति में प्रतीक्षा सूची से अभ्यर्थी का चयन में वरीयता प्रदान की जाएगी। विस्तृत जानकारी हेतु दुर्ग जिले की वेबसाईट durg.gov.in में अवलोकन व डाउनलोड किया जा सकता है।
-
दुर्ग/ स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को शाम 5 बजे दुर्ग स्थित शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला, शक्तिनगर में आयोजित विशेष कार्यक्रम “विष्णु का दीया” में शामिल होंगे। यह कार्यक्रम दीपावली पर्व को शिक्षा और संस्कारों से जोड़ने की एक अनूठी पहल है, जिसका उद्देश्य बच्चों के जीवन में ज्ञान का महत्व स्थापित करना और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की ओर प्रेरित करना है।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री यादव ने कहा कि दीपावली का दीया केवल रोशनी का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह ज्ञान, उम्मीद और उज्ज्वल भविष्य का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी का सपना है कि छत्तीसगढ़ का हर बच्चा शिक्षा के प्रकाश से रोशन हो और पूरे प्रदेश का नाम गौरव के साथ ऊँचा करे। जिस तरह छोटा-सा दीपक अंधकार को मिटा देता है, उसी प्रकार शिक्षा भी जीवन के अज्ञान और कठिनाइयों को दूर कर देती है।
मंत्री श्री यादव ने विद्यार्थियों और शिक्षकों से आह्वान किया है कि इस दीपावली पर सभी बच्चे अपने-अपने विद्यालय में एक दीया अवश्य जलाएँ। यह दीया केवल उत्सव का हिस्सा नहीं होगा, बल्कि यह शिक्षा, सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास का प्रतीक बनेगा। यह संकल्प हमें यह याद दिलाएगा कि शिक्षा ही जीवन का सच्चा दीप है, जो न केवल व्यक्ति को बल्कि पूरे समाज को प्रकाशमय बनाती है। विष्णु का दीया कार्यक्रम मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी के नाम से प्रेरित है। इस कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि प्रदेश के मुखिया स्वयं शिक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता देते हैं और यह चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ का हर बच्चा शिक्षा की ज्योति से आलोकित हो।
दुर्ग के शक्तिनगर विद्यालय में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन के साथ-साथ बच्चों द्वारा प्रेरणात्मक गतिविधियाँ भी होंगी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थी, शिक्षक, अभिभावक और स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव इस अवसर पर विद्यार्थियों से सीधे संवाद करेंगे और उन्हें दीपावली की शुभकामनाएँ देंगे। -
- दुर्ग जिले से 445 श्रद्धालु होंगे शामिल
दुर्ग/ प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के अंतर्गत 05 नवम्बर से 11 नवम्बर 2025 तक द्वारिका, सोमनाथ और नागेश्वर की यात्रा के लिए जिले से 445 वरिष्ठ नागरिक (60 वर्ष अथवा 60 वर्ष से ऊपर) को यात्रा में भेजे जाएंगे। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने बताया कि जिले के 445 यात्री जिसमें 334 ग्रामीण व 111 शहरी क्षेत्र के यात्री एवं 11 अनुरक्षक को सम्मिलित करते हुए कुल 456 का कोटा निर्धारित है। उक्त यात्रा में 80 प्रतिशत हितग्राही बी.पी.एल., अंत्योदय एवं मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना के कार्डधारी एवं 20 प्रतिशत हितग्राही गरीबी रेखा के ऊपर ( एपीएल ) के नागरिक होंगे, जो आयकर दाता हो। उक्त यात्रा में शामिल होने आवेदक संबंधित जनपद पंचायत कार्यालय एवं नगरीय निकायों में 26 अक्टूबर 2025 तक स्वास्थ्य परीक्षण उपरांत निर्धारित प्रपत्र में आवेदन जमा कर सकते है। -
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संविदा भर्ती
दुर्ग/ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संविदा भर्ती हेतु 38 पद के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। उक्त विज्ञापित पदों में से चतुर्थ श्रेणी वर्ग के पद Class -IV (UHWC), Ward Assistant & Attendent (NMHP), एवं Support Staff Mental Health Sweeper (NMHP) के लिए अनंतिम संवर्गवार चयन सूची जिले के विभागीय वेबसाईट www.durg.gov.in में अपलोड की गयी है। चयनित अभ्यर्थियों के मूल दस्तावेज सत्यापन एवं पदस्थापना स्थल चयन हेतु 17 अक्टूबर 2025 को कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दुर्ग के सभागार में उपस्थित होने हेतु सूचना प्रसारित किया गया था। उक्त दिवस में ऐसे चयनित अभ्यर्थी जो किसी कारणवश उपस्थित नहीं हो पाये थे, उन्हें 07 नवम्बर 2025 तक कार्यालयीन दिवस व समय में पुनः उपस्थित होने हेतु अंतिम अवसर प्रदान किया गया है। उक्त निर्धारित तिथि तक मूल दस्तावेज सत्यापन एवं पदस्थापना स्थल चयन हेतु उपस्थित नही होने की स्थिति में प्रतीक्षा सूची से अभ्यर्थी का चयन में वरीयता प्रदान की जायेगी। विस्तृत जानकारी दुर्ग जिलें की वेबसाईट durg.gov.in में देखा व डाउनलोड किया जा सकता है। -
पटाखों से झुलसे लोगों के लिए नि:शुल्क नेत्र शिविर का 35वॉ वर्ष में 69 वा शिविर
@लापरवाही से अंधत्व का खतरा
रायपुर। नगर के वरिष्ठ नेत्र एवं कॉन्टेक्ट लेंस विशेषज्ञ डॉ. दिनेश मिश्र द्वारा इस वर्ष भी दीवाली में पटाखों से आंखों में लगी चोटों के नि:शुल्क परीक्षण एवं उपचार के लिए दो दिवसीय नि:शुल्क नेत्र शिविर लगाया जा रहा है। यह शिविर डॉ. दिनेश मिश्र के फूल चौक स्थित रायपुर नेत्र चिकित्सालय में 20 अक्टूबर से 21अक्टूबर की रात्रि तक संचालित होगा। दीपावली में चिकित्सकों की अनुपलब्धता व मरीजों को होने वाली कठिनाईयों को देखते हुए यह 69वा शिविर लगातार 35 वें वर्ष आयोजित किया जा रहा है। पटाखों से होने वाली दुर्घटनाओं को ध्यान में रखकर सन् 1991 में इस प्रकार के शिविर की शुरूआत की गई थी ताकि पटाखों के कारण जलने व आंख को होने वाली चोटों के त्वरित एवं नि:शुल्क उपचार की सुविधा मरीजों को प्राप्त हो सके।इसी प्रकार का शिविर होली में भी आयोजित किया जाता रहा है.पिछले 35 वर्षो में करीब 4500 से अधिक ऐसे मरीजों का उपचार एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी गई है तथा इस शिविर की अंचल में एक विशिष्ट पहचान बन चुकी है।
डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा दीपावली ज्योति पर्व है, नेत्र ज्योति अनमोल है, लेकिन असावधानी से चलाये गये पटाखे किसी भी व्यक्ति की नेत्र ज्योति के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकते है। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि दीवाली में पटाखों को लापरवाही से न चलावें, बल्कि अपनी सुरक्षा के प्रति सतर्क रहें। बम,अनारदाना, रॉकेट आदि चलाते समय पर्याप्त दूरी व सावधानी रखें। पटाखों को अधिक झुककर न चलावें, क्योंकि पटाखें कई बार अपेक्षाकृत जल्दी फूट जाते हैं व बचाव का समय नहीं मिलता। पटाखे जलाकर सड़क पर न उछालें। छोटे बच्चों को जलते हुए दिये व मोमबत्ती के पास अकेला न छोड़ें। बच्चों को अकेले पटाखें न चलाने दें। पटाखा शरीर के नजदीक फटने से हाथ, चेहरा, आंखे, कपड़ों के झुलसने का खतरा रहता है। सिर के बाल, भौंहे, बरौनियां, पलकें, आंखों का भीतरी भाग साधारण से गंभीर रूप से झुलस सकता । पटाखा बनाने में गंधक, पोटाश, कोयला, कंकड़, सुतली, कपड़े, कागज का उपयोग होता है। आंख के नजदीक पटाखा फूटने से आंखों में गैस, बारूद, कोयला चला जाता है। जिससे पलकें, आंखों की झिल्ली, कंजेक्टाइवा, पुतली व अन्दरूनी हिस्से को साधारण से गंभीर रूप से क्षति पहुंच सकती है।
बड़े पटाखों से आंख में चोट से आंख में खून उतरने, मोतियाबिंद होने तथा आंख का परदा उखडऩे तक की संभावना हो सकती है। आहत व्यक्ति आंखों में तेज जलन आना, दर्द, धुंधलापन, कसक की शिकायतें करता है। यदि आंखों के पास कोई पटाखा फूट जावे तथा इस प्रकार की तकलीफें हो तो आंखों को रगड़े नहीं बल्कि साफ पानी से चेहरे व आंखों को धो लें ताकि आंखों व चेहरे पर लगा गर्म, विघटित पदार्थ धुल जावे, नि:शुल्क परामर्श व उपचार के लिये फोन नंबर 4026101, 98274-00859 (मो.) पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। -
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने धरती आबा’ में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी को किया सम्मानित
रायपुर/ देश की राजधानी नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित ‘राष्ट्रीय कॉन्क्लेव ऑन आदि कर्मयोगी अभियान’ में छत्तीगसढ के कोरिया जिले ने एक बार फिर अपनी विकास यात्रा से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित इस भव्य समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान में उत्कृष्ट कार्यों के लिए कोरिया जिले की कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी को सम्मानित किया। इस अवसर पर केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री जुएल ओराम एवं राज्यमंत्री श्री दुर्गा दास उइके भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ शासन के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा को भी राज्य स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रपति के हाथों सम्मान प्राप्त हुआ।
154 जनजातीय ग्रामों में विकास की नई मिसाल
‘धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान’ के अंतर्गत कोरिया जिले के 154 जनजाति बहुल ग्रामों, बैकुंठपुर ब्लॉक के 138 और सोनहत ब्लॉक के 16 ग्रामों में लगभग 38 हजार जनजातीय परिवारों को शासन की 17 विभागों की 25 योजनाओं का लाभ दिलाया गया है। शिविरों और डोर टू डोर अभियानों के माध्यम से लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड, पीएम जन धन योजना, पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम उज्जवला, जाति-निवास प्रमाण पत्र, वनाधिकार पट्टा, राशन कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम आवास योजना, सिकल सेल टेस्टिंग, सुकन्या समृद्धि योजना तथा पीएम विमान बीमा योजना जैसे योजनाओं से जोड़ा गया। समयबद्ध क्रियान्वयन और मैदानी स्तर पर नवाचारों के चलते यह पहल जनसहभागिता का प्रतीक बनी है।
राष्ट्रीय स्तर पर नवाचारों की सराहना
छत्तीसगढ के कोरिया जिले के जनजातीय अंचलों में किए जा रहे प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलना जिले के लिए गर्व की बात है। यह सम्मान नवाचार, जनसहभागिता और सतत विकास की दिशा में कोरिया की उपलब्धियों का प्रतीक है।
बस्तर से सरगुजा तक हर जनजातीय परिवार को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जाए-साय
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा श्यह सम्मान हमारे उन कर्मयोगियों की पहचान है जिन्होंने जनजातीय सशक्तीकरण को धरातल पर साकार किया है। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि बस्तर से सरगुजा तक हर जनजातीय परिवार को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जाए और उन्हें हर स्तर पर सशक्त किया जाए।
योजनाओं की रोशनी को जन-जन तक पहुंचाना ही सुशासन
छत्तीसगढ़ शासन में आदिम जाति विकास मंत्री एवं कोरिया जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा यह उपलब्धि हमारे अधिकारियों, फील्ड स्टाफ और जनप्रतिनिधियों की मेहनत का परिणाम है, जिन्होंने कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद योजनाओं की रोशनी को जन-जन तक पहुँचाया है, उन्होंने कहा कि जन-जन तक योजनाओं को पहुंचाना व लाभ मिलना ही सुशासन है। -
प्रधानमंत्री उज्जवला योजनांतर्गत दिए जाएंगे 2.23 लाख से अधिक नवीन घरेलू एलपीजी कनेक्शन
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना अंतर्गत एलपीजी कनेक्शन हेतु अब लिए जाएंगे नवीन आवेदन
रायपुर/ भारत सरकार, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री उज्जवला योजना अंतर्गत 10.33 करोड़ से अधिक आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं घरेलू एलपीजी कनेक्शन देने के उपरांत एक बार फिर दीपावली के पूर्व लोगों को उपहार देते हुए पीएमयूवाय अंतर्गत 25 लाख नवीन उज्जवला गैस कनेक्शन प्रदान करने हेतु प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। छत्तीसगढ़ में 2 लाख 23 हजार नवीन घरेलू एलपीजी कनेक्शन प्रदान करने हेतु लक्ष्य प्रदान किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस योजना के तहत् नवीन कनेक्शन दिए जाने पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रति अभार व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देशानुसार नवीन उज्जवला गैस कनेक्शन के लिए छत्तीसगढ़ शासन के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
हितग्राहियों को 15 दिनों में दिए जाएंगे नवीन कनेक्शन
विभाग द्वारा जारी विस्तृत दिशा-निर्देश अनुसार सभी जिलो में जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला उज्जवला समिति का गठन किया जाएगा। इस समिति द्वारा जिले में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के क्रियान्वयन एवं प्राप्त आवेदनों की समय-सीमा में निराकरण हेतु नियमित मॉनिटरिंग की जाएगी। योजनांतर्गत पात्र परिवारों से नवीन गैस कनेक्शन हेतु आगामी 07 दिनों में आवेदन पत्र प्राप्त किए जाएंगे। जिले की गैस एजेंसियों द्वारा प्राप्त आवेदन पत्रों का परीक्षण एवं सत्यापन कराकर 15 दिनों में नवीन गैस कनेक्शन जारी करने की कार्यवाही की जाएगी।
नियद नेल्ला नार योजना अंतर्गत हितग्राहियों को दी जाएगी प्राथमिकता
नियद नेल्ला नार योजना अंतर्गत आने वाले बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, कांकेर, दंतेवाड़ा जिलों में सर्वप्रथम हितग्राहियों को चिन्हांकित कर इन ग्रामांे को विशेष प्राथमिकता देते हुए शत-प्रतिशत चिन्हांकित हितग्राहियों को उज्जवला गैस योजना के कनेक्शन दिए जाएंगे। पात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ दिलाये जाने हेतु ऑयल कंपनियों के साथ समन्वय करते हुए सुगम नेटवर्क कनेक्टीविटी वाले क्षेत्रांे का चयन कर विशेष शिविर आयोजित किये जाएंगे। योजनांतर्गत गैस कनेक्शन प्राप्ति हेतु शेष सभी 34 हजार 425 परिवारों के आवेदन चिन्हांकित ग्रामों में विशेष शिविर आयोजित कर लिए जाएंगे। दूरस्थ एवं दुर्गम क्षेत्रों से प्राप्त आवेदनों के ई-केवाईसी के लिये कनेक्टीविटी वाले क्षेत्रों का चयन कर विशेष शिविर द्वारा उन्हें लाभांवित किया जायेगा।
जिला स्तरीय उज्जवला समिति के कलेक्टर होंगे अध्यक्ष
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों में से कम से कम 05 प्रतिशत आवेदनों का सत्यापन एवं परीक्षण जिला उज्जवला समिति द्वारा किया जाएगा। इस हेतु जिले के सभी गैस एजेंसियांे की बैठक कर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के नवीन गैस कनेक्शन जारी करने हेतु जानकारी प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला स्तरीय उज्जवला समिति में अध्यक्ष, जिला कलेक्टर या उनके द्वारा अधिकृत कोई वरिष्ठ अधिकारी होंगे तथा समन्वयक सदस्य के रूप में जिला नोडल अधिकारी होंगे जो तेल विपणन कंपनी से होंगे। दो सदस्य अन्य दो तेल विपणन कंपनियों के अधिकारी होंगे। जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी एवं दो गैर-आधिकारिक सदस्य भी समिति में सदस्य होंगे।
योजनांतर्गत नवीन कनेक्शन हेतु जारी किए गए मापदंड निर्धारित
पीएमयूवाय के अंतर्गत नवीन गैस कनेक्शन हेतु पात्रता के लिए मापदंड निर्धारित किए गए हैं। जिसके अनुसार यदि परिवार का कोई भी सदस्य 10 हजार रूपए प्रति माह से अधिक कमाता हो, घर का कोई सदस्य सरकारी कर्मचारी हो, सरकार के पास पंजीकृत गैर-कृषि उद्यम वाले परिवारों को शामिल नहीं किया गया है। इसी प्रकार किसान क्रेडिट कार्ड की 50 हजार रूपए से अधिक की क्रेडिट सीमा वाले किसान, सिंचाई उपकरण के साथ 2.5 एकड़ से अधिक सिंचित भूमि के स्वामी, दो या अधिक फसल मौसमों के लिए 5 एकड़ या अधिक सिंचित भूमि के स्वामी, कम से कम 7.5 एकड़ या इससे अधिक भूमि का स्वामी जिनके पास कम से कम एक सिंचाई उपकरण हो, 30 वर्ग मीटर से अधिक कार्पेट क्षेत्र वाले मकान के स्वामी, स्वयं की मोटर चालित तीन या चार पहिया वाहन अथवा मछली पकड़ने वाली नाव अथवा यंत्रीकृत तीन या चार पहिया कृषि उपकरण के मालिक एवं ऐसे परिवार जिनके पास पूर्व से ही एलपीजी कनेक्शन हों योजनांतर्गत लाभ पाने हेतु अपात्र होंगे। -
रायपुर /मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों को दीपावली और गोवर्धन पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि दीपावली का पर्व प्रकाश, सत्य और सद्भाव का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि दीपावली का यह पावन पर्व अंधकार पर प्रकाश, असत्य पर सत्य और नकारात्मकता पर सकारात्मकता की विजय का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि दीपों का यह उत्सव हमारे जीवन में नई ऊर्जा, नई चेतना और आशा का संचार करता है। मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे दीपावली को स्वदेशी भावना के साथ, पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखते हुए मनाएं और एक-दूसरे के सुख-दुख में सहभागी बनकर समाज में प्रेम और सौहार्द का संदेश फैलाएं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने गोवर्धन पूजा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व प्रकृति, पशुधन और पर्यावरण के प्रति हमारी श्रद्धा और आभार का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि गोवर्धन पूजा हमें यह सिखाती है कि प्रकृति का संरक्षण ही समृद्धि का आधार है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि दीपावली और गोवर्धन पूजा का यह पावन अवसर छत्तीसगढ़ राज्य में खुशहाली, समृद्धि और विकास की नई रोशनी लेकर आएगा तथा हर घर में आनंद, शांति और उजाला फैलाएगा। - - निगम मुख्यालय में महापौर ने स्वजनों सहित जन्मदिन केक काटा, एमआईसी सदस्यों, जोन अध्यक्षगणों, पार्षदों, स्वजनों ने जन्मदिवस पर दी महापौर को दी हार्दिक शुभकामनायेंरायपुर - आज राजधानी शहर की प्रथम नागरिक नगर पालिक निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे का वैश्विक मंच पर रायपुर शहर का जापान के टोयोटा शहर में विगत 14 से 16 अक्टूबर 2025 तक हुए अंतर्राष्ट्रीय मेयर्स फोरम में प्रतिनिधित्व करने के पश्चात राजधानी शहर रायपुर वापस लौटने पर रायपुर माना के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर पहुंचने पर रायपुर नगर पालिक निगम के एमआईसी सदस्यों, पार्षदों, स्वजनों, गणमान्यजनों, सामाजिक कार्यकर्त्ताओं, नवयुवकों ने गजमाला पहनाकर बुके देकर फूलमालाओं से लादते हुए भव्य आत्मीय स्वागत किया. महापौर का माना विमानतल पर पहुंचने पर फूलमालाओं से लादकर बुके प्रदत्त कर स्वजनों ने गाजे बाजे छत्तीसगढ़ी राउत नाचा के मध्य स्वागत किया. महापौर ने सबका अभिवादन स्वीकार किया.महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने विगत दिनांक 16 अक्टूबर 2025 को अपने जन्मदिवस पर स्वजनों सहित जन्मदिन का केक काटा. महापौर श्रीमती मीनल चौबे दिनांक 16 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय मेयर्स फोरम के तीन दिवसीय वैश्विक आयोजन में रायपुर शहर का प्रतिनिधित्व कर रही थीं.महापौर श्रीमती मीनल चौबे को नगर निगम मुख्यालय भवन पहुंचने पर नगर निगम एमआईसी सदस्यों,जोन अध्यक्षगणों,पार्षदों, गणमान्यजनों, सामाजिक कार्यकर्त्ताओं, नवयुवकों, आमजनों ने गाजे बाजे के मध्य उन्हें बुके देकर और फूलमालाओं से लादते हुए जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनायें दीं.नगर निगम एमआईसी सदस्य सर्वश्री महेन्द्र खोडियार, मनोज वर्मा, अमर गिदवानी, संतोष सीमा साहू, नंदकिशोर साहू, दीपक जायसवाल, भोलाराम साहू, श्रीमती सरिता आकाश दुबे, श्रीमती गायत्री सुनील चंद्राकर, श्रीमती सुमन अशोक पाण्डेय, श्रीमती संजना संतोष हियाल, जोन 1 जोन अध्यक्ष श्री गज्जू साहू, जोन 6 जोन अध्यक्ष श्री बद्री प्रसाद गुप्ता, जोन 7 जोन अध्यक्ष श्रीमती श्वेता विश्वकर्मा, जोन 8 जोन अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह ठाकुर, जोन 10 जोन अध्यक्ष श्री सचिन बी. मेघानी, पार्षद श्रीमती प्रभा मनोज विश्वकर्मा, सर्वश्री महेद्र औसर, आनंद अग्रवाल, प्रमोद कुमार साहू, अजय साहू, अर्जुन यादव, कृष्णा सोनकर, अमन सिंह ठाकुर, रवि सोनकर, डॉक्टर मनमोहन मनहरे,भगतराम हरबंश, पूर्व पार्षद श्रीमती शैलेन्द्री परगनिहा , गणमान्यजनों, सामाजिक कार्यकर्त्ताओं, नवयुवकों, स्वजनों सहित नगर निगम अपर आयुक्त श्रीमती कृष्णा खटिक, रायपुर नगर पालिक निगम अधिकारी कर्मचारी एकता संघ के अध्यक्ष श्री प्रमोद जाधव ने महापौर श्रीमती मीनल चौबे को अंतर्राष्ट्रीय मेयर्स फोरम में वैश्विक मंच पर रायपुर का प्रतिनिधित्व करने पश्चात राजधानी शहर वायस लौटने पर और उनके जन्मदिन पर बुके प्रदत्त कर उन्हें हार्दिक शुभकामनायें दी हैं.
- भिलाईनगर। नगर पालिक निगम भिलाई जोन 01 नेहरू नगर अंतर्गत लिम्हा तालाब, वार्ड 11 एवं 12 के मोहल्ले की सफाई सहित प्रधानमंत्री आवास का निरीक्षण आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय द्वारा किया गया।निगम आयुक्त एवं वार्ड क्रमांक 11 पार्षद महेश वर्मा द्वारा स्थित लिम्हा तालाब का निरीक्षण किया गया। तालाब में साफ-सफाई व्यवस्था को देखे और वार्ड के साफ-सफाई व्यवस्था में सुधार हेतु निर्देशित किए। आयुक्त एवं वार्ड क्रमांक 12 पार्षद सह निगम सभापति गिरवर बंटी साहू द्वारा वार्ड के गली, मोहल्ले का निरीक्षण किया गया। वार्ड के रिक्त भूमि में स्थानीय निवासियों द्वारा कचरा डाला जाता है, जिसके कारण गंदगी फैल रही है। वार्ड के स्थानीय निवासियों को कचरा डालने से मना किया गया और बताया गया है कि आगामी समय में इस तरह की कचरा फेंकने वालों के ऊपर कड़ी कार्रवाई होगी। अपने खाली प्लाट में निर्माण करने या घेरा कर छोड़ने की कार्रवाई करवाने हेतु निर्देशित किया गया है।वार्ड 01 खम्हरिया में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान का निर्माण किया जा रहा है, जिसका निरीक्षण निगम आयुक्त द्वारा किया गया। निर्माणकर्ता एजेंसी को शेष बचे हुए कार्य जल्द पूर्ण करने के साथ आवागमन के लिए बनाये गए सड़क को ठीक करने निर्देशित किया गया है। कार्य की विलंबता देखकर निगम आयुक्त एजेंसी के लिए नाराज हुए हैं । निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, उप अभियंता बसंत साहू, दीपक देवांगन, जोन स्वास्थ्य अधिकारी अंकितसक्सेना एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
- - रविवार को होगा दिवाली पहाट के साथ आत्मीय मिलन समारोह भीरायपुर। महाराष्ट्र मंडल के सचिव पंडित चेतन गोविंद दंडवते के अनुसार 21 अक्टूबर को दोपहर 3:00 से शाम 4:30 बजे तक और शाम 6:00 से 8:40 बजे तक लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त है। दंडवते ने यह जानकारी दाते पंचाग के अनुसार दी है।मंडल सचिव ने बताया कि शुक्रवार को परंपरागत तरीके से बसुबारस मनाया गया। शनिवार को धनत्रयोदशी का मुहूर्त है, जबकि नरक चतुर्दशी, अभ्यंग स्नान व यम तर्पण सोमवार, 20 अक्टूबर को होगा। 19 अक्टूबर को तिथिनुसार खाली है। इस ‘कुछ भी नहीं’ वाले दिन भी लोगों को दीपावली की खरीदी करने का अवसर मिलेगा। दंडवते के अनुसार बुधवार, 22 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा की जाएगी। इसी दिन बही- पूजन का मुहूर्त सुबह 3:00 से 6:00, अपराह्न 11:00 से 12:30 और शाम को 6:30 से 8:00 तक है। गुरुवार, 23 अक्टूबर को भाईदूज मनाया जाएगा।इधर मंडल अध्यक्ष अजय मधुकर काले ने बताया कि रविवार, 19 अक्टूबर को सुबह छह बजे से भक्ति व भाव गीतों का लोकप्रिय कार्यक्रम दिवाली पहाट होगा। चंद्रशेखर सुरावधनीवार के नेतृत्व में होने वाले मनोरमा रघुनाथ सुरावधनीवार समृति ‘स्वरदीप’ दिवाली पहाट के साथ ही दिवाली मिलन का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया है। इसमें बड़ी संख्या में मंडल के सभासदों के साथ हर आयुवर्ग के परिजन और संगीत प्रेमी दर्शक भी यहां जुटेंगे। युवा समिति के समन्वयक विनोद राखुंडे ने जानकारी दी कि प्रति माह के अनुसार अक्टूबर महीने में भी 19 तारीख, रविवार शाम सात बजे महाराष्ट्र मंडल परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज की महाआरती की जाएगी। इस मौके पर शिवाजी महाराज के जीवन की किसी एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम का स्मरण भी किया जाएगा।
- - पोस्टर प्रतियोगिता और नुक्कड़ नाटक आयोजितबिलासपुर / सिम्स निश्चेतना विभाग द्वारा विश्व निश्चेतना दिवस के अवसर पर एक दिवसीय निश्चेतना संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पोस्टर प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक और ऑपरेशन से पूर्व मरीजों के लिए सावधानियों एवं सहमति पत्र की जानकारी शामिल थी। आयोजन का मुख्य उद्देश्य आमजन, विद्यार्थियों और स्वास्थ्य कर्मियों को आपातकालीन परिस्थितियों में निश्चेतना विशेषज्ञों की भूमिका के प्रति जागरूक करना था। पोस्टर प्रतियोगिता का विषय था — “निश्चेतना विशेषज्ञ का आपात स्थिति में योगदान”, जिसमें एमबीबीएस विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में भागीदारी दी। प्रमुख विजेता छात्रों में प्रथम पुरस्कार – मयंक कुमार एवं पंकज, द्वितीय पुरस्कार – कृति तथा तृतीय पुरस्कार – जयेश एवं दीपक को मिला। निर्णायक मण्डल में डॉ. आरती पांडे, डॉ. संगीता रमन जोगी एवं डॉ. आर.के. बेन शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन निश्चेतना विभागाध्यक्ष डॉ. मधुमिता मूर्ति के नेतृत्व में हुआ। इस अवसर पर सिम्स के अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति, प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ए.आर. बेन तथा नोडल अधिकारी डॉ. भूपेंद्र कश्यप ने विजेताओं को सम्मानित किया और प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। डॉ. मधुमिता मूर्ति ने संबोधित करते हुए कहा कि निश्चेतना विशेषज्ञ केवल ऑपरेशन थिएटर तक सीमित नहीं रहते, बल्कि आईसीयू, दर्द नियंत्रण, आपात कालीन स्थितियों और कार्डियक अरेस्ट में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- -केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने बच्चों का बढ़ाया हौसला-बिलासपुर संभाग बना ओवरऑल चैंपियनबिलासपुर। 25वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिता सत्र 2025 - 26 का आयोजन बिलासपुर में 15 से 18 अक्टूबर तक किया गया। चार दिवसीय आयोजन में प्रदेश के पांचो संभाग के 1065 बच्चे, 150 से अधिक कोच मैनेजर, 200ऑफिशियल्स एवं 200 खेल शिक्षक कर्मचारियों ने भाग लिया । प्रतियोगिता में इस वर्ष बिलासपुर जिले को बेस बॉल, कबड्डी, और कराते का आयोजन करने की जिम्मेदारी मिली थी जिसमें सभी संभागों के 14 से 19 वर्ष के बालक बालिकाओं ने भाग लिया।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने बच्चों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि आज मुझे अपना विद्यार्थी जीवन याद आ रहा है। जब हम पढ़ा करते थे तब हमारे गुरुदेव कहते थे, खेलो ऐसे खेल पढ़ाई बन जाए और पढ़ाई ऐसे करो कि पढ़ाई खेल बन जाए। मूल मंत्र को ध्यान में रखते हुए आप सबको अपने जीवन में आगे बढ़ना है। गीता में भगवान कृष्ण ने उपदेश देते हुए कहा कि कर्म करो किंतु फल की इच्छा मत करो। खिलाड़ी हार और जीत की परवाह के बगैर खेलों में भाग लेता है और अपना कर्म करता है। जब हम सर्वांगीण विकास की बात करते हैं तो जीवन में शारीरिक विकास बहुत महत्वपूर्ण है और इसीलिए माननीय प्रधानमंत्री जी खेलो इंडिया के माध्यम से खेल एवं खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का लगातार प्रयास कर रहे हैं। वही माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी भी विद्यार्थी जीवन से ही शालेय क्रीडा प्रतियोगिता का आयोजन कर हमारे इन बेटे बेटियों के लिए अवसर उपलब्ध करा रहे हैं। आप सभी ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया इसके लिए आप सभी को हार्दिक बधाई एवं भविष्य के लिए शुभकामनाएं। बच्चों का उत्साह बढ़ाने के लिए मंत्री जी ने प्रत्येक संभाग के पंडाल में जाकर बच्चों के बीच फोटो खिंचवाया और बच्चों को बधाई दी।कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि बिल्हा विधायक श्री धरमलाल कौशिक ने कहा कि खिलाड़ी कबड्डी के मैदान में चोट की परवाह किए बगैर बाजी कैसे जीतना है इस पर ध्यान केंद्रित करता है। बचपन में हम लोग भी खेल खेलते थे। हमारे प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी खेलो इंडिया के माध्यम से खेल के विकास के लिए काम कर रहे हैं वहीं हमारे मुख्यमंत्री जी भी प्रदेश में खेल के विकास के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। खेल के क्षेत्र में जो पुरस्कार दिया जाता था उसे पुनः शुरू कर खेल एवं खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। खेल में जीत हार से अधिक महत्वपूर्ण खेल में भाग लेना होता है। आप सभी इस प्रतियोगिता में भाग लिए इसके लिए आप बधाई के पात्र हैं।कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राजेश सूर्यवंशी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती ललिता संतोष कश्यप, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, एसएसपी श्री रजनेश सिंह , जिला पंचायत सभापति श्रीमती अंबिका साहू, जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप अग्रवाल, नगर निगम कमिश्नर श्री अमित कुमार, प्रतिनिधि श्री संतोष कश्यप, श्री विनोद कुमार साहू, जिला शिक्षा अधिकारी श्री विजय टांडे, वर्षा शर्मा सहायक संचालक, रघुवीर सिंह राठौर सहायक संचालक, अखिलेश मेहता, सुशील मिश्रा, डॉ.सुरेश शुक्ला, भारती दुबे, कमलेश्वर यादव, आशीष मिश्रा, अनिल सिंह, जसपाल कौर, संदीप त्रिपाठी सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।
- -किसानों को वितरित की गई आदान सहायता सामग्रीमहासमुंद / रजत जयंती वर्ष 2025-26 के उपलक्ष्य में एक्सटेंशन रिफार्म्स आत्मा योजना के अंतर्गत आज भीमराव अम्बेडकर सर्व समाज मांगलिक भवन, संजय कानन के पास, बागबाहरा रोड, महासमुंद में एक दिवसीय जिला स्तरीय किसान मेला का भव्य आयोजन किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी थीं, जबकि विशिष्ट अतिथि विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा रहे। इस अवसर पर नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री देवीचंद राठी, जिला पंचायत सदस्य श्री जुगनू चंद्राकर, श्री महेंद्र सिक्का सहित जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।मेले में विभागीय प्रदर्शनी और उत्कृष्ट कृषकों का सम्मानमेले में विभिन्न विभागों द्वारा कृषकों को नवीन तकनीकी जानकारी एवं योजनाओं की जानकारी देने हेतु आकर्षक स्टॉल लगाए गए। सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी, विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने सभी स्टॉलों का अवलोकन किया और विभागीय अधिकारियों से विस्तार से जानकारी ली। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा जिले के उत्कृष्ट किसानों को कृषक आदान सहायता सामग्री प्रदान की गई। साथ ही आत्मा योजना अंतर्गत नवाचारों और कृषि में उपयोगी वैज्ञानिक विधियों की जानकारी भी साझा की गई।सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि किसान हमारे अन्नदाता हैं, देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में अनेक जनकल्याणकारी योजनाएँ संचालित की जा रही हैं।उन्होंने कहा कि किसानों को वैज्ञानिक पद्धतियों, आधुनिक कृषि उपकरणों और नवीन तकनीकों को अपनाना चाहिए, जिससे उत्पादन और आय दोनों में वृद्धि हो। उन्होंने महिलाओं की सक्रिय सहभागिता को कृषि केकृषक मेला किसानों को तकनीकी मंच प्रदान करता है* — विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हाविधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने अपने उद्बोधन में कहा कि सरकार किसानों की समृद्धि और आत्मनिर्भरता के लिए निरंतर नई योजनाएँ लागू कर रही है। यह किसान मेला किसानों को जानकारी, नवाचार और तकनीकी सहयोग प्रदान करने का एक सशक्त मंच है। उन्होंने कहा कि महासमुंद जिले के किसान मेहनती और नवाचारी हैं। यदि सभी किसान योजनाओं का अधिकतम लाभ लेकर आधुनिक तकनीक अपनाएं, तो महासमुंद जिले को कृषि नवाचार का केंद्र बनाया जा सकता है।मेले में महिला एवं बाल विकास विभाग, आदिवासी विकास विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र, पशु चिकित्सा, कृषि यंत्रीकरण, उद्यानिकी, मत्स्य पालन एवं रेशम पालन विभाग के स्टॉलों पर किसानों को योजनाओं की जानकारी दी गई। कृषक उपयोगी उत्पादों एवं तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।कार्यक्रम में उप संचालक कृषि श्री एफ.आर. कश्यप, श्री संदीप घोष, श्री राजू चंद्राकर, श्री मुन्ना साहू, श्री प्रकाश शर्मा, संबंधित विभागों के अधिकारी-कर्मचारी तथा सभी विकासखंडों से आए बड़ी संख्या में कृषकगण उपस्थित रहे।
- - किसानों को सफरी-17 धान की उत्परिवर्तित किस्म विक्रम-टीसीआर के उन्नत गुणों के बारे में बताया गयाराजनांदगांव । नाभिकीय कृषि एवं जैवप्रौद्योगिकी विभाग भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुंबई के प्रायोजन के फलस्वरूप कृषि विज्ञान केंद्र सुरगी एवं आनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में कृषि विज्ञान केन्द्र सुरगी परिसर में प्रक्षेत्र दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सांसद श्री अभिषेक सिंह उपस्थित थे। उन्होंने वैज्ञानिकों से उन्नत फसल उत्पादन हेतु विस्तृत चर्चा करते हुए किसानों से सीधे संवाद कर विक्रम- टीसीआर किस्म एवं अन्य फसलों को बीज उत्पादन कार्यक्रम के अंतर्गत लगाने हेतु प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित आसपास के उन्नत प्रगतिशील किसानों के मध्य भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र मुंबई एवं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के सहयोग से विकसित धान की उत्परिवर्तित किस्म विक्रम-टीसीआर का व्यापक प्रसार किया गया।कार्यक्रम में भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र मुंबई (बायोसाइंस ग्रुप) के निदेशक डॉ. पीए हसन, एनए-बीटीडी के विभागाध्यक्ष डॉ. एडी बलाल एवं सीआइएस, एनए-बीटीडी से प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. बीके दास उपस्थित रहे। साथ ही इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर से प्रमुख वैज्ञानिक के तौर पर प्रोफेसर डॉ. दीपक शर्मा एवं सहायक प्राध्यापक डॉ. परमेश्वर साहू उपस्थित हुए एवं सभी वैज्ञानिकों ने सफरी-17 धान की उत्परिवर्तित किस्म विक्रम-टीसीआर के उन्नत गुणों के बारे में न केवल किसानों को बताया। उन्होंने किसानों की धान फसल की उत्तम पैदावार और गुणवत्ता को बनाए रखने संबंधी चर्चा कर विक्रम- टीसीआर की उन्नत काश्त तकनीकी के फोल्डर भी किसानों को वितरित किया। कार्यक्रम में केंद्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. गुंजन झा ने किसानों को धान की इस उन्नत किस्म को अपनाकर अधिक लाभ कमाने की सलाह दी। कृषि महाविद्यालय सुरगी के वैज्ञानिक प्राध्याक डॉ. द्विवेदी प्रसाद, डॉ. पूजा साहू, डॉ. डिकेश्वर निषाद एवं कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. अतुल डांगे, डॉ. नूतन रामटेके, श्री मनीष कुमार सिंह, डॉ. योगेंद्र श्रीवास, श्री जितेंद्र मेश्राम एवं श्री आशीष गौरव शुक्ला, कृषि विभाग राजनांदगांव से वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी सहित राजनांदगांव जिले के नवाचारी एवं डॉ. खूबचन्द बघेल कृषि रत्न पुरस्कार, मल्टी लेयर फार्मिंग पुरस्कार, यंग इंडिया, वाटर हीरो एवं नवोन्मेषी किसान पुरस्कार से सम्मानित कृषक श्री अनेश्वर वर्मा एवं बड़ी संख्या में उन्नत एवं उन्नतशील किसान उपस्थित हुए। कार्यक्रम के अंत में सभी कृषकों को कृषि विज्ञान केंद्र सुरगी के प्रक्षेत्र में लगे सफरी-17 धान की उत्परिवर्तित किस्म विक्रम- टीसीआर को प्रत्यक्ष रूप से दिखाकर गुणों का अवलोकन कराया गया।
- - ममता नगर में नाली की नियमित सफाई के दिए निर्देशराजनांदगांव । कलेक्टर श्री जितेन्द्र यादव ने आज नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 18 ममता नगर और वार्ड क्रमांक 2 नवागांव का भ्रमण कर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने ममता नगर में नाली की नियमित सफाई के निर्देश दिए। साथ ही एक स्थान पर फेंके गए कचरे को तत्काल साफ किए जाने नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिए। कलेक्टर ने वार्डवासियों से चर्चा कर सफाई व्यवस्था की जानकारी ली तथा गीला व सूखा कचरा पृथक-पृथक रखे जाने एवं स्वच्छता दीदियों को डोर टू डोर संग्रहण के दौरान दिए जाने हेतु प्रेरित किया। वार्ड क्रमांक 2 में नाली सफाई की व्यवस्था पर असंतोष जाहिर किया। जिस पर उनके सामने ही सफाई प्रारंभ कराई गई। उन्होंने भविष्य में भी सप्ताह में 1 से 2 बार सफाई के लिए निर्देशित किया। जिसके 2 घंटे बाद ममता नगर स्थित मुक्कड़ पाईंट की सफाई का कार्य पूर्ण किया गया। उल्लेखनीय है कि दीपावली पर्व के दृष्टिगत शहर में तथा अन्य नगरीय निकायों में अभियान चलाकर साफ-सफाई का कार्य किया जा रहा है।
- -गेड़ी दौड़, पिट्ठूल और फुटबॉल खेलों में खिलाड़ियों ने दिखाया उत्साह और प्रतिभाअम्बिकापुर । युवाओं में खेल भावना को बढ़ावा देने और ग्रामीण प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से सांसद खेल महोत्सव के अंतर्गत विकासखण्ड स्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन जिले के लखनपुर, लुण्ड्रा,अंबिकापुर, मैनपाट और सीतापुर ब्लॉक में किया गया। दो दिवसीय इस खेल आयोजन में बड़ी संख्या में खिलाड़ी और खेलप्रेमी शामिल हुए।कार्यक्रम के तहत आयोजित खेलों में गेड़ी दौड़, पिट्ठूल और फुटबॉल प्रतियोगिताएं प्रमुख शामिल हैं। प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने पूरे जोश और प्रतिस्पर्धा के साथ विभिन्न खेलों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।इस अवसर पर कार्यक्रम में शामिल जनप्रतिनिधियों ने कहा कि सांसद खेल महोत्सव जैसी पहल ग्रामीण अंचलों में छिपी खेल प्रतिभाओं को आगे लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। खेलों से अनुशासन, टीम भावना और आत्मविष्वास का विकास होता है, जो युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है।विकासखण्ड स्तरीय प्रतियोगिता में विजेता खिलाड़ियों को आगामी जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिलेगा। आयोजन समिति ने बताया कि खेल महोत्सव के माध्यम से प्रत्येक ब्लॉक में स्थानीय स्तर के खेलों को बढ़ावा देने और युवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है।
- -धनोरा की रतो बाई को विशेष परियोजना से मिला पक्का घररायपुर ।छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव वर्ष में कोंडागांव जिले के केशकाल विकासखंड के ग्राम पंचायत धनोरा की रतो बाई के जीवन में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) ने दीपोत्सव के पूर्व नई रोशनी लाई है। सुदूर वनांचल की अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिला नक्सल हिंसा से पीड़ित रती बाई को केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में चल रही इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत एक विशेष परियोजना के माध्यम से पक्का आवास प्राप्त हुआ है।रतो बाई को योजना के तहत 1.20 लाख रुपये का अनुदान स्वीकृत किया गया था। इस योजना की एक उल्लेखनीय विशेषता यह भी है आवास निर्माण के लिए उन्हें मनरेगा के तहत 90 दिवस का सुनिश्चित पारिश्रमिक 23490 रूपए भी मिला। यह सहयोग रत्तो बाई के लिए एक महत्वपूर्ण संबल साबित हुआ। जीविकोपार्जन के लिए रतो बाई सब्जी बेचने का कार्य करती है। शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना के साथ ही रतो बाई को महतारी वंदन योजना, उज्ज्वला योजना, नल जल योजना सौभाग्य योजना, शौचालय जैसे मूलभूत आवश्यकता को पूरा करने वाली योजनाओं का लाभ भी मिला है। यह विशेष परियोजना नक्सल हिंसा से प्रभावित वर्गों के कल्याण के लिए सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाती है। इसका उद्देश्य ऐसे परिवारों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना और उन्हें सुरक्षित एवं सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर प्रदान करना है।इस पक्के आवास की प्राप्ति ने उन्हें एक सुरक्षित ठिकाना दिया है और उनकी वर्षों पुरानी चिंता को समाप्त किया है। यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन किस प्रकार अंतिम व्यक्ति तक पहुँचकर उसके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है। यह योजना न केवल लोगों को पक्के मकान उपलब्ध करा रही है, बल्कि उन्हें रोजगार, सुरक्षा और सम्मान के साथ जीवन जीने का अधिकार भी सुनिश्चित कर रही है।
- -सरस मेले में महिला समूहों ने 60 लाख रूपयों से अधिक की सामग्री का किया विक्रयरायपुर । पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा 08 से 18 अक्टूबर 2025 तक रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में ‘सरस मेला 2025’ का आयोजन किया गया। इस आयोजन के माध्यम ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं की उद्यमिता को एक मंच प्रदान करने का कार्य किया गया है। जिससे महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकें।रायपुर में आयोजित इस सरस मेले में देशभर के 17 राज्यों के स्वसहायता समूहों की महिलाओं ने भाग लिया। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से आए स्व-सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए हस्तशिल्प, हैंडलूम वस्त्र, जैविक उत्पाद, पारंपरिक व्यंजन, गृह उपयोगी सामग्री आदि उत्पादों का 200 से ज्यादा स्टॉलों के माध्यम से प्रदर्शन एवं विक्रय किया गया। दीवाली पर्व के मद्देनजर समूह द्वारा विशेष रूप से हस्तनिर्मित सामाग्रियों से गिफ्ट हैम्पर भी बनाए गए थे। सभी स्टालों से 10 दिनों में लगभग 60 लाख रूपए से ज्यादा की सामाग्री का विक्रय किया गया। यह पहल प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा नागरिकों से स्वदेशी वस्तुओं को क्रय करने की अपील को बल प्रदान करता है। जहां स्थानीय महिलाओं द्वारा त्यौहारी सीजन में तैयार किये गए उत्पादों को बहुत अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हुआ। स्वदेशी उत्पादों को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्राहक मेले में पहुंचे थे।सरस मेला का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना, स्थायी बाजार उपलब्ध कराना और उन्हें उद्यमिता के नए अवसरों से जोड़ना रहा है। इस आयोजन ने हजारों महिलाओं को न केवल अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने का मंच दिया, बल्कि उन्हें गौरव और आत्मविश्वास के साथ समाज में खड़ा होने का अवसर भी प्रदान किया है। त्यौहारों के अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा राज्य भर में स्व सहायता समूहों के द्वारा मेले का आयोजन कर विभिन्न उत्पादों एवं गिफ्ट हैंपरों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया गया है। जिसमें रायपुर के अतिरिक्त राज्य के समस्त जिलों में कुल 155 स्टॉलों के माध्यम से कुल 15.55 लाख रुपए की सामग्री एवं 14.12 लाख रुपए के दिवाली गिफ्ट हैम्पर का विक्रय किया गया है। इस प्रकार सरस मेले एवं अन्य मेलों के माध्यम से बिहान की दीदीयों के द्वारा दिवाली के अवसर पर लगभग 90.00 लाख रुपए का व्यापार किया गया है।
- - छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव में बिहान समूह की महिलाओं ने दीपावली पर किया कमाल, साप्ताहिक बाजार में दिखा हुनर और हौसलामोहला । पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव 2025 के अवसर पर मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी की महिलाओं ने यह साबित कर दिया कि यदि ग्रामीण प्रतिभा को सही दिशा, मार्गदर्शन और मंच मिले, तो वे किसी भी अवसर को आजीविका का माध्यम बनाकर आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा सकती हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत चलने वाली बिहान योजना से जुड़ी महिला स्व-सहायता समूहों ने दीपावली जैसे पारंपरिक पर्व को आर्थिक अवसर में बदलते हुए एक प्रेरणादायक पहल की।ग्राम केवट टोला, मोहला और भोजटोला की निवासी महिलाओं ने सामूहिक प्रयासों के साथ अपने पारंपरिक ज्ञान और रचनात्मकता का उपयोग करते हुए दीपावली के उपयोगी उत्पाद जैसे रंगोली पाउडर, रुई की बाती, लक्ष्मी माता की मिट्टी से बनी मूर्तियाँ, अगरबत्ती, मिट्टी के दीये और मटके साथ ही पारंपरिक साड़ियाँ और मनिहारी सामग्री जैसे उत्पाद अपने ही हाथों से तैयार किए। महिलाओं ने इन उत्पादों की गुणवत्ता और पारंपरिकता पर विशेष ध्यान दिया, ताकि बाजार में उन्हें अच्छी मांग मिल सके।त्यौहार के पहले ही सप्ताह से इन महिलाओं ने मोहला के साप्ताहिक बाजार में दुकानें लगाई, जहाँ उन्होंने अपने उत्पादों को उचित मूल्य पर बेचा। ग्राहकों ने इन हस्तनिर्मित वस्तुओं की खूब सराहना की जिससे महिलाओं का मनोबल और भी बढ़ा। बिक्री से प्राप्त आय ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सहयोग तो दिया ही, साथ ही उन्हें यह एहसास भी दिलाया कि वे अपने श्रम और हुनर से आत्मनिर्भर बन सकती हैं।इस पहल से जुड़ी कई महिलाओं ने पहली बार घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर व्यापार किया। कई महिलाओं ने बताया कि पहले उन्हें यह विश्वास नहीं था कि वे खुद से कुछ बना और बेच सकती हैं लेकिन बिहान समूह से जुड़ने के बाद उन्हें प्रशिक्षण, सहयोग और एकजुटता मिली, जिससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा। यह न केवल आजीविका का एक माध्यम बना, बल्कि सामाजिक पहचान और सशक्तिकरण का जरिया भी।बिहान योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। और यह सफलता उसकी एक सजीव मिसाल है। इस प्रकार की पहल ग्रामीण क्षेत्रों में महिला उद्यमिता, स्वावलंबन और सामुदायिक विकास को नई दिशा देती है। दीपावली पर शुरू हुई यह आर्थिक यात्रा सिर्फ एक पर्व तक सीमित नहीं रही, बल्कि महिलाओं के जीवन में एक स्थायी परिवर्तन की शुरुआत बन गई।
- रायपुर ।राज्यपाल श्री रमेन डेका से आज राजभवन में विभिन्न शासकीय एवं निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने सौजन्य भेंट कर दीपावली की शुभकामनाएं दी। राज्यपाल ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी।



























.jpg)