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- =शासकीय राशन दुकानों में लगेंगे एकदिवसीय शिविर=कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने कि लोगों से शिविर का लाभ लेने की अपीलबिलासपुर /जिला प्रशासन द्वारा आयुष्मान भारत एवं वय वंदना कार्ड बनाने के लिए 13 अक्टूबर 2025 को एक दिवसीय महाअभियान का आयोजन किया जा रहा है। महाअभियान के अंतर्गत नगर निगम बिलासपुर के 70 वार्डों के सभी शासकीय राशन दुकानों (पीडीएस) में सवेरे 10 बजे से शाम 5 बजे तक शिविर लगाए जाएंगे। शिविर में प्रत्येक सदस्य का अलग-अलग आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए नागरिकों को अपने साथ आधार कार्ड, राशन कार्ड एवं आधार से लिंक मोबाइल नंबर लाना अनिवार्य होगा, ताकि पहचान सत्यापन कर कार्ड बनाया जा सके।इसी प्रकार 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए वय वंदना कार्ड बनाए जाएंगे। जिनके आधार कार्ड में न्यूनतम आयु 70 वर्ष अंकित है, वे इस योजना के पात्र होंगे। साथ ही जो वरिष्ठ नागरिक पहले से सामान्य आयुष्मान कार्ड बनवा चुके हैं, उन्हें भी 70 वर्ष पूर्ण होने पर पुनः केवाईसी कराना आवश्यक है, जिससे उन्हें 5 लाख रुपए तक का अतिरिक्त लाभ प्राप्त हो सके। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने नागरिकों से अपील की है कि अधिक से अधिक लोग इस महाअभियान में भाग लेकर आयुष्मान कार्ड एवं वय वंदना कार्ड बनवाएँ और शिविर का लाभ उठाएं। नगर निगम क्षेत्र में वर्तमान में 1 लाख 54 हजार 493 सदस्य आयुष्मान कार्ड हेतु तथा 16 हजार 504 नागरिक वय वंदना कार्ड हेतु पंजीयन से शेष हैं।
- बिलासपुर/ छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस जिले भर में स्वास्थ्य एवं जागरूकता से जुड़ी गतिविधियों के साथ मनाया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शुभा गरेवाल के मार्गदर्शन में बालिकाओं के स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं सशक्तिकरण से संबंधित विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए।डॉ. गरेवाल ने इस अवसर पर कस्तूरबा गांधी छात्रावास की सभी बालिकाओं को मासिक धर्म स्वच्छता, सिकल सेल एनीमिया एवं अन्य सामान्य बीमारियों से बचाव के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बालिकाओं को स्वास्थ्य सुरक्षा, पोषण एवं नियमित जांच के महत्व पर बल दिया। इस दौरान उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेलपान एवं दैजा का निरीक्षण किया। वहां उन्होंने रजत जयंती समारोह की तैयारियों एवं समस्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा की तथा स्टाफ को निर्देशित किया कि सभी कार्यक्रमों का संचालन सुचारू रूप से करें और संबंधित एंट्री समय पर पोर्टल में पूर्ण करें।बालिका दिवस के अवसर स्वामी आत्मानंद स्कूल में किशोरी बालिकाओं का सिकल सेल स्क्रीनिंग एवं हीमोग्लोबिन परीक्षण किया गया। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लखराम में बालिका दिवस सप्ताह मनाया गया, जिसमें बालिकाओं को स्वास्थ्य शिक्षा एवं स्वच्छता संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गईं।
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-मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में 12 अक्टूबर को मंत्रालय में आयोजित होगी कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस
रायपुर / मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में 12 अक्टूबर को प्रातः 10.30 बजे नवा रायपुर स्थित मंत्रालय (महानदी भवन) में कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाएगी। इस महत्वपूर्ण बैठक में सभी विभागीय सचिव, संभागायुक्त और कलेक्टर शामिल होंगे। कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन, सुशासन की स्थिति और जनसेवा की गुणवत्ता पर समीक्षा की जाएगी। - रायपुर ।आज रायपुर संभागायुक्त श्री महादेव कावरे ने धमतरी जिले के कुरूद तहसील के ग्राम चर्रा में फसल गिरदावरी सत्यापन कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने किसान श्री मिश्रीलाल साहू के खसरा नंबर 999, रकबा 0.73 हेक्टेयर भूमि में धान फसल के सत्यापन का अवलोकन किया।निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि संबंधित भूमि के एक हिस्से पर किसान का मकान निर्मित है। इस पर संभागायुक्त ने पटवारी श्री बिशनलाल ध्रुव को निर्देशित किया कि मकान निर्मित क्षेत्र को गिरदावरी से कम किया जाए।किसान श्री मिश्रीलाल साहू ने बताया कि उन्होंने एग्रिस्टेक पोर्टल में अपना पंजीयन कराया है तथा वे इस वर्ष भी बीज निगम को धान विक्रय करेंगे। पिछले वर्ष उन्होंने बीज निगम को ₹3600 प्रति क्विंटल की दर से धान बेचा था।संभागायुक्त श्री कावरे ने बताया कि फसल गिरदावरी सत्यापन कार्य इस माह 30 अक्टूबर तक पूर्ण किया जाना है, तथा संभाग के सभी कलेक्टरों को इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती इंदिरा देवहारी सहित अन्य राजस्व विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
- -17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक चला विशेष अभियानरायपुर / महिलाओं एवं परिवारों को समग्र स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान का आयोजन 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक रायपुर जिले में किया गया। यह अभियान भारत सरकार के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार और कलेक्टर डॉ गौरव सिंह के मार्गदर्शन में हुआ।अभियान के दौरान जिले के चार ब्लॉकों एवं शहरी क्षेत्रों को मिलाकर कुल 2,426 स्वास्थ्य शिविर एवं 210 विशेषज्ञ शिविर आयोजित किए गए, जिनमें कुल 1,19,791 नागरिकों की स्वास्थ्य जांच की गई। इस दौरान बीपी जांच में 21,679 पुरुष एवं 31,948 महिलाओं की जांच की गई, जबकि डायबिटीज स्क्रीनिंग में 18,301 पुरुष और 27,177 महिलाएँ शामिल रहीं। कैंसर स्क्रीनिंग के अंतर्गत 13,230 लोगों की ओरल कैंसर जांच, 6,425 महिलाओं की ब्रेस्ट कैंसर जांच और 5,186 महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर जांच की गई।इसके अलावा 14,833 गर्भवती महिलाओं की जांच, 9,178 एनीमिया जांच, तथा 7,391 बच्चों का टीकाकरण किया गया। 19,186 बच्चों को पोषण संबंधी परामर्श प्रदान किया गया। किशोरियों में मासिक धर्म स्वच्छता को लेकर 8,158 बालिकाओं को शिक्षित किया गया। टीबी जांच में 5,192 लोगों की स्क्रीनिंग की गई, जिनमें से 726 “निश्चय मित्र” पंजीकृत हुए जो टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराएँगे। सिकल सेल स्क्रीनिंग के तहत 5,920 लोगों की जांच की गई और 740 लाभार्थियों को सिकल सेल कार्ड वितरित किए गए। अभियान के दौरान विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अंतर्गत 47,453 लोगों को काउंसलिंग दी गई, जबकि 869 लोगों के पीएम-जय एवं वय वंदना कार्ड बनाए गए। इस अभियान में किशोरियों से लेकर वृद्ध महिलाओं तक ने सक्रिय भागीदारी की, वहीं पुरुषों ने भी बड़ी संख्या में स्वास्थ्य जांच कराई।
- - मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सड़कों और पुल-पुलिया के निर्माण से बदल रही है प्रदेश की तस्वीररायपुर ।सडकों के जाल बिछने से प्रगति और समृद्धि की नई राहें खुल रही हैं। अर्थव्यवस्था की जीवनरेखा कही जाने वाली सड़कों और पुल-पुलिया के निर्माण में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। इससे प्रदेश की तस्वीर तेजी से बदल रही हैं जो कि आम नागरिकों के जीवन में एक सकारात्मक परिवर्तन भी ला रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के दूरदर्शी नेतृत्व में प्रदेश में विकास कार्यों ने अभूतपूर्व गति पकड़ी है।छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत सड़कों का निर्माण कार्य लगातार चल रहा है, जिसका उद्देश्य दूरदराज के क्षेत्रों को बारहमासी सड़कों से जोड़ना है। अक्टूबर 2025 में, जिले में नई सड़कों की मंजूरी मिली है, जिससे कई गांवों को लाभ होगा। इसी कड़ी में प्रधामनंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत जशपुर जिले के दुलदुला विकासखंड में 3 करोड़ 81 लाख 13 हजार रुपये की लागत से 17.22 किलोमीटर लंबी जामपानी से दुलदुला सड़क का नवीनीकरण कार्य प्रगति पर है। वर्षा समाप्त होने के उपरांत शेष निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। सड़क निर्माण पूर्ण होने पर ग्रामीणों के लिए आवागमन और भी सुगम होगा, जिससे दैनिक जीवन, व्यापार और आवश्यक सेवाओं तक पहुंच आसान बनेगी।मुख्यमंत्री के नेतृत्व में तेजी से हो रहा अधोसंरचना विकासमुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार अधोसंरचना विकास की दिशा में हो रहे प्रयासों से जिले के दूरस्थ अंचलों तक विकास की रोशनी पहुंच रही है। सड़कों के निर्माण से शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और रोजगार के अवसरों तक ग्रामीणों की पहुंच सुलभ हो रही है। स्थानीय उत्पाद में तेजी आ रही है और क्षेत्रीय उत्पादों के विपणन को भी बढ़ावा मिल रहा है। सड़कों का यह व्यापक विस्तार न केवल आवागमन को सुगम बना रहा है, बल्कि नागरिकों के जीवन स्तर में भी उल्लेखनीय सुधार ला रहा है। जिले के लोग इन विकास परियोजनाओं के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त कर रहे हैं।जशपुर जिले में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत कई सड़कों के निर्माण और सुधार पर काम चल रहा है। कुल 13.63 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से आधा दर्जन से अधिक सड़कों को स्वीकृति मिली है, जिसमें फरसाटोली से करवाजोर, जुमाइकेला बाजारडांड से खेदाटोली और जड़ासर्वा से डूमर टोली जैसे महत्वपूर्ण मार्गों का निर्माण शामिल है। इन सड़कों से ग्रामीण इलाकों में आवागमन, कृषि उत्पादों की ढुलाई और स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच बेहतर होगी।
- रायपुर, / विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर समाज कल्याण विभाग, जिला रायपुर द्वारा संचालित एकीकृत महिला सहायता केंद्र 'अपराजिता' में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना और मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्तियों के जीवन में सकारात्मकता और आत्मविश्वास लाना था।कार्यक्रम का आयोजन कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के मार्गदर्शन में किया गया, जिसमें 80 से अधिक हितग्राहियों ने भाग लिया। संस्था में हितग्राहियों को नि:शुल्क आवास, भोजन, वस्त्र एवं उपचार की सुविधा प्रदान की जाती है।कार्यक्रम में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में हितग्राहियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।चम्मच दौड़ में सुगंधनी ने पहला, विजयलक्ष्मी ने दूसरा, और सावित्री ध्रुव ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। बिस्किट दौड़ में सुमित्रा, अन्नु और सावित्री ध्रुव क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहीं। स्टाफ हेतु व्यंजन प्रतियोगिता में सपना मंडल (प्रथम), बिंदु वर्मा (द्वितीय), निरूपा मंडल व यशोदा निषाद (संयुक्त द्वितीय), और रिंकु साहा (तृतीय) विजेता रहीं।सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में दिखा उत्साहहितग्राहियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम में समूह नृत्य, गीत और नाटक की सुंदर झलक देखने को मिली।समूह नृत्य में पूजा, माधुरी, वेदी, सुनीता और सावित्री ने भाग लिया।नाटक में पद्मा, कमला, सागर और पूजा की भूमिका सराहनीय रही। संगीत में विजयलक्ष्मी, पूजा, दीपा, ईश्वरी और रेश्मी ने प्रस्तुति दी। स्टाफ नृत्य में वंदना, धनेश्वरी, त्रिवेणी और मनीषा वर्मा ने भाग लिया।कार्यक्रम के समापन पर विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया, जिससे सभी प्रतिभागियों में उत्साह और आत्मबल का संचार हुआ।इस कार्यक्रम का सबसे भावुक क्षण तब आया जब श्रीमती राजेश्वरी वर्मा, जो पिछले एक वर्ष से 'अपराजिता' में रह रही थीं, अब अपने पति श्री केदारनाथ वर्मा और बच्चों के साथ अपने गांव जरौदा (धरसीवा) वापस लौटने के लिए तैयार थीं। उनके चेहरे पर परिवार से मिलने की उत्सुकता और संतोष साफ झलक रहा था।कार्यक्रम में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डालते हुए विशेषज्ञों ने बताया कि:प्रकृति के साथ समय बिताना, अच्छी नींद लेना, और मोबाइल का कम उपयोग करना मानसिक शांति के लिए आवश्यक है। कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग की संचालक श्रीमती रोक्तिमा यादव, जिला रायपुर के संयुक्त संचालक श्री अरविंद गेडाम, डॉ. अनिल नायक, संस्था की प्र. अधीक्षक श्रीमती शिखा वर्मा, एवं स्टाफ सदस्य ममता यादव, श्रद्धा, निरूपा, गायत्री आदि उपस्थित रहे।
- रायपुर / छत्तीसगढ़ लौह एवं शिल्पकार विकास बोर्ड द्वारा राजधानी रायपुर के टाउन हॉल में आयोजित तीन दिवसीय लौह शिल्प प्रदर्शनी सह बिक्री केंद्र का समापन आज संपन्न हुआ। 9 से 11 अक्टूबर तक चली इस प्रदर्शनी में राज्य के विभिन्न अंचलों से आए शिल्पकारों द्वारा लोहे से निर्मित हस्तशिल्प वस्तुओं का प्रदर्शन और विक्रय किया गया।कार्यक्रम का आयोजन "वोकल फॉर लोकल" और आत्मनिर्भर भारत अभियान को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया था, जिससे शिल्पकारों को बाजार, पहचान और उचित मूल्य मिल सके।समापन अवसर पर दक्षिण विधान सभा के विधायक श्री सुनील सोनी ने कहा कि ऐसी आयोजनों से बस्तर सरगुजा जैसे सुदूर अंचलों में निवासरत ग्रामीणों को एक अच्छा बाजार मिलता है। जिससे वह अपनी बनाई हुए वस्तुओं को उचित कीमत में बेच सके। वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा ऐसे कलाकारों को और अधिक प्रोत्साहन देने के लिए राजधानी के आस पास कहीं भी कोई जमीन जिसमें ऐसे कलाकारों को हाट बाजार,प्रशिक्षण केंद्र आदि शुरू करना हो तो अवश्य दिया जाएगा। साथ ही श्री सुनील सोनी जी ने अपनी विधायक निधि से 10 लाख रुपए की राशि भी बोर्ड को प्रदान करने की घोषणा भी की।ग्रामीण विधान सभा के विधायक श्री मोतीलाल साहू ने कहा कि लौह शिल्पकारो ने के द्वारा निर्मित वस्तुओं की प्रसिद्धि पूरे विश्व में है। यह आए सभी शिल्पकारों को बोर्ड के अध्यक्ष एवं अधिकारी गणों को इस सफल आयोजन की शुभकामनाएं देता हु। साथ ही भविष्य में लौह शिल्पकला को बढ़ाने के हर संभव प्रयास मेरे द्वारा किया जाएगा।प्रदेश के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा जी ने लौह शिल्प प्रदर्शनी एवं कलाकारों की खूब सराहना की उन्होंने कहा कि प्रदेश में कला की कोई कमी नहीं है। इन हस्त निर्मित वस्तुओं,एवं शिल्पकारों को राजधानी रायपुर के घासीदास संग्रहालय एवं नया रायपुर में प्रशिक्षण एवं बिक्री हेतु उचित स्थान के साथ सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी।लौह शिल्पकला बोर्ड के अध्यक्ष श्री प्रफुल्ल विश्वकर्मा जी ने बताया कि पूरे विश्व में छत्तीसगढ़ का लोहा अद्भुत एवं अत्याधिक मांग वाला खनिज है।आत्म निर्भर भारत अभियान के अंतर्गत वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने के लिए लौह शिल्प कला बोर्ड द्वारा पूरे छत्तीसगढ़ में लोहे से हस्त निर्मित वस्तुओं का निर्माण करने वाले कारीगरों,कलाकारों को एक पहचान दिलवाने एवं उनके द्वारा निर्मित वस्तुओं को सही कीमत एवं बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह 3 दिवसीय प्रदर्शनी एवं बिक्री केंद्र का आयोजन किया गया था और बड़ी संख्या में उत्पादकों को ऑर्डर प्राप्त हुए हैं। इस तीन दिवसीय आयोजन में आम नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं शिल्पप्रेमियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। उत्पादों की अच्छी बिक्री हुई और अग्रिम ऑर्डर भी प्राप्त हुए।
- -पहले दिन प्रदेश के 204 खिलाड़ियों ने शतरंज की बिसात पर दिखाया जौहररायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट लेवल ओपन चेस टूर्नामेंट का शुभारंभ आज जशपुर के बालाजी मंदिर के पास स्थित कम्युनिटी हॉल में जशपुर विधायक रायमुनी भगत की उपस्थिति में शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की प्रेरणा से छत्तीसगढ़ में खेल संस्कृति विकसित करने का प्रयास लगातार किया जा रहा है। इसी कड़ी में जशपुर में तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ स्टेट चेस एसोसिएशन के सहयोग से आयोजित इस टूर्नामेंट में पहले दिन 204 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।विधायक श्रीमती भगत ने शतरंज में हाथ आजमाते हुए औपचारिक रूप से खेल की शुरुआत की और खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि शतरंज का खेल मस्तिष्क का एक व्यायाम है जो भारत में पुराने समय से ही खेला जा रहा है। खेल की इस परंपरा से नागरिकों का परिचय कराना और इस क्षेत्र में प्रतिभावान खिलाड़ियों को उचित मंच प्रदान करना छत्तीसगढ़ की सरकार का उद्देश्य है। इस प्रकार के टूर्नामेंट का आयोजन प्रत्येक वर्ष होना चाहिए। कलेक्टर जशपुर ने कहा कि जिले में कि जशपुर में भी प्रतिभाशाली खिलाड़ी है ,वे आने वाले समय में राष्ट्रीय -अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जिले को नई पहचान दिलाएंगें और विश्व चौंपियन बनेंगे। पहले दिन दो राउंड में 204 खिलाड़ियों ने शतरंज खेला। इसमें इंटरनेशनल रेटिंग प्राप्त 38 खिलाड़ी भी शामिल है। स्विस लीग पद्धति से आयोजित इस टूर्नामेंट में 08 साउंड के खेल सभी प्रतिभागी खिलाड़ियों को खेलने होंगे। पूरे 08 राउंड के प्रदर्शन के अनुसार खिलाड़ियों की रैंकिंग तय की जाएगी ।छत्तीसगढ़ स्टेट लेवल ओपन चेस टूर्नामेंट उद्घाटन अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष अरविंद भगत, जनपद अध्यक्ष गंगाराम भगत, नरेश नंदे, चेस एसोसिएशन के जॉइंट सेक्रेटरी सरोज वैष्णव सहित उपस्थित जनप्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री व्यास संग जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार ने भी शतरंज के खेल में हाथ आजमाया। शतरंज आयोजन समिति के अध्यक्ष ने जिले में खेल को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे कार्यों, भारत में शतरंज के गौरवशाली इतिहास, टूर्नामेंट की विस्तृत जानकारी के विषय में बताते हुए खिलाड़ियों को उत्साह और खेल भावना के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने को कहा। इस दौरान आयोजन समिति के सचिव एवं खेल अधिकारी सहित समिति के पदाधिकारी एवं छत्तीसगढ़ स्टेट लेवल ओपन चेस टूर्नामेंट में भाग लेने वाले प्रतिभागियों के साथ ही उनके खेल अधिकारी उपस्थित थे।
- -अभ्युदय संस्थान, अछोटी में “चेतना विकास एवं मूल्य आधारित शिक्षा” पर कार्यशाला आयोजितरायपुर । अभ्युदय संस्थान, अछोटी में “चेतना विकास एवं मूल्य आधारित शिक्षा” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के शिक्षा ,ग्रामोद्योग एवं विधि विधायी मंत्री श्री गजेन्द्र यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मंत्री श्री यादव ने शिक्षकों से संवाद करते हुए कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान प्राप्ति का माध्यम नहीं, बल्कि समाज में संस्कार, चेतना और सकारात्मक परिवर्तन का आधार है।उन्होंने कहा कि विकसित भारत और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नई शिक्षा नीति में नैतिक शिक्षा, जीवन मूल्यों और व्यवहारिक ज्ञान को विशेष महत्व देने की आवश्यकता है। श्री यादव ने शिक्षकों से आवाहन किया कि वे विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण, अनुशासन और जिम्मेदारी की भावना को प्राथमिकता दें, ताकि आने वाली पीढ़ी विकसित छत्तीसगढ़ और सशक्त भारत निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा सके।मंत्री श्री यादव ने कहा कि स्वच्छ समाज की नींव सशक्त शिक्षा व्यवस्था पर ही आधारित है। जब विद्यालयों में संस्कार, अनुशासन और सेवा भाव का वातावरण विकसित होगा, तब राष्ट्र भी स्वच्छ, सशक्त और जागरूक बनेगा।कार्यशाला में विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्यों और शिक्षकों ने भाग लेकर वर्तमान शिक्षा परिस्थितियों को और बेहतर बनाने के लिए अपने विचार साझा किए। सभी ने नई शिक्षा नीति में मूल्य आधारित शिक्षा को विद्यालयों में और प्रभावी रूप से लागू करने का संकल्प लिया, ताकि विद्यार्थी सशक्त समाज और विकसित भारत के निर्माण में अपनी सक्रिय भागीदारी निभा सकें। कार्यक्रम में लोक शिक्षण संचालक ऋतुराज रघुवंशी, योगेश शास्त्री, संकेत ठाकुर, अनीता शाह, पार्षद कुलेश्वर साहू, कांशीराम कोसरे सहित क्षेत्र के अनेक शिक्षकगण एवं शिक्षाविद् उपस्थित रहे।
- - दलहन एवं तिलहन फसलों का उत्पादन विषय पर कृषक संगोष्ठी एवं प्रशिक्षण का हुआ आयोजन-कृषि विज्ञान केंद्र भलेसर में सीधा प्रसारणमहासमुंद / प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा नई दिल्ली स्थित पुसा परिसर से देशभर के किसान भाइयों और बहनों को 42 हजार करोड़ से अधिक की कृषि परियोजनाओं का उपहार दिया। इस अवसर पर पीएम धन-धान्य कृषि योजना, दलहन आत्मनिर्भरता मिशन तथा कृषि अवसंरचना कोष, पशुपालन, मत्स्य पालन और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र की 1100 से अधिक परियोजनाओं का शुभारंभ एवं लोकार्पण किया गया।जिले में राष्ट्रीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण कृषि विज्ञान केन्द्र भलेसर में किया गया। वर्चुअल माध्यम से प्रधानमंत्री ने अपने उद्बोधन में बताया कि देश में सब्ज़ियों का उत्पादन 640 लाख मीट्रिक टन तक बढ़ा है, दाल एवं दुग्ध उत्पादन में दोगुनी वृद्धि हुई है तथा भारत आज दुग्ध उत्पादन में विश्व में पहले स्थान पर है। उन्होंने कहा कि अब तक किसानों को 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की फसल बीमा राशि, 25 करोड़ से अधिक सॉयल हेल्थ कार्ड एवं 13 लाख करोड़ रुपये से अधिक के उर्वरक अनुदान प्रदान किए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना एवं दलहन आत्मनिर्भरता मिशन का क्रियान्वयन प्रत्येक जिले की जलवायु एवं भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। इस अवसर पर कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मोंगरा पटेल, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दिशा दीवान, कनेकेरा सोसायटी अध्यक्ष श्री हरेंद्र साहू, ग्राम पंचायत भलेसर सरपंच श्री सेवाराम कुंवर, कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह एवं अन्य जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में कृषकगण उपस्थित रहे।इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र में दलहन एवं तिलहन फसलों का उत्पादन विषय पर कृषक संगोष्ठी एवं प्रशिक्षण का आयोजन भी किया गया। इसमें किसानों को अरहर, उड़द, तिल सहित फलदार पौधों, सब्जी उत्पादन एवं पशुपालन से संबंधित जानकारी दी गई। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मोंगरा पटेल द्वारा किसानों को फलदार पौधों का वितरण किया गया। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सुश्री अक्षा गुप्ता, उप संचालक कृषि श्री एफ.आर. कश्यप ,सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी श्री भीमराव घोड़ेसवार, अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्रीमती गणेश्वरी बंजारे, कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. आर.एल. भारमा, डॉ. साकेत दुबे (उद्यानिकी), डॉ. कुणाल चंद्राकर (मृदा विज्ञान), इंजी. रवि केशरी जल एवं मृदा अभियांत्रिकी, डॉ. पुनिथा कार्तिकेयन प्रोग्राम सहायक, कंप्यूटर, श्री कमलकांत लोधी प्रक्षेत्र प्रबंधक एवं अन्य वैज्ञानिकगण उपस्थित रहे।
- -मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय श्री श्री रणेश्वर रामचंडी मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में हुए शामिल-लैलूंगा विकासखंड के ग्राम झगरपुर में कोलता समाज द्वारा आयोजित भव्य आयोजन: मुख्यमंत्री ने 63 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की घोषणाएं कीं--50 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा कुंजारा–तोलगे–मिलूपारा मार्गरायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज रायगढ़ जिले के लैलूंगा विकासखंड के ग्राम झगरपुर में कोलता समाज द्वारा आयोजित श्री श्री रणेश्वर रामचंडी मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन स्वामी आत्मानंद शासकीय हिंदी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झगरपुर परिसर में किया गया, जहाँ समाज के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का पारंपरिक गजमाला पहनाकर और तिलक लगाकर आत्मीय स्वागत किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री श्री रणेश्वर रामचंडी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर माता रामचंडी के चरणों में पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि तथा खुशहाली की कामना की। उन्होंने कहा कि झगरपुर की इस पावन भूमि पर आकर उन्हें आत्मिक शांति का अनुभव हुआ है। यह मंदिर न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि समाज की सांस्कृतिक चेतना और एकता का भी सशक्त प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की आत्मा उसकी संस्कृति और परंपराओं में बसती है। जहां नारी का सम्मान होता है, वहीं ईश्वर का वास होता है। उन्होंने माता-पिता को सच्चा ईश्वर बताते हुए कहा कि यदि माता-पिता प्रसन्न हैं तो सभी देवी-देवता प्रसन्न रहते हैं। मुख्यमंत्री ने सभी से अपने घर के बड़ों के प्रति सम्मान और सेवा-भाव बनाए रखने का आग्रह किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार सुशासन, पारदर्शिता और विकास के संकल्प के साथ कार्य कर रही है। इसके लिए ई-गवर्नेंस की शुरुआत हो चुकी है तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ सतत कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि सरकार बनने के 18 से 19 माह के भीतर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अधिकांश गारंटियों को पूरा किया गया है। किसानों को दो वर्षों का बकाया बोनस दिया गया, धान खरीदी की सीमा 15 क्विंटल से बढ़ाकर 21 क्विंटल प्रति एकड़ की गई, और समर्थन मूल्य 3100 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया।उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को प्रति माह 1,000 रुपए की सहायता दी जा रही है। 18 लाख प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत स्वीकृत किए गए हैं। भूमिहीन मजदूर सहायता योजना, तेंदूपत्ता खरीदी 5,500 रुपए प्रति मानक बोरा, रामलला दर्शन योजना और मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना जैसी योजनाएं जनहित में संचालित की जा रही हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ संसाधनों से समृद्ध राज्य है, और जनसहयोग तथा संसाधनों के सही उपयोग से हम विकास के नए अध्याय लिख रहे हैं। ‘छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया’ यह केवल नारा नहीं, बल्कि हमारी कार्यसंस्कृति है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज 35,440 करोड़ रुपए के परिव्यय वाली दो प्रमुख योजनाओं – प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना और दलहन क्षेत्र में आत्मनिर्भरता मिशन – का शुभारंभ किया है। यह योजनाएं देश के किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सिंचाई सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण, कृषि उत्पादन वृद्धि और ग्रामीण समृद्धि के लिए सतत प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि भूमि रजिस्ट्री व्यवस्था में सुधार कर शासन प्रणाली में नई पारदर्शिता और जवाबदेही लाई गई है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल योजनाएं बनाना नहीं, बल्कि उनका लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना है। जनता का विश्वास ही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने झगरपुर में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 25 लाख रुपए, विकासखंड मुख्यालय लैलूंगा में कोलता समाज हेतु सामुदायिक भवन के लिए 25 लाख रुपए, कुंजारा–तोलगे–मिलूपारा मार्ग निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपए, वार्ड क्रमांक 5 पटेलपारा के बीच नदी में स्टॉप डैम कम कॉजवे निर्माण हेतु 2.5 करोड़ रुपए, लैलूंगा–कुंजारा से गमेकेला में खारुन नदी पुलिया निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपए और वार्ड क्रमांक 11 में शासकीय कन्या हाईस्कूल के नवीन भवन निर्माण की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए समर्पित है। कोलता समाज का आशीर्वाद और सहयोग सदैव प्रेरणास्रोत रहा है।वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी ने कहा कि प्रदेश का सौभाग्य है कि उसे ऐसे जनसेवक का नेतृत्व प्राप्त है जो प्रत्येक वर्ग के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पदभार ग्रहण करने के मात्र 12 दिन बाद ही 13 लाख किसानों को 3,716 करोड़ रुपए बोनस का भुगतान कर दिया। धान खरीदी की सीमा 21 क्विंटल प्रति एकड़ और मूल्य 3,100 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया। प्रदेश में 18 लाख से अधिक गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत लाभ दिया जा रहा है।वित्त मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की भूमि है और प्रभु श्रीराम इस धरती के भांजा हैं। यही हमारी सांस्कृतिक पहचान और गर्व है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय का ध्यान प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र के सर्वांगीण विकास पर केंद्रित है। लैलूंगा और आसपास के क्षेत्रों की आवश्यकताओं से मुख्यमंत्री पूर्णतः अवगत हैं, और क्षेत्र के विकास से जुड़े सभी कार्य चरणबद्ध रूप से पूरे किए जाएंगे।कार्यक्रम का स्वागत उद्बोधन जिला पंचायत सदस्य श्री बृजेश गुप्ता ने किया, जिन्होंने कोलता समाज की ऐतिहासिक परंपराओं और 120 उपजातियों की एकता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के समापन पर श्री रत्थूलाल गुप्ता ने मुख्यमंत्री एवं सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम में लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया, पूर्व विधायक श्री सत्यानंद राठिया, श्रीमती सुनीति राठिया, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री दीपक सिदार, श्रीमती ज्योति भगत, समाजसेवी श्री अमर अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, गुरुपाल भल्ला, श्रीकांत सोमावर, अरुण कातोरे, जतिन साव, विनय साव सहित अनेक जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और श्रद्धालु उपस्थित थे।
- महासमुंद, / जनपद पंचायत पिथौरा अंतर्गत कार्यरत ग्राम पंचायत बड़ेलोरम के सचिव श्री मोहन पटेल को अपने पदीय कर्तव्यों के प्रति लापरवाही, उदासीनता एवं वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत महासमुंद श्री हेमंत नंदनवार ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।जनपद पंचायत पिथौरा द्वारा जारी प्रतिवेदन के अनुसार श्री पटेल द्वारा ग्राम पंचायत कार्यालय नियमित रूप से नहीं खोला जा रहा था, साथ ही जन्म-मृत्यु पंजीयन, पेंशन भुगतान, आय-जाति-निवास प्रमाण पत्र बनाने में विलंब, तथा पंचायती कार्यों में शिथिलता की शिकायतें प्राप्त हुई थीं।इसके अतिरिक्त, ग्रामसभा का आयोजन नहीं करने, ओ.बी.सी. सर्वे, प्रधानमंत्री आवास योजना, एवं स्वच्छ भारत मिशन (स्वच्छता ही सेवा) के अंतर्गत कार्य न करने, तथा बैठक एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अनुपस्थित रहने की भी पुष्टि की गई है। सहायक आंतरिक लेखा परीक्षण अधिकारी श्रीमती बसंती चौहान द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन में यह भी उल्लेख किया गया कि श्री पटेल लगातार चार माह तक कार्यालय से अनुपस्थित रहे, जिसके कारण ग्राम पंचायत के कार्य प्रभावित हुए।उक्त कृत्य को छत्तीसगढ़ पंचायत सेवा (आचरण) नियम 1998 के विपरीत माना गया है। अतः श्री पटेल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनके निलंबन काल में मुख्यालय जिला पंचायत महासमुंद निर्धारित किया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें नियमों के अनुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त होगा।निलंबन के बाद ग्राम पंचायत सचिव संलग्न जनपद पंचायत पिथौरा श्री सूरज साहू को ग्राम पंचायत बडेलोरम जनपद पंचायत पिथौरा में पदस्थ किया गया है।
- -129.8 करोड़ रूपये के विकास कार्यों की सौगात-30 नग हाईमास्ट लाईट के लिए 1.61 करोड़ रूपये की घोषणा-भैना समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए पर्यटन मंत्रीरायपुर। पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का चहुंमुखी विकास हो रहा है। समाज के अंतिम छोर तक योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से क्षेत्र के विकास के लिए कोई भी कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। वे आज गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के ग्राम मटियाडांड में आयोजित अन्तर्राज्यीय भैना समाज के नवाखाई महोत्सव को सम्बोधित कर रहे थे।पर्यटन मंत्री श्री अग्रवाल ने इस अवसर पर गौरला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले को 129 करोड़ 8 लाख 26 हजार रूपये की लागत से विभिन्न विकास कार्यों की सौगात दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भैना समाज द्वारा जो भी मांग की गई है, उसे मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने इस मौके पर भैना समाज के लोगों द्वारा सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए शॉल और प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया। कार्यक्रम में भैना समाज के नर्मदांचल पेण्ड्रा परिक्षेत्र के अध्यक्ष श्री सेमलाल रघुवंश ने सामाजिक मांगों के संबंध में जानकारी दी। पर्यटन मंत्री श्री अग्रवाल ने कार्यक्रम में जिन नवनिर्मित कार्यों का लोकर्पण किया उनमें 54.78 करोड़ रूपये की लागत के 23 कार्यों और 74.29 करोड़ रूपये की लागत के 81 कार्यों का भूमिपूजन शामिल हैं। उन्होंने इस मौके पर चौक-चौराहों में समुचित प्रकाश व्यवस्था के लिए 30 नग हाईमास्ट लाईट के लिए 1 करोड़ 61 लाख रूपये स्वीकृत करने की घोषणा की। कार्यक्रम में किसान समृद्धि योजना के तहत नलकूप खनन एवं पम्प स्थापना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन-बिहान के तहत चक्रीय निधि और महिला कोष के अंतर्गत सक्षम योजना के तहत 22 हितग्राहियों को 23 लाख 35 हजार रूपये का चेक वितरित किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री समीरा पैकरा, भैना समाज के पदाधिकारीगण, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में सामाजिक बंधु उपस्थित थे।
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रायपुर ।मुंगेली जिले में अवैध शराब निर्माण एवं विक्रय पर प्रभावी नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम ने लोरमी विकासखण्ड के ग्राम शिकारीडेरा में कार्रवाई करते हुए 07 लीटर कच्ची महुआ शराब एवं 2250 किलोग्राम महुआ लाहन जब्त किया है। जिला आबकारी अधिकारी श्री रविशंकर साय ने बताया कि जब्त सामग्री के संबंध में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध आबकारी अधिनियम की धाराओं के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले में अवैध शराब के कारोबार पर कड़ाई से नियंत्रण लगाने के लिए जांच पड़ताल और इसमें संलिप्त लोगों के विरूद्ध कार्रवाई का यह अभियान लगातार जारी रहेगा।
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रायपुर,। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना देश को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर कर रही है। इस योजना के तहत 3 किलोवाट तक के सोलर रूफटॉप पैनल लगाने पर केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से 1 लाख 08 हजार रुपये तक की सब्सिडी तथा 300 यूनिट तक की मुफ्त बिजली का लाभ दिया जा रहा है। इससे एक ओर जहां परिवारों को आर्थिक बचत हो रही है, वहीं पर्यावरण संरक्षण को भी प्रोत्साहन मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में यह योजना राज्य में तेजी से क्रियान्वित की जा रही है। कोरबा जिले में यह योजना नई ऊर्जा क्रांति का रूप ले चुकी है। अनेक परिवार अब अपनी छतों पर सौर पैनल लगाकर बिजली बिल से मुक्त हुए हैं और अतिरिक्त बिजली से आय भी प्राप्त कर रहे हैं। नकटीखार निवासी श्री रंजीत कुमार तथा राजेंद्र प्रसाद नगर निवासी श्री शुभेंदु घोष जैसे कई लोगों ने इस योजना को अपनाया है और दूसरों के लिए प्रेरक बने हैं। रंजीत कुमार ने अपने घर की बिजली जरूरतें सौर ऊर्जा से पूरी कर परिवार को आत्मनिर्भर बनाया, जबकि शुभेंदु घोष ने न केवल स्वयं लाभ लिया बल्कि अपने आस-पास के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित किया।
- -अपराध नियंत्रण में नई तकनीक एक सशक्त कदम-अत्याधुनिक 40 सीसीटीवी कैमरों से शहर की हर गतिविधि पर रहेगी पैनी नजररायपुर। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने शुक्रवार को बलौदाबाज़ार-भाटापारा जिले के सिमगा नगर में सिटी सर्विलांस सिस्टम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने थाना परिसर में स्थापित सीसीटीवी सिटी सर्विलांस कक्ष का अवलोकन कर नगर की निगरानी व्यवस्था की जानकारी ली।कार्यक्रम में राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, कलेक्टर श्री दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता, जनपद अध्यक्ष श्री दौलत राम पाल, जनपद सदस्य श्री चंद्रप्रकाश टोंड्रे सहित जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में नगरवासी उपस्थित थे।अपने उद्बोधन में उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार अपराध नियंत्रण और जनता की सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक का अधिकतम उपयोग कर रही है। सिमगा नगर में सिटी सर्विलांस की शुरुआत इस दिशा में एक मील का पत्थर सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि सिमगा नगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है, जहां कई औद्योगिक इकाइयाँ संचालित हैं और विभिन्न प्रांतों से लोग आते-जाते रहते हैं। ऐसे में किसी भी आपराधिक घटना के तुरंत बाद उसकी पहचान और अपराधियों की तलाश अब सीसीटीवी नेटवर्क से सहज और तेज़ हो जाएगी। उन्होंने बताया कि शहर में 40 उच्च गुणवत्ता वाले कैमरे लगाए गए हैं, जो दिन-रात समान रूप से कार्य करने में सक्षम हैं और वाहन के नंबर प्लेट तक को स्पष्ट रूप से कैद कर सकते हैं। इससे अपराध नियंत्रण, दुर्घटनाओं की रोकथाम तथा ट्रैफिक प्रबंधन में उल्लेखनीय सुधार आएगा।राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि सिटी सर्विलांस व्यवस्था शहर की “तीसरी आँख” साबित होगी। अब किसी भी घटना पर तुरंत निगरानी रखी जा सकेगी और अपराधियों को पकड़ने में पुलिस को ठोस सबूत मिल सकेंगे। कार्यक्रम में कलेक्टर श्री दीपक सोनी और पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने भी इस पहल को शहर की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि निगरानी तंत्र से न केवल अपराधों में कमी आएगी बल्कि लोगों में भी सुरक्षा का विश्वास बढ़ेगा। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हेमसागर सिदार, स्थानीय जनप्रतिनिधि, नगर पंचायत अधिकारी एवं बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे। सिटी सर्विलांस की यह पहल सिमगा को तकनीकी रूप से सशक्त और सुरक्षित नगर के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- -एचएनएलयू में कोलोसस और आईएमयूएनसी का आयोजन, देशभर के 65 विश्वविद्यालयों के 500 युवा कर रहे हिस्सेदारी-विभिन्न खेलों, साहित्यिक और सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन-मंथन, कूटनीति और वैश्विक समस्याओं के समाधान में भागीदारी के लिए प्रेरित करने अंतरराष्ट्रीय मॉडल संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन का भी आयोजनरायपुर । उप मुख्यमंत्री तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री अरुण साव ने शुक्रवार को नवा रायपुर स्थित हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (HNLU) में अंतर-विश्वविद्यालय उत्सव एचएनएलयू कोलोसस और आईएमयूएनसी-2025 (HNLU Colossus and IMUNC-2025) का शुभारंभ किया। 10 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक चलने वाले इस तीन दिवसीय आयोजन में देशभर के 65 विधि विश्वविद्यालयों के 500 युवा हिस्सेदारी कर रहे हैं। विधि की पढ़ाई कर रहे देश के अनेक शहरों से नवा रायपुर में जुटे युवा विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं तथा साहित्यिक व सांस्कृतिक आयोजनों में भागीदारी करेंगे। वे मंथन, कूटनीति और वैश्विक समस्याओं के समाधान में भागीदारी के लिए विधि के छात्र-छात्राओं को प्रेरित करने आयोजित अंतरराष्ट्रीय मॉडल संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (International Model United Nations Conference) में भी हिस्सेदारी करेंगे। श्री साव ने मशाल जलाकर कोलोसस और आईएमयूएनसी का उद्घाटन करने के साथ ही खेल प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी शुभारंभ किया।उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने शुभारंभ समारोह में देशभर के विधि छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की धरती और भगवान श्रीराम का ननिहाल है। यहां की धरती बहुत खूबसूरत और ऐतिहासिक है। सभी कालों में छत्तीसगढ़ का उल्लेख मिलता है। यहां की उर्वरा, वन और खनिज संपदा से भरी धरती में कोयला से लेकर हीरा तक विद्यमान हैं। यहां के जंगल बहुत सुंदर और विविधताओं से भरे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप लोग बड़े सपने लेकर विधि की पढ़ाई कर रहे हैं। हमारे शरीर और मन की क्षमताएं असीम हैं। आज शिखर पर पहुंचे लोग भी कभी आपके और हमारे जैसे साधारण लोग थे।श्री साव ने कहा कि हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान बनाई है। कुछ ही वर्षों में देश में अच्छी प्रतिष्ठा अर्जित की है। उन्होंने विद्यार्थियों के सामने पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की मिसाल रखते हुए कहा कि जीवन में असफलताओं से घबराना नहीं है। ऊर्जा, आत्मविश्वास, मेहनत और समर्पण से लक्ष्य की ओर बढ़ना है। आपके सामने सफलता का खुला आकाश है। आप दुनिया की हर ऊंचाई हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि तीन दिनों का यह एचएलएनयू कोलोसस आप लोगों की क्षमता बढ़ाने, सीखने और आत्मविश्वास बढ़ाने का अच्छा अवसर है। इसका भरपूर लाभ उठाएं। आप लोग सफलता के सर्वोच्च पायदान पर पहुंचे, ऐसी मैं कामना करता हूं।उद्घाटन समारोह के विशेष अतिथि एन.एच. गोयल वर्ल्ड स्कूल, रायपुर में परफॉर्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स के विभागाध्यक्ष डॉ. आशीष चक्रवर्ती ने युवाओं से कहा कि आप लोग लोक संगीत को संरक्षित करने का काम करें। हमें अपनी मिट्टी की खूशबू को भूलना नहीं है। उन्होंने कहा कि आप लोग लगन, नियमित अभ्यास और परिश्रम से अपनी विधाओं में विशेषज्ञता हासिल करें। अपनी विधा के साथ ही सभी विधाओं का सम्मान करें। उन्होंने विभिन्न स्पर्धाओं में भागीदारी के लिए नवा रायपुर पहुंचे देशभर के विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन ने कहा कि एचएनएलयू कोलोसस पिछले कुछ वर्षों से देश का प्रतिष्ठित आयोजन बन गया है। अगले तीन तीनों में यहां संस्कृति, साहित्य और खेलों का वृहद संगम देखने को मिलेगा। इस आयोजन ने हमारे पूरे परिसर को बेहद जीवंत और गौरवशाली बना दिया है। रजिस्ट्रार डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव, फैकल्टी कन्वीनर डॉ. अंकित सिंह और छात्र कल्याण के अधिष्ठाता डॉ. अविनाश सामल ने भी शुभारंभ समारोह को संबोधित किया। एचएलएनयू के प्राध्यापकों और छात्र-छात्राओं के साथ ही कोलोसस में भाग लेने आए अलग-अलग राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी भी बड़ी संख्या में इस दौरान मौजूद थे।विविध प्रतियोगिताओं के माध्यम से कानून के छात्र बिखेरेंगे अपने हुनर का जादूदेश के विभिन्न राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों में कानून की पढ़ाई कर रहे युवा विविध प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपने हुनर का जादू बिखेरेंगे। एचएनएलयू के इस तीन दिवसीय प्रतिष्ठित आयोजन में विद्यार्थी अपनी कला तथा बौद्धिक व खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। वे इस दौरान क्रिकेट, फुटबॉल, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल और एथलेटिक्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन से अपनी चमक बिखेरेंगे। एकल व समूह गायन, नृत्य प्रदर्शन, नुक्कड़ नाटक और मंचीय नाटक जैसे विभिन्न सांस्कृतिक आयोजनों में वे अपनी कलात्मक प्रतिभा और रचनात्मकता दिखाएंगे। प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को वाद-विवाद और ओपन माइक सत्रों के माध्यम से अपनी अभिव्यक्ति, वक्तृत्व कला तथा काव्यात्मक प्रतिभा के प्रदर्शन का भी मौका मिलेगा।
- - छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव के अवसर पर स्कूल शिक्षा द्वारा किया जा रहा है विभिन्न गतिविधियों का आयोजनबालोद। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के 25 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में राज्य शासन द्वारा आयोजित रजत जयंती वर्ष के अवसर पर बालोद जिले में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में निरंतर विभिन्न प्रकार के गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को जिले के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय दल्लीराजहरा में शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य पर व्याख्यान एवं योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में चिकित्सालय प्रभारी डाॅ. अमीत द्विवेदी, डाॅ. एंजिल आभा कुुजुर, डॉ. पूनमचंद सोनकर, श्री आजाद साहू, श्रीमती त्रिवेणी साहू, श्रीमती राधिका नेताम सहित बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिका एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे।
- बालोद। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी गोधाम योजना के अंतर्गत गौधाम के संचालन हेतु इच्छुक स्वयंसेवी संस्था (एनजीओ), ट्रस्ट, फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी, सहकारी समितियों से पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में गौधाम संचालन हेतु आवेदन करने की तिथि 30 सितंबर से बढ़ाकर 15 अक्टूबर तक कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि गोधाम योजना के अंतर्गत उपयुक्त स्थानों पर निराश्रित, घुमंतु तथा कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 (यथा संशोधित), कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2014 अंतर्गत जब्त किए गए गौवंश के पशुओं के संरक्षण, संर्वधन किया जाएगा। उप सचंालक पशु चिकित्सा सेवायें ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत ऐसी शासकीय भूमि जिसमें सुरक्षित बाड़ा, पशु शेड, पर्याप्त पानी की सुविधा, बिजली तथा हरा चारा उत्पादन हेतु चारागाह की भूमि की सुविधा होगी। उन स्थानों पर जिला प्रशासन के प्रस्ताव के आधार पर राज्य गौसेवा आयोग की स्वीकृति उपरांत चयनित संस्थाओं को गोधाम की स्थापना हेतु स्वीकृति प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत प्रथम चरण में प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में गौधाम की स्थापना किया जाएगा। इसके साथ ही गौधाम के संचालन हेतु चिन्हांकित भूमि के समीप पंजीकृत गौशाला समिति द्वारा सहमति व्यक्त करने पर छत्तीसगढ़ राज्य गौसेवा आयोग की क्रियान्वयन समिति के द्वारा प्राथमिकता पर लिया जाएगा। गौधाम के संचालन हेतु गौसेवा पशु नस्ल सुधार एवं संचालन के क्षेत्र मे संलग्न संस्थाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही इच्छुक स्वयंसेवी संस्था (एनजीओ), ट्रस्ट, फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी, सहकारी समितियों को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में गौधाम संचालन हेतु 15 अक्टूबर तक निर्धारित प्रारूप में प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। इसके पश्चात् परीक्षण उपरांत जिला प्रशासन द्वारा चयनित संस्था का नाम राज्य गौसेवा आयोग को गौधाम स्थापना हेतु अनुमोदन प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गौधाम के संचालन हेतु गौ सेवा, पशु नस्ल सुधार एवं संचालन के क्षेत्र में संलग्न संस्थाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
- -प्रतिभागियों का पंजीयन की अंतिम तिथि 20 अक्टूबररायपुर । प्रकृति और जैव विविधता संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए बटरफ्लाई एवं मोथ सर्वे 2025 का आयोजन बारनवापारा वन्यजीव अभ्यारण्य किया जाएगा। यह आयोजन 6 से 8 नवम्बर तक होगा, इस तीन दिवसीय सर्वेक्षण का उद्देश्य तितलियों और पतंगों की प्रजातियों की पहचान, उनके प्राकृतिक आवास का अध्ययन तथा आम नागरिकों में जैव विविधता संरक्षण की भावना को बढ़ावा देना है।वनमण्डलाधिकारी बलौदाबाजार श्री धम्मशील गणवीर ने बताया कि वन मंत्री श्री केदार कश्यप के निर्देशानुसार यह सर्वेक्षण न केवल जैव विविधता के संरक्षण में मदद करेगा, बल्कि पर्यावरण शिक्षा और जागरूकता बढ़ाने की दिशा में भी एक सार्थक प्रयास है। उन्होंने कहा कि बारनवापारा अभ्यारण्य की प्राकृतिक सुंदरता के बीच यह आयोजन प्रतिभागियों को प्रकृति से जोड़ने का अनूठा अनुभव देगा।उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन पर्यावरण जागरूकता एवं प्रकृति संरक्षण गतिविधियों के अंतर्गत किया जा रहा है। यह आयोजन विद्यार्थियों, शोधार्थियों और प्रकृति प्रेमियों के लिए खुला है। पंजीयन शुल्क सामान्य प्रतिभागियों के लिए 2,500 रुपए तथा विद्यार्थियों के लिए 2,000 रुपए रखा गया है। केवल 40 प्रतिभागियों को ही इसमें शामिल होने का अवसर मिलेगा। पंजीयन की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर 2025 निर्धारित की गई है।वनमण्डलाधिकारी बलौदाबाजार श्री धम्मशील गणवीर ने बताया कि इस आयोजन में प्रतिभागियों को बारनवापारा अभ्यारण्य की समृद्ध वन संपदा और तितलियों-पतंगों के पारिस्थितिक महत्व को समझने का अवसर मिलेगा। साथ ही प्रतिभागियों के लिए कई रोचक गतिविधियां जैसे तितलियों पर कलात्मक पेंटिंग, प्रकृति एवं वन्यजीव विषय पर चित्रकला और वन्यजीवों से जुड़ी प्रेरक कहानियाँ भी रखी गई हैं।
- रायपुर । मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत महासमुंद श्री हेमंत नंदनवार ने ग्राम पंचायत बांसकुड़ा के सचिव श्री जगदीश ध्रुव को अपने पदीय कर्तव्यों के प्रति उदासीनता, लापरवाही तथा वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। पंचायत कार्यों की निरंतरता बनाए रखने हेतु ग्राम पंचायत छपोराडीह के सचिव श्री किशोर कुमार ध्रुव को ग्राम पंचायत बांसकुड़ा का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
- रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुदूर वनांचल क्षेत्र नारायणपुर जिले के ग्राम कुंदला स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र आज बाल शिक्षा और सर्वांगीण विकास की नई मिसाल बन गया है। यहाँ नन्हें बच्चों की हँसी और सीखने की लय ने पूरे गाँव के माहौल को जीवंत कर दिया है। हर सुबह जब सूरज की किरणें गाँव की गलियों में उतरती हैं, तो आंगनबाड़ी केन्द्र के द्वार पर बच्चों के कदमों की आहट सुनाई देती है। पाँच वर्ष की मनीषा कुमेटी और अंकुश पोयाम जैसे बच्चे स्लेट-चॉक लेकर उत्साह से केन्द्र पहुँचते हैं। यहाँ कार्यकर्ता उन्हें खेल-खेल में अक्षर, गिनती और रंगों की पहचान सिखाते हैं। “एक, दो, तीन” की गूंज और बच्चों की हँसी से पूरा केन्द्र आनंदित रहता है।यह केन्द्र केवल शिक्षण का माध्यम नहीं, बल्कि अनुशासन, सहयोग, सम्मान और आत्मविश्वास जैसी मानवीय मूल्यों का पाठ भी पढ़ा रहा है। पहले जहाँ बच्चे विद्यालय आने से झिझकते थे, अब वे स्वयं उत्साह से भाग लेते हैं। माता-पिता भी बच्चों की प्रगति पर गर्व महसूस कर रहे हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र कुंदला में हो रहे नवाचारों ने यह सिद्ध कर दिया है कि प्रारंभिक बाल शिक्षा की सशक्त नींव गाँवों से ही रखी जा सकती है। यह केन्द्र बाल शिक्षा, पोषण और सामाजिक विकास का प्रेरक उदाहरण बनकर उभरा है।महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण प्रारंभिक शिक्षा और पोषण सेवाएँ पहुँचें। कुंदला जैसे केन्द्रों की उपलब्धियाँ यही दिखाती हैं कि आंगनबाड़ी अब सचमुच “बच्चों की पहली पाठशाला” बन रही हैं।
- -सोलर पम्प से किसान ले रहे दोहरी फसल का लाभरायपुर । छत्तीसगढ़ में किसानों को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से राज्य शासन द्वारा सौर सुजला योजना का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को सोलर पम्प उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे अब वर्षा पर निर्भर रहने वाले खेतों में भी सिंचाई की सुविधा सुलभ हो गई है। परिणामस्वरूप किसान अब वर्ष में दोहरी फसल लेकर अपनी आय दोगुनी कर रहे हैं।जिले के विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के ग्राम झारा के किसान श्री मुनेश्वर प्रसाद यादव ने सौर सुजला योजना से लाभ लेकर अपनी खेती को नई दिशा दी है। उनके पास 5 एकड़ भूमि है, जिसमें पहले केवल 2 एकड़ ही सिंचित थी। क्रेडा विभाग की सहायता से सोलर पम्प लगवाने के बाद अब पूरी भूमि पर सिंचाई संभव हो गई है। श्री यादव अब धान के साथ-साथ साग-सब्जियों की खेती भी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले खरीफ सीजन में लगभग 60 हजार रुपये की आमदनी होती थी, जबकि सोलर पम्प लगने के बाद अब वार्षिक आय बढ़कर करीब 1 लाख रुपये तक पहुँच गई है।उन्होंने कहा कि पहले वर्षा आधारित खेती से जोखिम और नुकसान की आशंका बनी रहती थी, परंतु सौर सुजला योजना से सिंचाई की निर्बाध सुविधा मिलने के बाद खेती अब अधिक लाभदायक हो गई है। अब वे रबी और खरीफ दोनों सीजन में फसलें ले रहे हैं और साग-सब्जी उत्पादन से अतिरिक्त आमदनी अर्जित कर रहे हैं। वर्तमान में सौर सुजला योजना फेस-9 के अंतर्गत बलरामपुर जिले को 300 सोलर पम्प लगाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इच्छुक किसान आधार कार्ड, भूमि का खसरा, रकबा, प्रमाणित नक्शा, जाति प्रमाण पत्र, पासबुक की छायाप्रति, स्थापना स्थल के फोटोग्राफ्स तथा आवेदन शुल्क (3 एचपी पम्प के लिए 3000 रुपए, 5 एचपी के लिए 4800 रुपए) के साथ अपने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, क्रेडा या उप संचालक कृषि कार्यालय में संपर्क कर योजना का लाभ ले सकते हैं।
- -किसान प्रेमचंद के जीवन में लाई नई उम्मीद और आत्मनिर्भरतारायपुर। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना आज देशभर के किसानों के जीवन में स्थायित्व, आत्मनिर्भरता और आर्थिक सशक्तिकरण का प्रतीक बन चुकी है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को प्रति वर्ष 6 हजार की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खातों में दी जाती है, जिससे वे खेती-किसानी से जुड़े आवश्यक कार्यों को सुचारू रूप से संचालित कर पा रहे हैं।सक्ति जिले के ग्राम अंजोरीपाली निवासी किसान श्री प्रेमचंद मैत्री भी इस योजना के नियमित लाभार्थी हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें योजना की प्रत्येक किस्त समय पर प्राप्त होती है, जिससे वे बीज, खाद, कीटनाशक एवं कृषि उपकरणों की खरीद में इसका उपयोग करते हैं। इससे न केवल उनकी खेती की उत्पादकता बढ़ी है, बल्कि फसलों की गुणवत्ता में भी सुधार आया है।किसान श्री मैत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने ग्रामीण किसानों के आर्थिक जीवन में स्थिरता और विश्वास की नई लहर पैदा की है। पहले जहां छोटे किसानों को खेती के लिए पूंजी जुटाने में कठिनाई होती थी, वहीं अब इस योजना से उन्हें न केवल वित्तीय सहायता मिल रही है बल्कि वे आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने के लिए भी प्रेरित हो रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना हमारे जैसे छोटे किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। प्रत्येक किस्त से खेती के लिए आवश्यक संसाधनों की पूर्ति होती है, जिससे कृषि कार्यों की निरंतरता बनी रहती है और किसानों में आत्मविश्वास बढ़ा है।




















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