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- भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत सुपेला चौक से लेकर गदा चौक तक एक बार फिर ट्रैफिक क्लियर करने निगम ने अभियान चलाया है। संडे मार्केट लगने के ठीक पूर्व शनिवार को यह कार्रवाई की गई है। सुपेला चौक में शुक्रवार को निगम की जोन क्रमांक एक नेहरू नगर की टीम तथा जोन क्रमांक 2 वैशाली नगर की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए ट्रैफिक क्लियर कराने के लिए रोड किनारे चुना मार्किंग करते हुए सभी ठेले एवं दुकानों को व्यवस्थित करने के लिए चुना मार्किंग के भीतर दुकान लगाने की समझाइश देते हुए दुकानों एवं ठेलो को निर्धारित दायरे के भीतर करवाया। इससे पूर्व सुपेला से लेकर गदा चौक में व्यापारियों को पहले ही चुना लाइन के भीतर दुकान लगाने की समझाइश दी जा चुकी थी। संयुक्त रूप से दोपहर 3 बजे लोक निर्माण विभाग की टीम, स्वास्थ्य विभाग की टीम एवं राजस्व विभाग की टीम ने दुकानों को चुना लाइन के भीतर करवाया। इधर व्यापारियों ने भी दुकानों को व्यवस्थित करने के लिए चुना लाइन के भीतर दुकान लगाने निगम का सहयोग किया। परंतु फिर भी सहयोग नहीं करने वाले और नहीं मानने वालों पर जुर्माना की भी कार्यवाही की गई। 5 व्यापारियों से लगभग 11000 रुपए जुर्माना वसूल किया गया तथा उन्हें भी निर्धारित दायरे के भीतर दुकान लगाने की समझाइश देते हुए दुकानों को चुना लाइन के भीतर करवाया गया। गौरतलब है कि सुपेला में रविवार को बड़ा मार्केट लगता है और इस मार्केट में काफी भीड़ होती है। परंतु अव्यवस्थित तरीके से दुकान लगाने तथा सड़कों पर दुकान लगाने के कारण ट्रैफिक समस्या उत्पन्न होती है और वाहनों को भी यहां से गुजरने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। राहगीरों को भी जाने में अत्यधिक समय लगता है और एंबुलेंस आदि वाहन को निकलने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। भीड़ होने के कारण दुर्घटना की संभावना भी बढ़ जाती है जिसको देखते हुए निगम आयुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर आज जोन आयुक्त राजेंद्र नायक के साथ कार्यपालन अभियंता अमरेश लोहिया, सहायक अभियंता आर एस राजपूत, सहायक राजस्व अधिकारी धीरज साहू व जे पी तिवारी, जोन स्वास्थ्य अधिकारी अंकित सक्सेना के द्वारा अपनी पूरी टीम के साथ सुपेला से लेकर गदा चौक का निरीक्षण करते हुए दुकानों को व्यवस्थित कराने का काम किया गया। शुक्रवार को
- रायपुर । छत्तीसगढ गृह निर्माण मंडल अध्यक्ष एवं विधायक श्री कुलदीप सिंह जुनेजा एवं संभागायुक्त डॉ संजय अलंग ने शुक्रवार को संभागायुक्त कार्यालय परिसर में नवीन कार्यालय भवन का भूमिपूजन किया। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा जानकारी के अनुसार नवीन भवन का निर्माण साढ़े दस हजार वर्गफीट निर्मित होगा। जिसके भूतल में वाहन पार्किंग एवं प्रथम तल में आयुक्त कार्यालय होगा। इसकी लागत करीब 5 करोड़ 53 लाख 56 हजार रूपये है। इस अवसर पर, संयुक्त कमिश्नर श्रीमती सरिता तिवारी, श्रीमती ज्योति सिंह तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
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रायपुर /रायपुर शहर के सीमाक्षेत्र का निर्माणाधीन टाटीबंध फ्लाईओवर का कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत अग्रवाल ने शुक्रवार को निरीक्षण किया। कलेक्टर ने कहा कि इस ओवरब्रिज का निर्माण जल्द पुर्ण किया जाए। इसकें पूर्ण होने से रायपुर शहर वासियों को यातायात के दबाव से राहत मिलेगी। साथ ही रायपुर से दुर्ग-भिलाई आने-जाने वाले वाहनों को आसान मार्ग मिलेगा, समय की बचत भी होगी। उन्होंने ब्रिज के दोनो किनारों पर संकेतक, शाईनबोर्ड लगाने और लाईटिंग की सुनिश्चित व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
टाटीबंध ओवर ब्रिज रायपुर और दुर्ग को जोडने वाला प्रमुख मार्ग बनेगा इसकी लंबाई 3.5 किलोमीटर से अधिक है। इस ओवरब्रिज में दुर्ग से आने वाले वाहनों को तीन विकल्प मिलेंगें। पहला रिंग रोड नं.-02 से उतरकर भनपुरी की तरफ, दूसरा भारत माता स्कूल की उतरकर एम्स, रविशंकर विश्वविद्यालय की तरफ और तीसरा सरोना की ओर उतरकर रिंग रोड़ नं.-01 की तरफ। रायपुर से दुर्ग जाने वाले वाहन सरोना की तरफ से चढकर ब्रिज क्रास करके कुम्हारी की ओर उतरेंगे। उल्लेखनीय है कि इस फ्लाईओवर में रिंग रोड नं-02 और एम्स की ओर से नही चढ़ सकेंगे। - -चिन्हित दुर्घटनाजन्य स्थानों में अवरोधो को हटाया जाए और सुधार किया जाए: डॉ भुरेरायपुर /कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंन्द्र भुरे की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्रास सभाकक्ष में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। इसमे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रशांत अग्रवाल, नगर निगम के आयुक्त श्री मयंक चतुर्वेदी उपस्थित थे। डॉ भुरे ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि शहर के दुर्घटनाजन्य स्थानों को चिन्हित कर दुर्घटना के कारणों पर विचार किया गया है। उन्होंने कहा कि इन स्थानों में अवरोधक और अन्य स्थान जिनके कारण वाहन चालको को वाहन चलाने में परेशानी होती है। उन सभी अवरोधों को हटाया जाए। चौक-चौराहों, अंधे मोड़ अवैध कट जो दुर्घटना के कारण बनते है, उन्हें सुधारा जाए और सड़कों का चौड़ीकरण किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि चिन्हित स्थानों पर आम जनता को सचेत करने के लिए दुर्घटना जन्य स्थल का बोर्ड और संकेतक भी लगाया जाए।बैठक में पुलिस विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि शहर में 24 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए है। जहां पर पिछले कुछ समय से बार बार दुर्घटनाएं हो रही है। एनएच-30 के अंतर्गत अभनपुर में राजलक्ष्मी ढ़ाबा, कमल विहार देवपुरी चौक में बने चैनलाईजर में झाड़ियों का झुड़ है, जिसके कारण वाहन चालको को मोड़ पर देखने की परेशानी होती है। भनपुरी तिराहा में यातायात का काफी दबाव के चलते इंजीनियर सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि एनएच-30 के अंतर्गत ही रिंग रोड़-3 के मुख्य मार्ग में सुधार और पुल के नीचे दोनो ओर रम्बल्ड़ स्ट्रीप बनाए जाने की आवश्यकता है।कलेक्टर डॉ भुरे ने कहा कि एनएच-30 मे दुर्घटनाजन्य स्थान के ढ़ाबा को हटाया जाए और देवपुरी चौक में लगे झाडियों की छटाई करे। साथ ही भनपुरी तिराहा में कार्ययोजना बना कर सड़क पर सुधार करे। उन्होंने पचपेड़ी नाका, संतोषी नगर सडक पर डिवाईडर बनाने, ग्राम फुंडहर चौक से देवपुरी मार्ग मे एक्सप्रेस-वे मार्ग में सड़क चौड़ीकरण करने, पण्डरी एवं शंकर नगर एक्सप्रेस-वे के नीचे आटोमेटिक ट्रैफिक सिग्नल लगाने के निर्देश दिए। साथ ही मेक-ईन-इंडिया चौक से वीआईपी सड़क की मोड पर झाडियों की झुड को हटाने को कहा।बैठक में दुर्घटनाजन्य स्थान कुशालपुर ब्रिज का ढ़ाल, ग्राम सेमरिया टर्निंग, ग्राम बंगोली टर्निंग, मोवा ओवरब्रिज, श्यामनगर चौक कैनाल रोड़ सहित अन्य स्थानों पर चर्चा हुई और सुधार करने के निर्देश दिए। साथ ही भाठागांव बसस्टैड़ में बसों के समय-सारणी, टिकट दर को दर्शाने वाले बोर्ड या एलईडी वॉल स्क्रीन लगाने को कहा गया। इस अवसर पर अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
- -दसवीं कक्षा का रिजल्ट लगभग 13 प्रतिशत बढ़ा-बारहवीं कक्षा के रिजल्ट में भी 7 प्रतिशत का इजाफा-उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्कूलों के प्राचार्य होंगे सम्मानित-कलेक्टर डाॅ. भुरे ने की समीक्षा, इस वर्ष के लिए लक्ष्य भी बढ़ारायपुर /हर विद्यार्थी पर फोकस, मंथली टेस्ट और उसकी विषयवार-विद्यार्थीवार समीक्षा की कलेक्टर डाॅ. भुरे की योजना से रायपुर जिले के सरकारी स्कूलों ने इस बार दसवीं और बारहवीं कक्षा के रिजल्ट में शानदार प्रदर्शन किया है। इस बार कुल सम्मिलित विद्यार्थिंयों मंे से दसवीं कक्षा में लगभग 73 प्रतिशत विद्यार्थी और बारहवीं कक्षा में 82 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए है। वर्ष 2021-22 के तुलना में इस वर्ष दसवीं कक्षा का रिजल्ट लगभग 13 प्रतिशत और बारहवीं कक्षा का रिजल्ट 7 प्रतिशत बढ़ गया है। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर भुरे ने शुक्रवार को स्कूल शिक्षा विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक मंे पढ़ाई की गुणवत्ता से लेकर शासकीय स्कूलों में उपलब्ध सुविधाओं और अधोसंरचना आदि की समीक्षा की। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अबिनाश मिश्रा, नगर निगम आयुक्त श्री मयंक चतुर्वेदी, सहायक कलेक्टर श्री जयंत नहटा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर एल ठाकुर सहित सभी विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी भी शामिल हुए।उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्कूलों के प्राचार्य होंगे सम्मानित- बैठक में कलेक्टर डा.ॅ भुरे ने शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों को बोर्ड परीक्षाओं में शानदार रिजल्ट के लिए बधाई दी। उन्होंने दसवीं कक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक रिजल्ट देने वाले और बारहवीं कक्षा में 95 प्रतिशत से अधिक रिजल्ट देने वाले स्कूलों के प्राचार्यों को सम्मानित करने को कहा। यह सम्मान समारोह जल्द ही राजधानी रायपुर में आयोजित होगा। समारोह में ऐसे प्राचार्यों को शाॅल, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए तैयार की गई योजना और रणनीति के बारे में भी इन प्राचार्यों के सुझाव और अनुभव अन्य सभी प्राचार्यों से साझा किए जाएंगे।दसवीं कक्षा का रिजल्ट लगभग 13 प्रतिशत बढ़ा- वर्ष 2021-22 के तुलना में इस साल दसवीं कक्षा की परीक्षा में 13 प्रतिशत ज्यादा विद्यार्थी पास हुए हैं। पिछले वर्ष जिले में दसवीं कक्षा की परीक्षा में 19 हजार 199 विद्यार्थीं शामिल हुए थे और 11 हजार 455 विद्यार्थी पास हुए थे। इस वर्ष जिले के 18 हजार 391 विद्यार्थिंयों ने दसवीं कक्षा की परीक्षा दी थी। जिसमें से 13 हजार 360 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए है। इस वर्ष दसवीं कक्षा में विद्यार्थिंयों के पास होने का प्रतिशत 72.64 है जो कि पिछले वर्ष लगभग 59 प्रतिशत था। इस वर्ष दसवीं कक्षा की मेरिट लिस्ट में जिले के 5 विद्यार्थी शामिल है। जिनमें से 3 शासकीय स्कूलों के है।बारहवीं कक्षा के रिजल्ट में 7 प्रतिशत का इजाफा- वर्ष 2021-22 के तुलना में इस साल बारहवीं कक्षा की परीक्षा में 7 प्रतिशत ज्यादा विद्यार्थी पास हुए हैं। पिछले वर्ष जिले में बारहवीं कक्षा की परीक्षा में 13 हजार 951 विद्यार्थीं शामिल हुए थे और 10 हजार 445 विद्यार्थी पास हुए थे। पिछले वर्ष विद्यार्थिंयों के बारहवीं कक्षा में पास होने का प्रतिशत 74.87 रहा था। इस वर्ष जिले के 16 हजार 632 विद्यार्थिंयों ने बारहवीं कक्षा की परीक्षा दी थी। जिसमें से 13 हजार 646 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए है। इस वर्ष बारहवीं कक्षा में विद्यार्थिंयों के पास होने का प्रतिशत 82.05 है। इस वर्ष बारहवीं कक्षा की मेरिट लिस्ट में जिले के 10 विद्यार्थी शामिल है। जिनमें से 3 शासकीय स्कूलों के है।इस वर्ष 80 प्रतिशत रिजल्ट प्राप्ति का लक्ष्य, एकेडमिक कैलेण्डर भी बनेगा- आज की बैठक में चालू शैक्षणिक वर्ष के लिए जिले में 80 प्रतिशत रिजल्ट प्राप्ति का लक्ष्य निर्धारित किया गया। कलेक्टर डाॅ. भुरे ने समीक्षा के दौरान पिछले वर्ष की रणनीति पर ही अध्ययन-अध्यापन कार्य करने के निर्देंश दिए। उन्होंने विद्यार्थिंयों के मंथली टेस्ट लेकर विषयवार-विद्यार्थीवार गहन समीक्षा करने के निर्देंश दिए। मंथली टेस्ट के आधार पर कमजोर पड़ रहें बच्चों का चिन्हांकन कर उनके लिए एक्स्ट्रा क्लास लगाने से लेकर राइटिंग स्किल बढ़ाने पर भी कलेक्टर ने जोर दिया। उन्होंने विषयवार एकेडमिक कैलेण्डर बनाकर निर्धारित समय में पाठ्यक्रम पूरा करने के भी निर्देंश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने जिला और विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि प्राचार्यों की नियमित रूप से बैठक लेकर समीक्षा करें। उन्होंने स्कूलों में चल रहें निर्माण कार्यों को भी जल्द से जल्द पूरा कराने का निर्देंश दिए। कलेक्टर ने स्कूलों में फर्नीचर, बिजली, पानी आदि व्यवस्थाएं भी समय रहते कर लेने को कहा। बैठक में डाॅ. भुरे ने निर्देंशित किया कि ऐसे विद्यालय जहां विशेष विषय के शिक्षक नही हैं। उनमें पास के स्कूल से विषय पाठ्यक्रम को पूर्ण करने शिक्षकों की व्यवस्था की जाए।
- -संस्थागत प्रसव बढ़ाने के निर्देंश, अधोसंरचना निर्माण के काम जल्द से जल्द शुरू हो- कलेक्टर डाॅ. भुरे ने की स्वास्थ्य विभाग के कामकाज की समीक्षा, दिए निर्देंशरायपुर। रायपुर के जिला अस्पताल में रात में भी किसी गर्भवती महिला को आवश्यकता पड़ने पर अब आॅपरेशन की सुविधा मिलना शुरू हो जाएगी। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर भुरे ने आज जिला अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की आवश्यकता पड़ने पर रात में भी आॅपरेशन कर प्रसव कराने की सुविधा शुरू करने के निर्देंश सिविल सर्जन को दिए है। उन्होंने इसके लिए आॅपरेशन थियेटर को तैयार रखने के साथ प्रशिक्षित स्वास्थ्य अमले और विशेषज्ञ डाॅक्टर की भी तैनाती करने को कहा है। कलेक्टर ने यह निर्देंश शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के कामकाज की समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में कलेक्टर ने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में संस्थागत प्रसव बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने ग्रामीण और शहरी दोनांे क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं की पहचान कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं-मितानिनों के माध्यम से उनकी समय-समय पर स्वास्थ्य जांच और सोनोग्राफी आदि कराने के भी निर्देंश दिए। कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्राॅस मीटिंग हाॅल में हुई बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अबिनाश मिश्रा, नगर निगम आयुक्त श्री मयंक चतुर्वेदी, सहायक कलेक्टर श्री जयंत नहटा, सीएमएचओ डाॅ. मिथलेश चैधरी सहित सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारी, शासकीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी तथा जिला कार्यक्रम प्रबंधक भी मौजूद रहें।बैठक में डाॅ. भुरे ने जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वीकृत और शुरू हो चुके अधोसंरचना निर्माण संबंधी सभी कामों को समय-सीमा निर्धारित कर गुणवत्ता पूर्वक पूरा करने के निर्देंश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्रों में एएनएम, नर्सों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के खाली पदों पर भर्ती की जानकारी भी सीएमएचओ से ली। डाॅ. भुरे ने विभिन्न अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रों में अधोसंरचना विकास के स्वीकृत कार्यों को जल्द से जल्द शुरू करने के निर्देंश भी दिए। उन्होंने आरंग, तोरला, दीनदयाल उपाध्याय नगर, धोन्ड्रा, डोमा, लाखौली और टेकारी में निर्माणाधीन स्वास्थ्य केन्द्रों का काम तेजी से पूरा करने के निर्देंश दिए। डाॅ. भुरे ने निर्माण कार्यों में देरी पर सीजीएमएससी अधिकारियों के प्रति नाराजगी भी जताई। कलेक्टर ने पिछले दो वर्षों में स्वीकृत हुए कामों की प्रगति रिपोर्ट लेकर गहन समीक्षा करने के निर्देंश जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दिए।डाॅ. भुरे ने पोषण पुनर्वास केन्द्रों में कुपोषित बच्चों के ईलाज के लिए मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और महिला बाल विकास अधिकारियों के साथ समन्वय कर काम करने के निर्देंश दिए। कलेक्टर ने अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाईयों और मेडिकल उपकरणों की उपलब्धता की जानकारी ली। किसी भी रोग के संक्रमण बढ़ने की स्थिति से निपटने के लिए सूचना तन्त्र को मजबूत करने और प्रारंभिक अवस्था में ही नियंत्रण के प्रयास करने के निर्देंश कलेक्टर ने बैठक में दिए। बैठक में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों, टीकाकरण एवं चिरायु कार्यक्रम, शिशु एवं बाल मृत्यु अंकेक्षण, परिवार कल्याण कार्यक्रम, मलेरिया अभियान, डेंगू की रोकथाम, टी.वी. एवं कुष्ट उन्मूलन कार्यक्रम, अंधत्व निवारण कार्यक्रम सहित विभिन्न विभागीय योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा की गई।इस वर्ष भी चलेगा विजन और हियरिंग डिसएबिलिटी की पहचान के लिए अभियान, चश्में और कान की मशीन भी मिलेगी- बैठक में कलेक्टर ने पिछले वर्ष की तरह ही इस साल भी स्कूली बच्चों में विजन और हियरिंग डिसएबिलिटी की पहचान के लिए अभियान चलाने के निर्देश भी चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि स्कूली विद्यार्थियों में देखने और सुनने की विकृति जल्दी पहचान में नही आती है और बाद में बच्चों के बड़े हो जाने पर ऐसी विकृतियों का ईलाज भी कठिन हो जाता है। देखने-सुनने में विकृति वाले बच्चों का मानसिक विकास प्रभावित होता है साथ ही समय पर पहचान नही होने से उनके ईलाज में भी बड़ी परेशानी होती है। बाद में ऐसे ईलाज में काफी पैसा भी खर्च होता है। इस अभियान में स्कूल शिक्षा विभाग के समन्वय से स्कूली बच्चों की आंखो और कानो की विशेष रूप से जांच की जाएगी। आंखो में कम दिखने की विकृति वाले बच्चों को जिला प्रशासन द्वारा उपयुक्त नंबर के चश्में भी निःशुल्क दिए जाएंगे। इसी प्रकार कान की विकृति पर बच्चों को सही ढंग से सुनने के लिए उपयुक्त मशीन आदि भी दी जाएगी।
- रायपुर /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 18 जून को हिदायतउल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह सहित राजधानी में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। निर्धारित दौरा कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री श्री बघेल 18 जून को दोपहर 12ः35 बजे से राजधानी के ऑडिटोरियम हॉल मेकाहारा में ‘सदगुरू कबीर विश्व शांति मिशन‘, छत्तीसगढ़ संत संगठन के तत्वाधान में आयोजित सदगुरू कबीर स्मृति महोत्सव में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री इसके पश्चात दोपहर 3 बजे मुख्यमंत्री निवास से प्रस्थान कर 3ः20 बजे ट्रीपल आई टी आडिटोरियम नवा रायपुर पहुुंचेंगे और वहां आयोजित हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के 6 वां दीक्षांत समारोह में भाग लेंगें। मुख्यमंत्री श्री बघेल शाम 5ः30 बजे नवा रायपुर से प्रस्थान कर 5.50 बजें होटल वीडब्यू कैन्यान पहंुचेंगें और वहां बी.एस.टी.व्ही. मध्यभारत के कार्यक्रम ‘‘नवा बिहान - नवा छत्तीसगढ़‘‘ में शामिल होंगें।
- रायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में अध्यक्ष श्री राधेश्याम विभार के नेतृत्व में आए उत्कल महासभा रायपुर के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को आगामी 20 जून को राजधानी रायपुर के गायत्री नगर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में आयोजित होने वाले भगवान श्री जगन्नाथ महाप्रभु जी के रथयात्रा महोत्सव में शामिल होने का आमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने भगवान श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा में आमंत्रण हेतु उत्कल महासभा रायपुर के प्रति आभार जताया। इस अवसर पर श्री श्यामलाल कुलदीप, श्री लक्ष्मण बघेल, श्री राजू दुर्गा, श्री अजय नन्द सहित उत्कल महासभा रायपुर के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
- -भेंट-मुलाकात के दौरान बस्तर संभाग में जिन ग्रामीणों के घर मुख्यमंत्री ने भोजन किया, उन्हें आज अपने निवास पर कराया भोज-भोजन की टेबल के पास पहुॅचकर ग्रामीणों से पूछा घर परिवार का हाल-चालरायपुर / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में प्रदेश की विधानसभाओं में पहुंचकर वहां लोगों से प्रत्यक्ष मुलाकात की थी और शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी स्थिति जानी थी। इस दौरान उन्होंने विधानसभा क्षेत्र के ही ग्रामीण परिवारों के साथ उनका पारंपरिक भोजन किया था। ग्रामीण परिवारों ने भी अपने घर में मुख्यमंत्री का पारंपारिक तरीके से स्वागत किया और भोजन के दौरान मुख्यमंत्री से घर परिवार की बात की थी। आज मुख्यमंत्री ने मेजबान बनके बस्तर संभाग के इन्ही ग्रामीण परिवारों को अपने घर दोपहर भोज पर आमंत्रित किया और शानदार मेहमान नवाजी की।इस अवसर पर संसदीय सचिव श्री रेखचंद जैन, विधायक श्री मोहन मरकाम, विधायक श्री चंदन कश्यप, विधायक श्री राजमन बेंजाम, विधायक श्री विक्रम मंडावी, विधायक श्री अनूप नाग सहित बस्तर संभाग के अनेक जनप्रतिनिधि, सरपंचगण उपस्थित थे।मुख्यमंत्री ने अपने निवास में बस्तर से आये मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में जब हम लोग बस्तर गए थे, तब बहुत से साथियों के घर मैने भोजन किया था। आप लोगों ने बड़े अपनत्व और स्नेह के साथ स्वादिष्ट भोजन कराया था। आज आप लोग मुख्यमंत्री निवास में आये है, आप सभी का अभिनंदन है। आज मुझे भी आप लोगों को अपने निवास पर आमंत्रित कर स्वागत का अवसर मिला। आपके साथ परिवार के लोग और बच्चे भी आए है, आप सभी का स्वागत है।मुख्यमंत्री ने स्वयं भोजन की टेबल पर जाकर ग्रामीणों से आत्मीयता के साथ मुलाकात की और उनका कुशल क्षेम पूछा, घर परिवार की बात की। मुख्यमंत्री निवास में मेहमानों को अनेक स्वादिष्ट व्यंजनों के साथ लाई बड़ी, रमकेलिया कढ़ी, लौकी की खीर, मावा बाटी भी परोसी गयी।मुख्यमंत्री ने कहा कि आप लोगों ने भेंट-मुलाकात के दौरान नयी नयी सब्जी-भाजी बनाया और बहुत प्यार से आपने मुझे खिलाया। पखांजूर में आश्रम में ही भोजन की व्यवस्था थी। आज यहाँ भानूप्रतापपुर, सुकमा, कोंडागांव सहित बस्तर संभाग की सभी विधान सभा के हमारे साथी यहां आए हैं सबका स्वागत है। सबके घर में मैंने नमक खाया है तो मैंने सोचा कि मुख्यमंत्री निवास में सभी लोगों को बुलाकर भोजन कराऊँ। सरगुजा और रायपुर संभाग के लोगों को भी मैंने बुलाया था हर संभाग के लोगों को बुलाकर विधायक, जनप्रतिनिधियों, सरपंच और जिनके परिवार में मैंने भोजन किया है उन सभी को यहां आमंत्रित किया है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि भेंट मुलाकात का कार्यक्रम हमने पिछले वर्ष 4 मई से शुरू किया था इसे 1 वर्ष हो गया और आज 17 जून है। बहुत बढ़िया भेंट मुलाकात कार्यक्रम हुआ और बहुत सारे लोग लोगों से बात भी हुई। योजनाओं की मैदानी स्थिति के बारे में भी जानकारी हुई, विकास कार्यों की मांग भी हुई, उनकी भी मैंने घोषणा की और उसके बाद फिर समाज के लोगों से मुलाकात हुई। आज मुख्यमंत्री निवास में सभी पूरे परिवार के साथ, अपने माता-पिता और बच्चों के साथ आए हुए हैं। उन्होंने आतिथ्य स्वीकार करने के लिए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।कांति मंडावी घर से बना कर मुख्यमंत्री के लिए लायी स्वादिष्ट मूॅग-बड़ामुख्यमंत्री ने भोजन कर रहे केशकाल विधानसभा के ग्राम धनोरा से आए श्री सुरेंद्र मंडावी से बात करते हुए कहा कि आपके यहां हम सभी ने आंगन में बैठकर भोजन किया था। मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा पूछे जाने पर कि आप यहां पहली बार आए हैं, कैसा लग रहा है। श्री मण्डावी ने प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने बताया कि वे आज यहाँ अपनी पत्नी, भाभी और बच्चों के साथ आये हैं। श्रीमती कांति मण्डावी मुख्यमंत्री के लिए घर से बनेे मूॅग-बड़े लाई थीं। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बड़ी आत्मीयता से मूंग-बड़ों का स्वाद चखा और उनकी इस स्नेह भरी भेंट के लिये उन्हें धन्यवाद दिया।
- रायपुर / छत्तीसगढ़ में लघु वनोपज आधारित विकास कार्यों की प्रगति में वित्तीय वर्ष 2022-23 अंतर्गत वृत्त तथा वन मंडलवार जगदलपुर शीर्ष पर है। राज्य के सभी 6 वन वृत्तों और वन मंडलों में लघु वनोपज आधारित विकास कार्यों के रैंकिंग में जगदलपुर को प्रथम स्थान हासिल हुआ है।प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ श्री अनिल राय से प्राप्त जानकारी के अनुसार इनमें वृत्तवार प्रथम जगदलपुर के पश्चात रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, कांकेर तथा सरगुजा का स्थान है। इसी तरह जिला यूनियनवार रैंकिंग में प्रथम जगदलपुर के पश्चात कटघोरा तथा बालोद का स्थान है। इसके पश्चात क्रमशः बलौदाबाजार, धमतरी, गरियाबंद, कवर्धा, दंतेवाड़ा, पूर्व भानुप्रतापपुर, राजनांदगांव, कांकेर, बिलासपुर, महासमुंद, बलरामपुर, सुकमा तथा धरमजयगढ़ का स्थान है। इसी तरह खैरागढ़, बीजापुर, कोरबा, नारायणपुर, सूरजपुर, रायगढ़, दक्षिण कोण्डागांव, सरगुजा, जशपुर, मनेन्द्रगढ़, पश्चिम भानुप्रतापपुर, केशकाल, कोरिया तथा मरवाही का स्थान है। इनमें लघु वनोपज आधारित विकास कार्यों के अंतर्गत संग्रहण, प्रसंस्करण, विपणन, लाख पालन, औषधि परियोजना तथा वित्तीय प्रगति के आधार पर प्रत्येक वृत्त और जिला यूनियन द्वारा किए कार्यों की समीक्षा कर उक्त रैंक निर्धारित की गई है।
- रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 18 जून को रानी लक्ष्मी बाई के बलिदान दिवस पर उनकी वीरता, साहस और देशभक्ति को नमन किया है। श्री बघेल ने कहा है कि झांसी की रानी ने मातृ भूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। वह सच्चे अर्थों में वीरांगना थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि रानी लक्ष्मी बाई शौर्य और नारी शक्ति की मिसाल हैं, उनका व्यक्तित्व केवल महिलाओं के लिए ही नहीं पूरे समाज तथा देश के लिए प्रेरणा स्रोत है। file photo
- -देश का इकलौता राज्य जहां समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा मिलेट्स-डेढ़ लाख हेक्टेयर में होगी चालू खरीफ सीजन में मिलेट की बोनीरायपुर / छत्तीसगढ़ देश का मिलेट हब बन रहा है। यहां राज्य सरकार द्वारा मिलेट की खेती को प्रोत्साहन देने के फलस्वरूप किसानों का रूझान कोदो, कुटकी और रागी की खेती की ओर तेजी से बढ़ रहा है। राज्य में मिलेट की खेती को बढ़ावा देने के लिए मिलेट मिशन भी प्रारंभ किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा वर्ष 2021-22 में 16.03 करोड़ रूपए का 5 हजार 273 टन मिलेट और वर्ष 2022-23 में 39.60 करोड़ रूपए का 13 हज़ार 05 टन मिलेट समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है। राज्य में खरीफ वर्ष 2023 में मिलेट्स की खेती का रकबा 96 हजार हेक्टेयर से बढ़ाकर 01 लाख 60 हजार हेक्टेयर करने का लक्ष्य रखा गया है।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल मिलेट्स की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जा रही है। छत्तीसगढ़ देश का इकलौता राज्य है, जहां कोदो, कुटकी और रागी की समर्थन मूल्य पर खरीदी के साथ-साथ इसके वैल्यू एडिशन का काम भी किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा कोदो-कुटकी की समर्थन मूल्य पर 03 हजार प्रति क्विंटल तथा रागी की खरीदी 3 हज़ार 377 रूपए प्रति क्विंटल तय की गई है। बीते सीजन में बीते सीजन में किसानों ने समर्थन मूल्य पर 34 हज़ार 298 क्विंटल मिलेट्स 10 करोड़ 45 लाख रूपए में बेचा था।डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम अमलीडीह के कृषक श्री बल्लूराम ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजनांतर्गत धान के बदले 1 हेक्टेयर में रागी की फसल लगाई। जिसमें शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजनांतर्गत तैयार वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग किया तथा रागी फसल का बीज भी कृषक को निःशुल्क प्रदाय किया गया। जिसमें फसल कटाई के बाद 12 क्विंटल उत्पादन प्राप्त हुआ तथा रागी को विक्रय कर उन्हें राशि 68 हजार रूपए आय प्राप्त हुई। बल्लूराम ने बताया कि लागत और मुनाफा की तुलना उसके परम्परागत धान की फसल से करने पर उनका मुनाफा लगभग डेढ़ गुना अधिक प्राप्त हुआ है। अब प्रत्येक वर्ष अधिक से अधिक रकबे में रागी फसल लेंगे।देश के कई आदिवासी इलाकों में मोटे अनाज का काफी समय से प्रयोग किया जाता रहा है। यह स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत फायदेमंद है, इसलिए अब दूसरे इलाकों में भी इन अनाज का काफी इस्तेमाल किया जा रहा हैै। एक्सपर्ट के मुताबिक कोदो, कुटकी और रागी को प्रोटीन व विटामिन युक्त अनाज माना गया है। इसके सेवन से शुगर बीपी जैसे रोग में लाभ मिलता है। सरगुजा और बस्तर के आदिवासी संस्कृति व खानपान में कोदो, कुटकी, रागी जैसे फसलों का महत्वपूर्ण स्थान है।गौरतलब है कि मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देने के मामले में छत्तीसगढ़ राज्य को राष्ट्रीय स्तर का पोषक अनाज अवार्ड 2022 सम्मान भी मिल चुका है। राज्य में मिलेट्स उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए इसको राजीव गांधी किसान न्याय योजना में शामिल किया गया है। मिलेट्स उत्पादक कृषकों को प्रोत्साहन के लिए प्रति एकड़ के मान से 9 हजार रूपए की आदान सहायता भी दी जा रही है। मिलेट्स की खेती में कम पानी और कम खाद की जरूरत पड़ती है। जिसके फलस्वरूप इसकी खेती में लागत बेहद कम आती है और उत्पादक कृषकों को लाभ ज्यादा होता है।राज्य में मिलेट की खेती को प्रोत्साहन, किसानों को प्रशिक्षण, उच्च क्वालिटी के बीज की उपलब्धता तथा उत्पादकता में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए राज्य में मिलेट मिशन संचालित है। 14 जिलों ने आईआईएमआर हैदराबाद के साथ छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के प्रयास से मिलेट मिशन के अंतर्गत त्रिपक्षीय एमओयू भी हो चुका है। छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन के तहत मिलेट की उत्पादकता को प्रति एकड़ 4.5 क्विंटल से बढ़ाकर 9 क्विंटल यानि दोगुना किए जाने का भी लक्ष्य रखा गया है।
- रायपुर । रायपुर पुलिस ने सोशल मीडिया में वायरल वनरक्षक भर्ती हेतु रकम की मांग करने वाली महिला आरोपी श्वेता देवांगन गिरफ्तार किया है।प्रार्थी साधेलाल बंजारे ने थाना तेलीबांधा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह वन परिक्षेत्र रायपुर छ.ग. में वन परिक्षेत्राधिकारी के पद पर कार्यरत है। वर्तमान में पूरे छ.ग. राज्य में वन विभाग में शासन द्वारा सीधी भर्ती के तहत वन रक्षको की भर्ती प्रकिया से सबंधित शारीरिक परीक्षण का क्रियान्वयन किया जा रहा है वन विभाग के द्वारा नियमानुसार अधिकृत तटस्थ (Neutral) एजेंसी के द्वारा वर्तमान में शारीरिक परीक्षण लिया जा रहा है। दिनांक 15.06.2023 को सोशल मिडिया के माध्यम से भ्रामक स्टींग ऑपरेशन के नाम से अफवाहें फैल रही थी तथा सोशल मिडिया में प्रसारित हो रही थी कि मंगलम सर्विसेस रूम नंबर 506 शुभम कॉर्पोरेट तेलीबांधा रायपुर के संचालिका द्वारा वन विभाग में भर्ती कराने के लिये 1,50,000 रूपये एडवांस व नियुक्ति सूची में लाने के लिये 5,00,000 रूपये मांगे जाने की एवं मुझे 17 लोगो का टारगेट मिला है जिसमें से 13 लोगो से बातचीत कर सेटल हो गया कहते हुये एक लडकी की विडियो वायरल हुआ था। इस घटना से वन विभाग मे हो रही भर्ती प्रकिया के सबंध में लोगो में तरह तरह की भ्रांतियां हो रही है विभाग की बदनामी हो रही थी। जिस पर महिला आरोपी के विरूद्ध थाना तेलीबांधा में अपराध क्रमांक 358/2023 धारा 420 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय श्री प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर/अपराध श्री अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन श्री मनोज धु्रव, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना प्रभारी तेलीबांधा को महिला आरोपी की पतसाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना तेलीबांधा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ करते हुए प्रकरण में महिला आरोपी श्वेता देवांगन की पतासाजी कर पकड़ा गया।पूछताछ में महिला आरोपी श्वेता देवांगन ने बताया कि वह बेरोजगारों को प्रायवेट नौकरी दिलवाती है तथा उसका वन विभाग के किसी भी अधिकारी या अन्य किसी भी उच्चाधिकारी से कोई सम्पर्क नहीं है उसने वन विभाग में वन रक्षक के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर 03 लोगों से कुल 4,50,000/- रूपये लिया था तथा रकम को अपने पास रखी थी यदि आवेदकों का नौकरी लग जाता तो वह रूपयों को स्वयं रख लेती और नौकरी नही लगता तो वह उन रूपयों को संबंधित व्यक्तियों को वापस कर देती। वर्तमान में छ.ग. शासन द्वारा विभिन्न विभागों के विभिन्न पदो पर भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया गया है जिसमें महिला आरोपी लोगों को नौकरी लगाने का झांसा देते हुए अपना शिकार बना रही थी।महिला आरोपी श्वेता देवांगन को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से घटना से संबंधित लैपटॉप, कम्प्यूटर, वनरक्षक भर्ती संबंधित आवेदन एवं फॉर्म, 01 नग मोबाईल फोन, 01 नग रजिस्टर जिसमें अलग-अलग नौकरी के संबंध में मिलने वालों की जानकारी, विभिन्न विभागों के फॉर्म एवं आवेदन तथा अन्य दस्तावेज जप्त कर महिला आरोपी श्वेता देवांगन के विरूद्ध कार्यवाही किया गया।गिरफ्तार महिला आरोपी- श्वेता देवांगन पिता स्व. मदन लाल देवांगन उम्र 24 साल निवासी अमलीडीह थाना न्यू राजेन्द्र नगर रायपुर।
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*-आजीविका गतिविधि के उद्देश्य से किया गया सरोवर का निर्माण*
*-अमृत सरोवर में आम, जाम, जामुन, पीपल एवं बरगद इत्यादि पौधों का रोपण किया जाएगा*
दुर्ग / जिले के विकासखंड धमधा अंतर्गत ग्राम पंचायत पथरिया में 3.3 एकड़ के क्षेत्र में विस्तृत अमृत सरोवर का नवीनीकरण कार्य किया गया है। लगभग 25 वर्ष पुराने इस तालाब को गांव के लोग हार्वेस्टिंग तालाब के नाम से जानते है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण योजना के तहत 10 लाख रू. की लागत से 3.3 एकड़ में सरोवर नवीनीकरण का कार्य किया गया है। तालाब से गंदगी निकालकर इसके सुंदरीकरण अंतर्गत गहरीकरण, पचरी निर्माण, इनलेट व आउटलेट निर्माण इत्यादि कार्य किया गया है। वर्तमान में भीषण गर्मी होने के बावजूद तालाब में पानी लबालब भरा हुआ है। तालाब की लम्बाई 130 मीटर एवं जल संचय क्षमता 19500 क्यू.बी मीटर है। नवीनीकरण से सिंचित एरिया में 3.3 एकड़ की वृद्धि हुई है।
अमृत सरोवर निर्माण में योजनांतर्गत प्रतिदिन 336 श्रमिकों के अलावा ग्राम विकास समिति की भी सहभागिता रही है। लगभग 25 साल पुराने इस तालाब के नवीनीकरण हेतु मनरेगा योजना के तहत सर्व सम्मति से इसे प्रस्ताव में शामिल किया गया। चूंकि उक्त तालाब में साफ-सफाई के अभाव में पानी गंदा हो जाता था। मनरेगा योजना के तहत 10 लाख रूपये की स्वीकृति मिलने से ग्रामीणों में भी नयी ऊर्जा का संचार हुआ। जल संरक्षण एवं संवर्धन के साथ यह तालाब ग्रामीणों की आजीविका गतिविधियों में भी मददगार रहा। भारत सरकार के गाइडलाईन अनुसार निर्मित सरोवर में नीम, पीपल एवं बरगद के लगभग 160 पौधों का रोपण किया गया है। पंचायत एवं ग्राम विकास समिति की सहभागिता से सरोवर के चारों ओर बांस से निर्मित तीस नग मचान, पौधों की सुरक्षा व्यवस्था हेतु 160 नग ट्रीगार्ड लगाया गया है। तालाब के सामने वाले भाग में कांक्रीटकरण कार्य, दीवाल में आकर्षक पेंटिंग के माध्यम से सरोवर को लुभावना बनाया गया है।
गांव वालों का कहना है कि यह सरोवर गांव में पानी की समस्या का निदान है। अमृत सरोवर ग्रामीण लोगों के लिए आजीविका का साधन साबित हुआ है। स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा यहां मत्स्य पालन का कार्य किया जा रहा हैं। जिससे समूह की महिलाएं स्वरोजगार प्राप्त कर आत्मनिर्भरता की कहानी गढ़ रही है। तालाब से तुलाराम, कुंजबिहारी, जगराखन साहू, जनजीवन साहू, कृष्णा साहू एवं गगांराम सहित आस-पास के 10 किसानों को भी सीधे लाभ मिल रहा है। -
*संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सामान्य / सार्वजनिक अवकाश घोषित*
*शुष्क दिवस 25 जून की शाम पाँच बजे से मतदान दिवस तक*
*मतगणना के लिए 30 जुन को रहेगा शुष्क दिवस*
दुर्ग/ छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम अनुसार प्रदेश के सात ज़िलों के आठ नगरीय निकायों में रिक्त आठ पार्षद पदों के लिए आगामी 27 जून को मतदान होना है । इसके मद्देनज़र राज्य शासन ने उक्त दिवस संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सार्वजनिक / सामान्य आकाश घोषित किया है । इन जगहों में होने वाले चुनाव के तहत 25 जून की शाम पाँच बजे से मतदान दिवस याने 27 जून तक शुष्क दिवस भी घोषित किया गया है। इसके साथ ही मतगणना के लिए 30 जून को भी शुष्क दिवस रहेगा।
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*-नगर पालिकाओं के उप निर्वाचन के लिए मतदाता पहचान पत्र के तौर पर*दु
.दुर्ग छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगर पालिकाओं के उप निर्वाचन 2023 के लिए जारी कार्यक्रम के अनुसार आगामी 27 जून को आठ नगरीय निकायों में वार्ड पार्षद के रिक्त आठ पदों के लिए मतदान होना है । मतदान के समय मतदाताओं की पहचान सुगम बनाने के लिए 18 प्रकार के दस्तावेज़ों का इस्तेमाल किया जा सकता है । मतदाता इनमें से किसी एक दस्तावेज़ को मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी/ निमित्त प्राधिकृत मतदान अधिकारी के सामने प्रस्तुत कर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकता है ।
मतदान के समय मतदाता पहचान पत्र के तौर पर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदाय किया गया मतदाता परिचय पत्र, बैंक/डाकघर फोटोयुक्त पासबुक, पासपोर्ट, पैन कार्ड, आधार कार्ड तथा राज्य/केन्द्र सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम या स्थानीय निकाय द्वारा उनके अधिकारी एवं कर्मचारियों को जारी किया गया फोटोयुक्त पहचान-पत्र का उपयोग कर सकते हैं। इसी प्रकार फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, मनरेगा जॉब कार्ड, फोटोयुक्त स्वास्थ्य बीमा योजना (स्मार्ट) कार्ड, ड्राइविंग लायसेंस, स्वतंत्रता सेनानी फोटोयुक्त पहचान-पत्र, केन्द्रीय अथवा राज्य माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा जारी दसवीं एवं बारहवीं की फोटोयुक्त अंकसूची का उपयोग किया जा सकता है। बार कौंशिल द्वारा अधिवक्ताओं को जारी फोटोयुक्त परिचय पत्र, फोटोयुक्त विकलांगता प्रमाण-पत्र, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी वैध फोटोयुक्त राशन कार्ड, महाविद्यालय अथवा विद्यालय द्वारा जारी फोटोयुक्त छात्र पहचान-पत्र एवं फोटोयुक्त शस्त्र लायसेंस के साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा तैयार सॉफ्टवेयर एसइसी-इआर द्वारा ऑनलाईन जनरेटेड मतदाता पहचान पर्ची का उपयोग भी मतदाता, पहचान पत्र के रूप में कर सकते हैं ।
- 15 जून तक जिले के कुल 01 लाख 42 हजार 457 राशन कार्डधारियों ने किया राशन का उठावबालोद. सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत जून माह में राशन उठाव के मामले में बालोद जिला पूरे राज्य में प्रथम स्थान पर है। जिला खाद्य अधिकारी श्री तुलसी ठाकुर ने बताया कि 15 जून 2023 तक बालोद जिले के कुल 01 लाख 42 हजार 457 राशन कार्डधारियों के द्वारा राशन का उठाव कर लिया गया है। जो कि कुल राशन उठाव का 66.24 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत कुल 474 शासकीय उचित मूल्य की दुकाने संचालित है। कुल संचालित 474 उचित मूल्य की दुकानों से माह जून 2023 हेतु प्रचलित कुल 02 लाख 15 हजार 168 राशन कार्डधारियों को राशन का वितरण किया जाना है। श्री ठाकुर ने बताया कि गत माह में जिले में अधिकतम 93 से 94 प्रतिशत राशनकार्डधारी द्वारा राशन का उठाव किया गया है, कुछ एपीएल राशनकार्डधारी के द्वारा चावल का उठाव नहीं किया जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे हितग्राही जिनके द्वारा माह जून 2023 का राशन उठाव नहीं किया गया है, वे संबंधित शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से समय पूर्व राशन प्राप्त कर सकते हंै। उन्होंने निर्बाध रूप से राशन प्राप्त करने हेतु शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में आधारकार्ड के साथ पहुंचकर अपना एवं अपने परिवार का अनिवार्य रूप से ई-केवायसी कराने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा शासकीय उचित मूल्य दुकानों के संचालकों के द्वारा सुबह एवं सायं काल को घर-घर जाकर ई-केवायसी की कार्रवाई की जा रही है।
- बालोद ..परिवहन विभाग जिला बालोद के द्वारा जिले में संचालित सभी शासकीय एवं निजी स्कूलों में उपलब्ध बसों की जाँच जिला परिवहन कार्यालय मैदान में 19 जून सोमवार को सुबह 10 बजे से किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली एवं परिवहन आयुक्त छत्तीसगढ़ शासन द्वारा नए शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के पूर्व सभी शासकीय एव निजी स्कूलों में उपलब्ध बसों की जाँच करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला परिवहन अधिकारी ने बताया कि इस दौरान सभी शासकीय एवं निजी स्कूलों में उपलब्ध बसों के साथ-साथ चालक एवं परिचालकों का भी स्वास्थ्य परीक्षण स्वास्थ्य विभाग, यातायात विभाग एवं परिवहन विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। उन्होंने सभी स्कूल संचालकों को स्कूल बसों के समस्त दस्तावेजों के साथ निर्धारित तिथि, समय एवं स्थान पर उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं। उन्होेंने कहा कि इस दौरान स्कूल प्रबंधकों द्वारा जाँच हेतु बस उपलब्ध नहीं कराए जाने पर उक्त बसों का पंजीयन निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
- -बिरकौनी गौठान में दोना पत्तल बनाकर महिलाएं बन रही हैं स्वावलंबीरायपुर । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए रोजगार और आय के साधन उपलब्ध कराने के लिए गांव के गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है जहां विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। योजना के तहत प्रथम चरण में प्रत्येक विकासखण्ड में दो गौठानों का चयन किया गया है।ग्रामीण आजीविका पार्क में ग्रामीणों को आजीविका संवर्धन के लिए शासन की ओर से मूलभूत सुविधाएं, आधारभूत संचरना जैसे आंतरिक सड़क, विद्युत, जल एवं नाली व्यवस्था, वर्कशेड, भण्डारण, प्रशिक्षण, मार्केटिंग सपोर्ट, तकनीकी मार्गदर्शन इत्यादि उपलब्ध कराए जा रहे हैं। योजना में इच्छुक स्थानीय युवाओं, स्व-सहायता समूहों का चिन्हांकन कर उद्यमियों को बिजनेस प्लान के आधार पर मशीनरी तथा बैंक से ऋण, विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत पात्रतानुसार अनुदान, सब्सिडी अथवा शून्य ब्याज दर पर ऋण लेने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है जिससे गौठानों में स्थापित ग्रामीण औद्योगिक केन्द्रों में काम करने वाले ग्रामीण युवा उद्यमियों के सपनों को एक नया आयाम मिल रहा है।ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए इंडस्ट्रियल पार्क बन रहा है अतिरिक्त आय का साधनमहासमुंद जिले के बिरकोनी गौठान में महिला स्व-सहायता समूह दोना पत्तल बनाने के काम से जुड़कर आमदनी में वृद्धि कर आत्मनिर्भर बन रही है। नारी शक्ति स्व-सहायता महिला समूह में 10 महिलाएं है। पहले समूह की महिलाएं सिर्फ पैसा बचत करने तक ही सीमित थी। लेकिन हाल ही में बिरकोनी गौठान में महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) के अंतर्गत स्थापित उद्यम महिलाओं ने दोना पत्तल बनाने का काम शुरू किया। समूह की ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर (बीपीएम) सुश्री रेखा रानी नगपुरे ने बताया कि पहले यह कार्य ग्राम संगठन द्वारा किया जाता था। ग्रामीण आजीविका मिशन से मदद मिली वहीं अब रीपा के तहत स्थापित दोना पत्तल मशीन के आ जाने से काफी सहूलियत हुई है।हाल ही में रीपा में दोना पत्तल की मशीन लगायी गयी है। प्रशासन से प्रशिक्षण के बाद काम शुरू किया गया है। अभी गांव व आसपास के क्षेत्रों में होने वाली शादी में 25 हज़ार से ज़्यादा दोना-पत्तल बेच कर 15 हज़ार रूपए का मुनाफ़ा हुआ है। समूह द्वारा तैयार किया गया दोना पत्तल की मांग आसपास के गांव तथा शहर में की जा रही है। समूह की महिलाओं ने कहा उनका दोना पत्तल का काम काफी अच्छे से चल रहा है। इससे समूह को काफी फायदा हो रहा है।
- -यूज्ड वॉटर फीकल स्लज प्रबंधन विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में शामिल हुए नगरीय प्रशासन मंत्रीरायपुर /नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया यूज्ड वॉटर ‘फीकल स्लज प्रबंधन’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ किया। कार्यशाला नवा रायपुर, अटल नगर स्थित एक निजी होटल में नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग, यूनिसेफ तथा भारत सरकार आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के संयुक्त तत्वाधान में 15 और 16 जून को आयोजन किया गया।मंत्री डॉ. डहरिया ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि यूज्ड वॉटर ‘फीकल स्लज मैनेजमेंट’ के माध्यम से राज्य को आगे आने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा नगरीय निकायो का मुख्य कार्य शहरी नागरिकों को मूलभून सुविधा उपलब्ध कराना है। विभाग सड़क, बिजली, पानी, साफ-सफाई सहित अनेक अन्य ऐसे कार्य करती है, जिससे शहरवासियों की समस्याओं का निराकरण हो सके। उन्हांेने सीवरेज तथा फीकल स्लज़ ट्रीटमेंट के छत्तीसगढ़ मॉडल का अध्ययन कर अपने राज्यों के बेस्ट प्रैक्टिस साझा करने का आग्रह किया। उन्होंने सभी राज्यों को इस कार्यशाला में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यशाला के दूसरे दिन निमोरा में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तथा कुम्हारी में फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का साइट विजिट में शामिल होकर छत्तीसगढ़ के प्रयासों का अवलोकन करने का आग्रह किया। उद्घाटन कार्यक्रम के अन्त में उन्होंने छत्तीसगढ़ को यूज्ड वॉटर तथा सेप्टेज मैनेजमेंट में देश का अग्रणी राज्य बनाने का आवाहन किया।नगरीय प्रशासन मंत्री कहा कि पहले तालाबों का पानी काफी साफ होते थे, लेकिन अब सीवरेज का पानी सीधे तालाबों में आने से पानी की गुणवत्ता खराब हुई है। अतः सीवरेज के पानी को ट्रीटमेंट करने की जरूरत है। मंत्री डॉ. डहरिया ने उपस्थित नगरीय निकाय के अधिकारियों से कहा कि तालाबों की नियमित साफ-सफाई और सौन्दर्यीकरण करना चाहिए। विशेष रूप से जिस तालाब में सीधे सीवरेज का पानी जाता है, वहां और ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।इस दो दिवसीय कार्यशाला में प्रथम दिन हरियाणा, महाराष्ट्र, उड़ीसा राज्यों के प्रतिनिधियों द्वारा उनके राज्य के नगरीय निकायों में फीकल स्लज और यूज्ड वाटर मैनेजमेंट के क्षेत्र में किए गए अनुकरणीय कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया गया। साथ ही सेंट्रल पब्लिक हेल्थ एंड इंजीनियरिंग ऑर्गेनाइजेशन द्वारा भी प्रस्तुतीकरण दी गई। मध्यप्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, असम, सिक्किम और यूनिसेफ के प्रतिनिधियों के साथ पैनल डिस्कशन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। कार्यशाला के दूसरे दिन 16 जून को रायपुर के निमोरा स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और कुम्हारी नगर पालिका ने एफएसटीपी का साइट विजिट किया गया।कार्यशाला में 21 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 75 प्रतिनिधियों के साथ साथ भारत सरकार, यूनिसेफ, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फंडेशन, सेंटर ऑफ साइंस एंड एनवायरनमेंट सहित देश की विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।कार्यशाला में नगरीय प्रशासन विभाग के विशेष सचिव डॉ अय्याज भाई तंबोली, संचालक डॉ सारांश मित्तर, सीईओ सूडा श्री सौमिल रंजन चौबे, यूनिसेफ के कंट्री हेड पाऊलोस वॉर्कहेन, यूनिसेफ के छत्तीसगढ़ प्रमुख जॉब जकारिया, भारत सरकार से वी के चौरसिया, ज्वाइंट एडवाइजर, रोहित कक्कड़ डिप्टी एडवाइजर सहित सभी नगर निगमों के आयुक्त, नगर पालिकाओं के मुख्य नगरपालिका अधिकारी और विभागीय तथा यूनिसेफ के अधिकारी उपस्थित थे।
- -वन मंत्री श्री अकबर के निर्देश पर हुई कार्यवाही-प्रतिभागियों को भ्रामक अफवाहों से सावधान रहने की अपीलरायपुर /वन विभाग में भर्ती के संबंध में सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे भ्रामक वीडियो से अभ्यर्थियों को सावधान रहने की अपील की गई है। वन विभाग की ओर से सभी प्रतिभागियों को आश्वस्त किया गया है कि वनरक्षक पद की भर्ती प्रक्रिया पूर्णतः निष्पक्ष और पारदर्शीता के साथ सम्पन्न कराई जा रही है। अभ्यर्थियों के फिजिकल परीक्षण के उपरांत लिखित परीक्षा व्यापम के माध्यम से होगी। परीक्षा के आधार पर वनरक्षक का अंतिम चयन किया जाएगा।सोशल मीडिया में वन रक्षक भर्ती के संबंध में भ्रामक खबर के संज्ञान में आने पर वन मं़त्री श्री मोहम्मद अकबर ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उनके निर्देश पर वनमंडल रायपुर द्वारा परिक्षेत्र अधिकारी ने इस संबंध में तेलीबांधा रायपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराया है। साथ ही वन विभाग द्वारा अभ्यर्थियों को किसी भी भ्रामक अफवाहों एवं असामाजिक तत्वों की कूटरचना में प्रतिभागी झांसे में नहीं आने की अपील भी की गई है। इसके अलावा ऐसे समस्त भ्रामक अफवाहों एवं जानकारी प्राप्त होने पर तत्काल संबंधित थाना क्षेत्र में शिकायत दर्ज कराने कहा गया है। गौरतलब है कि वनरक्षक पद पर मंगलम सर्विसेस शुभम कारपोरेट द्वारा वन विभाग में भर्ती कराने की बात बोलकर रकम की मांग किये जाने संबंधी भ्रामक वीडियों शोसल मीडिया में 15 जून 2023 से प्रसारित हो रहा था।
- -20 जून तक प्रस्तुत करना होगा प्रमाण पत्ररायपुर / छत्तीसगढ़ में शिक्षक भर्ती 2023 के अंतर्गत सहायक शिक्षक, शिक्षक एवं व्याख्याता की भर्ती प्रक्रियाधीन है। इस संबंध में 4 मई 2023 को विज्ञापन जारी किया गया था। इस भर्ती में राज्य शासन ने अतिथि शिक्षकों को बोनस अंक दिए जाने का निर्णय लिया है। निकट भविष्य में इन पदों पर भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभ होने वाली है। लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा इस संबंध में सभी अतिथि शिक्षकों को सूचित किया है कि वे 20 जून 2023 तक कार्यालयीन समय में बोनस अंक हेतु अपना प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सकेंगे। निर्धारित तिथि एवं समय के पश्चात प्रस्तुत प्रमाण पत्र पर किसी भी प्रकार से विचार नहीं किया जाएगा और बोनस अंक दिया जाना संभव नहीं हो पाएगा। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के आदेशानुसार प्रदेश में शिक्षकों के 12 हजार 489 पदों पर भर्ती की जा रही है।लोेक शिक्षण संचालनालय द्वारा इस संबंध में 12 मई 2023 को पत्र जारी कर बोनस अंक दिए जाने की विस्तृत प्रक्रिया निर्धारित की गई थी। इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश भी दिए थे। जिसमें शिक्षा विभाग के स्कूलों में कार्यरत अतिथि शिक्षक को प्रत्येक वर्ष के लिए 2 बोनस अंक तथा अधिकतम 10 अंक संचालक लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा प्रमाण पत्र जारी किए जाने पर दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा इस संबंध में अतिथि शिक्षकों को प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया निर्धारित करते हुए जिला शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने कहा है। यह भी स्पष्ट किया गया है कि किसी भी शैक्षणिक सत्र में एक वर्ष से कम अवधि के अध्यापन के लिए शून्य अंक देय होगा। एक पूर्ण शैक्षणिक सत्र के अध्यापन के लिए 2 अंक देय होगा।
- रायपुर, / छत्तीसगढ़ के प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही. श्रीनिवास राव से शैक्षणिक भ्रमण पर आए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी, देहरादून में प्रशिक्षणरत् भारतीय वन सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों ने अरण्य भवन नवा रायपुर में सौजन्य भेंट की।प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री व्ही. श्रीनिवास राव ने प्रशिक्षु अधिकारियों को सौजन्य भेंट के दौरान छत्तीसगढ़ राज्य में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा किए जा रहे विभिन्न रोजगारमूलक और वनों के संरक्षण, संवर्धन एवं विकास संवंधित कार्यों पर विस्तृत जानकारी दी। उक्त अधिकारियों को छत्तीसगढ़ राज्य में कार्यरत गैर सरकारी संगठन (एन.जी.ओ.) प्रदान के द्वारा 12 जून से 17 जून तक शैक्षणिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इनमें प्रशिक्षु अधिकारी श्री श्रेयश अग्रवाल मध्यप्रदेश संवर्ग, श्री योगेंद्र सिंह महाराष्ट्र संवर्ग तथा श्री प्रफुल्ल अग्रवाल केरल संवर्ग के 2021 बैच के परिवीक्षाधीन भारतीय वन सेवा के अधिकारी शामिल हैं।शैक्षणिक भ्रमण के अंतर्गत प्रशिक्षु अधिकारी, वन, जैव विविधता, वन्य प्राणी, जलवायु परिवर्तन, वनांचल के आदिवासी एवं अन्य ग्रामीणों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए विभिन्न शासकीय योजनाओं से समन्वय स्थापित करते हुए गैर सरकारी संस्थान प्रदान द्वारा किये जा रहे कार्यों का अध्ययन एवं अनुभव प्राप्त कर रहे हैं। इस अवसर पर गैर सरकारी संगठन प्रदान के प्रतिनिधि श्री आशुतोष नंदा उपस्थित थे।
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*शिक्षित बेरोजगारों के लिए 19 जून को जॉब फेयर का होगा आयोजन*
*283 पदों से अधिक पदों पर भर्ती पर मिलेगा अवसर*
रायपुर/ जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र द्वारा 19 जून को जॉब फेयर का आयोजन किया जा रहा है। यह जिला रोजगार कार्यालय पुराना पुलिस मुख्यालाय में प्रातः 11 बजे से 2 बजे तक आयोजित होगा। इस प्लेसमेंट कैम्प का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के स्थानीय शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना है।
जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र के उपसंचालक ने बताया कि इस कैम्प के माध्यम से गिन्नी फिलामेंट लिमिटेड मथुरा, मैक्स कारगो सर्विस रायपुर, डीबी कार्प. दैनिक भास्कर रायपुर, विनय टेकएडु प्राईवेट लिमिटेड रायपुर द्वारा भर्ती की जाएगी। कैम्प में 8वीं, 12 वीं, स्नातक, आई.टी.आई., फिटर, डिप्लोमा, एम.बी.ए., एवं बी.टेक आदि शैक्षणिक योग्यता वाले अभ्यार्थियों की भर्ती होगी। विभिन्न संस्थाओं द्वारा भ़र्ती किए जाने वाले पदांे में मशीन ऑपरेटर, अप्रेन्टिसशीप, सेल्स फील्ड, यूनिट अटेंन्डेंन्ट, बिलिंग एक्सीक्यूटिव एवं ड्राईवर, इत्यादि 283 से अधिक पद शामिल है। विभिन्न अनुभव के आधार पर होने वाले पदों का वेतन 8 हजार से 25 हजार प्रतिमाह होगा।
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*एनआईटी में आयोजित युवा संगम कार्यक्रम में नागालैण्ड के युवा श्री अलंग से हुए रूबरू, छत्तीसगढ़ शब्द की उत्पत्ति के बारे में जाना
रायपुर/रायपुर संभागायुक्त श्री संजय अलंग आज एनआईटी में एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत आयोजित युवा संगम कार्यकम में शामिल हुए। उन्होने नागालैंड के एनआईटी सहित विभिन्न शिक्षण संस्थान के विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक-ऐतिहासिक विरासत से परिचित कराते हुए छत्तीसगढ़ के नाम की व्याख्या की। श्री अलंग ने बताया कि छत्तीसगढ का इतिहास गौरवशाली रहा है। यहां कल्चुरी वंश के त्रिपुरी शाखा का आधिपत्य रहा हैं। उन्होने पहले तुम्माण उसके बाद रतनपुर को अपनी राजधानी बनाया। उस समय छत्तीसगढ़ दक्षिणी कोसल के नाम से जाना जाता था, जो कि छोटी-छोटी जमीदारियों में बंटा हुआ था। इसे उन्होंने मांडलिक नाम दिया।श्री अलंग ने बताया कि कल्चुरी राजाओं ने प्रशासनिक सुव्यवस्था स्थापित करने के लिए अपने आधिपत्य वाले क्षेत्र को विभिन्न प्रशासनिक यूनिट में बांटा जिसे ही गढ़ का नाम दिया जो छत्तीसगढ़ के नाम से प्रचलन में आया। कालान्तर मंे अंग्रेजों ने इसे तहसील का नाम दिया जो आज भी प्रशासनिक इकाई मानी जाती है। शिवाजी का उल्लेख करते हुए श्री अलंग ने मराठा साम्राज्य के बारे में बताया। छत्तीसगढ़ में कल्चुरियों के बाद भोसलेे शासक ने शासन किया। मराठा शासको ने अपने सैनिकों को राजस्व वसूली का कार्य दिया। उनके राजस्व का प्रमुख स्रोत टैक्स थे। जिसे सरदेशमुखी और चौथ कहा जाता था। इनके सैन्य अधिकारी जो राजस्व वसूली कर लाते थे। उन्हे मराठा राजाओं के अधिकारी फडवनीस और चिटनीस रिकार्ड रखते थे। संबधित क्षेत्रों से राजस्व वसूली के संगहण के रिकार्ड रखने के दौरन ही शनैःशनैः छत्तीसगढ शब्द़ प्रचलन में आता गया। श्री अलंग ने नागपुर शहर के संस्थापक बख्तबुलंद तथा मवाल समाज के संबंध में रोचक जानकारी शेयर की। उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं को समकालीन समय का उदाहरण देते हुए बताया कि जैसे की आपने बाहुबली फिल्म देखी होगी, उसमें माहिष्मती का जिक्र आता है। संयोग यह है कि कोसल से जुडे ऐतिहासिक वृतांतों में इसके अनेक वर्णन मिलते है। यद्यपि फिल्म में यह काल्पनिक कहानी है।इस अवसर पर वेटलिफ्टर श्री रूस्तम सारंग ने कहा कि उनका और नार्थईस्ट के राज्यों का करीब संबध रहा है। छत्तीसगढ में एक मई बोरे बासी दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में चावल और उनसे बने फरा चीला इत्यादि व्यंजन बनाये जाते है। श्री सारंग ने नागालैंड के छात्र-छात्राओं से छत्तीसगढ़ व्यंजन का स्वाद लेने का आग्रह किया।